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ग़ैर मर्दों से चुदाना सिखाती हूँ - Asli majaa lena hai to dusre mardon se chudo
ग़ैर मर्दों से चुदाना सिखाती हूँ - Asli majaa lena hai to dusre mardon se chudo, गैर लड़की और मर्द से सेक्स की कल्पना, गैर मर्द से चुदाई की चाह, चूत चुदाई की कहानियाँ, Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan. Stories about sex.
- हाय दईया, यह तू कौन सा काम कर रही है स्नेहा ? तुझे ऐसा करने में शर्म नहीं आती ? शादी शुदा लड़कियों को पराये मर्दों से चुदवाना सिखा रही है तू भोसड़ी वाली ? बर्बाद कर रही है तू इन शादी शुदा लड़कियों को ? अरे अगर सिखाना ही है तो कोई उन्हें कोई और काम सिखा ? उन्हें किसी और काम के काबिल बना ? उन्हें ज़िन्दगी ठीक से जीने के तरीके सिखा ?
- वही तो सिखा रही हूँ विमला आंटी, आप मुझे यह बताईये की अगर मर्दों को चोदने का हक़ है तो औरतों को चुदवाने का हक़ क्यों नहीं है ? अगर एक मर्द किसी की बीवी चोद सकता है तो बीवी उसके मर्द से क्यों नहीं चुदवा सकती ? मर्द बहन चोद अपना लण्ड किसी परायी बीवी की बुर में पेल सकता है तो बीवी किसी पराये मर्द का लण्ड अपनी चूत में क्यों नहीं पेल सकती ? मर्द अगर खुले आम तेरी माँ का भोसड़ा तेरी बहन का लण्ड बोल सकता है तो औरत खुले आम तेरी माँ का भोसड़ा तेरी बहन का लण्ड क्यों नहीं बोल सकती ? क्या सारा हक़ केवल मर्दों का ही हैं औरतों को कोई हक़ नहीं ? मैं तो कहती हूँ की जो काम मर्द करता है वही काम औरत भी कर सकती है। मर्द अगर बुर चोदता है तो औरत लण्ड चोदती है ? मरद अगर बुर चाटता है तो औरत लण्ड चाटती है। मर्द अगर दुनिया चलाता है तो औरत दुनिया बनाती है। किस चीज में कम है आज की औरत ? बस मैं औरत को मर्द के साथ चलना सिखा रही हूँ। मर्द को अगर दूसरे की बीवी चोद कर मज़ा लेने का हक़ है तो बीवी को भी दूसरे मर्द से चुदवाकर मज़ा लेने का हक़ है।
- तो तू भोसड़ी की स्नेहा कितने मर्दों से चुदवाती है और कितने मर्दों से चुदवा चुकी है ?
- मैं तो कई मर्दों से चुदवाती हूँ आंटी और मैं तेरे मरद से भी चुदवा चुकी हूँ। शेखर अंकल का लौड़ा मुझे बेहद पसंद है ? चूत में घुस कर बड़ी दूर तक चोदता है उसका मादर चोद लण्ड ?
- हाय दईया तब तो मैं तेरे पति का लण्ड अपनी बुर में पेलूँगी ?
- तो पेल ले न बुर चोदी ? मैंने मना किया है क्या ?
