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दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाता हूँ - Doston se chudwata hun apni biwi
दोस्तों से अपनी बीवी चुदवाता हूँ - Doston se chudwata hun apni biwi , पति ने अपनी पत्नी को चुदवाया , दोस्त ने अपनी खूबसूरत बीबी की चूत दिलाई , बीवी को दिया दूसरे लंड का गिफ्ट , बीबी को दूसरे मर्दों से चुदवाने की तमन्ना , मेरी शर्मीली बीवी की ग्रुप में चुदाई , दोस्त के सामने दोस्त की बीबी ने चुदवाया.
जब मुझे मालूम हुआ की मेरे दोस्त आशीष की बीवी अपने माईके गयी है तो मैंने उसे एक दिन डिनर पर अपने घर बुलाया। वह मेरी बीवी को अच्छी तरह जानता था। मैंने उसे ड्रिंक दी और अपनी बीवी को भी। हम तीनो लोग शराब पीने लगे। मेरी बीवी ड्रिंक्स में मेरा भी साथ देती है और मेरे दोस्तों को भी साथ देती है। मुझे सच में बड़ा अच्छा लगता है जब मेरी बीवी मेरे दोस्तों के साथ बैठ कर शराब पीती है। हम तीनो शराब पी ही रहे थे की इतने में मेरा फोन बज उठा। फोन मेरे बॉस का था। उसने बताया की अजय तुम्हे अभी अर्जेंट एक मीटिंग में दिल्ली जाना है। तुम्हारा एयर टिकट बुक हो गया है तुम फ़ौरन अभी एयर पोर्ट पहुँच जाओ। मैंने कहा ओ के सर मैं अभी पहुँच रहा हूँ। जाते समय मैंने आशीष से कहा - यार देखो मैं जा रहा हूँ और पता नहीं कब वापस आऊंगा। मैं आज अपने सामने तुमसे अपनी बीवी चुदवाना चाहता था पर ऐसा हो नहीं पा रहा है। अभी तुम मेरी बीवी के साथ आराम से शराब पियो फिर मेरे जाने के बाद तुम मेरी बीवी खूब मस्ती से चोदो और रात भर चोदो। मैं आऊं न आऊं पर तुम मेरी बीवी चोदते रहना। मेरी बीवी चुदवाने में बहुत मस्त है। वह न तो कोई ना नुकुर करेगी और न ही कोई नखरा दिखाएगी बल्कि बड़ी मस्ती से तुमसे चुदवा लेगी। मुझे यकीन है की वह चुदवाकर चुदवाकर तुम्हे खुश कर देगी। मैं जब तक न आऊं तब तक तुम उसे हर दिन चोदते रहना ? मेरी बीवी बिना चुदवाये सोती नहीं है।
अजय चला गया। अब आप उसकी बीवी के मुंह से सुनिए :-
मेरा नाम आभा है दोस्तों. मैं अजय की बीवी हूँ। आपने अभी मेरे पति की बातें सुनी। उसे अपनी बीवी चुदाने का बड़ा शौक है। बिरले ही ऐसे लोग होतें है जो अपनी बीवी ख़ुशी ख़ुशी दूसरों से चुदवातें हैं वह भी अपने सामने । मेरा पति उनमे से एक है। अपनी बीवी को खुश रखने का ये सबसे अच्छा तरीका है। मैं अपनी 2 सहेलियों को जानती हूँ जिनके पति भी अपनी बीवी को खुश रखने के लिए अपने सामने अपनी बीवी दूसरों से चुदवातें हैं। मेरा पति जब चला गया तो मैंने आशीष के गले में अपनी बाहें डाल दीं। मैं नशे में थी और बेहद खुश थी। मुझे किसी का डर तो था नहीं और मैं वैसे भी बड़ी बेशर्म हूँ, बोल्ड हूँ। वह बोला - आभा भाभी तुम बहुत खूबसूरत हो मैं तुम्हे बहुत चाहता हूँ। तुमसे प्यार करता हूँ, जाने मन । मैंने कहा - तो फिर चोदो न मुझे मेरे राजा । मुझसे प्यार करते हो तो मेरी चूत से भी प्यार करो. मेरी चूँचियों से भी प्यार करो। मैं पूरी की पूरी तुम्हारी हूँ आशीष। तुम जहाँ चाहो वहां पेल दो अपना लण्ड। वह मेरी चूँचियाँ ऊपर से ही दबाने लगा और मैं भी ऊपर से ही उसका लण्ड दबाने लगी। मुझे एहसास हो गया की लण्ड बड़ा दमदार है।
