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नए लण्ड से चुदवाने का चस्का - Naye land se chudwane ka chaska
नए लण्ड से चुदवाने का चस्का - Naye land se chudwane ka chaska , चुदाई का चस्का, हॉट हिंदी सेक्स स्टोरी , चुदवाने में ज्यादा मज़ा , मेरी चुदवाने की चाहत , मस्त लण्ड चूसा फिर की चुदई , चुदने के लिए थी बेताब , पति से नहीं किसी और से चुदने का मन करता है सेक्स कहानियां , मुझे रोज रोज नया नया लंड चाहिए.
यह एक अजीब इत्तिफाक है दोस्तों की जो मुझे आये दिन चोदता है उसके बेटे से मेरा निकाह हो रहा है। जिसका लण्ड मैं आये दिन अपनी चूत में पेलती हूँ अब उसके बेटे का लण्ड भी पेला करूंगी क्योंकि अब वह मेरा हसबैंड होने जा रहा है। यानी अब बाप और बेटा दोनों ही मेरी बुर चोदा करेंगें ? जानते हो दोस्तों की ये सब कैसे हो रहा है ? जी हां आपने सही पहचाना। मेरा निकाह मेरे चचा जान के बेटे से हो गया है। कल तक जो मेरा भाई जान था अब वह मेरा शौहर है और जो चचा जान था वो मेरा ससुर ?
ये चचा जान भोसड़ी का हफ्ते में २/३ बार मेरी बुर लेता है। अपनी बेटी के सामने मेरी बुर चोदता है और अपनी बेटी अपने दोस्तों से चुदवाता है। मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है और माँ के सामने मेरी बुर। ये सब हमारे कुनबे में होता ही रहता है। इसमें कोई नई बात नहीं है। हमारे समाज में शादियां नजदीकी रिश्तेदारियों में हो जातीं है इससे चुदाई के ऐसे सम्बन्ध बन ही जातें हैं। अब आप ही बताईये शादी हो जाने के बाद क्या होता होगा ? शादी के बाद चुदाई में एक दर्जन लोग और जुड़ जातें हैं ? और फिर होता है चुदाई का घमाशान जलसा ? अब तो माईके हो या ससुराल, चारों तरफ लण्ड ही लण्ड दिखाई पड़तें हैं बहन चोद। कुछ भी हो पर मज़ा बहुत आ रहा है ? अपने अब्बू के घर की बेटी हूँ मैं और अब्बू के भाई के घर की बहू हूँ मैं ? चचा जान मेरा ससुर और चची जान मेरी सास ? चचा जान की बेटियां मेरी नन्द। चचा जान के बेटे सब मेरे देवर। हो गया न सबके साथ चुदाई का रिस्ता ? मेरी ससुराल और माईके का एक ही कुनबा है। अब कुनबे के सारे लण्ड मेरे लण्ड हो गए। मैं जिसका चाहूं उसका लण्ड पेलूं अपनी बुर में और कुनबे की सारी बुर मेरे मियां की बुर हो गईं। वो जिसकी चाहे उसकी चोदे बुर । ये है हमारे समाज की खूबसूरती। अब तो मैं सास का भोसड़ा भी चोदती हूँ और नन्द की बुर भी ? ससुर के लण्ड पे भी बैठती हूँ और देवर के लण्ड पे भी ? इसी तरह मेरी अम्मी जान अम्मी होने के साथ साथ मेरी सास भी हैं और अब्बू तो अब्बू के साथ साथ मेरा ससुर भी है। अम्मी का भोसड़ा चोदती हूँ तो अब्बू का लण्ड।
आजकल तो हमारे यहाँ सास का भोसड़ा चोदना एक आम बात है और ससुर का लण्ड तो हर बहू अपनी चूत में घुसेड़ लेती है। अब आप ही बताईये की है कोई ऐसी बुर जिसे मर्द चोद नहीं सकता ? है कोई ऐसा मर्द जिससे मैं चुदवा नहीं सकती ? कोई नहीं ? तो फिर खुल कर सबके साथ चुदाई का मज़ा क्यों न लिया जाए ?
मेरा नाम है अलाला मैं २४ साल की हूँ माशा अल्लाह बड़ी खूबसूरत हूँ और मस्त हूँ हॉट हूँ। मुझे चुदाई का बड़ा शौक है। सबके साथ चुदाई का तो और बड़ा शौक है। मेरे दो भाई जान है और दो भाभियाँ। वे सब हमारी नजदीकी रिश्तेदारों की हैं। इसलिए चोदा चोदी में कोई शर्म या झिझक नहीं होती। शादी के बाद जब मेरी सुहागरात हुई तो उसका इंतज़ाम मेरी दो नंदों ने किया था, सबा और निदा ?
