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बीवियों की सामूहिक अदला बदली - Wife swapping in group at home
बीवियों की सामूहिक अदला बदली - Wife swapping in group at home , पत्नी बदल कर चोदो और खुले मजे लो , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
अब तो कुनबे में ही लोग खुल कर चोदते हैं एक दूसरे की बीवियां।
मैंने अपनी नन्द से कहा - मैं अपने जीजू के लण्ड पे बैठी हूँ ?
दीदी मेरे ससुर के लण्ड पे बैठी हैं ?
सास मेरे खालू के लण्ड पे बैठी है
और खाला मेरे अब्बू के लण्ड पे बैठी है।
नन्द बोली - तो फिर तेरी अम्मी किसके लण्ड पे बैठी है, फ़िरोज़ा भाभी ?
मैंने कहा - मुझे नहीं मालूम की अम्मी किसके लण्ड पे बैठीं हैं।
तब तक पीछे से आवाज़ आयी मैं तेरे मियां के लण्ड पे बैठी हूँ मेरी बुर चोदी फ़िरोज़ा ?
नन्द बोली - तो फिर मैं किसके लण्ड पे बैठूं भाभी जान ?
मैंने कहा - अरी भोसड़ी की नन्द रानी ज़रा पीछे देख मेरा मामू आ रहा है। तू उसी के लण्ड पे बैठ जा और मामी जान को अपने मियां के लण्ड पे बैठा दे ? नन्द ने ऐसा ही किया। अब पूरे आँगन में सब की सब बीवियां किस न किसी ग़ैर मरद के लण्ड पे बैठ गयीं। न कोई बुर चोदी अपने मियां के लण्ड पे बैठी है और न कोई भोसड़ी वाला अपनी बीवी को अपने लण्ड पे बैठाये हुए है। ये है इस कुनबे का माहौल ? यहाँ की बीवियां सिर्फ बीवियां ही नहीं है। सब की सब रंडियां हैं। रंडियों की तरह गैर मर्दों से भकर भकर रात भर चुदवाती हैं। उनके झड़ते हुए लण्ड पीती हैं और लण्ड एक दूसरे की चूत में पेलती हैं।
इस तरह की अय्यासी यहाँ हर रोज़ होती है। यहाँ बेटियां बहुएं अम्मियाँ सब बुर चोदी बराबर हैं। माँ का भोसड़ा हो चाहे बिटिया की बुर, बहू की चूत हो चाहे सास का भोसड़ा, जेठानी की चूत हो चाहे देवरानी की बुर, नन्द की चूत हो चाहे भाभी का भोसड़ा यहाँ सब बराबर हैं। यहाँ तो बस लण्ड और चूत का खेल होता है। यहाँ सबकी बीवियां सबके लण्ड पर बैठतीं हैं, सबके लण्ड चोदती हैं और सबके झड़ते हुए लण्ड पीती हैं। सब बीवियां सबके लण्ड पहचानतीं हैं और सबके लण्ड का साइज भी जानती हैं। रात को अँधेरे में भी ये अगर किसी का लण्ड पकड़ ले तो उसका नाम बता देतीं हैं।
एक दिन अँधेरी रात में मैंने किसी का लण्ड पकड़ लिया तू फ़ौरन पूंछा भोसड़ी के खालू मुझे चोदने आये की मेरी माँ चोदने ? वह मेरी बात सुनकर वह हैरान हो गया की मैंने इतने अँधेरे में उसका लण्ड पहचान कैसे लिया ? उसने पूंछा अरी फ़िरोज़ा तूने कैसे अँधेरे में मेरा लण्ड पहचान लिया। मैंने कहा तूने जाने कितनी बार मुझे लण्ड पकड़ाया है तो मैं उसे पहचान क्यों नहीं लूंगी ? एक बात तो खुदा ने ही बना दी है। उसने सबके लण्ड अलग अलग बनाये हैं। जितने मरद उतनी तरह के लण्ड ? कोई भी दो लण्ड हूबहू एक जैसे नहीं होते , इसी तरह सब औरतों की चूँचियाँ भी अलग अलग होतीं हैं। किन्ही दो लड़कियों की चूँचियाँ एक जैसी नहीं होती। अब बात कम करो और चोदो मुझे। पेलो अपना लण्ड मेरी चूत में क्योंकि मेरे शौहर ने तेरी बीवी की बुर में लौड़ा घुसा दिया है और वह मजे से चोद रहा है।
