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माँ ने अपनी बेटी और बेटे की पत्नी को चुदवाया - Maa ne beti aur bahu ko devar se chudaya
माँ ने अपनी बेटी और बेटे की पत्नी को चुदवाया - Maa ne beti aur bahu ko devar se chudaya , चुदाई में कोई रिस्ता नहीं होता , बेटी और बहु को चुदना सिखाया , बेटी और बहु की चूत गांड बुर चोदो , चुदाई का टाइम है चुदने में मजा है , चुद्कड़ बनो , लंड चुसो फुद्दी चटाओ मजे करो.
मेरे देवर राजा आज बहुत दिनों के बाद तूने लण्ड पेला है मेरी चूत में। मैं आज तुमसे पहले के मुकाबले ज्यादा मस्ती से चुदवा रही हूँ क्योंकि आज तेरा लण्ड मुझे कुछ ज्यादा ही मोटा नज़र आ रहा है. मुझे आज तुमसे चुदवाने में खूब मज़ा आ रहा है। देखो यार करीम आज मेरी बेटी दो साल के बाद अपने हॉस्टल से आयी है। वह पहले से ज्यादा जवान हो गयी है खूबसूरत हो गई है और बड़ी बड़ी मस्त चूँचियों वाली हो गयी है। मैं चाहती हूँ की आज रात को कोई उसे मेरे सामने चोदे जिससे उसे भी मज़ा आये और चोदने वाले को भी। तेरा लण्ड मुझे बहुत मोटा और जबरदस्त नज़र आ रहा है। मैं चाहती हूँ की तुम मेरे सामने ही यही लण्ड उसकी बुर में पेल दो और चोद डालो उसकी बुर ? मेरी बेटी लण्ड की बहुत शौक़ीन है और चुदवाने में भी बहुत अच्छी है। हालांकि मैंने उसे कभी चुदवाते हुए देखा नहीं है लेकिन मुझे यह बात उसकी कई सहेलियों ने बताई है। इत्तिफाक से आज मेरी बहू भी आ गई है। उसकी भी जवानी फूटी पड़ रही है और मैं चाहती हूँ की तेरा कोई दोस्त उसकी बुर मेरे सामने चोदे। मैं उसकी भी बुर साथ ही साथ चुदवाना चाहती हूँ। वह भी बुर चोदी पराये मरद से चुदवाने में उतना ही मज़ा लेती है जितना की मैं लेती हूँ। मैं खुद उसकी चूत में लण्ड पेलना चाहती हूँ।
करीम बोला - रुखसाना भाभी जान तुमने तो मेरी मन की बात कह दी है। मैंने अभी आते हुए तेरी बेटी को देखा है। उसे देखते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया था और तेरी बहू का जब दीदार हुआ तो मैंने सोंचा की आज मैं भाभी जान से इज़ाज़त लेकर लण्ड इसकी चूत में भी घुसेड़ दूंगा। इस तरह मेरी तो दोनों मुरादें बिना मांगे ही पूरी होने वाली है। मैं अपने दोस्त के साथ आज ही शाम को तेरे सामने तेरी बेटी की बुर और बहू की चूत चोदने के लिए हाज़िर हो जाऊंगा भाभी साहिबा।
मेरा नाम रुखसाना बेगम है, मेरी बेटी बुर चोदी का नाम है रोशनी। वह 20 साल की हो गई है। 18 साल में मैंने उसे लण्ड पकड़ना सिखा दिया था. और गाली देना भी। वह मुझसे अपने आप सीख गयी थी और अब तो वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। मेरी बहू माँ की लौड़ी 22 साल की है और ग़ैर मर्दों से चुदवाने में शर्म बिलकुल नहीं करती। मैंने उसे अपने शौहर के दोस्तों से चुदवाते हुए देखा है । एक दिन तो उसने मुझसे मजाक मजाक में कहा की मैं किसी दिन अपने अब्बू का लण्ड तेरे भोसड़ा में घुसा दूँगी सासू जी। इससे पहले की वह मेरा भोसड़ा चोदे मैं उसकी बुर चोद डालूँगी मेरे देवर राजा।