रात को जब मेरे शौहर मुझे चोद कर बाहर निकला तो मेरी दोनों नन्द अंदर घुस गयी.
- नन्द बोली - हाय मेरी भाभी जान कैसा रहा मेरे भाई जान का लण्ड ? पसंद आया तुझे ? खूब ठोंकवाया न तूने लण्ड अपनी चूत में ?
- मैंने कहा - हां खूब ठोंकवाया और मज़ा भी लिया। अब तू बता की क्या करने वाली है ?
- वे दोनों बोली - कहो तो २/३ लण्ड और पेल दूँ तेरी चूत में भाभी जान ?
- मैंने हंसकर जबाब दिया - नेकी की और पूंछ पूंछ ? पेल दे न लण्ड पूंछती क्यों है ? बोल किसका लौड़ा पेलेगी तू मेरी चूत में। अपने बाप का लौड़ा पेल नहीं सकती है तू क्योंकि वह तो पहले से ही पेल रहा है मेरी चूत में ? तेरा भाई जान जो अब मेरा शौहर है वह तो अभी पेल कर गया है लण्ड ?
- सबा ने कहा - तो मैं अपने शौहर का लण्ड पेल दूँ तेरी बुर में ? निदा के मियां का लौड़ा घुसा दूँ मैं तेरी चूत में भाभी जान ?
- अच्छा तो क्या आज ही तू सारे लौड़े पेल देगी मेरी चूत में की कल के लिए भी कुछ स्टॉक में रखेगी ?
- निदा बोली - अरे भाभी जान, कल का क्या भरोषा ? कल तो मेरा शौहर मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा। सबा का शौहर मेरी भाभी की बुर लेगा, मेरा शौहर मेरी खाला भोसड़ा चोदेगा और तेरा शौहर मेरी नन्द की बुर चोदेगा ?
- हाय दईया तुम लोगों ने तो बड़ी दूर तक चुदाई का इंतज़ाम कर रखा है।
- हां भाभी जान, हम दोनों हर रोज़ चुदाई का प्रोग्राम बनाती है और फिर उसी तरह सबकी बुर में लण्ड पेलती हैं। सबकी बुर चुदाना हम दोनों की जिम्मेदारी होती है। यह जिम्मेदारी बदलती रहती है.कभी अम्मी जान जिम्मेदार बन जाती है और सबकी बुर चुदवाती हैं, कभी भाभी जान सबकी बुर चुदवाने का जिम्मा लेतीं हैं, कभी मेरी खाला और उसकी बेटी। इस तरह रात में चुदाई की जिम्मेदारी किसी न किसी को उठानी पड़ती है तभी आता है चुदाई में ज़न्नत का मज़ा। इस तरह चुदाई का मज़ा सबको रात भर आता है भाभी जान ?
दूसरे दिन शाम को भी बड़ी हंसी मजाक हो रही थी। मेरी सास भी थी, सास की बहन भी थी और मेरी दोनों नन्द भी थीं। मेरी सास का नाम है अनारा बेगम।
मैंने कहा - सासू जी अभी तक तो तुम मेरी चची जान थीं और अब मेरी सास बन गयी हो। मैं तो सास का भोसड़ा चोदूँगी। सास की गांड में लण्ड ठोंका करूंगी।
वह बोली - अच्छा तो क्या तेरी सास बैठी बैठी अपनी झांटें उखाड़ेगी ? वह भी अपनी बहू की बुर में लण्ड पेलेगी। तेरी सास बहुत बड़ी छिनार है बहू रानी ? पता नहीं किस किस के कितने लण्ड तेरी चूत में उतार देगी, हरामजादी ? तेरी चूत क्या तेरी माँ की चूत भी फट जाएगी ?
मैंने कहा - सासू जी, तेरी बेटियों की माँ का भोसड़ा ? और तेरी बहू की नन्द की चूत ? मैं इस घर के लिए नई नहीं हूँ। सबके लण्ड पहचानती हूँ और सबकी बुर भी देख चुकी हूँ। अब मुझे मौक़ा मिला है। अब मैं बनाऊंगी सबकी चूत का भोसड़ा ?
