Home
» Bur chudai ki kahani बुर चोदने वाली सेक्स कहानियां Bur ko khub choda hindi stories
» बहू की बुर चोद लो बेटी की चूत - Bahu aur beti ki chut chudai karo
बहू की बुर चोद लो बेटी की चूत - Bahu aur beti ki chut chudai karo
बहू की बुर चोद लो बेटी की चूत - Bahu aur beti ki chut chudai karo , देवर से बहु और बेटी को चुदवाया , देवर आया था भाभी को चोदने , मिल गई दो जवान लड़कियों की चूत बुर गांड , चोदकर फाड़ दो.
दोस्तों, यह सच है की मैं बहुत बड़ी चुदक्कड़ औरत हूँ। मुझे चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा आता है। मैं 15 साल की उम्र से लण्ड पकड़ रही हूँ और 17 साल की उमर से चुदवा रही हूँ। मैं इस समय 44 साल की हो गईं हूँ और अभी भी मस्त जवान हूँ। मैं 30 साल की लड़की की तरह दिखती हूँ। दिन पर दिन मेरा चेहरा खिलता ही जा रहा है और मेरी बुर चुदाने की चाहत बढ़ती ही जा रही है। यह सब मेरी वजह से नहीं है बल्कि उन लौंड़ों की वजह से है जिन्हें मैं अपनी चूत में बर्षों से घुसेड़ती आ रही हूँ। मैं इस तरह सैकड़ों लण्ड अपनी चूत में पेल चुकी हूँ। मेरी माईके में और मेरी ससुराल में कोई ऐसा लण्ड नहीं है जिसे मैंने अपनी चूत में पेला न हो ? यहाँ तक की मैंने अपने बेटे का भी लण्ड अपनी चूत में पेला है और आज भी पेलती हूँ। आखिरकार वह भी मर्द है और मैं उसके लण्ड का मज़ा जरूर लेती हूँ।
मैंने अपनी बेटी को भी 16 की उम्र में ही लण्ड पकड़ना सिखा दिया था और वह मेरे सामने ही 17 साल में मस्त चुदवाने लगी थी। अब तो वह 21 साल की हो गई है और अब तो वह बुर चोदी सटासट मेरी चूत में लण्ड पेलती है। मैं भी उसकी चूत में लण्ड पेलती रहती हूँ। वह मादर चोद अपनी माँ का भोसड़ा चोदती है तो मैं भी बेटी चोद उसकी बुर चोदती हूँ। इसका निकाह होने वाला है मेरी नज़र इसके होने वाले शौहर के लण्ड पर है। जिस दिन इसकी सुहागरात होगी उसके दूसरे ही दिन मैं इसके मियां का लण्ड अपनी बुर में पेलूँगी .यह बात उसे अच्छी तरह मालूम है।
- एक दिन मेरा देवर साहिर आ गया। रात को जब हम सब लेट गए तो वह मेरे कान में बोला - भाभी जान आज मैं तेरी बुर चोदूंगा।
- मैंने कहा - अरे यार तुम चुप्पे चुप्पे नहीं खुल कर बोलो न ?
- तब उसने खुल कर कहा - भाभी जान आज मैं तेरी बुर चोदूंगा।
- मैंने कहा - साहिर तुम तो मेरी बुर हमेशा चोदते ही रहते हो यार ? आज तुम मेरे सामने मेरी बहू की बुर चोदो और चोदो मेरी बेटी की चूत। आज तुझे बड़ा मज़ा आएगा बहन चोद।
- वह बोला - अरे हां भाभी जान मैं तो भूल ही गया था की तेरी बेटी अब जवान हो गयी है। मैं तो बहुत दिनों से इसी दिन का इंतज़ार कर रहा था। आज मेरी तमन्ना पूरी होगी तेरी बेटी चोद कर। और तेरी बहू को देख तो मेरा लण्ड साला पहले ही खड़ा हो जाता है।
- मैने कहा - आज तुम दोनों की बुर चोदो। मेरे सामने चोदो। आज मैं अपनी आँखों से अपनी बेटी की बुर और बहू की चूत तुमसे चुदती हुई देखना चाहती हूँ। तेरा लण्ड भी बड़ा दमदार है और इन दोनों की चूत भी लाजबाब और कसी कसी है। बजा दो इन दोनों की चूत का बाज़ा साहिर।
