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मैं तेरी बीवी नहीं हूँ मुझे चोदो - Meri chudai kar do jaanu
मैं तेरी बीवी नहीं हूँ मुझे चोदो - Meri chudai kar do jaanu, चुदाई का आनंद, मेरी गांड दूसरों की बीवियां चोदने में नहीं फटती, मुझे प्यार करो भैया, मुझे चोदो मेरे राजा, डाल दो अपना लंड पूरा मेरी चूत मैं, Chodo Mujhe Maja Aa Raha Hai, मेरी वाईफ की चुदाई मैंने करवाई.
मैंने सुना है की लोगों को अपनी बीवी चोदने में मज़ा नहीं आता बल्कि उन्हें तो दूसरों की बीवियां चोदने में खूब मज़ा आता है। मैं तेरी बीवी नहीं हूँ इसलिए मुझे चोदो। तुम्हे खूब मज़ा आएगा ? मुझे भी अपने मियां से चुदवाने में मज़ा नहीं आता ? दूसरों के मियां से चुदवाने में खूब मज़ा आता है। तुम मेरे मियां नहीं हो इसलिए मुझे चोदो ? मेरी बात सुनकर वह जोश में आ गया और मुझे पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया। मैं भी उससे लिपट गयी। वह मेरे पूरे बदन पर हाथ फेरने लगा और मैं उसके पूरे बदन पर ? मेरे तन की आग भड़क उठी थी। चूत की आग तो कुछ ज्यादा ही भड़की हुई थी। मेरा हाथ एकदम से उसका लण्ड टटोलने लगा और उसका हाथ मेरी चूंचियां ? भगवान ने मुझे बड़ी बड़ी मस्त और सुडौल चूंचियां दीं हैं जो न केवल मसलने में और चूसने में रसदार है बल्कि देखने में भी गज़ब की सेक्सी हैं। किसी भी मर्द का लौड़ा मेरी चूंचियां देख कर ही खड़ा हो जायेगा ? मेरे उभरे चूतड़ और उसके बीच की गांड तो मर्दों को अपना लण्ड खुजलाने के लिए मजबूर कर देती है। मैंने जब उसका लण्ड पैंट के ऊपर से ही सहलाया तो मुझे उसके साइज़ का अंदाज़ा हो गया। मेरा मन बोला वाह क्या लौड़ा है यार ? इससे चुदवाकर तो मेरी चूत की बल्ले बल्ले हो जाएगी ? मेरा हसबैंड टूर पर गया है। मैं घर में अकेली हूँ। अभी कोई और आने वाला है नहीं। मैं हूँ और ये मादर चोद लण्ड ? आज मैं इस लण्ड का एक एक बूँद रस निचोड़ लूंगी। माँ चोद दूँगी मैं इस बहन चोद लण्ड की ? भून डालूंगी मैं इसे अपनी चूत में घुसेड़ कर ? मैं इसी तरह की बातें सोंचते हुए उससे और चिपटी जा रही थी।
मेरा नाम कनिका है। मैं २६ साल की हूँ, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली हूँ, और एक मस्त गांड वाली हूँ। मैं लण्ड की, सेक्स की, बहुत बड़ी फैन हूँ। बिना लण्ड के मैं एक दिन भी नहीं रह सकती ? मैं चूत के अलावा लण्ड अपने मुंह में, अपनी गांड में और अपनी चूंचियों में भी ले लेती हूँ। बंगाली लड़की हूँ इसलिए मुझे शराब, सिगरेट और लण्ड पीने का बड़ा शौक है ? मेरी शादी अभी दो साल पहले हुई है। मैं अपने पति से चुदवा तो रही हूँ पर मुझे वह मज़ा नहीं आता जो मज़ा कॉलेज के लड़कों से चुदवाकर आता था। वहां एक बात की बड़ी सहूलियत थी की अगर चोदने वाला एक लड़का नहीं मिला तो किसी और लड़के चुदवा लिया। अगर चुदाने का मौक़ा नहीं मिला तो किसी का लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मार लिया और मुठ्ठ मार कर उसका रस पी लिया। कभी इस लड़के का लण्ड कभी उस लड़के का लण्ड मिल ही जाता था। लेकिन बहन चोद शादी करने के बाद मैं बस एक लण्ड से बंध गयी। हसबैंड अगर घर पर हैं और उसका मन चोदने का है तो चुदवा सकती हूँ नहीं तो बिना चुदाये रह जाती हूँ। अगर रोज़ रोज़ चुदवाती भी रहूँ तो भी बोर जाऊँगी ?
