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भाभी की चुदाई - Bhabhi Ki Chudai - जानिये मैंने मेरी भाभी को कैसे चोदा
भाभी की चुदाई - Bhabhi Ki Chudai - जानिये मैंने मेरी भाभी को कैसे चोदा - भाभी को पटाकर चोद दिया , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
दोस्तों मैंने पहली कहानी में आपको बताया था कि जब मेरी पत्नी मायके गई थी तो मैंने एक दिन तो मुठ मार कर काम चला लिया था और फिर भाभी से सेटिंग कर ली थी. आज मैं अपनी इसी घटना का आपके सामने वर्णन कर रहा हूँ. आज मैं आपको बताऊंगा कि मैंने कैसे भाभी को पटाया और फिर कैसे चोदा.
उस दिन मैंने पूरी रात hindi sex stories पढ़ी थी इसलिए काफी देर तक सोता रहा. जब 10 बजे तक भी मैं उठा नहीं तो भाभी मुझे जगाने आई. भाभी ने मुझे जैसे ही जगाया तो भाभी के मुंह से जो शब्द निकले बस वो ही मेरे काम आ गए. भाभी बोली - आज तेरी पत्नी भी नहीं है और आज भी देर तक सो रहा है. रात में क्या किया था?
भाभी के मुंह से यह सुनकर मैं चौक गया लेकिन तभी ख्याल आया बेटा अच्छा मौका है लगा दे चौका. मैंने तभी भाभी से कहा - बस बीवी की याद में तड़पता रहा इसलिए नींद नहीं आई.
यह सुनकर भाभी हंसी और थोड़ी सी सरमा कर बोली - हट पागल ऐसी बातें भी कोई अपनी भाभी को कहता है?
मैंने कहा - भाभी ये तो कुछ भी नहीं है, भाभी से तो बहुत कुछ हो जाता है.
भाभी बोली - होता होगा मुझे क्या?
मैंने कहा - ठीक है फिर तो मुझे हर दिन मुठ मार कर ही काम चलाना पड़ेगा.
वो मेरी ये बात सुनकर हंसने लगी. मैंने भी कह दिया हँसती क्या हो सच बोल रहा हूँ. तब वो मुझे कुछ भी नही बोली और अपने कमरे में चली गई.
मैंने सोचा - बेटा इससे अच्छा मौका शायद ही फिर कभी मिलेगा. घर में इस समय मेरे और भाभी के अलावा कोई नहीं था. अच्छा मौका सोचकर भाभी के कमरे में चला गया. भाभी टीवी देख रही थी. मैं भाभी के पास जाकर बैठ गया, भाभी कुछ नहीं बोली. मैं मन में बहुत खुश हो रहा था. मैं भाभी के थोड़ा और करीब गया.
भाभी बोली - पागल मत बन, कोई आ जाएगा तो दोनों को मार पड़ेगी.
मैं भाभी के मन की बात समझ गया और भाभी को अपनी बाँहों में भर लिया. जब मैंने उनको अपनी बाँहों में भर लिया तो वो मेरे से लिपट कर मुझे चूमने लगी. मुझे लग रहा था कि भाभी मुझसे चुदने के लिए तैयार थी. मैं जब उनको बाँहों में भरे हुआ था तो उनके बड़े और मस्त चिकने बूब्स बीच में दब रहे थे. फिर कुछ देर बाद भाभी ने अपनी होठो को मेरी होठो पर रख दिया. मैं उसके होठो को चूसने लगा. मैं उनकी रसीली होठो को चूसने के साथ उनके मस्त चिकने बूब्स को दबाने लगा.
मैने भाभी को बेड पर लेटा दिया और उनको चूमने लगा. वो मेरा साथ देती हुई मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी. मैं कुछ देर तक ऐसे ही चूमता रहा और फिर उनके कपडे निकाल दिए. भाभी ब्रा और पैंटी में इतनी सेक्सी होगी यह मैंने कभी सोचा भी नहीं था. मैं उनकी कमर को पकड कर लिपट गया और कमर में किस करने के बाद उनकी होठो पर अपनी होठो को रख कर उनकी होठो के रस को चूसने लगा. भाभी के होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मैने उसकी ब्रा को खोल दिया और बड़े बूब्स को मुंह में रख कर जोर जोर से दबाते हुए चूसने लगा. वो हाँ उई हाँ उई ... हाय मर गई … सी उई सी सी उई की सिसकियाँ लेती हुई चूसाने लगी. मैं उनके एक दूध को हाथ में पकड कर हलके से जल्दी - जल्दी दबा रहा था और एक दूध को मुंह में रख कर चूस रहा था. वो मस्त सिसकियाँ लेती हुई मज़े ले रही थी. फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को हाथ में पकड कर हिलाते हुए भाभी के हाथ में पकड़ा दिया.
