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माशूका और उसकी सहेली को साथ में चोदा Mashuka aur uski saheli ko eksath choda
माशूका और उसकी सहेली को साथ में चोदा Mashuka aur uski saheli ko eksath choda ; दोस्त की चूत चुदाई , प्रियतमा की गांड मारी , सहेली की बुर को चुदवाया , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरा नाम विक्की है, मैं नागपुर का रहने वाला हूँ। आज मैं भी आपको अपनी कहानी सुनना चाहताहूँ। वैसे! मेरी उम्र 23 साल है, और मैं कबड्डी का खिलाड़ी हूँ। इसलिए मेरा शरीर मजबूत भी है, और मेरा लौड़ा काफ़ी बड़ा और तगड़ा है! 7″ लम्बा और कम से कम 3″ मोटा है। बात तब की है! जब मुझे इंटरनेट का बड़ा चस्का होता था, मैं रोज़ इंटरनेट पर बात करता रहता था, रात को रोज़ अपना लौड़ा शान्त करने के लिए मूठ मारता था। एक दिन! इंटरनेट पर एक लड़की से मेरी बात हुई। मैंने उससे अपनी फोटो भेजी। वो भी काफ़ी खूबसूरत थी! रोज़ हमारी बात होती। वो भी नागपुर ही रहती थी। थोड़े दिनों में हमारी बातचीत पूरी खुल गई। अब वो मुझसे मिलना चाहती थी।फिर! हम एक दिन बाहर मिले।
मेरा नाम विक्की है, मैं नागपुर का रहने वाला हूँ। आज मैं भी आपको अपनी कहानी सुनना चाहताहूँ। वैसे! मेरी उम्र 23 साल है, और मैं कबड्डी का खिलाड़ी हूँ। इसलिए मेरा शरीर मजबूत भी है, और मेरा लौड़ा काफ़ी बड़ा और तगड़ा है! 7″ लम्बा और कम से कम 3″ मोटा है। बात तब की है! जब मुझे इंटरनेट का बड़ा चस्का होता था, मैं रोज़ इंटरनेट पर बात करता रहता था, रात को रोज़ अपना लौड़ा शान्त करने के लिए मूठ मारता था। एक दिन! इंटरनेट पर एक लड़की से मेरी बात हुई। मैंने उससे अपनी फोटो भेजी। वो भी काफ़ी खूबसूरत थी! रोज़ हमारी बात होती। वो भी नागपुर ही रहती थी। थोड़े दिनों में हमारी बातचीत पूरी खुल गई। अब वो मुझसे मिलना चाहती थी।फिर! हम एक दिन बाहर मिले।
वो मुझे बहुत पसंद करने लगी! फिर मुलाकातें बढ़ने लगी, कभी कभी! हम थोड़ी मोटी चूमा चाटी कर लेते थे, फिर एक दिन मुझे उसने अपने घर बुलाया। शायद! आज उसके घर पर कोई नहीं था! मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था! पर मैं उससे मिलने चला गया। मैंने देखा! उसके घर पर कोई नही था, मैंने घंटी बजाई वो बाहर आई। उसने मस्त सा! लाल रंग का गाउन पहना था, और आज़ बहुत माल और बहुत मस्त लग रही थी! मैं उसके घर के अन्दर गया, उसका घर ठीक ठाक था। मैं सोफे पर बैठ गया, और वो मेरे लिए चाय बनाने चली गई। अन्दर से कुछ आवाजें आ रही थी! मैंने सुना! तो उसकी और एक सहेली उसके घर पर थी। वो थोड़ी मोटी थी, लेकिन मॉल थी! ज़ींस और टॉप पहन रखा था उसने! वो मेरे पास आई।
ओह! दोनों का नाम बताना तो मैं भूल ही गया! मेरी दिलरुबा का नाम सिमरन है! और उसकी सहेली का नाम ज्योति है! वो दोनों मेरे पास आकर बैठ गई। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। सिमरन ने अपनी सहेली का परिचय करवाया! मेरी दिलरुबा मुझे कोई बात बताने के लिए उठने के लिए बोला। मैं उठ के उसके पीछे गया, वो वाशरूम की तरफ़ जा रही थी। अन्दर आते ही! उसने मुझे पकड़ लिया और चूमना चालू कर दिया! थोड़े देर बाद मैंने भी उसके चूचियों को दबाना शुरू कर दिया, वो गरम हो गई थी! मैंने आज पहली बार! उसकी चूचियों को उसके गाऊन से बाहर निकाला और चूमना शुरू कर दिया। उसने मेरे मुँह पर हाथ रख कर बोला- मेरी सहेली का कोई आशिक नहीं है! वो भी तुमसे आज मिलना चाहती है और मैं भी!
मैं समझ गया! कि दोनों आज चुदना चाहती है। मैंने कहा- ठीक है! मैंने जितना सोचा भी नहीं था! शायद! उससे ज्यादा मिल रहा है आज! मेरा लौड़ा खड़ा हो रहा था! उन दोनों को देख कर। हम बाहर आए! तो सिमरन ने बोला- चलो मेरे कमरे में चलते हैं। हम उसके कमरे में चले गए, और अन्दर जा कर मैं बेड पर बैठ गया! वो दोनों खड़ी थी! सिमरन ने आकर, मेरे ऊपर बैठ कर मुझे चूमना शुरू कर दिया! लेकिन ज्योति शरमा रही थी!