मैं करीम से चुदवाते हुए ये बातें उसे बता रही थी। मैं जब किसी से चुदवाती हूँ तो उससे अपने मन की बात कह देती हूँ। खुल कर बातें करती हूँ और गालियां भी देती हूँ। मैं अपनी बेटी करीम से चुदवाना चाहती हूँ ताकि वह भी मेरा भोसड़ा चुदवाये। मेरे भोसड़ा में अपने दोस्तों के लण्ड पेले।
खुदा ने दुनियां में जितने मरद बनाये हैं उतने ही तरीके के लण्ड भी बनाये हैं । हर मरद का लण्ड अलग अलग होता है। हर एक लण्ड का मज़ा अलग अलग होता है। इसलिए मैं ज्यादा से ज्यादा मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ और इस चुदाई में अपनी बहू बेटी को भी शामिल करना चाहती हूँ।
जब हम तीनो एक साथ एक ही कमरे में चुदवायेगीं तो सोचों कितना मज़ा आएगा ? वैसे भी हम मुसलमानो में चुदाई पर कोई पाबन्दी नहीं है। खुली छूट है बहन चोद चाहे जिससे चुदवाओ। चाहे जिसका लण्ड पेलो अपनी चूत में अपनी माँ की चूत में और बेटी बहू की चूत में ? करीम मुझे हर तरफ से चोद रहा था और मैं खूब मज़ा ले ले के चुदवा भी रही थी क्योंकि आज बहुत दिनों के बाद मुझे उसका लण्ड मिला है। उसने जब मुझे पीछे से चोदना शुरू किया तो मज़ा ही आ गया। मैं अपनी चूत को हर रोज़ शराब पिलाती हूँ इसलिए मेरी चूत हमेशा टाइट रहती है। मैं बिंदास चुदवा रही थी तभी मेरी बेटी रोशनी आ गयी।
इतना मोटा लण्ड पाकर रोशनी ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी। वह बोली हाय अम्मी जान भाभी के अब्बू का लण्ड तो सबसे ज्यादा लंबा और मोटा है बिलकुल मौलाना मक़सूद के लण्ड की तरह। बस वह मुंह खोल कर एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए लण्ड चाटने लगी. बेटी जब अपने बाप के बराबर आदमी का लण्ड चाटती है लण्ड पीती है तो उसे ज्यादा मज़ा आता है। अब रोशनी बिलकुल रंडी की तरह चुदवाने के लिए तैयार हो गयी। वह भी नंगी थी और बहू का अब्बू भी। बहू का अब्बू रोशनी की बुर चोदने लगा और करीम मेरी बुर। हम दोनों माँ बेटी एक बार फिर अपनी अपनी चूत एक दूसरे के सामने चुदवाने लगीं।
मेरी बहू भी आ गयी।
आते ही वह मेरी बेटी से बोली - तेरी बुर चोदी माँ का भोसड़ा, नन्द रानी। तू यहाँ मेरे अब्बू से चुदवा रही है ? तुझे शर्म नहीं आती ?
रोशनी ने जबाब दिया - तेरी बुर चोदी सास की बिटिया की बुर भाभी जान। तेरा अब्बू भोसड़ी का मेरी बुर ले रहा है तो तेरी गांड क्यों फट रही है भाभी जान। जब तेरा अब्बू तेरी बुर लेता है तो तुझे शर्म आती है क्या ?