भाभी ने मेरे लंड को थूक से गिला कर दिया और मैने मेरा लंड उनकी गुलाबी चूत के मुंह पर रख कर घुसा दिया. मेरा लम्बा और मोटा लंड जैसे ही घुसा तो उनके मुंह से जोरदार सिसकियाँ निकल गई. मैं उनकी पतली कमर को पकड कर जोरदार धक्के मारने लगा. भाभी बिस्तर पर लेटी हुई चुदाई का मज़ा लेने लगी. मैं उनकी चूत में जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए उनको चोद रहा था और वो हाँ हाँ उई हाँ उई…. सी उई सी उई सी उई…. अह अह अह…. की सिसकियाँ लेती हुई चुदने लगी. मैं भाभी की चूत में जितने जोर से धक्के मार रहा था. भाभी के बूब्स उतने ही जोर जोर से हिल रहे थे. वो मस्त सेक्सी आवाजे करती हुई हर धक्के का मज़े लेती हुई चुद रही थी.
मैं उनकी चूत में जितने ही जोर से धक्का मारता वो हर धक्के पर मस्त सिसकियाँ लेती. मैने उसको ऐसे ही कुछ देर तक चोदने के बाद उनको घोड़ी की तरह खड़े कर दिया फिर उनकी चूत में पीछे से लंड को घुसा कर जोरदार धक्के मारने लगा. मैं उनकी चूत में जितने जोर से धक्का मारता वो अपनी चूत को उतने ही जोर से आगे पीछे करती. मैं भाभी को ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ चोदता रहा जिससे उनकी चूत से गर्म पानी की धार निकल गई. मैंने अपना सारा वीर्य भाभी की चूत में ही डाल दिया.
दोस्तों इस दिन के बाद से मेरी और मेरी भाभी की चुदाई का खेल शुरू हो गया और हमें जैसे ही मौका मिलता हम मौके का फायदा उठा लेते है. मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मेरी कितनी आसानी से मुझसे सेट हो गई और मुझे हर तरह से सेक्स का मजा भी देती है. ये थी मेरी रियल सेक्स कहानी मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी. धन्यवाद…
दोस्तों मैंने पहली कहानी में आपको बताया था कि जब मेरी पत्नी मायके गई थी तो मैंने एक दिन तो मुठ मार कर काम चला लिया था और फिर भाभी से सेटिंग कर ली थी. आज मैं अपनी इसी घटना का आपके सामने वर्णन कर रहा हूँ. आज मैं आपको बताऊंगा कि मैंने कैसे भाभी को पटाया और फिर कैसे चोदा.
उस दिन मैंने पूरी रात hindi sex stories पढ़ी थी इसलिए काफी देर तक सोता रहा. जब 10 बजे तक भी मैं उठा नहीं तो भाभी मुझे जगाने आई. भाभी ने मुझे जैसे ही जगाया तो भाभी के मुंह से जो शब्द निकले बस वो ही मेरे काम आ गए. भाभी बोली - आज तेरी पत्नी भी नहीं है और आज भी देर तक सो रहा है. रात में क्या किया था?
भाभी के मुंह से यह सुनकर मैं चौक गया लेकिन तभी ख्याल आया बेटा अच्छा मौका है लगा दे चौका. मैंने तभी भाभी से कहा - बस बीवी की याद में तड़पता रहा इसलिए नींद नहीं आई.
यह सुनकर भाभी हंसी और थोड़ी सी सरमा कर बोली - हट पागल ऐसी बातें भी कोई अपनी भाभी को कहता है?
मैंने कहा - भाभी ये तो कुछ भी नहीं है, भाभी से तो बहुत कुछ हो जाता है.
भाभी बोली - होता होगा मुझे क्या?
मैंने कहा - ठीक है फिर तो मुझे हर दिन मुठ मार कर ही काम चलाना पड़ेगा.
वो मेरी ये बात सुनकर हंसने लगी. मैंने भी कह दिया हँसती क्या हो सच बोल रहा हूँ. तब वो मुझे कुछ भी नही बोली और अपने कमरे में चली गई.
