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मेरा पति मुझे चुदवाने लगा - Mere pati ne chudne ki puri chhut di hai
मेरा पति मुझे चुदवाने लगा - Mere pati ne chudne ki puri chhut di hai, पति ने कराई मेरी चूत की चुदाई, Pati Ne Karayi Meri Chut Ki Chudai, मुझे खूब चोदा, गैर मर्द के लंड से चुदने के ख्यालों से ही रोमांचित हो रही थी.
मेरे पति को दूसरों की बीवियां बहुत अच्छी लगती थी। रात को चोदता मुझे था लेकिन बात दूसरों की बीवियों की करता था। मुझसे कहता था की तुम मुझे दूसरे की बीवी चोदने के कहानी सुनाओ और तुम किसी और से चुदवाने की कहानी सुनाओ ? तब मैं तुम्हे और अच्छी तरह से चोदूंगा ? बस मैं उसी दिन से जब वह मुझे चोदता तब मैं कोई न कोई मन गढंत झूंठी कहानियां सुनाने लगती। मैंने देखा की कहानी सुनते ही उसका लौड़ा और सख्त हो जाता है तब मुझे भी चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है। मैं और मस्त मस्त झूंठी कहानियां बना बना कर सुनाने लगी। मैं लण्ड पकड़ कर कहानी सुनाने लगी :-
"मेरी एक सहेली है सुनीता। एक दिन उसने मुझसे कहा यार स्वेता मैं तेरे पति का लण्ड पकड़ना चाहती हूँ। मैं बहुत दिनों से यह बात तुमसे कहना चाहती थी लेकिन हिम्मत नहीं होती थी। आज मैंने अपने दिल की बात कह दी है। बुरा मत मांनना ? मैंने कहा बुरा बिलकुल नहीं मानूंगी अगर तुम भी मुझे अपने पति का लण्ड पकड़ाओ ? वह कहने लगी हां हां बिलकुल पकड़ा दूँगी ? मेरा पति तो दूसरों की बीवियों को लौड़ा खूब पकड़ाता है ? मैंने कहा तो फिर तुम मेरे घर कल अपने पति को लेकर आ जाओ। वह आ गयी। मैं उसके पति को देखने लगी और वह मेरे पति को। तुम उसकी बीवी देखने लगे और वह तेरी बीवी देखने लगा। सुनीता ने थोड़ी देर में अपना हाथ तेरे लण्ड पर रख दिया और मैंने अपना हाथ उसके लण्ड पर रख दिया। फिर मैं उसका लण्ड चूसने लगी और वह तेरा लण्ड चूसने लगी। (मेरी बातें सुनकर उसका लण्ड वाकई सख्त हो गया ) थोड़ी देर में उसने मेरी चूत में अपना लण्ड पेल दिया और मैं उससे चुदवाने लगी। उधर तुमने सुनीता की बुर में लण्ड घुसा दिया और उसे भकाभक चोदने लगे ? तुम्हे सुनीता की बुर अच्छी लग रही थी और उसे मेरी बुर ? अब यह तेरा लण्ड मेरी बुर में नहीं सुनीता की बुर में घुसा हुआ है। और मेरी बुर में तेरा लण्ड नहीं सुनीता के आदमी का लण्ड घुसा हुआ है। तुम उसकी बीवी चोद रहे हो वह तेरी बीवी चोद रहा है। मैं उसके पति से चुदवा रही हूँ वह मेरे पति से चुदवा रही है। तुम मेरे सामने उसकी बीवी चोद रहे हो मैं तेरे सामने उसके पति से चुदवा रही हूँ । मैं उसका झड़ता हुआ लण्ड चाट रही हूँ सुनीता तेरा झड़ता हुआ लण्ड चाट रही है"
मैंने देखा की मेरी झूंठी कहानी से उसके लण्ड में बड़ी ताकत आ गयी। वह मुझे पूरे जोश से चोदे चला जा रहा है। मेरा भी जोश बढ़ गया। मैं भी गचागच चुदवाये जा रही हूँ । दूसरे दिन फिर रात को मेरे पति ने कहा स्वेता कोई कहानी सुनाओ न ? मैं फिर सुनाने लगी :-
"हाय दईया कितना मोटा लौड़ा है तेरा अरुण ? मेरी तो चूत ही फट जाएगी। वह बोला नहीं स्वेता भाभी मैं संभल कर चोदूंगा लेकिन तेरी चूत इतनी टाईट है की चोदने में मेरी गांड फटी जा रही है। समीर (मेरा पति) हंस पड़ा। उसकी बीवी अरुणा बोली हाय स्वेता तेरे पति का लौड़ा तो मेरे पति के लौड़े से ज्यादा मोटा है ? लगता है की मेरी चूत में घुस कर मेरे मुंह से निकला आएगा तेरे पति का लण्ड स्वेता ? मैं अरुण से चुदवा रही हूँ और अरुणा तुमसे चुदवा रही है। ? वह तेरे लण्ड से मोहब्बत करती है। मै अरुण के लण्ड से मोहब्बत करती हूँ। उसे तुमसे चुदवाने में मज़ा आ रहा है और मुझे उससे चुदवाने