Home
» Top-Hindi-Sex-kahani-XXX-Porn-Stories-in-Hindi
» दिन रात चोदो दूसरों की बीवियां बेटियां - Chudai karte raho chodan hota rahe
दिन रात चोदो दूसरों की बीवियां बेटियां - Chudai karte raho chodan hota rahe
दिन रात चोदो दूसरों की बीवियां बेटियां - Chudai karte raho chodan hota rahe , Real Hindi Sex Story Kahani Lekh Post , खुल कर चुदवाती है ये लड़किया , भोषडा चोदो मेरी चोदो बुर , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरी बीवी का नाम है मिसेज राधिका अग्रवाल । मैं उसे दो साल से चोद रहा हूँ। जितनी मस्ती से मैं उसे चोद रहा हूँ उतनी ही मस्ती से वह मुझसे चुदवा भी रही है। हम दोनों सेक्स का मज़ा खूब मजे से लूट रहें हैं।मुझे उसकी चूँचियाँ, उसकी चूत, उसकी मस्तानी गांड बहुत पसंद है और उसे मेरा लण्ड। उसे मेरे लण्ड से खेलने का बड़ा शौक है। वह लण्ड चूमती है, लण्ड चाटती है, लण्ड चूसती है और लण्ड पर थप्पड़ मार मार कर अठखेलियां करती है। लण्ड से बातें करती है, लण्ड को गालियां सुनाती है. उसे लण्ड अपनी गदेलियों के बीच डाल कर मथानी की तरह मथना बड़ा पसंद है। मुझे भी बहुत अच्छा लगता है। झड़ता हुआ लण्ड तो वह ऐसे पीती है जैसे बिल्ली दूध पीती है। मुझे लण्ड उसकी बुर में घुसाने से ज्यादा उसके मुंह में घुसाना अच्छा लगता है। उसकी बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियों के बीच में लण्ड पेलना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं उसे दिन में कई बार चोदता हूँ। वह भी मेरे लण्ड की बड़ी दीवानी है। जब देखो तब वह मेरा लण्ड पकड़ लेती है। बाथ रूम में मेरे लण्ड में साबुन लगाती है, उसे नहलाती है , झांटें बनाती है, प्यार आता है तो मुंह में डाल कर चूसने लगती है लण्ड, सवेरे सवेरे एक हाथ से लण्ड पकड़े पकडे अखबार पढ़ती है। दिन भर में जाने कितनी बार मेरे लण्ड की चुम्मी लेती है राधिका। राधिका मेरी बीवी है और सच में वह बीवी की तरह ही मेरे साथ रहती है। हम दोनों अक्सर साथ साथ पोर्न फिल्म भी देखतें है और उस पर खूब गन्दी गन्दी बातें करतें हैं। उनके लण्ड, चूत, गांड, भोसड़ा और झांट आदि की बातें करतें हैं। उनकी चुदाई, लण्ड चटाई, गांड मराई आदि की खूब बातें करतें हैं। एक दिन रात में जब वह पड़े प्यार से मेरे लण्ड से खेल रही थी। वह लण्ड में बिलकुल खोयी हुई थी तो उसके मुंह से निकला हाय मेरे राजा अगर ऐसा ही एक और लौड़ा मेरे दूसरे हाथ में होता तो कितना अच्छा होता ? कितना मज़ा आता ? पोर्न में देखो न लड़कियां कैसे कैसे २/३ लण्ड का मज़ा एक साथ लेतीं हैं।
इतने में मेरी बीवी राधिका ने पहल की। उसने एक नॉन वेज चुटकुला सुनाया। वह बोली - एक बीवी अपने हसबैंड का लण्ड पकड़ कर कहने लगी मेरे लाल, मेरा सोना, मेरा मुन्ना अब तू उठा जा ? तो हसबैंड ने कहा अरे बेगम साहिबा इसे तेरी चूत में जाना है किसी स्कूल में नहीं ? सब लोग तालियां बजा बजा कर हंसने लगे। इसके बाद ही मेरी बीवी ने अपना हाथ मुकेश के लण्ड पर रख दिया और उसे ऊपर से ही दबाने लगी। उसे देख कर आरती भाभी ने ऋषि का लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबा दिया और बोली हाय मेरे राजा अब तुम बाहर निकल आओ। ऋषि की बीवी शिवानी भाभी ने मेरे लण्ड पर ऊपर से ही थप्पड मारा और कहा अरे यार तू भोसड़ी का कब तक छिपा बैठा रहेगा। अब तो बाहर निकल ? फिर क्या सबके कपड़े खुलने लगे और देखते ही देखते सब लोग नंगे हो गए।
