Home
» Indiansexstories भारतीयों के चुदाई की कहानियां Indian Sex Erotic Stories in Hindi
» अम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रखा दिया - Maa ne bahu beti ko chudwaya
अम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रखा दिया - Maa ne bahu beti ko chudwaya
अम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रखा दिया - Maa ne bahu beti ko chudwaya , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरी सासू जी जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही मजाकिया भी हैं। अपनी बेटी बहू से खूब खुल कर बातें करतीं हैं, हंसी मजाक करतीं है और मादर चोद बहन चोद भी खूब करतीं हैं। उसका चेहरा हमेशा खिला रहता है। सबको हंसातीं रहतीं हैं और खुद भी हंसतीं रहतीं हैं। मैंने ऐसे ही एक दिन पूंछ लिया सासू जी, तुम्हारी खूबसूरती का राज़ क्या है ? वह एकदम से बोल पड़ीं - अरी मेरी बुर चोदी बहू रानी, मेरी खूबसूरती का राज है लण्ड, लण्ड और लण्ड ?
मैंने कहा - अरे सासू जी ज़रा खुल कर बताओ न मुझे। लण्ड कैसे ?
वह बोली - देखो बहू रानी मैं रोज़ लण्ड चाटती हूँ, रोज़ लण्ड चूसती हूँ और रोज़ लण्ड पीती हूँ। बस यही राज़ है मेरी खूबसूरती का ? लण्ड का रस टॉनिक का काम करता है। यही खूबसूरती देता है और यही हमें जवान बनाये रखता है। यही मैंने अपनी बेटी को भी सिखाया और तुझे भी सिखा रही हूँ। अगर खूबसूरत बनी रहना चाहती हो तो लण्ड के रस का सेवन करो, बहू रानी।
मेरा नाम संजीदा है दोस्तों, मैं २५ साल की हूँ और अभी अभी २ महीने पहले मेरा निकाह हुआ है। निकाह के बाद मैं अपनी ससुराल आ गयी हूँ। ससुराल में मेरी पहली मुलाक़ात मेरी नन्द से हुई। उसका नाम है तूबा। उसकी भी शादी हो चुकी है। फिर मैं अपनी सास से मिली तसरीन बेगम। मैं तो उससे मिलकर दंग रह गयी। वह बेहद खूबसूरत, जवान और हॉट लग रहीं थीं। मेरा शौहर की अम्मी जान इतनी खूबसूरत और इतनी जवान होंगी यह मैं सोंच भी नहीं सकती थी। मैंने मौक़ा पाते ही नन्द से पूंछ लिया क्या तेरे अब्बू ने दूसरी शादी की है। वह बोली नहीं भाभी जान बिलकुल नहीं। उसकी पहली ही शादी है और वही मेरी और तेरे शौहर की अम्मी जान हैं। फिर उसने मेरे कान में कहा मेरी अम्मी जान बहुत बड़ी बुर चोदी है, हरामजादी है और गज़ब की चुदक्कड़ है भाभी जान । अपनी बुर बचा के रखना नहीं तो किसी दिन तेरी चूत में लौड़ा पेल देगी तेरी सास ? वैसे तुम्हे सब धीरे धीरे मालूम हो ही जायेगा।
मैं मन ही मन बहुत खुश हुई और सोंचने लगी की खुदा करे की वह लौड़ा पेल दे मेरी बुर में। मैंने एक सवाल और कर दिया अपनी नन्द से।
मैंने पूंछा - क्या कभी तेरी बुर में लौड़ा पेला है तेरी अम्मी जान ने ?
वह बोली - हां भाभी जान एक बार नहीं कई बार पेला है लौड़ा मेरी बुर में। अब मैं तुम्हे तेरी बुर चोदी सास का कच्चा चिठ्ठा सुनाती हूँ :-
मैं जब तक १८ साल तक नहीं हुई थी तब तकअम्मी का मुझ पर बड़ा कण्ट्रोल था। मेरे आने जाने पर बड़ी शख्ती थी. मैंने कभी भी अम्मी के मुंह से कोई गन्दा शब्द जैसे लंड बुर गांड भोसड़ा चूँची आदि नहीं सुना। वह हमेशा मेरे पर नज़र रखती थीं। मैं रात में क्या पढ़ रही हूँ इसकी भी जानकारी वह रखती थीं। मेरे मोबाईल को अक्सर चेक करती रहतीं थीं। लेकिन जब मैं १८ साल की उम्र पार कर गयी तब अम्मी के ब्यवहार में जबरदस्त परिवर्तन आया। एक दिन रात में मुझे बुलाया और अपने पास बैठा कर कहा ज़रा टी वी खोलो तूबा। मैंने एक फिल्म लगाई है उसे देखो। मैनें टी वी ऑन किया तो बस एक मिनट के बाद उसमे एक ब्लू फिल्म आने लगी। स्क्रीन पर एक बड़ा सा मोटा सा लण्ड आ गया। अम्मी उसे देख मुस्कराती हुई बोली तूबा तुझे किस तरह का पसंद है, बेटी। मैं थोड़ा शर्मा गई। अम्मी ने टी वी को म्यूट कर दिया स्क्रीन पर वह मोटा लण्ड बना रहा। तो वह बोली शर्माती क्यों रही है बुर चोदी तूबा ? बताओ ये क्या है ?