अब आज देखो किस तरह हॉल में लोग एक दूसरे की बीवी बेधड़क चोद रहें हैं. मैं पहले आपको सबके नाम बता दूँ।
- मैं फ़िरोज़ा मेरा शौहर जावेद
- मेरी दीदी रज़िया और मुनीर
- सास नफीसा और अब्दुल
- नन्द निगार और नबील
- अम्मी नाज़िया और रियाज़
- मामी वहीदा और रहमान
- खाला समीना और ज़हीर
मैं अपने जीजू से चुदवाने लगी। यानी मुनीर जावेद की बीवी चोद रहा है। मेरा ससुर अब्दुल मुनीर की बीवी यानी मेरी दीदी की बुर ले रहा है। अब्दुल की बीवी यानी मेरी सास के भोसड़ा में मेरा खालू अपना लण्ड पेले हुए चोद रहा है। मेरा मामू मादर चोद मेरी नन्द की बुर लेने में जुटा है। अम्मी तो मेरे मियां के लण्ड पर बैठी ही थीं। अब लण्ड से उतर कर लण्ड अपने भोसड़ा में घुसा लिया है। अपनी बेटी के मियां से चुदवाने का लुत्फ़ उठा रहीं हैं। मेरा नंदोई मेरी मामी की बुर चोद रहा है और मेरे अब्बू ने अपना लण्ड मेरी खाला के भोसड़ा में पेल रखा है। अब्बू भी सबके सामने ज़हीर की बीवी यानी मेरी खाला का भोसड़ा चोदने का मज़ा लूट रहा है। इस तरह की चुदाई भला किसको पसंद नहीं आएगी ? अभी ये सब एक चूत से लण्ड निकाल कर दूसरे की बीवी की चूत मे घुसेड़ देंगें। यहाँ हर एक मरद को ६ बीवियों की बुर चोदनी है। इसमें वख्त तो लगेगा। लेकिन चुदाई तब तक होती रहेगी जब तक सब लोग सबकी बीवी चोद न लें। बीवियां भी बुर चोदी तब तक सबसे चुदवाती रहेंगीं जब तक की वे सबके लण्ड अपनी चूत में पेलवा न लें।
इसको कहतें है "बीवियों की सामूहिक अदला बदली" यानी "wife swapping in group"
कमरे में चारों ओर चुदाई ही चुदाई हो रही थी। हर तरफ से चुदाई की आवाज़ें आ रहीं थीं। साथ साथ सबके मन की बातें भी मुंह से निकल रहीं थीं और कुछ मन की बातें मन में रह जातीं थीं। सब लोग अपनी अपनी बीवी को देख रह थे की वह किसी तरह से पराये मरद से चुदवाती है और बीवियां भी अपने अपने शौहर को देख रहीं थीं की वह परायी बीवी कैसे चोदता है ? साथ ही साथ हर बीवी की नज़र हर मरद की लण्ड पर भी थी। वह अपनी नज़रों से देख रही थीं की किसका लण्ड ज्यादा अच्छा होगा चोदने में और किसका लण्ड कम अच्छा होगा। मरद भी अपने मन में सोंच रहे थे की किसकी बुर चोदने में ज्यादा मज़ा आएगा। किसी की चूँचियाँ चोदने में मज़ा आएगा और किसकी गांड मारने में मज़ा आएगा ? किसके मुंह में लौड़ा पेलने में ज्यादा मज़ा आएगा और चूत चाटने में ज्यादा मज़ा आएगा।
इतनी बड़े चुदाई के दंगल में लोग कुछ न कुछ बोल भी रहे हे। आप भी सुनिए :-
