Home
» Majedar Chudai Kahaniyan in Hindi मजेदार चोदा चादी की हिंदी कहानी Chodan ki mast stories
» मुझे भैया ने भाभी समझकर चोद दिया Mujhe Bhaiya ne bhabhi samajhkar chod diya
मुझे भैया ने भाभी समझकर चोद दिया Mujhe Bhaiya ne bhabhi samajhkar chod diya
मुझे भैया ने भाभी समझकर चोद दिया, Mujhe Bhaiya ne bhabhi samajhkar chod diya, भाभी के धोखे में बहन चुद गई, बहन की गलती से चुदाई, अंधेरी रात और बहन का साथ, भाभी के चक्कर में बहन चुद गई, भाभी समझकर गलती से बहन को चोद दिया, अनजाने में बहन की चूत में मेरा लंड घुस गया, बहन को भाभी समझकर दे दिया सेक्स का मजा, बहन की चुदाई, बहन को चोदा, बहन की चूत और गांड मारी.
हेलो मैं ऐना हूँ, आज मैं आपके लिए अपने ज़िंदगी की एक हकीकत पेश कर रही हूँ, मैं भाई के लण्ड से चुद गयी, पहले तो मेरी इच्छा नहीं थी, मुझे लग रहा था ये सारे गलत है पर बाद में मुझे लगा की नहीं अपनी वासना की भूख शांत कर लूँ, उस समय मेरे चूत में भी पानी आ गया था और मेरी धड़कन भी तेज हो गयी थी, और मैं अपने आप को रोक नहीं पाई सलवार का नाड़ा ढीला किया और भैया का मोटा लण्ड अपने बूर में समा लिया और गांड उठा उठा के धक्का देने लगी, आपको मैं अपनी पूरी कहानी बताती हूँ, मैं भी हिंदी सेक्स स्टोरीज की रेगुलर पाठक हूँ, मुझे यहाँ पे कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है,
मेरी उम्र 20 साल की है और मेरे भाई की 26 साल की है, भाई की शादी इसी साल हुयी थी, भाभी बड़ी ही हॉट है, वो ऐसी है जैसे की पटाखा हो, कोई भी मर्द उसको देख ले उसकी रात की नींद उड़ जाये, भाई की भी नींद आजकल उडी हुयी है, क्योंकि कल दिन में 2 बार तो मैंने उसको देखा है भाभी को चोदते हुए. पर आज वाक्या ऐसा हुआ की मैं खुद ही चुद गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
रात के करीब 11 बज रहे थे, भैया अपने दोस्त की शादी की पार्टी में से आये थे, भाभी का शाम से ही पेट दर्द कर रहा था तो वो मेरी माँ के कमरे में पेट पे गरम पानी की थैली से सिकाई करवा रही थी और उनको नींद आ गई, मैंने माँ से कहा माँ भाभी को बोलो अपने कमरे में सोने के लिए चली जाएँ तो माँ बोली सोने दे अभी आराम हो जायेगा, मैं भी सोची माँ सही बोल रही है, तभी लाइट चली गयी, मेरा नाईटी नहीं मिल रहा था तो मैंने भाभी की नाईटी डाल ली और छत पे सोने चली गयी, माँ भाभी नीचे सो रही थी, भाभी माँ के कमरे में थी, भैया आये रात के करीब 11 बजे वो भाभी के कमरे में गए, भाभी वहां नहीं थी, वो समझ गए की लाइट नहीं है हो सकता है की वो छत पे होगी.
वो छत पे आ गए, मैं हलकी हलकी नींद में थी, भैया आये और बोले सपना (मेरी भाभी का नाम) मेरी डार्लिंग तुम यहाँ हो मेरा लण्ड तुम्हे निचे ढूंढ रहा था देखो देखो कैसे खड़ा होकर तुम्हे बुला रहा है, भैया की आवाज साफ़ साफ़ नहीं निकल रही थी, उन्होंने काफी पी ली थी, मैं चुप हो गयी मैंने सोचा कि अभी चले जायेगे, पर वो मेरे पास लड़खड़ाते हुए बैठ गए मैंने कहा भैया मैं हूँ ऐना, तो भैया बोले साली मेरे से मजाक कर रही हूँ, क्यों आज तुम्हे मेरा मोटा लण्ड नहीं चाहिए, आज तो मैं तुम्हे खुश कर दूंगा, यार सपना तु मुझे इस नाईटी में बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी लगती है, जी तो करता है चूस लू तेरे बदन को, मैं समझ गई की मेरे भाई ने ज्यादा पी रखी है मैं उठ के बैठी जाने के लिए उसने मुझे धक्का दे दिया और मैं वापस अपने तकिये पे गिर पड़ी.