ऋषि की बीवी शिवानी मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और मैं उसकी चूँचियाँ मसलने लगा, ऋषि मुकेश की बीवी आरती की चूँचियाँ दबाने लगा और आरती मुकेश का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मुकेश मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और उसे अपनी छाती से चिपका लिया। मेरी बीवी उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी और वह मेरी बीवी की बुर चाटने लगा। मेरी बीवी राधिका बड़ी खुश नज़र आ रही थी क्योंकि आज उसकी तमन्ना पूरी हुई। वह किसी और मरद का लण्ड पाकर मस्त हो गयी। तब मुझे समझ में आया की आज की बीवियां अब पराये मरद के लण्ड का मज़ा लूटना चाहती हैं। मैं भी इस बात से खुश था की मैं अपनी बीवी चुदवाकर कई बीवियां चोद सकता हूँ। मुझे भी परायी बीवियों के जिस्म से प्यार होने लगा। मेरे सामने दो दो परायी बीवियां नंगी थीं उन्हें देख देख कर मेरा लण्ड काबू के बाहर हो रहा था।
मैंने फिर लण्ड शिवानी भी की बुर में और चोदने लगा। शिवानी का पति ऋषि मुकेश की बीवी आरती की बुर चोदने लगा और आरती का पति मुकेश मेरी बीवी की बुर चोदने लगा। इस तरह हम तीनो एक दूसरे की बीवी चोदने लगे. माहौल बहुत गरमा गया।
आरती भाभी बोली - यार आज बहुत दिनों के बाद मुझे जवानी का पूरा पूरा मज़ा मिल रहा है।
शिवानी ने कहा - हां यार अब लगता है की चुदाई में कितना मज़ा है बशर्ते की कई लोग हों चुदाई करने वाले और सब दूसरों की बीवियां चोद रहें हों।
मेरी बीवी बोली - यार सच बताऊँ मज़ा तो दूसरे मर्दों से चुदवाने में है। बच्चा पैदा करो अपने मियां के लण्ड से और मौज़ मारो पराये मर्दों के लण्ड से।
उसकी यह बात सबको पसंद आयी। सबने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. सबकी चूत चुदने लगीं और सबकी चूँचियाँ उछलने लगीं। सब भोसड़ी वाली अपनी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं। चुदवाते समय अनाप सनाप मस्ती में बोलने लगीं - हाय मेरे राजा पूरा पेल दो लण्ड। रहा है तेरा लण्ड -- पहली बार चुदाने का असली मज़ा आ रहा है -- यार फाड़ डालो मेरी चूत, आज मैं रंडी की तरह चुदवा रही हूँ -- चीथड़े उड़ा दो मेरी बुर चोदी बुर के यार। तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा मजेदार है यार -- वाओ, मुझे आज मालूम हुआ की चुदवाने में कितना मज़ा आता है ? तेरे लण्ड की कसम अब मैं पराये मर्दों से ही चुदवाया करूंगी -- मेरी एक सहेली है वह भी मादर चोद ग़ैर मर्दों से चुदवाती है मैं उसे भी इस ग्रुप में शामिल कर लूंगी -- हाय मेरे राजा मुकेश तेरे लण्ड में बड़ी दम है यार. चीर डालो मेरी बुर। ऐसे चोदो मुझे जैसे घोड़ा घोड़ी को चोदता है -- हाय राम मुझे भी पीछे से चोदो -- मैं तेरे लण्ड की गुलाम हो गयी हूँ मुझे चोदो -- मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो -- हां हां मैं इस समय तेरी ही बीवी हूँ मुझे धकाधक चोदो -- इस तरह की बातों से जोश सबका बढ़ता जा रहा था और चुदाई में दूना मज़ा आ रहा था। एक साथ सामूहिक चुदाई का मज़ा सबको मिल रहा था। ऋषि बोला - यार मुकेश और चन्दन अब तुम लोग मेरी बीवी जब चाहो तब चोदो।