में ? मैं तेरा लौड़ा उसकी बीवी की बुर में घुसते हुए देख रही हूँ तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है और तुम मेरी बुर में उसके मियां का लौड़ा घुसते हुए देख रहे हो तो तुम भी खूब मज़ा लूट रहे हो ? जितनी जोर से वह मुझे चोद रहा है उतनी ही जोर से तुम उसकी बीवी चोद रहे हो ? थोड़ी देर में उसने मेरी चूंचियों में लौड़ा पेल दिया और फिर तुमने भी लौड़ा उसकी बीवी की चूंचियों के बीच घुसेड़ दिया। तुम उसकी चूंचियां चोदने लगे वह मेरी चूंचियां चोदने लगा ? हाय रे इतना मज़ा तो मुझे पहले कभी नहीं आया ? और चोदो मुझे मेरे राजा ? भोसड़ी के पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे ? अरुण बोला यार समीर तेरी बीवी की बुर बहुत अच्छी है मैं तेरी बीवी रात भर चोदूंगा तो तुमने कहा हां चोदो न मेरी बीवी और मैं भी तेरी बीवी रात भर चोदूंगा, क्योंकि उसकी बुर मुझे बहुत मज़ा दे रही है ? हाय दईया अब मैं क्या बताऊँ की मैं उसके लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ और वह तेरे लण्ड की दीवानी हो गयी है"
मैं जैसे जैसे कहानी के लण्ड बुर चूत चूंची गांड आदि बोलती गयी वैसे वैसे उसका लण्ड और सख्त होता गया। वह और जोर से चोदता गया और फिर मुझे यकीन हो गया मेरे पति को अदला बदली की कहानियां बहुत पसंद है। इस बार भी हम दोनों को चुदाई में खूब मज़ा आया ? तीसरे बार जब वह मुझे चोदने के लिए तैयार हुआ तो बोला स्वेता तुम शुरू हो जाओ ? मैंने लण्ड हिलाते हुए कहा :-
"एक दिन तुम्हारा दोस्त काके अपनी बीवी काजल के साथ आ गया। उसकी बीवी बड़ी सुन्दर थी तो उसे देखते ही तुम्हारी नियत ख़राब हो गयी। तुमने मन में ठान लिया की आज मैं इसकी बुर चोदूंगा। इधर मेरा भी दिल काके पर आ गया। मैं भी उसका लण्ड चूसना चाहती थी। फिर हमने सबको ड्रिंक्स सर्व की और हम सब दारू पीने लगे। थोड़ा नशा चढ़ा तो तुमने काके से कहा यार काके आज तुम मेरी बीवी चोद लो। काके बोला नहीं यार तुम मेरी बीवी चोद लो ? उसकी बीवी काजल यह सुनकर मुस्कराने लगी। दोनों एक दूसरे से कहने लगे तुम मेरी बीवी चोदो, तुम मेरी बीवी चोदो ? तब तक काजल ने तेरे लण्ड पर हाथ मार कर कहा अरे भोसड़ी वालों पहले अपना अपना लण्ड तो खोल कर दिखाओ ? वह तुम्हारा लण्ड खोलने लगी और मैं काके का लण्ड ? जब दोनों लण्ड बाहर निकले तो फिर माहौल ही बदल गया। काजल तो बुर चोदी एकदम नंगी होकर तेरा लण्ड चाटने लगी और मैं काके का लण्ड नंगी नंगी चाटने लगी। तुम काजल की चूंचियां सहलाने लगे और काके मेरी चूंचियां। तुमने थोड़ी देर में काजल की बुर में लौड़ा घुसा दिया। काके ने भी लौड़ा मेरी बुर में ठोंक दिया। तुम काके की बीवी चोदने लगे और काके तेरी बीवी चोदने लगा। मैं अपनी गांड उठा उठा के काके से चुदवाने लगी और उसकी बीवी काजल अपनी गांड उठा के तुमसे चुदवाने लगी। तुमने कहा यार काके देखो न अपनी बीवी चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदने में कितना मज़ा आ रहा है ? वह बोला हां यार इसीलिए मैं जहाँ जाता हूँ वहां से अपनी बीवी चुदवा कर आता हूँ। कल मैंने अपनी बीवी रोहित से चुदवाई ? परसों विकी से चुदवाई थी। मैंने कहा यार मैं तो आज कल रोज़ ही अपनी बीवी चुदवा रहा हूँ। तुम धकाधक चोदो मेरी बीवी की बुर जैसे मैं तेरी बीवी की बुर चोद रहा हूँ "
मेरी कहानी सुनकर समीर को बहुत जोश आ गया वह तो मस्ती से भकाभक मुझे चोदने लगा और मैं भी चुदा चुदा कर मस्त होने लगी।
सच बताऊँ दोस्तों, "बीवियों की अदला बदली" की कहानी भले ही झूंठी हो मगर उसे बीवियों के मुंह से सुनकर चोदने और चुदवाने में मज़ा बहुत आता है। आप भी कभी try करके देखिये ?