सबसे पहले अम्मी बोली फ़िरोज़ा तेरी माँ का भोसड़ा तूने तो आज कमाल ही कर दिया। सबकी बुर एक साथ चुदवा दी वह भी खुल्लम खुल्ला ,,,,,, सास बोली हाय फ़िरोज़ा बहू, तेरी नन्द की माँ की चूत बहन चोद इसी तरह की चुदाई आज मैं पहली बार देख रही हूँ। मज़ा तो खूब आ रहा है यह देखने में की मेरी बेटी किसी और से चुदवा रही है और मैं किसी और से चुदवा रही हूँ, मेरी बहू बुर चोदी किसी और का लण्ड पी रही है ,,,, नन्द बोली भाभी जान तेरी सास की बिटिया की बुर ,,,,,आज तो चुदाई का मेला लगा है बहन चोद ,,,, खाला ने कहा फ़िरोज़ा तेरी माँ की बहन का भोसड़ा मुझे नहीं मालूम था की तू इतनी बड़ी बुर चोदी है। सबकी बुर में गैर मरद का लौड़ा पेलवा देगी ,,,,,यहाँ तो बेटी बहू बीवी सब भोसड़ी वाली रंडी की तरह चुदवा रही हैं,,,,, मामी ने कहा कुछ भी हो आज तो मुझे चुदवाने से ज्यादा सबकी चुदाई देखने में मज़ा आ रहा है,,, दीदी ने कहा फ़िरोज़ा तेरा भोसड़ी का ससुर मुझे अपनी बीवी समझ के भकाभक चोद रहा है। बड़ा हरामजादा है तेरा ससुर। ये तो अपनी बेटी की भी बुर लेता है। कहता है की बेटी भी किसी की बीवी है। मैं उसके शौहर की बीवी चोदता हूँ अपनी बेटी नहीं,,, मैंने कहा हां यार जैसे पीने वालों को कोई न कोई शराब पीने का बहाना बनाना होता है वैसे ही चोदने वालों को भी बुर चोदने के लिए कोईं कोई बहाना बनाना पड़ता है। ये मादर चोद मेरे ससुर का लण्ड खुदा ने कुछ अलग तरीके का बनाया है।
इतनी बेशर्मी से चुदाई हो रही थी जिसकी कोई हद नहीं। बीवियां कुछ न कुछ बोल बोल कर आग में भी का काम कर रहीं थीं. ऐसे में बीवियों के मुंह से गन्दी गन्दी बातें प्यारी प्यारी गालियां सुनकर लोगों को जोश बढ़ता जा रहा था।
आप भी सुनिए इनकी बातें :- फाड़ डालो मेरा भोसड़ा मेरा राजा ,,,,, मेरी माँ के आगे ही मेरी बुर चोद रहे हो भोसड़ी के ,,,,, है रे कितना मज़ा आ रहा है ,,,, पूरा लौड़ा घुसेड़ दो। पेल्हड़ भी पेल दो मेरी चूत ,,,, तेरा मादर चोद लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है बस चोदे जाओ,,,,,,, मेरी बेटी बुर चोदी देखो कितनी मस्ती से अपनी माँ चुदवा रही है ,,,,,,, मुझे रंडी की तरह चोदो ,,,,,, आज मैं सबके लण्ड पेलूँगी अपनी चूत में ,,,,, मेरी गांड में ठोंक दो लण्ड मैं उफ़ भी नहीं करूंगी ,,,,,,, तेरा लण्ड साला बहुत मोटा है यार ,,,,,, मेरी नन्द भोसड़ी की बड़ी चुदक्कड़ है , शादी किसी और से किया और चुदवा किसी और से रही है ,,,,,, तेरा लौड़ा तो असरफ के लौड़े की तरह चोद रहा है ,,,,,,, मैं तेरी ही बीवी हूँ यार मुझे हचक हचक के चोदो ,,,,,, मेरी बिटिया की बुर चोद रहे हो माँ के लौड़े ,,,,,, तू भोसड़ी का मेरे बाप की उम्र है और मेरी बुर ले रहा है ठीक है ले लो पर ठीक से लो ,,,,, खूब अच्छी तरह चोदो मुझे नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी ,,,, पहले मेरी बुर चाटो यार लौड़ा बाद में पेलो ,,,,, लो मेरी चूचियां चोदो। घुसेड़ दो अपना लण्ड इनके बीच ,,,,
बीवी, बहू हो बेटियां, चोदो सबकी चूत
सबकी सब हैं बीवियां, चुदवायेंगीं खूब
