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मैं शादी शुदा लड़कियां चोदता हूँ - Main shadi shuda ladkiyan chodta hun
मैं शादी शुदा लड़कियां चोदता हूँ - Main shadi shuda ladkiyan chodta hun , विवाहित लड़कियों को चोदने का शौकीन , ब्याही महिलाओं की चुदाई , पहली रात में सबको चोदता है , अन्तर्वासना कामवासना की स्टोरी , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
जी हां मैं शादी शुदा लड़कियां चोदता हूँ। खूबसूरत बीवियां चोदता हूँ। जानते हो क्यों ? क्योंकि खूबसूरत शादी शुदा लड़कियां ज्यादा चुदवातीं हैं, उन्हें पराये मर्दों से चुदवाने की आदत होती है। हर खूबसूरत औरत अपने हसबैंड से छुप छुप कर ग़ैर मर्दों से चुदवाती है और अच्छी तरह चुदवातीं है. निडर होकर बड़ी बेशर्मी से चुदवातीं हैं। खूबसूरत खूब गन्दी गन्दी बातें करतीं हैं, लण्ड से बातें करतीं है, लण्ड से खेलती है और आखिर में झड़ता हुआ पीती हैं। लण्ड का सुपाड़ा खूब मजे से चाटती हैं। लण्ड में हर तरह का जोश भर देतीं हैं। उन्हें चोदने में जितना मज़ा आता है उतना मज़ा मुझे कुवांरी लड़कियों को चोदने में कतई नहीं आता। शादी शादी शुदा लड़कियों की नई नई बीवियों की चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी होतीं हैं और मुझे चूँचियाँ चोदने का भी शौक है।
मेरा नाम साजन मेहरोत्रा है। मैं २८ साल का हूँ हैंडसम हूँ और हट्टा कट्टा गोरा चिट्टा हूँ। मैं एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हूँ। लड़के लड़कियों को इकठ्ठे पढ़ाता हूँ।
मेरे कॉलेज के एक लड़की पढ़ती है। वह सच में बड़ी खूबसूरत है और चंचल स्वाभाव की है। मैं उसके हाव भाव देखा करता हूँ लेकिन कभी उससे बात नहीं की। उसका नाम अंकिता है । एम बी ए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। जब वह सेकंड ईयर में आयी तो उसकी शादी हो गई। वह माथे में बिंदी हाथों में चूड़ियां और मांग में सिन्दूर लगा कर आयी तो मुझे मालूम हो गया की उसकी शादी हो गयी है। मेरी नियत उस पर ख़राब हो गयी. वह बह मुझे ललचाई नज़रों से देखने लगी और धीरे धीरे बातें भी करने लगी। उसे मालूम था की मैं कुवांरा हूँ और अकेले रहता हूँ। एक दिन संडे को वह सुबह ११ बजे मेरे घर आ गयी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने अंकिता खड़ी थी।
उसने टॉप और जींस पहनी थी। मैंने उसका टॉप उतार फेंका और उसकी जींस भी उतार दी. वह भोसड़ी की एकदम नंगी हो गयी। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत मेरे सामने आ गयी। तब तक वह भी मुझे नंगा कर चुकी थी। मेरा लण्ड पकड़ कर बड़े प्रेम से हिलाने लगी तो लण्ड पूरे ताव में आ गया।
वह बोली - वोवो, लौड़ा तो बड़ा शानदार है आपका, सर ?
मैंने कहा - मुझे सर मत कहो मैं सिर्फ साजन हूँ।
वह फिर मुस्कराकर बोली - हां मैं जानती हूँ माँ के लौड़े ? अब तो तू मेरा यार है। मेरी चूत चाटने वाला यार। मेरी बुर चोदने वाला मेरा यार . मेरी चूँची चोदने वाला मेरा यार। उसकी बातें मुझे और उत्तेजित कर रहीं थीं। इसी बीच उसने लण्ड अपने मुंह में घुसेड़ लिया और मस्ती से चूसने लगी। मैंने कहा अंकिता तुम तो बहुत अच्छी तरह लण्ड चूसती हो यार। कितने लण्ड चूस चुकी हो आज तक ? वह बोली वैसे तो मैंने गिना नहीं है पर हां ५/६ लण्ड तो चूस ही चुकी हूँ अब तक । अब तो मेरी शादी हो गयी है। अब तो मैं और ज्यादा चूसूंगी लण्ड । अब डर किस बात का ?
मैने कहा - अगर तेरे हसबैंड को मालूम हो गया तो ?