फिर न मैंने देर की और न उसने। मैंने उसे नंगा किया उसने मुझे नंगी किया। मेरी चूँचियाँ, मेरी चूत, मेरी गांड सब उसके आगे नंगी हो गईं। उधर उसका नंगा लण्ड मेरे सामने तन कर खड़ा हो गया। मैंने अपनी पर्श से इंची टेप निकाला और लंड का साइज नापने लगी। लण्ड बहन चोद 8" + x 5" + का निकला। मैंने उसकी चुम्मियाँ लीं। पेल्हड़ से सुपाड़े तक खूब प्यार से चूमा और फिर मस्ती से चाटने लगी लण्ड। वह भी मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा और फिर मेरी चूत के साथ साथ मेरी चूँचियाँ सहलाने लगा। निपल्स मसलने लगा। मुझे भी अच्छा लग रहा था और उसे भी। वह मेरी चूत की तरफ घूम गया और मेरी बुर चाटने लगा। आज मुझे बहुत दिनों के बाद पराये मरद के लण्ड का मज़ा मिल रहा था।
कहतें हैं की दुनिया ऐसी कोई बीवी नहीं है जिसने कभी किसी पराये मरद के लण्ड का मज़ा न लिया हो ? मुझे तो मेरा हसबैंड ही कह कर गया है की तुम मेरे दोस्त से चुदवाती रहना जब तक मैं वापस न आ जाऊं ? मुझे तो कोई प्रॉब्लम ही नहीं है क्योंकि मुझे आशीष से चुदवाने की इज़ाज़त मेरे पति ने दे दी है।
एक बात और बता दूँ आपको की मुझे पराये मर्दों के आगे नंगी होने में बड़ा मज़ा आता है। मेरा बस चले तो मैं सारी दुनियां के आगे नंगी खड़ी हो जाऊं। मुझे इस समय आशीष का लौड़ा बहुत ही अच्छा लग रहा था . मेरी नज़र उसके लण्ड से हट ही नहीं थी। वह भी मेरा नंगा बदन देख कर बड़ा मज़ा ले रहा था और मेरे पूरे जिस्म पर हाथ फिरा रहा था। मैं भी उसका लौड़ा अपने पति का लौड़ा समझ कर मज़ा ले रही थी। मुझे आशीष का लण्ड चूसने में अच्छा लग रहा था और वह मेरी बुर चाट रहा था। कुछ देर बाद उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं यही चाहती थी और मैं बड़े मन से आशीष से चुदने लगी। आशीष मुझे पागलों की तरह चोद रहा था। मेरा रोम रोम बड़ी अच्छी तरह से चुद रहा था। वह मेरी उछलती हुई चूँचियाँ देख देख कर और ज्यादा मस्ती से चोदने लगा था। मुझे तो ऐसा ही मर्द चाहिए था जो मुझे हर तरफ से चोदे।
