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यह सुनकर मैं अपने कपड़े उतारने लगी - Ye sunkar main apne kapde utarne lagi
यह सुनकर मैं अपने कपड़े उतारने लगी - Ye sunkar main apne kapde utarne lagi , interview mein chudai , इंटरव्यू में नौकरी के लिए चुदाई , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मैं बड़ी देर तक उसे ब्लो जॉब देती रही। जब लण्ड पूरे ताव पर आ गया और गीला हो गया तो मैं उसके ऊपर चढ़ बैठी। लण्ड पूरा मेरी चूत में घुस गया तो मैं मर्दों की तरह थोड़ा झुक कर लण्ड चोदने लगी। अपनी गांड उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। इंटरव्यू लेने वाले तीनो भोसड़ी के बिना पलक झपकाए मुझे देखने लगे और मैं सारी दुनियां भूलकर जी जान से लण्ड चोदने में जुट गई। क्योंकि यह मेरी ज़िन्दगी का सवाल था। लण्ड भी मुझे पसंद आ गया और उसका साइज भी। मैडम ने कहा ओ के मेनका हो गया। मैंने कहा नहीं मैडम अब तो पूरा चोद कर ही उठूंगी। लण्ड का तेल निकाल कर ही दम लूंगी। मैंने चोदने की रफ्तार तेज कर दी। तब वह बोला वाओ मैं अब निकलने वाला हूँ। तब मैं लण्ड से उतरी और बगल में घुटनो के बल बैठ गयी उसे खड़ा कर दिया। मैं अपना मुंह खोले हुए लण्ड मुठ्ठी ले लेकर सड़का मारने लगी। बस एक ही मिनट में वह झड़ गया और सारा वीर्य मेरे मुंह में उड़ेल दिया। मैं भी मस्ती से पी लिया सीमेन और फिर लण्ड का सुपाड़ा बिल्ली की तरह जबान निकाल निकाल कर चाटने लगी।
मैं फिर बाथ रूम गयी और फ्रेश होकर बाहर आ गयी। मैडम ने कहा मेनका तुम्हारी नौकरी पक्की हो गयी है। यह लो अपॉइंटमेंट लेटर , कल से ड्यूटी पर आ जाना। तुम्हारी सैलरी होगी 50,000 /- रुपये महीने। देखो यह एक पोर्नोग्राफिक कंपनी है। यहाँ पोर्नोग्राफिक मटेरियल बनाया जाता है। जिसमे चुदाई की तश्वीरें, चुदाई के किस्से कहानियां, मैगज़ीन, ब्लू फिल्म जिन्हे विदेशी में भी भेजा जाता है। मुझे यकीन है की तुम अच्छी तरह इन ब्लू फिल्मो में काम करोगी और कंपनी का नाम ऊंचा करोगी। अभी तुम्हारी प्यारी प्यारी गालियां टेप की जाएँगी , तुम्हारी आवाज़ में सेक्स की कहानियां टेप की जाएँगी और उन्हें विदेशी में भेजा जायेगा। तुम्हारी नंगी नंगी फोटो ली जाएँगी और उन्हें भी बाहर भेजा जायेगा , तुम्हे कोई ऐतराज़ हो तो बताओ।
मैंने कहा - नहीं मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है बल्कि ख़ुशी है।
मैडम ने कहा - मेनका, अगर तुम्हे अपनी माँ चुदानी हो तो उसे भी यहाँ ले आओ। मैं उसका भी इंटर व्यू लूंगी अगर वह भी अच्छा चुदवायेगी तो उसे भी नौकरी दे दूँगी।
सच बताऊँ दोस्तों, मैं एक गरीब घराने की लड़की हूँ। मेरे पापा बहुत पहले एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए थे। मेरी मम्मी ने किसी तरह मुझे पढ़ाया लिखाया और मैं भी मेहनत करके आगे बढ़ी। पढ़ने के बाद मैं नौकरी के लिए इधर उधर घूमती रही। किसी ने मुझे नौकरी नहीं दी। सब भोसड़ी वाले मेरी माँ चोदते रहे, मेरी गांड मारते रहे। फिर मैंने ठान लिया की मैं एक न एक दिन नौकरी ढूंढ ही लूंगी। मुझे इस कंपनी के बारे में मालूम था। मैं यह भी जानती थी की इसमें सब सेक्स के काम ही होतें हैं। इसलिए मैं सब कुछ करने की हिम्मत पहले से ही जुटा चुकी थी। मैंने सोंच लिया था की अगर वो मुझसे चुदवाने को कहेंगें तो मैं चुदवा भी लूंगी। हुआ भी यही और मैं आखिर कार कामयाब हो गयी। थैंक्स टू गॉड !