वह बोली - हसबैंड की माँ का भोसड़ा ? हसबैंड की बहन की बुर ? वह मादर चोद मुझे कभी पहचान ही नहीं पायेगा। मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगा। मैं बहुत चालक लड़की हूँ और उससे ज्यादा चालक बीवी हो गई हूँ। अगर उसने कुछ इधर उधर किया तो मैं उसकी गांड माँ भूसा भर दूँगी। सीधे सीधे बोलूंगी मेरा हसबैंड साला लोगों से अपनी बीवी चुदवाता है ? हिज़ड़ा है बहन चोद मेरा पति। अपनी बीवी की चुदाई का पैसा खाता है। तब साले की क्या इज़्ज़त रह जाएगी। लोग बीवी की बात मानेगें मियां की नहीं ? ऐसे में लोग मुझे चोदने के लिए मेरे आस पास घूमने लगेगें।
मैं मन ही मन सोंचने लगा की सच ही कहा गया है की औरत का चरित्र मनुष्य क्या भगवान् भी नहीं जानता ? इतने में मैंने लण्ड उसकी चूत पर टिकाया और एक ही धक्के में पूरा पेल दिया लण्ड। मैं सटासट चोदने लगा उसकी बुर और वह भी टाँगे उठाकर चुदवाने लगी अपनी बुर। चूत उसकी टाइट थी। लण्ड चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा था। मैं धीरे धीरे स्पीड बढ़ाने लगा तो वह चिल्ला पड़ी मैं इतना मोटा लण्ड पेल दिया तूने भोसड़ी वाले तुझे ज़रा भी रहम नहीं है। फट गयी मेरी बहन चोद बुर। हाय राम अब क्या करूंगी मैं ? केस मुंह दिखाऊंगी सबको। मैं कहा था धीरे धीरे पेलो तूने तो एकदम से पेल दिया।
मैं उसकी बातों का मज़ा लेने लगा। थोड़ी देर में फिर बोली हाय मेरे राजा और गचागच चोदो मुझे। पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे, गांड़ से जोर लगा लगा के चोदो, अपनी बीवी समझ के चोदो मेरी बुर, फाड़ डालो मेरी बुर। तेरा लौड़ा बड़ा जबरदस्त है यार। तेरा लण्ड जैकब सर के लण्ड की तरह है सर. मैंने पूंछा तो क्या तू जैकब से भी चुदवाती है। वह बोली नहीं सर वो जैकब दूसरा है । मैं जिसकी बात कर रही हूँ वह दूसरे कॉलेज का है। मुझे तुमसे चुदवाने में बड़ा मज़ा रहा है। मुझे सच में अंकिता की बुर चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मुझे लग रहा था की वह एक रंडी की तरह चुदवायेगी। और मेरी बात सही निकली। हर खूब सूरत बीवी बहन चोद पराये मर्दों से चुदवाती है। मैंने भी ठान लिया की अब मैं इसे अक्सर चोदा करूंगा।
थोड़ी देर में वह बोली अब मुझे पीछे से चोदो। मुझे घोड़ी बनाकर चोदो। मुझे कुतिया बना कर चोदो। मुझे डॉगी स्टाइल में चुदवाने में भी खूब मज़ा आता है। मैं उसे पीछे से ब्लू फिल्मों की तरह चोदने लगा। वह भी खूब एन्जॉय करने लगी। उसकी चूँचियाँ बड़ी बड़ी थीं इसलिए मैं थोड़ा चोदने के बाद अपना लण्ड उसकी चूँचियाँ के घुसेड़ दिया और अब मैं तेरी चूँचियाँ चोदूंगा। वह बोली हाय जरूर चोदो। उसने लौड़ा घुसा लिया अपनी चूँचियों में और मैं मस्ती से चोदने लगा। लड़की जब मन से चुदवाती है तो चोदने वाले को खूब मज़ा आता है। वह बार बार मेरे लण्ड का सुपाड़ा चाट रही थी। उसकी चूत पहले ही खलास हो चुकी थी। मैं भी मंजिल तक पहुँचने वाला था मैंने कहा अब मैं झड़ जाऊंगा अंकिता। वह बोली भोसड़ी के मेरे मुंह में झड़ जा ? मैंने झड़ता हुआ लण्ड उसके मुंह में पेल दिया। वह सब वीर्य पी गयी और सुपाड़ा चाटने लगी।