मैं थोड़ा चुप रही तो वह बोली मैं सब समझ रही हूँ. तू भोसड़ी की कॉलेज में सबकी माँ बहन चोदती है और यहाँ मेरे सामने शर्माने का नाटक कर रही है। तेरी माँ का भोसड़ा तूबा। बता न ये क्या है ? तब मैंने कहा 'लण्ड' है ये अम्मी जान। फिर वह बोली देख तूबा बेटी जब १८ साल + की हो जाती है तो वह बेटी नहीं रहती एक औरत हो जाती है। वह अपनी माँ की सहेली हो जाती है। चोदा चोदी करने वाली सहेली , एक साथ लण्ड चाटने वाली सहेली। एक दूसरे की बुर में लण्ड पेलने वाली सहेली। एक दूसरे को प्यार से गाली देने वाली सहेली। अब तू बच्ची नहीं है, जवान हो चुकी है। मैं चाहती हूँ की तू अब जवानी का पूरा मज़ा ले। अपनी बुर चुदवाना और लण्ड चोदना सीख ले जल्दी से तो जवानी में चार चाँद लग जायेंगें नहीं तो ज़िन्दगी भर पछताती रहेगी तू ? अम्मी की बातों ने मुझमे एक नया जोश भर दिया।
मैं फिर अम्मी से खुल कर बातें करने लगी। मैंने बताया हां अम्मी जान मुझे भी मोटा लण्ड पसंद है। मैं अपने २/३ बॉय फ्रेंड्स के लण्ड पकड़ती हूँ। वह हंसती हुई बोली अबकी जब पकड़ना तो लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में घुसेड़ देना। बेटी जवान होकर सबसे पहले अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। समझी न तू बुर चोदी तूबा ? मैंने भी कहा हां मैं समझ गयी मेरी भोसड़ी की अम्मी जान।
अम्मी ने फिर एक गाली मेरे ऊपर दाग दी - बेटी तूबा, तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
मैंने भी उसी तरह जबाब दिया - अम्मी जान, तेरी बेटी की माँ की चूत ?
फिर हम दोनों खिलखिला कर हंसने लगी और एक दूसरे के गले लग गईं।
अचानक अम्मी ने कहा बेटी तूबा, ज़रा पीछे देखो। मैंने पीछे देखा तो एकदम से सन्न रह गयी, हैरान हो गई मैं, मेरी आँखें खुली की खुली रह गईं। जो लण्ड मैं स्क्रीन पर देख रही थी बिलकुल वही लण्ड मेरी आँखों के सामने खड़ा था। वह आदमी एकदम नंगा था और मेरी आँखें उसके लण्ड को एकटक देखे जा रहीं थीं।
वह मेरे एकदम नजदीक आ गया था। अम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रखा दिया और कहा बेटी तूबा लो इसे पकड़ कर देखो। ये लण्ड है और लण्ड पीने से खूबसूरती बढ़ती है। चेहरे पर निखार आ जाता है। चूँचियाँ दूँगी हो जातीं हैं, लड़की बोल्ड हो जाती है और सबकी माँ बहन चोदने लगती है। लण्ड तो टॉनिक है बेटी तूबा इसका सेवन करना चाहिए। और हां यही लण्ड है जो तुम स्क्रीन पर देख रही हो .