एक दिन एक लड़की ने मुझे अपनी जीजा का लण्ड पकड़ा दिया। वह मेरी ज़िन्दगी का पहला लण्ड था। उसके बाद तो मैंने मुड़ कर नहीं देखा और एक के बाद एक लण्ड पकड़ती गयी। आगे चल कर चुपके चुपके चुदवाने भी लगी और धीरे धीरे गांड में भी लण्ड पेलने लगी। एक दिन जब मैंने अपनी मम्मी को किसी पराये मरद का लण्ड चूसते हुए देखा और फिर उसे अपनी बुर में पेल कर चुदवाते हुए देखा तब से मेरी हिम्मत और खुल गयी । मैं फिर बेशर्म भी होने लगी। एक बार मैंने विमला आंटी और मम्मी की बातें सुनी और उनके बीच मैंने दोनों को खूब गालियां बकते हुए सुना तब से मैं भी गालियां फ़टाफ़ट मुंह से निकालने लगी।
शादी के बाद मैं एक ही मर्द के लण्ड में फंस गयी। मेरा मन नहीं किसी काम में नहीं लग रहा था। मैं जब अकेली होती तो बस किसी का लौड़ा पकड़ने का मन होने लगता। किसी से चुदवाने की इच्छा होने लगती। मैं सोंच ही रही थी क्या करूँ तभी मेरी एक सहेली शोभा का फोन आ गया। उसने तुरंत आने को कहा। मैंने सोंचा की चलो यहां अकेल बैठने से अच्छा है उसके पास चली जाऊं ! मै आधे घंटे में उसके पास पहुँच गयी। वह मुझे देख कर बहुत खुश हुई और मेरे सामने ड्रिंक्स रख दिया। उसे मालूम है की मैं ड्रिंक्स लेती हूँ। फिर हम दोनों शराब पीने लगीं। शोभा मेरी बहुत अच्छी दोस्त है। हम दोनों साथ साथ पढ़ी लिखी है और खूब मस्ती भी की है। उसकी भी शादी के लगभग दो साल हुए हैं। बाते होने लगीं तो होते होते चुदाई पर आ गईं हम दोनों।
मैंने साफ साफ़ कहा :- यार शोभा, मेरा काम एक लण्ड से नहीं चलता ?
उसने फ़ौरन जबाब दिया :- तू मेरे पति का लण्ड ले ले ?
मैंने कहा :- यार यह कोई हलवा पूड़ी है क्या ? तू मेरी पूड़ी ले मैं तेरी पूड़ी ले लूँ ?
उसने कहा :- अरे यार इसे हलवा पूड़ी ही समझ ? मैं तुझे एक प्लान बताती हूँ। मैं अभी अपने पति को तुमसे मिलवाती हूँ। तुम उससे खूब गन्दी गन्दी बातें करो। उसे गालियां सुनाओ। उसे लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का बड़ा शौक है। लड़कियां जब लण्ड की गालियां देतीं है तो वह बहुत एन्जॉय करता है। फिर तुम उसके लण्ड पर हाथ मार देना। और फिर बड़ी बेशर्मी से उसका लौड़ा पकड़ लेना।
मैंने कहा :- तो तू क्या करेगी उस समय ?
वह बोली :- देख मिलवाने के बाद तू चुपके से मुझे एक मिस्ड कॉल मार देना ? मैं अपने पति से कहूँगी की मैं अपनी सहेली के घर जा रही हूँ और मैं बाहर चली जाऊँगी। तब तू और मेरा पति दोनों ही घर में होंगें और कोई नहीं। तब तक तुम लण्ड पकड़ कर चूस लेना ? उसका मज़ा ले लेना। हो सके तो मुठ्ठ मार के पी लेना लण्ड ? तब तक मैं जाऊँगी ? हां तुम्हे चुदवाने का टाइम आज नहीं दूँगी। मैं उसकी बात मान गयी। उसने अपने पति को बुलवाया और कहा लो इससे मिलो यह है मेरी पक्की