एक दिन मुझे एक और लड़की बिंदी सिन्दूर में दिखाई दी। मैंने मन में कहा अभी तो कुछ दिन पहले ऐसा नहीं था। इसकी शादी शायद अभी कुछ दिन पहले ही हुई है। मैं बस उसकी तरफ ध्यान देने लगा। वह भी मेरी तरफ खिंचने लगी। मुझसे हंस हंस कर बातें करने लगी और मुझे तिरछीं निगाहों से देखने लगी। उसकी अदाएं मुझे बता रहीं थीं की वह मुझ पर लाइन मार रही है और मैं तो उसकी बड़ी बड़ी चूँचियों पर जान दे रहा था। सोंचता था की जाने कब वह दिन आएगा जब मैं अपना लौड़ा इसकी चूँचियों में पेलूँगा। उसका नाम था सुलेखा। पंजाब लड़की थी गोरी चिट्टी खूबसूरत ार बड़ी हॉट थी भोसड़ी वाली। वह लो वेस्ट की जींस पहन कर आयी थी। जींस इतनी लो थी की अगर एक इंच और नीचे खसक जाए तो उसकी झांटें दिखने लगेगीं।
जी हां मैं शादी शुदा लड़कियां चोदता हूँ। खूबसूरत बीवियां चोदता हूँ। जानते हो क्यों ? क्योंकि खूबसूरत शादी शुदा लड़कियां ज्यादा चुदवातीं हैं, उन्हें पराये मर्दों से चुदवाने की आदत होती है। हर खूबसूरत औरत अपने हसबैंड से छुप छुप कर ग़ैर मर्दों से चुदवाती है और अच्छी तरह चुदवातीं है. निडर होकर बड़ी बेशर्मी से चुदवातीं हैं। खूबसूरत खूब गन्दी गन्दी बातें करतीं हैं, लण्ड से बातें करतीं है, लण्ड से खेलती है और आखिर में झड़ता हुआ पीती हैं। लण्ड का सुपाड़ा खूब मजे से चाटती हैं। लण्ड में हर तरह का जोश भर देतीं हैं। उन्हें चोदने में जितना मज़ा आता है उतना मज़ा मुझे कुवांरी लड़कियों को चोदने में कतई नहीं आता। शादी शादी शुदा लड़कियों की नई नई बीवियों की चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी होतीं हैं और मुझे चूँचियाँ चोदने का भी शौक है।
मेरा नाम साजन मेहरोत्रा है। मैं २८ साल का हूँ हैंडसम हूँ और हट्टा कट्टा गोरा चिट्टा हूँ। मैं एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हूँ। लड़के लड़कियों को इकठ्ठे पढ़ाता हूँ।
मेरे कॉलेज के एक लड़की पढ़ती है। वह सच में बड़ी खूबसूरत है और चंचल स्वाभाव की है। मैं उसके हाव भाव देखा करता हूँ लेकिन कभी उससे बात नहीं की। उसका नाम अंकिता है । एम बी ए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। जब वह सेकंड ईयर में आयी तो उसकी शादी हो गई। वह माथे में बिंदी हाथों में चूड़ियां और मांग में सिन्दूर लगा कर आयी तो मुझे मालूम हो गया की उसकी शादी हो गयी है। मेरी नियत उस पर ख़राब हो गयी. वह बह मुझे ललचाई नज़रों से देखने लगी और धीरे धीरे बातें भी करने लगी। उसे मालूम था की मैं कुवांरा हूँ और अकेले रहता हूँ। एक दिन संडे को वह सुबह ११ बजे मेरे घर आ गयी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने अंकिता खड़ी थी।
- मैंने कहा अरे वाह तुम मेरे घर ? कोई खास बात है क्या ?
- वह मुस्कराकर बोली - हां ख़ास बात है भी और नहीं भी।
- तो फिर बताओ न प्लीज।
- ख़ास बात यह है की मेरी शादी हो गयी है और तुम शादी शुदा लड़कियों को ही लिफ्ट देते हो. आज मुझे भी दे दो प्लीज ?
- यह बात किसने बताई आपको ?
- सर, कुछ बातें बताई नहीं जातीं महसूस की जातीं हैं। अब तुम बताओ ये सच है की नहीं।
- हां बिलकुल सच है।
- पहले ये बताओ की मैं शादी के बाद तुम्हे कैसी लग रही हूँ।
- उसने जिस अदा से कहा उससे मेरे बदन में सुरसुरी होने लगी। मैं दो सेकंड के लिए सोंचने लगा फिर बोला मैं जो कहूंगा बुरा मत मानना अंकिता ?
- नहीं मानूगी बिलकुल नहीं मानूंगी पर सच कहो और बिंदास कहो।
- तुम बहुत सुन्दर लग रही हो अंकिता। बहुत सेक्सी लग रही हो यार ? मन करता है की तुम्हारी ले लूं ?
- हां ले लो न सर मेरी ? अभी ले लो प्लीज। मैं तुम्हे देने ही आयी हूँ। मेरी बुर ले लो प्लीज। मैं बहुत दिनों से तुम्हे अपनी बुर देने के लिए तड़प रही हूँ। प्लीज मना मत करना ?
- अच्छा तो फिर तुम क्या लोगी मुझसे ?