मैंने कहा - बहू रानी तेरी बुर चोदी नन्द की माँ का भोसड़ा ? और बेटी रोशनी तेरी हरामजादी भाभी की सास की बुर। अरी बुर चोदियों अपनी बुर चुदाने में शर्म कैसी ? मैं तो कहती हूँ की अपनी बुर भी बेशर्मी से चुदाओ और मेरा भोसड़ा भी बेशर्मी से चुदाओ।
तब तक पीछे से किसी ने कहा हां हां भाभी जान मैं भी तुम सबकी बुर बड़ी बेशर्मी से चोदूंगा। यह आवाज़ मेरे देवर की थी यानी रोशनी का चचा जान मक़बूल । वह तो मादर चोद नंगा नंगा अपना लण्ड खड़ा करके मेरे आगे खड़ा हो गया। रात को सारे मरद बहन चोद घर में नंगे नंगे ही घूमा करते हैं। बस तब तक बहू ने अपना हाथ बढाकर उसका लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय मेरे ससुर जी तू सबसे पहले मेरी बुर चोद कर दिखा। बहू रानी उसका लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। वह बहू की चूँची और गांड सहलाने लगा। अब कमरे में ३ मरद हो गए एक करीम दूसरा बहू का अब्बू और तीसरा मेरा देवर मक़बूल। बहू जब अपने अब्बू के सामने ही मक़बूल का लण्ड चूसने लगी तो मुझे मालूम हो गया की वह अपने अब्बू से चुदवाती है। हमारे समाज में सभी बेटियां बुर चोदी अपने अपने अब्बू से चुदवाने लगती हैं.
रोशनी ने बहू के अब्बू का लण्ड पकड़ लिया और मैं करीम के लण्ड से खेलने लगी। थोड़ी देर में मक़बूल ने बहू की बुर में लौड़ा घुसा बड़े मजे से चोदने लगा बुर। उधर मेरी बेटी रोशनी भी बहू के अब्बू से भकाभक चुदवाने लगी। इन दोनों की चुदती हुई बुर देख कर करीम फिर मुझे चोदने लगा। इस तरह हम तीनो की बुर का बाजा बजने लगा और मैं ये सब देख कर बहुत खुश होती गयी। आखिर कार मेरी तमन्ना पूरी हुई। मैंने जोर से कहा यार मक़बूल मेरी बहू की बुर खूब कस कस के चोदो। बहू के अब्बू तुम भी मेरी बेटी की बुर फाड़ डालो। ये भोसड़ी वाली हमेशा चुदासी ही रहती है। इसे लण्ड बहुत पसंद हैं। बहू बोली हाय मेरी सासू जी तेरा भोसड़ा भी खूब अच्छी तरह चुद रहा है। इसी तरह मेरी माँ का भोसड़ा भी चुदता है। मैं इस बात से और खुश थी की मेरी बहू चुदाने में न मुझसे कम थी और न मेरी बेटी से।
कुछ देर में करीम ने लण्ड मेरी बेटी की बुर में घुसा दिया। मक़बूल मेरी बुर चोदने लगा और बहू का अब्बू अपनी ही बेटी की बुर लेने लगा। मेरी बात सही निकली की मेरी बहू अपने अब्बू से चुदवाती है। वह बोल भी रही थी हाय अब्बू जान पूरा लौड़ा पेल दो मेरी चूत में। फाड़ डालो मेरी बुर। मुझे रंडी की तरह चोदो। मुझे मेरी नन्द की की तरह चोदो। मुझे अपनी सास के सामने खूब झमाझम चोदो। तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है अब्बू जान। जैसे तू मेरी खाला की बेटी की बुर चोदता है वैसे चोदो। जैसे तू फूफी की बेटी चोदता है वैसे मुझे चोदो। वह बोल बोल कर अपने अब्बू का चिठ्ठा खोलती जा रही थी। मुझे मालूम हो गया की मेरी बहू मेरे कुनबे के सभी लोगों से खूब मस्ती से चुदवायेगी।
