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तेरा लण्ड चूत से भूनकर ही निकालूंगी - Tera lund chut se bhankar hi nikalungi
तेरा लण्ड चूत से भूनकर ही निकालूंगी - Tera lund chut se bhankar hi nikalungi , घर के सदस्यों में रिश्तों की आपसी चुदाई की कहानी यहाँ से पढ़ें , नई दुल्हन की बुर चूत गांड फाड़ चुदास चुदने वाली चुदक्कड कहानी.
नजदीकी रिश्तों में शादी हो जाने से आपसी रिश्तों में जबरदस्त बदलाव आ जाता है। अम्मी जान बुर चोदी नन्द हो जाती है और बेटी बुर चोदी भाभी। इसके साथ साथ अब्बू जान, भाई जान, बहन और खाला जान, फूफी जान और भी रिश्तों में बदलाव हो जाता है. इससे चुदाई का दायरा बढ़ जाता है और तब खुल कर चोदने और चुदाने में ज्यादा मज़ा आने लगता है।
शादी के बाद जब पहली बार मैं अपनी ससुराल से माईके आई
तो सबसे पहले अम्मी जान से मुलाक़ात हुई। उससे मिलते ही मैंने कहा - तू बुर चोदी मेरी नन्द हो गयी है, अम्मी जान। अब तो मैं अपनी नन्द की बुर चोदा करूंगी ? अम्मी भी मुस्कराकर बोली - बेटी रेशमा, तू भी बुर चोदी मेरी भाभी जान हो गयी है। अब तो मैं भी अपनी भाभी की बुर चोदा करूंगी। मैंने फिर कहा - तेरी भाभी की माँ का भोसड़ा, अम्मी जान ? वह भी पलट कर बोली - तेरी नन्द की बिटिया की बुर बेटी रेशमा ? फिर हम दोनों बड़े प्यार मोहब्बत से से गले मिलीं। अम्मी हंसती हुई बोली बेटी रेशमा आज ही मैं चोदूँगी अपनी भाभी की बुर ? मैंने भी कहा - ठीक है चोद लेना पर मैं भी आज ही चोदूँगी अपनी नन्द की चूत ?
नजदीकी रिश्तों में शादी हो जाने से आपसी रिश्तों में जबरदस्त बदलाव आ जाता है। अम्मी जान बुर चोदी नन्द हो जाती है और बेटी बुर चोदी भाभी। इसके साथ साथ अब्बू जान, भाई जान, बहन और खाला जान, फूफी जान और भी रिश्तों में बदलाव हो जाता है. इससे चुदाई का दायरा बढ़ जाता है और तब खुल कर चोदने और चुदाने में ज्यादा मज़ा आने लगता है।
शादी के बाद जब पहली बार मैं अपनी ससुराल से माईके आई
तो सबसे पहले अम्मी जान से मुलाक़ात हुई। उससे मिलते ही मैंने कहा - तू बुर चोदी मेरी नन्द हो गयी है, अम्मी जान। अब तो मैं अपनी नन्द की बुर चोदा करूंगी ? अम्मी भी मुस्कराकर बोली - बेटी रेशमा, तू भी बुर चोदी मेरी भाभी जान हो गयी है। अब तो मैं भी अपनी भाभी की बुर चोदा करूंगी। मैंने फिर कहा - तेरी भाभी की माँ का भोसड़ा, अम्मी जान ? वह भी पलट कर बोली - तेरी नन्द की बिटिया की बुर बेटी रेशमा ? फिर हम दोनों बड़े प्यार मोहब्बत से से गले मिलीं। अम्मी हंसती हुई बोली बेटी रेशमा आज ही मैं चोदूँगी अपनी भाभी की बुर ? मैंने भी कहा - ठीक है चोद लेना पर मैं भी आज ही चोदूँगी अपनी नन्द की चूत ?
मुस्लिम समाज भी अजीब है। अब देखो न मेरी शादी मेरी अम्मी के सबसे छोटे भाई जान से हो गयी। तो मेरी अम्मी जान मेरी बुर चोदी नन्द हो गईं और मैं उसकी छोटी भाभी हो गई। मेरा अब्बू भोसड़ी का मेरा नंदोई हो गया। अब तो मुझे अम्मी का भोसड़ा चोदने का लाइसेंस मिल गया और अब्बू का लण्ड अपनी चूत में पेलने का भी लाइसेंस मिल गया। वैसे भी हमारे समाज में बेटी अपने अब्बू का लण्ड पकड़ लेती है और अम्मी अपने बेटे से चुदवा लेती है। अब तो मेरा चोदा चोदी का डबल रिस्ता हो गया है. अब तो मैं जब चाहूँगी तब अम्मी का भोसड़ा चोदूँगी और जब चाहूंगी तब अब्बू का लण्ड चोदूँगी।
मेरी अम्मी जान 44 साल की है. मस्त जवान हैं. बड़ी बड़ी चूँचियाँ और एक मस्त गांड और भोसड़ा वालीं हैं। उसकी चूत आज भी उतनी ही सख्त है जितनी 25 साल की उम्र में थी जब की उसकी चूत में हर रोज़ 3/4 लण्ड घुसते हैं। जानते हो क्यों ? क्योंकि मेरी अम्मी अपनी चूत को शराब पिलातीं हैं। खुद भी पीती हैं शराब और शराब के नशे में बड़े बड़े खेल कर जातीं हैं। मेरी अम्मी जितनी चुदक्कड़ औरत मुझे अभी तक नहीं मिली। उसी ने मुझे लण्ड पकड़ना सिखाया, लण्ड चूमना, चाटना और चूसना सिखाया और फिर एक दिन लण्ड अपनी चूत मे पेलवाना भी सिखाया ठीक उस दिन जब मैं 18 + की हुई थी। फिर वह बोली बेटी रेशमा तेरी माँ का भोसड़ा ? तेरी माँ की चूत ? तेरी माँ की बिटिया की बुर ? कल भोसड़ी की मैं तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चुदाना सिखाऊंगी। कल तुझे गालियों से अपनी माँ चोदनी है बेटी रेशमा ? मैंने भी मस्ती में कहा ठीक है मैं कल तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदूँगी मेरी बुर चोदी अम्मी जान ? मेरे मुंह से गाली सुनकर वह बहुत खुश हुई और मेरे गाल बड़े प्यार से थपथपाये। उसके दूसरे दिन बोली बेटी रेशमा आज मैं तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चोदना सिखाऊंगी और उसने मेरे हाथ से लण्ड अपनी चूत में पेलवाया। उस दिन से मेरे सम्बन्ध अम्मी जान से चोदा चोदी के हो गए।
तो ये हैं मेरी अम्मी जान जिसका नाम है आफ़िया बेगम.