वो मेरे पास आकर बैठ गई! मैंने सिमरन का गाऊन उतार दिया, और उसकी चूचियों को चूमने लगा। अब सिमरन ज्योति को चूमने में लग गई! मेरा लौड़ा पूरा खड़ा हो गया था। कुछ देर बाद! मुझे लगा, कोई मेरी पेंट की जिप खोल रहा है, वो ज्योति थी! उसने भी अपने कपड़े उतार दिए थे! उसने मेरा लौड़ा बाहर निकाल लिया! वो लौड़े को देखते ही डर गई! सिमरन ने भी मुड़ कर देखा! और नीचे उतर गई, अब मेरे लौड़े को ध्यान से देखने लगी! दोनों देख कर डर गई थी! कि इतना लम्बा, वो दोनों कैसे ले पाएगी! मैंने दोनों के बाल पकड़े! और लौड़े पर चुप्पे करवाए, दोनों मस्त हो कर चूसने लग गई!
कुछ देर बाद! मैं सिमरन को अपने ऊपर बुला कर, उसकी चूत चाटने लग गया! वो सिसकियाँ लेने लगी- आह! आह्ह! उईई! माआअ! चूसो मुझे! चूसो ज़ोर से! उसकी आवाजें सुन कर, मैं भी मदहोश होने लगा! उधर से! ज्योति मेरे लौड़े को, पूरा अन्दर लेने की कोशिश कर रही थी! मुझे बहुत मज़ा आ रहा था! मैंने ज्योति को, अपने कपड़े उतारने के लिए कहा! अब हम तीनो नंगे थे! सिमरन चिल्लाने लगी, कि मुझे चोद दो! आहाह! अब नहीं रहा जा रहा!
मैंने उसे अपने लौड़े पर बिठाया! और उसकी चूत पर अपने लौड़े को टिका कर ज़रा सा अन्दर किया, तो लौड़ा अन्दर चला गया! मुझे लगता है! वो पहले किसी से चुद रखी थी! पर कोई बात नहीं! मैंने ज्योति को देखा! वो शरमा रही थी! मैंने उसके चूचे पीने शुरू किए, उसे मज़ा आने लगा! मैं उसकी चूत पर उंगली फ़िराने लग गया! उधर से! सिमरन ज़ोर ज़ोर से! मेरे लौड़े पर झटके मार रही थी! और आवाजें निकाल रही थी- आ! आह! ओफ्फो! उयैमा! मर गई!
थोड़े ही देर में! वो झड़ गई! और मेरी बगल में आकर लेट गई। मैं ज्योति की चूत चाट रहा था! उसकी चूत बहुत स्वादिष्ट थी! मज़ा आ रहा था! पूरी टाईट थी! मेरी जीभ से भी, उसे मज़ा अ रहा था! वो चूतड़ हिला हिला कर! चटवा रही थी! मैंने उसे थोड़े समय बाद! घोड़ी बनाया और अब सिमरन फ़िर से मूड में आ गई थी! वो भी साथ में घोड़ी बन गई! आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैंने पहले! ज्योति की चूत पर थोड़ा थूक लगाया! और अपना लौड़ा उसकी चूत पर रखा! थोड़ा सा झटका दिया! उसकी चीख निकल गई! उसकी चूत से खून निकलने लग गया! वो रोने लग गई। मैं थोड़ा रुका! फ़िर मैंने थोड़ा झटका मारा! और उसकी चूचियों को पकड़ लिए, और दबाने लग गया!
उसे भी अब मज़ा आने लगा! मैंने अपने झटकों को बढ़ा कर! पूरा लौड़ा अन्दर डाल दिया! वो मज़े से अपनी गाण्ड हिलाने लग गई! थोड़े समय बाद! मैंने सिमरन की गांड पर अपना लौड़ा टिकाया! और अन्दर झटका मारा! एक झटके में ही वो मेरा लौड़ा अन्दर ले गई! मैंने खूब दबा के अन्दर झटके मारे! वो मर गई! माँआ! आआ! आआ! आआ! ह्ह्ह्ह्! मर गई! बोलती रही और मैं पूरे ज़ोर से चोदता रहा! अब ज्योति भी सीधी हो कर लेट गई। मैंने सिमरन की गांड के बाद! ज्योति की चूत में डाला! और उसे भी फ़िर से दबा के बजाया! अब मेरा आने वाला था! वो दोनों भी झड़ने वाली थी! अब दोनों को बेड के कोने पर कुतिया बनाकर चोदा!
एक बार एक की चूत! फ़िर दूसरी की चूत! दोनों की चूत मारी! अब ज्योति की चूत एकदम कस गई! और वो झड़ गई! सिमरन ने फ़िर से! अपनी टाँगों के ऊपर बिठा कर चुदवाया! अब वो खुद हिल रही थी- अह्हछ! आआ! आह! अह्ह! दोनों मज़े मार रहे थे! ज्योति मेरे होंठों पर चूम रही थी! सिमरन मेरे ऊपर झटके मारते मारते झड़ गई! मैं खड़ा हुआ! मेरा लोड़ा पूरा तना हुआ था! दोनों चूसने लग गई! थोड़ी देर बाद! मेरे लौड़े ने पिचकारी मारी और मैंने दोनों के मुँह भर दिए! दोनों पूरे मज़े से! मेरे लौड़े का जूस पी गई! फ़िर हम तीनो नंगे सो गए!
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