इतने में मेरी बेटी पीछे से बोली - देखो जलाल अंकल ये है मेरी अम्मी जान और ये है इसका भोसड़ा ? उसने मेरा पेटीकोट उठाकर उसे भोसड़ा दिखाते हुए कहा। आज तुम मेरे सामने चोदो मेरी हरामजादी अम्मी का भोसड़ा ? मैं इसका भोसड़ा तुमसे चुदता हुआ देखना चाहती हूँ, जलाल अंकल ? मैं जलाल को पहचानती नहीं थी। तब मेरी बेटी ने बताया की ये मेरी सहेली मुमताज़ का अब्बू है। मैं आजकल इससे खूब चुदवा रही हूँ। मैंने एक दिन कहा था की अंकल तुम मेरे सामने किसी दिन मेरी माँ का भोसड़ा चोदना। जानती हो अम्मी जान क्यों ? क्योंकि इसका लण्ड 9" का है और मोटा भी अज़गर जैसा है। बस लण्ड का साइज सुनकर मेरे मुंह में पानी आ गया। मेरी चूत बुर चोदी गरम हो गई। मेरी गांड भी बहन चोद फुदकने लगी। मेरा मन अपनी गांड मरवाने का भी हो गया।
बहू की बुर चुदी बेटी की चूत - फिर चुदा माँ का भोसड़ा
मेरा नाम अदीबा है मैं बहुत ही सेक्सीऔर हॉट हूँ। मुझे चोदा चोदी में बहुत रूचि है और मैं चाहती थी की मेरी बेटी भी मेरी ही तरह चुदाई का मज़ा लिया करे। अल्लाह ने मेरी बात सुन ली और वह भोसड़ी वाली बड़ी मस्त चुदक्कड़ हो गयी है। वह जितनी खूबसूरत है उतनी ही चुड़क्कड़ भी है। अब तो वह खुले आम बड़ी बेशरमी से मेरे भोसड़ा में लण्ड पेलती है और मैं भी उसकी बुर चोदने में कोई कसर उठा नहीं रखती। मेरे सारे दोस्त मेरी बिटिया की बुर चोदते हैं और उसके सारे दोस्त उसकी माँ का भोसड़ा चोदते हैं। अब मेरे बेटे की शादी हो गयी है तो मेरी बहू भी बुर चोदी इस खेल में शामिल हो गयी है। मुझे जब पता बहू भी अपनी माँ चुदवाती है तो मैंने कहा बहू रानी अब तुम यहाँ अपनी सास का भोसड़ा चुदवाया करो। बस वह माँ की लौड़ी जुट गयी और पहले ही दिन मेरी चूत में पेल दिया था अपने मामू जान का लण्ड ? लण्ड उसका साला बड़ा मोटा था तो मुझे ज़न्नत का मज़ा आया।
अब देखो न मैं अपने देवर साहिर से अपनी बेटी बहू चुदवाने जा रही हूँ तो वह भी अपनी सहेली के अब्बू को लेकर आ गयी है। अब वह यहाँ सबके सामने मेरी बुर में उसका लण्ड पलेगी। मेरी बेटी को अपनी माँ चुदाने में अब कोई शर्म नहीं। वह भोसड़ी की अब तो मुझे गालियां भी खूब देती है। यह सुन कर बहू बोली - सासू जी, उसकी माँ की बहू की बुर ? उसकी चूत तो मैं फाड़ूंगी सासू जी। तुम चिंता न करो। मैं इतने लण्ड पेलूँगी उसकी चूत में की उसकी चूत एक ही दिन में बन जाएगी भोसड़ा ? तब तक मेरी बेटी आ गयी और वह बोली - भाभी जान तेरी सास की बिटिया की बुर ? तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा भाभी जान ? आज न तू बचेगी और न तेरी सास। न तेरी बुर बचेगी और न तेरी सास का भोसड़ा ? आज मैं तुम दोनों की बुर का बना दूँगी भरता। जलाल मेरी तरफ बढ़ा तो साहिर मेरी बेटी की तरफ।
मेरी बहू का नाम है रुखसार। वह हम दोनों को बड़े गौर से देखने लगी। जलाल ने मुझे अपनी बाँहों में भर उधर मेरी बेटी को पकड़ने के वजाये मेरी बहू को पकड़ लिया। तब तक मेरी बहू का मामू जान मुनीर आ गया। वह यहाँ का नज़ारा देख कर मेरी बेटी की तरफ लपका और उसकी चुम्मियाँ लेने लगा। बेटी ने भी उसका लण्ड पजामा के ऊपर से ही दबा दिया। उसे लगा की लण्ड बड़ा दमदार है। फिर क्या सबके कपडे उतरने लगे। पहले मैं कपड़े उआतर कर नंगी हो गयी। फिर मेरी बेटी तूबा भी नंगी हो गयी और उसके बाद मेरी बहू भी अपने सारे कपड़े खोल कर नंगी हो गयी। उसे नंगी देख कर मैं बहुत खुश हुई क्योंकि वह बुर चोदी अंदर से बला की खूबसूरत थी। उसके बाद तीनो मरद भी एक एक करके नंगे होने लगे। लौड़ा खड़ा होकर हिनहिनाने लगा. फिर जला नंगा हुआ उसका लौड़ा भी बड़ा जबरदस्त निकला और बाद में मुनीर ने भी नंगे होकर अपना लण्ड सबको दिखाया। उसका हक्कानी लण्ड सबको पसंद आया।
