Home
» Sex Stories in Hindi हिंदी सेक्स कहानियां porn erotica story चुदाई की मशहूर दास्ताँ
» अब्बू मेरी चूत में लंड डालकर मुझे चोदो - Baap ka badaa land dekhkar tadpi beti
अब्बू मेरी चूत में लंड डालकर मुझे चोदो - Baap ka badaa land dekhkar tadpi beti
अब्बू मेरी चूत में लंड डालकर मुझे चोदो - Baap ka badaa land dekhkar tadpi beti , मैंने अपने अब्बू से अपनी चुत कैसे चुदवाई , अब्बू ने की मेरी कुंवारी बाजी की चुदाई , कच्ची उम्र में ही चुदाई , लंड , चूत , गांड , चुदाई , बुर ,झांट , Ghar ki chudai. incest sex kahani , अब्बू से बुर और गांड की सेवा करवाई , gaand chudai ki kahani.
अब बहुत हो गया अब्बू जान. इतना बड़ा और मोटा तगड़ा लण्ड देख कर मैं बुरी तरह ललचा गयी हूँ। मैं अब और रुक नहीं सकती। मेरी चूत ज्वालामुखी बन चुकी है बहन चोद। इसे लण्ड की सख़्त जरुरत है अब्बू। अब देर न कर और पेल दे अपना ये घोड़े जैसा 9" का लण्ड मेरी चूत में और चूत चोद डाल मेरी बुर । मैं आज पहली बार इतना लम्बा चौड़ा लौड़ा देख रही हूँ। इतना बड़ा लौड़ा तो मेरे ससुर का भी नहीं है अब्बू जान जब की सब लोग कहतें है की मेरी ससुराल में सबसे बड़ा लण्ड मेरे ससुर का ही है। हाय अल्लाह, अगर मुझे पहले मालूम होता की इतना बड़ा लण्ड मेरे घर में ही है तो मैं तुमसे बहुत पहले चुदवा लेती , अब्बू जान ? हाय रे मैं इस वख़्त बहुत चुदासी हूँ मुझे पटक पटक के चोदो और फाड़ डालो मेरी बुर ?
ऐसा कह कर मैंने अब्बू जान को अपना लण्ड पूरा का पूरा मेरी चूत में पेलने के लिए ललकारा। अब्बू तो पहले से ही तैयार था, उसका लण्ड एकदम तना हुआ था मेरी ललकार सुनकर उसे जोश आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत पर टिका कर अंदर घुसेड़ दिया। लण्ड साला सरसराता हुआ अंदर घुसा तो मेरे मुंह से चीख निकल पड़ी - उई माँ फट गयी मेरी चूत। फाड़ डाला मेरी बुर, लण्ड बड़ा मोटा है बहन चोद। फिर जब मुझे मज़ा आने लगा तो मैं भी नीचे से धक्का मारने लगी।
आज मुझे चुदवाने में बहुत माज़ा आ रहा था। हालांकि मैं कई मर्दों से पहले भी चुदवा चुकी हूँ पर इतना मज़ा कभी नहीं आया। आज मुझे ज़न्नत का मज़ा आ रहा था। बल्कि मैं तो पछता रही थी की मैंने अब्बू जान से पहले क्यों नहीं चुदवाया ? मैं मस्ती में थी मैंने कहा अब्बू अब मुझे पीछ से चोदो। घोड़ी बनाकर चोदो। मैं उठ कर घूम गई। मेरी नज़र जब अब्बू के लण्ड पर पड़ी तो बड़ा खूंखार लग रहा था। झांटें बिलकुल साफ़ थी। पेल्हड़ भी चिकने थे और लण्ड वास्तव में बड़ा खूबसूरत लग रहा था। अब्बू ने लण्ड पीछे से पेला तो मैं भी अपनी गांड थोड़ा हिला हिला चुदवाने लगी। मैं वासना में पूरी तरह डूबी हुई थी । मुझे उस समय लण्ड के अलावा दुनियां कुछ और दिखाई नहीं पड़ रहा था।