जब भगवान ने सबके लण्ड अलग अलग बनाया है। कोई दो लण्ड मादर चोद एक जैसे नहीं है तो फिर अधिक से अधिक लण्ड का मज़ा क्यों न लिया जाए ? मैं हमेशा यही सोंचा करती थी। पहले तो मैं सब्र करती रही लेकिन अब सब्र का बाँध टूट गया और आज गोपी का लण्ड मेरे हाथ में है तो लगता है की मेरे अंदर की जवानी उमड़ पड़ी है। मैं वाकई बहुत खुश हूँ और हसबैंड के आने से पहले मैं एक से नहीं बल्कि कई लोगों से चुदवाना चाहती हूँ। मैं यह सब सोंच ही रही थी की गोपी ने मुझे बिलकुल नंगी कर दिया और मुझे अपने गोद में उठा कर अंदर बेड रूम में चित लिटा दिया।
गोपी ने मेरी दोनों टांगें फैला दी और उसके बीच में अपना मुंह डाल कर मेरी बुर चाटने लगा। मैं मस्त होने लगी। हालाँकि मेरे पति भी कभी कभी मेरी बुर चाटते हैं लेकिन गोपी की तरह नहीं चाटते ? मुझे गोपी का बुर चाटने का तरीका बहुत अच्छ लग रहा था। मैं सिसियाने लगी उई माँ, हाय रे कितना मज़ा आ रहा है भोसड़ी के गोपी, पूरी जबान घुसेड़ दे मेरी बुर में, वाह बहुत बढ़िया चाटते हो बुर ? यार रोज़ रोज़ चाटा करो न मेरी चूत ? यह बुर चोदी चूत तेरे ही लिए है। मैं और मस्ताने लगी। मुझे जोश आ गया तो मैं उठ बैठी और उसके कपड़े फ़टाफ़ट खोलने लगी। वह नंगा हुआ तो उसका लौड़ा तन कर मेरे आगे खड़ा हो गया। मैंने उसे पकड़ लिया और ऊपर नीचे करने लगी। मैं बोली हाय दईया बड़ा मोटा है भोसड़ी का तेरा लण्ड गोपी ? यार देखो न कितना कड़क भी है बहन चोद ? मुझे तो ऐसे ही लण्ड पसंद है ? बस मैंने उसे चित लिटाया और उसकी टांगों के बीच मुंह घुसेड़ कर उसका लण्ड चाटने लगी। पेल्हड़ भी चाटने लगी। लण्ड की झांटें नहीं थी तो वह बड़ा भी लग रहा था और प्यारा भी ?
फिर मैंने लौड़ा मुंह में भर लिया। आधे से अधिक लण्ड मेरे मुंह में घुस गया। आज मुझे यकीन हो गया की असली मज़ा तो पराये मरद के लण्ड में हैं ? मैं मन में कहने लगी माँ चुदाये मेरे हसबैंड का लण्ड ? अब तो मैं पराये मरद के लण्ड ही चूसा करूंगी और उन्ही से चुदवाया करूंगी। फिर एकदम से मैं उसके ऊपर चढ़ गयी, अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लण्ड चूसने लगी। हम दोनों 69 की position में हो गये ? मुझे लण्ड पर इतना प्यार आ रहा था की मैं इसे कच्चा चबा जाऊं ? तब तक गोपी बहुत ताव में आ गया उसने मुझे बेड के किनारे लिटा दिया, मेरी गांड में नीचे एक तकिया लगा दी और नीचे खड़े होकर मेरी दोनों टांगें अपने कंधे पर रख लीं. उसने भक्क से लौड़ा मेरी बुर में घुसा दिया और चोदने लगा ?
धीरे धीरे चोदने की स्पीड बढ़ाने लगा। वह बोला कनिका भाभी आज मुझे तेरी बुर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है इतना मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आता ? मैंने कहा तेरी बीवी की माँ की चूत ? अब तुम अपनी बीवी नहीं मुझे चोदा करो ? मुझे भी इतनी अच्छी तरह से मेरा भोसड़ी का पति भी नहीं चोदता ? उसका लण्ड छोटा भी है। यार तुम मुझे चोदो, खूब चोदो, दिन रात चोदो, अपने दोस्तों से भी मेरी बुर चुदवाओ। मैं तेरे लिए एक रंडी हूँ। मुझे लण्ड चाहिए लण्ड ? मैं बदचलन हूँ, छिनार हूँ, हरामजादी हूँ मादर चोद हूँ और भोसड़ी वाली हूँ ? मुझे गाली भी दो और मुझे लौड़ा भी दो।
मैं गोपी से धकाधक चुदवाने लगी। हर तरफ से चुदवाने लगी। बार बार लण्ड बुर से निकालती, उसे चूस लेती और फिर बुर में घुसा कर चुदाने लगती ? मुझे पहली बार किसी पराये मरद का लण्ड मिला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैं इतना मस्त हो गयी की उसके झड़ने के पहले ही झड़ गयी। मेरी चूत ससुरी ढीली हो गयी। मैं जान गयी की इसके लण्ड में बड़ी ताकत है। मैंने ठान लिया की अब मैं इससे अक्सर चुदवाया करूंगी। थोड़ी देर में वह भी साला बोल गया और उसका लौड़ा भी उगलने लगा मक्खन मेरे मुंह में ? मैं तो झड़ता हुआ लण्ड चाटने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ। मैं उसका लौड़ा पूरा चाट गयी।
एक दिन मैं अपनी दोस्त विमला के घर चली गयी। उसने मुझे बैठाया और कहाँ यार थोड़ा व्हिस्की पियोगी ? मैंने कहा क्यों नहीं ? बस हम दोनों दारू पीने लगीं और बातें करने लगीं ?