अब सास बहू और नन्द के हाथ में एक एक लण्ड आ गया। लेकिन इसमें किसी का भी लण्ड उसके शौहर का नहीं है। जानते हो क्यों ? क्योंकि इन बीवियों को ग़ैर मर्दों के लण्ड बहुत पसंद हैं। हां इसमें एक लड़की की शादी अभी नहीं हुई है पर जल्दी ही होने वाली है। तीनो अपना अपना लण्ड चूमने, चाटने और चूसने लगीं। उनके पेल्हड़ सहलाने लगी और उसकी चुम्मियाँ लेने लगीं. तीनो मरद भी इनकी चूँचियाँ सहलाने लगे, उनके निपल्स चूमने और चाटने लगे। दूसरे हाथ से उनकी चूत सहलाने लगे। उनकी झांटों पर अपनी उंगलियां फिराने मुझे यह देख कर ख़ुशी हुई की न तो मेरी बेटी शर्मा रही है और न मेरी बहू। मुझे चुदाई के समय एकदम बेशरम हो जाने की इच्छा रहती है। , अगर हम शर्माएंगीं तो फिर चुदाई का मज़ा नहीं ले पाएंगी। पूरा माहौल मस्ती में डूब गया।
मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा - बहू रानी, तेरी बुर चोदी नन्द बड़ी अच्छी तरह लण्ड चाट रही है। ये तो बड़ी घुटी हुई है। तब तक मेरी बेटी बोली - हां अम्मी जान चुदाई में कोई किसी से शर्माती नहीं है तो मैं क्यों शरमाऊं ? मैंने कहा - ऐसा है बेटी तूबा, की हमारे मुस्लिम समाज में बेटी जब जवान हो जाती है तो सबसे पहले उसे लण्ड पकड़ने की इल्म दी जाती है। इसीलिए वह शुरू से ही अपनी माँ चुदाने लगती है। तब तक बहू बोली - अरे सासू जी तेरी नन्द का माँ का भोसड़ा ? तेरी बहू की नन्द की चूत। आज मुझे मालूम हुआ की मुझे बहुत अच्छी ससुराल मिली है। इतने में जलाल ने अपना लौड़ा मेरी बुर में घुसेड़ दिया। वह उछल उछल कर मुझे चोदने लगा। फिर मुनीर ने भी लण्ड मेरी बेटी की बुर में घुसाया और वह भी भचाभच चोदने लगा। उधर मेरी बहू मेरे देवर से चुदवाने के लिए उसका लण्ड अपनी चूत में पेलवा लिया। मेरा देवर बड़ी मस्ती मेरी बहू की बुर चोदने लगे और मैं उसकी चुदती हुई बुर बड़े गौर से देखने लगी।
जलाल तो धक्के पे धक्का लगा रहा था और मैं भी हर धक्के के जबाब दे रही थी। इसी तरह मेरी बेटी और बहू भी खूब मस्ती से धक्के पे धक्के दे दे कर चुदवा रहीं थीं। बेटी ने कहा अम्मी जान तेरा भोसड़ा साला बड़ा हरामजादा है। इतने धक्के खाने के बाद भी अभी तक ढीला नहीं हुआ। वह बोली अरे बेटी तेरी चूत भी तो खूब धक्के खा रही है लेकिन अभी थी टना टन की आवाज़ आ रही है। जल्दी खलास नहीं होगी तेरी हरामजादी बुर। और उधर देखो तेरी भाभी जान की बुर भी कैसे मस्ती से धक्के के जबाब दे रही है। लगता है की आज वह मेरे देवर का लण्ड अपनी चूत में भून कर ही निकालेगी। कुछ देर बाद जलाल ने मेरा भोसड़ा ढीला कर ही दिया और तब वह बोला मैं भी निकलने वाला हूँ। मैंने उसके लण्ड का जैसे ही सड़का मारना शुरू किया वैसे ही वह झड़ गया और मैं झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। उधर मेरी बेटी भी मुनीर का झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगी। तब तक मेरी बहू ने मेरे देवर का लण्ड सही में भून कर निकाला अपनी चूत से। लण्ड अंदर ही झड़ गया था तो वह लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी।