मैं कुछ न कुछ बोलती जा रही थी - वाओ बड़ा मज़ा आ रहा है अब्बू. खूब धकाधक चोदो मेरी बुर। हाय रे कितना बढ़िया है तेरा लण्ड। ओ हो आ हीं हूँ ओहो हाय अल्ला क्या लौड़ा है तेरा ? पेलो और पेलो मुझे रंडी समझ के चोदो अब्बू। मुझे बीवी समझ के चोदो। अपनी साली समझ के चोदो। अपनी भाभी समझ के चोदो। मैं तेरे लण्ड की दीवानी हूँ अब्बू मुझे चोदो। मैं कुछ देर इसी तरह चुदवाने के बाद घूम गयी और लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी।
एक बात समझ लो अब्बू जान। मैं तुम्हे अब्बू कह जरूर रही हूँ पर तू मेरे नंदोई है । मेरी शादी अम्मी जान के सबसे छोटे भाई जान से हुई है। अम्मी जान मेरी नन्द हुई और तुम मेरे नंदोई। अब मैं नंदोई ने नहीं चुदवाऊंगी तो क्या किसी बाज़ार वाले से चुदवाऊंगी। और तुम अपने बेटी नहीं चोद रहे हो तुम तो अपने साले की बीवी चोद रहे हो। इसीलिए आज मुझे खूब धमाधम चोदो। आज मुझे चुदाई में ज्यादा मज़ा आ रहा है। मेरे नंदोई मेरे राजा पूरा घुसेड़ दो लण्ड। फाड़ डालो मेरी बुर चोदी बुर ? तेरा लण्ड बहन चोद बहुत तगड़ा है। नंदोई राजा, तेरी बिटिया की बुर ? तेरी बहन का भोसड़ा ? आज चोदने में कोई कसर न रखना। पूरी ताकत से चोद डालो मेरी जवान मस्तानी बुर ? चुदाई में जब ज्यादा मज़ा आता है तो मुँह से गालियां निकलने ही लगतीं हैं, बहन चोद और जोश अपने आप बढ़ जाता है।
मेरा नाम फ़िरोज़ा खान है। मैं 25 साल की हूँ मेरा निकाह अभी ३ महीने पहले ही हुआ है। मुझे सुहागरात में ही शौहर के अलावा दो लोगों ने और चोदा। मुझे नहीं मालूम की वो कौन थे ? उसके बाद भी कई लोगों ने मुझे एक एक बार चोदा। शायद वहां का कुछ ऐसा रिवाज़ ही है की कुछ लोग नई नवेली दुल्हन को उसकी सुहागरात के बाद चोदते हैं। यहाँ जब मैं माईके आयी तो मेरा रिस्ता ही बदल गया था। मैं अपनी अम्मी की छोटी भाभी बन गयी और वह बड़ी नन्द। अब्बू मेरा नंदोई बन गया। अब मेरी नज़र अब्बू के लण्ड पर टिक गयी। मैंने कई लोगों से सुना था की पूरे कुनबे में मेरे अब्बू का लण्ड सबसे मोटा तगड़ा है। तब से मेरी चूत में आग लगी हुई थी । आज मुझे मौक़ा मिला है अपनी चूत की आग बुझाने का। मैं बिना रुके चुदवाये चली जा रही थी। नीचे मैं भी धक्के लगा रही थी और अब्बू ऊपर से चोदे चला जा रहा था। फिर मैंने कहा हाय मेरे नंदोई राजा अब मुझे थोड़ा पीछे से भी चोद लो। बस उसने मुझे घोड़ी बना दिया एयर अपना घुसे के लण्ड जैसा लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं भी बिंदास चुदवाने लगी।
जब लौड़ा बढ़िया होता है मोटा और सख्त होता है तो चुदवाने में खूब मज़ा आता है। आज मुझे मालूम हुआ की मेरे अब्बू का लण्ड मेरे कुनबे में और नाते रिश्ते दारों में इतना मशहूर क्यों है ? क्यों सबकी बीवियां बहू बेटियां मेरे अब्बू के लण्ड पर जान देतीं हैं ? अब्बू मुझे चोदने में जी जान से जुटा था और मैं भी कहब मज़ा ले ले के चुदवा रही थी। मैं मस्ती कुछ भी बोले जा रही थी - हाय अल्लाह कितना अच्छा लग रहा है। ऐसे तो मुझे मेरे मियां ने भी नहीं चोदा, वाओ क्या