मैंने चुपचाप फोन करके अपने देवर समी को बुला लिया। कुछ देर के बाद वह अपने असद के दोस्त के साथ आ गया। मैं असद को जानती नहीं थी। उसने बताया की भाभी जान ये मेरा बड़ा पक्का दोस्त है। मैंने पूंछा कितना पक्का है तेरा दोस्त ? वह बोला अरे भाभी जान इतना पक्का है की मैं इसकी बीवी चोदता हूँ और ये मेरी बीवी चोदता हैं. मैंने कहा तब तो बहुत अच्छा है समी। आज तुम दोनों को मिलकर मेरी माँ का भोसड़ा चोदना है। मेरी माँ रिश्ते में तेरी बहन हुई न ? तो फिर आज तुम मेरे आगे अपनी बहन का भोसड़ा चोदोगे। वह मान गया। शाम को मैंने दोनों को अम्मी से मिलवाया तो वह बोली अरी रेशमा मैं इन दोनों को जानती हूँ। फिर उसने मेरे कान में कहा बेटी मैं इनके लण्ड नहीं पहचानती हूँ। मैंने भी उसके कान में कहा अरे अम्मी जान आज तुम इन दोनों के लण्ड अच्छी तरह पहचान जाओगी । आज तो चुदेगा तेरा बहन चोद भोसड़ा अम्मी जान उर्फ़ मेरी बुर चोदी नन्द रानी ? कुछ देर बाद अम्मी जान एक आदमी के साथ मेरे पास आयीं। मैं उस आदमी को मैं नहीं पहचानती थी। अम्मी ने कहा ये है हामिद अली मेरी दोस्त का शौहर। फिर उसने मेरे कान में कहा आज ये तेरी चूत में पेलेगा अपना लण्ड बेटी रेशमा उर्फ़ मेरी बुर चोदी भाभी जान ?
फिर हम सबने थोड़ी शराब पी. मैं, मेरी अम्मी जान, मेरा देवर समी, उसका दोस्त असद और अम्मी की दोस्त का शौहर हामिद अली।
अम्मी ने पूंछा - बेटा, असद ये बताओ तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
असद ने जबाब दिया - हां आंटी चोदा है। हुआ यह की मैं एक दिन अपनी खाला का भोसड़ा चोद रहा था। तभी अचानक मेरी अम्मी जान कमरे में आ गईं। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया मैं उसे नहीं देख पाया और मैं धकाधक चोदने लगा। मैं बोला खाला जान मैं किसी दिन तेरी बेटी की भी बुर चोदूंगा। तेरी देवरानी की बुर में भी लण्ड पेलूँगा। फिर मैंने लण्ड उसके भोसड़ा से निकाला तो उसे अम्मी ने पकड़ लिया। उसे देख कर मेरा लण्ड सिकुड़ने लगा। तब वह बोली अरे बेटा तुम अपनी खाला की बहन का भोसड़ा भी चोदो न। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड चूम लिया और बोली हाय दईया तेरा तो लण्ड एकदम मर्द हो गया है बेटा ? इतना बड़ा लण्ड तो तेरे खालू का भी नहीं है। अब तू भोसड़ा चोदने वाला हो गया है। खाला की बेटी की बुर चोदने के पहले खाला की बहन का भोसड़ा चोदो बेटा असद। अम्मी जान ऐसा कह कर अपना भोसड़ा मेरे सामने खोल दिया तो मैंने जोश में आकर पेल दिया लण्ड और चोदने लगा अपनी माँ का भोसड़ा ?