मैं मन में सोंचने लगी की पति हो ऐसा जो अपनी बीवी अपने दोस्तों से चुदवाये। अब देखो की मेरा पति कितनी मस्ती से अपनी बीवी चुदवा रहा है। तब तकआशीष ने मुझे घोड़ी बना दिया और लौड़ा पीछे से मेरी चूत में ठोंक दिया। मुझे पीछे से लण्ड ठोंकवाने में बड़ा अच्छा लगता है। आशीष का लण्ड वास्तव में मुझे बड़ा मज़ा दे रहा था। मैंने कहा हाय मेरे राजा मैं तेरी घोड़ी हूँ तू मेरा घोड़ा। पेल दे पूरा मेरी चूत में लौड़ा। वह मुझे चोदने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहा था। कुछ देर में वह बोला भाभी जी अब मैं निकल जाऊंगा। इधर मैं भी खलास हो चुकी थी। बस मैं घूम गयी और लण्ड मुठ्ठी में लेकर मुंह खोले हुए सड़का मारने लगी। मैं तूफ़ान मेल की तरह सड़का मार रही थी। लण्ड बहन चोद 15 / 16 बार आगे पीछे करने से ही वीर्य मेरे मुंह में उगलने लगा । मैं सारा वीर्य पी गयी और सुपाड़ा चाट चाट कर चमका दिया।
तो दोस्तों आपने देखा की मेरी बीवी आभा ने किस तरह से मेरे दोस्त आशीष से चुदवाया। दो दिन बाद मैं आ गया।
- मैंने पूंछा - आभा ये बताओ की मेरे दोस्त आशीष ने तुम्हे अच्छी तरह चोदा की नहीं ?
- वह बोली - अरे यार उसने मुझे खूब अच्छी तरह चोदा। बड़ा मज़ा आया।
- कितनी बार चोदा उसने तुम्हे ?
- दो दिन तक वह मुझे चोदता रहा। उसने कई बार चोदा मुझे और हर तरफ से चोदा। वह अपने घर गया ही नहीं । बस यह समझ लो की मैंने दो दिन तक कोई कपड़ा नहीं पहना। बस उसके सामने नंगी ही बनी रही।
- उसका लौड़ा कैसा है ? तुम्हे पसंद आया उसका लण्ड ?
- अरे यार बड़ा गज़ब का लौड़ा है उसका। मुझे तो उसके लण्ड से मोहब्बत हो गयी है।
- चिंता न करो वह तुम्हे आगे भी चोदता रहेगा।
ऐसा कह कर मैं चला गया. अब आगे की बात मेरे बीवी से सुनिए :-
मेरे हसबैंड के जाने के बाद मैं उठी और करन की गोद में बैठ गयी। उसके गाल चूमें और उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूँचियों पर रख दिया। वह मेरा इशारा समझ गया। वह मेरी चूँचियाँ हौले हौले दबाने लगा और मेरे गाल चूमने लगा। मेरे होंठ चूमने लगा मेरे बदन पर हाथ फिराने लगा और हाथ अंदर भी घुसेड़ने लगा। करन बोला भाभी जा आप तो पहले से बहुत ज्यादा खूबसूरत हो गयीं हैं। तुम्हारी चूँचियाँ बड़ी हो गईं है और तेरे चूतड़ भी मस्त हैं और गांड भी। मेरी तो तुम्हे देख कर ही तुम्हे चोदने की इच्छा पैदा हो गयी थी। मेरा लौड़ा साला अंदर ही अंदर खड़ा हो गया था। मैंने कहा वॉवो अगर तेरा लौड़ा खड़ा है तो फिर दिखाओ न मुझे। इतनी देर से अपना लौड़ा छिपा कर क्यों रखा है भोसड़ी वाले ? मेरी प्यार बहरी गाली सुनकर वह और जोश में आ गया और खुद ही अपने कपड़े खोल कर नंगा हो गया।
वह अपना खड़ा लण्ड दिखा कर मेरे सामने खड़ा हो गया। लण्ड देख कर मैं खुश भी हुई और मेरी गांड भी फट गयी। क्योंकि ये लौड़ा अब मेरी चूत फाड़ कर ही दम लेगा। मैं सोफा पर नंगी बैठी थी। लण्ड मेरे मुंह के सामने था तो मेरा मुंह अपने आप खुल गया। लण्ड मुंह में हीगप्प से घुस गया और मैं बड़े प्यार से उसे चूसने लगी। अंदर अंदर ही लण्ड के सुपाड़े के चारों ओर जबान फिराने लगी। वह सिस्याने लगा। लण्ड का