- मैं तेरा लण्ड लूंगी सर। पहले मुंह में लूंगी तेरा लण्ड फिर बुर में लूंगी। प्लीज मैं बड़ी उम्मीद से आयी हूँ। मुझे चोदो प्लीज। आज छुट्टी का दिन है आज मुझे दिन भर चोदो। मैंने चुदाने आयी हूँ सर।
उसने टॉप और जींस पहनी थी। मैंने उसका टॉप उतार फेंका और उसकी जींस भी उतार दी. वह भोसड़ी की एकदम नंगी हो गयी। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत मेरे सामने आ गयी। तब तक वह भी मुझे नंगा कर चुकी थी। मेरा लण्ड पकड़ कर बड़े प्रेम से हिलाने लगी तो लण्ड पूरे ताव में आ गया।
वह बोली - वोवो, लौड़ा तो बड़ा शानदार है आपका, सर ?
मैंने कहा - मुझे सर मत कहो मैं सिर्फ साजन हूँ।
वह फिर मुस्कराकर बोली - हां मैं जानती हूँ माँ के लौड़े ? अब तो तू मेरा यार है। मेरी चूत चाटने वाला यार। मेरी बुर चोदने वाला मेरा यार . मेरी चूँची चोदने वाला मेरा यार। उसकी बातें मुझे और उत्तेजित कर रहीं थीं। इसी बीच उसने लण्ड अपने मुंह में घुसेड़ लिया और मस्ती से चूसने लगी। मैंने कहा अंकिता तुम तो बहुत अच्छी तरह लण्ड चूसती हो यार। कितने लण्ड चूस चुकी हो आज तक ? वह बोली वैसे तो मैंने गिना नहीं है पर हां ५/६ लण्ड तो चूस ही चुकी हूँ अब तक । अब तो मेरी शादी हो गयी है। अब तो मैं और ज्यादा चूसूंगी लण्ड । अब डर किस बात का ?
मैने कहा - अगर तेरे हसबैंड को मालूम हो गया तो ?
वह बोली - हसबैंड की माँ का भोसड़ा ? हसबैंड की बहन की बुर ? वह मादर चोद मुझे कभी पहचान ही नहीं पायेगा। मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगा। मैं बहुत चालक लड़की हूँ और उससे ज्यादा चालक बीवी हो गई हूँ। अगर उसने कुछ इधर उधर किया तो मैं उसकी गांड माँ भूसा भर दूँगी। सीधे सीधे बोलूंगी मेरा हसबैंड साला लोगों से अपनी बीवी चुदवाता है ? हिज़ड़ा है बहन चोद मेरा पति। अपनी बीवी की चुदाई का पैसा खाता है। तब साले की क्या इज़्ज़त रह जाएगी। लोग बीवी की बात मानेगें मियां की नहीं ? ऐसे में लोग मुझे चोदने के लिए मेरे आस पास घूमने लगेगें।
मैं मन ही मन सोंचने लगा की सच ही कहा गया है की औरत का चरित्र मनुष्य क्या भगवान् भी नहीं जानता ? इतने में मैंने लण्ड उसकी चूत पर टिकाया और एक ही धक्के में पूरा पेल दिया लण्ड। मैं सटासट चोदने लगा उसकी बुर और वह भी टाँगे उठाकर चुदवाने लगी अपनी बुर। चूत उसकी टाइट थी। लण्ड चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा था। मैं धीरे धीरे स्पीड बढ़ाने लगा तो वह चिल्ला पड़ी मैं इतना मोटा लण्ड पेल दिया तूने भोसड़ी वाले तुझे ज़रा भी रहम नहीं है। फट गयी मेरी बहन चोद बुर। हाय राम अब क्या करूंगी मैं ? केस मुंह दिखाऊंगी सबको। मैं कहा था धीरे धीरे पेलो तूने तो एकदम से पेल दिया।
मैं उसकी बातों का मज़ा लेने लगा। थोड़ी देर में फिर बोली हाय मेरे राजा और गचागच चोदो मुझे। पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे, गांड़ से जोर लगा लगा के चोदो, अपनी बीवी समझ के चोदो मेरी बुर, फाड़ डालो मेरी बुर। तेरा लौड़ा बड़ा जबरदस्त है यार। तेरा लण्ड जैकब सर के लण्ड की तरह है सर. मैंने पूंछा तो क्या तू जैकब से भी चुदवाती है। वह बोली नहीं सर वो जैकब दूसरा है । मैं जिसकी बात कर रही हूँ वह दूसरे कॉलेज का है। मुझे तुमसे चुदवाने में बड़ा मज़ा रहा है। मुझे सच में अंकिता की बुर चोदने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मुझे लग रहा था की वह एक रंडी की तरह चुदवायेगी। और मेरी बात सही निकली। हर खूब सूरत बीवी बहन चोद पराये मर्दों से चुदवाती है। मैंने भी ठान लिया की अब मैं इसे अक्सर चोदा करूंगा।