मैंने कहा :- मैं तो सबसे पहले तेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी, आंटी ? मैंने सुना है की मुस्लिम लण्ड बुर चोदने में बड़ा अच्छा होता है ?
आंटी बोली :- हां हां अच्छा तो होता है ? चुदवा ले मेरे मियां से ? तेरी जैसी बीवी चोद कर उसे बड़ा मज़ा आएगा ? उधर मैं तेरे मियां से चुदवा लूंगी। तेरा मियां विमला की बुर चोदता ही है अब वह मेरा भी भोसड़ा चोदेगा ?
मुझसे रहा नहीं गया। मैं सोंचने लगी की न अंकित भोसड़ी का मेरा पति है और न मादर चोद चन्दन तो फिर मैं दोनों से क्यों न चुदवाऊँ ? बस मैं अंकित का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब तक विमला ने मेरे सारे कपड़े उतार दिया और मैं मादर चोद बिल्कुल नंगी हो गयी। एक तो शराब का नशा और दूसरे पराये मरद के लण्ड का नशा मैं तो नशे में सराबोर हो गयी ? मैं ख़ुशी के मारे चहचहाने लगी। मैं अंकित के लण्ड का पूरा मज़ा लेने के लिए जुट गयी। उधर आंटी ने चन्दन के लण्ड पर हमला बोल दिया। आंटी भोसड़ी की थी बड़ी सेक्सी ? बड़े बड़े चूतड़, मोट मोटी जांघें, बड़ी बड़ी चूंचियां, एक मस्तानी गांड और बद्चलन बुर आंटी की खूबसूरती बढ़ा रही थी।
मैंने कहा :- अरे आंटी तेरी बेटी भी जवान हो गयी है न ?
वह बोली :- हां बिलकुल हो गयी है, भोसड़ी की ? वो भी बुर चोदी मेरी ही तरह चुदवाती है। कभी उसके मियां का भी लण्ड चूसना कनिका तुझे बड़ा मज़ा आएगा ?
मैंने पूंछा :- तो क्या तू उसका लण्ड चूसती है, आंटी ?
वह बोली :- हां मैं चूसती हूँ उसका लण्ड और मेरा भोसड़ा खाता है उसका लण्ड ? हमारे यहाँ चोदा चोदी में कोई रिस्ता नहीं होता ? एक जवान लण्ड और एक जवान चूत अगर आमने सामने होंगी तो चोदा चोदी जरूर होगी ? इसमें कोई गलती नहीं है ?
बस इतने में आंटी चन्दन से चुदवाने लगी और मैं अंकित से ? विमला हम दोनों की चुदाई में सहयोग करने लगी। अंकित का लण्ड बहन चोद मोटा भी था और सख्त भी। मुझे चुदवाने में मज़ा आ रहा था। मैं अपने सामने आंटी को चुदवाते हुए देख रही थी। मुझे लगा की आंटी तो भोसड़ी की चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हैं। मैंने पूंछा आंटी तुम तो बड़ी अनुभवी हो चुदवाने में ? वह बोली हां री कनिका मैं तो १९ साल की उम्र से चुदवा रही हूँ ? अब तक सैकड़ों लण्ड से चुदवा चुकी हूँ फिर भी मन अभी नहीं भरा ? मन करता है की मैं और चुदवाती जाऊं ? इसीलिए मैंने अपनी बेटी के साथ भी चुदवाना शुरू कर दिया है। उसके ससुर से चुदवाती हूँ। उसके देवर और जेठ से भी चुदवाती हूँ। उसका नंदोई उस दिन तो मेरी बेटी की बुर चोद कर चला गया क्योंकि मैं घर पर नहीं थी। अगर होती तो मैं भी चुदवा लेती ? फिर मैंने बात करते करते चन्दन का लण्ड अपनी बुर में पेल लिया और अंकित का लण्ड आंटी के भोसड़ा में घुसा दिया। लण्ड बदला तो और मज़ा आने लगा ? लेकिन मेरा दिल तो अंकल के लण्ड पर अटका हुआ था।
एक दिन मैं बहुत चुदासी हो गयी तो मेरे मन में आया क्यों न अंकित से चुदवाया जाये ? उसका लौड़ा भी बढ़िया है और चोदता भी अच्छा है ? बस मैं आधे घंटें में वहां पहुँच गयी। दरवाजा शायद उसकी बीवी आशा ने खोला । वह मुझे देख कर बोली तो आप कनिका है न ? मैं अंदर घुस कर बैठ गयी और बोली हां मैं कनिका हूँ पर तुम्हे कैसे मालूम ? वह बोली मुझे रेहाना आंटी ने अब बता दिया है। तुम मेरे पति से चुदवाती हो न ? तुम्हे उसका लण्ड पसंद आया की नहीं ? मैंने हाँ कह दिया। वह फिर बोली तो फिर तुम्हे पराये मर्दों से चुदवाने में मज़ा आता है न ? मैंने कहा हां बिलकुल आता है। बस वह मुझे अंदर ले गयी। वहां दो मर्द बिलकुल नंगे बैठे थे। दोनों के लण्ड टन टना रहे थे। उसके बगल में बैठी थी एक शादी शुदा लड़की वह भी बिलकुल नंगी। वह दोनों लण्ड हाथ से पकड़ कर सहला रही थी। वह बोली देखो कनिका यह है भोसड़ी का मंजीत और यह है माँ का लौड़ा अज़हर ? मेरे साथ है चन्दन की बीवी चित्रा ? हम दोनों इन दोनों मर्दों से चुदवा रही हैं। ये भोसड़ी के न तो मेरे पति है और न मैं इनकी बीवी ? लेकिन हमें इनके लण्ड पसंद है और इन्हे हमारी चूत ? तुम्हे भी अगर चुदवाना हो तो खोलो कपड़े पकड़ो लण्ड ?