अम्मी ने उसका लण्ड पजामा खोल कर बाहर निकाल लिया। मैंने अपने देवर का लण्ड उसे नंगा करके निकाल लिया। हम दोनों लण्ड चाटने लगीं। तभी अम्मी ने हामिद अली को नंगा होने के लिए कहा। वह जब नंगा हुआ तो अम्मी उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला बढ़ने लगा और थोड़ी ही देर में पूरा तन कर खड़ा हो गया। अम्मी के हाथ में दो दो लण्ड थे। वह कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थी। मैं भी उसे देख कर नंगी हो गयी। मैं अपने देवर के लण्ड से खेलने लगी। मैंने अपने देवर का लण्ड अम्मी की चूत पर रखा और उसके चूतड़ ऊपर से दबा दिया तो लण्ड उसकी चूत में घुस गया। मैंने कहा हाय अल्ला, देखो कैसे मैं अपनी नन्द की बुर चोद रही हूँ। आज मैं इसकी बुर चोद चोद कर इसकी गांड में दम कर दूँगी। मैंने देवर से कहा देवर जी ये बुर चोदी रिश्ते में तेरी बहन है। आज तुम अपनी बहन की बुर हचक हचक के चोदो। घुसेड़ दो अपना मोटा लण्ड इसकी चूत में और चूस डालो अपनी बहन की बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ। मेरा देवर भी पागलों की तरह चोदने लगा अम्मी जान का भोसड़ा। उधर असद ने अपना लण्ड अम्मी के मुँह में पेल दिया। अब अम्मी को दो दो लण्ड का मज़ा मिलने लगा। वह तो ब्लू फिल्म की हीरोइन बन गयी।
अम्मी जान ने एक हाथ से किसी तरह हामिद अली का लण्ड पकड़ लिया और उसे मेरी चूत पर रगड़ने लगी। उसने हामिद को इशारा तो उसने लण्ड मेरी चूत में पेला। उसका लंबा और मोटा लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो मुझे बड़ा मज़ा आया। मुझे लगा की किसी मरद ने अपना लण्ड पेला है मेरी चूत में। वह भी पूरे जोर से मुझे चोदने लगा। तब अम्मी बोली - देख भोसड़ी की रेशमा बेटी उर्फ़ मेरी भाभी जान, अब मैं चोदूँगी तेरी ये हरामजादी बुर। फाड़ डालूंगी मैं तेरी चूत। तेरी चूत को बना दूँगी भोसड़ा ? उखाड़ लूंगी तेरी झांटें भाभी जान। तेरी माँ की चूत में लगा दूँगी आग और भून डालूंगी तेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में डाल कर ? हामिद भोसड़ी का किचकिचा कर मेरी बुर चोदने लगा। मैं रंडी की तरह हामिद से चुदवाने लगी और अम्मी जान उन दोनों से। एकदूसरे को देख देख कर चुदाने का जोश बढ़ता ही जा रहा था।
हामिद बोला भाभी जान तेरी बेटी की चूत बड़ी टाइट है इसलिए मुझे इसे चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। और ये बड़ी मस्ती से चुदवा भी रही है।
मैंने पूंछा - तेरी बीवी की भी चूत टाइट होगी न अंकल ?
वह बोला - पता नहीं बेटी मैं तो उसे कभी चोदता ही नहीं और न वह मुझसे चुदवाती है। उसे चोदने वाले बहुत लोग हैं और वह भी बुर चोदी खूब धुआंधार लोगों से चुदवाती है। लेकिन हां उसकी बहन मुझसे खूब चुदवाती है और उसकी बेटी भी मेरे लण्ड की दीवानी है। मैं उसकी बुर अक्सर लेता हूँ।
इसी तरह की बातें कर कर के हम दोनों ने रात भर कई बार लण्ड अदल बदल कर चुदवाया।
एक दिन मेरी खाला का बेटा सफी आ गया। वह मुझसे दो साल छोटा है। वह तौलिया लपेटे हुए बाथ रूम से निकला और कमरे में जाने लगा तो मैंने उसे अपनी तरफ बुला लिया। वह जैसे ही मेरे पास आया तो मैंने उसकी तौलिया खींची और बोली अरे सफी तू मेरे सामने नंगा नंगा घूमा करता था और आज तू मेरे सामने तौलिया पहने जा रहा है। इतने में तौलिया नीचे गिरी तो वह एकदम नंगा हो गया। उसका छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड मेरे सामने हिलने लगा। लंड देख कर मेरी चूत में आग लग गई। मुझे उसका सुपाड़ा गोल गोल आलू की तरह लटकता हुआ दिखा तो मैंने लण्ड पकड़ लिया। मैंने कहा अरे यार ये तो बहुत बड़ा हो गया है । एकदम मर्द हो गया है तू और तेरा ये भोसड़ी का लण्ड भी। बस तनिक देर में ही लण्ड तन कर खड़ा हो गया। मैंने कहा यार ये तो भोसड़ा फाड़ने वाला हो गया है यार ? बाप रे बाप इतनी छोटी उम्र में इतना बड़ा लण्ड ? अच्छा ये बता तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