बात है ? कितना मस्त लौड़ा है तेरा ? ज़न्नत का मज़ा दे रहा है बहन चोद ? अब समझ में आया की तूने अपने कुनबे में किसी की बुर नहीं छोड़ी। सबकी बुर में लौड़ा पेला है तूने। मेरा ससुर भी भोसड़ी का इतनी अच्छी तरह नहीं चोद पाता। हाय रे अब मुझे लण्ड पे बैठा के चोद रहे हो अब्बू। चोद लो लण्ड पे बैठा के भी चोद लो। घुमा घुमा के चोद लो मेरी बुर ? जैसे चाहो वैसे चोदो मेरी चूत ? ये तो तेरे साले की बुर चोदी बीवी की चूत है। आखिर में मैंने जब झड़ता हुआ लण्ड पिया और चाटा तो सच में ज़न्नत का मज़ा आया। मेरी चूत कुछ देर पहले ही खलास हो गयी थी।
एक दिन मेरे दुबई वाले चचा जान बसीर आ गए। उसके साथ उसकी बेटी सायना भी थी। सायना मुझसे बातें करने लगी और चचा जान अब्बू से। मैं जब उन दोनों के लिए नास्ता लेकर जा रही थी तो दरवाजे के पीछे छिप कर उनकी बातें सुनाने लगी। सायना मेरे साथ ही थी।
- अब्बू ने कहा - यार मेरी बेटी की शादी मेरे सबसे छोटे साले के साथ हो गयी है।
- चचा ने कहा - अरे वाह क्या इत्तिफाक है। मेरी भी बेटी सायना की शादी मेरे सबसे छोटे साले के साथ अभी 2 महीने पहले ही हुई है।
- अच्छा ये बात है। आपकी बेटी खुश है।
- हां यार वह तो बहुत खुश है।
- कभी तुमने अपनी बेटी के साथ चोदा चोदी की है।
- हां की है। और जब से वह मेरे सेल की बीवी हो गयी है तब तो और हो रहा है ?
- इसका मतलब तूने अपने साले की बीवी चोदी है ?
- हां चोदी है। बिलकुल चोदी है।
- तो फिर आज तुम मेरे साले की बीवी चोदो और मैं तेरे साल की बीवी चोदूं।
- ठीक है मैं तैयार हूँ।
फिर मैंने भी बड़ी बेशर्मी से चचा जान का लौड़ा बाहर निकाल लिया और उसे बड़े प्यार से हिलाने लगी। उधर सायना ने मेरे अब्बू मका निकाल कर चूमने लगी। हम दोनों ने आँखों से इशारा करके कहा जब हमें एक दूसरे के अब्बू से चुदवाना ही है तो फिर खूब जम कर चुदवाओ। इतने में मैंने चचा जान को पूरानंगा कर दिया और सायना ने मेरे अब्बू को। वह बड़े मजे से अब्बू का लण्ड मुझे दिखाती हुई बोली - तो ये है तेरे अब्बू जान का लण्ड ? मैंने कहा - ये मेरे अब्बू जान का लण्ड नहीं है। ये मेरे शौहर की बहन चोदने वाला लण्ड है यार और आज ये मेरे शौहर की बीवी चोदेगा। ये लण्ड साला बड़ा हरामजादा है मादर चोद। मेरी बात सुनकर उन दोनों में। सायना बोली हां यार तेरे हाथ में जो लण्ड है वह भी मेरे मियां की बहन चोदने वाला है और आज ये मेरे मियां की बीवी भी चोदेगा। तब तक मैं भी पूरी नंगी हो चुकी थी और सायना भी। हम दोनों को नंगी देख कर उन दोनों लण्ड में उछाल आ गया। मैं सायना के अब्बू का लण्ड चूसने लगी और वह मेरे अब्बू का लण्ड ? मैंने कहा सायना तेरे अब्बू का लण्ड का लगभग उतना ही मोटा है जितना मेरेअब्बू का लण्ड। चचा जान मेरी चूँची और चूत सहला कर मज़ा ले रहे थे और मेरा अब्बू की चूत और चूँची सहलाकर।
अब्बू ने कहा - यार बसीर, अब मेरे सामने चोदो मेरे साले की बीवी की बुर ?