थोड़ी देर में वह बोली अब मुझे पीछे से चोदो। मुझे घोड़ी बनाकर चोदो। मुझे कुतिया बना कर चोदो। मुझे डॉगी स्टाइल में चुदवाने में भी खूब मज़ा आता है। मैं उसे पीछे से ब्लू फिल्मों की तरह चोदने लगा। वह भी खूब एन्जॉय करने लगी। उसकी चूँचियाँ बड़ी बड़ी थीं इसलिए मैं थोड़ा चोदने के बाद अपना लण्ड उसकी चूँचियाँ के घुसेड़ दिया और अब मैं तेरी चूँचियाँ चोदूंगा। वह बोली हाय जरूर चोदो। उसने लौड़ा घुसा लिया अपनी चूँचियों में और मैं मस्ती से चोदने लगा। लड़की जब मन से चुदवाती है तो चोदने वाले को खूब मज़ा आता है। वह बार बार मेरे लण्ड का सुपाड़ा चाट रही थी। उसकी चूत पहले ही खलास हो चुकी थी। मैं भी मंजिल तक पहुँचने वाला था मैंने कहा अब मैं झड़ जाऊंगा अंकिता। वह बोली भोसड़ी के मेरे मुंह में झड़ जा ? मैंने झड़ता हुआ लण्ड उसके मुंह में पेल दिया। वह सब वीर्य पी गयी और सुपाड़ा चाटने लगी।
एक दिन मुझे एक और लड़की बिंदी सिन्दूर में दिखाई दी। मैंने मन में कहा अभी तो कुछ दिन पहले ऐसा नहीं था। इसकी शादी शायद अभी कुछ दिन पहले ही हुई है। मैं बस उसकी तरफ ध्यान देने लगा। वह भी मेरी तरफ खिंचने लगी। मुझसे हंस हंस कर बातें करने लगी और मुझे तिरछीं निगाहों से देखने लगी। उसकी अदाएं मुझे बता रहीं थीं की वह मुझ पर लाइन मार रही है और मैं तो उसकी बड़ी बड़ी चूँचियों पर जान दे रहा था। सोंचता था की जाने कब वह दिन आएगा जब मैं अपना लौड़ा इसकी चूँचियों में पेलूँगा। उसका नाम था सुलेखा। पंजाब लड़की थी गोरी चिट्टी खूबसूरत ार बड़ी हॉट थी भोसड़ी वाली। वह लो वेस्ट की जींस पहन कर आयी थी। जींस इतनी लो थी की अगर एक इंच और नीचे खसक जाए तो उसकी झांटें दिखने लगेगीं।
- वह बोली - सर आप मुझे बहुत हैंडसम लगते हैं। मैं तुम्हे प्यार करने लगी हूँ।
- मैंने कहा - खूबसूरत तो आप भी है, सुलेखा जी।
- नहीं सर मुझे 'आप' मत कहो। मुझे सुलेखा 'जी' मत कहो। ' मैं तुम्हारी स्टूडेंट हूँ। मुझे सुलेखा कहो. मैं बहुत हरामजादी हूँ सर इसलिए मुझे बुर चोदी सुलेखा कहो तो ज्यादा अच्छा होगा क्योंकि मुझे कॉलेज में सब लोग बुर चोदी सुलेखा कह कर बुलातें हैं।
- अरे वाह पर तुम तो बहुत अच्छी लड़की हो ?
- ऊपर से अच्छी दिखती हूँ सर पर हूँ मैं बहुत गन्दी। मैं बहुत बड़ी छिनार हूँ, मादर चोद हूँ मैं सर। माँ चुदाने वाली एक बेशर्मी बेटी हूँ मैं और आज एक मद मस्त बदचलन किसी की बीवी हो गयी हूँ मैं।
- तुम अपने आपको इतनी गालियां क्यों दे रही हो ?
- मैं तुम्हे सच्चाई बता रही हूँ सर।
- अच्छा और बोलो क्या पूंछना है तुम्हे ?
- मैं तुमसे पूंछने नहीं, तुमसे कुछ माँगने आयी हूँ सर।
- बोलो क्या मांगने आयी हो ?
- तुम्हारा 'लण्ड', सर ? तुम्हारा 'लण्ड' मांगने आयी हूँ। अब मना मत करना नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
- मैं मना नहीं कर रहा हूँ पर ये बताओ की कैसे लोगी तुम मेरा ?
- तुम हां कर दो सर बाकी तो मैं तेरे 'लण्ड' से बात कर लूंगी।
मैंने मन में कहा की हर खूबसूरत बीवी अपने पति के लण्ड को ऐसा ही कहती है क्योंकि वो मादर चोद पराये मर्दों के लण्ड से प्यार करती है अपने मरद के लण्ड से नहीं। एकदम छिनार होतीं है ये भोसड़ी वाली खूबसूरत बीवियां ?