उसके बाद उसने मेरी चुच्ची को पकड़ लिया और मसलने लगा, और मेरे होठों पे अपने होठ रख दिए और किश करने लगा मैं बचने की कोशिश करने लगी पर उसने मुझे अपनी बाहों और टांगो में जकड रखा था, मैं कुछ भी नहीं कर पा रही थी, उसने नाईटी ऊपर कर दिया मैंने ब्रा नहीं पहनी थी उसने मेरी चूच को अपने मुह में ले लिया और पिने लगा, और कह रहा था साली आज तो तेरी चूच काफी टाइट लग रही है, बड़ी होट लग रही है, क्या बात है, मैं कुछ बोलने के लिए सोची पर उसने मेरे मुह पे हाथ रख दिया बोला कुछ भी नहीं बोलना पड़ोस की छत पे कोई है आवाज सुन लेगा, मैं चुप रही उसके बाद उसने नाईटी को मेरे गले से बाहर निकाल दिया और मेरा हाथ ऊपर कर के वो मेरी कांख के बाल को चाटते हुए मेरे बूब्स को दबाने लगा, मैं भी थोड़ी मदहोश होने लगी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
सच पूछिये तो मुझे भी लगा की आज मौके का फायदा उठाया जाए , मैं भी अब भाई को हेल्प करने लगी मैंने अपनी टांग फैला दी भाई बीच में आ गया सलवार पहनी थी नाड़ा मैंने ढीला कर दिया, ऊपर तो सब कुछ खुला हुआ था भाई मेरा चूच को ऐसे दबा रहा था जैसे बच्चे के कोई खिलौना हाथ लग गया हो, मैं भी अब भाई के होठ को चूसने लगी और अपना जीभ उसके मुह में डालने लगी, फिर उसने मेरी सलवार को खोल दिया और पेंटी में हाथ घुसा दिया, वो धीरे धीरे सहलाने लगा, मेरी चूत गरम और गीली हो चुकी थी, मेरा चूच तन गया था, होठ सुख रहे रहे थे पर भाई बार बार चूस के गिला कर रहा था, फिर उसने मेरी पेंटी खोल दी.
निचे सरक गया और मेरी चूत को चाटने लगा मैं अब बहुत ही परेशान हो रही थी, क्यों की आजतक किसी ने मेरी चूत को हाथ तक नहीं लगाया था और आज सीधे कोई चाट रहा है, मैं तो बौखला गयी थी, करती क्या मैंने भाई को थोड़ा ऊपर खींचा ताकि वो मुझे अब चोद सके वो नशे में था. वो अपना मोटा लण्ड मेरे चूत पे रखा और गाली देते हुए मेरे चूत के अंदर डाल दिया, बोला ले साली मैंने कहा था ना मेरा लण्ड तुम्हे ढूंढ रहा है, मैं तो फड़फड़ा गई, दर्द होने लगा पर छत पे थी मैं कोई आवाज भी नहीं निकाल सकती, करती क्या चुप रहना ही बेहतर समझा.
फिर क्या था उसने मेरी टांगो को ऊपर उठा दिया, मेरे चूच को दोनों हाथ से पकड़ लिया और दे दना दन लग गया, वो हचा हच कर के चोद रहा था मेरी चूत गीली हो चुकी थी और दर्द का एहसास भी हरेक झटके के साथ खत्म हो रहा था, मुझे भी मजा आने लगा मेरी चौड़ी गांड भाई का पूरा वजन उठाये हुए थी, बूर से फच फच की आवाज आ रही थी, मैं मदहोश होने लगी ये मेरी पहली चुदाई थी वो भी अपने भी भाई के द्वारा, भाई गाली दे रहा था, हरेक झटके पे एक गाली और मैं पूरी हिल रही थी उसके झटके से, फिर थोड़े देर बाद वो शांत हो गया मैं भी इसके पहले दो बार झड़ चुकी थी पर भाई मुझे लगातार चोदे जा रहा था और फिर एक लम्बी आह लेते हुए अपनी सारी मलाई मेरे चूत के अंदर ही डाल दी, और वो शिथिल हो कर निचे लेट गया. मैं तुरंत ही पेट के बल लेट गयी क्योंकि डर था की कही गर्भ ना ठहर जाये मैं भाई के वीर्य को चूत से बाहर निकलने के लिए लेट गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
फिर मैंने धीरे से उसका हाथ हटाया जो की मेरी चूच पे था और नाईटी पहनी और निचे आ गयी, रात के कररीब 12:30 हो गए थे, भाभी और माँ एक साथ ही सोई थी, मैंने भाभी को जगाया. वो बोली तुम्हारे भैया आ गए, मैंने कहा हां वो छत पे है, भाभी उठी और छत पे चली गई. सुबह पहले तो मुझे 2 घंटे तक नींद नहीं आई लेकिन फिर मैं सो गई, सुबह उठी तो सब कुछ नार्मल था, भैया ड्यूटी जाने के लिए तैयार हो रहे थे भाभी नाश्ता तैयार कर रही थी माँ पूजा कर रही थी, यानी कि भैया को भी नहीं पता चला कि रात में उसने मुझे चोदा था....
