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बहन के साथ पहली चुदाई - Free Hindi Sex Stories
भाई ने दीदी को चोदा , बहन के साथ पहली चुदाई - Free Hindi Sex Stories , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
हैल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम प्रतीक बब्बर है और मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और मैं कॉलेज स्टूडेंट हूँ | मैं फाइनल इयर में हूँ और मैं बी.कॉम से ग्रेजुएशन कर रहा हूँ | मेरा रंग सांवला है पर मैं दिखता साफ़ हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और शरीर एक दम फिट है | दोस्तों मैं बहुत दिनों से सोच रहा था अपनी कहानी पेश करने को पर मुझे मौका नहीं मिल पा रहा था | आज मुझे मौका मिला क्यूंकि आज के दिन छुट्टी है मेरी और कॉलेज गया नही | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आएगी | तो अब मैं बिना वक़्त बर्बाद किये अपनी कहानी शुरू करता हूँ |
ये घटना पिछले साल कि है जब मैं अपने दादा दादी के घर गाँव गया हुआ था | मेरे दादा दादी मेरी बुआ के साथ रहती हैं | मेरी बुआ विधवा हैं और उनकी एक बेटी है जो कि मुझे दो साल छोटी है | वो दिखने में बहुत सुन्दर है और उसका फिगर भी बहुत सेक्सी है | मेरी बुआ जॉब करती हैं और दादा दादी की देखभाल भी करती हैं | मेरे फूफा जी सरकारी हिंदी मध्यम स्कूल में टीचर थे | पर बुआ को जॉब क्लर्क की मिली |
मेरी बहन का नाम संगीता है और वो भी अभी कॉलेज की पढाई कर रही है | जब हम लोग वहां पंहुचे तो संगीता घर पर ही थी | उसने मम्मी पापा को नमस्ते किया और फिर मुझे हैल्लो किया | मैंने भी हाय करते हुए मुस्कुरा दिया | बुआ उस समय स्कूल गई हुई थी | मम्मी ने पूछा बेटा ममता कहाँ गई है ? तो उसने बताया कि मम्मी तो स्कूल में हैं 12 बजे तक आ जाएँगी | मम्मी ने कहा ठीक है फिर दादा दादी के पास गई और उनसे बात करने लगी | पापा बुआ के रूम में ही जा कर सो गए | मैं क्या करता तो मैं छत पर घूमने चला गया |
असल में हम एक हफ्ते के लिए गए हुए थे क्यूंकि पापा को कुछ जमीन का काम था वहां पर | करीब आधे घंटे के बाद मैं नीचे आया तो संगीता और मम्मी किचिन में कुछ बना रहे थे और मैं टीवी देखने लगा | पापा तो अब भी सो ही रहे थे | 12:15 पे बुआ भी आ गई मैंने उन्हें नमस्ते किया तो उन्होंने नमस्ते करते हुए पूछा बेटा अचानक तुम कैसे आ गए ? मैंने बताया कि मैं मम्मी और पापा तीनो आये हैं | फिर बुआ ने बैग रखते हुए पुछा कि कहाँ हैं ? तो मैंने कहा पापा सो रहे हैं और मम्मी और संगीता किचिन में हैं | फिर उसके बाद भी बुआ किचिन में चले गई और तब तक पापा भी जाग गए | उस समय लगभग दोपहर के दो बज रहे होंगे हम सभी साथ में बैठ कर खाना खा रहे थे और बस मैं संगीता बात नहीं कर रहे थे आपस में | बुआ के घर में 3 रूम्स हैं | एक में दादा दादी रहते हैं और एक में बुआ और एक में संगीता |
फिर ऐसे ही शाम हो गई और मैं बाहर टहलने निकल गया और पापा भी अपने काम से चले गए | फिर ऐसे ही रात हो गई और खाना खाने के बाद सभी टीवी देखने लगे | मम्मी ने कहा मुझे नींद आ रही है तो मैं बुआ के साथ सो जाउंगी और वो उठ कर चले गए | बुआ ने कहा पापा से कहा भैया आप यहीं सो जाना और प्रतीक संगीता के कमरे में सो जायेगा | मुझे बहुत अजीब लग रहा था पर मैं क्या कर सकता था | अब रात के 10 बज चुके थे और सभी सोने के एक दम मूड में थे | संगीता का रूम ऊपर है और दादा दादी का रूम बुआ के रूम के बाजु में है |
अब सोने की बारी आई तो मैंने उसके कमरे में देखा कि सिंगल बेड है | मैंने पुछा क्या हम साथ में सोयेंगे ? तो उसने कहा हाँ यार क्या करूँ क्यूंकि मुझे अपने बेड पर ही नींद आती है | मैंने कहा यार मैं नीचे सो जाता पर मुझे भी बेड पर ही सोने की आदत है | फिर हम दोनों सोने लगे | मैंने उस समय बस हाफ पेंट पहना हुआ था और उसने नाइटी पहने हुई थी |