मैं तो इतनी मस्त हो गयी की झुक कर दोनों लण्ड पकड़ लिया और बारी बारी से चाटने लगी। इतने में चित्रा बुर चोदी ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे एकदम नंगी कर दिया।
मैंने कहा भोसड़ी के मंजीत मैं तेरी बीवी नहीं हूँ मुझे चोदो ? मुझे पटक पटक के चोदो ? और मादर चोद अज़हर मैं तेरी भी बीवी नहीं हूँ, मुझे चोदो ? मुझे हचक हचक के चोदो ? भकाभक चोदो मेरी बुर, मेरी गांड, मेरी चूंची और मेरा मुंह ? यार तुम दोनों के लण्ड घोड़े के लण्ड के बराबर हैं ? पेल दो दोनों लण्ड मेरी चूत में ? आज मुझे रात भर चोदो मेरे राजा ?
आशा और चित्रा मुझे देख कर दंग रह गयी। मैं तो भूंखी शेरनी की तरह उन दोनों के लण्ड पर झपट पड़ी थी। मैंने फ़ौरन एक लण्ड अपनी बुर में पेला और दूसरा मुंह में ? मैं यह भूल गयी की यहाँ कोई और भी अपनी बुर चुदवाने के लिए बैठी है। लेकिन उन दोनों ने मुझे रोका नहीं और मैं तब तक चुदवाती रही जब तक उन दोनों के लण्ड खलास नहीं हो गये ।
दूसरे दिन मैं रेहाना आंटी के घर पहुँच गयी ? मैं बड़ी बेशर्मी से बोली कहाँ है तेरा भोसड़ी का मरद आंटी ? बुलाओ मादर चोद को अभी मेरे सामने मैं उसका लण्ड चोदूंगी सबके सामने ? मैं गैर मर्दों से चुदवा कर चुदवा कर बड़ी बेशरम और बेहाया हो गयी थी। मैं चुदाई के पागल होने लगी। मेरा मन होने लगा की मैं बाहर सड़क पर नंगी नंगी घूमूं और सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर चुदवाऊँ ? इतने में अंकल आ गया । उसे देख कर तो मेरी चूत की आग और भड़क उठी। इतना हैंडसम आदमी, इतना स्मार्ट और हट्टा कट्टा गोऱा चिट्टा आदमी मैं पहली बार देख रही थी। मैंने कहा हाय आंटी इसका लौड़ा तो बहुत ही अच्छा होगा बहन चोद ? आज मैं दिन भर इसी से चुदवाऊँगी। ऐसा कह कर मैंने अंकल की लुंगी खोल दी और लण्ड बाहर निकाल कर हिलाने लगी। मैंने बोली बाप रे बाप ? इतना लंबा चौड़ा लौड़ा ? भोसड़ी की आंटी तू मादर चोद इतना बढ़िया लण्ड छोड़ कर बन्दर की नूनी के जैसे लण्ड पकड़ती घूमती रहती है ? अरे बुर चुदवाना है तो अंकल के लण्ड जैसे लोगों से बुर चुदवाओ ? वह बोली अरी पगली कनिका अपने मियां का लण्ड चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो, मगर लण्ड हमेशा पराये मर्दों के ही अच्छे लगते हैं ?