यही भाग सबसे ज्यादा सम्बेदन शील होता है। मैं दूसरे हाथ से पेल्हड़ थामे हुए थी। झांटें उसकी छोटी छोटी थीं जो सच में बहुत ही सेक्सी और हॉट लग रहीं थीं। मैं तो लण्ड में खो गई। लण्ड से मोहब्बत हो गयी। वह मेरे बूब्स सहला रहा था । फिर मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और उसकी दोनों टांगों के बीच मैं बैठ गयी। मेरी भी टांगें फैली हुई थी। मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया फर अपनी दोनों हाथ की गदेलियों के बीच लण्ड डाला और फर उसे मथानी की तरह मथने लगी। मैं सच में लण्ड का मक्खन निकालना चाहती थी। वह बोला भाभी जा बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरे लण्ड के साथ किसी ने आज तक ऐसा खेल कभी नहीं खेला। तुम तो लण्ड के खेल में बड़ी माहिर हो। तुम्हे तो लण्ड के कई खेल आतें हैं।
मैंने लण्ड मथने की स्पीड बढ़ा दी तो वह अपने आप को रोक नहीं सका। उसकी गांड उठी और इतना जोश आया की लण्ड ने उगल दिया वीर्य।वीर्य की पिचकारी मेरे मुँह में लगी, वीर्य मेरे हाथ में गिरा, मेरी गदेली में गिरा, उसके पेट में गिरा लेकिन मैं हर जगह से अपनी जबान से वीर्य उठा कर चाट गई। मुझे उसके लण्ड का स्वाद बहुत अच्छा लगा। फिर मैं उसे बाथ रूम ले गयी और नहला धुला कर बाहर ले आयी। फिर हम दोनों ने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब जम कर हंसी मजाक किया। करीब एक घंटा के बाद उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं तो चुदाने के तैयार ही बैठी थी। मैं अपनी गांड से जोर लगाने लगी और लौड़ा पूरा का पूरा अंदर लेने लगी। मैंने पूंछा - करन तूने पहले किसी और की बीवी चोदी है ? वह बोला - हां मैंने अपने दो दोस्तों की बीवियां चोदी हैं और हफ्ते में एक बार तो चोद कर ही आता हूँ। आजकल की नई बीवियां बड़े मजे से पराये मर्दों से चुदवा लेतीं हैं और किसी को पता भी नहीं चलता ?
तो देखा आपने मेरे प्यार दोस्तों की मेरी बीवी आभा किस तरह से पराये मर्दों से चुदवाती है। उसे बड़ा मज़ा आता है। मैं जब कहता हूँ की आज तुम मेरे दोस्त से चुदवा लो तो उसे लगता है की जैसे उसकी लॉटरी खुल गयी है। वह सच में बहुत खुश हो जाती है। एक दिन और मैंने अपने दोस्त ज़फर को बुला लिया। वह मुस्लिम था और मेरी उम्र का था। मैंने उसे अपनी बीवी आभा से मिलवाया और काह ये मेरा दोस्त है पक्का ददोस्त है मगर मुस्लिम है। वह बोली कोई बात नहीं। देखने में तो नहीं लगता की ये मुस्लिम है क्योंकि इसकी न तो दाढ़ी है और न टोपी। हम तीनो फिर दारू पीने लगे। ज़फर और मेरी बीवी की पहली मुलकात थी तो मैंने सोंचा की ये दोनों अभी खुले नही हैं। इनकी शर्म ख़तम करने के लिए मुझे कुछ करना पड़ेगा।
मैंने कहा - यार ज़फर ये बताओ तुमने कभी किसी और की बीवी चोदी है ?