अब आगे की कहानी मेरी बेटी रोशनी आपको सुनाएगी :- तो दोस्तों आपने मेरी बुर चोदी अम्मी के मुंह से अभी तक की कहानी सुनी है। अब मैं मादर चोद बताते हूँ की आगे क्या हुआ। मेरी भाभी भी भोसड़ी वाली बड़ी चुदक्कड़ निकली ये मेरे किये बहुत अच्छी बात है। अब हम दोनों नन्द भौजाई खूब मज़ा करेंगीं।
एक दिन मैं अपनी खाला जान के घर चली गयी। शाम का समय था वह बोली रौशनी अब तुम यहीं रुक जाओ दो दिन बाद जाना। मैं रुक गयी। कुछ देर बाद खाला का बेटा हनीफ भी आ गया उसके साथ उसका दोस्त रफ़ी भी था। खाला की बेटी शमा मौजूद थी और उसकी बहू आरा भी। तभी अचानक फूफी का बेटा असद और उसका दोस्त अमन भी आ गया। सब मिलकर खूब बातें करने लगे। रात के समय चोदा चोदी की बातें अपने आप होने लगतीं हैं।
बातों बातों में मेरी खाला बोली - रोशनी मैं तुमको एक बात बताना चाहती हूँ। मुझे अपनी बेटी चुदाने का
बड़ा शौक है। बेटी चुदाने से ज्यादा बहू की बुर चुदाने का शौक है। उसकी बेटी बोली मुझे अपनी माँ चुदाने का बड़ा शौक है और बहू ने कहा मुझे अपनी सास का भोसड़ा चुदाने में अपार आनंद आता है।
ये बात सुनकर सब लोग हंसने लगे। मैं समझ गई की आज रात में चुदाई का हंगामा होने वाला है। फर्श पर सबका बिस्तर एक साथ लग गया। बिस्तर पर लेटते ही खाला जान ने अमन का पजामा खोल डाला और उसका लण्ड पकड़ कर बाहर निकाल लिया। उसे देख कर उसकी बेटी शमा ने रफ़ी का लण्ड नंगा करके। उसकी बहू आरा नंगी नंगी असद के लण्ड से खेलने लगी। मैंने हनीफ की तरफ हाथ बढ़ाया तो उसका लौड़ा मेरे हाथ में आ गया। , मैं लण्ड चूमने लगी और चाटने लगी। दूसरे हाथ से अपने कपड़े उतार कर नंगी भी हो गयी। खाला बोली देखो तुम सब लोग बिंदास होकर चुदाई का खेल खेलो। चाहे अपनी बुर में लण्ड पेलो चाहे किसी और की बुर में लेकिन पेलो जरूर। आज लण्ड पेला पेली का खेल है। आज मैं अपनी बेटी और बहू की बुर खूब चोदूँगी। तुम लोग भी मेरी बेटी की बुर चोदो बहू की बुर चोदो। बेटी की माँ चोदो बहू की सास चोदो। फिर क्या हम सब बहू बेटियां चपर चपर लण्ड चाटने और चूसने लगीं। मुझे तो हनीफ का लण्ड बिलकुल भाभी के अब्बू के लण्ड की ही तरह लग रहा था। उतना ही बड़ा और उतना ही मोटा। लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो एहसास हुआ की हां कोई मरद का लण्ड है। मैं तो सबके सामने खूब हचक हचक के चुदवाने लगी। अमन खाला का भोसड़ा चोदने लगा तो असद उसकी बहू की बुर।
अमन बोला - यार असद मुझे तेरी माँ का भोसड़ा चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं तो वैसे तेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा हूँ जैसे तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो।
मैंने कहा - अच्छा असद क्या तुम लोग एक दूसरे की माँ चोदते हो ?