मेरा नाम कनिका है। मैं २६ साल की हूँ, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली हूँ, और एक मस्त गांड वाली हूँ। मैं लण्ड की, सेक्स की, बहुत बड़ी फैन हूँ। बिना लण्ड के मैं एक दिन भी नहीं रह सकती ? मैं चूत के अलावा लण्ड अपने मुंह में, अपनी गांड में और अपनी चूंचियों में भी ले लेती हूँ। बंगाली लड़की हूँ इसलिए मुझे शराब, सिगरेट और लण्ड पीने का बड़ा शौक है ? मेरी शादी अभी दो साल पहले हुई है। मैं अपने पति से चुदवा तो रही हूँ पर मुझे वह मज़ा नहीं आता जो मज़ा कॉलेज के लड़कों से चुदवाकर आता था। वहां एक बात की बड़ी सहूलियत थी की अगर चोदने वाला एक लड़का नहीं मिला तो किसी और लड़के चुदवा लिया। अगर चुदाने का मौक़ा नहीं मिला तो किसी का लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मार लिया और मुठ्ठ मार कर उसका रस पी लिया। कभी इस लड़के का लण्ड कभी उस लड़के का लण्ड मिल ही जाता था। लेकिन बहन चोद शादी करने के बाद मैं बस एक लण्ड से बंध गयी। हसबैंड अगर घर पर हैं और उसका मन चोदने का है तो चुदवा सकती हूँ नहीं तो बिना चुदाये रह जाती हूँ। अगर रोज़ रोज़ चुदवाती भी रहूँ तो भी बोर जाऊँगी ?
जब भगवान ने सबके लण्ड अलग अलग बनाया है। कोई दो लण्ड मादर चोद एक जैसे नहीं है तो फिर अधिक से अधिक लण्ड का मज़ा क्यों न लिया जाए ? मैं हमेशा यही सोंचा करती थी। पहले तो मैं सब्र करती रही लेकिन अब सब्र का बाँध टूट गया और आज गोपी का लण्ड मेरे हाथ में है तो लगता है की मेरे अंदर की जवानी उमड़ पड़ी है। मैं वाकई बहुत खुश हूँ और हसबैंड के आने से पहले मैं एक से नहीं बल्कि कई लोगों से चुदवाना चाहती हूँ। मैं यह सब सोंच ही रही थी की गोपी ने मुझे बिलकुल नंगी कर दिया और मुझे अपने गोद में उठा कर अंदर बेड रूम में चित लिटा दिया।
गोपी ने मेरी दोनों टांगें फैला दी और उसके बीच में अपना मुंह डाल कर मेरी बुर चाटने लगा। मैं मस्त होने लगी। हालाँकि मेरे पति भी कभी कभी मेरी बुर चाटते हैं लेकिन गोपी की तरह नहीं चाटते ? मुझे गोपी का बुर चाटने का तरीका बहुत अच्छ लग रहा था। मैं सिसियाने लगी उई माँ, हाय रे कितना मज़ा आ रहा है भोसड़ी के गोपी, पूरी जबान घुसेड़ दे मेरी बुर में, वाह बहुत बढ़िया चाटते हो बुर ? यार रोज़ रोज़ चाटा करो न मेरी चूत ? यह बुर चोदी चूत तेरे ही लिए है। मैं और मस्ताने लगी। मुझे जोश आ गया तो मैं उठ बैठी और उसके कपड़े फ़टाफ़ट खोलने लगी। वह नंगा हुआ तो उसका लौड़ा तन कर मेरे आगे खड़ा हो गया। मैंने उसे पकड़ लिया और ऊपर नीचे करने लगी। मैं बोली हाय दईया बड़ा मोटा है भोसड़ी का तेरा लण्ड गोपी ? यार देखो न कितना कड़क भी है बहन चोद ? मुझे तो ऐसे ही लण्ड पसंद है ? बस मैंने उसे चित लिटाया और उसकी टांगों के बीच मुंह घुसेड़ कर उसका लण्ड चाटने लगी। पेल्हड़ भी चाटने लगी। लण्ड की झांटें नहीं थी तो वह बड़ा भी लग रहा था और प्यारा भी ?
फिर मैंने लौड़ा मुंह में भर लिया। आधे से अधिक लण्ड मेरे मुंह में घुस गया। आज मुझे यकीन हो गया की असली मज़ा तो पराये मरद के लण्ड में हैं ? मैं मन में कहने लगी माँ चुदाये मेरे हसबैंड का लण्ड ? अब तो मैं पराये मरद के लण्ड ही चूसा करूंगी और उन्ही से चुदवाया करूंगी। फिर एकदम से मैं उसके ऊपर चढ़ गयी, अपनी चूत उसके मुंह पर रख दी और झुक कर उसका लण्ड चूसने लगी। हम दोनों 69 की position में हो गये ? मुझे लण्ड पर इतना प्यार आ रहा था की मैं इसे कच्चा चबा जाऊं ? तब तक गोपी बहुत ताव में आ गया उसने मुझे बेड के किनारे लिटा दिया, मेरी गांड में नीचे एक तकिया लगा दी और नीचे खड़े होकर मेरी दोनों टांगें अपने कंधे पर रख लीं. उसने भक्क से लौड़ा मेरी बुर में घुसा दिया और चोदने लगा ?