मैंने जब यह बात मम्मी को बताई तो बहुत खुश हुई और खुद जाने के लिए तैयार हो गयीं।
मम्मी देखने में मेरी माँ नहीं बल्कि मेरी बड़ी बहन लगती हैं। वह अभी भी २५/२६ सालकी लड़की लगती हैं। मम्मी का नाम है मिसेज राधिका। उसने अपने आपको इतना मेंटेन किया है। हालांकि उसकी चूँचियाँ मेरी चूँचियों से बड़ी हैं, उसके चूतड़ भी बड़े हैं और बड़ी बड़ी आँखें उसकी खूबसूरती बढ़ातीं हैं। मैं उसे लेकर ऑफिस पहुँच गयी और फिर उसी मैडम से मिली। उसने हम दोनों को बैठाया और फिर हमारे समाने वही तीनो लोग आ गए जिन्हीने मेरा इंटरव्यू लिया था। मैडम ने पूंछा मिसेज राधिका तुमको मालूम है की तेरी बेटी ने यहाँ क्या क्या किया था ?
मम्मी - हां मुझे मालूम है सब। मेरी बेटी ने मुझे सब साफ़ साफ़ बता दिया है।
मैडम - तेरी बेटी ने कहा था की वह किसी के भी लण्ड पर बैठ सकती है। क्या तुम भी किसी के लण्ड पर बैठ सकती हो।
मम्मी - हां बिलकुल बैठ सकती हूँ.
मैडम - तुम्हे कोई शर्म नहीं आएगी अपनी बेटी के सामने ?
मम्मी - नहीं बिलकुल नहीं आएगी।
मैडम - तुमको कुछ गालियां देनी पड़ेगीं, गन्दी गन्दी बातें करनी पड़ेगीं, हो सकता है की तुम्हे अपनी बेटी के सामने चुदवाना भी पड़े तो भी कोई शर्म नहीं आएगी तुम्हे ?
मम्मी - नहीं आएगी मैं इसके सामने चुदवा लूंगी।
मैडम - अगर गालियां देनी पड़ीं तो।
मम्मी - मेनका की माँ का भोसड़ा ? मेनका की माँ की बिटिया की बुर ? मेनका भोसड़ी वाली क्या मेरी झांटें उखाड़ लेगी ? मेनका की बुर उसकी माँ की चूत ? इससे क्या शर्माना मैडम जी ये तो खुद मेरे भोसड़ा में लण्ड पेलती है, बुर चोदी ?
मैडम - तो फिर सर का लण्ड पीकर दिखाओ, राधिका ।
मैडम के बगल में सर बैठे थे मम्मी घूम कर उसके पास गयीं और लण्ड पैंट से बाहर निकाल लिया। उसे हिलाया और फिर मुंह में भर लिया। मम्मी ने जिस तरह लण्ड मुंह में लिया, उसका सुपाड़ा चाटा उसका सड़का लगाया उससे सर खुद ही सिसियाने लगे और बोले अब मैं खलास हो जाऊंगा , मम्मी ने कहा हो जा न खलास मादर चोद मेरे मुंह में। मैं सब पी जाऊंगी। मम्मी को भी उतनी रकम की नौकरी मिल गयी जितनी की मुझे मिली थी। हम दोनों ख़ुशी ख़ुशी घर वापस आ गयीं।
बस दो साल में ही मेरी माली हालत बहुत अच्छी हो गयी। मैंने घर बनवा लिया, दो कार खरीद ली। ड्राइवर रख लिया और ठाठ से रहने लगी। इसका कारन यह था की हमारी ब्लू फ़िल्में विदेशों में बहुत चलने लगीं। मेरी नंगी नंगी तश्वीरें, लण्ड पकड़े हुए तश्वीरें, लण्ड पीते हुए, लण्ड चाटते हुए, लण्ड चोदते चुदवाते हुए तश्वीरें खूब बिकीं और लोगों ने उन्हें हाथों हाथ लिया। मम्मी की भी नंगी तश्वीरें खूब धकाधक बिकीं। उनकी भी ब्लू फिल्मे भी खूब चलीं। मेरी आवाज़ में चुदाई की कहानियों ने तो तहलका मचा दिया, मेरी मस्त मस्त और निहायत गन्दी गन्दी गालियों के वीडियो खूब बिकने लगे और कंपनी को अनाप सनाप फायदा हुआ जिसका हिस्सा मुझे भी मिला और मेरी मम्मी को भी।
एक दिन मैं अकेली बैठी थी। मम्मी कहीं गईं थीं। मैं थोड़ा बोर भी हो रही थी। इतने मे मेरे पड़ोस से नमिता आ गयी।
फिर नमिता मेरी बुर चाटने लगी तो मैं दोनों लण्ड बारी से चूसने लगी। थोड़ी देर बाद नमिता ने शेरू का लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और वह मस्ती से मुझे चोदने लगा। उधर मैं नीरज का लण्ड मुंह में डाले हुए पीने लगी। मैं दो लण्ड से चुदवाकर खूब मज़ा लेती हूँ। दोनों मुझे बारी बारी से चोदते रहे और बीच बीच में नमिता मेरी बुर से लण्ड निकाल निकाल कर चाटती रही।
- मेनका बताओ तुम जॉब पाने के लिए क्या कर सकती हो ? किस हद तक जा सकती हो ?
