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अनजान लण्ड की तलाश थी मेरी चूत को - Anjan lund ki talaas thi meri chut ko
अनजान लण्ड की तलाश थी मेरी चूत को - Anjan lund ki talaas thi meri chut ko , अजनबी के लौड़े से चुदने की तमन्ना , नए लंड की लालसा , जवान लड़के के मोटे लम्बे लिंग की चाहत , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
उस दिन रात के १० बज चुके थे। अम्मी जान बड़ी सेक्सी मूड में दिखाई पड़ रहीं थीं। मैं भी इधर उधर इसी मूड में घूम रही थी। रात जैसे ही जैसे बढ़ते जाती है हम औरतों की चूत में वैसे ही वैसे चुलबुलाहट बढ़ती जाती है। मेरी भी चूत में कुलबुलाहट हो रही थी। किसी अनजान लण्ड की तलाश थी मेरी चूत को और अम्मी जान का भोसड़ा भी कुछ इसी उम्मीद से गुज़र रहा था। अचानक मैं अम्मी जान के सामने आ गयी।
मुझे देखते ही वह बोली - आज मैं तेरी बुर अच्छी तरह चोदूँगी, बेटी साइमा। कल मैंने तेरी नन्द की बुर चोदी थी। उसे भी मज़ा आया था और मुझे भी। जानती हो बेटी मैंने उसकी चूत में रात में तीन बार लण्ड पेला था वह भी अलग अलग लण्ड ? वह तो हैरान होकर बोली आंटी जी तुम तो मेरी अम्मी जान से भी ज्यादा अच्छी तरह बुर चोदती हो ? सच में मज़ाआ गया. मैं तो उसे सवेरे भी चोदने वाली थी पर वही चली गयी।
मैंने कहा - अरे अम्मी जान, तूने मेरी नन्द की चूत में तीन तीन लण्ड पेला लेकिन मैं एक ही लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी तो तेरा भोसड़ा फट जायेगा। जानती हो मेरी बुर चोदी अम्मी जान ? मेरे पास 9" + का लण्ड है वह अभी रास्ते में है । बस थोड़ी देर में पहुँच जायेगा। रात को मैं वही लण्ड तेरे भोसड़ा में पेल दूँगी फिर देखती हूँ की तेरे भोसड़ा में कितनी दम है ? अगर एक लण्ड से नहीं फटा तेरा भोसड़ा तो मैं दूसरा और तीसरा लण्ड भी घुसा दूँगी तेरे भोसड़ा में। मेरी अम्मी का नाम है शहवर बेगम और मेरी नन्द है ज़ोया।
वह बोली - हाय अल्ला, तो क्या तू लण्ड का ब्यापार करती है, भोसड़ी वाली ? अभी तो एक भी लण्ड मुझे नज़र नहीं आ रहा है और तू तीन तीन लण्ड पेलने का मंसूबा बनाये बैठी है माँ की लौड़ी ?
मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैं जिसको इशारा कर दूंगी वह मादर चोद अपना लण्ड हिलाता हुआ मेरे पास फ़ौरन आ जायेगा। चोदने वालों की कमी नहीं है चुदवाने वालियों की कमी हो जाती है कभी कभी। इतने में किसी ने डोर बेज बजा दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरे मेरी नन्द का ससुर खड़ा था। मैंने उसे अंदर बैठाया और अम्मी से मिलवाया। अम्मी उसे देख कर मस्त हो गयी और बोली - माशा अल्ला तुम तो अभी एकदम जवान हो ? कादर भाई जान। अम्मी पहले से ही उसे जानती थीं लेकिन उसके लण्ड को नहीं जानती थीं। अम्मी ने उसका लण्ड कभी नहीं देखा। अम्मी अंदर चली गयी अपने काम से और मैं उससे बातें करने लगी।
मैंने कहा - तो फिर तुम अपनी भी बेटी चोदते होंगे ?