वह बोला चोदा तो नहीं है पर अम्मी जान ने कल मेरा लण्ड अपने मुँह में लेकर चूसा जरूर है। मैं कल अपनी भाभी की बुर चोद रहा था। तभी अम्मी जान आ गई। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया। मैंने उसे नहीं देखा। जब मैने लण्ड बुर से निकाला तो उसने लण्ड पकड़ लिया और कई बार उसकी चुम्मी ली। उसके कहा बेटा सफी आज तुम अपनी भाभी की बुर चोद रहे हो तो चोद लो। किसी दिन अपनी माँ का भोसड़ा भी चोदना। मुझे लगता है की अब एक दो दिन में अम्मी का भोसड़ा चोदना ही पड़ेगा। मैंने कहा अम्मी भोसड़ा जब चोदना तब चोदना पर मेरा भोसड़ा अभी चोदो। पेलो यही लण्ड मेरी चूत में यहीं सबके सामने। मैं तुमसे चुदवाकर ही यहाँ से जाऊंगी। फिर सच में उसने मुझे जी भर के चोदा। मुझे भी मज़ा आया और उसे भी।
मेरे मकान के फर्स्ट फ्लोर पर एक किरायेदार रहता है। नाम है उसका जुम्मन चचा। वह अकेले ही रहता है। उसकी बेटी हर शनिवार को आती है और सोमवार को सुबह जाती है। मुझे कुछ दिन बाद मालूम हुआ की वह अपनी बेटी की बुर चोदता है। यह बात उसकी बेटी ने ही बताई थी मुझे। उसने कहा की मैं अपने अब्बू से यहाँ हफ्ते में दो दिन चुदवाने आती हूँ। वरना मेरे अब्बू को बुर चोदना नसीब नहीं होता ? मैं उस दिन अकेले ही उसके घर में चली गयी। बाहर का दरवाजा खुला था तो सीधे अंदर घुस गयी। मैंने देखा की चचा जान एकदम नंगे खड़े हैं। उसका लण्ड देख कर तो मेरे मुंह में पानी आ गया। मैंने सोंचा की इसकी उम्र तो 60 साल की है पर इसका लण्ड तो एकदम मस्त जवान लग रहा है। मुझसे मस्ती सूझी तो मैंने भी अपने कपड़े उतार दिया। मैं नंगी नंगी उसके सामने जाकर खड़ी हो गई।
उसने मुझे देखा और बोला अरी बिटिया रेशमा तुम एकदम नंगी ? वह भूल गया की वह भी नंगा है। मैंने कहा अरे चचा जान तुम भी तो नंगे हो। तो वह थोड़ा झिझक गया। उसने अपना लण्ड हाथों से छिपा लिया। मैं बोली अब छुपाने से क्या फायदा मैंने तो तेरा लण्ड देख लिया चचा जान ? मैंने हाथ बढ़ाया और पकड़ लिया लण्ड। लण्ड साला तनिक देर में खड़ा हो के गुर्राने लगा। मेरे हिसाब से वह 9" से कम न होगा। मोटा तो साढ़े पांच इंच होगा ही। मैंने पेल्हड़ थाम कर लण्ड का सुपाड़ा मुंह में लिया और चूसने लगी। फिर वह मुझे बेड पर ले गया और मेरी बुर चाटने लगा। वह बोला बेटी रेशमा तेरी चूत का स्वाद तेरी माँ के भोसड़ा जैसा ही है ? मैंने पूंछा तो तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो चचा जान ? वह बोला हां बेटी रेशमा मैं तेरी माँ चोदता हूँ। सच बात यह है की मेरा लण्ड देख कर ही तेरी अम्मी ने मुझे ये मकान किराये पर दिया है और कहा की मैं तुमसे अक्सर चुदवाया करूंगी ? तुम मुझे चोदने के लिए कभी मना नहीं करोगे ? मैंने कहा हां ठीक है। अब मैं तेरी माँ का भोसड़ा चाटता भी हूँ और चोदता भी हूँ। मैंने कहा तो फिर अब तुम उसकी बिटिया की बुर चोदो चचा जान। मैंने फिर खूब मस्ती से चचा के भारी भरकम लण्ड से चुदवाया। एक दिन घर में मैं अकेली थी।
अम्मी जान कहीं गयीं थीं। काफी देर हो गई थी। मैं रात को बिस्तर पर करवटें बदल रही थी। 10 बज चुका था
मुझे नींद नहीं आ रही थी। मेरी चूत भी लण्ड के लिए तहलका मचा रही थी। आया की मेरा अब्बा भी अभी जग रहा होगा और वह तो अब मेरा नंदोई है। उससे क्या शर्माना ? उसकी बहन का भोसड़ा ? उसकी बिटिया की चूत ? आज मैं उसके लण्ड का हलवा बनाऊंगी। यही सोंच कर मैं अपनी चूँचियाँ खोले हुए एक सलवार पहन कर अब्बू के कमरे में बेधड़क घुस गयी। मैंने देखा की वह पजामा पहने हुए नंगे बदन लेटा हुआ है। मैं उसके सामने पहुंची तो वह मेरी नंगी चूँचियाँ देख कर उठ बैठा और बोला बेटी रेशमा तू ? मैंने कहा मैं तेरी बहन चोद बेटी नहीं हूँ, अब्बू जान। मैं तेरी बुर चोदी सरहज हूँ। तेरे साले की बीवी हूँ मैं। तेरी बीवी की भाभी हूँ मैं। तेरी बीवी मेरी नन्द है भोसड़ी वाली और तू मेरा नंदोई। मैं तो अपने नंदोई के लण्ड से मुलाक़ात करने आयी हूँ। उसके लण्ड का दीदार करने आयी हूँ। ऐसा बोल कर मैंने बड़ी बेशर्मी से उसके पजामा का नाड़ा खोल दिया। मेरी इस हरकत से और मेरी प्यारी प्यारी गालियों से उसके लण्ड में लग गयी भयानक आग। उसका लौड़ा साला फनफना उठा। मैंने पजामा खींच कर नीचे फेंक दिया। वह मादर चोद एकदम नंगा हो गया। मैंने लण्ड पकड़ा और उसकी ताबड़तोड़ कई चुम्मियाँ लीं, उसका सुपाड़ा खूब प्यार से चूमा और उसके पेल्हड़ चूमें। उसकी छोटी छोटी झांटों पर उंगलियां फिराईं। लण्ड साला घोड़े की तरह हिन् हिनाने लगा। मैंने कहा इतना बढ़िया लण्ड दिया है खुदा ने तुझे इसे अब तक क्यों छुपाकर क्यों रखा मुझसे ? तेरी बहन का भोसड़ा अब्बू जान उर्फ़ नंदोई जी। तेरी बिटिया की माँ की चूत, तेरी बीवी की बहन का भोसड़ा ?