मैं उसकी कहानी सुनकर बड़ी खुश हुई। मैंने सोंचा की मुझे अब लण्ड की कभी कमी महसूस नहीं होगी।
एक दिन मैं बैठी हुई थी। तभी मेरी सास आ गईं। वह बड़े मूड में थीं और आते ही बोली - बहू तेरी बुर चोदी नन्द की माँ का भोसड़ा ? देख बहू रानी जब तक तू अपनी नन्द की माँ का भोसड़ा नहीं चोदेगी तब तक तुझे चैन नहीं मिलेगा। तो फिर जल्दी से घुसेड़ दे कोई लण्ड अपनी नन्द की माँ के भोसड़ा में ? मैं कुछ जबाब देती उसके पहले मेरी नन्द भी आ गयी। उसने सास की बातें सुन लीं थी।
वह बोली - भाभी जान, तेरी बुर चोदी सास की बिटिया की बुर ? जब तक तू उसकी बुर नही चोदेगी तब तक तेरी बुर कौन चोदेगा ? जल्दी से कोई मोटा सा लण्ड ठोंक दे अपनी सास की बिटिया की बुर में ? मैं दोनों की बातों को एन्जॉय करने लगी। मुझे बड़ा मज़ा आने लणा इन डॉन की बातें सुन सुन कर। सास फिर बोली बेटी तुबा तूने कभी अपनी माँ की बहू की बुर देखी है ? वह बोली नहीं अम्मी जान अभी तक तो नहीं देखी ? फिर नन्द ने कहा - अम्मी जान तूने कभी अपनी बेटी की भाभी का भोसड़ा देखा है ? सास बोली नहीं बेटी कभी नहीं देखा। नन्द ने काह तो फिर आज देख लो और अभी देख ली। तूबा मेरी तरफ बढ़ी और मेरे कपड़े खोलने लगी। मेरे मना करने पर भी वाह नहीं मनी और मुझे नंगी कर ही दिया। फिर मैंने उसे नंगी कर दिया। और उधर मेरी सास भोसड़ी की खुद नंगी हो गयी।
मैंने कहा तुम लोग भोसड़ी वालियों यह बताओ मुझे यहाँ कोई लण्ड तो है नहीं ? तो क्या तुम लोग मेरी बुर चूँचियों से चोदोगी ? तब तक सास बोली उधर देख माँ की लौड़ी संजीदा बहू। मैंने मुड़ कर देखा तो सामने ३/४ मरद एकदम नंगे नंगे अपना अपना लण्ड खड़ा किये हुए हमारी तरफ आ रहे थे। मैं मन में सोंचने लगी की ये दोनों भोसड़ी वाली जाने कहाँ कहाँ से इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड ले आतीं हैं। चारों लण्ड देख कर मेरी तो चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरे मुंह में भी पानी आ गया। मैं गज़ब की चुदासी हो गयी। वे चारों मेरे सामने नंगे नंगे खड़े हो गये। तब तक सास बोली बहू रानी देखो ये है अनस और ये है असीम। ये दोनों मेरे दोस्त हैं। आज मैंने इन्हे तेरी सास का भोसड़ा और तेरी नन्द की बुर चोदने के लिए बुलाया है। उसके बाद नन्द सामने आयी वह बोली भाभी जान ये है मदनी और ये है सफीक। ये दोनों मैंने अपनी माँ की बहू की बुर चोदने के लिए बुलाया है और बहू की सास का भोसड़ा चोदने के लिए भी।
अब माहौल पूरी तरह गरम हो चुका था। मुझे बदन पर कपड़े बड़े ख़राब लग रहे थे। मैं उन्हें उतारने लगी । तब तक मेरी नन्द बुर चोदी बिलकुल नंगी हो गयी औरउधर सास का भोसड़ा भी खुल गया। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ भी निकल कर बाहर आ गईं। मैंने कहा की मुझे तो बड़े लोगों के लण्ड अच्छे लगते हैं। मैं तो उनके ही लण्ड का मज़ा पहले लूंगी। मैं आगे बढ़ी और अनस के लण्ड पर हाथ रख दिया। मैंने दूसरे हाथ से असीम का भी लौड़ा भी पकड़ लिया। लण्ड थे ४ और चूत थीं ३ मैं समझ गई की किसी को तो दो लण्ड का मज़ा मिलेगा तो फिर मैं ही क्यों न पकड़ लूँ दो लण्ड ? मेरी सास मुझे देख कर मुस्कराईं और मदनी का लौड़ा अपने कब्जे में कर लिया। उधर मेरी नन्द सफीक का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
नन्द बोली - अम्मी जान देखो तेरी बहू बुर चोदी कितनी चालक है, भोसड़ी वाली ? सबसे पहले ही दो दो लण्ड अपने हाथों में ले लिया। लगता है की तेरी बहू लण्ड की बड़ी शौक़ीन है।