मेरी बात पर सब हंसने लगी।
अगले दिन से मैं सामूहिक चुदाई में शामिल हो गयी। मेरा शौहर अपने काम पर जा चुका था। रात को मेरी नन्द सबा ने कहा भाभी जान आज से तुम हम सबके साथ ही सोओगी। मैंने मन में सोंचा की मेरा शौहर चला गया है तो कोई बात नहीं रात में कोई न कोई तो मुझे चोदने वाला मिल ही जायेगा। मैं इस घर के रीति रिवाज़ अच्छी तरह जानती थी इसलिए मुझे न कोई शर्म थी और न कोई झिझक। मैं सबसे खुल कर बोलती थी और बोलती रहूंगी। रात को हम सब एक कमरे में इकठ्ठा हो गए। मैं थी, मेरी सास, मेरी जेठानी, मेरी नन्द सबा। हम सब बातें करने लगीं तब तक मेरी फुफिया सास का बेटा अयूब आ गया। खाला सास का बेटा अदब आ गया. मेरा चचा जान जो अब मेरा ससुर था पड़ा और आखिर में मेरी ससुर भी आ गया।
मुझे ससुर से तो कोई पर्दा ही नहीं। पर्दा क्या वह तो भोसड़ी का मुझे मेरी शादी के पहले से चोद रहा है । पहले चचा की हैसियत से चोदता था अब ससुर की हैसियत से चोदेगा। बाकी तीनो लोगों के लण्ड से मैं परिचित नहीं थी. मुझे उनके लण्ड देखने की बड़ी इच्छा थी । इतने में सास ने अपना हाथ बढ़ाया और अपनी बहन के बेटे के लण्ड पर रख दिया। वह बड़े अदब से अदब का लण्ड पाजामा के ऊपर से ही सहलाने लगी और बोली बेटा अदब तेरा लौड़ा तो अभी से खड़ा हो गया है। वह बोला अरे खाला जान आजकल मेरा लौड़ा खड़ा ही रहता है। जबसे मेरी नई भाभी आई है तबसे मेरा लौड़ा खड़ा ही है। खाला ने उसका नाड़ा खोल कर हाथ अंदर घुसेड़ दिया। उधर मेरा ससुर मेरी जेठानी की चूँचियाँ मसलने लगा और जेठानी उसका लौड़ा सहलाने लगीं, मेरी नन्द अपने ही ससुर से चिपक गयी और अपनी चूँचियाँ उसकी छाती पे चिपका दीं। वह ससुर का लण्ड टटोलने लगी और ससुर उसकी चुम्मियाँ लेने लगा। मेरी नज़र अयूब के लण्ड पर जा टिकी। मैंने सोंचा चलो मैं अयूब का लण्ड खोलकर देखती हूँ की वह कितना बड़ा और कितना मोटा है ?
धीरे धीरे एक एक करके सबके लण्ड बाहर आने लगे और उधर एक एक करके सबके कपड़े भी उतरने लगे। बड़े स्तन देख कर मस्त हो गयी। उसका चिकना भोसड़ा देख कर तो मज़ा ही आ गया। उसके हाथ में पराये मरद का लौड़ा देख कर तो और ज्यादा मज़ा आया। वह बड़े प्यार से नंगी नंगी अदब का लौड़ा आगे पीछे कर रही थी उसे चूम रही थी, चाट रही थी. मेरी जेठानी भी अब तक नंगी हो चुकी थी। उसकी मस्त जवान चूँचियाँ बेहद खूबसूरत लग रहीं थी और उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत तो गजब की थी। उसी को मेरा ससुर चाट रहा था और उसका लौड़ा जेठानी के मुंह में घुसा हुआ था। ये सब देख कर मैं और उत्तेजित हो गयी। मेरी नन्द बुर चोदी अपने ससुर का लण्ड एक खिलौने की तरह बड़े प्यार से हिला रही थी. मेरा ससुर मादर चोद मेरी ही बुर नहीं बल्कि कुनबे में सबकी बुर लेता है। अपनी बहू बेटियों की भी बुर लेता है। मेरे सामने मेरी नन्द अपने ससुर का लण्ड ऐसे चूस रही थी जैसे लण्ड उसके देवर का हो ? मैं भी नंगी नंगी अयूब का लण्ड बड़े गौर से देख रही थी। चारों तरफ घुमा घुमा कर देख रही थी। वह बहन चोद था तो 21 साल का पर लौड़ा 45 साल का लग रहा था। मोटा तगड़ा लौड़ा पाकर मैं मगन हो गयी। मैं लण्ड से प्यार करने लगी उसे चूमने पुचकारने लगी, जबान से उसका लौड़ा चाटने लगी और पेल्हड़ भी चाटने लगी।