वह बोला - हां यार मैं इसकी माँ चोदता हूँ और ये मेरी माँ चोदता है। मैं इसकी बीवी चोदता है ये मेरी बीवी चोदता है। ये मेरी बहन चोदता है मैं इसकी बहन चोदता हूँ।
मैंने कहा - अच्छा तो इसीलिए तुम लोगों की दोस्ती पक्की है।
उधर खाला की बेटी रफ़ी से चुदवाने लगी। पूरे घर में चुदाई ही चुदाई होने लगी। तब तक असद बोला हां हम लोग भी एक दूसरे की माँ बहन और बीवी चोदते हैं। हम लगों की दोस्ती इसीलिए गहरी होती जा रही है। मैं तो कई दोस्तों से अपनी बीवी, अपनी बहन और अपनी माँ चुदवाता हूँ। इतने में मैंने देखा की खाला जान का बेटा हनीफ ने मेरी चूत से लण्ड निकाल कर अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दिया। मैं पहली बार किसी बेटे को अपनी माँ चोदते हुए देख रही थी। मेरी अम्मी ने सच ही कहा था की चुदाई में कोई रिस्ता नहीं होता बस लण्ड और चूत का रिस्ता होता है। हम लोगों में बेटी अपने बाप से चुदवाती है और माँ अपने बेटे से। ये सब जवानी में चुदाई के किस्से हैं जो होते ही रहतें हैं। अब देखो न मेरी अम्मी की तरह ही खाला जान बड़े मजे से अपनी बेटी चुदवा रही है और अपनी बहू चुदवा रही हैं।
०=०=०=०=०=० समाप्त
Tags: माँ ने अपनी बेटी और बेटे की पत्नी को चुदवाया - Maa ne beti aur bahu ko devar se chudaya , चुदाई में कोई रिस्ता नहीं होता , बेटी और बहु को चुदना सिखाया , बेटी और बहु की चूत गांड बुर चोदो , चुदाई का टाइम है चुदने में मजा है , चुद्कड़ बनो , लंड चुसो फुद्दी चटाओ मजे करो.
मेरा नाम रुखसाना बेगम है, मेरी बेटी बुर चोदी का नाम है रोशनी। वह 20 साल की हो गई है। 18 साल में मैंने उसे लण्ड पकड़ना सिखा दिया था. और गाली देना भी। वह मुझसे अपने आप सीख गयी थी और अब तो वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। मेरी बहू माँ की लौड़ी 22 साल की है और ग़ैर मर्दों से चुदवाने में शर्म बिलकुल नहीं करती। मैंने उसे अपने शौहर के दोस्तों से चुदवाते हुए देखा है । एक दिन तो उसने मुझसे मजाक मजाक में कहा की मैं किसी दिन अपने अब्बू का लण्ड तेरे भोसड़ा में घुसा दूँगी सासू जी। इससे पहले की वह मेरा भोसड़ा चोदे मैं उसकी बुर चोद डालूँगी मेरे देवर राजा।
मैं करीम से चुदवाते हुए ये बातें उसे बता रही थी। मैं जब किसी से चुदवाती हूँ तो उससे अपने मन की बात कह देती हूँ। खुल कर बातें करती हूँ और गालियां भी देती हूँ। मैं अपनी बेटी करीम से चुदवाना चाहती हूँ ताकि वह भी मेरा भोसड़ा चुदवाये। मेरे भोसड़ा में अपने दोस्तों के लण्ड पेले।
खुदा ने दुनियां में जितने मरद बनाये हैं उतने ही तरीके के लण्ड भी बनाये हैं । हर मरद का लण्ड अलग अलग होता है। हर एक लण्ड का मज़ा अलग अलग होता है। इसलिए मैं ज्यादा से ज्यादा मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ और इस चुदाई में अपनी बहू बेटी को भी शामिल करना चाहती हूँ।
जब हम तीनो एक साथ एक ही कमरे में चुदवायेगीं तो सोचों कितना मज़ा आएगा ? वैसे भी हम मुसलमानो में चुदाई पर कोई पाबन्दी नहीं है। खुली छूट है बहन चोद चाहे जिससे चुदवाओ। चाहे जिसका लण्ड पेलो अपनी चूत में अपनी माँ की चूत में और बेटी बहू की चूत में ? करीम मुझे हर तरफ से चोद रहा था और मैं खूब मज़ा ले ले के चुदवा भी रही थी क्योंकि आज बहुत दिनों के बाद मुझे उसका लण्ड मिला है। उसने जब मुझे पीछे से चोदना शुरू किया तो मज़ा ही आ गया। मैं अपनी चूत को हर रोज़ शराब पिलाती हूँ इसलिए मेरी चूत हमेशा टाइट रहती है। मैं बिंदास चुदवा रही थी तभी मेरी बेटी रोशनी आ गयी।
- वह मुझे देख कर मुस्कराते हुए बोली - वॉवो अम्मी जान, अकेले अकेले ही लण्ड का मज़ा ले रही है तू भोसड़ी वाली ?