वह बोला - हां हां चोदता हूँ। हमारे समाज में अपनी बेटी चोदना कोई गुनाह नहीं है अब मेरी बेटी औरत बन चुकी है। वह भी सभी औरतों की तरह है और तब उसे चोदने में कोई हर्ज़ नहीं है। यारब भी अपनी बेटी चोदता है। इतने में अम्मी आ गयी तो मैंने उसे यारब से भी मिलवाया। अम्मी ने कहा कादर भाई तेरा दोस्त भी माशा अल्ला तुम्हारी ही तरह मस्त जवान है यार। वह मुस्कराने लगा। तब तक ११ बज चुका था। ज़मीन पर सबके बिस्तर लग चुके थे। तब मुझे अम्मी की बात याद आयी उसने कहा था - "आज मैं तेरी बुर अच्छी तरह चोदूँगी, बेटी साइमा। कल मैंने तेरी नन्द की बुर चोदी थी। उसे भी मज़ा आया था और मुझे भी। जानती हो बेटी मैंने उसकी चूत में रात में तीन बार लण्ड पेला था वह भी अलग अलग लण्ड ? "
मैं सोंचने लगी की क्या अम्मी जान ने मेरी बुर चोदने के लिए कुछ इंतज़ाम किया है ? मैं मूड में आ गयी और मैंने कादर अंकल के पजामा में हाथ घुसेड़ दिया। अंदर ही अंदर उसका लौड़ा सहलाने लगी मैं। मुझे यारब ललचायी नज़रों से देख रहा था। तब मैंने दूसरे हाथ उसके भी पजामा में हाथ घुसा दिया। मैं उसका भी लण्ड सहलाने लगी। कादर लण्ड मेरे लिए नया नहीं था पर यारब का लण्ड मेरे लिए नया था। मेरी दोनों चूँचियाँ एकदम नंगी हो चुकी थीं। इतने में अम्मी जान मेरे कमरे में आ गयी और मुझे देख कर बोली तू भोसड़ी की छुप छुप कर लण्ड हिला रही है। अरे लौड़ा बाहर निकाल कर मस्ती से हिला हिला कर मज़ा ले न ? मैंने देखा की अम्मी ऊपर कुछ नहीं पहने हैं। नीचे सिर्फ एक पेटीकोट है। उसकी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ बड़ी सेक्सी लग रहीं थीं। कादर बोला हाय भाभी जान तुम भी आ जाओ न प्लीज ? अम्मी ने कहा मादर चोद कादर , तेरी बिटिया की बुर ? तेरी बहू की चूत ? पहले तू भोसड़ी का मेरी बेटी को नंगी करके उससे नंगा नंगा मिल ले फिर मैं तुझे देखूंगी और तेरा लण्ड देखूंगी।
अम्मी वापस चली गयीं। तब तक मैंने दोनों के पजामा खोल कर बाहर कर दिया तो दोनों भोसड़ी वाले एकदम नंगे हो गए। मैं दोनों लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी चूमने लगी और बारी बारी से चाटने लगी। मैं भी पूरी तरह नंगी हो चुकी थी. मैंने देखा की यारब का भी लौड़ा 9" + का है। मैंने कहा यार तुम दोनों के लण्ड का साइज लगभग एक ही है। वे बोले हां तभी तो हमारी बीवियां हमारी बेटियां एक दूसरे का लण्ड बहुत पसंद करतीं हैं। मैं दोनों लण्ड मुँह में भर कर चूसने लगी। मैं ये दोनों बड़े बड़े लण्ड पाकर सारी दुनियां भूल गयी और मन लगाकर इन लौंड़ों से खेलने लगी।
इतने में अचानक अम्मी फिर आ गयी। इस बार वह एकदम नंगी थी। उसका भोसड़ा खुला हुआ था। उसकी गांड, उसके चूतड़ खुले हुए थे। और उसके दोनों हाथों में एक एक लण्ड था। मैंने दोनों लड़कों को पहचान लिया। एक तो था मेरी खाला जान का लड़का अनस और दूसरा मेरी फूफी के बेटा अदम। मैंने कहा अनस तेरी माँ का भोसड़ा साले तूने मुझे कभी नहीं बताया की तेरा लौड़ा इतना बड़ा हो गया है ? आज तू अपनी माँ की बहन का भोसड़ा चोदने आया है। कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है तूने ? वह बोला हां मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है। अम्मी ने कहा था की बेटा लड़का जब बालिग हो जाता है, जवान हो जाता है तो वह मर्द बन जाता है। उसकी गिनती उसके चाचा जान जैसे खालू जान जैसे उसके खुद अब्बू जान जैसे होने लगती है। जब ये लोग किसी का भी भोसड़ा चोद सकते हैं तो तुम भी किसी का भी भोसड़ा चोद सकते हो बेटा। फिर चाहे वह अपनी ही माँ का भोसड़ा क्यों न हो ? हमारे समाज में ये सब जायज़ है बेटा।