मुझे शौहर के जाने का कोई ग़म नहीं था। यहाँ तो लण्ड ही लण्ड हैं। मेरी चुदाई का सिलसिला चलता रहेगा। अयूब मेरी बुर चाटने लगा और मैं उसका लौड़ा हिला हिला कर मज़ा लेने लगी। अयूब को मुझे नंगी देख कर इतना जोश आया की उसने फटाक से लौड़ा मेरी चूत में घुसा दिया और बोला भाभी जान तेरी ऐसी मस्तानी बुर चोदने में बड़ा मज़ा आएगा। मैं पहले एक बार इसे चोद लूं बाकी के काम बाद में करूंगा। उसका मोटा लौड़ा मेरी चूत में तहलका मचाने लगा। अंदर तक घुस कर चोट करने लगा, मेरी चूत छटपटाने लगी बुर चोदी। मैं बुर से बोली - अभी तक लण्ड के लिए मचल रही थी तू और जब लण्ड मिला तो चुद गयी तेरी माँ ? फट गई तेरी गांड। मैंने अपनी बुर से फिर कहा - देख लिया तूने मोटा लण्ड ? चुदा ली न अपनी माँ। लण्ड लण्ड चिल्ला रही थी तू अब क्या हुआ ? निकलने लगा न तेरे मुंह से पानी ? ढीली हो रही न तू मादर चोद ? मैं जिस तरह से अपनी बुर से बतला रही थी वो सबने सुना और सबने मज़ा लिया।
उधर मेरी खाला सास का बेटा मेरी सास के ऊपर चढ़ा हुआ था। उसका लण्ड सास के भोसड़ा में घुसा हुआ था। सास बोल रही थीं बेटा चोद लो अपनी माँ की बहन का भोसड़ा ? फाड़ डालो मेरा भोसड़ा। ये भोसड़ा साला लण्ड जब देख लेता है एकदम पागल हो जाता है। तेरा लण्ड बड़ा हलब्बी है और मेरा भोसड़ा चोद अच्छी तरह चुद रहा है। हाय अल्लाह मुझे तो बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे और पटक पटक के घचाघाच चोदो। मेरे बगल में मेरी जेठानी मेरे ससुर से चुदवाने में जुटी थीं। उसे तनिक भी शर्म नहीं थी की मैं उसकी बेटे की बीवी हूँ और उससे चुदवा रही हूँ। उसे कोई मलाल नहीं था की बेटे की बीवी उसके बाप से चुदवा रही है। मैंने पूंछा तो वह बोली अरे यार देखो जो मुझे चोदता है वो मेरा देवर हो जाता है। मुझे जब मेरा अब्बू चोदता है तो मैं उसे अपना देवर बना लेती हूँ। मेरा भाई जान का लौड़ा भी मेरे देवर का लौड़ा बन जाता है जब वह मुझे चोदता है। मैं हर उस आदमी की भाभी हूँ जिसका लण्ड मेरे हाथ में होता है, मेरे मुंह में होता है, मेरी बुर में होता है।
जेठानी के ये बात मुझे बहुत अच्छी लगी। इसी तरह मेरी बुर चोदी नन्द अपने ससुर से भकाभक एक रंडी की तरह चुदवा रही थी। मैं देख रही थी। मुझे लगा ससुर भी जितनी मस्ती से अपनी बहू की बुर चोद रहा था उतनी मस्ती से उसने कभी अपनी बीवी भी नहीं चोदी होगी। हम चारों चुदवाने में एक से एक बढ़कर निकली। कोई किसी से कम नहीं थी। मैं इस बात से खुश थी की मेरी ससुराल भी चुदाई के मामले बिलकुल वैसे ही है जैसे की मेरा माईका। मतलब ये की हाना भी चोदाओ और वहां भी चुदाओ। मेरे लिए ससुर का लण्ड छोड़ कर बाकी तीनों लण्ड नए थे। मुझे नए नए लण्ड से चुदवाने का चस्का लगने लगा था। मैं जिस मरद को देखती तो मेरा अंदर उसका लौड़ा पकड़ने की तमन्ना होने लगती।