एक दिन मैं एक मॉल में घूम रही थी तो वहां मुझे एक पुरानी सहेली आरती मिल गयी। उससे बात चीत होने लगी। उसने बताया की मेरा घर पास में ही है चलो मैं तुम्हे वहीँ चाय पिलाती हूँ। मैं उसके साथ उसके घर चली गयी। उसने फिर साफ़ साफ़ पूंछा स्वेता अब बोलो चाय पियोगी की व्हिस्की। मैंने भी हंस कर कहा व्हिक्सी। बस हम दोनों दारू पीने लगीं। पीते पीते उसने कहा यार स्वेता देख मेरी शादी के ३ साल हो गए हैं। एक साल तक तो मैं एन्जॉय करती रही लेकिन दूसरे साल से मैं बोर होने लगी। वही लण्ड, वही चूत, वैसी ही चुदाई, वैसी ही गांड, वैसी ही चूंचियां ? यार हम दोनों बोर होने लगे। मेरा पति जब मुझे चोदने लगता तो वह दूसरों की बीवियों के नाम लेता ? इधर मैं भी पराये मर्दों के लण्ड के बारे में सोंच सोंच कर चुदवाने लगती। एक दिन मेरा पति बोला यार आरती कब तक मैं एक ही चूत रोज़ रोज़ चोदता रहूँगा ? कोई दूसरी चूत हो तो मज़ा भी आये ? मैंने भी कहा हां यार कहाँ तक मैं एक ही लण्ड से रोज़ रोज़ चुदवाती रहूंगी ? कोई दूसरा लण्ड हो तो मज़ा आये ?
बस उसी दिन से हम दोनों एक ऐसे कपल की तलास करने लगे जो हमारे साथ चोदा चोदी कर सके ? दोनों एक दूसरे की बीवियां चोदें ? दोनों एक दूसरे के पतियों से चुदवायें ? मुझे सफलता मिल गयी ? मैंने कहा यार आरती अब आगे की कहानी तुम मुझे नहीं बल्कि मेरे पति को सुनाओ तो अच्छा होगा ? वह भोसड़ी की रोज़ रोज़ मुझसे झूंठी कहानी सुन कर मुझे चोदता है। तुम बिलकुल खुल कर उसे अपनी सच्ची कहानी सुनाओ ? ताकि वह भी अपनी बीवी चुदवाकर दूसरों की बीवियां चोदने लगे। देखो शरमाना नहीं खुल कर सब कुछ बोलना। मैंने कहा मैं सब कह दूँगी तुम चिंता न करो स्वेता ? मैंने कहा यार मैं उसे यही बुला लेती हूँ। तुम खुल कर सुनाओ अपनी सच्ची कहानी ?
आधे घंटे में मेरा पति समीर आ गया। मैंने उसे आरती से मिलवाया तो वह बड़ा खुश हुआ। वह भी हमारे साथ दारू पीने लगा। मेरे पति की नज़रें आरती की बड़ी बड़ी चूंचियों पर टिकी हुई थीं।
आरती भी बुर चोदी बात करते करते अपनी चूंची बार बार दिखा रही थी। वह बोली समीर भाई साहेब देखो मैंने टोका यार मेरे पति का नाम समीर है, उसे भाई साहेब न कहो। उसे भोसड़ी का मादर चोद समीर कहो। मैं उसकी शर्म मिटाना चाहती थी। वह बोली हां भोसड़ी के समीर मैं बताती हूँ की मेरे पति ने कैसे दूसरे की बीवी चोदी और मैंने कैसे दूसरे के पति से चुदवाया ? यह मेरी सच्ची कहानी है।
वह मेरे पति का दोस्त था। उसके बगल में उसकी बीवी बैठी थी। हम चारों लोग शराब पी रहे थे। अचानक मेरा पति बोला यार जॉन (वे दोनों क्रिश्चियन थे) आज तुम मेरी बीवी चोदो । मैं तो यह सुनकर गद गद हो गयी। तब तक उसकी बीवी उठी और मेरे पति के लण्ड पर हाथ रख दिया जैसे मैंने अभी तेरे लण्ड पर हाथ रख दिया है। फिर उसने अपनी चूंचियां खोल कर दिखा दी जैसे मैं तुम्हे अपनी चूंचियां खोल कर दिखा रही हूँ। आरती ने वाकई अपनी चूंची नंगी करके मेरे पति को दिखाने लगी। फिर वह मेरे पति की पैंट खोलने लगी जैसे मैं तेरी पैंट खोल रही हूँ। आरती ने वास्तव में मेरे पति की पैंट खोल दी। फिर वह चड्ढी के ऊपर से लण्ड सहलाने लगी जैसे मैं तेरा लण्ड सहला रही हूँ।
मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी की आरती ने मेरे पति को बिलकुल बांध लिया है । लगता है की आज वह ससुरी अपनी बुर चुदवा ही लेगी ? आरती ने कहा फिर उसने मेरे पति की चड्ढी खोल कर लण्ड पकड़ा लिया जैसे मैंने तेरा लण्ड पकड़ लिया है। फिर वह भी नंगी हो गयी जैसे मैं नंगी हो रही हूँ। आरती अपने कपड़े खोल कर बिलकुल नंगी हो गयी। फिर वह भोसड़ी वाली मेरे पति का लण्ड चूसने लगी जैसे मैं तेरा लण्ड चूसने जा रही हूँ। ऐसा कह कर आरती समीर का लण्ड वाकई चूसने लगी। वह आगे बोलने वाली थी तो मैंने कहा हाय दईया फिर उसने तेरे पति का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया होगा और चुदवाने लगी होगी ? वह बोली हां ? मैंने कहा तो फिर तू भी चुदवा कर दिखा न भोसड़ी की आरती ? आरती ने फ़ौरन मेरे पति का लण्ड अपनी बुर में घुसेड़ा और दनादन्न चुदवाने लगी।
इस तरह मेरा पति आखिर कार आरती के चक्कर में फंस गया। वह आरती की चूत चोदने लगा। उसे मज़ा आने लगा। मैं कुछ बोलने जा रही थी उसके पहले वह खुद बोला स्वेता अब जिस दिन आरती का पति आये उसी दिन तुम उसका लण्ड अपनी बुर में पेल लेना। तुम भी इसी तरह उससे चुदवाना जैसे आरती मुझसे चुदवा रही है। मैं भी कपड़े उतार कर उसकी चुदाई में कूद पड़ी। आरती मेरी बुर चाटते हुए मेरे पति से चुदवाने लगी। मेरे हसबैंड की मेरे अलावा यह पहली चूत थी जिसे वह चोद रहा था। मैं भी उसे देख कर मस्त हो रही थी और मन में सोंच रही थी इसी तरह मेरा हसबैंड भी मादर चोद अपनी बीवी चुदवायेगा तब मुझे बहुत मज़ा आएगा।
चुदाई जब खत्म हुई तो हम तीनो बैठ कर बातें करने लगे। समीर ने कहा स्वेता आज मुझे आरती भाभी ने परायी बीवी चोदना सिखा दिया ? मैंने कहा लेकिन मैं तो रह गयी। मैंने तो अभी पराये मरद से चुदवाना नहीं सीखा ? तब तक पीछे से किसी ने कहा मैं तुम्हे सिखा दूंगा पराये मरद से चुदवाना। मैं मुड़ी तो देखा की वह आरती का पति अमर था। बस मैं टूट पड़ी उस पर। उसकी बाहों में समा गयी। मैं उसके सारे बदन पर हाथ फिराने लगी और वह भी मेरे बदन पर। उसने मेरी चूचियाँ पकड़ ली तो मैंने उसका लण्ड ? मैं तो बहन चोद बड़ी बेशर्म हो ही गयी थी। मैं एक एक करके अपने सभी कपड़े खोल डाले और नंगी खड़ी हो गयी उसके सामने। उसकी मेरी चूंची, मेरी चूत, मेरी गांड देखि और मुझसे लिपट गया। फिर मैंने भी उसे नंगा किया। लण्ड हाथ में आते ही मैं उछल पड़ी। क्योंकि लण्ड तो मेरे मियां के लण्ड का टक्कर का था।
बस फिर क्या था ? मैं लण्ड चूसने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा ? मैं मस्त हुई जा रही थी। मेरी चूत भठ्ठी की तरह जल रही थी। मैंने बोली हाय मेरे राजा अब चोदो मुझे। लौड़ा पेलो मेरी चूत में अपना भोसड़ी के ? लण्ड घुसेड़ दो मेरी बुर चोदी चूत में। वह भी ताव में था। उसने भक्क से घुसा दिया लण्ड और मैं एक रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं पहली बार अपने पति के सामने किसी और के पति से चुदवा रही थी। यह मेरे लिए बहुत अब्दी बात थी और यही मैं चाहती थी। उस दिन मैं दुआ करने लगी की भगवान करे सभी को ऐसा ही पति मिले जो अपनी बीवी चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदे।