मैंने सोचा - बेटा इससे अच्छा मौका शायद ही फिर कभी मिलेगा. घर में इस समय मेरे और भाभी के अलावा कोई नहीं था. अच्छा मौका सोचकर भाभी के कमरे में चला गया. भाभी टीवी देख रही थी. मैं भाभी के पास जाकर बैठ गया, भाभी कुछ नहीं बोली. मैं मन में बहुत खुश हो रहा था. मैं भाभी के थोड़ा और करीब गया.
भाभी बोली - पागल मत बन, कोई आ जाएगा तो दोनों को मार पड़ेगी.
मैं भाभी के मन की बात समझ गया और भाभी को अपनी बाँहों में भर लिया. जब मैंने उनको अपनी बाँहों में भर लिया तो वो मेरे से लिपट कर मुझे चूमने लगी. मुझे लग रहा था कि भाभी मुझसे चुदने के लिए तैयार थी. मैं जब उनको बाँहों में भरे हुआ था तो उनके बड़े और मस्त चिकने बूब्स बीच में दब रहे थे. फिर कुछ देर बाद भाभी ने अपनी होठो को मेरी होठो पर रख दिया. मैं उसके होठो को चूसने लगा. मैं उनकी रसीली होठो को चूसने के साथ उनके मस्त चिकने बूब्स को दबाने लगा.
मैने भाभी को बेड पर लेटा दिया और उनको चूमने लगा. वो मेरा साथ देती हुई मेरे सिर के बालो को सहलाने लगी. मैं कुछ देर तक ऐसे ही चूमता रहा और फिर उनके कपडे निकाल दिए. भाभी ब्रा और पैंटी में इतनी सेक्सी होगी यह मैंने कभी सोचा भी नहीं था. मैं उनकी कमर को पकड कर लिपट गया और कमर में किस करने के बाद उनकी होठो पर अपनी होठो को रख कर उनकी होठो के रस को चूसने लगा. भाभी के होठो को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद मैने उसकी ब्रा को खोल दिया और बड़े बूब्स को मुंह में रख कर जोर जोर से दबाते हुए चूसने लगा. वो हाँ उई हाँ उई ... हाय मर गई … सी उई सी सी उई की सिसकियाँ लेती हुई चूसाने लगी. मैं उनके एक दूध को हाथ में पकड कर हलके से जल्दी - जल्दी दबा रहा था और एक दूध को मुंह में रख कर चूस रहा था. वो मस्त सिसकियाँ लेती हुई मज़े ले रही थी. फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को हाथ में पकड कर हिलाते हुए भाभी के हाथ में पकड़ा दिया.
भाभी ने मेरे लंड को थूक से गिला कर दिया और मैने मेरा लंड उनकी गुलाबी चूत के मुंह पर रख कर घुसा दिया. मेरा लम्बा और मोटा लंड जैसे ही घुसा तो उनके मुंह से जोरदार सिसकियाँ निकल गई. मैं उनकी पतली कमर को पकड कर जोरदार धक्के मारने लगा. भाभी बिस्तर पर लेटी हुई चुदाई का मज़ा लेने लगी. मैं उनकी चूत में जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए उनको चोद रहा था और वो हाँ हाँ उई हाँ उई…. सी उई सी उई सी उई…. अह अह अह…. की सिसकियाँ लेती हुई चुदने लगी. मैं भाभी की चूत में जितने जोर से धक्के मार रहा था. भाभी के बूब्स उतने ही जोर जोर से हिल रहे थे. वो मस्त सेक्सी आवाजे करती हुई हर धक्के का मज़े लेती हुई चुद रही थी.
मैं उनकी चूत में जितने ही जोर से धक्का मारता वो हर धक्के पर मस्त सिसकियाँ लेती. मैने उसको ऐसे ही कुछ देर तक चोदने के बाद उनको घोड़ी की तरह खड़े कर दिया फिर उनकी चूत में पीछे से लंड को घुसा कर जोरदार धक्के मारने लगा. मैं उनकी चूत में जितने जोर से धक्का मारता वो अपनी चूत को उतने ही जोर से आगे पीछे करती. मैं भाभी को ऐसे ही जोरदार धक्को के साथ चोदता रहा जिससे उनकी चूत से गर्म पानी की धार निकल गई. मैंने अपना सारा वीर्य भाभी की चूत में ही डाल दिया.
दोस्तों इस दिन के बाद से मेरी और मेरी भाभी की चुदाई का खेल शुरू हो गया और हमें जैसे ही मौका मिलता हम मौके का फायदा उठा लेते है. मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मेरी कितनी आसानी से मुझसे सेट हो गई और मुझे हर तरह से सेक्स का मजा भी देती है. ये थी मेरी रियल सेक्स कहानी मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी. धन्यवाद…
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