मुकेश ने कहा - हां मैं भी कहता हूँ मेरी बीवी तुम दोनों की बीवी है उसे जब मन हो तब चोदो।
मैंने भी कहा - हां यार मेरी भी बीवी की बुर तुम दोनों के लिए हमेशा खुली है। जब चाहो तब उसमे पेल दो अपना लौड़ा और मजे से चोदो।
यह सुन कर मेरी बीवी राधिका बहुत ही खुश हुई।
दूसरी पारी में मैंने मुकेश की बीवी चोदी, मुकेश ने ऋषि की बीवी चोदी और ऋषि ने मेरी बीवी चोदी।
इस चुदाई की चर्चा कई जगह होने लगी। हम सबके दोस्त भी इसकी चर्चा करने लगे। बहुत सारे दोस्त इसमें शामिल भी होने लगे। मैंने कहा की यार तुम पहले अपनी अपनी बीवियों से पूंछ तो लो क्या वो शामिल होना चाहती हैं ? सबने फोन से ही पूंछना शुरू कर दिया। तब सबकी बीवियों ने हां कर दी। किसी ने भी मना नहीं किया। एक बोला - यार चन्दन असली बात यह है की आजकल की बीवियां खुद ही कई मर्दों से चुदवाने में विश्वाश करतीं हैं। वो सब की सब "wife swapping" के लिए राज़ी हैं।
फिर क्या हमारा एक बहुत बड़ा क्लब बन गया और आजकल हम लोग दिन रात दूसरों की बीवियां ही चोद रहें हैं।
=०=०=०=०=० समाप्त
मेरी बीवी का नाम है मिसेज राधिका अग्रवाल । मैं उसे दो साल से चोद रहा हूँ। जितनी मस्ती से मैं उसे चोद रहा हूँ उतनी ही मस्ती से वह मुझसे चुदवा भी रही है। हम दोनों सेक्स का मज़ा खूब मजे से लूट रहें हैं।मुझे उसकी चूँचियाँ, उसकी चूत, उसकी मस्तानी गांड बहुत पसंद है और उसे मेरा लण्ड। उसे मेरे लण्ड से खेलने का बड़ा शौक है। वह लण्ड चूमती है, लण्ड चाटती है, लण्ड चूसती है और लण्ड पर थप्पड़ मार मार कर अठखेलियां करती है। लण्ड से बातें करती है, लण्ड को गालियां सुनाती है. उसे लण्ड अपनी गदेलियों के बीच डाल कर मथानी की तरह मथना बड़ा पसंद है। मुझे भी बहुत अच्छा लगता है। झड़ता हुआ लण्ड तो वह ऐसे पीती है जैसे बिल्ली दूध पीती है। मुझे लण्ड उसकी बुर में घुसाने से ज्यादा उसके मुंह में घुसाना अच्छा लगता है। उसकी बड़ी बड़ी सुडौल चूँचियों के बीच में लण्ड पेलना मुझे बहुत अच्छा लगता है। मैं उसे दिन में कई बार चोदता हूँ। वह भी मेरे लण्ड की बड़ी दीवानी है। जब देखो तब वह मेरा लण्ड पकड़ लेती है। बाथ रूम में मेरे लण्ड में साबुन लगाती है, उसे नहलाती है , झांटें बनाती है, प्यार आता है तो मुंह में डाल कर चूसने लगती है लण्ड, सवेरे सवेरे एक हाथ से लण्ड पकड़े पकडे अखबार पढ़ती है। दिन भर में जाने कितनी बार मेरे लण्ड की चुम्मी लेती है राधिका। राधिका मेरी बीवी है और सच में वह बीवी की तरह ही मेरे साथ रहती है। हम दोनों अक्सर साथ साथ पोर्न फिल्म भी देखतें है और उस पर खूब गन्दी गन्दी बातें करतें हैं। उनके लण्ड, चूत, गांड, भोसड़ा और झांट आदि की बातें करतें हैं। उनकी चुदाई, लण्ड चटाई, गांड मराई आदि की खूब बातें करतें हैं। एक दिन रात में जब वह पड़े प्यार से मेरे लण्ड से खेल रही थी। वह लण्ड में बिलकुल खोयी हुई थी तो उसके मुंह से निकला हाय मेरे राजा अगर ऐसा ही एक और लौड़ा मेरे दूसरे हाथ में होता तो कितना अच्छा होता ? कितना मज़ा आता ? पोर्न में देखो न लड़कियां कैसे कैसे २/३ लण्ड का मज़ा एक साथ लेतीं हैं।