चचा ने भी कहा - हां फ़राज़ (अब्बू) तुम भी चोदो मेरे सामने मेरे साले की बीवी की बुर।
बस उधर अब्बू ने लण्ड साइना की बुर में पेल दिया और इधर चचा जान ने लण्ड मेरी बुर में घुसा दिया। दोनों भोसड़ी वाले बड़ी बेशर्मी और बड़ी बेरहमी से चोदने लगे एक दूसरे की बेटी की बुर। अब क्या करूं हमारा रिस्ता ही कुछ ऐसा है। मुझे भी सायना के अब्बा का लण्ड पसंद आया और उसे भी मेरे अब्बा का लण्ड ? मैं भी उचक उचक के चुदवाने लगी और साइना भी.
चाचा जान ने कहा - यार एक बात है साले की बीवी चोदने में जो मज़ा है वह और कहीं नहीं ?
अब्बा जान ने कहा - और दूसरे के साले की बीवी चोदने में तो और ज्यादा मज़ा है यार ?
आखिर में मैं सायना के अब्बू के लण्ड पर बैठ गयी और आगे झुक कर अपने चूतड़ उठा उठा के लण्ड पर पटकने लगी। मैं सच में मर्दों की तरह चोदने लगी उसका लण्ड। मैंने कहा देख भोसड़ी के बसीर तू मेरी बुर क्या चोदेगा मैं तेरा लण्ड चोदूँगी। ऐसा बोल कर मैंने स्पीड तेज कर और उसका लौड़ा मस्ती से चुदने लगा। वह नीचे से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगा। मुझे देख कर सायना भी मेरे अब्बू का लण्ड चोदने लगी। इस तरह की चुदाई अक्सर ब्लू फिल्मों में होती है और मैंने ब्लू फिल्म से ही ये सब सीखा है। ये चुदाई ज़मीन पर हो रही थी। मैं नीचे लेटी थी और मेरे ऊपर साइना का अब्बू था। मेरे बगल में साइना लेटी थी और उसके ऊपर मेरा अब्बू था। मजे की बात यह थी की मेरी गांड की तरफ साइना का मुंह था और उसकी गांड की तरफ मेरा मुंह था। साइना के अब्बू का लण्ड मेरी चूत में घुसा था और मेरे अब्बू का लण्ड साइना की चूत में। इस तरह मैं अपने अब्बू का लण्ड साइना की बुर में आते जाते देख रही थी और वह मेरी बुर में अपने अब्बू का लण्ड आते जाते देख रही थी। मैं अपने अब्बो के पेल्हड़ सहला रही थी और वह अपने अब्बू के पेल्हड़। इस तरह की चुदाई में हम सबको खूब मज़ा आ रहा था।
थोड़ी देर में मैं उठ कर बसीर के लण्ड पर बैठ गयी और उसका लण्ड ही मर्दों की तरह चोदने लगी। मैंने कहा
- मुझे देखते ही बोली - फ़िरोज़ा, सुना है तूने कल साइना के अब्बू का लण्ड चोद डाला ?
- मैंने कहा - हां चोद तो डाला पर उसने भी मेरे अब्बू का लण्ड चोदा था, अम्मी जान ?
- तेरी माँ का भोसड़ा फ़िरोज़ा मुझे बताया होता तो मैं भी चोद लेती साइना में अब्बू का लण्ड ?
- अरे अम्मी जान वो तो तेरा देवर है। तूने क्या उससे कभी चुदवाया नहीं ? चुदवाया तो था पर वो बहुत दिन हो गए न। और फिर एक बार चुदवाने के बाद क्या दुबारा नहीं चुदवाया जाता।
- अब मुझे ये बता अम्मी जान की कल तूने किससे चुदवाया ?
- अम्मी ने साफ़ साफ कहा - कल मैंने तेरे शौहर से चुदवाया, फ़िरोज़ा ? बड़ा मस्त लौड़ा है यार उसका ? मोटा भी है बहन चोद और लंबा भी। तब मुझे तसल्ली हुई और मैं खुश हूँ की मैंने तेरा निकाह एक मर्द से किया है फ़िरोज़ा ?
- अच्छा निकाह हुआ है मेरा और चुदवा रही तू हरामजादी, शहनाज़ (अम्मी का नाम ) ?
- हाय अल्लाह, मेरा भी निकाह हुआ है तेरे अब्बू के साथ और चुदवा तू रही है, बुर चोदी फ़िरोज़ा । अभी कल ही उससे अपनी बुर फड़वाकर आयी है तू ?
