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मैं दूँगी तुझे अपनी बिटिया की बुर - Main karvaungi tunse apni Beti ki chut ki chudai
मैं दूँगी तुझे अपनी बिटिया की बुर - Main karvaungi tunse apni Beti ki chut ki chudai , तुमसे चुदवाउंगी मेरी बिटियाँ , लंड तैयार रखना , चोदकर मजा नहीं दिया तो तेरी गांड मारी जाएगी , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरा नाम हिबा हूँ। मैं 23 साल की हूँ, मस्त जवान हूँ, बेहद खूबसूरत और हॉट हूँ। मेरे बूब्स बड़े बड़े हैं, मैं गोरी चिट्टी हूँ और एक मद मस्त गांड वाली हूँ। मैं जब चलती हूँ तो आगे से मेरे बूब्स हिलते हैं और पीछे से मेरी गांड़। मैं बुरका बिलकुल नहीं इस्तेमाल करती हूँ। मैं इसका तभी इस्तेमाल करती हूँ जब मुझे चोरी छिपे किसी का लण्ड पकड़ना होता है या फिर किसी से चुदवाना होता है।
मेरी अम्मी का नाम है रुखसार बेगम। वह 44 की है माशा अल्ला बहुत खूबसूरत, जवान और एकदम हॉट हैं. वह भी मेरी तरह बुरका इस्तेमाल नहीं करती हैं। वह जब चलतीं हैं तो लोग उसे देखने के लिए खड़े हो जातें हैं। जाने कितने लोग उसे देख कर उसके नाम का सड़का मारते हैं। मेरी अम्मी जान को पराये मर्दों के लण्ड का बड़ा शौक है। मैं उसके हाव भाव देखती रहती हूँ। जबसे मैं जवान हुई हूँ तबसे वह मुझसे भी खुल कर बातें करतीं हैं। लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा सबकी बातें बड़ी बेशर्मी से मुस्कराते हुए करतीं हैं। हमारे साथ तो प्यार मोहब्बत में मादर चोद, बहन चोद, बुर चोदी, भोसड़ी वाली भी होता रहता है। इसमें मेरी खाला जान, मेरी फूफी जान और उनकी बेटियां भी शामिल हैं। हम सब खूब बातें करती हैं, गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें और गाली गलौज भी करती है. खूब एन्जॉय करतीं हैं. बड़ा मज़ा आता है।
गर्मी के दिन थे। धूप बड़ी तेज थी। मैं जब बाहर से आयी तो फ़ौरन अपने कपड़े उतारे और एक हल्का सा कपड़ा गाउन की तरह पहन लिया। मैंने नीचे उतरने लगी तो सुना की शायद अम्मी जान किसी से बतला रहीं हैं। मैं कमरे के पास गयी तो मुझे कुछ लण्ड बुर चूत की बातें सुनाई पड़ी तो मैं छुप कर उनकी बातें सुनने लगी और खिड़की से झाँक कर देखने भी लगी। मैंने देखा की अम्मी जान ज़मीन पर एकदम नंगी लेटी हुई किसी से चुदवा रही है। उस आदमी का लण्ड अम्मी की चूत में बार बार आ जा रहा है। लण्ड पूरा का पूरा तो नहीं दिखा लेकिन यह मालूम हो गया की लण्ड बड़ा मोटा तगड़ा है। अम्मी बोल रही थीं हाय अल्ला, बड़ा मज़ा आ रहा है। और चोदो मुझे। धकाधक चोदो मुझे। पूरा पेल के चोदो लण्ड। तेरा लण्ड अल्ताफ के लण्ड से मोटा है यार। ऊँ हाँ, हीं, हो, उई माँ, मैं मरी जा रही हूँ. फाड़ डालो मेरी बुर, मैं तेरी बीवी हूँ यार मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो। चुदाई की आवज़ भी मुझे सुनाई पड़ रही थी।