हेलो मैं ऐना हूँ, आज मैं आपके लिए अपने ज़िंदगी की एक हकीकत पेश कर रही हूँ, मैं भाई के लण्ड से चुद गयी, पहले तो मेरी इच्छा नहीं थी, मुझे लग रहा था ये सारे गलत है पर बाद में मुझे लगा की नहीं अपनी वासना की भूख शांत कर लूँ, उस समय मेरे चूत में भी पानी आ गया था और मेरी धड़कन भी तेज हो गयी थी, और मैं अपने आप को रोक नहीं पाई सलवार का नाड़ा ढीला किया और भैया का मोटा लण्ड अपने बूर में समा लिया और गांड उठा उठा के धक्का देने लगी, आपको मैं अपनी पूरी कहानी बताती हूँ, मैं भी हिंदी सेक्स स्टोरीज की रेगुलर पाठक हूँ, मुझे यहाँ पे कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है,
मेरी उम्र 20 साल की है और मेरे भाई की 26 साल की है, भाई की शादी इसी साल हुयी थी, भाभी बड़ी ही हॉट है, वो ऐसी है जैसे की पटाखा हो, कोई भी मर्द उसको देख ले उसकी रात की नींद उड़ जाये, भाई की भी नींद आजकल उडी हुयी है, क्योंकि कल दिन में 2 बार तो मैंने उसको देखा है भाभी को चोदते हुए. पर आज वाक्या ऐसा हुआ की मैं खुद ही चुद गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
रात के करीब 11 बज रहे थे, भैया अपने दोस्त की शादी की पार्टी में से आये थे, भाभी का शाम से ही पेट दर्द कर रहा था तो वो मेरी माँ के कमरे में पेट पे गरम पानी की थैली से सिकाई करवा रही थी और उनको नींद आ गई, मैंने माँ से कहा माँ भाभी को बोलो अपने कमरे में सोने के लिए चली जाएँ तो माँ बोली सोने दे अभी आराम हो जायेगा, मैं भी सोची माँ सही बोल रही है, तभी लाइट चली गयी, मेरा नाईटी नहीं मिल रहा था तो मैंने भाभी की नाईटी डाल ली और छत पे सोने चली गयी, माँ भाभी नीचे सो रही थी, भाभी माँ के कमरे में थी, भैया आये रात के करीब 11 बजे वो भाभी के कमरे में गए, भाभी वहां नहीं थी, वो समझ गए की लाइट नहीं है हो सकता है की वो छत पे होगी.
वो छत पे आ गए, मैं हलकी हलकी नींद में थी, भैया आये और बोले सपना (मेरी भाभी का नाम) मेरी डार्लिंग तुम यहाँ हो मेरा लण्ड तुम्हे निचे ढूंढ रहा था देखो देखो कैसे खड़ा होकर तुम्हे बुला रहा है, भैया की आवाज साफ़ साफ़ नहीं निकल रही थी, उन्होंने काफी पी ली थी, मैं चुप हो गयी मैंने सोचा कि अभी चले जायेगे, पर वो मेरे पास लड़खड़ाते हुए बैठ गए मैंने कहा भैया मैं हूँ ऐना, तो भैया बोले साली मेरे से मजाक कर रही हूँ, क्यों आज तुम्हे मेरा मोटा लण्ड नहीं चाहिए, आज तो मैं तुम्हे खुश कर दूंगा, यार सपना तु मुझे इस नाईटी में बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी लगती है, जी तो करता है चूस लू तेरे बदन को, मैं समझ गई की मेरे भाई ने ज्यादा पी रखी है मैं उठ के बैठी जाने के लिए उसने मुझे धक्का दे दिया और मैं वापस अपने तकिये पे गिर पड़ी.