थोड़ी देर में मेरे मियां ने मेरी अम्मी की चूत से लण्ड निकाल कर मेरी दीदी की बुर में घुसेड़ दिया , दीदी भी मजे से उससे चुदवाने लगी, मेरा जीजू जो मुझे चोद रहा है अब उसने लण्ड मेरी सास के भोसड़ा में पेल दिया। सास भी बुर चोदी भचर भचर चुदवाने लगी। मेरी नन्द भोसड़ी की बहुत ज्यादा ही मस्त निकली। उसने हाथ बढ़ाकर अपने ही अब्बा का लण्ड पकड़ लिया , मेरा ससुर भी मादर चोद अपनी ही बेटी के ऊपर चढ़ बैठा और पेल दिया लण्ड उसकी बुर में ? वह अपनी बेटी की बुर सबके सामने चोदने लगा। ऐसे में न लण्ड कोई रिश्ते की परवाह करता है और न चूत , मेरा नंदोई ने लण्ड मामी की बुर से निकाल कर मेरी माँ के भोसड़ा घुसा दिया। , उसे भी मेरी माँ चोदने का मौका मिल गया। उधर मेरे अब्बू ने लण्ड मामी की चूत में पेला और धकाधक चोदने लगा। पहले वह मेरी खाला की बुर ले रहा था। मामू ने अपना लण्ड मेरी खाला के भोसड़ा में ठोंक दिया। उधर खालू ने लण्ड मेरी सास के भोसड़ा ने निकाल कर मेरी चूत में घुसेड़ दिया। लण्ड घुसते ही मैंने कहा हाय मेरे मामू जान चोद लो मेरी बुर चोदी बुर मैं जानती हूँ की मेरा अब्बू तेरी बेटी की बुर में लौड़ा पेलता है और तेरी बीवी का भोसड़ा भी चोदता है।
लण्ड की इस तरह अदला बदली से चुदाई में एक नयी ताज़गी आ गयी. लोग अब और जोर शोर से दूसरों की बीवियां चोदने लगे। बीवियां भी भोसड़ी की सब इस बार और मस्ती से गैर मर्दों से चुदवाने लगीं।
दोस्तों, यह वीडियो जरूर देखिएगा , You will enjoy .
अगले दिन अचानक मैं अपने शौहर के साथ अपनी दोस्त गौहर खान के घर चली गयी। उसने मेरा वेलकम किया और प्यार से बैठाया। वह केवल एक शाल लपेटे हुए थी। अंदर बैठते ही वह मुझे अंदर कमरे में ले गयी बोली चलो तुम्हे एक चीज दिखाती हूँ। तुम बहुत अच्छे मौके से आ गयी हो फ़िरोज़ा। मैं अंदर जैसे ही घुसी तो मैंने देखा की एक लड़की एकदम नंगी नंगी बीच में बैठी हुई दो लड़कों के लण्ड पकड़ के प्यार से हिला रही है। मैं समझ गयी की यहाँ चुदाई हो रही है या फिर होने वाली है। मैं उसके शौहर को तो जानती थी और किसी को नहीं। मेरी नज़र उसके मियां के लण्ड पर पड़ी तो मेरी चूत की आग धकधकने लगी। इतने में गौहर बोली ये है मेरे मियां का दोस्त मासूक और ये इसकी बीवी हुमा खान। मेरे शौहर रज़ा को तुम जानती हो। मैं अपने मियां के दोस्त से चुदवा रही थी और मेरा मियां अपने दोस्त की बीवी चोद रहा था।
अब तुम आ गयी हो तो शामिल हो जाओ। ऐसा कह कर उसने मेरे शौहर को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मैं भी जोश में आ गयी तो मैं मासूक का लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी और तब उसकी बीवी हुमा रज़ा का लण्ड चाटने लगी। गौहर ने कहा यार फ़िरोज़ा हमारे घर के हर रोज़ उसी तरह बीवियों की अदला बदली होती है। यहाँ लोग हर दिन दूसरों की बीवियां चोदते हैं और ग्रुप में ही चोदते है। मैं तो कहती हूँ की तुम भी इसी तरह आ जाया करो। फिर मैंने भी मासूक और रज़ा से खूब चुदवाया. उधर मेरे मियां ने उन दोनों बीवियों की बुर मजे से चोदा ।