वह आदमी बोल रहा था - हाय भाभी जान तेरी बुर बड़ा मज़ा दे रही है। मुझे चोदने में अच्छा लग रहा है। मेरी बीवी तो मुझसे कभी नहीं चुदवाती। वह गैरों के लण्ड ही हमेशा पेला करती है अपनी बुर में। मैं भी अपने दोस्तों की बीवी चोदता हूँ। अनजान की बीवी भी इसी तरह चुदवाती है। उसकी बेटी भी मेरा लण्ड पीती है। रौशनी भाभी भी मुझसे अपनी बेटी चुदवाती हैं। अम्मी बोली अच्छा तो तू बहुत बड़ा चोदू यार ? वह फिर बड़ी मस्ती से बोला रुखसार भाभी तेरी बेटी भी जवान हो गई है। उसकी भी बुर मुझे दिलवा दो न ? मैंने उसे देखता हूँ तो मेरा लण्ड खड़ा हो जाता है। मैं उसे चोदना चाहता हूँ। उसकी बुर लेना चाहता हूँ। अम्मी ने कहा अच्छा तो तेरी नियत मेरी बेटी पर ख़राब हो गई है।
वह बोला अब देखो न भाभी जान ? उसे भी लण्ड चाहिए। वह तो 21 साल की हो गयी है। मेरी बेटी तो 19 साल में ही चुदवाने लगी थी। अब तो वह मेरे दोस्तों के लण्ड झमाझम पेलती है अपनी बुर में ? प्लीज भाभी जान एक दिन मुझे अपनी बेटी की बुर दिलाओ ? तुम नहीं दोगी तो कौन देगा मुझे तेरी बेटी की बुर ? अम्मी बड़े शान से बोली - मैं ही दूँगी तुझे अपनी बिटिया की बुर मदान लेकिन पहले बेटी की माँ का भोसड़ा तो अच्छी तरह चोदो . पहले मेरी चूत तो फाड़ डालो ? फिर मेरी बेटी की चूत फाड़ना। अम्मी की यह बात सुनकर मेरी बुर की आग बहुत ज्यादा धधकने लगी। मैंने मन में कहा तो फिर भोसड़ी वाली अभी क्यों नहीं पेल देती लण्ड अपनी बेटी की बुर में। बुला ले अभी इसी वख्त अपनी बेटी को और चुदवा ले अपने सामने अपनी बिटिया की बुर मेरी बुर चोदी अम्मी जान ? लेकिन मैं चुदाई ख़तम होने तक देखती रही। लेकिन जब अम्मी का भोसड़ा बोल गया और अंकल का लण्ड झड़ गया तो अम्मी उसका सुपाड़ा चाटने लगीं तभी मैं कमरे में दाखिल हो गयी।
मैंने कहा - तेरी बहन का भोसड़ा, अम्मी जान ? तेरी नन्द की चूत बहन चोद ? ये सब क्या हो रहा है ? मेरे न रहने पर तेरा भोसड़ा चुदता रहता है क्या ?
अम्मी ने कहा - बेटी हिबा, मुझे क्या मालूम था की तू बुर चोदी घर पर है ? मालूम होता तो मैं तुझे बुला लेती और अंकल का लण्ड तेरी चूत में पेल देती ? अब मुझे कोई शर्म नहीं है तेरे आगे किसी से भी चुदवाने में और तेरी बुर चोदने में ? समझी हिबा की बच्ची ? क्योंकि अब तू जवान हो चुकी हैं। बेटी जब जवान हो जाती है तो वह अम्मी के बराबर हो जाती है फिर अम्मी के साथ लण्ड पेलने लगती है, लण्ड पेलवाने लगती है और लण्ड पीने लगती है। मैंने हंस कर कहा - अभी तो अंकल का झड़ा हुआ लण्ड बिचारा क्या कर पायेगा ?
तब तक पीछे से आवाज़ आयी - अंकल का लण्ड झड़ गया तो क्या हुआ ? मेरा तो लण्ड खड़ा है।
मैंने मुड़ कर देखा तो वह मेरी खाला जान का बेटा था। वह 22 साल का एकदम हट्टा कट्टा मस्त जवान लड़का था जो की अब पूरा मर्द बन चुका था।
मैंने कहा - अनस, किसको चोदने के इरादे से तेरा लण्ड खड़ा हो गया। यहाँ तो तेरी खाला का भोसड़ा अभी अभी चुद चुका है।
वह बोला - तो फिर मैं तेरी बुर चोदूंगा हिबा आपा ?
मैंने कहा - जा पहले अपना मुंह शीशे में देख कर आ ? तू मेरी बुर चोदेगा ? तेरी गांड फट जाएगी, बेटा। ये मेरी चूत है तेरी माँ का भोसड़ा नहीं है जिसमे तू अपना लण्ड पेलता रहता है ?
वह बोला - अरे एक बार तो पेलवाकर देख लो न मेरा लण्ड ? थोड़ी ही देर में तेरी चूत का बाजा बजा दूंगा और ढीली कर दूँगा तेरी बुर ?