वह झोंक में अपने दिल की बात कह गयी। हालांकि उसने बाद में कहा नहीं नहीं मेरा मतलब यह नहीं है की मैं आपके लण्ड को छोड़ कर कहीं बाहर चली जायें । मुझे आपके लण्ड से बहुत मोहब्बत है। मगर मैं उसके दिल की बात जान गया। मेरा नाम चन्दन है। मैं २७ साल का एक मद मस्त जवान आदमी हूँ। हैंडसम हूँ, गोरा चिट्टा हूँ और हंसमुख स्वाभाव का हूँ। मैं एक बड़ी कंपनी में बड़े पद काम करता हूँ और मुंबई में रहता हूँ। मेरी मुलाकात जब पहली बार राधिका से हुई थी तो उसी मुलाकात में हम दोनों एक दूसरे को चाहने लगे थे। बात आगे बढ़ी तो हम दोनों मियां बीवी हो गए।
दिन मैं एक शॉपिंग मॉल में घूम रहा था। वहां मुझे किसी ने मेरे नाम से पुकारा। आवाज़ मुझे कुछ जानी पहचानी लग रही थी लेकिन फिर भी मैं उसे याद न कर पाया। इतने में उसने मेरे कंधे पर हाथ रख दिया। मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो बोला पड़ा अरे आरती तुम ? आरती तुम यहां ? आरती तुम्हारी तो शादी ही गयी है। वह बोली हां तो क्या हो गया ? क्या शादी के बाद मैं आरती नहीं रही ? कुछ और हो गयी हूँ। मैंने कहा नहीं यार मैंने ऐसे ही कह दिया। और बताओ क्या हाल है ? तेरे हसबैंड कहाँ हैं ? वह बोली आज मैं अकेली ही हूँ। मेरा हसबैंड टूर पर गया है। हम लोग बैठ कर बातें करने लगे और फिर वह मुझे अपने घर ले गयी। घर उसका पास में ही था। हम लोग कॉलेज के फ्रेंड्स है। फिर उसने ड्रिंक्स ऑफर कर दी। हम दोनों ड्रिंक्स लेते लेते अपने पुराने दिन याद करने लगे और थोड़ी मस्ती भी करने लगे। वह मझे बड़े गौर से देख रही थी और मैं भी उसे बड़े गौर से देख रहा था ?
हम दोनों में बातें होने लगीं।
- थोड़ा नशा चढ़ा तो आरती बोली यार चन्दन मैं तुम्हे बहुत चाहती थी पर कभी कह नहीं सकी ?
- चाहता तो मैं भी तुम्हे बहुत था आरती पर मेरे मुंह से कभी सच्चाई निकली ही नहीं ?
- वाओ, क्या यह वाकई सच है ? मैं तो यार तुम्हारी बाँहों में समा जाना चाहती थी। तुमसे बेहद प्यार करती थी मैं। पर शर्माती बहुत थी इसलिए कभी खुल कर कुछ बोल नही पाई।
- पर आज आप बोल सकती है आरती ? आज खुल कर बोलिये न। माना की आप किसी और की हो गयीं हैं पर कहने में तो कोई पाबन्दी नहीं है। वैसे मैं भी मन ही मन आपको बहुत चाहता था। आपको अक्सर दूर से देखा करता था। आज भी आप मुझे बहुत अच्छी लग रही हैं। सेक्सी और हॉट लग रहीं हैं।
- हाय दईया ऐसा कह कर तुमने तो मेरी जान ही निकाल ली चन्दन ? सच बताऊँ, बुरा न मानना , मैं तुम्हारा लण्ड पकड़ कर देखना चाहती थी। मैंने कोशिश भी की पर कामयाब नहीं हुई।
- मैं भी तुम्हारा नंगा जिस्म देखना चाहता था। और सच्ची बता बताऊँ जाने कितनी बार मैंने तेरे नाम का मुठ्ठ भी मारा है आरती। मैं सोंचता था की तुम मेरा लन्ड पकड़ कर हिला रही हो पर यह सब मेरे लिये ख़याली पुलाव ही था आरती।
- ख़याली पुलाव क्यों ? मैं अभी तेरा लन्ड हिला कर दिखा देती हूँ। मैं खुद अपने सारे कपड़े उतार कर अपना नंगा जिस्म तुन्हे दिखा सकती हूँ।