सहेली स्नेहा। और यह है मेरा हसबैंड समीर। मैं उससे मिलकर खुश हुई। वह बड़ा हैंडसम था। मैं तो बस उसके लण्ड के बारे में सोचने लगी। वह हमारे साथ शराब पीने लगा। तब मैंने मिस्ड कॉल मार दी। शोभा के फोन की घाटी बजी तो वह बोली हाय समीर मैं ज़रा काम से बाहर जा रही हूँ तुम लोग बातें करो। वह चली गयी। मैं समीर को देखने लगी वह मुझे। मैंने अपनी चूंचियां आधे से अधिक खोल रखीं थीं।
वह बोला - स्नेहा तुम बहुत सुन्दर हो -- आप भी तो बहुत हैंडसम हो -- आप दोनों साथ साथ पढ़ी हैं -- हां बिलकुल और मस्ती से पढ़ीं है हम दोनों -- कैसी मौज़ मस्ती की तुम दोनों ने -- ये पूंछो की कौन सी मस्ती नहीं की हमने बहन चोद -- तब तो लड़के आपके पीछे पीछे घूमते होंगें -- हां माँ के लौड़े सभी घूमते थे भोसड़ी वाले ( मैंने गालियां निकाली तो वह खुश होने लगा ) -- तब फिर आप क्या करती थीं -- गांड मारती थी उनकी कभी कभी माँ चोदती थी -- बाप रे बाप तब तो आप बड़ी खतरनाक थी -- वे भी बहन के लण्ड बड़े हरामी थे -- कभी किसी ने आपको पकड़ा -- किसी ने मुझे नहीं पकड़ा बल्कि मैंने पकड़ा उनका ,,,लण्ड, कई लड़कों के पकडे लण्ड, मुझे लण्ड से बड़ी मोहब्बत है यार -- तो आप सबका पकड़ लेती थी -- हा बिलकुल, जब बेशर्मी पर उतर आई तो फिर लण्ड हो या लौड़ा सब पकड़ लेती थी -- कैसे पकड़ती आप उनका ,,, -- मैं उठी और उसका लण्ड पैंट के ऊपर से पकड़ कर कहा ऐसे पकड़ती थी मादर चोदों के लण्ड ? उसने मुझे अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और मेरी चूंचियां दबाने लगा। मैं जान गयी की इसके लण्ड में आग लग चुकी है।
मैंने फिर उसकी बेल्ट खोल दी और पैंट की बटन के साथ साथ जिप भी। वह एकटक मेरी चूंचियां देखने लगा। मैंने हाथ डाल कर लण्ड बाहर निकाला और हिलाने लगी। मैंने कहा वाओ, यार समीर तेरा लौड़ा तो बहुत बड़ा है और मोटा भी है बहन चोद . अब शोभा के आने के पहले मैं इसे चाट लेती हूँ, चूस लेती हूँ। मैं लण्ड मस्ती से चाटने लगी।
मेरी चूंचियां भी बिलकुल नंगी थी और उसका लण्ड भी नंगा। इत्तिफ़ाक़ से झांटें साफ थी इसलिए लौड़ा बड़ा प्यारा लग रहा था। मैंने लण्ड चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आधे से अधिक लण्ड मुंह में घुसा लेती और फिर उसे बाहर निकालती। मैं जल्दी जल्दी ऐसा ही करने लगी। मुझे तो सुपाड़ा चूसने में ज्यादा ही मज़ा आ रहा था। मैं थोड़ा। तब तक वह बोला अरे स्नेहा भाभी मैं निकल जाऊंगा। तब मैंने स्पीड और तेज कर दी। उसने कहा भाभी मुठ्ठ मार दो प्लीज मैं खलास होने वाला हूँ। मैं मुठ्ठ मारने लगी और उसके लण्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में ? फिर मैं उसे बाथ रूम ले गयी। उसका लौड़ा धोया और अपनी चूंचियां ठीक की तब तक शोभा बुर चोदी आ गयी।