मैं जोश में तो थी ही। मैंने हाथ बढ़ाकर का उसके पजामा का नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिर पड़ा और वह मेरे सामने एकदम नंगा हो गया। मैंने उसका लण्ड देखा तो बोलीं वॉवो, लण्ड तो तेरा बड़ा मरदाना है यार ? इसका सुपाड़ा तो बिलकुल तोप का गोला लग रहा है अनस। सच बताओ तूने कल रात को किसकी बुर चोदी।
वह बोला - पहले तो अपनी भाभी की बुर चोदा फिर भाभी की बहन की बुर में पेला लण्ड उसे भी चोदा।
मैंने कहा - ठीक है तो फिर आज तुम मेरी बुर चोदो।
तब तक मैं भी नंगी हो चुकी थी। वह मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और मैंने उसका लण्ड प्यार से सहलाने लगी। मैं पहली बार उसका लौड़ा सहला रही थी। उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी। मैंने उसे चित लिटा और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैं घूम गयी तो वह मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गये। अम्मी मेरी नंगी नंगी बैठी हम दोनों का खेल देखने लगी। उसका भी दिल अनस के लण्ड पर आ गया तो वह भी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी।
हमारे समाज में अगर अम्मी का दिल अपने जवान बेटे लण्ड पर आ जाये तो वह उसका लण्ड पकड़ सकती है और चुदवा भी सकती है। यह सब जायज़ है। अपनी माँ चोदने का रिवाज़ और अपनी बहन चोदने का रिवाज़ हमारे यहाँ बड़ा पुराना है। लड़कियां तो अपने भाई जान का लण्ड जवान होते ही पीने लगतीं हैं।
अचानक मेरा फोन बज उठा। अम्मी ने उसे उठाया और बोली हिबा तेरी फूफी का फोन है। मैंने कहा अम्मी तुम बात कर लो मैं लण्ड चाट रही हूँ।
इतने में मैदान अंकल का लण्ड फिर से खड़ा हो गया। वह नंगा नंगा मेरे पास आया और मेरी चूत से अनस का लण्ड निकाल कर अपना लण्ड पेल दिया। लण्ड घुसा तो मुझे एक अलग तरह का मज़ा आने लगा और मैं भी धक्के लगाने लगी। वह लण्ड पूरा घुसा कर चोदने लगा मेरी बुर और बोला भाभी जान मैंने कहा था न की तुम बिटिया की बुर मुझे दिलवाओ। देखो अब मैं तेरी बिटिया की बुर ले रहा हूँ। चोद रहा हूँ तेरी बिटिया की बुर भाभी जान ? मुझे मज़ा आने लगा है। इसकी बुर बहुत टाइट है भाभी जान। इतनी टाइट तो मेरी बेटी की भी बुर नहीं है। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है, भाभी । अम्मी ने कहा भोसड़ी के मदान अच्छी तरह से चोदना मेरी बिटिया की बुर। अगर तू उसे पहले खलास नहीं कर पाया तो मैं सरे आम तेरी गांड मारूंगी। मैंने कहा हाय अंकल पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मेरी बुर। तूने अभी मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। अब तू मेरी माँ के सामने उसकी बिटिया की बुर चोद ले ?
