Home
» Sex Stories in Hindi हिंदी सेक्स कहानियां porn erotica story चुदाई की मशहूर दास्ताँ
» बिना लण्ड के औरत की जवानी नहीं कटती - Land bina aurat adhuri hai
बिना लण्ड के औरत की जवानी नहीं कटती - Land bina aurat adhuri hai
बिना लण्ड के औरत की जवानी नहीं कटती - Land bina aurat adhuri hai , किस औरत को चाहिए मर्द , शादीशुदा मर्द के दूसरी शादीशुदा औरत से संबंध , मर्दों के इन अंगों पर मर मिटती हैं औरतें.
मेरा नाम खुशबू है दोस्तों,. मैं २४ साल की हूँ मद मस्त हूँ, खूबसूरत हूँ, सेक्सी हूँ और हॉट हूँ। मेरी शादी हो चुकी है और मैं अपनी ससुराल से अपनी सुहागरात मना कर आ रही हूँ। मेरी अम्मी जान बहुत ही खुश मिज़ाज़ और हँसमुख हैं. उसने मुझे लण्ड पकड़ना और गालियां देना उसी समय सिखा दिया था जब मैं 18 + की हो गई थी। उसी दिन अचानक मेरा चचा जान आ गया था। अम्मी ने उसका पजामा मेरे सामने खोल डाला और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगीं। मैं थोड़ा शरमाई तो वह बोली बुर चोदी खुशबू, तेरी माँ की चूत। मैंने तेरी शर्म ख़तम करने के लिए ही इसका लौड़ा खोला है। बेटी अब तू शर्माना बंद कर दे और लण्ड की तरफ ध्यान दे। बिना लण्ड के औरत की जवानी नहीं कटती ? ले इसे मेरे सामने ही पकड़ कर देख और इसे चाट चूस कर मुझे दिखा। उसके बाद तुझे यही लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलना होगा।
आज मैं तुझे सिखाऊंगी की कैसे चुदाया जाता है अपनी माँ का भोसड़ा ? लण्ड कैसे पेला जाता है अपनी माँ की चूत में। उसके बाद मैं सिखाऊंगी की कैसे एक माँ लण्ड अपनी बिटिया की बुर में पेलती है ? बेटी देखो हमारे समाज में चुदाई एकदम आज़ाद होती है। कोई किसी की भी बुर चोद लेता है और कोई भी किसी का लौड़ा अपनी बुर में घुसा लेती है। हमारे यहाँ हर तरह की चुदाई जायज़ है बेटी। अम्मी जान ने मुझे एक ही दिन में लण्ड पकड़ना, लण्ड से अपनी बुर चुदवाना और लण्ड से अपना माँ का भोसड़ा चोदना सब सिखा दिया। उसके बाद मैं अम्मी के साथ चोदा चोदी करने लगी। आगे चल कर इसमें मेरी खाला जान और फूफी जान भी शामिल हो गईं। मैं उन सबके सामने चुदवाने लगी और वो सब मेरे सामने। एक दिन मैंने देखा की खाला जान का बेटा फूफी का भोसड़ा चोद रहा है और फूफी जान का बेटा खाला जान का भोसड़ा चोद रहा है। यानी दोनों लड़के एक दूसरे की माँ चोद रहे थे। मुझे यह समझने में देर नहीं लगी की ये दोनों अपनी अपनी माँ का भोसड़ा भी चोदते हैं।