सास बोली - हां बिलकुल शौक़ीन है और मुझे इस बात का फक्र है। औरत वही जो लण्ड का पूरा मज़ा ले।
नन्द ने पहले सफीक का लण्ड चूमा और फिर बोली - तेरी बहू की नन्द की चूत, अम्मी जान ? फिर उसने जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा चाटा और कहा - तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा, अम्मी जा ? फिर पेल्हड़ चूमे और बोली - तेरी बेटी की भाभी की बूर, अम्मी जान ? अरी मेरी बुर चोदी अम्मी जान जवानी में लण्ड सभी को अच्छे लगते हैं। तू अपने को देख पहले। तेरा भोसड़ा तो आज भी लण्ड के लिए अपना मुंह खोले घूमा करता है।
इन बातों ने आग के घी का काम किया। अब तो सब लोगों के लण्ड साले लोहे की तरह तन गए।
मैं अनस और असीम दोनों का लण्ड बारी बारी से चाटने लगी. उनके सुपाड़े बारी बारी से अपने मुंह में लेने लगी और साथ साथ पेल्हड़ भी सहलाने लगी। मेरी सास एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए मदनी का लण्ड पीने लगी और मेरी नन्द भी सफीक का पूरा लौड़ा अपने मुंह में भर कर चूसने लगी। हम तीनो लण्ड का मज़ा लूटने में जुट गयी।कहीं तो अभी थोड़ी देर पहले हमारे सामने एक भी लण्ड नहीं था और कहाँ ये साले चारों लण्ड एकदम से प्रकट हो गये। इसी को कहतें है खुदा की मेहरवानी। मैं खुदा का शुक्रिया इस बात के लिए और अदा करती हूँ की उसने सबके लण्ड अलग अलग बनाये हैं इससे कई लण्ड पकड़ने की और उनसे चुदवाने की चाहत बनी रहती है। कुछ देर तक लण्ड चूसने के बाद मैंने असीम का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया और चुदवाने लगी। उधर सास का भोसड़ा भी चुदने लगा। नन्द तो इतने मे चिल्ला पड़ी हाय ये अम्मी जान इस सफीक भोसड़ी वाले ने मेरी चूत फाड़ डाली। साले ने एक ही बार में इतना मोटा लण्ड घुसेड़ दिया।
फिर वह सफीक से बोली - भोसड़ी के सफीक मियां ये मेरी चूत है तेरे बाप की जागीर नहीं है जो तू अपना लण्ड उसमे घुसेड़े जा रहा है। ज़रा आहिस्ते से पेलो लण्ड। फिर धीरे धीरे रफ़्तार बढ़ाओ। चोदना सीखो पहले माँ के लौड़े। मैं जब स्पीड बढ़ाने के लिए कहूँगी तो तेरी गांड फट जाएगी भोसड़ी के फिर भी तू उतनी स्पीड नहीं बढ़ा
पायेगा जितनी मुझे जरुरत है।
इस तरह हम तीनो खूब झमाझम चुदवाने लगीं और एक दूसरे की चुदाई देखने भी लगीं। मुझे मालूम हो गया की मेरी सास और नन्द कैसे चुदवाती हैं और उन्हें भी मालूम हो गया की मैं कैसे चुदवाती हूँ और कैसे लण्ड चूसती हूँ। इतने में नन्द ने मेरे हाथ से अनस का लौड़ा छीन लिया और बोली तू ही केवल दो दो लण्ड का मज़ा लेगी मादर चोद ? मैं नहीं ले सकती ? नन्द के पास दो लण्ड हो गए। थोड़ी देर में सास ने नन्द की चूत से सफीक का लण्ड निकाल कर अपनी चूत में घुसा लिया और अपनी चूत से मदनी का लण्ड निकाल कर अपने मुंह में ले लिया। वह बोली तूबा बेटी तेरी माँ की चूत ? तू अपने आप को बड़ा काबिल समझती है। देख मैं तेरी माँ चोद रही हूँ भोसड़ी की तूबा ?
तूबा बोली - तू क्या चोदेगी मेरी माँ ? इधर देख मैं चोद रही हूँ त्तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? देखो न कितनी तूफ़ान मेल की तरह लौड़ा घुस रहा है तेरी बिटिया की बुर में ?
मैंने कहा - सासू जी इधर तेरी बहू की भी बुर चुद रही है। आज मिला है कोई असली मरद तेरी बहू की बुर का बाजा बजाने वाला।
तो दोस्तों, सामूहिक चुदाई का मज़ा ही कुछ और होता है ?