"मेरी एक सहेली है सुनीता। एक दिन उसने मुझसे कहा यार स्वेता मैं तेरे पति का लण्ड पकड़ना चाहती हूँ। मैं बहुत दिनों से यह बात तुमसे कहना चाहती थी लेकिन हिम्मत नहीं होती थी। आज मैंने अपने दिल की बात कह दी है। बुरा मत मांनना ? मैंने कहा बुरा बिलकुल नहीं मानूंगी अगर तुम भी मुझे अपने पति का लण्ड पकड़ाओ ? वह कहने लगी हां हां बिलकुल पकड़ा दूँगी ? मेरा पति तो दूसरों की बीवियों को लौड़ा खूब पकड़ाता है ? मैंने कहा तो फिर तुम मेरे घर कल अपने पति को लेकर आ जाओ। वह आ गयी। मैं उसके पति को देखने लगी और वह मेरे पति को। तुम उसकी बीवी देखने लगे और वह तेरी बीवी देखने लगा। सुनीता ने थोड़ी देर में अपना हाथ तेरे लण्ड पर रख दिया और मैंने अपना हाथ उसके लण्ड पर रख दिया। फिर मैं उसका लण्ड चूसने लगी और वह तेरा लण्ड चूसने लगी। (मेरी बातें सुनकर उसका लण्ड वाकई सख्त हो गया ) थोड़ी देर में उसने मेरी चूत में अपना लण्ड पेल दिया और मैं उससे चुदवाने लगी। उधर तुमने सुनीता की बुर में लण्ड घुसा दिया और उसे भकाभक चोदने लगे ? तुम्हे सुनीता की बुर अच्छी लग रही थी और उसे मेरी बुर ? अब यह तेरा लण्ड मेरी बुर में नहीं सुनीता की बुर में घुसा हुआ है। और मेरी बुर में तेरा लण्ड नहीं सुनीता के आदमी का लण्ड घुसा हुआ है। तुम उसकी बीवी चोद रहे हो वह तेरी बीवी चोद रहा है। मैं उसके पति से चुदवा रही हूँ वह मेरे पति से चुदवा रही है। तुम मेरे सामने उसकी बीवी चोद रहे हो मैं तेरे सामने उसके पति से चुदवा रही हूँ । मैं उसका झड़ता हुआ लण्ड चाट रही हूँ सुनीता तेरा झड़ता हुआ लण्ड चाट रही है"
मैंने देखा की मेरी झूंठी कहानी से उसके लण्ड में बड़ी ताकत आ गयी। वह मुझे पूरे जोश से चोदे चला जा रहा है। मेरा भी जोश बढ़ गया। मैं भी गचागच चुदवाये जा रही हूँ । दूसरे दिन फिर रात को मेरे पति ने कहा स्वेता कोई कहानी सुनाओ न ? मैं फिर सुनाने लगी :-
"हाय दईया कितना मोटा लौड़ा है तेरा अरुण ? मेरी तो चूत ही फट जाएगी। वह बोला नहीं स्वेता भाभी मैं संभल कर चोदूंगा लेकिन तेरी चूत इतनी टाईट है की चोदने में मेरी गांड फटी जा रही है। समीर (मेरा पति) हंस पड़ा। उसकी बीवी अरुणा बोली हाय स्वेता तेरे पति का लौड़ा तो मेरे पति के लौड़े से ज्यादा मोटा है ? लगता है की मेरी चूत में घुस कर मेरे मुंह से निकला आएगा तेरे पति का लण्ड स्वेता ? मैं अरुण से चुदवा रही हूँ और अरुणा तुमसे चुदवा रही है। ? वह तेरे लण्ड से मोहब्बत करती है। मै अरुण के लण्ड से मोहब्बत करती हूँ। उसे तुमसे चुदवाने में मज़ा आ रहा है और मुझे उससे चुदवाने में ? मैं तेरा लौड़ा उसकी बीवी की बुर में घुसते हुए देख रही हूँ तो मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है और तुम मेरी बुर में उसके मियां का लौड़ा घुसते हुए देख रहे हो तो तुम भी खूब मज़ा लूट रहे हो ? जितनी जोर से वह मुझे चोद रहा है उतनी ही जोर से तुम उसकी बीवी चोद रहे हो ? थोड़ी देर में उसने मेरी चूंचियों में लौड़ा पेल दिया और फिर तुमने भी लौड़ा उसकी बीवी की चूंचियों के बीच घुसेड़ दिया। तुम उसकी चूंचियां चोदने लगे वह मेरी चूंचियां चोदने लगा ? हाय रे इतना मज़ा तो मुझे पहले कभी नहीं आया ? और चोदो मुझे मेरे राजा ? भोसड़ी के पूरा लौड़ा पेल पेल के चोदो मुझे ? अरुण बोला यार समीर तेरी बीवी की बुर बहुत अच्छी है मैं तेरी बीवी रात भर चोदूंगा तो तुमने कहा हां चोदो न मेरी बीवी और मैं भी तेरी बीवी रात भर चोदूंगा, क्योंकि उसकी बुर मुझे बहुत मज़ा दे रही है ? हाय दईया अब मैं क्या बताऊँ की मैं उसके लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ और वह तेरे लण्ड की दीवानी हो गयी है"
