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चिड़ियाघर की मस्तानी झाडियों में चुदाई Chidiyaghar ki mastani jhadiyon me chut chudai
चिड़ियाघर की मस्तानी झाडियों में चुदाई Chidiyaghar ki mastani jhadiyon me chut chudai , पशु पक्षी दिखाने के बहाने चिड़ियाँ घर में ले जाकर चोद दी , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको अपनी बहुत सुहानी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जोकि आपको बहुत पसंद आएगी। मैंने अपने चिड़ियाघर में काम करने वाली सफाई करम चारी औरत की चुत वहीँ चिड़ियाघर में मारी और जोकि मेरे जीवन का सबसे मस्त वाला वक्त रहा था। मैं ऐसे तो अपने कॉलेज के दिनों में अक्सर ही कहीं – ना कहीं कॉलेज बंक मारकर घूमने चला जाया करता था और असली मस्त वाला मौका मुझे तब मिला जब मैंने एक चिड़ियाघर में जाने का प्लान बनाया। वहाँ सब दोस्त इधर – उधर घूम रहे थे तभी मेरी नज़र एक सफाई कर्मचारी पर पड़ी जोकि औरत थी और दिखने में बहुत ही जवान थी। अब जब वो झुकते हुए झाड़ू लगाया करती तो उसकी गांड का अलग ही माप आया करता था जोकि मुझे बहुत उकसाया करता जा रहा था।
नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको अपनी बहुत सुहानी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जोकि आपको बहुत पसंद आएगी। मैंने अपने चिड़ियाघर में काम करने वाली सफाई करम चारी औरत की चुत वहीँ चिड़ियाघर में मारी और जोकि मेरे जीवन का सबसे मस्त वाला वक्त रहा था। मैं ऐसे तो अपने कॉलेज के दिनों में अक्सर ही कहीं – ना कहीं कॉलेज बंक मारकर घूमने चला जाया करता था और असली मस्त वाला मौका मुझे तब मिला जब मैंने एक चिड़ियाघर में जाने का प्लान बनाया। वहाँ सब दोस्त इधर – उधर घूम रहे थे तभी मेरी नज़र एक सफाई कर्मचारी पर पड़ी जोकि औरत थी और दिखने में बहुत ही जवान थी। अब जब वो झुकते हुए झाड़ू लगाया करती तो उसकी गांड का अलग ही माप आया करता था जोकि मुझे बहुत उकसाया करता जा रहा था।
मैंने अपने दोस्तों से पेट दर्द के बहाने को मार उन्हें वहाँ से जाने को कहा और वहीँ रुक गया और फिर टहलता हुआ उसके पास भी पहुँच गया। मैं कुछ घूमता हुआ उससे बात करने की कोशिश करने लगा तो मेरे सवालों का जवाब देती हुई वो भी मुझसे बात करने लगी जिस पर मुझे पता चला की वो अपने घर का गुज़ारा चलाने के लिए मजबूरन इधर सफाई का काम करती है और घर की रोज़ी ही चला लेती है। आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैं तो हूँ अमीर बाप का लौंडा इसीलिए फ़ौरन किसी बहाने उसे ५०० की पाती पकडाई और कहा की वो थोडा और मुझे खुस कर सकती है तो मैं उसे ज्यादा रुपये दूँगा। वो उत्सुक होकर मेरे साथ जिस्मानी तालुकात जोड़ने पर तैयार भी हो गयी। मैंने पहले तो उसकी कमर को वहीँ पर काफी देर सहलाया और फिर उसे अंदर झाडी में ले जाकर उसकी गर्दन को चूमने लगा।
मैंने जैसे ही उसकी कुर्ती को उतारा तो उसकी नंगी कमर को देखकर मेरा लंड बिलकुल सख्ती में आ गया। कुछ ही देर में मैंने उसके ब्रा का हुक खोलते हुए उसके चुचों को अपने हाथों में ले लिया और चूसने लगा। वो भी अब गरम हो गयी अब मैं उसके होठों को भी अपने होठों के तले दबाकर चूसने लगा। मेरी उँगलियाँ अब उसकी पैंटी कि तरफ पहुंच गई, मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया। कुछ ही देर में मैं उसकी चुत में ऊँगली कर रहा था और वहीँ झाडियों में उसने अपनी दोनों टांगों को फैला लिया जिस पर अब मैंने भी अपनी कॉलेज की पैंट को उतार दिया उसकी पिलपिली चुत में अपने लंड को देने लगा और साथ ही उनके चुचों को भी कसकर चूसने लगा मैंने उसकी चुत लगभग आधे घंटे तक वहीँ झाडियों में लिटाकर चोदा, जिसके बाद मैं उनके उपर ही झड़ गया। मेरे झड़ते ही मैं उसकी चुत में मस्त होकर ऊँगली करने लगा और सामान्य स्थिति में आते ही मैंने उसे चुमते हुए 200 रुपये और पकड़ा दिए और मस्त होकर चल पड़ा। आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। उस दिन के बाद से मैं कभी चिड़ियाघर नहीं गया पर उस मस्तानी चिड़िया की चुत मुझे बहुत याद आती है......
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