मैं पूंछा अदम तुम क्या करते हो। तुम भी मेरी माँ का भोसड़ा चोदने आये हो ? वह हंस कर बोला मैं तेरी माँ के भोसड़ा के साथ साथ तेरी भी बुर चोदने आया हूँ साइमा दीदी। मैंने कहा हां मादर चोदों जब तुम लोग अपनी माँ का भोसड़ा चोदते हो तो तुम अपनी दीदी की बुर भी चोद सकते हो । यह मैं अच्छी तरह जानती हूँ। अदम तेरी अम्मी मेरी अम्मी की नन्द है बुर चोदी। तेरी माँ का भोसड़ा मैं भी चोद चुकी हूँ। अपने मियां का लण्ड पेला था मैंने तेरी माँ की चूत में अदम। तब तक अम्मी जान ने मुझे अदम का लौड़ा पकड़ा दिया तो मैंने कादर का लौड़ा उसे पकड़ा दिया।
मैंने कहा - अरे अम्मी जान मैं जिसको इशारा कर दूंगी वह मादर चोद अपना लण्ड हिलाता हुआ मेरे पास फ़ौरन आ जायेगा। चोदने वालों की कमी नहीं है चुदवाने वालियों की कमी हो जाती है कभी कभी। इतने में किसी ने डोर बेज बजा दी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरे मेरी नन्द का ससुर खड़ा था। मैंने उसे अंदर बैठाया और अम्मी से मिलवाया। अम्मी उसे देख कर मस्त हो गयी और बोली - माशा अल्ला तुम तो अभी एकदम जवान हो ? कादर भाई जान। अम्मी पहले से ही उसे जानती थीं लेकिन उसके लण्ड को नहीं जानती थीं। अम्मी ने उसका लण्ड कभी नहीं देखा। अम्मी अंदर चली गयी अपने काम से और मैं उससे बातें करने लगी।
- मैंने कहा मेरी नन्द के ससुर जी मुझे तुमसे कोई शर्म तो है नहीं ? अब तुम मुझे यह बताओ की तुमने मेरी नन्द की बुर कितनी बार चोदी है ?
- तीन बार चोदी है मैंने तेरी नन्द की बुर, साइमा ।
- उसकी शादी अभी एक महीने ही पहले हुई है और तूने इतनी जल्दी उसकी बुर चोद ली ?
- अरे मैं तो उसे उसकी शादी के पहले ही चोदने वाला था। इस फॅमिली से मेरी जान पहचान पहले से ही थी शादी तो बाद में हुई है। वह बहुत खूबसूरत है न और खूबसूरत लड़की को देख कर मेरा लौड़ा फ़ौरन खड़ा हो जाता है।
- तेरी एक छोटी बहू भी है।
- हां हां उसे भी दो बार चोद चुका हूँ।
- बहुत बड़े बेटी चोद हरामजादे हो तुम ?
- देखो मेरी छोटी बहू मेरे दोस्त की बेटी है। मैं अपने दोस्त की बीवी चोदता था वह मेरी बीवी चोदता था। जब हमारी बेटियां बड़ी हुई जवान हुई तो वह मेरी बेटी चोदने लगा और मैं उसकी बेटी चोदने लगा . तो इस तरह मैं अपनी बहू को पहले चोद चुका था। उसकी शादी के बाद भी दो बार चोदा ।
- तूने तो मुझे भी चोदा है।
- तुमको तो सिर्फ एक बार चोदा है। तुम बहुत अच्छी तरह चुदवाती हो। आज मैं सच्ची तुम्हे चोदने ही आया हूँ। एक बात और बता दूँ मुझे तेरी अम्मी जान बहुत हसीन लगती हैं।
- लगती क्या हैं ? वह हैं ही हसीन।
- मैं तेरी अम्मी का भोसड़ा भी चोदने आया हूँ बहू ? अब देखो मुझे मना मत करना।
- नहीं मैं मना नहीं करूंगी पर मेरे सामने ही चोदना मेरी अम्मी का भोसड़ा ?
मैंने कहा - तो फिर तुम अपनी भी बेटी चोदते होंगे ?