मैं जैसे जैसे कहानी के लण्ड बुर चूत चूंची गांड आदि बोलती गयी वैसे वैसे उसका लण्ड और सख्त होता गया। वह और जोर से चोदता गया और फिर मुझे यकीन हो गया मेरे पति को अदला बदली की कहानियां बहुत पसंद है। इस बार भी हम दोनों को चुदाई में खूब मज़ा आया ? तीसरे बार जब वह मुझे चोदने के लिए तैयार हुआ तो बोला स्वेता तुम शुरू हो जाओ ? मैंने लण्ड हिलाते हुए कहा :-
"एक दिन तुम्हारा दोस्त काके अपनी बीवी काजल के साथ आ गया। उसकी बीवी बड़ी सुन्दर थी तो उसे देखते ही तुम्हारी नियत ख़राब हो गयी। तुमने मन में ठान लिया की आज मैं इसकी बुर चोदूंगा। इधर मेरा भी दिल काके पर आ गया। मैं भी उसका लण्ड चूसना चाहती थी। फिर हमने सबको ड्रिंक्स सर्व की और हम सब दारू पीने लगे। थोड़ा नशा चढ़ा तो तुमने काके से कहा यार काके आज तुम मेरी बीवी चोद लो। काके बोला नहीं यार तुम मेरी बीवी चोद लो ? उसकी बीवी काजल यह सुनकर मुस्कराने लगी। दोनों एक दूसरे से कहने लगे तुम मेरी बीवी चोदो, तुम मेरी बीवी चोदो ? तब तक काजल ने तेरे लण्ड पर हाथ मार कर कहा अरे भोसड़ी वालों पहले अपना अपना लण्ड तो खोल कर दिखाओ ? वह तुम्हारा लण्ड खोलने लगी और मैं काके का लण्ड ? जब दोनों लण्ड बाहर निकले तो फिर माहौल ही बदल गया। काजल तो बुर चोदी एकदम नंगी होकर तेरा लण्ड चाटने लगी और मैं काके का लण्ड नंगी नंगी चाटने लगी। तुम काजल की चूंचियां सहलाने लगे और काके मेरी चूंचियां। तुमने थोड़ी देर में काजल की बुर में लौड़ा घुसा दिया। काके ने भी लौड़ा मेरी बुर में ठोंक दिया। तुम काके की बीवी चोदने लगे और काके तेरी बीवी चोदने लगा। मैं अपनी गांड उठा उठा के काके से चुदवाने लगी और उसकी बीवी काजल अपनी गांड उठा के तुमसे चुदवाने लगी। तुमने कहा यार काके देखो न अपनी बीवी चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदने में कितना मज़ा आ रहा है ? वह बोला हां यार इसीलिए मैं जहाँ जाता हूँ वहां से अपनी बीवी चुदवा कर आता हूँ। कल मैंने अपनी बीवी रोहित से चुदवाई ? परसों विकी से चुदवाई थी। मैंने कहा यार मैं तो आज कल रोज़ ही अपनी बीवी चुदवा रहा हूँ। तुम धकाधक चोदो मेरी बीवी की बुर जैसे मैं तेरी बीवी की बुर चोद रहा हूँ "
मेरी कहानी सुनकर समीर को बहुत जोश आ गया वह तो मस्ती से भकाभक मुझे चोदने लगा और मैं भी चुदा चुदा कर मस्त होने लगी।
सच बताऊँ दोस्तों, "बीवियों की अदला बदली" की कहानी भले ही झूंठी हो मगर उसे बीवियों के मुंह से सुनकर चोदने और चुदवाने में मज़ा बहुत आता है। आप भी कभी try करके देखिये ?
एक दिन मैं एक मॉल में घूम रही थी तो वहां मुझे एक पुरानी सहेली आरती मिल गयी। उससे बात चीत होने लगी। उसने बताया की मेरा घर पास में ही है चलो मैं तुम्हे वहीँ चाय पिलाती हूँ। मैं उसके साथ उसके घर चली गयी। उसने फिर साफ़ साफ़ पूंछा स्वेता अब बोलो चाय पियोगी की व्हिस्की। मैंने भी हंस कर कहा व्हिक्सी। बस हम दोनों दारू पीने लगीं। पीते पीते उसने कहा यार स्वेता देख मेरी शादी के ३ साल हो गए हैं। एक साल तक तो मैं एन्जॉय करती रही लेकिन दूसरे साल से मैं बोर होने लगी। वही लण्ड, वही चूत, वैसी ही चुदाई, वैसी ही गांड, वैसी ही चूंचियां ? यार हम दोनों बोर होने लगे। मेरा पति जब मुझे चोदने लगता तो वह दूसरों की बीवियों के नाम लेता ? इधर मैं भी पराये मर्दों के लण्ड के बारे में सोंच सोंच कर चुदवाने लगती। एक दिन मेरा पति बोला यार आरती कब तक मैं एक ही चूत रोज़ रोज़ चोदता रहूँगा ? कोई दूसरी चूत हो तो मज़ा भी आये ? मैंने भी कहा हां यार कहाँ तक मैं एक ही लण्ड से रोज़ रोज़ चुदवाती रहूंगी ? कोई दूसरा लण्ड हो तो मज़ा आये ?