बस वह भी ताव में आ गया। उसने हाथ बढ़ाकर कर मेरी सलवार खोल डाली मेरी चूँची और चूत दोनों एक साथ सहलाने लगा। वह बोला हां यार मैं तो भूल ही गया था की तू मेरे साले की बीवी है। मेरी सरहज है तू भोसड़ी वाली। अब तो मैं तेरी चूत का कस के बजाऊंगा बाजा। फाड़ डालूँगा तेरी बुर और तेरी सास का भोसड़ा ? मैंने उसका लण्ड अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी। फिर मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी. वह मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। हम दोनों 69 बन कर लण्ड और चूत का मज़ा लूटने लगे।
थोड़ी देर तक यूँ ही चूमा चाटी होती रही। फिर वह भी देर तक न रुक सका और मेरी चूत भी बुरी तरह गीली हो चुकी थी। वह फिर चढ़ बैठा मेरे ऊपर और पेल दिया अपना लण्ड मेरी चूत में। लण्ड घुसते ही मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा और मैं भी नीचे से अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवाने लगी। मैं भी धक्के पे धक्के लगाने लगी। उसे इस बात का एहसास हो गया की मैं चुदाई में नई खिलाड़ी नहीं हूँ। मैं कई मर्दों से चुदवा चुकी हूँ और रोज़ ही कई मर्दों से चुदवाती रहती हूँ। वह भी मादर चोद खूब मस्ती से हचक हचक के चोदने लगा। मुझे लगा की उसे कई दिनों से कोई अच्छी बुर नहीं मिली है चोदने के लिए। इसलिए आज वह पूरी ताकत से चुदाई का मज़ा लूटना चाहता है।
मैंने कहा और चोदो मुझे। पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे। मैं तेरे साले की बीवी हूँ मुझे खूब चोदो। फाड़ डालो मेरी बुर। मेरी चूत का बना दो हलवा। आज मैं तेरा लण्ड भून कर ही निकालूंगी अपनी चूत से। वॉवो क्या शानदार लौड़ा है यार तेरा ? बड़ा मज़ा दे रहा है। मुझे घोड़ी बना के चोदो। मुझे लण्ड पर बैठा के चोदो। मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं जितनी गन्दी गन्दी बातें करती उतने ही जोर से वह मुझे चोदने लगता।
इस तरह मैंने रात में उससे तीन बार चुदवाया।
०=०=०=०=०=० समाप्त
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मेरी अम्मी जान 44 साल की है. मस्त जवान हैं. बड़ी बड़ी चूँचियाँ और एक मस्त गांड और भोसड़ा वालीं हैं। उसकी चूत आज भी उतनी ही सख्त है जितनी 25 साल की उम्र में थी जब की उसकी चूत में हर रोज़ 3/4 लण्ड घुसते हैं। जानते हो क्यों ? क्योंकि मेरी अम्मी अपनी चूत को शराब पिलातीं हैं। खुद भी पीती हैं शराब और शराब के नशे में बड़े बड़े खेल कर जातीं हैं। मेरी अम्मी जितनी चुदक्कड़ औरत मुझे अभी तक नहीं मिली। उसी ने मुझे लण्ड पकड़ना सिखाया, लण्ड चूमना, चाटना और चूसना सिखाया और फिर एक दिन लण्ड अपनी चूत मे पेलवाना भी सिखाया ठीक उस दिन जब मैं 18 + की हुई थी। फिर वह बोली बेटी रेशमा तेरी माँ का भोसड़ा ? तेरी माँ की चूत ? तेरी माँ की बिटिया की बुर ? कल भोसड़ी की मैं तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चुदाना सिखाऊंगी। कल तुझे गालियों से अपनी माँ चोदनी है बेटी रेशमा ? मैंने भी मस्ती में कहा ठीक है मैं कल तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदूँगी मेरी बुर चोदी अम्मी जान ? मेरे मुंह से गाली सुनकर वह बहुत खुश हुई और मेरे गाल बड़े प्यार से थपथपाये। उसके दूसरे दिन बोली बेटी रेशमा आज मैं तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चोदना सिखाऊंगी और उसने मेरे हाथ से लण्ड अपनी चूत में पेलवाया। उस दिन से मेरे सम्बन्ध अम्मी जान से चोदा चोदी के हो गए।
तो ये हैं मेरी अम्मी जान जिसका नाम है आफ़िया बेगम.