मेरी बीवी बोली - अरे वाह क्या इतना आसान है दूसरों की बीवियां ,,,,,,,,,,,,,, ?
वह बोला - अरे भाभी जान हमारे समाज में चोदा चोदी बहुत आसान है। रात में कोई भी किसी की भी बीवी चोद लेता है और कोई बुरा नहीं मानता क्योंकि ये सब मेरे समाज में जायज़ है।
मैंने कहा - तो तुम लोग अपनी खाला फूफी बहन को भी चोद लेते हो ?
वह बोला - हां बिलकुल चोद लेते हैं और खुल्लम खुल्ला चोद लेते हैं। वह फिर बोला बुरा न मानना मैं एक बात बताऊँ आपको हम लोग तो एक दूसरे की जवान बेटियां भी चोद लेते हैं।
मुझे कुछ कुछ तो मालूम था मगर आज अच्छी तरह मालूम हो गया। मेरी बीवी को तो पहली बार ये सब मालूम हुआ तो वह बहुत उत्तेजित हो गयी। मैंने मन में कहा की अब मेरा काम हो गया।
इस बार फिर मुझे किसी अर्जेंट काम से जाना पड़ा। मैंने ज़फर से कहा यार एक बात ध्यान से सुनो। आज मैंने तुम्हे अपनी बीवी चोदने के लिए बुलाया था पर मैं जा रहा हूँ हो सकता है की मैं कल आऊं या फिर परसों। मैं जब तक नहीं आता तब तक तुम मेरी बीवी मेरे घर में ही चोदो । जितनी बार मन हो उतनी बार चोदो और जैसे चाहो वैसे चोदो। वह कभी मना नहीं करेगी और तुम्हे पूरा मज़ा देगी। यह मेरा तुमसे वादा है। बस मैं चला गया।
अब आगे की बात मेरी बीवी से :-
दोस्तों मैं तो चाहती ही थी की मेरा हसबैंड किसी तरह बाहर जाए और मैं ज़फर से चुदवाने का काम शुरू करूं। एक बात और मैंने कभी मुस्लिम लण्ड देखा नहीं है। आज देखने के मौक़ा मिल रहा है इसलिए मैं बहुत उत्सुक थी। हम दोनों ने जल्दी जल्दी अपना अपना शराब का पैग ख़तम किया और एक दूसरे से चिपक गए। उसने मुझे मुझे चिपका लिया और मैंने उसे। फिर मैं उसके कपड़े उतारने लगी और वह मेरे कपड़े। मैं पहले नंगी हुई। वह मुझे नंगी देख कर मस्त हो गया। मेरी बड़ी बड़ी चूँचियाँ चिकनी चूत और उभरे हुए चूतड़ सब कुछ देख कर उसका जोश बढ़ गया। तभी मैंने भी उसे नंगा किया। उसका लौड़ा खुला तो मेरा मुंह खुल गया। लण्ड बहन चोद एक अलग तरह का नज़र आ रहा था। उसका चिकना सुपाड़ा एकदम बाहर निकला था। लण्ड गोरा गोरा एकदम तना हुआ सपाट था और उसके ऊपर था लाल लाल टमाटर जैसा सुपाड़ा। मैं तो मंत्र मुग्ध हो गयी लण्ड देख कर। मेरे पकड़ते ही लण्ड और तन कर खड़ा हो गया। खड़े होने पर लण्ड सच में बड़ा खूबसूरत लग रहा था और मैं उस पर मर मिटी।
मुझे नहीं मालूम था की मुस्लिम लण्ड इतना हैंडसम होता है। मैं लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी और वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा। उसके बाद जब उसने लण्ड मेरी चूत में पेला तो मुझे ज़न्नत का मज़ा आने लगा। उसका लौड़ा साला चारों तरफ से चिपक कर चूत में घुस रहा था। फिर क्या मैं मस्त हो के धकाधक चुदवाने लगी। मुझे ज़फर से चुदवाने में सबसे ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं ठान लिया की अब जब भी मुझे कोई मौक़ा मिलेगा तो मैं मुस्लिम लण्ड से जरूर चुदवाऊंगी। ज़फर में मुझे २/३ दिन तक खूब अच्छी तरह चोदा और जब मेरा हसबैंड आया तब भी वह मुझे चोद रहा था।