मुझे बिना लाइट बंद किये नींद नहीं आती तो मैंने कहा संगीता लाइट बंद कर दो न | उसने कहा ठीक है और फिर उसने लाइट बंद कर दी | रात को मुझे कुछ हलचल हुई | मुझे ये एहसास हो रहा था कि मेरे लंड पर कोई हाँथ फेर रहा है | मुझे अच्छा लग रहा था पर मैंने उसे डिस्टर्ब नहीं किया | संगीता मेरे लंड पर हाँथ फेरते हुए अपने हाँथ को मेरे हाफ पेंट के अन्दर डाल कर लंड हिलाने लगी | मैं समझ गया था कि उसे लंड की चाहत है और उसे ऐसा लगा रहा था कि मैं नींद में हूँ |
फिर मैंने अपने हाँथ को उसके बूब्स पर रख कर सहलाने लगा तो उसने एक दम से अपने हाँथ को मेरे लंड से हटा कर बाहर निकाल ली | मैंने उससे कहा क्या हुआ ? अगर तुम्हारा मन है तो हम कर सकते हैं | उसने कहा नहीं सॉरी मुझसे गलती हो गई | अब सो जाओ | मैंने कहा देखो शुरुआत तुमने की थी | अब मैं कैसे रुक सकता हूँ | उसने कहा यार प्लीज रहने दो | मैंने कहा देखो अब मैं नहीं रुक सकता क्यूंकि तुमने मेरा लंड खड़ा कर दिया है अब या तो मुट्ठ मार दो या चुदवा लो | उसने थोड़ी देर सोचने के बाद कहा ठीक है पर बस एक बार और कल से तुम यहाँ मत सोना | मैंने कहा ठीक है मैं नहीं सोऊंगा पर मेरे यहाँ न सोने का रीज़न क्या बताओगी ? उसने कहा वो तुम मुझ पर छोड़ दो मैं सब संभाल लूंगी | उसके बाद मैंने अपने हाफ पेंट को उतार दिया और उसने भी अपनी नाईटी उतार दी | अब वो मेरे समाने बस ब्रा और पेंटी में थी और मैं उसके सामने नंगा था | उसने मुझसे कहा कि तुम्हारा सामान बहुत बड़ा है | मैंने कहा यार लगता है तुम बहुत खेली कूदी हो | तो उसने कहा हाँ पर अपने भाई के साथ ये करने का अलग ही मजा है | फिर मैं भी लागू हो गया और उसके होंठ से अपने होंठ को लगा दिया | अब मैं उसके होंठ को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी |
मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके ब्रा को उतार दिया और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे लंड को हिला रही थी | फिर मैंने उसके एक बोबे को अपने मुंह में लिया और चूसने लगा दुसरे को दबाते हुए और वो मादक सिस्कैर्याँ लेते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी | फिर मैंने उसके दुसरे बोबे को अपने मुंह में लिया और चूसने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए आन्हे भर रही थी | फिर मैंने उसके दोनों बूब्स को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए मस्त हो रही थी |
कुछ देर उसके दूध चूसने के बाद उसने मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर हिलाने लगी फिर उसके अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी और मेरे मुंह से भी गरम सिस्कारियां निकल रही थी | वो मेरे लंड को चाटते हुए अन्टोलो को भी जीभ से चाट रही थी | मेरे लंड को चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए उसके बूब्स को दबा रहा था | वो मेरे लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और मैं उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की सिस्कारियां लेते हुए उसके मुंह को पेल रहा था |
फिर मैंने उसकी टांगो को चौड़ा कर दिया और उसकी चूत पर अपनी जीभ फेरते हुए चाटने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की सिस्कारियां लेते हुए मेरे मुंह को अपनी चूत में दबा रही थी | कुछ देर उसकी चूत चाटने के बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और चोदने लगा और वो भी उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की दबी दबी सिस्कारियां लेते हुए चुदाई के मजे ले रही थी |
थोड़ी देर बाद मैंने अपनी चुदाई रफतार बढ़ा दिया और जोर जोर से शॉट मारते हुए चोदने लगा और वो भी उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए अपनी कमर हिला हिला कर चुदाई में साथ दे रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी चूत के ऊपर ही झड़ा दिया | उसके बाद हम दोनों ने एक बार और चुदाई किये और फिर सो गए कपडे पहन कर | अगले दिन से फिर हम साथ में नहीं सोये |