उसके आते ही समीर अंदर चला गया। शोभा ने पूंछा स्नेहा तुम्हे कैसा लगा मेरे पति का लण्ड ? मैंने कहा बड़ा मस्त है यार उसका लौड़ा। मेरा मन तो उसे छोड़ने का हो ही नहीं रहा था। अच्छा अब मैं चलती हूँ बड़ी देर हो गयी है। वह बोली भोसड़ी की अब तू कहाँ जायेगी। अभी रुक थोड़ा मैं तेरी बुर चोदूंगी तब जाना। मैं आँखे फाड़ फाड़ कर उसे देखने लगी। फिर वह बड़े प्यार से बोली अरी स्नेहा भोसड़ी की अब तू मेरे पति से चुदवा कर ही जाना। लण्ड चूसा है तो उसे अपनी बुर मे घुसा कर ठीक से चुदवा ले ? मेरा मन तो चुदवाने का था ही इसलिए मैं रुक गयी। थोड़ी देर बाद वह मुझे अपने बेड रूम ले गयी और वहां उसने खूब चुदवाई मेरी बुर। मैं वाकई बड़ी मस्त हो गयी उससे चुदवाकर। शादी के बाद वह मेरा पहला दिन था जब मैंने जी भर किसी पराये मरद से चदुवाया। पराये मरद के लण्ड का मज़ा मुझे अंदर ही अंदर गुदगुदाने लगा। मुझे बहुत तसल्ली हुई।
एक दिन फिर मैंने शोभा से बात की और उसे घर बुलाया । उसके बाद मैंने भी वही किया जो उसने मेरे साथ किया था। मैंने अपने पति का लण्ड उसकी बुर में पेला और खूब झमाझम चुदवाई उसकी बुर ? उसके बाद तो फिर सिलसिला चल पड़ा। कभी वह अपने घर में पतियों की अदला बदली करती और कभी मैं अपने घर में। एक दिन उसका फोन आया और वह बोली स्नेहा तुम अभी मेरे घर आ जाओ, बाहर का दरवाजा खुला है तुम सीधे मेरे बेड रूम में आ जाना। मैं जब बीएड रूम में पहुंची तो वह किसी मरद का लण्ड हिला रही थी। वह भी पूरी नंगी थी और वह मरद भी। सोभा मुझसे बोली लो तुम इसका लण्ड चूसो मैं अभी आती हूँ। मैं भी कपडे उतार कर लण्ड चूसने लगी। मुझे मज़ा आने लगा। इतने में शोभा बुर चोदी किसी आदमी का लण्ड पकड़े पकड़े अंदर आ गयी। मैंने जब गौर से देखा तो बोली हाय शेखर अंकल तुम ? तुम भोसड़ी के शोभा की बुर चोदते हो ? उसने कहा नहीं आज पहली बार चोदने जा रहा हूँ। शेखर अंकल विमला आंटी के हसबैंड हैं। मैंने एक हाथ से अंकल का लण्ड पकड़ लिया। लण्ड साला बड़ा मोटा मस्त मलंग था। मुझे मज़ा आ गया। शोभा बोली स्नेहा आज मैं तेरी बुर इन दोनों लण्ड से एक साथ चोदूंगी। मुझे दोनों पराये मर्दों के लण्ड भा गये और मैं खुल कर भकाभक चुदवाने लगी।
कुछ दिन बाद मैं पराये मर्दों से चुदवाने की एक्सपर्ट बन गयी। फिर मैंने जिन जिन लोगों से चुदवाया था उन सबकी बीवियां अपने हसबैंड से चुदवाईं। वह भी सबकी बीवियां चोद कर मस्त हो गया। मैं पति के सामने लोगों से चुदवाने लगी और वह मेरे सामने सबकी बीवियां चोदने लगा । धीरे धीरे मैं नयी पुरानी सभी बीवियों को पराये मर्दों से चुदवाना सिखाने लगी।
हमारे सामने मिसेज रोली मिसेज राधिका और मिसेज बरखा बैठी हुई थीं। मैं उन्हें बता रही थी की पराये मर्दों से कैसे चुदवाया जाता है ?