- मैं क्या करूं अम्मी जान ? जब उसका लौड़ा इतना बड़ा मोटा तगड़ा है तो फिर कौन भोसड़ी वाली बिना चुदाये मान सकती है।
उस रात बड़ी मूसलाधार बरसात हो रही थी। घर में हम दोनों ही थीं मैं और अम्मी जान. पानी तेज भी था और बड़ी देर से बरस भी रहा था। इतने में किसी ने डोर बेज बजा दी। रात के 11 बजे हुए थे। मैंने दरवाजा खोला तो बाहर दो मस्त जवान लड़क खड़े थे। दोनों बुरी तरह भीगे थे। एक बोला मैडम हम लोग पानी में फंस गएँ हैं। हमारी कार भी ख़राब हो गई है। बल्कि वह पानी में डूब गयी है। हम कहीं और जा नहीं सकते। हम थोड़ी देर यहाँ ररुकना चाहते हैं. मैंने कहा हां बेशक रुक जाईये। मैंने कमरा खोल दिया और उन्हें अंदर कर लिया। इतने में अम्मी भी आ गयीं। मेरी अम्मी, अम्मी नहीं लगतीं बल्कि मेरी बड़ी बहन लगतीं हैं। उसकी जवानी जग ज़ाहिर है। अम्मी ने कहा अरे तुम लोग सबसे पहले कपड़े उतारो नहीं तो बुखार आ जायेगा। उसने तो तौलिया पकड़ा दीं। वो दोनों कपड़े उतारने लगे। उनका नंगा बदन देख कर मेरी चूत बहन चोद गीली हो गयी। मेरी नियत ख़राब हो गयी। मेरा मन हुआ की मैं दोनों के तौलिया खींच लूँ और इन्हें नंगा कर दूँ। फिर इनके लण्ड पकड़ कर मज़ा करूँ। अम्मी ने कहा तुम लोग बैठो मैं तुम्हे गरम गरम चाय पिलाती हूँ।
हमने ये नहीं बताया की हम दोनों माँ बेटी हैं। बल्कि कहा की हम दोनों दोस्त हैं। उनके नाम थे अमर और अकबर। हम चारों ने चाय पी और फिर अम्मी कप उठा कर ले गईं तो मैं भी पीछे पीछे चली गयी। मैंने कहा अम्मी जान अब रुका नहीं जा रहा है। मैं अब इन्हे नंगा करूंगी और लण्ड पियूँगी। वह बोली हां हां मैं भी वही करुँगी। तुम चिंता न करो। लो तुम कपड़े उतार कर एक तौलिया लपेट लो। मैंने भी लपेट लिया। चलो मेरे साथ और मुझे फॉलो करो। हम दोनों उनके सामने खड़ी हो गईं। हमारी चूँचियाँ एकदम नंगीं थीं। उन्हें देख कर उनके लण्ड में हलचल होने लगी।
अम्मी ने कहा - अब तुम लोगो को एक काम करना पड़ेगा।
वे बोले - हां हां बोलो आप जो कहेंगीं हम वो करेंगें।
अम्मी बोली - देखो यार हमने तुम्हे गरम गरम चाय पिलाई है अब तुम हमें गरम गरम लण्ड पिलाओ।
ऐसा कह कर अम्मी ने अपने दोनों हाथों से उनकी तौलियां खींच ली और उन्हें पूरा नंगा कर दिया। फिर मैंने भी देर नहीं लगाई और अकबर का लण्ड लपक कर पकड़ लिया। अम्मी ने अमर का लण्ड पकड़ लिया। इधर हम दोनों ने भी तौलिया फेंक दीं। हम भी नंगी हो गईं। इधर हमारी चूँचियाँ तन गईं उधर उनके लण्ड खड़े होने लगे। मैं अकबर का लण्ड पीने लगी और अम्मी अमर का लण्ड।
अम्मी ने साफ़ साफ़ कहा - देखो यार. आज तुम लोग हमें रात भर चोदो। कई बार चोदो। अदल बदल कर चोदो। हर तरफ से चोदो। कल सवेरे मैं आपकी गाड़ी ठीक करवा दूँगी तब चले जाना।
वो चुदाई मुझे आज भी याद है।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
Click on Search Button to search more posts.