- मैं किसी भी हद तक जा सकती हूँ, सर। किसी की भी माँ बहन चोद सकती हूँ, किसी के सामने नंगी हो सकती हूँ, किसी का भी लण्ड खुलेआम हिला सकती हूँ, झांटें बना सकती हूँ, मैं कुछ भी कर सकती हूँ, सर, यहाँ तक की मैं किसी के भी लण्ड पर भी बैठ सकती हूँ।
- और क्या क्या कर सकती हो तुम मेनका ?
- मैं अपनी माँ चुदवा सकती हूँ सर
- सच कह रही हो पीछे तो नहीं हटोगी ?
- नहीं, बिलकुल नहीं हटूंगी। आज़मा कर देख लो सर ?
- तब तक बीच में बैठी हुई एक महिला ने पूंछा - तुम्हे ये सब करने में कोई शर्म नहीं आएगी ?
- शर्म काहे की मैडम ? जब माँ चुदाने निकली हूँ तो फिर ठीक से माँ चुदवाऊंगी ? इसमें शर्म काहे की ? शर्म की तो माँ चोद देती हूँ मैं, मैडम ?
- तुमको गालियां देना आता है ?
- हां बिल्कुल देना आता है.
- कौन कौन सी गालियां दे लेती हो ज़रा दे के सुनाओ।
- मादर चोद, बहन चोद, तेरी माँ की चूत, तेरी बहन की बुर, भोसड़ी के, तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी हाथ भर का लण्ड, फाड़ डालूंगी तेरी माँ का भोसड़ा, कुत्ते, कमीने, गांडू कहीं का, बेटी चोद , माँ के लौड़े, तेरी बिटिया की बुर, उखाड़ लूंगी तेरी झांटें, गांड में ठोंक दूँगी लण्ड ?
- अरे वाह तुम तो सच में बड़ी तेज हो मेनका। अच्छा सुनो तुमने अभी अभी कहा की तुम किसी के लण्ड पर भी बैठ सकती हो ? तो क्या तुम यही हमारे सामने किसी के लण्ड पर बैठ कर दिखा सकती हो ?
- हां बिलकुल दिखा सकती हूँ। और भी जो कहोगी वह भी करके दिखा सकती हूँ।
- पहले लण्ड पर बैठ कर दिखाओ ? फिर आगे बताऊंगी। वो देखो तुम्हारे पीछे एक खड़ा है । तुम उसे नंगा करो उसका लण्ड खड़ा करो और फिर उसके लण्ड पर बैठ जाओ।
मैं बड़ी देर तक उसे ब्लो जॉब देती रही। जब लण्ड पूरे ताव पर आ गया और गीला हो गया तो मैं उसके ऊपर चढ़ बैठी। लण्ड पूरा मेरी चूत में घुस गया तो मैं मर्दों की तरह थोड़ा झुक कर लण्ड चोदने लगी। अपनी गांड उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। इंटरव्यू लेने वाले तीनो भोसड़ी के बिना पलक झपकाए मुझे देखने लगे और मैं सारी दुनियां भूलकर जी जान से लण्ड चोदने में जुट गई। क्योंकि यह मेरी ज़िन्दगी का सवाल था। लण्ड भी मुझे पसंद आ गया और उसका साइज भी। मैडम ने कहा ओ के मेनका हो गया। मैंने कहा नहीं मैडम अब तो पूरा चोद कर ही उठूंगी। लण्ड का तेल निकाल कर ही दम लूंगी। मैंने चोदने की रफ्तार तेज कर दी। तब वह बोला वाओ मैं अब निकलने वाला हूँ। तब मैं लण्ड से उतरी और बगल में घुटनो के बल बैठ गयी उसे खड़ा कर दिया। मैं अपना मुंह खोले हुए लण्ड मुठ्ठी ले लेकर सड़का मारने लगी। बस एक ही मिनट में वह झड़ गया और सारा वीर्य मेरे मुंह में उड़ेल दिया। मैं भी मस्ती से पी लिया सीमेन और फिर लण्ड का सुपाड़ा बिल्ली की तरह जबान निकाल निकाल कर चाटने लगी।