मैंने कहा :- देखो पराये मर्दों से चुदवाने का तरीका दो तरह का होता है :-
पहला - अपने पति को धोखा देते हुए चुपके चुपके पराये मर्दों से चुदवाना और
दूसरा - अपने पति को दूसरों की बीवियां चोदने के लिए तैयार करना और फिर पराये मर्दों से चुदवाना।
मैं हमेशा दूसरे तरीके की वकालत करती हूँ। अपने पति को अपने साथ रखो उसे धोखा मत दो प्लीज। अगर तुम पराये मरद से चुदवाने की इच्छा रखते हो तो वह परायी बीवी चोदने की इच्छा रखता है। बस एक दूसरे की इच्छा पूरी करो और चोदने चुदवाने का मज़ा लूटो ? अब मैं बताती हूँ की तुम कैसे पराये मरद पर डोरे डालोगी ? कैसे उसे रिझाओगी ? वैसे तो तरीके बहुत हैं पर मैं कुछ main main बातें बता रही हूँ।
- सबसे पहले पता लगाओ की तुम जिस मरद से चुदवाना चाहती हो उसकी बीवी कैसी है ? उससे नजदीकियां बढ़ाओ। बार बार एक दूसरे के घर आओ जाओ खूब खुल कर बातें करो, हंसी मजाक करो, अपने पति को भी साथ रखो, हो सके तो साथ बैठ कर दारू पियो।
- अपनी मस्त चूंचियां उसे बीच बीच में दिखाओ। बार बार दिखाओ। उससे तिरछीं सेक्सी नज़रों से देखो ? उसके कान में कुछ गन्दी और अश्लील बात कहो। उसका रिएक्सन देखो और फिर आगे बढ़ो।
- दारू के नशे के बहाने मुंह से खुले आम गालियां निकालो, सबको एन्जॉय करने दो ? खूब गन्दी गन्दी गालियां निकालो ?
- उस मरद की तरफ देख कर लण्ड की गालियां दो। अगर खुले आम लण्ड गालियां न दे सको तो मौका पाते ही उसके कान में 'लण्ड' 'लण्ड' बोलो और कोई भद्दी लण्ड गालियां सुनाओ।
- मौका पाते ही उसका लण्ड ऊपर से दबा दो ? और लण्ड की खूब तारीफ करो। लण्ड मादर चोद चाहे जैसा हो ?
- उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर रखो। वह दबा दे तो समझो की काम हो गया। फिर उससे चोदा चोदी की बातें करो ?
मैनें कहा :- तो फिर एक काम करो पहले अपनी अपने पति से बात कर लो। यहाँ हम लोगों की अधनंगी फोटो खींचो, अधखुली चूंचियों की फोटो खींचो, मोटी मोटी जाँघों की फोटो खींचो और अपने अपने पति को दूसरों की बीवियों की फोटो दिखाओ। मैं कुछ भद्दी भद्दी लण्ड की गालियां बोलती हूँ उसे record करो और तुम सब लोग भी रिकॉर्ड करो। फिर अपने अपने पति को दूसरों की बीवियों की गालियां सुनाओ ? खूब मस्ती करो और फिर प्यार से पूंछो क्या तुम मेरी इन सहेलियों की बुर चोदोगे ? यह सुनते है उनके लण्ड भोसड़ी के टन्ना उठेंगें ?
फिर सबने खूब फोटो खिंचाई, गालियां सबने record की और रात को अपने अपने पति का लण्ड हिलाते फोटो दिखाई और गालियां सुनवाई। उनसे जैसे ही पूंछा की के तुम मेरी सहेलियां चोदोगे ? तो सारे के सारे उछल पड़े ? सबने मुझे फोन करके बताया और फिर मैंने एक पार्टी अपने घर में रख ली। चार कपल इकठ्ठा हो गए और दारू शुरू हो गयी। मैंने देखा की सब साले मर्द एक दूसरे की बीवी चोदने के लिए उतावले हो रहें हैं और जब तीन तीन दारू अंदर गयी तो लण्ड टन टनाते हुए बाहर निकला आये। सबकी तनी हुई चूंचियां बाहर निकल आयीं . सबकी चूत बहन चोद उछल कर सबके सामने आ गयी। उधर हम चोारों बीवियां बुर चोदी नंगी हो गयी और इधर चारों मादर चोद मरद भी नंगे हो गए ? मैं बरखा के साथ हो गयी। वह मेरे मियां का लण्ड चाटने लगी और मैं उसके मियां का लण्ड ? रोली और राधिका भी एक दूसरे के मियां का लण्ड चाटने लगीं ?
उसके बाद तो फिर रात भर हुई भकाभक चुदाई। मर्दों ने तीन तीन परायी बीवियां चोदी और बीवियों ने तीन तीन पराये मर्दों के लण्ड अपनी अपनी चूत में घुसा घुसा कर खूब चुदवाया।
हमारा दायरा बढ़ता गया और हमें पराये लण्ड मिलते गये...
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