एक दिन मेरी एक दोस्त पायल का फोन आ गया। उसने मुझे हसबैंड के साथ डिनर पर इन्वाइट किया। अगले दिन मैं अपने शौहर जावेद के साथ पहुँच गयी। वह मुझे देख कर बहुत खुश हो गयी। मेरा मियां उससे मिलकर बहुत खुश हुआ। फिर हमारी बातें होने ल;अगिन लगीं. उसका पति कहीं बाज़ार गया था। बातों बातों में वह बोली यार फ़िरोज़ा मैं अब सेक्स पार्टियों के खूब जाती हूँ और एन्जॉय करती हूँ।
अचानक पायल का फोन आ गया। वह बोली हां नेहा बोलो क्या हो रहा है ? वह बोली यहाँ बीवियों की अदला बदली हो रही है। तभी तुम्हारी याद आ गयी तो मैंने फोन कर दिया। सच पूंछो तो मुझे तेरे मियां के लण्ड की याद आ गई। पायल ने पूंछा वहां कौन कौन है। नेहा ने बताया - मैं मौसा से चुदवा रही हूँ, मेरी मौसी फूफा का लण्ड पी रहीं हैं और बुआ मेरे पति का लण्ड अपनी चूँचियों के बीच पेले हुए हैं। बड़ा मज़ा आ रहा है यार तुम होती तो और मज़ा आता। पायल ने कहा हां यार अगर इसी मौके पर मैं भी तेरे मौसा और फूफा से चुदवा लेती तो कितना अच्छा होता ? पर चलो अगली बार आऊंगी। अभी मैं भी यहाँ किसी ग़ैर मरद का लण्ड चाट रही हूँ और मेरा पति उसकी बीवी की बुर।
फिर तो सच में रंजीत मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। मुझे लण्ड चाटने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मेरे सामने मेरा मिया और पायल भी हमारी ही पोजीशन में लेटे थे। पायल बोली यार फ़िरोज़ा आज मैं पहली बार कोई मुस्लिम पी रही हूँ। मैं तो कहती हूँ की अब तुम अपने कुनबे के और भी लण्ड पिलाओ मुझे। मैंने कहा हां यार हमारे घर में लण्ड की कमी नहीं है। सबसे बढ़िया तो मेरे ससुर का लण्ड है। मेरे अब्बा का लण्ड है ? और भी कई लण्ड है चाहे जिसका लण्ड पियो ? वह बोली क्या कह रही है तू ? ससुर का लण्ड तो समझ सकती हूँ पर तू अपने अब्बू का लण्ड कैसे जानती है ? वह बोली अरे यार रात में सब बीवियां सबके लण्ड लेती हैं। मैं एक बीवी हूँ और मैं अपनी अम्मी के मियां का लण्ड पकड़ लेती हूँ तो इसमें हर्ज़ ही क्या है। ऐसा हमारे यहाँ होता है और कोई इसे बुरा नहीं मानता। मेरी नन्द भोसड़ी वाली अपने अब्बू का लण्ड पीती है। पायल ने पूंछा तो फिर क्या तेरी अम्मी तेरे मिया का लण्ड ,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां हां मेरी अम्मी बुर चोदी मेरे मियां का लण्ड अपने
भोसड़ा में घुसेड़ती है और भकाभक चुदवाती है। वह बोली बाप रे बाप ऐसा भी होता है ? मैंने कहा अरे यार लण्ड में किसी का नाम लिखा होता है क्या ? लण्ड में कोई रिस्ता लिखा होता है क्या ? यही लण्ड अगर अँधेरे में कोई पकड़ लेगी तो वह अपनी चूत में घुसा लेगी की नहीं ? मेरी दलील से वह निरुत्तर हो गयी।