मैंने चुपचाप फोन करके अपने देवर समी को बुला लिया। कुछ देर के बाद वह अपने असद के दोस्त के साथ आ गया। मैं असद को जानती नहीं थी। उसने बताया की भाभी जान ये मेरा बड़ा पक्का दोस्त है। मैंने पूंछा कितना पक्का है तेरा दोस्त ? वह बोला अरे भाभी जान इतना पक्का है की मैं इसकी बीवी चोदता हूँ और ये मेरी बीवी चोदता हैं. मैंने कहा तब तो बहुत अच्छा है समी। आज तुम दोनों को मिलकर मेरी माँ का भोसड़ा चोदना है। मेरी माँ रिश्ते में तेरी बहन हुई न ? तो फिर आज तुम मेरे आगे अपनी बहन का भोसड़ा चोदोगे। वह मान गया। शाम को मैंने दोनों को अम्मी से मिलवाया तो वह बोली अरी रेशमा मैं इन दोनों को जानती हूँ। फिर उसने मेरे कान में कहा बेटी मैं इनके लण्ड नहीं पहचानती हूँ। मैंने भी उसके कान में कहा अरे अम्मी जान आज तुम इन दोनों के लण्ड अच्छी तरह पहचान जाओगी । आज तो चुदेगा तेरा बहन चोद भोसड़ा अम्मी जान उर्फ़ मेरी बुर चोदी नन्द रानी ? कुछ देर बाद अम्मी जान एक आदमी के साथ मेरे पास आयीं। मैं उस आदमी को मैं नहीं पहचानती थी। अम्मी ने कहा ये है हामिद अली मेरी दोस्त का शौहर। फिर उसने मेरे कान में कहा आज ये तेरी चूत में पेलेगा अपना लण्ड बेटी रेशमा उर्फ़ मेरी बुर चोदी भाभी जान ?
फिर हम सबने थोड़ी शराब पी. मैं, मेरी अम्मी जान, मेरा देवर समी, उसका दोस्त असद और अम्मी की दोस्त का शौहर हामिद अली।
अम्मी ने पूंछा - बेटा, असद ये बताओ तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
असद ने जबाब दिया - हां आंटी चोदा है। हुआ यह की मैं एक दिन अपनी खाला का भोसड़ा चोद रहा था। तभी अचानक मेरी अम्मी जान कमरे में आ गईं। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया मैं उसे नहीं देख पाया और मैं धकाधक चोदने लगा। मैं बोला खाला जान मैं किसी दिन तेरी बेटी की भी बुर चोदूंगा। तेरी देवरानी की बुर में भी लण्ड पेलूँगा। फिर मैंने लण्ड उसके भोसड़ा से निकाला तो उसे अम्मी ने पकड़ लिया। उसे देख कर मेरा लण्ड सिकुड़ने लगा। तब वह बोली अरे बेटा तुम अपनी खाला की बहन का भोसड़ा भी चोदो न। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड चूम लिया और बोली हाय दईया तेरा तो लण्ड एकदम मर्द हो गया है बेटा ? इतना बड़ा लण्ड तो तेरे खालू का भी नहीं है। अब तू भोसड़ा चोदने वाला हो गया है। खाला की बेटी की बुर चोदने के पहले खाला की बहन का भोसड़ा चोदो बेटा असद। अम्मी जान ऐसा कह कर अपना भोसड़ा मेरे सामने खोल दिया तो मैंने जोश में आकर पेल दिया लण्ड और चोदने लगा अपनी माँ का भोसड़ा ?
अम्मी ने उसका लण्ड पजामा खोल कर बाहर निकाल लिया। मैंने अपने देवर का लण्ड उसे नंगा करके निकाल लिया। हम दोनों लण्ड चाटने लगीं। तभी अम्मी ने हामिद अली को नंगा होने के लिए कहा। वह जब नंगा हुआ तो अम्मी उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला बढ़ने लगा और थोड़ी ही देर में पूरा तन कर खड़ा हो गया। अम्मी के हाथ में दो दो लण्ड थे। वह कपड़े उतार कर नंगी हो चुकी थी। मैं भी उसे देख कर नंगी हो गयी। मैं अपने देवर के लण्ड से खेलने लगी। मैंने अपने देवर का लण्ड अम्मी की चूत पर रखा और उसके चूतड़ ऊपर से दबा दिया तो लण्ड उसकी चूत में घुस गया। मैंने कहा हाय अल्ला, देखो कैसे मैं अपनी नन्द की बुर चोद रही हूँ। आज मैं इसकी बुर चोद चोद कर इसकी गांड में दम कर दूँगी। मैंने देवर से कहा देवर जी ये बुर चोदी रिश्ते में तेरी बहन है। आज तुम अपनी बहन की बुर हचक हचक के चोदो। घुसेड़ दो अपना मोटा लण्ड इसकी चूत में और चूस डालो अपनी बहन की बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियाँ। मेरा देवर भी पागलों की तरह चोदने लगा अम्मी जान का भोसड़ा। उधर असद ने अपना लण्ड अम्मी के मुँह में पेल दिया। अब अम्मी को दो दो लण्ड का मज़ा मिलने लगा। वह तो ब्लू फिल्म की हीरोइन बन गयी।