- मैंने जबाब दिया - हां तो क्या हुआ तू भी तो किसी का लण्ड हिलाकर आ रही होगी मेरी हरामजादी माँ की लौड़ी रोशनी ?
- हां बात तो तू सही कह रही है अम्मी जान ? मैं अभी अभी मौलाना मक़सूद का लण्ड हिलाकर आ रही हूँ। उसके लण्ड का सड़का मार कर आ रही हूँ। सड़का मार कर लण्ड पी कर आ रही हूँ .
- तो किसी दिन उसका लण्ड मेरी भी चूत में पेल देना रोशनी ?
- हां हां जरूर पेल दूँगी मगर पहले मैं तो उसका लण्ड अपनी चूत में पेल लूं। मेरी बुर तो बहन चोद अभी चुदासी ही है, अम्मी जान ?
- तो फिर आ जा न और घुसेड़ ले करीम अंकल का लण्ड और चुदा ले अपनी बुर ?
- नहीं अम्मी जान घुसेड़ना होगा तो मैं तेरे भोसड़ा में घुसेड़ दूँगी लण्ड। मैं पहले तेरा भोसड़ा चुदवाऊँगी और फिर दूसरी पारी में अपनी बुर।
इतना मोटा लण्ड पाकर रोशनी ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी। वह बोली हाय अम्मी जान भाभी के अब्बू का लण्ड तो सबसे ज्यादा लंबा और मोटा है बिलकुल मौलाना मक़सूद के लण्ड की तरह। बस वह मुंह खोल कर एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए लण्ड चाटने लगी. बेटी जब अपने बाप के बराबर आदमी का लण्ड चाटती है लण्ड पीती है तो उसे ज्यादा मज़ा आता है। अब रोशनी बिलकुल रंडी की तरह चुदवाने के लिए तैयार हो गयी। वह भी नंगी थी और बहू का अब्बू भी। बहू का अब्बू रोशनी की बुर चोदने लगा और करीम मेरी बुर। हम दोनों माँ बेटी एक बार फिर अपनी अपनी चूत एक दूसरे के सामने चुदवाने लगीं।
मेरी बहू भी आ गयी।
आते ही वह मेरी बेटी से बोली - तेरी बुर चोदी माँ का भोसड़ा, नन्द रानी। तू यहाँ मेरे अब्बू से चुदवा रही है ? तुझे शर्म नहीं आती ?
रोशनी ने जबाब दिया - तेरी बुर चोदी सास की बिटिया की बुर भाभी जान। तेरा अब्बू भोसड़ी का मेरी बुर ले रहा है तो तेरी गांड क्यों फट रही है भाभी जान। जब तेरा अब्बू तेरी बुर लेता है तो तुझे शर्म आती है क्या ?
मैंने कहा - बहू रानी तेरी बुर चोदी नन्द की माँ का भोसड़ा ? और बेटी रोशनी तेरी हरामजादी भाभी की सास की बुर। अरी बुर चोदियों अपनी बुर चुदाने में शर्म कैसी ? मैं तो कहती हूँ की अपनी बुर भी बेशर्मी से चुदाओ और मेरा भोसड़ा भी बेशर्मी से चुदाओ।
तब तक पीछे से किसी ने कहा हां हां भाभी जान मैं भी तुम सबकी बुर बड़ी बेशर्मी से चोदूंगा। यह आवाज़ मेरे देवर की थी यानी रोशनी का चचा जान मक़बूल । वह तो मादर चोद नंगा नंगा अपना लण्ड खड़ा करके मेरे आगे खड़ा हो गया। रात को सारे मरद बहन चोद घर में नंगे नंगे ही घूमा करते हैं। बस तब तक बहू ने अपना हाथ बढाकर उसका लण्ड पकड़ लिया और बोली हाय मेरे ससुर जी तू सबसे पहले मेरी बुर चोद कर दिखा। बहू रानी उसका लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। वह बहू की चूँची और गांड सहलाने लगा। अब कमरे में ३ मरद हो गए एक करीम दूसरा बहू का अब्बू और तीसरा मेरा देवर मक़बूल। बहू जब अपने अब्बू के सामने ही मक़बूल का लण्ड चूसने लगी तो मुझे मालूम हो गया की वह अपने अब्बू से चुदवाती है। हमारे समाज में सभी बेटियां बुर चोदी अपने अपने अब्बू से चुदवाने लगती हैं.