मेरा नाम संजीदा है दोस्तों, मैं २५ साल की हूँ और अभी अभी २ महीने पहले मेरा निकाह हुआ है। निकाह के बाद मैं अपनी ससुराल आ गयी हूँ। ससुराल में मेरी पहली मुलाक़ात मेरी नन्द से हुई। उसका नाम है तूबा। उसकी भी शादी हो चुकी है। फिर मैं अपनी सास से मिली तसरीन बेगम। मैं तो उससे मिलकर दंग रह गयी। वह बेहद खूबसूरत, जवान और हॉट लग रहीं थीं। मेरा शौहर की अम्मी जान इतनी खूबसूरत और इतनी जवान होंगी यह मैं सोंच भी नहीं सकती थी। मैंने मौक़ा पाते ही नन्द से पूंछ लिया क्या तेरे अब्बू ने दूसरी शादी की है। वह बोली नहीं भाभी जान बिलकुल नहीं। उसकी पहली ही शादी है और वही मेरी और तेरे शौहर की अम्मी जान हैं। फिर उसने मेरे कान में कहा मेरी अम्मी जान बहुत बड़ी बुर चोदी है, हरामजादी है और गज़ब की चुदक्कड़ है भाभी जान । अपनी बुर बचा के रखना नहीं तो किसी दिन तेरी चूत में लौड़ा पेल देगी तेरी सास ? वैसे तुम्हे सब धीरे धीरे मालूम हो ही जायेगा।
मैं मन ही मन बहुत खुश हुई और सोंचने लगी की खुदा करे की वह लौड़ा पेल दे मेरी बुर में। मैंने एक सवाल और कर दिया अपनी नन्द से।
मैंने पूंछा - क्या कभी तेरी बुर में लौड़ा पेला है तेरी अम्मी जान ने ?
वह बोली - हां भाभी जान एक बार नहीं कई बार पेला है लौड़ा मेरी बुर में। अब मैं तुम्हे तेरी बुर चोदी सास का कच्चा चिठ्ठा सुनाती हूँ :-
मैं जब तक १८ साल तक नहीं हुई थी तब तकअम्मी का मुझ पर बड़ा कण्ट्रोल था। मेरे आने जाने पर बड़ी शख्ती थी. मैंने कभी भी अम्मी के मुंह से कोई गन्दा शब्द जैसे लंड बुर गांड भोसड़ा चूँची आदि नहीं सुना। वह हमेशा मेरे पर नज़र रखती थीं। मैं रात में क्या पढ़ रही हूँ इसकी भी जानकारी वह रखती थीं। मेरे मोबाईल को अक्सर चेक करती रहतीं थीं। लेकिन जब मैं १८ साल की उम्र पार कर गयी तब अम्मी के ब्यवहार में जबरदस्त परिवर्तन आया। एक दिन रात में मुझे बुलाया और अपने पास बैठा कर कहा ज़रा टी वी खोलो तूबा। मैंने एक फिल्म लगाई है उसे देखो। मैनें टी वी ऑन किया तो बस एक मिनट के बाद उसमे एक ब्लू फिल्म आने लगी। स्क्रीन पर एक बड़ा सा मोटा सा लण्ड आ गया। अम्मी उसे देख मुस्कराती हुई बोली तूबा तुझे किस तरह का पसंद है, बेटी। मैं थोड़ा शर्मा गई। अम्मी ने टी वी को म्यूट कर दिया स्क्रीन पर वह मोटा लण्ड बना रहा। तो वह बोली शर्माती क्यों रही है बुर चोदी तूबा ? बताओ ये क्या है ?