अम्मी जान ने एक हाथ से किसी तरह हामिद अली का लण्ड पकड़ लिया और उसे मेरी चूत पर रगड़ने लगी। उसने हामिद को इशारा तो उसने लण्ड मेरी चूत में पेला। उसका लंबा और मोटा लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो मुझे बड़ा मज़ा आया। मुझे लगा की किसी मरद ने अपना लण्ड पेला है मेरी चूत में। वह भी पूरे जोर से मुझे चोदने लगा। तब अम्मी बोली - देख भोसड़ी की रेशमा बेटी उर्फ़ मेरी भाभी जान, अब मैं चोदूँगी तेरी ये हरामजादी बुर। फाड़ डालूंगी मैं तेरी चूत। तेरी चूत को बना दूँगी भोसड़ा ? उखाड़ लूंगी तेरी झांटें भाभी जान। तेरी माँ की चूत में लगा दूँगी आग और भून डालूंगी तेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में डाल कर ? हामिद भोसड़ी का किचकिचा कर मेरी बुर चोदने लगा। मैं रंडी की तरह हामिद से चुदवाने लगी और अम्मी जान उन दोनों से। एकदूसरे को देख देख कर चुदाने का जोश बढ़ता ही जा रहा था।
हामिद बोला भाभी जान तेरी बेटी की चूत बड़ी टाइट है इसलिए मुझे इसे चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। और ये बड़ी मस्ती से चुदवा भी रही है।
मैंने पूंछा - तेरी बीवी की भी चूत टाइट होगी न अंकल ?
वह बोला - पता नहीं बेटी मैं तो उसे कभी चोदता ही नहीं और न वह मुझसे चुदवाती है। उसे चोदने वाले बहुत लोग हैं और वह भी बुर चोदी खूब धुआंधार लोगों से चुदवाती है। लेकिन हां उसकी बहन मुझसे खूब चुदवाती है और उसकी बेटी भी मेरे लण्ड की दीवानी है। मैं उसकी बुर अक्सर लेता हूँ।
इसी तरह की बातें कर कर के हम दोनों ने रात भर कई बार लण्ड अदल बदल कर चुदवाया।
एक दिन मेरी खाला का बेटा सफी आ गया। वह मुझसे दो साल छोटा है। वह तौलिया लपेटे हुए बाथ रूम से निकला और कमरे में जाने लगा तो मैंने उसे अपनी तरफ बुला लिया। वह जैसे ही मेरे पास आया तो मैंने उसकी तौलिया खींची और बोली अरे सफी तू मेरे सामने नंगा नंगा घूमा करता था और आज तू मेरे सामने तौलिया पहने जा रहा है। इतने में तौलिया नीचे गिरी तो वह एकदम नंगा हो गया। उसका छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड मेरे सामने हिलने लगा। लंड देख कर मेरी चूत में आग लग गई। मुझे उसका सुपाड़ा गोल गोल आलू की तरह लटकता हुआ दिखा तो मैंने लण्ड पकड़ लिया। मैंने कहा अरे यार ये तो बहुत बड़ा हो गया है । एकदम मर्द हो गया है तू और तेरा ये भोसड़ी का लण्ड भी। बस तनिक देर में ही लण्ड तन कर खड़ा हो गया। मैंने कहा यार ये तो भोसड़ा फाड़ने वाला हो गया है यार ? बाप रे बाप इतनी छोटी उम्र में इतना बड़ा लण्ड ? अच्छा ये बता तूने कभी अपनी माँ का भोसड़ा चोदा है ?
वह बोला चोदा तो नहीं है पर अम्मी जान ने कल मेरा लण्ड अपने मुँह में लेकर चूसा जरूर है। मैं कल अपनी भाभी की बुर चोद रहा था। तभी अम्मी जान आ गई। उसने मुझे चोदते हुए देख लिया। मैंने उसे नहीं देखा। जब मैने लण्ड बुर से निकाला तो उसने लण्ड पकड़ लिया और कई बार उसकी चुम्मी ली। उसके कहा बेटा सफी आज तुम अपनी भाभी की बुर चोद रहे हो तो चोद लो। किसी दिन अपनी माँ का भोसड़ा भी चोदना। मुझे लगता है की अब एक दो दिन में अम्मी का भोसड़ा चोदना ही पड़ेगा। मैंने कहा अम्मी भोसड़ा जब चोदना तब चोदना पर मेरा भोसड़ा अभी चोदो। पेलो यही लण्ड मेरी चूत में यहीं सबके सामने। मैं तुमसे चुदवाकर ही यहाँ से जाऊंगी। फिर सच में उसने मुझे जी भर के चोदा। मुझे भी मज़ा आया और उसे भी।
मेरे मकान के फर्स्ट फ्लोर पर एक किरायेदार रहता है। नाम है उसका जुम्मन चचा। वह अकेले ही रहता है। उसकी बेटी हर शनिवार को आती है और सोमवार को सुबह जाती है। मुझे कुछ दिन बाद मालूम हुआ की वह अपनी बेटी की बुर चोदता है। यह बात उसकी बेटी ने ही बताई थी मुझे। उसने कहा की मैं अपने अब्बू से यहाँ हफ्ते में दो दिन चुदवाने आती हूँ। वरना मेरे अब्बू को बुर चोदना नसीब नहीं होता ? मैं उस दिन अकेले ही उसके घर में चली गयी। बाहर का दरवाजा खुला था तो सीधे अंदर घुस गयी। मैंने देखा की चचा जान एकदम नंगे खड़े हैं। उसका लण्ड देख कर तो मेरे मुंह में पानी आ गया। मैंने सोंचा की इसकी उम्र तो 60 साल की है पर इसका लण्ड तो एकदम मस्त जवान लग रहा है। मुझसे मस्ती सूझी तो मैंने भी अपने कपड़े उतार दिया। मैं नंगी नंगी उसके सामने जाकर खड़ी हो गई।