मैं फिर बाथ रूम गयी और फ्रेश होकर बाहर आ गयी। मैडम ने कहा मेनका तुम्हारी नौकरी पक्की हो गयी है। यह लो अपॉइंटमेंट लेटर , कल से ड्यूटी पर आ जाना। तुम्हारी सैलरी होगी 50,000 /- रुपये महीने। देखो यह एक पोर्नोग्राफिक कंपनी है। यहाँ पोर्नोग्राफिक मटेरियल बनाया जाता है। जिसमे चुदाई की तश्वीरें, चुदाई के किस्से कहानियां, मैगज़ीन, ब्लू फिल्म जिन्हे विदेशी में भी भेजा जाता है। मुझे यकीन है की तुम अच्छी तरह इन ब्लू फिल्मो में काम करोगी और कंपनी का नाम ऊंचा करोगी। अभी तुम्हारी प्यारी प्यारी गालियां टेप की जाएँगी , तुम्हारी आवाज़ में सेक्स की कहानियां टेप की जाएँगी और उन्हें विदेशी में भेजा जायेगा। तुम्हारी नंगी नंगी फोटो ली जाएँगी और उन्हें भी बाहर भेजा जायेगा , तुम्हे कोई ऐतराज़ हो तो बताओ।
मैंने कहा - नहीं मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है बल्कि ख़ुशी है।
मैडम ने कहा - मेनका, अगर तुम्हे अपनी माँ चुदानी हो तो उसे भी यहाँ ले आओ। मैं उसका भी इंटर व्यू लूंगी अगर वह भी अच्छा चुदवायेगी तो उसे भी नौकरी दे दूँगी।
सच बताऊँ दोस्तों, मैं एक गरीब घराने की लड़की हूँ। मेरे पापा बहुत पहले एक सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए थे। मेरी मम्मी ने किसी तरह मुझे पढ़ाया लिखाया और मैं भी मेहनत करके आगे बढ़ी। पढ़ने के बाद मैं नौकरी के लिए इधर उधर घूमती रही। किसी ने मुझे नौकरी नहीं दी। सब भोसड़ी वाले मेरी माँ चोदते रहे, मेरी गांड मारते रहे। फिर मैंने ठान लिया की मैं एक न एक दिन नौकरी ढूंढ ही लूंगी। मुझे इस कंपनी के बारे में मालूम था। मैं यह भी जानती थी की इसमें सब सेक्स के काम ही होतें हैं। इसलिए मैं सब कुछ करने की हिम्मत पहले से ही जुटा चुकी थी। मैंने सोंच लिया था की अगर वो मुझसे चुदवाने को कहेंगें तो मैं चुदवा भी लूंगी। हुआ भी यही और मैं आखिर कार कामयाब हो गयी। थैंक्स टू गॉड !
मैंने जब यह बात मम्मी को बताई तो बहुत खुश हुई और खुद जाने के लिए तैयार हो गयीं।
मम्मी - हां मुझे मालूम है सब। मेरी बेटी ने मुझे सब साफ़ साफ़ बता दिया है।
मैडम - तेरी बेटी ने कहा था की वह किसी के भी लण्ड पर बैठ सकती है। क्या तुम भी किसी के लण्ड पर बैठ सकती हो।
मम्मी - हां बिलकुल बैठ सकती हूँ.
मैडम - तुम्हे कोई शर्म नहीं आएगी अपनी बेटी के सामने ?
मम्मी - नहीं बिलकुल नहीं आएगी।
मैडम - तुमको कुछ गालियां देनी पड़ेगीं, गन्दी गन्दी बातें करनी पड़ेगीं, हो सकता है की तुम्हे अपनी बेटी के सामने चुदवाना भी पड़े तो भी कोई शर्म नहीं आएगी तुम्हे ?
मम्मी - नहीं आएगी मैं इसके सामने चुदवा लूंगी।
मैडम - अगर गालियां देनी पड़ीं तो।
मम्मी - मेनका की माँ का भोसड़ा ? मेनका की माँ की बिटिया की बुर ? मेनका भोसड़ी वाली क्या मेरी झांटें उखाड़ लेगी ? मेनका की बुर उसकी माँ की चूत ? इससे क्या शर्माना मैडम जी ये तो खुद मेरे भोसड़ा में लण्ड पेलती है, बुर चोदी ?