उसके बाद उसने मेरी चुच्ची को पकड़ लिया और मसलने लगा, और मेरे होठों पे अपने होठ रख दिए और किश करने लगा मैं बचने की कोशिश करने लगी पर उसने मुझे अपनी बाहों और टांगो में जकड रखा था, मैं कुछ भी नहीं कर पा रही थी, उसने नाईटी ऊपर कर दिया मैंने ब्रा नहीं पहनी थी उसने मेरी चूच को अपने मुह में ले लिया और पिने लगा, और कह रहा था साली आज तो तेरी चूच काफी टाइट लग रही है, बड़ी होट लग रही है, क्या बात है, मैं कुछ बोलने के लिए सोची पर उसने मेरे मुह पे हाथ रख दिया बोला कुछ भी नहीं बोलना पड़ोस की छत पे कोई है आवाज सुन लेगा, मैं चुप रही उसके बाद उसने नाईटी को मेरे गले से बाहर निकाल दिया और मेरा हाथ ऊपर कर के वो मेरी कांख के बाल को चाटते हुए मेरे बूब्स को दबाने लगा, मैं भी थोड़ी मदहोश होने लगी. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
सच पूछिये तो मुझे भी लगा की आज मौके का फायदा उठाया जाए , मैं भी अब भाई को हेल्प करने लगी मैंने अपनी टांग फैला दी भाई बीच में आ गया सलवार पहनी थी नाड़ा मैंने ढीला कर दिया, ऊपर तो सब कुछ खुला हुआ था भाई मेरा चूच को ऐसे दबा रहा था जैसे बच्चे के कोई खिलौना हाथ लग गया हो, मैं भी अब भाई के होठ को चूसने लगी और अपना जीभ उसके मुह में डालने लगी, फिर उसने मेरी सलवार को खोल दिया और पेंटी में हाथ घुसा दिया, वो धीरे धीरे सहलाने लगा, मेरी चूत गरम और गीली हो चुकी थी, मेरा चूच तन गया था, होठ सुख रहे रहे थे पर भाई बार बार चूस के गिला कर रहा था, फिर उसने मेरी पेंटी खोल दी.
निचे सरक गया और मेरी चूत को चाटने लगा मैं अब बहुत ही परेशान हो रही थी, क्यों की आजतक किसी ने मेरी चूत को हाथ तक नहीं लगाया था और आज सीधे कोई चाट रहा है, मैं तो बौखला गयी थी, करती क्या मैंने भाई को थोड़ा ऊपर खींचा ताकि वो मुझे अब चोद सके वो नशे में था. वो अपना मोटा लण्ड मेरे चूत पे रखा और गाली देते हुए मेरे चूत के अंदर डाल दिया, बोला ले साली मैंने कहा था ना मेरा लण्ड तुम्हे ढूंढ रहा है, मैं तो फड़फड़ा गई, दर्द होने लगा पर छत पे थी मैं कोई आवाज भी नहीं निकाल सकती, करती क्या चुप रहना ही बेहतर समझा.
फिर क्या था उसने मेरी टांगो को ऊपर उठा दिया, मेरे चूच को दोनों हाथ से पकड़ लिया और दे दना दन लग गया, वो हचा हच कर के चोद रहा था मेरी चूत गीली हो चुकी थी और दर्द का एहसास भी हरेक झटके के साथ खत्म हो रहा था, मुझे भी मजा आने लगा मेरी चौड़ी गांड भाई का पूरा वजन उठाये हुए थी, बूर से फच फच की आवाज आ रही थी, मैं मदहोश होने लगी ये मेरी पहली चुदाई थी वो भी अपने भी भाई के द्वारा, भाई गाली दे रहा था, हरेक झटके पे एक गाली और मैं पूरी हिल रही थी उसके झटके से, फिर थोड़े देर बाद वो शांत हो गया मैं भी इसके पहले दो बार झड़ चुकी थी पर भाई मुझे लगातार चोदे जा रहा था और फिर एक लम्बी आह लेते हुए अपनी सारी मलाई मेरे चूत के अंदर ही डाल दी, और वो शिथिल हो कर निचे लेट गया. मैं तुरंत ही पेट के बल लेट गयी क्योंकि डर था की कही गर्भ ना ठहर जाये मैं भाई के वीर्य को चूत से बाहर निकलने के लिए लेट गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
फिर मैंने धीरे से उसका हाथ हटाया जो की मेरी चूच पे था और नाईटी पहनी और निचे आ गयी, रात के कररीब 12:30 हो गए थे, भाभी और माँ एक साथ ही सोई थी, मैंने भाभी को जगाया. वो बोली तुम्हारे भैया आ गए, मैंने कहा हां वो छत पे है, भाभी उठी और छत पे चली गई. सुबह पहले तो मुझे 2 घंटे तक नींद नहीं आई लेकिन फिर मैं सो गई, सुबह उठी तो सब कुछ नार्मल था, भैया ड्यूटी जाने के लिए तैयार हो रहे थे भाभी नाश्ता तैयार कर रही थी माँ पूजा कर रही थी, यानी कि भैया को भी नहीं पता चला कि रात में उसने मुझे चोदा था....
Click on Search Button to search more posts.