कुछ देर बाद अदब और अयूब ने खेल मजे दार कर दिया। अयूब ने लण्ड मेरी बुर से निकाल कर मेरी सास की बुर में घुसा दिया। और अदब ने लण्ड सास की बुर से लण्ड निकाल कर मेरी बुर में पेल दिया। सास की बुर चोदने वाला बहू की बुर चोदने लगा और बहू की बुर चोदने वाला सास का भोसड़ा। हमारे समाज में इस तरह
एक दिन मेरी अम्मी का फोन आ गया और मैं कुछ दिन के लिए अपने माईके वापस आ गयी। मुझे देखते ही मेरा खालू अम्मी जान से बोला - अरे वाह अलाला तो बहुत खूबसूरत हो गयी है, भाभी जान, देखो न इसका बदन कितना गदरा गया है। इसके बूब्स भी बड़े बड़े हो गएँ हैं। अम्मी जान ने कहा हां ये तो होना ही था। ससुराल में जब लण्ड पे लण्ड चढ़ाई करतें है तो चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो ही जातीं हैं और चूत भी चबूतरा बन जाती है।
तब तक मेरी खाला की बेटी सरारा आ गयी वह बोली - और गांड भी मोटी हो जाती है, खाला जान जैसे मेरी मोटी हो गई है। मैं समझ गयी की सरारा बुर चोदी अपनी ससुराल से खूब चुदवाकर आई है। इन बातों से मैं भी मूड में आ गई। मैंने पूंछा अच्छा ये बता सरारा तू बहन चोद किस किस से चुदवाकर कर आयी है ? वह बोली - यार सच बताऊँ आज रात को तो मुझे मेरी भाभी जान के भाई ने चोदा और तीन बार चोदा। उधर मेरे सामने ही मेरा शौहर ने भाभी जान की बुर तीन बार चोदी। हम दोनों ने रात भर चुदाई का मज़ा लूटा और अब तेरे पास आ गयी हूँ। मैंने कहा - अच्छा तो माँ नहीं चुदवाई तूने कल रात को ? वह बोली हां चुदवाई क्यों नहीं ? मेरे ससुर ने मेरी माँ चोदी और मेरे चचा जान में सास का भोसड़ा चोदा ? सरारा चली गई।
रात को मेरी फूफी जान आ गई। साथ में उसकी बहू भी थी। इधर, मेरा अब्बू, मेरा मामू और मेरी खाला का बेटा शोएब था। मैं तो अपने मामू जान से लिपट गयी और कहा यार मामू तू बहुत दिनों के बाद मिला है। मैंने फ़ौरन उसका लौड़ा पकड़ लिया और सबके सामने हिलाने लगी। लौड़ा साला तन कर खड़ा हुआ तो मुझे मज़ा आ गया। मैंने कहा अरे मामू तेरा तो लौड़ा पहले से ज्यादा मोटा हो गया है। मैंने लण्ड गप्प से मुंह में डाला और चूसने लगी वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। उधर मेरे सामने ही फूफी जान खाला जान के बेटे शोएब का लौड़ा हिलाने लगी।
वह बोली - हाय अल्लाह 21 साल की उम्र में ही तेरा तो लौड़ा साला 8" + का हो गया है, बेटा । भोसड़ा चोदने वाला हो गया है तेरा लण्ड, शोएब ?
वह बोला - हां फूफी जान, तभी तो आज मैं तेरा भोसड़ा चोदूंगा। लेकिन भोसड़ा चोदने के पहले मैं तेरी ये बड़ी बड़ी चूँचियाँ चोदूंगा।
उसने लण्ड चूँचियों के बीच पेल दिया। इधर मेरा अब्बू नंगा नंगा फूफी की बहू के ऊपर चढ़ बैठा और घुसेड़ दिया अपना हाथ भर का लण्ड उसकी चूत में। अब्बू को मैं अच्छी तरह जानती हूँ। वह तो लड़कियां चोदने में, सबकी बहू बेटियां चोदने में और सबकी बीवियां चोदने में बड़ा माहिर है। वह भोसड़ी का बेहद बेशर्म है। अपनी बहू बेटियों के आगे नंगा खड़ा हो जाता है। अपना खड़ा लण्ड उनके मुंह में घुसेड़ देता है। लण्ड बहन चोद इतना शानदार है की कोई मना कर नहीं पाती और मजे से चूसने लगती है लण्ड।
इस तरह हम तीनो ने रात भर लण्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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