यही हाल बेटियों का भी था। मुझे यह भी मालूम हुआ की बेटियां भी पहले अपने अपने अब्बू से चुदवाती है और फिर एक दूसरे अब्बू से चुदवाने लगती हैं। फिर क्या मैं भी ये सब करने लगी और ऐसा करते करते हो गई मैं मादर चोद एकदम बेशर्म ? शादी के बाद जब मैं अपनी माईके आयी तो सामने अम्मी जान पड़ गईं अम्मी ने कहा - देख बेटी खुशबू मैं तेरी माँ हूँ और तेरी माँ की चूत ? तेरी माँ का भोसड़ा ? आज तू अपनी माँ को अच्छी तरह समझ ले मेरी बुर चोदी खुशबू। बहुत बड़ी हरामजादी है, तेरीअम्मी जान। बहुत बड़ी छिनार और कुत्ती कामिनी है, तेरी अम्मी जान। ग़ैर मर्दों से हर रोज़ अपना भोसड़ा चुदवाने वाली औरत है ,तेरी अम्मी जान। हर तरह के लण्ड पेलवाती है अपने भोसड़ा में ? एक से एक बड़े लण्ड एकदम रसगुल्ला की तरह खा जाता है तेरी माँ का भोसड़ा, बेटी ? ज़रा बच कर रहना अपनी माँ के भोसड़ा से, बेटी खुशबू । कहीं ऐसे न हो की कोई लण्ड तेरी बुर चोदने आये और वह घुस जाए तेरी माँ के भोसड़ा में। मैंने कहा - ये तो बहुत अच्छी बात है अम्मी जान। बड़ा मजबूत और दमदार है मेरी माँ का भोसड़ा ? मुझे तो फक्र है अपनी माँ के भोसड़ा पर ? बड़े बड़े लण्ड बहन चोद गोता लगाते हैं मेरी माँ के भोसड़ा में ? लेकिन अम्मी जान तेरी बिटिया की बुर भी कुछ कम नहीं है।
अभी कल ही अपनी ससुराल से अपनी सुहागरात मना कर आई है तेरी बुर चोदी बेटी खुशबू ? सुहागरात में ही उसने 3 - 3 लण्ड पेलवा लिया इसने अपनी चूत में ? सोने के बाद जब वह सवेरे उठी तो सामने एक और लड़का खड़ा था। उसकी नन्द के बताया की भाभी जान ये तेरा देवर है। तेरी बेटी ने कहा अगर देवर है तो फिर आ जा न तू भी चोद ले अपनी भाभी की बुर ? उसने जिस तरह से चोदा है तेरी बिटिया की बुर अम्मी जान उसकी चुभन आज भी उसे महसूस हो रही है। ज़रा बच के रहना अपनी बेटी की चूत से अम्मी जान ? कहीं ऐसा न हो की कोई लण्ड आये तेरा भोसड़ा चोदने और वह घुस जाए तेरी बिटिया की बुर में ? मैंने देखा की सामने से मेरी फूफी जान और उसकी बेटी ज़ारा आ रहीं हैं। मुझे लगा की उन दोनों ने हमारी बातें सुन ली हैं। फूफी जान आते ही बोली अरे खुशबू तू सुहागरात मना कर आयी है तो कुछ वहां का किस्सा बताओ न। किस किस ने चोदा तुझे, किसके सामने चोदा और कैसे चोदा ? चोदने वालों के लण्ड के साइज क्या थे ? मैंने कहा अरे फूफी जान तेरी बेटी ज़ारा भी सुहागरात मना कर आयी है। उससे कहो की वह पहले अपनी सुहागरात की चुदाई का किस्सा सुनाये। उन लौंड़ों के बारे में बताये जिनसे वह चुदवाकर आयी है। ज़ारा बोली - ठीक है यार मैं सुनाती हूँ :- निकाह के बाद जब मैं ससुराल गई तो मेरा मियां मुझे पहले ही दिन मुंबई हवाई जहाज़ से ले गया।
मेरे कपडे उतार दिया था और मुझे जींस और टॉप पहना दिया । टॉप वह भी बिना ब्रा क। मेरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी हैं तो वह हिलने लगीं। वह मुहे मुंबई में एक ऐसे होटल में ले गया जहाँ बहुत सारे लोग थे आदमी भी और औरतें भी। मुझसे बोला ये सब कपल हैं। मियां भी और बीवियां भी। सब अपनी अपनी बीवी के साथ आएं हैं। पर यहाँ कोई भी अपनी बीवी के साथ नहीं है। सब के सब लोग दूसरे की बीवी के साथ शराब पी रहें हैं और बातें कर रहे हैं। यहाँ लोग अपनी बीवी भूल गये हैं और बीवियां अपना मियां भूल गईं हैं। यहाँ सबकी बीवियां नंगी नंगी गैर मर्दों के साथ रात भर दिन भर रहतीं हैं और मरद भी सब नंगे नंगे गैर बीवियों के साथ रहतें हैं। यहाँ शर्म नाम की कोई चीज नहीं है। थोड़ी देर में देखना सब लोग बीवियां भी और मरद भी अपने अपने कपड़े उतार देंगें। बीवियां पराये मरद के लण्ड का मज़ा लेगीं और मियां परायी बीवियों की चूँचियों का और चूत का मज़ा लेगें।