उसने ताबड़तोड़ लण्ड की कई चुम्मियाँ लीं और लण्ड पर एक प्यार से थप्पड मार कर बोली - हाय मेरे लण्ड राजा मैं बहुत दिनों से तेरे से मिलना चाह रही थी आज मौक़ा मिला है। सुना है तू शादी शुदा लड़कियां की बुर चोदता है तो आज सुन ले तू मैं शादी शुदा हूँ आज तू मेरी बुर चोद ले। तू इतना मस्त है यार की मुझे तेरे से मोहब्बत हो गयी है। मेरी चूत बिचारी अभी तक तुझे पाने के लिए तड़प रही थी। आज जब मेरी चूत ने तुझे देखा तो उसे संतोष हुआ। फिर उसने मेरे पेल्हड़ भी प्यार से चूमें और मेरी छोटी छोटी झाटों पर हाथ भी फिराया। फिर वह अपनी जबान निकाल कर मेरा लण्ड ऊपर से नीचे तक, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक बड़े मन से चाटने लगी। उसके बाद उसने लण्ड के सुपाड़े के चारों ओर अपनी जबान घुमाया । इधर मैं भी उसकी चूँचिया, उसकी चूत, उसकी गांड़ और उसकी जाँघों पर मजे से हाथ फिराने लगा। वैसे मुझे तो नंगी शादी शुदा लड़की के बदन पर हाथ फिराने में बड़ा मज़ा आता है।
इन सब बातों से मेरा लण्ड बहन चोद लण्ड आप से बाहर हो गया। मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और उसे पटक कर उसके ऊपर चढ़ बैठा। मैंने कहा तू बातें बहुत सेक्सी करती है। तेरी बातों से मेरा लौड़ा साला काबू के बाहर हो गया। तू भोसड़ी की जितनी खूबसूरत है उतनी ही खूबसूरत बातें करती है। मैंने लौड़ा उसकी चूत में टिका दिया और फिर एक धक्का मारा तो लण्ड गच गचा कर अंदर घुस गया। मैं स्पीड बढ़ाने लगा और चोदने लगा। वह बोली माँ के लौड़े क्या एक ही बार में मेरी बुर चोद डालेगा। मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ। तुझसे अच्छी तरह चुदवाकर कर ही जाऊंगी। अपनी चूत फड़वाकर कर ही जाऊंगी। तेरा लण्ड चोद कर ही जाऊंगी। तेरे लण्ड को अच्छी तरह भून कर ही जाऊंगी। मैं बुर चोदी बहुत बिंदास चुदक्कड़ लड़की
हूँ और अब तो मैं किसी की बीवी बन चुकी हूँ। अब मैं किसी भोसड़ी वाले से नहीं डरती। पेलो लण्ड मेरी चूत में जितनी तरह से पेल सकते हो ? चोद डालो मेरी चूत अपनी गांड़ से जोर लगा कर। थोड़ी देर तक इस तरह चुदवाने के बाद उसने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद मेरे लण्ड पर चढ़ बैठी। उसका मुंह मेरे मुंह की तरफ था। झुकी और अपनी गांड उठा मेरे लण्ड पर पटकने लगी। वह मर्दों की तरह ही मेरा लण्ड चोदने लगी। मुझे भी इस तरकीब से मज़ा आने लगा। मैं भी नीचे से जोर लगाने लगा। मैंने पूंछा सुलेखा तुम इसी तरह चुदवाती हो क्या ? वह बोली मैं चुदवाती नहीं हूँ। मैं इसी तरह सबके लण्ड चोदती हूँ। ढीले कर देती हूँ बड़ों बड़ों के लण्ड ? थोड़ी देर में उसने घूम कर अपनी पीठ मेरी तरफ कर दी और फिर अपने चूतड़ उचका उचका कर चोदने लगी मेरा लण्ड। इस समय सच में वह बिलकुल ब्लू फिल्म की हीरोइन लग रही थी। मुझे लगा की उसकी चूत ढीली हो गयी है। वह अब खलास हो चुकी है और तब वह लण्ड से उत्तरी और मेरा लण्ड मुठ्ठी में लेकर सड़का मारने लगी। मुझे उसके हाथ से सड़का मरवाने में भी बड़ा मज़ा आ रहा था। उसने अपने मुंह भी लण्ड के ठीक सामने खोल रखा था। बस फिर क्या तनिक ही देर में लण्ड ने उगलना शुरू किया वीर्य जिसे वह पूरा पी गयी और लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी।
एक दिन मैंने अपने कॉलेज में ही चपरासी के थ्रू एक लड़की राधिका को बुलवाया। वह जब मेरे केबिन में आयी और मेरे सामने बैठी तो मैं उसे देखता ही रह गया। उसकी चूड़ी, बिंदी और सिन्दूर देख कर मैंने पूंछा राधिका तुम्हारी शादी हो गयी है क्या ? वह बोली जी हां सर, अभी एक महीने पहले ही हुई है। मैं अपनी ससुराल से कल ही वापस आयी हूँ। /मैंने मुस्कराकर कहा अच्छा तो तुम अपनी हनीमून मनाकर आ रही हो ? उसने भी हंस कर जबाब दिया जी हां आपने सही कहा। उस समय उसकी खूबसूरती ने मुझे बेचैन कर दिया। मेरा लण्ड साला अंदर ही अंदर उछलने लगा। दो दिन बाद वह मेरे पास आयी और बोली सर मुझे आपके अंडर में रिसर्च पेपर सबमिट करना है तो मैं आपसे गाइडेंस लेने आपके घर आना चाहती हूँ। मैंने कहा ठीक है कल संडे है। कल आ जाना सुबह ११ बजे।
अगले दिन वह साड़ी पहन कर आयी और ब्रा भी, ब्लाउज़ तो आजकल चलन में है ही नहीं। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ मन बिचलित कर रहीं थीं। मैं उसे जल्दी से जल्दी नंगी देखना चाहता था।
मैंने पहले तो बातें की फिर पूंछा - राधिका तुम क्या पियोगी ? ठंढा या गरम ?