मैं उधर अनस का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मेरे बगल में ही अम्मी जान असद से धकाधक चुदवा रही थीं। वह बोली हिबा बेटी तेरी फूफी का दामाद भी अच्छी तरह बुर चोद लेता है। देखो कितनी मस्ती से मेरा भोसड़ा चोद रहा है। तुझे भी इससे चुदवाकर मज़ा आएगा। अम्मी जान भी उछल उछल कर खूब मजे से चुदवा रहीं थीं। लग ही नहीं रहा था की ये मेरी अम्मी हैं। ऐसा मालूम हो रहा था की ये मेरी सहेली है और मेरे साथ खूब दनादन अपनी बुर चुदवाती है। अम्मी ने कहा देखो बेटी चुदवाने में कभी कोई शर्म लिहाज़ नहीं करनी चाहिए। जब भी चुदवाओ खूब बेशर्मी से बिंदास चुदवाओ। खुल्लम खुल्ला चुदवाओ। खुदा ने बुर चुदवाने के लिए ही बनायीं है। चाहे जिसका लण्ड पेलो इसमें ? सब जायज़ है बहन चोद। बाप हो, भाई हो, मामू हो, नानू हो, चाचू हो, देवर हो, ससुर हो, जेठ हो, नंदोई हो सबके लण्ड पेलो अपनी बुर में । सबके लण्ड का मज़ा लूटो। बाकी दुनिया की माँ का भोसड़ा ? चुदाई से बढ़िया कोई और चीज नहीं है, बेटी।
इतने में असद ने अम्मी की बुर से लण्ड निकाल कर मेरी बुर में घुसेड़ दिया। इधर अनस ने अपना लण्ड अम्मी
के मुँह में घुसा दिया और मदान अंकल तो मुझे चोदता ही रहा। अम्मी का खुला भोसड़ा देख कर अनस घूम गया और उसका भोसड़ा चाटने लगा। अम्मी भी बड़े मजे से अपना भोसड़ा चटवाने लगी।
मैंने असद से पूंछा - असद तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। तूने दो दिन तक अपनी बीवी की माँ का भोसड़ा भी चोदा है। अब तू ये बता क्या तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
वह बोला - हां चोदा है ? एक दिन मैं अपनी भाभी जान की बुर चोद रहा था। मेरी अम्मी जान आ गयीं। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया। मैं अपना लण्ड पूरा निकाल निकाल कर और फिर घुसा घुसा कर चोद रहा था। अम्मी जान ने मेरे लण्ड का साइज देखा तो उसके मुंह से निकला हाय अल्ला. तेरा लण्ड इतना बड़ा हो गया है बेटा असद। इससे पहले की मेरा लण्ड अम्मी की आवाज़ सुनकर सिकुड़ जाता अम्मी ने मेरा लण्ड ही पकड़ लिया और उसका सुपाड़ा चूम लिया। लण्ड बहन चोद खड़ा का खड़ा ही रहा। वह भी एक्ससिटेड हो गयीं उत्तेजित हो गयी और बोली बेटा अब तू मेरी बहू की बुर चोदता रहेगा की उसकी सास का भोसड़ा भी चोदेगा ? अम्मी ने अचानक अपने सारे कपडे उतार दिया और लण्ड अपनी बुर पर रगड़ने लगीं. मुझे भी जोश आ गया। उसने कहा अब पेल दो न लण्ड मेरी चूत में। मैंने सच में घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा। फिर भाभी जान मेरे पेल्हड़ सहलाने लगीं। इस तरह मैंने अपनी अम्मी का भोसड़ा चोदा।
इस तरह मैं बारी बारी से असद से, अनस से और मदान से चुदवाती रही। उधर अम्मी जान भी कभी असद से कभी अनस और कभी मदान से रात भर चुदवाती रहीं। वह अपनी बेटी चुदवाती रहीं और मैं अपनी माँ चुदवाती रही।
मैंने कहा - तेरी बहन का भोसड़ा, अम्मी जान ? तेरी नन्द की चूत बहन चोद ? ये सब क्या हो रहा है ? मेरे न रहने पर तेरा भोसड़ा चुदता रहता है क्या ?
अम्मी ने कहा - बेटी हिबा, मुझे क्या मालूम था की तू बुर चोदी घर पर है ? मालूम होता तो मैं तुझे बुला लेती और अंकल का लण्ड तेरी चूत में पेल देती ? अब मुझे कोई शर्म नहीं है तेरे आगे किसी से भी चुदवाने में और तेरी बुर चोदने में ? समझी हिबा की बच्ची ? क्योंकि अब तू जवान हो चुकी हैं। बेटी जब जवान हो जाती है तो वह अम्मी के बराबर हो जाती है फिर अम्मी के साथ लण्ड पेलने लगती है, लण्ड पेलवाने लगती है और लण्ड पीने लगती है। मैंने हंस कर कहा - अभी तो अंकल का झड़ा हुआ लण्ड बिचारा क्या कर पायेगा ?
तब तक पीछे से आवाज़ आयी - अंकल का लण्ड झड़ गया तो क्या हुआ ? मेरा तो लण्ड खड़ा है।
मैंने मुड़ कर देखा तो वह मेरी खाला जान का बेटा था। वह 22 साल का एकदम हट्टा कट्टा मस्त जवान लड़का था जो की अब पूरा मर्द बन चुका था।
मैंने कहा - अनस, किसको चोदने के इरादे से तेरा लण्ड खड़ा हो गया। यहाँ तो तेरी खाला का भोसड़ा अभी अभी चुद चुका है।
वह बोला - तो फिर मैं तेरी बुर चोदूंगा हिबा आपा ?