यहाँ लोग अपनी बीवी छोड़ कर सबकी बीवियां खुल्लम खुल्ला चोदते हैं और बीवियां अपने मरद को छोड़ कर सबके मरद से खुल्लम खुल्ला चुदवाती हैं। मैं ज़िन्दगी में पहली बार ऐसा नज़ारा देखने जा रही थी। हालांकि मेरे घर में भी सब लोग रात के एक साथ लेटतें हैं और तब एक साथ चुदाई भी खुल कर करतें हैं। लेकिन इतनी ज्यादा बीवियों की एक साथ चुदाई मैंने पहले कभी नहीं देखी । मेरे शौहर ने कहा अब तुम मुझे भूल जाओ और इन गैर मर्दों के साथ नंगी होकर एन्जॉय करो। मैं दूर से देखूंगा की तुम कितने लोगों के लण्ड पकड़ती हो और कितने लोगों से चुदवाती हो ? तुम मुझे दूर से देखना की कितनी बीवी मेरा लण्ड पीती हैं और कितनी बीवियां मुझसे चुदवाती हैं। बस वह नंगा होकर उन सभी नंगी बीवियों के साथ शराब पीने लगा और मैं भी नंगी होकर सब नंगे मर्दों के साथ शराब पीने लगी। मेरे नंगी होते ही मेरे सामने दो लड़के आ गए। वे लगभग मेरी हु उम्र के थे। एक ने मेरी चूँचियाँ दबायीं ने मेरी गांड पर हाथ फेरा और बोला भाभी आप बहुत खूबसूरत हैं। मेरा ढीला पड़ा लण्ड तुरंत खड़ा हो गया। मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया और दूसरे हाथ से दूसरे का लण्ड मैं दो दो लण्ड से खेलने लगी।
उधर मेरा शौहर दो दो बीवियों की चूँचियाँ एक साथ दबाने लगा और एक तीसरी बीवी बैठ कर उसका लण्ड पाने लगी। मुझे ये सब देख कर अपार आनंद आने लगा। ज़ारा की अम्मी यानी मेरी फूफी जान बोली - मैं तेरी माँ हूँ ज़ारा, तेरी माँ की चूत। तेरी माँ का भोसड़ा ? तूने मुझे ये सब पहले क्यों नहीं बताया ? ज़ारा ने कहा - बताया तो था अम्मी जान तुम भूल गयी हो गई हो ? फूफी ने कहां - तूने सिर्फ इतना कहा था की अम्मी जान मैं सुहागरात में अच्छी तरह चुद कर आई हूँ। पर इतनी अच्छी तरह चुद कर आयी हूँ तू ये नहीं बताया। अगर बताया होता मुझे, तो मैं भी एक दिन तेरे मियां के साथ चली जाती और उन सभी लोगों से चुदवाकर आती जिन्होंने तेरी बुर चोदी है, मेरी बुर चोदी ज़ारा समझी बिटिया रानी ? ज़ारा बोली - तो क्या हुआ तूने मेरे मियां से चुदवा तो लिया। तुम्हे मेरे मियां का लण्ड भी पसंद आ गया। तूने उसका लण्ड भी पिया।