तो दोस्तों आपने देखा मेरी बीवी कितनी मस्ती से पराये मर्दों से चुदवाती है। आप सोंच रहें होंगें की मैं किस तरह का आदमी हूँ जो अपनी बीवी अपने दोस्तों से बेहिचक चुदवाता है। तो अब मैं आपको अपनी असलियत बताता हूँ। मुझे दोस्तों की बीवियां चोदने का बड़ा शौक है। इसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ। मैं दूसरों की बीवियां पटाने में बड़ा माहिर हूँ। और जब मुझे किसी की बीवी पसंद आ जाती है तो मैं उसे पटा लेता हूँ और उसे चोदने का प्लान बना लेता हूँ। मुझे आशीष की बीवी रोली पसंद आ गयी थी। वह मेरी बीवी से ज्यादा सुन्दर है और उसकी चूँचियाँ भी मेरी बीवी से बड़ी हैं। बस मैंने सोंच लिया की मैं इसे एक दिन चोदूंगा जरूर। एक बात तो तय है की खूबसूरत बीवियां पराये मर्दों से बहुत जल्दी चुदवाने लगतीं हैं। मैंने इसी बात का फायदा उठाया और रोली भाभी को पटा लिया। वह बोली अजय मेरा हसबैंड जिस दिन बाहर जायेगा उसी दिन मैं तुमसे चुदवा लूंगी। मैंने कहा ठीक है मैं तेरे हसबैंड को बाहर भेज देता हूँ। तब मैंने आशीष को अपने घर बुलाया और उसे मेरी चोदने का न्योता दे दिया। वह मान गया और मैं फिर सीधे रोली भाभी के घर पहुँच गया। बॉस का फोन तो बहाना था। वास्तव में मैंने रोली भाभी से कहा था की तुम मुझे एक मिस्ड कॉल दे देना बाकी मैं देख लूँगा। इस तरह आशीष जब मेरे घर में मेरी बीवी चोद रहा था तो मैं उसके घर में उसकी बीवी रोली की बुर में लंड पेले हुए था। मैं जब तक उसके घर में रहा तब तक रोली को नंगी ही रखा। उसे कपड़े नहीं पहनने दिया। मैंने उसकी बुर चोदी, मुंह चोदा, चूँची चोदी और गांड में भी लण्ड पेला। मुझे आशीष की बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आया.
इसी तरह जब करन मेरी बीवी चोद रहा था तो मैं उसकी बीवी कामिनी की बुर चोद रहा था। कामिनी भी रोली की ही तरह सुन्दर और चुदक्कड़ बीवी है। उसने मुझे और मेरे लण्ड को खूब मज़ा दिया। उसने मेरे लण्ड की फोटो भी ली और अपनी दोस्तों को भेज भी दिया। अब मेरे पास उन सब फोन आने लगे हैं। मैं अगल हफ्ते कई बीवियां चोदने वाला हूँ।
ज़फर की बीवी फ़िरोज़ा ने तो मुझसे कई बार चुदवाया। दिन रात चुदवाया। खूब खुलकर चुदवाया। उसने अपनी बहन की भी बुर मुझे दिलवाई। फिर आखिरी दिन उसने कहा भाई जान अब तुम मेरी नन्द की भी बुर चोद लो। उसने जब से तेरा लण्ड देखा है तबसे वह तुमसे चुदवाने के लिए बेताब है। तब मैंने उसकी नन्द की बुर उसी के सामने चोदी।
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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