इतने में रंजीत ने लण्ड मेरी चूत पेला तो मज़ा आ गया। मैंने कहा वाओ, बड़ा मोटा है तेरा रंजीत बाबू ? फाड़ डालेगा मेरी चूत। उधर मेरे शौहर ने भी पायल की बुर में घुसा दिया लण्ड वह भी बड़ी बेरहमी से चोदने लगा। लण्ड जब पायल की चूतमे चिपक कर घुसा तो वह चिल्ला उठी उई माँ फटगयी मेरी बुर। ऐसा लौड़ा तो माइए पहले कभी नहीं देखा। अरे यार धीरे धीरे पेलो न लण्ड ? मैं कही भागी नहीं जा रही हूँ। अच्छी तरह चुदवा कर ही जाऊंगी। हम दोनों एक दूसरे के हसबैंड से झमाझम चुदवाने लगीं। पायल बोली फ़िरोज़ा तेरा मेमियां तो बिलकुल जैकब अंकल की तरह चोद रहा है। वह भी भोसड़ी का इसी तरह चोदता है। मैंने कहा पायल सच कहूं मुझे यकीन नहीं था की कोई ग़ैर मुस्लिम लण्ड इतना बढ़िया होता है और इतनी अच्छी तरह चोदता है। हमारे यहाँ इन मुल्लाओं ने हम सब बीवियों को डरा रखा है की ग़ैर मुस्लिम लण्ड में कोई दम नहीं होती। तुम चुदवाओगी तो चुदासी रह जाओगी इसलिए जब भी चुदवाना हो तो मुस्लिम लण्ड से ही चुदवाना। इस तरह मुल्लाओं का चोदने का सिलसिला चलता रहता है। इन्हे किसी की भी बीवी, बेटी, माँ, बहू, नन्द, सास, देवरानी,जेठानी की बुर चोदने में कोई शर्म नहीं आती ? ये साले मादर चोद हम औरतों को दबा आकर रखतें हैं। आखिर में जब लण्ड झड़ने लगे तो हम दोनों ने एक दूसरे के हसबैंड लण्ड खूब मस्ती से चाटा।
एक दिन अचानक मेरे कॉलेज का दोस्त करीम आ गया। मैं उससे बातें करने लगी और खुल कर करने लगी क्योंकि मैं उसका लण्ड पीती थी। मैंने कहा तेरी शादी हो गयी है तो अब कैसा लग रहा है ? वह बोला यार फ़िरोज़ा पहली बात तो मेरी बीवी बहुत खूबसूरत है। उसे लण्ड पीने की आदत है। वह भी लण्ड बिलकुल तुम्हारी तरह ही पीती है। सुहागरात में ही उसने कह दिया था की मैं तेरे दोस्तों के लण्ड पियूँगी। मेरा ट्राँसफर जब दिल्ली हो गया तो वह लण्ड के लिए तड़पने लगी। मुझसे हर रोज़ कहती कोई दोस्त मिला ? तब मैंने कुछ दोस्तों से बात की। मुझे मालूम हुआ की यहाँ दिल्ली में लोग बीवियों की अदला बदली खूब करतें हैं। तेरी बीवी खूबसूरत है इसलिए तुझे उन पार्टियों में आसानी से जाने का मौका मिल जायेगा। मैंने फिर उन पार्टियों का पता लगा लिया और एक दिन अपनी बीवी को लेकर पहुँच गया। सब लोग मेरी बीवी को देख कर ललचा उठे। २/३ लोग उसके कपड़े उतार कर उसे नंगी करने लगे और तब उनकी बीवियां मेरे पास आकर मेरे कपड़े खोलने लगीं। मैं भी नंगा हो गया तो वे सब मेरा लण्ड पीने लगीं उधर मेरी बीवी भी नंगी नंगी उन सबके लण्ड पीने लगी। मेरी बीवी भी खुश और मैं भी खुश। मेरी बीवी ने रात भर सबसे खूब चुदवाया और मैंने भी उनकी बीवियां खूब जम कर चोदीं।
तब मुझे मालूम हुआ की इस तरह का बीवियों की अदला बदली का खेल घर घर में होता है बस सम्बन्ध बनाने की जरुरत है।
एक दिन मेरी एक दोस्त पायल का फोन आ गया। उसने मुझे हसबैंड के साथ डिनर पर इन्वाइट किया। अगले दिन मैं अपने शौहर जावेद के साथ पहुँच गयी। वह मुझे देख कर बहुत खुश हो गयी। मेरा मियां उससे मिलकर बहुत खुश हुआ। फिर हमारी बातें होने ल;अगिन लगीं. उसका पति कहीं बाज़ार गया था। बातों बातों में वह बोली यार फ़िरोज़ा मैं अब सेक्स पार्टियों के खूब जाती हूँ और एन्जॉय करती हूँ।
- मैंने पूंछा - पार्टी किस तरह की होती है?