फूफी ने कहा -अरी मेरी माँ की लौड़ी ज़ारा, आज मैं तुझे एक राज़ की बात बता रही हूँ। मैं तेरे मियां से तेरी शादी के पहले ही चुदवा चुकी थी। असली बात यह है की जब मैं तेरा निकाह तय करने जा रही थी तो मैंने तेरे होने वाले शौहर से कहा बेटा मुझे तुमसे अकेले में एक बात करनी है। वह बोला ठीक है कर लीजिये। वह मुझे अपने कमरे में ले गया। मैंने कहा बेटा मैं पहले तेरा लण्ड देखूँगी और यह जानने की कोशिश करूंगी की तू बुर अच्छी तरह चोद लेता है की नहीं ? क्योंकि मेरी बेटी बड़ी चुदक्कड़ है। लण्ड अगर उसके मन का नहीं हुआ तो उसकी ज़िन्दगी बर्बाद हो जाएगी। मैं उसकी ज़िन्दगी बर्बाद नहीं होने दूँगी। फिर मैंने उसका पजामा खोला और लण्ड पकड़ लिया। लण्ड जब पूरा खड़ा हुआ तो मैं खुश हो गई और कहा बेटा अब तुम मुझे चोदो। लण्ड मेरी चूत में पेलो। मैं देखना चाहती हूँ की तेरा लण्ड कितनी देर तक ठहरता है ? जब उसने मुझे खूब हचक हचक कर चोदा और मुझे पहले खलास कर दिया तब मैंने तेरा निकाह किया, ज़ारा। ज़ारा बोली - हाय दईया, तू तो बहुत बड़ी बुर चोदी निकली, अम्मी जान ? तेरी बहन का भोसड़ा ? तेरी बेटी की माँ की चूत ? तू इतनी हरामजादी होगी मुझे नहीं मालूम था।
फूफी बोली - अच्छा ये बता की तूने वहां कितने दिनों तक चुदवाया ? कितने लोगों के लण्ड अपनी चूत में पेला तूने ? ज़ारा बोली - पूरे एक हफ्ते तक ? इस एक हफ्ते में 30 /40 लण्ड मेरी बुर चोद चुके थे और कुछ लोगों ने तो मेरी गांड भी मारी है अम्मी जान। चूँचियाँ तो मेरी सबने चोदीं हैं। उसकी बात सुनकर हम सबने तालियां बजाई। फूफी ने कहा - खुशबू बेटी, अब तुम सुनाओ अपनी सुहागरात की चुदाई की कहानी। मैंने कहा - हां हां फूफी जान, जरूर सुनाऊँगी। मेरी कहानी बिलकुल सीधी शादी है। मेरा शौहर मुझे एक बड़े होटल में ले गया अपनी सुहागरात मनाने। मैं उसके साथ ख़ुशी ख़ुशी चली गयी। मैंने सोंचा की चलो यहाँ भीड़ भाड़ से अच्छा है की होटल में सुहागरात मनाई जाए ? मैं कमरे में बैठ गयी। चाय के साथ कुछ नास्ता भी आ गया। फिर मेरा शौहर बोला देखो खुशबू मैं तुमसे एक बात कहना चाहता हूँ बुरा मत मानना। मैंने कहा हां कहो कोई बात नहीं। मैं तुम्हारी हर बात मानूंगी। वह बोला मेरी सुहागरात केवल मैं ही नहीं मनाऊंगा मेरे साथ मेरे दोस्त भी मनायेगें। मैं यह सुनकर थोड़ा रुक गयी फिर बोली क्या वे दोनों अकेले ही होंगें। वह बोला नहीं वे भी अपनी अपनी बीवी के साथ होंगें लेकिन सब लोग एक ही कमरे में होंगें।
मैंने कहा फिर तो कोई बात नहीं। उसने कहा नहीं एक बात है जो मैं साफ़ साफ़ कहना चाहता हूँ वह बोलता गया देखो खुशबू सुहागरात बीवी की बुर चोद कर मनाई जाती है लेकिन आज मैं पहले तेरी बुर नहीं चोदूंगा। मैं थोड़ा सहम गई तो उसने कहा नहीं नहीं ऐसा कोई घबड़ाने की बात नहीं है। पहले मेरे दोनों दोस्त तेरी बुर चोदेंगें और मैं उन दोनों की बीवियों की बुर चोदूंगा। मैंने कहा अरे इसे तो "wife swapping" कहतें हैं और ये कभी भी हो सकती है। फिर आज ही क्यों ? वह बोला देखो यार सच बात यह है की मैंने इन दोनों की सुहागरात में इनकी बीवी चोदी है तो आज इनका मौक़ा है ये मेरी बीवी चोदेगें। तो तुम इनसे मजे से चुदवा लो यही मेरी इल्तिज़ा है। मैंने कहा तो पहले एक बार तुम ,चोद लो मुझे फिर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? वह बोला यही तो बात है यार। तेरी चूत में पहला लण्ड इन दोनों के घुसेंगें फिर मेरा लण्ड।