उसने अपना ब्लाउज़ खोलना शुरू किया और बाद में जब उसने जब अपनी ब्रा उतार कर नीचे फेंकी तो उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ छलक कर मेरे सामने आ गयीं। मेरे लण्ड में एकदम से उछाल आया और मैं आँखें फाड़ फाड़ कर उसकी चूँचियाँ देखने लगा। फिर उसने मेरी आँखों में आँखें डाल कर अपना पेटीकोट खोल कर नीचे फेंक दिया। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत मेरे सामने खड़ी हो गयी। चूत वाकई बड़ी सेक्सी और हॉट थी। वह मेरे सामने घूम गयी और अपनी चूतड़ों से अपनी गांड तक, चूँचियों चूत तक और सर से पाँव तक सब कुछ मुझे दिखा दिया। मैंने कहा वाओ, आरती तुम वाकई बहुत खूबसूरत हो। तुम अगर मुझे अपना जिस्म पहले दिखा देती तो मैं अब तक कुवांरा न रहता ? तुम्हे अपनी बीवी बना लेता।
मैं उठा और उसे अपनी छाती से चिपका लिया। तब उसका हाथ मेरे लण्ड पर चला गया। उसने भी मस्ती से मेरे कपड़े खोलना शुरू किया। पहले कमीज, फिर बनियाइन और फिर पैंट उतार दी। मैं चड्ढी में आ गया। फिर वह घुटनों के बल बैठ गयी। मैं खड़ा था। उसके दोनों तरफ अपनी उंगलियां मेरी चड्ढी में फंसाया और झर्र से नीचे खींच दिया। मेरा लण्ड टन्न से उसके सामने खड़ा हो गया। इत्तिफाक से मेरी झांटें बनी हुई थीं। लण्ड भी चिकना था और पेल्हड़ भी। आरती बोली वाओ, तेरा लण्ड तो मेरे हसबैंड के लण्ड से बड़ा भी है और मोटा भी ? मुझे अगर पहले तुम अपना लण्ड दिखा देते तो आज मैं तेरी बीवी होती ? मैंने उसे फिर उसे चिपका कर कहा अभी तो तुम मेरी बीवी ही हो मेरी जान आरती। वह मेरी बातों से प्रभावित हुई.
मैं अपनी जबान से उसका पूरा बदन चाटने लगा। वह भी मेरे बदन पर अपना हाथ फिराने लगी। मैं नीचे गया और अपना मुंह उसकी जाँघों के बीच घुसा दिया। मैं उसकी बुर चाटने लगा और वह मेरा लण्ड चाटने लगी। मेरे लण्ड का सुपाड़ा चारों तरफ से चाटने लगी। सुपाड़ा के चारों तरफ अपनी जबान घुमाने लगी। हम दोनो 69 बन गए। वह मेरे पेल्हड़ भी चूमने लगी। वह पूरी तरह मेरे लण्ड में खो चुकी थी और मैं उसकी चूत में। मुझे उसकी चूँचियाँ भी बड़ी अच्छी लग रही थीं। थोड़ी देर तक बुर चाटने के बाद मैंने लण्ड उसकी मस्तानी चूँचियों के बीच घुसेड़ दिया। मैं चूत की ही तरह उसकी चूँचियाँ चोदने लगा। मेरा लण्ड जब ऊपर आता तो वह उसका सुपाड़ा जबान निकाल कर चाट लेती। उसे भी मज़ा आ रहा था और मुझे भी। मैं पहली बार किसी की इतनी बड़ी बड़ी चूँचियाँ चोदने का मज़ा लूट रहा था। फिर वह बोली यार चन्दन अब मुझे चोदो। मुझसे और नहीं रहा जाता। मुझे और न तड़पाओ। पेल दो अपने ये मस्ताना लण्ड और चोद डालो मेरी बुर।
मैं भी ताव पर था। मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रख दिया और एक धक्का मारा। लण्ड साला अंदर पूरा का पूरा घुस गया तो मुझे बड़ा मज़ा आया। वह भी मस्ती से बोलने लगी हाय मेरे राजा आज मुझे अच्छी तरह चोदो। मुझे इतना मज़ा पहले भी नहीं आया। मैं आरती को अपने बदन से चिपकाकरअपने चूतड़ उठा उठा कर भकाभक चोदने लगा। वह भी मेरे हर धक्के का जबाब देने लगी। मैं समझ गया की वह भी मस्ती में डूबी हुई है। मैं उसकी बुर एन्जॉय कर रहा हूँ तो वह मेरा लण्ड एन्जॉय कर रही है।