धीरे धीरे चोदने की स्पीड बढ़ाने लगा। वह बोला कनिका भाभी आज मुझे तेरी बुर चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है इतना मज़ा तो मुझे अपनी बीवी चोदने में नहीं आता ? मैंने कहा तेरी बीवी की माँ की चूत ? अब तुम अपनी बीवी नहीं मुझे चोदा करो ? मुझे भी इतनी अच्छी तरह से मेरा भोसड़ी का पति भी नहीं चोदता ? उसका लण्ड छोटा भी है। यार तुम मुझे चोदो, खूब चोदो, दिन रात चोदो, अपने दोस्तों से भी मेरी बुर चुदवाओ। मैं तेरे लिए एक रंडी हूँ। मुझे लण्ड चाहिए लण्ड ? मैं बदचलन हूँ, छिनार हूँ, हरामजादी हूँ मादर चोद हूँ और भोसड़ी वाली हूँ ? मुझे गाली भी दो और मुझे लौड़ा भी दो।
मैं गोपी से धकाधक चुदवाने लगी। हर तरफ से चुदवाने लगी। बार बार लण्ड बुर से निकालती, उसे चूस लेती और फिर बुर में घुसा कर चुदाने लगती ? मुझे पहली बार किसी पराये मरद का लण्ड मिला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैं इतना मस्त हो गयी की उसके झड़ने के पहले ही झड़ गयी। मेरी चूत ससुरी ढीली हो गयी। मैं जान गयी की इसके लण्ड में बड़ी ताकत है। मैंने ठान लिया की अब मैं इससे अक्सर चुदवाया करूंगी। थोड़ी देर में वह भी साला बोल गया और उसका लौड़ा भी उगलने लगा मक्खन मेरे मुंह में ? मैं तो झड़ता हुआ लण्ड चाटने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ। मैं उसका लौड़ा पूरा चाट गयी।
एक दिन मैं अपनी दोस्त विमला के घर चली गयी। उसने मुझे बैठाया और कहाँ यार थोड़ा व्हिस्की पियोगी ? मैंने कहा क्यों नहीं ? बस हम दोनों दारू पीने लगीं और बातें करने लगीं ?
- वह बोली कनिका मैं जब कभी अपने कॉलेज के दिन याद करती हूँ तो बड़ा अच्छा लगता है ?
- मैंने जबाब दिया यार मुझे तो बहुत अच्छा लगता है यार ? खास तौर से वो दिन जब हम दोनों लण्ड की तलास में घूमा करती थी ? म
- हां यार और जब कोई लण्ड मिल जाता था तो हम वैसे ही खुश होती थी जैसे कोई बिल्ली चूहा को पाकर खुश होती है ?
- लेकिन यार शादी के बाद तो जैसे लण्ड का अकाल पड़ गया है बहन चोद ? म
- नहीं यार ऐसा नहीं है ? दुनिया में लण्ड की कमी नहीं है बस ढूंढने वाला चाहिए ? अब मुझे देखो मैं तो पराये मर्दों के लण्ड ढूंढ लेती हूँ और खूब चुदवाती हूँ उनसे ? मुझे अच्छा लगता है।
- तो क्या तेरे मियां का लण्ड तुझे पसंद नहीं है ? म
- पसंद तो है यार पर जो मज़ा पराये मर्दों के लण्ड में है वो मज़ा अपने मियां के लण्ड में कहाँ ?
- तो क्या तेरे मियां का लण्ड छोटा है की वह ठीक से चोद नहीं पाता ? म
- नहीं यार ऐसा नहीं है। मेरे मियां के लण्ड का साइज़ ८" x ५ १/२" का है ? लेकिन मुझे पराये लण्ड बहुत पसंद है ?
- यार असली बात तो यह है की मुझे तेरे मियां के लण्ड का साइज़ जान कर मेरी चूत गीली हो गयी है। आग लग गयी हैं मेरी चूत में ? म
- इसका मतलब तू भी पराये मर्दों से चुदवाना चाहती है ? तो फिर खुल कर बोल न भोसड़ी की ? मुझसे क्या छिपाना ? अरे मैं तो कहती हूँ की तेरे पति के लण्ड का साइज़ कम है क्या ? मुझे तो उससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है ? बड़ा कड़क है लौड़ा तेरे पति का और बड़ी देर तक चोदता रहता है बहन चोद ? मैं पहले झड़ जाती हूँ और वह बाद में झड़ता है ?
- हाय दईया, तो क्या तू मेरे पति से चुदवाती है ? म
- हां यार वो जब मेरे घर आता है तो मुझे चोद कर जाता है ? मैं तो तुमसे कहने वाली थी की तू मेरे पति से क्यों नहीं चुदवाती ?
- अरे यार मुझे यह बात मालूम ही नहीं थी। अगर मालूम होती तो अब तक कई बार चुदवा चुकी होती ? अब मैं तुमसे सच बता रही हूँ की अभी मैंने गौरी के पति गोपी से चुदवाया है ? क्योंकि मुझे भी पराये मर्दों से चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है ? म
- बिलकुल सच कहा तूने ? गौरी भी तो भोसड़ी की मेरे पति से चुदवाती है। देखो ये मादर चोद मरद दूसरों की बीवियां खूब चोदते हैं। मर्दों को परायी बीवियों की बुर बहुत अच्छी लगती है। अपनी बीवी की बुर उसे घर की मुर्गी दाल बराबर लगती है।
- हां यार और बीवियों को भी अपने पतियों का लण्ड घर की मुर्गी दाल बराबर लगती है। (हम दोनों खूब खिलखिला कर हंस पड़ी)
मैंने कहा :- मैं तो सबसे पहले तेरे मियां का लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी, आंटी ? मैंने सुना है की मुस्लिम लण्ड बुर चोदने में बड़ा अच्छा होता है ?