मैंने कहा - जा पहले अपना मुंह शीशे में देख कर आ ? तू मेरी बुर चोदेगा ? तेरी गांड फट जाएगी, बेटा। ये मेरी चूत है तेरी माँ का भोसड़ा नहीं है जिसमे तू अपना लण्ड पेलता रहता है ?
वह बोला - अरे एक बार तो पेलवाकर देख लो न मेरा लण्ड ? थोड़ी ही देर में तेरी चूत का बाजा बजा दूंगा और ढीली कर दूँगा तेरी बुर ?
मैं जोश में तो थी ही। मैंने हाथ बढ़ाकर का उसके पजामा का नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिर पड़ा और वह मेरे सामने एकदम नंगा हो गया। मैंने उसका लण्ड देखा तो बोलीं वॉवो, लण्ड तो तेरा बड़ा मरदाना है यार ? इसका सुपाड़ा तो बिलकुल तोप का गोला लग रहा है अनस। सच बताओ तूने कल रात को किसकी बुर चोदी।
वह बोला - पहले तो अपनी भाभी की बुर चोदा फिर भाभी की बहन की बुर में पेला लण्ड उसे भी चोदा।
मैंने कहा - ठीक है तो फिर आज तुम मेरी बुर चोदो।
तब तक मैं भी नंगी हो चुकी थी। वह मेरी चूँचियाँ दबाने लगा और मैंने उसका लण्ड प्यार से सहलाने लगी। मैं पहली बार उसका लौड़ा सहला रही थी। उसे मज़ा आने लगा और मुझे भी। मैंने उसे चित लिटा और उसके ऊपर चढ़ बैठी। मैं घूम गयी तो वह मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गये। अम्मी मेरी नंगी नंगी बैठी हम दोनों का खेल देखने लगी। उसका भी दिल अनस के लण्ड पर आ गया तो वह भी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी।
हमारे समाज में अगर अम्मी का दिल अपने जवान बेटे लण्ड पर आ जाये तो वह उसका लण्ड पकड़ सकती है और चुदवा भी सकती है। यह सब जायज़ है। अपनी माँ चोदने का रिवाज़ और अपनी बहन चोदने का रिवाज़ हमारे यहाँ बड़ा पुराना है। लड़कियां तो अपने भाई जान का लण्ड जवान होते ही पीने लगतीं हैं।
अचानक मेरा फोन बज उठा। अम्मी ने उसे उठाया और बोली हिबा तेरी फूफी का फोन है। मैंने कहा अम्मी तुम बात कर लो मैं लण्ड चाट रही हूँ।
- अम्मी बोली - हां नन्द रानी बोलो क्या बात है ? हिबा इस समय लण्ड चाट रही है। इसलिए मैं बात कर रही हूँ ।
- वह बोली हाय अल्ला तब तो बड़ा मज़ा आ रहा होगा तुम दोनो को, भाभी जान ?
- हां मज़ा तो आ रहा है। अब जब लण्ड सामने हो तो मज़ा तो आएगा ही ?
- अच्छा सुनो भाभी, मैं अपनी बेटी के शौहर असद को भेज रहीं हूँ। तुम इससे चुदवा लेना और अपनी बिटिया की बुर भी चुदवा लेना। मेरी बेटी अपने मामू जान के घर गयीं है। वह बुर चोदी वहां चुदवा रही होगी।
- तो तुम क्यों नहीं चुदवा लेती अपनी बेटी के मियां से नन्द रानी ?