- वह बोली - आजकल का ज़माना "wife swapping" और "husband swapping" का ज़माना है। हर दूसरे घर के यह खेल होता है। याद करो हम कॉलेज में 4 पक्की दोस्त थी। दो की शादी हो जाने के बाद वो "wife swapping" में जाने लगीं। मैं भी शादी के ६ महीने के बाद ही "wife swapping" का खेल खेलने लगी और मुझे मालूम हुआ है की तुम भी ,,,,,,,,, ? क्या यह सच है ?
- मैंने कहा - हां यार यह सच्च है। मैं भी गैर मर्दों से चुदवाती हूँ और मेरे शौहर दूसरों की बीवियां चोदता है। वह भी खुश और मैंभी खुश ?
- वह बोली - देखो फ़िरोज़ा, मैंने आजतक कोई मुस्लिम लण्ड नहीं देखा। तभी मुझे तेरे ख्याल आया तो बुला लिया। तुम अगर कहो तो मैं आज मुस्लिम लन्ड का मज़ा ले लूं।
- मैं मुस्कराकर बोली - हां बिलकुल ले लो। और मैंने भी आजतक कोई ग़ैर मुस्लिम लण्ड देखा। हमेशा कटा लण्ड ही देखती आ रही हूँ। आज देखूँगी तो मज़ा आएगा।
अचानक पायल का फोन आ गया। वह बोली हां नेहा बोलो क्या हो रहा है ? वह बोली यहाँ बीवियों की अदला बदली हो रही है। तभी तुम्हारी याद आ गयी तो मैंने फोन कर दिया। सच पूंछो तो मुझे तेरे मियां के लण्ड की याद आ गई। पायल ने पूंछा वहां कौन कौन है। नेहा ने बताया - मैं मौसा से चुदवा रही हूँ, मेरी मौसी फूफा का लण्ड पी रहीं हैं और बुआ मेरे पति का लण्ड अपनी चूँचियों के बीच पेले हुए हैं। बड़ा मज़ा आ रहा है यार तुम होती तो और मज़ा आता। पायल ने कहा हां यार अगर इसी मौके पर मैं भी तेरे मौसा और फूफा से चुदवा लेती तो कितना अच्छा होता ? पर चलो अगली बार आऊंगी। अभी मैं भी यहाँ किसी ग़ैर मरद का लण्ड चाट रही हूँ और मेरा पति उसकी बीवी की बुर।
फिर तो सच में रंजीत मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। मुझे लण्ड चाटने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मेरे सामने मेरा मिया और पायल भी हमारी ही पोजीशन में लेटे थे। पायल बोली यार फ़िरोज़ा आज मैं पहली बार कोई मुस्लिम पी रही हूँ। मैं तो कहती हूँ की अब तुम अपने कुनबे के और भी लण्ड पिलाओ मुझे। मैंने कहा हां यार हमारे घर में लण्ड की कमी नहीं है। सबसे बढ़िया तो मेरे ससुर का लण्ड है। मेरे अब्बा का लण्ड है ? और भी कई लण्ड है चाहे जिसका लण्ड पियो ? वह बोली क्या कह रही है तू ? ससुर का लण्ड तो समझ सकती हूँ पर तू अपने अब्बू का लण्ड कैसे जानती है ? वह बोली अरे यार रात में सब बीवियां सबके लण्ड लेती हैं। मैं एक बीवी हूँ और मैं अपनी अम्मी के मियां का लण्ड पकड़ लेती हूँ तो इसमें हर्ज़ ही क्या है। ऐसा हमारे यहाँ होता है और कोई इसे बुरा नहीं मानता। मेरी नन्द भोसड़ी वाली अपने अब्बू का लण्ड पीती है। पायल ने पूंछा तो फिर क्या तेरी अम्मी तेरे मिया का लण्ड ,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां हां मेरी अम्मी बुर चोदी मेरे मियां का लण्ड अपने