आंटी बोली :- हां हां अच्छा तो होता है ? चुदवा ले मेरे मियां से ? तेरी जैसी बीवी चोद कर उसे बड़ा मज़ा आएगा ? उधर मैं तेरे मियां से चुदवा लूंगी। तेरा मियां विमला की बुर चोदता ही है अब वह मेरा भी भोसड़ा चोदेगा ?
मुझसे रहा नहीं गया। मैं सोंचने लगी की न अंकित भोसड़ी का मेरा पति है और न मादर चोद चन्दन तो फिर मैं दोनों से क्यों न चुदवाऊँ ? बस मैं अंकित का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब तक विमला ने मेरे सारे कपड़े उतार दिया और मैं मादर चोद बिल्कुल नंगी हो गयी। एक तो शराब का नशा और दूसरे पराये मरद के लण्ड का नशा मैं तो नशे में सराबोर हो गयी ? मैं ख़ुशी के मारे चहचहाने लगी। मैं अंकित के लण्ड का पूरा मज़ा लेने के लिए जुट गयी। उधर आंटी ने चन्दन के लण्ड पर हमला बोल दिया। आंटी भोसड़ी की थी बड़ी सेक्सी ? बड़े बड़े चूतड़, मोट मोटी जांघें, बड़ी बड़ी चूंचियां, एक मस्तानी गांड और बद्चलन बुर आंटी की खूबसूरती बढ़ा रही थी।
मैंने कहा :- अरे आंटी तेरी बेटी भी जवान हो गयी है न ?
वह बोली :- हां बिलकुल हो गयी है, भोसड़ी की ? वो भी बुर चोदी मेरी ही तरह चुदवाती है। कभी उसके मियां का भी लण्ड चूसना कनिका तुझे बड़ा मज़ा आएगा ?
मैंने पूंछा :- तो क्या तू उसका लण्ड चूसती है, आंटी ?
वह बोली :- हां मैं चूसती हूँ उसका लण्ड और मेरा भोसड़ा खाता है उसका लण्ड ? हमारे यहाँ चोदा चोदी में कोई रिस्ता नहीं होता ? एक जवान लण्ड और एक जवान चूत अगर आमने सामने होंगी तो चोदा चोदी जरूर होगी ? इसमें कोई गलती नहीं है ?
बस इतने में आंटी चन्दन से चुदवाने लगी और मैं अंकित से ? विमला हम दोनों की चुदाई में सहयोग करने लगी। अंकित का लण्ड बहन चोद मोटा भी था और सख्त भी। मुझे चुदवाने में मज़ा आ रहा था। मैं अपने सामने आंटी को चुदवाते हुए देख रही थी। मुझे लगा की आंटी तो भोसड़ी की चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हैं। मैंने पूंछा आंटी तुम तो बड़ी अनुभवी हो चुदवाने में ? वह बोली हां री कनिका मैं तो १९ साल की उम्र से चुदवा रही हूँ ? अब तक सैकड़ों लण्ड से चुदवा चुकी हूँ फिर भी मन अभी नहीं भरा ? मन करता है की मैं और चुदवाती जाऊं ? इसीलिए मैंने अपनी बेटी के साथ भी चुदवाना शुरू कर दिया है। उसके ससुर से चुदवाती हूँ। उसके देवर और जेठ से भी चुदवाती हूँ। उसका नंदोई उस दिन तो मेरी बेटी की बुर चोद कर चला गया क्योंकि मैं घर पर नहीं थी। अगर होती तो मैं भी चुदवा लेती ? फिर मैंने बात करते करते चन्दन का लण्ड अपनी बुर में पेल लिया और अंकित का लण्ड आंटी के भोसड़ा में घुसा दिया। लण्ड बदला तो और मज़ा आने लगा ? लेकिन मेरा दिल तो अंकल के लण्ड पर अटका हुआ था।
एक दिन मैं बहुत चुदासी हो गयी तो मेरे मन में आया क्यों न अंकित से चुदवाया जाये ? उसका लौड़ा भी बढ़िया है और चोदता भी अच्छा है ? बस मैं आधे घंटें में वहां पहुँच गयी। दरवाजा शायद उसकी बीवी आशा ने खोला । वह मुझे देख कर बोली तो आप कनिका है न ? मैं अंदर घुस कर बैठ गयी और बोली हां मैं कनिका हूँ पर तुम्हे कैसे मालूम ? वह बोली मुझे रेहाना आंटी ने अब बता दिया है। तुम मेरे पति से चुदवाती हो न ? तुम्हे उसका लण्ड पसंद आया की नहीं ? मैंने हाँ कह दिया। वह फिर बोली तो फिर तुम्हे पराये मर्दों से चुदवाने में मज़ा आता है न ? मैंने कहा हां बिलकुल आता है। बस वह मुझे अंदर ले गयी। वहां दो मर्द बिलकुल नंगे बैठे थे। दोनों के लण्ड टन टना रहे थे। उसके बगल में बैठी थी एक शादी शुदा लड़की वह भी बिलकुल नंगी। वह दोनों लण्ड हाथ से पकड़ कर सहला रही थी। वह बोली देखो कनिका यह है भोसड़ी का मंजीत और यह है माँ का लौड़ा अज़हर ? मेरे साथ है चन्दन की बीवी चित्रा ? हम दोनों इन दोनों मर्दों से चुदवा रही हैं। ये भोसड़ी के न तो मेरे पति है और न मैं इनकी बीवी ? लेकिन हमें इनके लण्ड पसंद है और इन्हे हमारी चूत ? तुम्हे भी अगर चुदवाना हो तो खोलो कपड़े पकड़ो लण्ड ?