चुदाई के बाद आरती बोली यार चन्दन देखो एक बात है की मर्दों को दूसरों की बीवियां चोदने में मज़ा आता है और बीवियों को दूसरे मर्दों से चुदवाने में मज़ा आता है। तो फिर क्यों न हम लोग प्राइवेट क्लब खोलें जिसमे ऐसे लोग शमंइल किये जाएँ जो अपनी बीवी चुदवाकर दूसरों की बीवियां चोदना चाहतें हों और जो अपने मरद को दूसरों की बीवियां चोदने दें और खुद दूसरों के पति से चुदवायें ? ऐसे लोग बहुत मिल जायेंगें। २/३ को तो मैं ही जानती हूँ। मैंने कहा हां ठीक है। वह बोली एक और बात है मैं चाहती हूँ की तुम अब अपनी बीवी मेरे पति से चुदवाओ। मैंने कहा यार आरती तुमने मेरे मन की बात कह दी है। कल तुम मेरे घर अपने पति के साथ आ जाना। मैं तेरे पति से अपनी बीवी चुदवाऊंगा।
उसकी ख़ुशी का ठिकाना न था। वह बोली यार मेरा पति "wife swapping" करने के पक्ष में है। मैं जब उसको बताऊंगा की कल तुम मेरे दोस्त चन्दन की बीवी चोदोगे तो वह ख़ुशी के मारे उछल पड़ेगा। मैंने कहा हां यार मैं भी यही चाहता हूँ , दूसरे दिन आरती अपने पति मुकेश के साथ आ गयी और मेरी बीवी से मिलकर बहुत खुश हुई। हम लोग एक दूसरे से बात कर रहे थे। इसी बीच एक और कपल आ गया। वह था मिस्टर ऋषि सिन्हा और उसकी बीवी मिसेज शिवानी सिन्हा। मेरी बीवी ने बताया की मिसेज शिवानी मेरी दोस्त है और उसका पति ऋषि है। मैंने ही इन दोनों को "wife swapping" के लिए बुलाया। मैंने सबके लिए ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर लिया था और हम सब लोग ड्रिंक्स के लिए बैठ गए। बाते बड़ी मजेदार और मसाले दार भी होने लगीं। सब लोग एन्जॉय करने लगे।इतने में मेरी बीवी राधिका ने पहल की। उसने एक नॉन वेज चुटकुला सुनाया। वह बोली - एक बीवी अपने हसबैंड का लण्ड पकड़ कर कहने लगी मेरे लाल, मेरा सोना, मेरा मुन्ना अब तू उठा जा ? तो हसबैंड ने कहा अरे बेगम साहिबा इसे तेरी चूत में जाना है किसी स्कूल में नहीं ? सब लोग तालियां बजा बजा कर हंसने लगे। इसके बाद ही मेरी बीवी ने अपना हाथ मुकेश के लण्ड पर रख दिया और उसे ऊपर से ही दबाने लगी। उसे देख कर आरती भाभी ने ऋषि का लण्ड पैंट के ऊपर से ही दबा दिया और बोली हाय मेरे राजा अब तुम बाहर निकल आओ। ऋषि की बीवी शिवानी भाभी ने मेरे लण्ड पर ऊपर से ही थप्पड मारा और कहा अरे यार तू भोसड़ी का कब तक छिपा बैठा रहेगा। अब तो बाहर निकल ? फिर क्या सबके कपड़े खुलने लगे और देखते ही देखते सब लोग नंगे हो गए।
ऋषि की बीवी शिवानी मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और मैं उसकी चूँचियाँ मसलने लगा, ऋषि मुकेश की बीवी आरती की चूँचियाँ दबाने लगा और आरती मुकेश का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मुकेश मेरी बीवी की तरफ बढ़ा और उसे अपनी छाती से चिपका लिया। मेरी बीवी उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी और वह मेरी बीवी की बुर चाटने लगा। मेरी बीवी राधिका बड़ी खुश नज़र आ रही थी क्योंकि आज उसकी तमन्ना पूरी हुई। वह किसी और मरद का लण्ड पाकर मस्त हो गयी। तब मुझे समझ में आया की आज की बीवियां अब पराये मरद के लण्ड का मज़ा लूटना चाहती हैं। मैं भी इस बात से खुश था की मैं अपनी बीवी चुदवाकर कई बीवियां चोद सकता हूँ। मुझे भी परायी बीवियों के जिस्म से प्यार होने लगा। मेरे सामने दो दो परायी बीवियां नंगी थीं उन्हें देख देख कर मेरा लण्ड काबू के बाहर हो रहा था।