- अरे भाभी जान, मैं दो दिन से इसी से चुदवा रही हूँ । आज मेरा देवर आ गया है अपने दोस्त के साथ। अब वो दोनों मिलकर मुझे चोदेंगें।
- ठीक है उसे भेज दो।
इतने में मैदान अंकल का लण्ड फिर से खड़ा हो गया। वह नंगा नंगा मेरे पास आया और मेरी चूत से अनस का लण्ड निकाल कर अपना लण्ड पेल दिया। लण्ड घुसा तो मुझे एक अलग तरह का मज़ा आने लगा और मैं भी धक्के लगाने लगी। वह लण्ड पूरा घुसा कर चोदने लगा मेरी बुर और बोला भाभी जान मैंने कहा था न की तुम बिटिया की बुर मुझे दिलवाओ। देखो अब मैं तेरी बिटिया की बुर ले रहा हूँ। चोद रहा हूँ तेरी बिटिया की बुर भाभी जान ? मुझे मज़ा आने लगा है। इसकी बुर बहुत टाइट है भाभी जान। इतनी टाइट तो मेरी बेटी की भी बुर नहीं है। आज मेरी तमन्ना पूरी हो रही है, भाभी । अम्मी ने कहा भोसड़ी के मदान अच्छी तरह से चोदना मेरी बिटिया की बुर। अगर तू उसे पहले खलास नहीं कर पाया तो मैं सरे आम तेरी गांड मारूंगी। मैंने कहा हाय अंकल पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मेरी बुर। तूने अभी मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। अब तू मेरी माँ के सामने उसकी बिटिया की बुर चोद ले ?
मैं उधर अनस का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मेरे बगल में ही अम्मी जान असद से धकाधक चुदवा रही थीं। वह बोली हिबा बेटी तेरी फूफी का दामाद भी अच्छी तरह बुर चोद लेता है। देखो कितनी मस्ती से मेरा भोसड़ा चोद रहा है। तुझे भी इससे चुदवाकर मज़ा आएगा। अम्मी जान भी उछल उछल कर खूब मजे से चुदवा रहीं थीं। लग ही नहीं रहा था की ये मेरी अम्मी हैं। ऐसा मालूम हो रहा था की ये मेरी सहेली है और मेरे साथ खूब दनादन अपनी बुर चुदवाती है। अम्मी ने कहा देखो बेटी चुदवाने में कभी कोई शर्म लिहाज़ नहीं करनी चाहिए। जब भी चुदवाओ खूब बेशर्मी से बिंदास चुदवाओ। खुल्लम खुल्ला चुदवाओ। खुदा ने बुर चुदवाने के लिए ही बनायीं है। चाहे जिसका लण्ड पेलो इसमें ? सब जायज़ है बहन चोद। बाप हो, भाई हो, मामू हो, नानू हो, चाचू हो, देवर हो, ससुर हो, जेठ हो, नंदोई हो सबके लण्ड पेलो अपनी बुर में । सबके लण्ड का मज़ा लूटो। बाकी दुनिया की माँ का भोसड़ा ? चुदाई से बढ़िया कोई और चीज नहीं है, बेटी।
इतने में असद ने अम्मी की बुर से लण्ड निकाल कर मेरी बुर में घुसेड़ दिया। इधर अनस ने अपना लण्ड अम्मी
मैंने असद से पूंछा - असद तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। तूने दो दिन तक अपनी बीवी की माँ का भोसड़ा भी चोदा है। अब तू ये बता क्या तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
वह बोला - हां चोदा है ? एक दिन मैं अपनी भाभी जान की बुर चोद रहा था। मेरी अम्मी जान आ गयीं। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया। मैं अपना लण्ड पूरा निकाल निकाल कर और फिर घुसा घुसा कर चोद रहा था। अम्मी जान ने मेरे लण्ड का साइज देखा तो उसके मुंह से निकला हाय अल्ला. तेरा लण्ड इतना बड़ा हो गया है बेटा असद। इससे पहले की मेरा लण्ड अम्मी की आवाज़ सुनकर सिकुड़ जाता अम्मी ने मेरा लण्ड ही पकड़ लिया और उसका सुपाड़ा चूम लिया। लण्ड बहन चोद खड़ा का खड़ा ही रहा। वह भी एक्ससिटेड हो गयीं उत्तेजित हो गयी और बोली बेटा अब तू मेरी बहू की बुर चोदता रहेगा की उसकी सास का भोसड़ा भी चोदेगा ? अम्मी ने अचानक अपने सारे कपडे उतार दिया और लण्ड अपनी बुर पर रगड़ने लगीं. मुझे भी जोश आ गया। उसने कहा अब पेल दो न लण्ड मेरी चूत में। मैंने सच में घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा। फिर भाभी जान मेरे पेल्हड़ सहलाने लगीं। इस तरह मैंने अपनी अम्मी का भोसड़ा चोदा।
इस तरह मैं बारी बारी से असद से, अनस से और मदान से चुदवाती रही। उधर अम्मी जान भी कभी असद से कभी अनस और कभी मदान से रात भर चुदवाती रहीं। वह अपनी बेटी चुदवाती रहीं और मैं अपनी माँ चुदवाती रही।
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