मैं तो इतनी मस्त हो गयी की झुक कर दोनों लण्ड पकड़ लिया और बारी बारी से चाटने लगी। इतने में चित्रा बुर चोदी ने मेरे कपड़े उतार कर मुझे एकदम नंगी कर दिया।
मैंने कहा भोसड़ी के मंजीत मैं तेरी बीवी नहीं हूँ मुझे चोदो ? मुझे पटक पटक के चोदो ? और मादर चोद अज़हर मैं तेरी भी बीवी नहीं हूँ, मुझे चोदो ? मुझे हचक हचक के चोदो ? भकाभक चोदो मेरी बुर, मेरी गांड, मेरी चूंची और मेरा मुंह ? यार तुम दोनों के लण्ड घोड़े के लण्ड के बराबर हैं ? पेल दो दोनों लण्ड मेरी चूत में ? आज मुझे रात भर चोदो मेरे राजा ?
आशा और चित्रा मुझे देख कर दंग रह गयी। मैं तो भूंखी शेरनी की तरह उन दोनों के लण्ड पर झपट पड़ी थी। मैंने फ़ौरन एक लण्ड अपनी बुर में पेला और दूसरा मुंह में ? मैं यह भूल गयी की यहाँ कोई और भी अपनी बुर चुदवाने के लिए बैठी है। लेकिन उन दोनों ने मुझे रोका नहीं और मैं तब तक चुदवाती रही जब तक उन दोनों के लण्ड खलास नहीं हो गये ।
दूसरे दिन मैं रेहाना आंटी के घर पहुँच गयी ? मैं बड़ी बेशर्मी से बोली कहाँ है तेरा भोसड़ी का मरद आंटी ? बुलाओ मादर चोद को अभी मेरे सामने मैं उसका लण्ड चोदूंगी सबके सामने ? मैं गैर मर्दों से चुदवा कर चुदवा कर बड़ी बेशरम और बेहाया हो गयी थी। मैं चुदाई के पागल होने लगी। मेरा मन होने लगा की मैं बाहर सड़क पर नंगी नंगी घूमूं और सबके लण्ड पकड़ पकड़ कर चुदवाऊँ ? इतने में अंकल आ गया । उसे देख कर तो मेरी चूत की आग और भड़क उठी। इतना हैंडसम आदमी, इतना स्मार्ट और हट्टा कट्टा गोऱा चिट्टा आदमी मैं पहली बार देख रही थी। मैंने कहा हाय आंटी इसका लौड़ा तो बहुत ही अच्छा होगा बहन चोद ? आज मैं दिन भर इसी से चुदवाऊँगी। ऐसा कह कर मैंने अंकल की लुंगी खोल दी और लण्ड बाहर निकाल कर हिलाने लगी। मैंने बोली बाप रे बाप ? इतना लंबा चौड़ा लौड़ा ? भोसड़ी की आंटी तू मादर चोद इतना बढ़िया लण्ड छोड़ कर बन्दर की नूनी के जैसे लण्ड पकड़ती घूमती रहती है ? अरे बुर चुदवाना है तो अंकल के लण्ड जैसे लोगों से बुर चुदवाओ ? वह बोली अरी पगली कनिका अपने मियां का लण्ड चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो, मगर लण्ड हमेशा पराये मर्दों के ही अच्छे लगते हैं ?
मैंने फ़ौरन अपने कपडे खोले और अंकल को भी आंटी के सामने ही नंगा किया। वह भी नंगा और मैं भी नंगी ? वह चाटने लगा मेरी चूत और मैं चाटने लगी उसका लण्ड ? मैंने कहा अंकल भोसड़ी के न तू मेरा मियां है और न मैं तेरी बीवी, मुझे चोदो ? मुझे पटक पटक के चोदो ? हर तरफ से चोदो मुझे और मेरी बुर, मेरी गांड, मेरी चूंची चोदो ? मैंने ज़िन्दगी में पहली बार इतने मस्त और मोटे लण्ड से चुदवाया...
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