वह बोली - गरम गरम पियूँगी सर।
मैंने पूंछा - अच्छा, चाय या काफी।
वह बोली - जी नहीं न चाय न काफी।
मैंने कहा - तो क्या पियोगी गरमागरम।
वह बोली - सच बताऊँ सर। बुरा तो नहीं मानोगे। डाँटोगे तो नहीं मुझे ?
मैंने प्यार से कहा - बिलकुल नहीं ? ये मेरा घर है कोई कॉलेज का ऑफिस नहीं ? अब बताओ क्या पियोगी ?
वह बिंदास बोली - तुम्हारा लण्ड पियूँगी सर ? गरमागरम लण्ड ?
मैंने कहा - वाओ, ?
वह बोली - मुझे मालूम है की इस कॉलेज की हर शादी शुदा लड़की तुम्हारा लण्ड पीती है। अभी कुछ दिन पहले सुलेखा तेरा लण्ड पीकर गयी। उसके पहले अंकिता तेरा लण्ड पी कर गयी. मुझे उन दोनों ने सब कुछ बता दिया है। मैं तो बहुत पहले तेरा लण्ड पीने आने वाली थी। पर जब मुझे मालूम हुआ की तुम सिर्फ शादी शुदा लड़कियों को ही लण्ड पिलाते हो तो मैं अपनी शादी का इंतज़ार करने लगी। अब मेरी शादी हो गयी है। अब तो मैं बिना तेरा लण्ड पिए , बिना तेरा लण्ड चोदे, बिना तुमसे अपनी बुर फड़वाये यहाँ से जाने वाली नहीं हूँ। मैं बुर चोदी मिसेज राधिका हूँ। बड़ों बड़ो के लण्ड चोदती हूँ। आज तेरा लण्ड चोदूँगी।
ऐसा बोल कर उसने एक मिनट में ही अपनी साड़ी और ब्रा खोल कर फेंक दी। वह मेरे सामने एकदम नंगी हो गयी। उसे देख कर मैं भी नंगा हो गया। वह मेरा लण्ड पकड़ कर पीने लगी।
राधिका मेरा लण्ड बहुत अच्छी तरह से पीने लगी।
उसने ताबड़तोड़ लण्ड की कई चुम्मियाँ लीं और लण्ड पर एक प्यार से थप्पड मार कर बोली - हाय मेरे लण्ड राजा मैं बहुत दिनों से तेरे से मिलना चाह रही थी आज मौक़ा मिला है। सुना है तू शादी शुदा लड़कियां की बुर चोदता है तो आज सुन ले तू मैं शादी शुदा हूँ आज तू मेरी बुर चोद ले। तू इतना मस्त है यार की मुझे तेरे से मोहब्बत हो गयी है। मेरी चूत बिचारी अभी तक तुझे पाने के लिए तड़प रही थी। आज जब मेरी चूत ने तुझे देखा तो उसे संतोष हुआ। फिर उसने मेरे पेल्हड़ भी प्यार से चूमें और मेरी छोटी छोटी झाटों पर हाथ भी फिराया। फिर वह अपनी जबान निकाल कर मेरा लण्ड ऊपर से नीचे तक, सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक बड़े मन से चाटने लगी। उसके बाद उसने लण्ड के सुपाड़े के चारों ओर अपनी जबान घुमाया । इधर मैं भी उसकी चूँचिया, उसकी चूत, उसकी गांड़ और उसकी जाँघों पर मजे से हाथ फिराने लगा। वैसे मुझे तो नंगी शादी शुदा लड़की के बदन पर हाथ फिराने में बड़ा मज़ा आता है।
इन सब बातों से मेरा लण्ड बहन चोद लण्ड आप से बाहर हो गया। मैंने उसे अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और उसे पटक कर उसके ऊपर चढ़ बैठा। मैंने कहा तू बातें बहुत सेक्सी करती है। तेरी बातों से मेरा लौड़ा साला काबू के बाहर हो गया। तू भोसड़ी की जितनी खूबसूरत है उतनी ही खूबसूरत बातें करती है। मैंने लौड़ा उसकी चूत में टिका दिया और फिर एक धक्का मारा तो लण्ड गच गचा कर अंदर घुस गया। मैं स्पीड बढ़ाने लगा और चोदने लगा। वह बोली माँ के लौड़े क्या एक ही बार में मेरी बुर चोद डालेगा। मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ। तुझसे अच्छी तरह चुदवाकर कर ही जाऊंगी। अपनी चूत फड़वाकर कर ही जाऊंगी। तेरा लण्ड चोद कर ही जाऊंगी। तेरे लण्ड को अच्छी तरह भून कर ही जाऊंगी। मैं बुर चोदी बहुत बिंदास चुदक्कड़ लड़की