हैल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप सभी ? मेरा नाम प्रतीक बब्बर है और मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 20 साल है और मैं कॉलेज स्टूडेंट हूँ | मैं फाइनल इयर में हूँ और मैं बी.कॉम से ग्रेजुएशन कर रहा हूँ | मेरा रंग सांवला है पर मैं दिखता साफ़ हूँ | मेरी हाईट 5 फुट 10 इंच है और शरीर एक दम फिट है | दोस्तों मैं बहुत दिनों से सोच रहा था अपनी कहानी पेश करने को पर मुझे मौका नहीं मिल पा रहा था | आज मुझे मौका मिला क्यूंकि आज के दिन छुट्टी है मेरी और कॉलेज गया नही | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आएगी | तो अब मैं बिना वक़्त बर्बाद किये अपनी कहानी शुरू करता हूँ |
ये घटना पिछले साल कि है जब मैं अपने दादा दादी के घर गाँव गया हुआ था | मेरे दादा दादी मेरी बुआ के साथ रहती हैं | मेरी बुआ विधवा हैं और उनकी एक बेटी है जो कि मुझे दो साल छोटी है | वो दिखने में बहुत सुन्दर है और उसका फिगर भी बहुत सेक्सी है | मेरी बुआ जॉब करती हैं और दादा दादी की देखभाल भी करती हैं | मेरे फूफा जी सरकारी हिंदी मध्यम स्कूल में टीचर थे | पर बुआ को जॉब क्लर्क की मिली |
मेरी बहन का नाम संगीता है और वो भी अभी कॉलेज की पढाई कर रही है | जब हम लोग वहां पंहुचे तो संगीता घर पर ही थी | उसने मम्मी पापा को नमस्ते किया और फिर मुझे हैल्लो किया | मैंने भी हाय करते हुए मुस्कुरा दिया | बुआ उस समय स्कूल गई हुई थी | मम्मी ने पूछा बेटा ममता कहाँ गई है ? तो उसने बताया कि मम्मी तो स्कूल में हैं 12 बजे तक आ जाएँगी | मम्मी ने कहा ठीक है फिर दादा दादी के पास गई और उनसे बात करने लगी | पापा बुआ के रूम में ही जा कर सो गए | मैं क्या करता तो मैं छत पर घूमने चला गया |
असल में हम एक हफ्ते के लिए गए हुए थे क्यूंकि पापा को कुछ जमीन का काम था वहां पर | करीब आधे घंटे के बाद मैं नीचे आया तो संगीता और मम्मी किचिन में कुछ बना रहे थे और मैं टीवी देखने लगा | पापा तो अब भी सो ही रहे थे | 12:15 पे बुआ भी आ गई मैंने उन्हें नमस्ते किया तो उन्होंने नमस्ते करते हुए पूछा बेटा अचानक तुम कैसे आ गए ? मैंने बताया कि मैं मम्मी और पापा तीनो आये हैं | फिर बुआ ने बैग रखते हुए पुछा कि कहाँ हैं ? तो मैंने कहा पापा सो रहे हैं और मम्मी और संगीता किचिन में हैं | फिर उसके बाद भी बुआ किचिन में चले गई और तब तक पापा भी जाग गए | उस समय लगभग दोपहर के दो बज रहे होंगे हम सभी साथ में बैठ कर खाना खा रहे थे और बस मैं संगीता बात नहीं कर रहे थे आपस में | बुआ के घर में 3 रूम्स हैं | एक में दादा दादी रहते हैं और एक में बुआ और एक में संगीता |
फिर ऐसे ही शाम हो गई और मैं बाहर टहलने निकल गया और पापा भी अपने काम से चले गए | फिर ऐसे ही रात हो गई और खाना खाने के बाद सभी टीवी देखने लगे | मम्मी ने कहा मुझे नींद आ रही है तो मैं बुआ के साथ सो जाउंगी और वो उठ कर चले गए | बुआ ने कहा पापा से कहा भैया आप यहीं सो जाना और प्रतीक संगीता के कमरे में सो जायेगा | मुझे बहुत अजीब लग रहा था पर मैं क्या कर सकता था | अब रात के 10 बज चुके थे और सभी सोने के एक दम मूड में थे | संगीता का रूम ऊपर है और दादा दादी का रूम बुआ के रूम के बाजु में है |
अब सोने की बारी आई तो मैंने उसके कमरे में देखा कि सिंगल बेड है | मैंने पुछा क्या हम साथ में सोयेंगे ? तो उसने कहा हाँ यार क्या करूँ क्यूंकि मुझे अपने बेड पर ही नींद आती है | मैंने कहा यार मैं नीचे सो जाता पर मुझे भी बेड पर ही सोने की आदत है | फिर हम दोनों सोने लगे | मैंने उस समय बस हाफ पेंट पहना हुआ था और उसने नाइटी पहने हुई थी |