रोशनी ने बहू के अब्बू का लण्ड पकड़ लिया और मैं करीम के लण्ड से खेलने लगी। थोड़ी देर में मक़बूल ने बहू की बुर में लौड़ा घुसा बड़े मजे से चोदने लगा बुर। उधर मेरी बेटी रोशनी भी बहू के अब्बू से भकाभक चुदवाने लगी। इन दोनों की चुदती हुई बुर देख कर करीम फिर मुझे चोदने लगा। इस तरह हम तीनो की बुर का बाजा बजने लगा और मैं ये सब देख कर बहुत खुश होती गयी। आखिर कार मेरी तमन्ना पूरी हुई। मैंने जोर से कहा यार मक़बूल मेरी बहू की बुर खूब कस कस के चोदो। बहू के अब्बू तुम भी मेरी बेटी की बुर फाड़ डालो। ये भोसड़ी वाली हमेशा चुदासी ही रहती है। इसे लण्ड बहुत पसंद हैं। बहू बोली हाय मेरी सासू जी तेरा भोसड़ा भी खूब अच्छी तरह चुद रहा है। इसी तरह मेरी माँ का भोसड़ा भी चुदता है। मैं इस बात से और खुश थी की मेरी बहू चुदाने में न मुझसे कम थी और न मेरी बेटी से।
कुछ देर में करीम ने लण्ड मेरी बेटी की बुर में घुसा दिया। मक़बूल मेरी बुर चोदने लगा और बहू का अब्बू अपनी ही बेटी की बुर लेने लगा। मेरी बात सही निकली की मेरी बहू अपने अब्बू से चुदवाती है। वह बोल भी रही थी हाय अब्बू जान पूरा लौड़ा पेल दो मेरी चूत में। फाड़ डालो मेरी बुर। मुझे रंडी की तरह चोदो। मुझे मेरी नन्द की की तरह चोदो। मुझे अपनी सास के सामने खूब झमाझम चोदो। तेरा लण्ड बड़ा मज़ा दे रहा है अब्बू जान। जैसे तू मेरी खाला की बेटी की बुर चोदता है वैसे चोदो। जैसे तू फूफी की बेटी चोदता है वैसे मुझे चोदो। वह बोल बोल कर अपने अब्बू का चिठ्ठा खोलती जा रही थी। मुझे मालूम हो गया की मेरी बहू मेरे कुनबे के सभी लोगों से खूब मस्ती से चुदवायेगी।
अब आगे की कहानी मेरी बेटी रोशनी आपको सुनाएगी :- तो दोस्तों आपने मेरी बुर चोदी अम्मी के मुंह से अभी तक की कहानी सुनी है। अब मैं मादर चोद बताते हूँ की आगे क्या हुआ। मेरी भाभी भी भोसड़ी वाली बड़ी चुदक्कड़ निकली ये मेरे किये बहुत अच्छी बात है। अब हम दोनों नन्द भौजाई खूब मज़ा करेंगीं।
एक दिन मैं अपनी खाला जान के घर चली गयी। शाम का समय था वह बोली रौशनी अब तुम यहीं रुक जाओ दो दिन बाद जाना। मैं रुक गयी। कुछ देर बाद खाला का बेटा हनीफ भी आ गया उसके साथ उसका दोस्त रफ़ी भी था। खाला की बेटी शमा मौजूद थी और उसकी बहू आरा भी। तभी अचानक फूफी का बेटा असद और उसका दोस्त अमन भी आ गया। सब मिलकर खूब बातें करने लगे। रात के समय चोदा चोदी की बातें अपने आप होने लगतीं हैं।
बातों बातों में मेरी खाला बोली - रोशनी मैं तुमको एक बात बताना चाहती हूँ। मुझे अपनी बेटी चुदाने का