इन दोनों की सुहागरात मैंने पहले इनकी बीवी की बुर में लण्ड पेला था। आज ये लोग ऐसा ही मेरी बीवी के साथ करेंगें। तुम्हे सबके सामने शर्म तो नहीं आएगी खुशबू। मैंने कहा अरे यार जब वे दोनों नंगे होंगें उनकी बीवियां भी नंगी होंगीं तो फिर मुझे नंगी होने में कोई शर्म नहीं आएगी और न चुदवाने में आएगी। हम मुस्लिम लड़कियां बड़ी बेशर्मी से चुदवाती है और सबके सामने चुदवाती हैं। फिर क्या देखते ही देखते दो कपल कमरे में आ गए और मैं उन दोनों मर्दों को देख कर मस्त हो गए। दोनों मेरे शौहर से ज्यादा हैंडसम थे। उनकी बीवियां नंगी हुई तो मैं फ़ौरन उनके सामने नंगी हो गयी। मैंने उन दोनों को नंगा किया और उनके लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड जब पूरी तरह खड़े हो गये मुझे लगा की ये तो आज ही मेरी चूत फाड़ डालेगें। उसके बाद जो चुदाई हुई है वह आज भी मुझे याद है। मेरी चूत का बाजा उन दोनों ने खूब बजाया।
यह सब सुनकर अम्मी जान बोली - अरे खुशबू बेटी, मैं तेरी बुर चोदी माँ हूँ . आज मेरा भी भोसड़ा बजवा दे उन लोगों से तो मज़ा आ जाये ? मैंने कहा ठीक है मैं अभी उन्हें बुला लेती हूँ क्योंकि मेरे पास उनका फोन नंबर है। आज बजेगा तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा अम्मी जान ?
फूफी बोली - हाय दईया तो फिर मेरी भी बेटी की माँ का भोसड़ा चुदवा दो, खुशबू बेटी। मैंने कहा हां हां फूफी जान तेरा भी भोसड़ा चुदेगा और तेरी बिटिया की बुर भी चुदेगी। मैंने पहले उन लोगों को बुलाया जिन्होंने मुझे सुहागरात में चोदा था फहद और हसन ? वे दोनों आधे घंटे में आ गए। उसके बाद मैंने अपने दोनों देवरों को भी बुला लिया अमन और असद। इधर मैं और मेरी अम्मी जान उधर ज़ारा और उसकी अम्मी जान थीं। मैं तो सबको नंगा देख ही चुकी थी सबके लण्ड देख ही चुकी थी तो मैंने सबको एक एक करके नंगा कर दिया। उधर अम्मी, फूफी ज़ारा भी नंगी हो गयीं। मैंने फहद का लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया, हसन का लण्ड फूफी को पकड़ा दिया , अमन का लण्ड ज़ारा को पकड़ा दिया और असद का लण्ड मैंने खुद पकड़ लिया। हम चारों अपना अपना लण्ड बड़े प्यार से चूमने, चाटने और चूसने लगीं। उसके बाद रात भर हुई लण्ड अदल बदल कर घमाशान चुदाई।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
Tags: बिना लण्ड के औरत की जवानी नहीं कटती - Land bina aurat adhuri hai , किस औरत को चाहिए मर्द , शादीशुदा मर्द के दूसरी शादीशुदा औरत से संबंध , मर्दों के इन अंगों पर मर मिटती हैं औरतें.
Click on Search Button to search more posts.