मैं थोड़ा चुप रही तो वह बोली मैं सब समझ रही हूँ. तू भोसड़ी की कॉलेज में सबकी माँ बहन चोदती है और यहाँ मेरे सामने शर्माने का नाटक कर रही है। तेरी माँ का भोसड़ा तूबा। बता न ये क्या है ? तब मैंने कहा 'लण्ड' है ये अम्मी जान। फिर वह बोली देख तूबा बेटी जब १८ साल + की हो जाती है तो वह बेटी नहीं रहती एक औरत हो जाती है। वह अपनी माँ की सहेली हो जाती है। चोदा चोदी करने वाली सहेली , एक साथ लण्ड चाटने वाली सहेली। एक दूसरे की बुर में लण्ड पेलने वाली सहेली। एक दूसरे को प्यार से गाली देने वाली सहेली। अब तू बच्ची नहीं है, जवान हो चुकी है। मैं चाहती हूँ की तू अब जवानी का पूरा मज़ा ले। अपनी बुर चुदवाना और लण्ड चोदना सीख ले जल्दी से तो जवानी में चार चाँद लग जायेंगें नहीं तो ज़िन्दगी भर पछताती रहेगी तू ? अम्मी की बातों ने मुझमे एक नया जोश भर दिया।
मैं फिर अम्मी से खुल कर बातें करने लगी। मैंने बताया हां अम्मी जान मुझे भी मोटा लण्ड पसंद है। मैं अपने २/३ बॉय फ्रेंड्स के लण्ड पकड़ती हूँ। वह हंसती हुई बोली अबकी जब पकड़ना तो लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में घुसेड़ देना। बेटी जवान होकर सबसे पहले अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। समझी न तू बुर चोदी तूबा ? मैंने भी कहा हां मैं समझ गयी मेरी भोसड़ी की अम्मी जान।
अम्मी ने फिर एक गाली मेरे ऊपर दाग दी - बेटी तूबा, तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
मैंने भी उसी तरह जबाब दिया - अम्मी जान, तेरी बेटी की माँ की चूत ?
फिर हम दोनों खिलखिला कर हंसने लगी और एक दूसरे के गले लग गईं।
अचानक अम्मी ने कहा बेटी तूबा, ज़रा पीछे देखो। मैंने पीछे देखा तो एकदम से सन्न रह गयी, हैरान हो गई मैं, मेरी आँखें खुली की खुली रह गईं। जो लण्ड मैं स्क्रीन पर देख रही थी बिलकुल वही लण्ड मेरी आँखों के सामने खड़ा था। वह आदमी एकदम नंगा था और मेरी आँखें उसके लण्ड को एकटक देखे जा रहीं थीं।
वह मेरे एकदम नजदीक आ गया था। अम्मी ने मेरा हाथ पकड़ कर उसके लण्ड पर रखा दिया और कहा बेटी तूबा लो इसे पकड़ कर देखो। ये लण्ड है और लण्ड पीने से खूबसूरती बढ़ती है। चेहरे पर निखार आ जाता है। चूँचियाँ दूँगी हो जातीं हैं, लड़की बोल्ड हो जाती है और सबकी माँ बहन चोदने लगती है। लण्ड तो टॉनिक है बेटी तूबा इसका सेवन करना चाहिए। और हां यही लण्ड है जो तुम स्क्रीन पर देख रही हो .
- मैंने कहा - ये है कौन अम्मी जान ? इसका लण्ड टी वी पर कैसे आ गया ?
- अम्मी ने बताया की इसका नाम है असरफ मियां। ये मेरा दोस्त है। एक दिन ये मेरी सहेली की बुर चोद रहा था तो मैंने वीडियो बना लिया।
- तो फिर तुमने भी चुदवाया होगा अम्मी जान इससे ?
- हां चुदवाया था उसका वीडियो उसने बना लिया।
- हाय दईया तुम लोग बहुत बड़ी अय्यास हो बहन चोद ? एक दूसरे की बुर चुदवाती हो फिर उसका वीडियो बनाती हो। तेरी बहन का भोसड़ा अम्मी ? मुझे नहीं मालूम था की तुम लोग इतनी मस्ती करती हो अम्मी जान ?