इतने में रंजीत ने लण्ड मेरी चूत पेला तो मज़ा आ गया। मैंने कहा वाओ, बड़ा मोटा है तेरा रंजीत बाबू ? फाड़ डालेगा मेरी चूत। उधर मेरे शौहर ने भी पायल की बुर में घुसा दिया लण्ड वह भी बड़ी बेरहमी से चोदने लगा। लण्ड जब पायल की चूतमे चिपक कर घुसा तो वह चिल्ला उठी उई माँ फटगयी मेरी बुर। ऐसा लौड़ा तो माइए पहले कभी नहीं देखा। अरे यार धीरे धीरे पेलो न लण्ड ? मैं कही भागी नहीं जा रही हूँ। अच्छी तरह चुदवा कर ही जाऊंगी। हम दोनों एक दूसरे के हसबैंड से झमाझम चुदवाने लगीं। पायल बोली फ़िरोज़ा तेरा मेमियां तो बिलकुल जैकब अंकल की तरह चोद रहा है। वह भी भोसड़ी का इसी तरह चोदता है। मैंने कहा पायल सच कहूं मुझे यकीन नहीं था की कोई ग़ैर मुस्लिम लण्ड इतना बढ़िया होता है और इतनी अच्छी तरह चोदता है। हमारे यहाँ इन मुल्लाओं ने हम सब बीवियों को डरा रखा है की ग़ैर मुस्लिम लण्ड में कोई दम नहीं होती। तुम चुदवाओगी तो चुदासी रह जाओगी इसलिए जब भी चुदवाना हो तो मुस्लिम लण्ड से ही चुदवाना। इस तरह मुल्लाओं का चोदने का सिलसिला चलता रहता है। इन्हे किसी की भी बीवी, बेटी, माँ, बहू, नन्द, सास, देवरानी,जेठानी की बुर चोदने में कोई शर्म नहीं आती ? ये साले मादर चोद हम औरतों को दबा आकर रखतें हैं। आखिर में जब लण्ड झड़ने लगे तो हम दोनों ने एक दूसरे के हसबैंड लण्ड खूब मस्ती से चाटा।
एक दिन अचानक मेरे कॉलेज का दोस्त करीम आ गया। मैं उससे बातें करने लगी और खुल कर करने लगी क्योंकि मैं उसका लण्ड पीती थी। मैंने कहा तेरी शादी हो गयी है तो अब कैसा लग रहा है ? वह बोला यार फ़िरोज़ा पहली बात तो मेरी बीवी बहुत खूबसूरत है। उसे लण्ड पीने की आदत है। वह भी लण्ड बिलकुल तुम्हारी तरह ही पीती है। सुहागरात में ही उसने कह दिया था की मैं तेरे दोस्तों के लण्ड पियूँगी। मेरा ट्राँसफर जब दिल्ली हो गया तो वह लण्ड के लिए तड़पने लगी। मुझसे हर रोज़ कहती कोई दोस्त मिला ? तब मैंने कुछ दोस्तों से बात की। मुझे मालूम हुआ की यहाँ दिल्ली में लोग बीवियों की अदला बदली खूब करतें हैं। तेरी बीवी खूबसूरत है इसलिए तुझे उन पार्टियों में आसानी से जाने का मौका मिल जायेगा। मैंने फिर उन पार्टियों का पता लगा लिया और एक दिन अपनी बीवी को लेकर पहुँच गया। सब लोग मेरी बीवी को देख कर ललचा उठे। २/३ लोग उसके कपड़े उतार कर उसे नंगी करने लगे और तब उनकी बीवियां मेरे पास आकर मेरे कपड़े खोलने लगीं। मैं भी नंगा हो गया तो वे सब मेरा लण्ड पीने लगीं उधर मेरी बीवी भी नंगी नंगी उन सबके लण्ड पीने लगी। मेरी बीवी भी खुश और मैं भी खुश। मेरी बीवी ने रात भर सबसे खूब चुदवाया और मैंने भी उनकी बीवियां खूब जम कर चोदीं।
तब मुझे मालूम हुआ की इस तरह का बीवियों की अदला बदली का खेल घर घर में होता है बस सम्बन्ध बनाने की जरुरत है।
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