मैंने फिर लण्ड शिवानी भी की बुर में और चोदने लगा। शिवानी का पति ऋषि मुकेश की बीवी आरती की बुर चोदने लगा और आरती का पति मुकेश मेरी बीवी की बुर चोदने लगा। इस तरह हम तीनो एक दूसरे की बीवी चोदने लगे. माहौल बहुत गरमा गया।
आरती भाभी बोली - यार आज बहुत दिनों के बाद मुझे जवानी का पूरा पूरा मज़ा मिल रहा है।
मेरी बीवी बोली - यार सच बताऊँ मज़ा तो दूसरे मर्दों से चुदवाने में है। बच्चा पैदा करो अपने मियां के लण्ड से और मौज़ मारो पराये मर्दों के लण्ड से।
उसकी यह बात सबको पसंद आयी। सबने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. सबकी चूत चुदने लगीं और सबकी चूँचियाँ उछलने लगीं। सब भोसड़ी वाली अपनी अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगीं। चुदवाते समय अनाप सनाप मस्ती में बोलने लगीं - हाय मेरे राजा पूरा पेल दो लण्ड। रहा है तेरा लण्ड -- पहली बार चुदाने का असली मज़ा आ रहा है -- यार फाड़ डालो मेरी चूत, आज मैं रंडी की तरह चुदवा रही हूँ -- चीथड़े उड़ा दो मेरी बुर चोदी बुर के यार। तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा मजेदार है यार -- वाओ, मुझे आज मालूम हुआ की चुदवाने में कितना मज़ा आता है ? तेरे लण्ड की कसम अब मैं पराये मर्दों से ही चुदवाया करूंगी -- मेरी एक सहेली है वह भी मादर चोद ग़ैर मर्दों से चुदवाती है मैं उसे भी इस ग्रुप में शामिल कर लूंगी -- हाय मेरे राजा मुकेश तेरे लण्ड में बड़ी दम है यार. चीर डालो मेरी बुर। ऐसे चोदो मुझे जैसे घोड़ा घोड़ी को चोदता है -- हाय राम मुझे भी पीछे से चोदो -- मैं तेरे लण्ड की गुलाम हो गयी हूँ मुझे चोदो -- मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो -- हां हां मैं इस समय तेरी ही बीवी हूँ मुझे धकाधक चोदो -- इस तरह की बातों से जोश सबका बढ़ता जा रहा था और चुदाई में दूना मज़ा आ रहा था। एक साथ सामूहिक चुदाई का मज़ा सबको मिल रहा था। ऋषि बोला - यार मुकेश और चन्दन अब तुम लोग मेरी बीवी जब चाहो तब चोदो।
मुकेश ने कहा - हां मैं भी कहता हूँ मेरी बीवी तुम दोनों की बीवी है उसे जब मन हो तब चोदो।
मैंने भी कहा - हां यार मेरी भी बीवी की बुर तुम दोनों के लिए हमेशा खुली है। जब चाहो तब उसमे पेल दो अपना लौड़ा और मजे से चोदो।
यह सुन कर मेरी बीवी राधिका बहुत ही खुश हुई।
दूसरी पारी में मैंने मुकेश की बीवी चोदी, मुकेश ने ऋषि की बीवी चोदी और ऋषि ने मेरी बीवी चोदी।
इस चुदाई की चर्चा कई जगह होने लगी। हम सबके दोस्त भी इसकी चर्चा करने लगे। बहुत सारे दोस्त इसमें शामिल भी होने लगे। मैंने कहा की यार तुम पहले अपनी अपनी बीवियों से पूंछ तो लो क्या वो शामिल होना चाहती हैं ? सबने फोन से ही पूंछना शुरू कर दिया। तब सबकी बीवियों ने हां कर दी। किसी ने भी मना नहीं किया। एक बोला - यार चन्दन असली बात यह है की आजकल की बीवियां खुद ही कई मर्दों से चुदवाने में विश्वाश करतीं हैं। वो सब की सब "wife swapping" के लिए राज़ी हैं।
फिर क्या हमारा एक बहुत बड़ा क्लब बन गया और आजकल हम लोग दिन रात दूसरों की बीवियां ही चोद रहें हैं।
=०=०=०=०=० समाप्त
Click on Search Button to search more posts.