- आज तो तू भी मस्ती करेगी भोसड़ी की तूबा। आज यही लण्ड तेरी माँ की बिटिया की बुर चोदेगा।
- मैं तो यह सुनकर डर गई मैंने बोली हाय अल्ला, इतना मोटा लण्ड मेरी चूत में घुसेगा अम्मी जान तो मेरी चूत एक ही बार में फट जाएगी बुर चोदी।
- अरी पगली चूत कभी फटती नहीं है। खुदा ने ऐसा लौड़ा बनाया ही नहीं जो चूत को फाड़ सके। हां चूत थोड़ा फ़ैल जाती है। चूत वह चीज है बेटी जो किसी भी तरह का लण्ड अपने अंदर घुसा लेती है।
मैं उसकी कहानी सुनकर बड़ी खुश हुई। मैंने सोंचा की मुझे अब लण्ड की कभी कमी महसूस नहीं होगी।
एक दिन मैं बैठी हुई थी। तभी मेरी सास आ गईं। वह बड़े मूड में थीं और आते ही बोली - बहू तेरी बुर चोदी नन्द की माँ का भोसड़ा ? देख बहू रानी जब तक तू अपनी नन्द की माँ का भोसड़ा नहीं चोदेगी तब तक तुझे चैन नहीं मिलेगा। तो फिर जल्दी से घुसेड़ दे कोई लण्ड अपनी नन्द की माँ के भोसड़ा में ? मैं कुछ जबाब देती उसके पहले मेरी नन्द भी आ गयी। उसने सास की बातें सुन लीं थी।
वह बोली - भाभी जान, तेरी बुर चोदी सास की बिटिया की बुर ? जब तक तू उसकी बुर नही चोदेगी तब तक तेरी बुर कौन चोदेगा ? जल्दी से कोई मोटा सा लण्ड ठोंक दे अपनी सास की बिटिया की बुर में ? मैं दोनों की बातों को एन्जॉय करने लगी। मुझे बड़ा मज़ा आने लणा इन डॉन की बातें सुन सुन कर। सास फिर बोली बेटी तुबा तूने कभी अपनी माँ की बहू की बुर देखी है ? वह बोली नहीं अम्मी जान अभी तक तो नहीं देखी ? फिर नन्द ने कहा - अम्मी जान तूने कभी अपनी बेटी की भाभी का भोसड़ा देखा है ? सास बोली नहीं बेटी कभी नहीं देखा। नन्द ने काह तो फिर आज देख लो और अभी देख ली। तूबा मेरी तरफ बढ़ी और मेरे कपड़े खोलने लगी। मेरे मना करने पर भी वाह नहीं मनी और मुझे नंगी कर ही दिया। फिर मैंने उसे नंगी कर दिया। और उधर मेरी सास भोसड़ी की खुद नंगी हो गयी।
मैंने कहा तुम लोग भोसड़ी वालियों यह बताओ मुझे यहाँ कोई लण्ड तो है नहीं ? तो क्या तुम लोग मेरी बुर चूँचियों से चोदोगी ? तब तक सास बोली उधर देख माँ की लौड़ी संजीदा बहू। मैंने मुड़ कर देखा तो सामने ३/४ मरद एकदम नंगे नंगे अपना अपना लण्ड खड़ा किये हुए हमारी तरफ आ रहे थे। मैं मन में सोंचने लगी की ये दोनों भोसड़ी वाली जाने कहाँ कहाँ से इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड ले आतीं हैं। चारों लण्ड देख कर मेरी तो चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरे मुंह में भी पानी आ गया। मैं गज़ब की चुदासी हो गयी। वे चारों मेरे सामने नंगे नंगे खड़े हो गये। तब तक सास बोली बहू रानी देखो ये है अनस और ये है असीम। ये दोनों मेरे दोस्त हैं। आज मैंने इन्हे तेरी सास का भोसड़ा और तेरी नन्द की बुर चोदने के लिए बुलाया है। उसके बाद नन्द सामने आयी वह बोली भाभी जान ये है मदनी और ये है सफीक। ये दोनों मैंने अपनी माँ की बहू की बुर चोदने के लिए बुलाया है और बहू की सास का भोसड़ा चोदने के लिए भी।
अब माहौल पूरी तरह गरम हो चुका था। मुझे बदन पर कपड़े बड़े ख़राब लग रहे थे। मैं उन्हें उतारने लगी । तब तक मेरी नन्द बुर चोदी बिलकुल नंगी हो गयी औरउधर सास का भोसड़ा भी खुल गया। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ भी निकल कर बाहर आ गईं। मैंने कहा की मुझे तो बड़े लोगों के लण्ड अच्छे लगते हैं। मैं तो उनके ही लण्ड का मज़ा पहले लूंगी। मैं आगे बढ़ी और अनस के लण्ड पर हाथ रख दिया। मैंने दूसरे हाथ से असीम का भी लौड़ा भी पकड़ लिया। लण्ड थे ४ और चूत थीं ३ मैं समझ गई की किसी को तो दो लण्ड का मज़ा मिलेगा तो फिर मैं ही क्यों न पकड़ लूँ दो लण्ड ? मेरी सास मुझे देख कर मुस्कराईं और मदनी का लौड़ा अपने कब्जे में कर लिया। उधर मेरी नन्द सफीक का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी।