मुझे बिना लाइट बंद किये नींद नहीं आती तो मैंने कहा संगीता लाइट बंद कर दो न | उसने कहा ठीक है और फिर उसने लाइट बंद कर दी | रात को मुझे कुछ हलचल हुई | मुझे ये एहसास हो रहा था कि मेरे लंड पर कोई हाँथ फेर रहा है | मुझे अच्छा लग रहा था पर मैंने उसे डिस्टर्ब नहीं किया | संगीता मेरे लंड पर हाँथ फेरते हुए अपने हाँथ को मेरे हाफ पेंट के अन्दर डाल कर लंड हिलाने लगी | मैं समझ गया था कि उसे लंड की चाहत है और उसे ऐसा लगा रहा था कि मैं नींद में हूँ |
फिर मैंने अपने हाँथ को उसके बूब्स पर रख कर सहलाने लगा तो उसने एक दम से अपने हाँथ को मेरे लंड से हटा कर बाहर निकाल ली | मैंने उससे कहा क्या हुआ ? अगर तुम्हारा मन है तो हम कर सकते हैं | उसने कहा नहीं सॉरी मुझसे गलती हो गई | अब सो जाओ | मैंने कहा देखो शुरुआत तुमने की थी | अब मैं कैसे रुक सकता हूँ | उसने कहा यार प्लीज रहने दो | मैंने कहा देखो अब मैं नहीं रुक सकता क्यूंकि तुमने मेरा लंड खड़ा कर दिया है अब या तो मुट्ठ मार दो या चुदवा लो | उसने थोड़ी देर सोचने के बाद कहा ठीक है पर बस एक बार और कल से तुम यहाँ मत सोना | मैंने कहा ठीक है मैं नहीं सोऊंगा पर मेरे यहाँ न सोने का रीज़न क्या बताओगी ? उसने कहा वो तुम मुझ पर छोड़ दो मैं सब संभाल लूंगी | उसके बाद मैंने अपने हाफ पेंट को उतार दिया और उसने भी अपनी नाईटी उतार दी | अब वो मेरे समाने बस ब्रा और पेंटी में थी और मैं उसके सामने नंगा था | उसने मुझसे कहा कि तुम्हारा सामान बहुत बड़ा है | मैंने कहा यार लगता है तुम बहुत खेली कूदी हो | तो उसने कहा हाँ पर अपने भाई के साथ ये करने का अलग ही मजा है | फिर मैं भी लागू हो गया और उसके होंठ से अपने होंठ को लगा दिया | अब मैं उसके होंठ को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ देते हुए मेरे होंठ को चूसने लगी |
मैं उसके होंठ को चूसते हुए उसके ब्रा को उतार दिया और वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरे लंड को हिला रही थी | फिर मैंने उसके एक बोबे को अपने मुंह में लिया और चूसने लगा दुसरे को दबाते हुए और वो मादक सिस्कैर्याँ लेते हुए मेरे सिर पर हाँथ फेरने लगी | फिर मैंने उसके दुसरे बोबे को अपने मुंह में लिया और चूसने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए आन्हे भर रही थी | फिर मैंने उसके दोनों बूब्स को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए मस्त हो रही थी |
कुछ देर उसके दूध चूसने के बाद उसने मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर हिलाने लगी फिर उसके अपनी जीभ से चाट कर गीला करने लगी और मेरे मुंह से भी गरम सिस्कारियां निकल रही थी | वो मेरे लंड को चाटते हुए अन्टोलो को भी जीभ से चाट रही थी | मेरे लंड को चाटने के बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और मैं उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए उसके बूब्स को दबा रहा था | वो मेरे लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और मैं उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की सिस्कारियां लेते हुए उसके मुंह को पेल रहा था |
फिर मैंने उसकी टांगो को चौड़ा कर दिया और उसकी चूत पर अपनी जीभ फेरते हुए चाटने लगा और वो उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की सिस्कारियां लेते हुए मेरे मुंह को अपनी चूत में दबा रही थी | कुछ देर उसकी चूत चाटने के बाद मैंने अपने लंड को उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और चोदने लगा और वो भी उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह की दबी दबी सिस्कारियां लेते हुए चुदाई के मजे ले रही थी |
थोड़ी देर बाद मैंने अपनी चुदाई रफतार बढ़ा दिया और जोर जोर से शॉट मारते हुए चोदने लगा और वो भी उम्म्म्ह आहा उनाहा आः ऊंह करते हुए अपनी कमर हिला हिला कर चुदाई में साथ दे रही थी | करीब आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी चूत के ऊपर ही झड़ा दिया | उसके बाद हम दोनों ने एक बार और चुदाई किये और फिर सो गए कपडे पहन कर | अगले दिन से फिर हम साथ में नहीं सोये |
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