बस उसी दिन से हम दोनों एक ऐसे कपल की तलास करने लगे जो हमारे साथ चोदा चोदी कर सके ? दोनों एक दूसरे की बीवियां चोदें ? दोनों एक दूसरे के पतियों से चुदवायें ? मुझे सफलता मिल गयी ? मैंने कहा यार आरती अब आगे की कहानी तुम मुझे नहीं बल्कि मेरे पति को सुनाओ तो अच्छा होगा ? वह भोसड़ी की रोज़ रोज़ मुझसे झूंठी कहानी सुन कर मुझे चोदता है। तुम बिलकुल खुल कर उसे अपनी सच्ची कहानी सुनाओ ? ताकि वह भी अपनी बीवी चुदवाकर दूसरों की बीवियां चोदने लगे। देखो शरमाना नहीं खुल कर सब कुछ बोलना। मैंने कहा मैं सब कह दूँगी तुम चिंता न करो स्वेता ? मैंने कहा यार मैं उसे यही बुला लेती हूँ। तुम खुल कर सुनाओ अपनी सच्ची कहानी ?
आधे घंटे में मेरा पति समीर आ गया। मैंने उसे आरती से मिलवाया तो वह बड़ा खुश हुआ। वह भी हमारे साथ दारू पीने लगा। मेरे पति की नज़रें आरती की बड़ी बड़ी चूंचियों पर टिकी हुई थीं।
आरती भी बुर चोदी बात करते करते अपनी चूंची बार बार दिखा रही थी। वह बोली समीर भाई साहेब देखो मैंने टोका यार मेरे पति का नाम समीर है, उसे भाई साहेब न कहो। उसे भोसड़ी का मादर चोद समीर कहो। मैं उसकी शर्म मिटाना चाहती थी। वह बोली हां भोसड़ी के समीर मैं बताती हूँ की मेरे पति ने कैसे दूसरे की बीवी चोदी और मैंने कैसे दूसरे के पति से चुदवाया ? यह मेरी सच्ची कहानी है।
वह मेरे पति का दोस्त था। उसके बगल में उसकी बीवी बैठी थी। हम चारों लोग शराब पी रहे थे। अचानक मेरा पति बोला यार जॉन (वे दोनों क्रिश्चियन थे) आज तुम मेरी बीवी चोदो । मैं तो यह सुनकर गद गद हो गयी। तब तक उसकी बीवी उठी और मेरे पति के लण्ड पर हाथ रख दिया जैसे मैंने अभी तेरे लण्ड पर हाथ रख दिया है। फिर उसने अपनी चूंचियां खोल कर दिखा दी जैसे मैं तुम्हे अपनी चूंचियां खोल कर दिखा रही हूँ। आरती ने वाकई अपनी चूंची नंगी करके मेरे पति को दिखाने लगी। फिर वह मेरे पति की पैंट खोलने लगी जैसे मैं तेरी पैंट खोल रही हूँ। आरती ने वास्तव में मेरे पति की पैंट खोल दी। फिर वह चड्ढी के ऊपर से लण्ड सहलाने लगी जैसे मैं तेरा लण्ड सहला रही हूँ।
मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी की आरती ने मेरे पति को बिलकुल बांध लिया है । लगता है की आज वह ससुरी अपनी बुर चुदवा ही लेगी ? आरती ने कहा फिर उसने मेरे पति की चड्ढी खोल कर लण्ड पकड़ा लिया जैसे मैंने तेरा लण्ड पकड़ लिया है। फिर वह भी नंगी हो गयी जैसे मैं नंगी हो रही हूँ। आरती अपने कपड़े खोल कर बिलकुल नंगी हो गयी। फिर वह भोसड़ी वाली मेरे पति का लण्ड चूसने लगी जैसे मैं तेरा लण्ड चूसने जा रही हूँ। ऐसा कह कर आरती समीर का लण्ड वाकई चूसने लगी। वह आगे बोलने वाली थी तो मैंने कहा हाय दईया फिर उसने तेरे पति का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया होगा और चुदवाने लगी होगी ? वह बोली हां ? मैंने कहा तो फिर तू भी चुदवा कर दिखा न भोसड़ी की आरती ? आरती ने फ़ौरन मेरे पति का लण्ड अपनी बुर में घुसेड़ा और दनादन्न चुदवाने लगी।
इस तरह मेरा पति आखिर कार आरती के चक्कर में फंस गया। वह आरती की चूत चोदने लगा। उसे मज़ा आने लगा। मैं कुछ बोलने जा रही थी उसके पहले वह खुद बोला स्वेता अब जिस दिन आरती का पति आये उसी दिन तुम उसका लण्ड अपनी बुर में पेल लेना। तुम भी इसी तरह उससे चुदवाना जैसे आरती मुझसे चुदवा रही है। मैं भी कपड़े उतार कर उसकी चुदाई में कूद पड़ी। आरती मेरी बुर चाटते हुए मेरे पति से चुदवाने लगी। मेरे हसबैंड की मेरे अलावा यह पहली चूत थी जिसे वह चोद रहा था। मैं भी उसे देख कर मस्त हो रही थी और मन में सोंच रही थी इसी तरह मेरा हसबैंड भी मादर चोद अपनी बीवी चुदवायेगा तब मुझे बहुत मज़ा आएगा।