मैडम - तो फिर सर का लण्ड पीकर दिखाओ, राधिका ।
मैडम के बगल में सर बैठे थे मम्मी घूम कर उसके पास गयीं और लण्ड पैंट से बाहर निकाल लिया। उसे हिलाया और फिर मुंह में भर लिया। मम्मी ने जिस तरह लण्ड मुंह में लिया, उसका सुपाड़ा चाटा उसका सड़का लगाया उससे सर खुद ही सिसियाने लगे और बोले अब मैं खलास हो जाऊंगा , मम्मी ने कहा हो जा न खलास मादर चोद मेरे मुंह में। मैं सब पी जाऊंगी। मम्मी को भी उतनी रकम की नौकरी मिल गयी जितनी की मुझे मिली थी। हम दोनों ख़ुशी ख़ुशी घर वापस आ गयीं।
बस दो साल में ही मेरी माली हालत बहुत अच्छी हो गयी। मैंने घर बनवा लिया, दो कार खरीद ली। ड्राइवर रख लिया और ठाठ से रहने लगी। इसका कारन यह था की हमारी ब्लू फ़िल्में विदेशों में बहुत चलने लगीं। मेरी नंगी नंगी तश्वीरें, लण्ड पकड़े हुए तश्वीरें, लण्ड पीते हुए, लण्ड चाटते हुए, लण्ड चोदते चुदवाते हुए तश्वीरें खूब बिकीं और लोगों ने उन्हें हाथों हाथ लिया। मम्मी की भी नंगी तश्वीरें खूब धकाधक बिकीं। उनकी भी ब्लू फिल्मे भी खूब चलीं। मेरी आवाज़ में चुदाई की कहानियों ने तो तहलका मचा दिया, मेरी मस्त मस्त और निहायत गन्दी गन्दी गालियों के वीडियो खूब बिकने लगे और कंपनी को अनाप सनाप फायदा हुआ जिसका हिस्सा मुझे भी मिला और मेरी मम्मी को भी।
एक दिन मैं अकेली बैठी थी। मम्मी कहीं गईं थीं। मैं थोड़ा बोर भी हो रही थी। इतने मे मेरे पड़ोस से नमिता आ गयी।
- नमिता मेरे पास आयी और बोली - यार मेनका तेरी झांटें हैं ?
- मैंने कहा - अरे यार तू मेरी झांटों का बहन चोद क्या करेगी, भोसड़ी वाली, नमिता ?
- वो मैं बाद में बताऊंगी पर मुझे सच सच बताओ न की तेरी झांटें हैं कि नहीं ?
- पहले तू अपना मकसद बता तब मैं बताऊंगी।
- अरे यार, मेरा देवर आया हुआ है। वह मेरे पीछे पड़ा है। कहता है भाभी मुझे छोटी छोटी झांटों वाली बुर दिलवाओ ? अब मेरी तो झांटें बिलकुल साफ हैं। आज सवेरे ही बनाईं हैं, मेरी अम्मी जान भी सवेरे सवेरे अपनी झांटें छीले बैठी हुइ हैं। मेरी खाला की बेटी की छोटी छोटी झांटें हैं, मुझे मालूम है पर वह बुर चोदी शहर के बाहर गयी है। अब मेरा देवर साला नंगा नंगा अपना लण्ड खड़ा किये बैठा है। मुझे इस समय कोई छोटी छोटी झांटों वाली बुर मिल नहीं रही है।
- हां मेरी छोटी छोटी झांटें हैं। मैं चुदवा भी सकती हूँ पर मेरी एक शर्त है।
- अरे यार, तुम अपनी शर्त बताओ मैं उसे पूरा करूंगी पर तुम चलो और उससे चुदवा लो प्लीज।
- मैं एक लण्ड से नहीं दो लण्ड से चुदवाऊंगी।
- मुझे मंजूर है। मैं एक लण्ड का और इंतज़ाम कर लूंगी। बस तुम अभी चलो मेरे साथ।
फिर नमिता मेरी बुर चाटने लगी तो मैं दोनों लण्ड बारी से चूसने लगी। थोड़ी देर बाद नमिता ने शेरू का लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और वह मस्ती से मुझे चोदने लगा। उधर मैं नीरज का लण्ड मुंह में डाले हुए पीने लगी। मैं दो लण्ड से चुदवाकर खूब मज़ा लेती हूँ। दोनों मुझे बारी बारी से चोदते रहे और बीच बीच में नमिता मेरी बुर से लण्ड निकाल निकाल कर चाटती रही।
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