ये बात सुनकर सब लोग हंसने लगे। मैं समझ गई की आज रात में चुदाई का हंगामा होने वाला है। फर्श पर सबका बिस्तर एक साथ लग गया। बिस्तर पर लेटते ही खाला जान ने अमन का पजामा खोल डाला और उसका लण्ड पकड़ कर बाहर निकाल लिया। उसे देख कर उसकी बेटी शमा ने रफ़ी का लण्ड नंगा करके। उसकी बहू आरा नंगी नंगी असद के लण्ड से खेलने लगी। मैंने हनीफ की तरफ हाथ बढ़ाया तो उसका लौड़ा मेरे हाथ में आ गया। , मैं लण्ड चूमने लगी और चाटने लगी। दूसरे हाथ से अपने कपड़े उतार कर नंगी भी हो गयी। खाला बोली देखो तुम सब लोग बिंदास होकर चुदाई का खेल खेलो। चाहे अपनी बुर में लण्ड पेलो चाहे किसी और की बुर में लेकिन पेलो जरूर। आज लण्ड पेला पेली का खेल है। आज मैं अपनी बेटी और बहू की बुर खूब चोदूँगी। तुम लोग भी मेरी बेटी की बुर चोदो बहू की बुर चोदो। बेटी की माँ चोदो बहू की सास चोदो। फिर क्या हम सब बहू बेटियां चपर चपर लण्ड चाटने और चूसने लगीं। मुझे तो हनीफ का लण्ड बिलकुल भाभी के अब्बू के लण्ड की ही तरह लग रहा था। उतना ही बड़ा और उतना ही मोटा। लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो एहसास हुआ की हां कोई मरद का लण्ड है। मैं तो सबके सामने खूब हचक हचक के चुदवाने लगी। अमन खाला का भोसड़ा चोदने लगा तो असद उसकी बहू की बुर।
अमन बोला - यार असद मुझे तेरी माँ का भोसड़ा चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैं तो वैसे तेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा हूँ जैसे तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो।
मैंने कहा - अच्छा असद क्या तुम लोग एक दूसरे की माँ चोदते हो ?
वह बोला - हां यार मैं इसकी माँ चोदता हूँ और ये मेरी माँ चोदता है। मैं इसकी बीवी चोदता है ये मेरी बीवी चोदता है। ये मेरी बहन चोदता है मैं इसकी बहन चोदता हूँ।
मैंने कहा - अच्छा तो इसीलिए तुम लोगों की दोस्ती पक्की है।
उधर खाला की बेटी रफ़ी से चुदवाने लगी। पूरे घर में चुदाई ही चुदाई होने लगी। तब तक असद बोला हां हम लोग भी एक दूसरे की माँ बहन और बीवी चोदते हैं। हम लगों की दोस्ती इसीलिए गहरी होती जा रही है। मैं तो कई दोस्तों से अपनी बीवी, अपनी बहन और अपनी माँ चुदवाता हूँ। इतने में मैंने देखा की खाला जान का बेटा हनीफ ने मेरी चूत से लण्ड निकाल कर अपनी माँ के भोसड़ा में पेल दिया। मैं पहली बार किसी बेटे को अपनी माँ चोदते हुए देख रही थी। मेरी अम्मी ने सच ही कहा था की चुदाई में कोई रिस्ता नहीं होता बस लण्ड और चूत का रिस्ता होता है। हम लोगों में बेटी अपने बाप से चुदवाती है और माँ अपने बेटे से। ये सब जवानी में चुदाई के किस्से हैं जो होते ही रहतें हैं। अब देखो न मेरी अम्मी की तरह ही खाला जान बड़े मजे से अपनी बेटी चुदवा रही है और अपनी बहू चुदवा रही हैं।
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