कुछ दिन में मेरा ईशान नाम के एक लड़के से निकाह हो गया। ईशान मेरी फूफी जान का बेटा है। अभी तक मैं उसे भाई जान कहती थी अब वह मेरा शौहर हो गया और उसकी माँ यानी फूफी जान मेरी सास हो गई। फूफी जान की बेटी ज़ारा जो अभी तक मेरी बहन थी आज वह बुर चोदी मेरी नन्द हो गई। भाई हो गया शौहर और बहन हो गयी नन्द अब पेलूँगी मैं लण्ड। ऐसे ख्याल मन में आने लगा। मेरी अम्मी तो मेरे मियां के लण्ड का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रहीं थीं। शादी के बाद मैं सुहागरात मनाने कहीं बाहर नहीं गयी। मेरी सुहागरात उसी के घर में हुई। ईशान का लण्ड पहले कभी देखा नहीं था क्योंकि वह बाहर रहता था और वह दुबई में काम करता था। सुहागरात में मैंने जब उसका लण्ड देखा तो खुदा का शुक्रिया अदा किया। लण्ड का साइज 8" x 5" था। खड़ा होने पर सख्त भी मजे हो जाता है। मैं खुश हुई की चलो मेरी अम्मी को बड़ा मज़ा आएगा। रात में उसने मुझे दो बार चोदा फिर बाहर चला गया।
सवेरे सवेरे मेरी नन्द आ गयी और बोली हाय मेरी तूबा भाभी जान कैसी रही तेरी सुहागरात ? मज़ा आया मेरे भाई जान से चुदवाकर ? मैंने कहा मज़ा तो तुझे भी आया होगा अपने भाई जान से चुदवाकर। वह बोली हां भाभी जान। अब देखो न हमारे समाज में हर बहन भोसड़ी वाली अपने भाई जान का लण्ड पकड़ ही लेती है। अब मेरी अम्मी जान तेरे अब्बू की बहन है और वह जाने कितनी बार तेरे अब्बू से चुदवा चुकी है। कई बार तो मैंने खुद अम्मी को तेरे अब्बू से चुदवाते हुए देखा है। मैंने पूंछा अच्छा तू बता तूने कितनी बार मेरे अब्बू जान से चुदवाया। वह बोली भाभी जान तेरा अब्बू मेरा मामू जान है और हर लड़की बुर चोदी अपने मामू जान से पहले चुदवाती है तो मैंने भी चुदवाया। तेरे अब्बू जान का लण्ड मुझे बहुत पसंद है। ज़ारा तेरी भी शादी अभी कुछ दिन पहले हुई है। तू किस किस से चुदवाकर आयी है अपनी ससुराल से ?
वह बोली मुझे शौहर के अलावा अगर सबसे पहले किसी ने चोदा तो वह मेरा ससुर ही था। वह भोसड़ी का
अगले दिन मैं अपने शौहर के साथ अपने माईके आ गयी। अम्मी जान मेरे मियां से मिली तो बहुत खुश हो गयीं। रात को मैं, मेरी अम्मी जान और मेरी भाभी जान तीनो एक ही बिस्तर पर लेट गईं। हमारे साथ मेरा शौहर ईशान, मेरा मामू जान और मेरा खालू जान भी लेट गया। पहले तो हम सब लोग बातें करते रहे फिर मैंने अपनी अम्मी जान का हाथ अपन मियां के लण्ड पर रख कहा - लो पकड़ो न मेरे मियां का लण्ड, अम्मी जान ? अम्मी तो इसका इंतज़ार ही कर रही थीं। उसने लण्ड पकड़ा और बोली हाय दईया बड़ा मस्त लौड़ा है बेटी तेरे मियां का ? मैंने कहा तभी तो ये आज मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ेगा। यह सुनकर सब लोग हंस पड़े। इतने में मामू जान मेरी भाभी के ऊपर चढ़ाई कर दी। वह नंगा नंगा लण्ड भाभी के मुंह में घुसेड़ दिया। इधर मैंने भी खालू का लण्ड लिया।
तब तक अम्मी जान ने कहा यार आज तुम लोग मेरे सामने मेरी बेटी की बुर चोदो और मेरी बहू की भी बुर चोदो।
भाभी जान ने भी कहा - आज तुम सब मेरी नन्द की बुर चोदो और सास का भोसड़ा चोदो।
मैंने भी कहा - हां मेरे मामू जान और खालू जान आज तुम लोग मेरे सामने मेरी भाभी की बुर चोदो और चोदो मेरी माँ का भोसड़ा ? फाड़ डालो दोनों की बुर और अगर नहीं फाड़ा तो मैं फाड़ूंगी तुम लोगों की गांड ?
फिर क्या रात भर हुई घमाशान चुदाई।
०=०=०=०=०=० समाप्त
Tags: बहू की बुर चोद लो बेटी की चूत - Bahu aur beti ki chut chudai karo , देवर से बहु और बेटी को चुदवाया , देवर आया था भाभी को चोदने , मिल गई दो जवान लड़कियों की चूत बुर गांड , चोदकर फाड़ दो.
Click on Search Button to search more posts.