वह बोला - हां हां चोदता हूँ। हमारे समाज में अपनी बेटी चोदना कोई गुनाह नहीं है अब मेरी बेटी औरत बन चुकी है। वह भी सभी औरतों की तरह है और तब उसे चोदने में कोई हर्ज़ नहीं है। यारब भी अपनी बेटी चोदता है। इतने में अम्मी आ गयी तो मैंने उसे यारब से भी मिलवाया। अम्मी ने कहा कादर भाई तेरा दोस्त भी माशा अल्ला तुम्हारी ही तरह मस्त जवान है यार। वह मुस्कराने लगा। तब तक ११ बज चुका था। ज़मीन पर सबके बिस्तर लग चुके थे। तब मुझे अम्मी की बात याद आयी उसने कहा था - "आज मैं तेरी बुर अच्छी तरह चोदूँगी, बेटी साइमा। कल मैंने तेरी नन्द की बुर चोदी थी। उसे भी मज़ा आया था और मुझे भी। जानती हो बेटी मैंने उसकी चूत में रात में तीन बार लण्ड पेला था वह भी अलग अलग लण्ड ? "
मैं सोंचने लगी की क्या अम्मी जान ने मेरी बुर चोदने के लिए कुछ इंतज़ाम किया है ? मैं मूड में आ गयी और मैंने कादर अंकल के पजामा में हाथ घुसेड़ दिया। अंदर ही अंदर उसका लौड़ा सहलाने लगी मैं। मुझे यारब ललचायी नज़रों से देख रहा था। तब मैंने दूसरे हाथ उसके भी पजामा में हाथ घुसा दिया। मैं उसका भी लण्ड सहलाने लगी। कादर लण्ड मेरे लिए नया नहीं था पर यारब का लण्ड मेरे लिए नया था। मेरी दोनों चूँचियाँ एकदम नंगी हो चुकी थीं। इतने में अम्मी जान मेरे कमरे में आ गयी और मुझे देख कर बोली तू भोसड़ी की छुप छुप कर लण्ड हिला रही है। अरे लौड़ा बाहर निकाल कर मस्ती से हिला हिला कर मज़ा ले न ? मैंने देखा की अम्मी ऊपर कुछ नहीं पहने हैं। नीचे सिर्फ एक पेटीकोट है। उसकी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ बड़ी सेक्सी लग रहीं थीं। कादर बोला हाय भाभी जान तुम भी आ जाओ न प्लीज ? अम्मी ने कहा मादर चोद कादर , तेरी बिटिया की बुर ? तेरी बहू की चूत ? पहले तू भोसड़ी का मेरी बेटी को नंगी करके उससे नंगा नंगा मिल ले फिर मैं तुझे देखूंगी और तेरा लण्ड देखूंगी।
अम्मी वापस चली गयीं। तब तक मैंने दोनों के पजामा खोल कर बाहर कर दिया तो दोनों भोसड़ी वाले एकदम नंगे हो गए। मैं दोनों लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी चूमने लगी और बारी बारी से चाटने लगी। मैं भी पूरी तरह नंगी हो चुकी थी. मैंने देखा की यारब का भी लौड़ा 9" + का है। मैंने कहा यार तुम दोनों के लण्ड का साइज लगभग एक ही है। वे बोले हां तभी तो हमारी बीवियां हमारी बेटियां एक दूसरे का लण्ड बहुत पसंद करतीं हैं। मैं दोनों लण्ड मुँह में भर कर चूसने लगी। मैं ये दोनों बड़े बड़े लण्ड पाकर सारी दुनियां भूल गयी और मन लगाकर इन लौंड़ों से खेलने लगी।
इतने में अचानक अम्मी फिर आ गयी। इस बार वह एकदम नंगी थी। उसका भोसड़ा खुला हुआ था। उसकी गांड, उसके चूतड़ खुले हुए थे। और उसके दोनों हाथों में एक एक लण्ड था। मैंने दोनों लड़कों को पहचान लिया। एक तो था मेरी खाला जान का लड़का अनस और दूसरा मेरी फूफी के बेटा अदम। मैंने कहा अनस तेरी माँ का भोसड़ा साले तूने मुझे कभी नहीं बताया की तेरा लौड़ा इतना बड़ा हो गया है ? आज तू अपनी माँ की बहन का भोसड़ा चोदने आया है। कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है तूने ? वह बोला हां मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है। अम्मी ने कहा था की बेटा लड़का जब बालिग हो जाता है, जवान हो जाता है तो वह मर्द बन जाता है। उसकी गिनती उसके चाचा जान जैसे खालू जान जैसे उसके खुद अब्बू जान जैसे होने लगती है। जब ये लोग किसी का भी भोसड़ा चोद सकते हैं तो तुम भी किसी का भी भोसड़ा चोद सकते हो बेटा। फिर चाहे वह अपनी ही माँ का भोसड़ा क्यों न हो ? हमारे समाज में ये सब जायज़ है बेटा।
मैं पूंछा अदम तुम क्या करते हो। तुम भी मेरी माँ का भोसड़ा चोदने आये हो ? वह हंस कर बोला मैं तेरी माँ के भोसड़ा के साथ साथ तेरी भी बुर चोदने आया हूँ साइमा दीदी। मैंने कहा हां मादर चोदों जब तुम लोग अपनी माँ का भोसड़ा चोदते हो तो तुम अपनी दीदी की बुर भी चोद सकते हो । यह मैं अच्छी तरह जानती हूँ। अदम तेरी अम्मी मेरी अम्मी की नन्द है बुर चोदी। तेरी माँ का भोसड़ा मैं भी चोद चुकी हूँ। अपने मियां का लण्ड पेला था मैंने तेरी माँ की चूत में अदम। तब तक अम्मी जान ने मुझे अदम का लौड़ा पकड़ा दिया तो मैंने कादर का लौड़ा उसे पकड़ा दिया।
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