उसने मुझे देखा और बोला अरी बिटिया रेशमा तुम एकदम नंगी ? वह भूल गया की वह भी नंगा है। मैंने कहा अरे चचा जान तुम भी तो नंगे हो। तो वह थोड़ा झिझक गया। उसने अपना लण्ड हाथों से छिपा लिया। मैं बोली अब छुपाने से क्या फायदा मैंने तो तेरा लण्ड देख लिया चचा जान ? मैंने हाथ बढ़ाया और पकड़ लिया लण्ड। लण्ड साला तनिक देर में खड़ा हो के गुर्राने लगा। मेरे हिसाब से वह 9" से कम न होगा। मोटा तो साढ़े पांच इंच होगा ही। मैंने पेल्हड़ थाम कर लण्ड का सुपाड़ा मुंह में लिया और चूसने लगी। फिर वह मुझे बेड पर ले गया और मेरी बुर चाटने लगा। वह बोला बेटी रेशमा तेरी चूत का स्वाद तेरी माँ के भोसड़ा जैसा ही है ? मैंने पूंछा तो तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो चचा जान ? वह बोला हां बेटी रेशमा मैं तेरी माँ चोदता हूँ। सच बात यह है की मेरा लण्ड देख कर ही तेरी अम्मी ने मुझे ये मकान किराये पर दिया है और कहा की मैं तुमसे अक्सर चुदवाया करूंगी ? तुम मुझे चोदने के लिए कभी मना नहीं करोगे ? मैंने कहा हां ठीक है। अब मैं तेरी माँ का भोसड़ा चाटता भी हूँ और चोदता भी हूँ। मैंने कहा तो फिर अब तुम उसकी बिटिया की बुर चोदो चचा जान। मैंने फिर खूब मस्ती से चचा के भारी भरकम लण्ड से चुदवाया। एक दिन घर में मैं अकेली थी।
अम्मी जान कहीं गयीं थीं। काफी देर हो गई थी। मैं रात को बिस्तर पर करवटें बदल रही थी। 10 बज चुका था
बस वह भी ताव में आ गया। उसने हाथ बढ़ाकर कर मेरी सलवार खोल डाली मेरी चूँची और चूत दोनों एक साथ सहलाने लगा। वह बोला हां यार मैं तो भूल ही गया था की तू मेरे साले की बीवी है। मेरी सरहज है तू भोसड़ी वाली। अब तो मैं तेरी चूत का कस के बजाऊंगा बाजा। फाड़ डालूँगा तेरी बुर और तेरी सास का भोसड़ा ? मैंने उसका लण्ड अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी। फिर मैंने अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी. वह मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लण्ड। हम दोनों 69 बन कर लण्ड और चूत का मज़ा लूटने लगे।
थोड़ी देर तक यूँ ही चूमा चाटी होती रही। फिर वह भी देर तक न रुक सका और मेरी चूत भी बुरी तरह गीली हो चुकी थी। वह फिर चढ़ बैठा मेरे ऊपर और पेल दिया अपना लण्ड मेरी चूत में। लण्ड घुसते ही मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा और मैं भी नीचे से अपनी गांड से जोर लगा लगा कर चुदवाने लगी। मैं भी धक्के पे धक्के लगाने लगी। उसे इस बात का एहसास हो गया की मैं चुदाई में नई खिलाड़ी नहीं हूँ। मैं कई मर्दों से चुदवा चुकी हूँ और रोज़ ही कई मर्दों से चुदवाती रहती हूँ। वह भी मादर चोद खूब मस्ती से हचक हचक के चोदने लगा। मुझे लगा की उसे कई दिनों से कोई अच्छी बुर नहीं मिली है चोदने के लिए। इसलिए आज वह पूरी ताकत से चुदाई का मज़ा लूटना चाहता है।
मैंने कहा और चोदो मुझे। पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे। मैं तेरे साले की बीवी हूँ मुझे खूब चोदो। फाड़ डालो मेरी बुर। मेरी चूत का बना दो हलवा। आज मैं तेरा लण्ड भून कर ही निकालूंगी अपनी चूत से। वॉवो क्या शानदार लौड़ा है यार तेरा ? बड़ा मज़ा दे रहा है। मुझे घोड़ी बना के चोदो। मुझे लण्ड पर बैठा के चोदो। मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं जितनी गन्दी गन्दी बातें करती उतने ही जोर से वह मुझे चोदने लगता।
इस तरह मैंने रात में उससे तीन बार चुदवाया।
०=०=०=०=०=० समाप्त
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