चुदाई जब खत्म हुई तो हम तीनो बैठ कर बातें करने लगे। समीर ने कहा स्वेता आज मुझे आरती भाभी ने परायी बीवी चोदना सिखा दिया ? मैंने कहा लेकिन मैं तो रह गयी। मैंने तो अभी पराये मरद से चुदवाना नहीं सीखा ? तब तक पीछे से किसी ने कहा मैं तुम्हे सिखा दूंगा पराये मरद से चुदवाना। मैं मुड़ी तो देखा की वह आरती का पति अमर था। बस मैं टूट पड़ी उस पर। उसकी बाहों में समा गयी। मैं उसके सारे बदन पर हाथ फिराने लगी और वह भी मेरे बदन पर। उसने मेरी चूचियाँ पकड़ ली तो मैंने उसका लण्ड ? मैं तो बहन चोद बड़ी बेशर्म हो ही गयी थी। मैं एक एक करके अपने सभी कपड़े खोल डाले और नंगी खड़ी हो गयी उसके सामने। उसकी मेरी चूंची, मेरी चूत, मेरी गांड देखि और मुझसे लिपट गया। फिर मैंने भी उसे नंगा किया। लण्ड हाथ में आते ही मैं उछल पड़ी। क्योंकि लण्ड तो मेरे मियां के लण्ड का टक्कर का था।
बस फिर क्या था ? मैं लण्ड चूसने लगी और वह मेरी बुर चाटने लगा ? मैं मस्त हुई जा रही थी। मेरी चूत भठ्ठी की तरह जल रही थी। मैंने बोली हाय मेरे राजा अब चोदो मुझे। लौड़ा पेलो मेरी चूत में अपना भोसड़ी के ? लण्ड घुसेड़ दो मेरी बुर चोदी चूत में। वह भी ताव में था। उसने भक्क से घुसा दिया लण्ड और मैं एक रंडी की तरह चुदवाने लगी। मैं पहली बार अपने पति के सामने किसी और के पति से चुदवा रही थी। यह मेरे लिए बहुत अब्दी बात थी और यही मैं चाहती थी। उस दिन मैं दुआ करने लगी की भगवान करे सभी को ऐसा ही पति मिले जो अपनी बीवी चुदवाकर दूसरे की बीवी चोदे।
दो दिन में ही मैंने दो कपल से संपर्क कर लिया। इतवार को मेरे ही घर में अदला बदली होने लगी।
मैंने मिसेज रूपा के पति रजत का लण्ड पकड़ लिया और उसे चूसने लगी।
मिसेज रूपा ने मिसेज आभा के पति अनिल का लण्ड पकड़ा, उसे हिलाया और चूसने लगी।
मिसेज आभा ने मेरे मियां समीर का लण्ड पकड़ा और उसे चाटने लगी।
थोड़ी देर में ही मैं मेरा मरद अनिल की बीवी आभा की बुर चोदने लगा। अनिल रजत की बीवी रूपा की चूत में लण्ड पेल कर चोदने लगा और रजत मुझे चोदने लगा। उसका लण्ड मेरी चूत में घुसा तो मुझे बड़ा आनंद आया और मैं मस्ती से चुदवाने लगी। तीनो मरद मादर चोद अपनी अपनी बीवियां चुदवा भी रहे थे और दूसरे की बीवी चोद भी रहे थे। अब तो मैं अपने मियां से चुदवाना भूल गयी हूँ। मेरी बुर में हमेशा पराये मर्दों के लण्ड ही घुसे रहतें हैं। मेरा मियां भी मुझे चोदना भूल गया है। उसका लण्ड हमेशा परायी बीवियां चोदा करता है।
मैंने मिसेज रूपा के पति रजत का लण्ड पकड़ लिया और उसे चूसने लगी।
मिसेज रूपा ने मिसेज आभा के पति अनिल का लण्ड पकड़ा, उसे हिलाया और चूसने लगी।
मिसेज आभा ने मेरे मियां समीर का लण्ड पकड़ा और उसे चाटने लगी।
थोड़ी देर में ही मैं मेरा मरद अनिल की बीवी आभा की बुर चोदने लगा। अनिल रजत की बीवी रूपा की चूत में लण्ड पेल कर चोदने लगा और रजत मुझे चोदने लगा। उसका लण्ड मेरी चूत में घुसा तो मुझे बड़ा आनंद आया और मैं मस्ती से चुदवाने लगी। तीनो मरद मादर चोद अपनी अपनी बीवियां चुदवा भी रहे थे और दूसरे की बीवी चोद भी रहे थे। अब तो मैं अपने मियां से चुदवाना भूल गयी हूँ। मेरी बुर में हमेशा पराये मर्दों के लण्ड ही घुसे रहतें हैं। मेरा मियां भी मुझे चोदना भूल गया है। उसका लण्ड हमेशा परायी बीवियां चोदा करता है।
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