एक दिन मैंने अपने कॉलेज में ही चपरासी के थ्रू एक लड़की राधिका को बुलवाया। वह जब मेरे केबिन में आयी और मेरे सामने बैठी तो मैं उसे देखता ही रह गया। उसकी चूड़ी, बिंदी और सिन्दूर देख कर मैंने पूंछा राधिका तुम्हारी शादी हो गयी है क्या ? वह बोली जी हां सर, अभी एक महीने पहले ही हुई है। मैं अपनी ससुराल से कल ही वापस आयी हूँ। /मैंने मुस्कराकर कहा अच्छा तो तुम अपनी हनीमून मनाकर आ रही हो ? उसने भी हंस कर जबाब दिया जी हां आपने सही कहा। उस समय उसकी खूबसूरती ने मुझे बेचैन कर दिया। मेरा लण्ड साला अंदर ही अंदर उछलने लगा। दो दिन बाद वह मेरे पास आयी और बोली सर मुझे आपके अंडर में रिसर्च पेपर सबमिट करना है तो मैं आपसे गाइडेंस लेने आपके घर आना चाहती हूँ। मैंने कहा ठीक है कल संडे है। कल आ जाना सुबह ११ बजे।
अगले दिन वह साड़ी पहन कर आयी और ब्रा भी, ब्लाउज़ तो आजकल चलन में है ही नहीं। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ मन बिचलित कर रहीं थीं। मैं उसे जल्दी से जल्दी नंगी देखना चाहता था।
मैंने पहले तो बातें की फिर पूंछा - राधिका तुम क्या पियोगी ? ठंढा या गरम ?
वह बोली - गरम गरम पियूँगी सर।
मैंने पूंछा - अच्छा, चाय या काफी।
वह बोली - जी नहीं न चाय न काफी।
मैंने कहा - तो क्या पियोगी गरमागरम।
वह बोली - सच बताऊँ सर। बुरा तो नहीं मानोगे। डाँटोगे तो नहीं मुझे ?
मैंने प्यार से कहा - बिलकुल नहीं ? ये मेरा घर है कोई कॉलेज का ऑफिस नहीं ? अब बताओ क्या पियोगी ?
वह बिंदास बोली - तुम्हारा लण्ड पियूँगी सर ? गरमागरम लण्ड ?
मैंने कहा - वाओ, ?
वह बोली - मुझे मालूम है की इस कॉलेज की हर शादी शुदा लड़की तुम्हारा लण्ड पीती है। अभी कुछ दिन पहले सुलेखा तेरा लण्ड पीकर गयी। उसके पहले अंकिता तेरा लण्ड पी कर गयी. मुझे उन दोनों ने सब कुछ बता दिया है। मैं तो बहुत पहले तेरा लण्ड पीने आने वाली थी। पर जब मुझे मालूम हुआ की तुम सिर्फ शादी शुदा लड़कियों को ही लण्ड पिलाते हो तो मैं अपनी शादी का इंतज़ार करने लगी। अब मेरी शादी हो गयी है। अब तो मैं बिना तेरा लण्ड पिए , बिना तेरा लण्ड चोदे, बिना तुमसे अपनी बुर फड़वाये यहाँ से जाने वाली नहीं हूँ। मैं बुर चोदी मिसेज राधिका हूँ। बड़ों बड़ो के लण्ड चोदती हूँ। आज तेरा लण्ड चोदूँगी।
ऐसा बोल कर उसने एक मिनट में ही अपनी साड़ी और ब्रा खोल कर फेंक दी। वह मेरे सामने एकदम नंगी हो गयी। उसे देख कर मैं भी नंगा हो गया। वह मेरा लण्ड पकड़ कर पीने लगी।
राधिका मेरा लण्ड बहुत अच्छी तरह से पीने लगी।
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