नन्द बोली - अम्मी जान देखो तेरी बहू बुर चोदी कितनी चालक है, भोसड़ी वाली ? सबसे पहले ही दो दो लण्ड अपने हाथों में ले लिया। लगता है की तेरी बहू लण्ड की बड़ी शौक़ीन है।
सास बोली - हां बिलकुल शौक़ीन है और मुझे इस बात का फक्र है। औरत वही जो लण्ड का पूरा मज़ा ले।
नन्द ने पहले सफीक का लण्ड चूमा और फिर बोली - तेरी बहू की नन्द की चूत, अम्मी जान ? फिर उसने जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा चाटा और कहा - तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा, अम्मी जा ? फिर पेल्हड़ चूमे और बोली - तेरी बेटी की भाभी की बूर, अम्मी जान ? अरी मेरी बुर चोदी अम्मी जान जवानी में लण्ड सभी को अच्छे लगते हैं। तू अपने को देख पहले। तेरा भोसड़ा तो आज भी लण्ड के लिए अपना मुंह खोले घूमा करता है।
इन बातों ने आग के घी का काम किया। अब तो सब लोगों के लण्ड साले लोहे की तरह तन गए।
मैं अनस और असीम दोनों का लण्ड बारी बारी से चाटने लगी. उनके सुपाड़े बारी बारी से अपने मुंह में लेने लगी और साथ साथ पेल्हड़ भी सहलाने लगी। मेरी सास एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए मदनी का लण्ड पीने लगी और मेरी नन्द भी सफीक का पूरा लौड़ा अपने मुंह में भर कर चूसने लगी। हम तीनो लण्ड का मज़ा लूटने में जुट गयी।कहीं तो अभी थोड़ी देर पहले हमारे सामने एक भी लण्ड नहीं था और कहाँ ये साले चारों लण्ड एकदम से प्रकट हो गये। इसी को कहतें है खुदा की मेहरवानी। मैं खुदा का शुक्रिया इस बात के लिए और अदा करती हूँ की उसने सबके लण्ड अलग अलग बनाये हैं इससे कई लण्ड पकड़ने की और उनसे चुदवाने की चाहत बनी रहती है। कुछ देर तक लण्ड चूसने के बाद मैंने असीम का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया और चुदवाने लगी। उधर सास का भोसड़ा भी चुदने लगा। नन्द तो इतने मे चिल्ला पड़ी हाय ये अम्मी जान इस सफीक भोसड़ी वाले ने मेरी चूत फाड़ डाली। साले ने एक ही बार में इतना मोटा लण्ड घुसेड़ दिया।
फिर वह सफीक से बोली - भोसड़ी के सफीक मियां ये मेरी चूत है तेरे बाप की जागीर नहीं है जो तू अपना लण्ड उसमे घुसेड़े जा रहा है। ज़रा आहिस्ते से पेलो लण्ड। फिर धीरे धीरे रफ़्तार बढ़ाओ। चोदना सीखो पहले माँ के लौड़े। मैं जब स्पीड बढ़ाने के लिए कहूँगी तो तेरी गांड फट जाएगी भोसड़ी के फिर भी तू उतनी स्पीड नहीं बढ़ा
इस तरह हम तीनो खूब झमाझम चुदवाने लगीं और एक दूसरे की चुदाई देखने भी लगीं। मुझे मालूम हो गया की मेरी सास और नन्द कैसे चुदवाती हैं और उन्हें भी मालूम हो गया की मैं कैसे चुदवाती हूँ और कैसे लण्ड चूसती हूँ। इतने में नन्द ने मेरे हाथ से अनस का लौड़ा छीन लिया और बोली तू ही केवल दो दो लण्ड का मज़ा लेगी मादर चोद ? मैं नहीं ले सकती ? नन्द के पास दो लण्ड हो गए। थोड़ी देर में सास ने नन्द की चूत से सफीक का लण्ड निकाल कर अपनी चूत में घुसा लिया और अपनी चूत से मदनी का लण्ड निकाल कर अपने मुंह में ले लिया। वह बोली तूबा बेटी तेरी माँ की चूत ? तू अपने आप को बड़ा काबिल समझती है। देख मैं तेरी माँ चोद रही हूँ भोसड़ी की तूबा ?
तूबा बोली - तू क्या चोदेगी मेरी माँ ? इधर देख मैं चोद रही हूँ त्तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? देखो न कितनी तूफ़ान मेल की तरह लौड़ा घुस रहा है तेरी बिटिया की बुर में ?
मैंने कहा - सासू जी इधर तेरी बहू की भी बुर चुद रही है। आज मिला है कोई असली मरद तेरी बहू की बुर का बाजा बजाने वाला।
तो दोस्तों, सामूहिक चुदाई का मज़ा ही कुछ और होता है ?
Click on Search Button to search more posts.
