Home
» Kamvasna ka time sex stories कामवासना की हिंदी कहानियां Chudai mein pagal logon ke kisse
» एक साथ दो लोड़ों से चुदाई - Ek sath 2 landon se chut chudai
एक साथ दो लोड़ों से चुदाई - Ek sath 2 landon se chut chudai
एक साथ दो लोड़ों से चुदाई - Ek sath 2 landon se chut chudai, दो लंड और एक चूत, Do Lund Aur Ek Chut, एक नहीं दो लौड़ों से एक साथ चुदाई, एक साथ लिया दो लंड से मजा, Chut Ka Group Sex, Desi chudai kahani, Bhabhi sex story, Girlfriend ki chudai, Ghar ki chudai.
"चोदना हो तो मेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदो। मेरी बहू की सास का भोसड़ा चोदो"
---------------------------------
देख क्या रही है बुर चोदी बहू ? तेरे सामने एक मोटा ताज़ा मस्ताना लण्ड खड़ा है वही लण्ड पेल दे मेरी चूत में ? ,,,, हां हां मैं तेरे अब्बा के लण्ड की बात
कर रही हूँ, माँ की लौड़ी ? मैं तेरे अब्बा के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ। जबसे इसे देखा है तब से मेरा भोसड़ा इसका लण्ड खाने के लिए बेताब है। इसलिए तू भोसड़ी की अपने अब्बा का लण्ड पेल दे मेरे भोसड़ा में बहू ? मैं जाने कब से तेरे अब्बा से चुदवाने की सोंच रही थी ? आज मौक़ा मिला है तो फिर चूकना क्यों ? और देख भोसड़ी की तेरे पीछे कौन नंगा नंगा खड़ा है ? हां तेरा नंदोई खड़ा है बहू ? देख न उसका लौड़ा भी हिनहिना रहा है बहन चोद ? उसे तू अपनी बुर में घुसा ले ? अब मेरे साथ यहीं इसी कमरे में चोदा चोदी का मज़ा लूट ले ? तू अपने अब्बा से मेरा भोसड़ा चुदवा ले और मैं अपनी बेटी के मरद से तेरी बुर चुदवा लेती हूँ। तू अपनी सास का भोसड़ा चुदवा मैं अपनी बहू की बुर चुदवाती हूँ।
दोस्तों, मैं हरामजादी मादर चोद समीना बेगम हूँ। जी हां मैं नज़मा की सास हूँ। मैं बहुत बड़ी ऐय्यास औरत हूँ और चोदने चुदाने का कोई भी मौक़ा अपने हाथ से जाने नहीं देती ? मुझे लण्ड से जबरदस्त मोहब्बत है ? मैं लण्ड चाटती हूँ, लण्ड चूसती हूँ, लण्ड पीती हूँ, लण्ड खाती हूँ, लण्ड बिछाती हूँ और लण्ड ओढ़ती हूँ ? मेरी ज़िन्दगी में लण्ड के अलावा और कोई चीज महत्व नहीं रखती ? लण्ड बहन चोद चाहे जिसका हो ? मैं न किसी लण्ड वाले से शर्माती हूँ और न डरती हूँ। मैं तो बस अपने मन की बात सुनती हूँ। अपनी चूत की बात सुनती हूँ और वही करती हूँ जो चूत कहती है।
यही हाल मेरी बुर चोदी बेटी रुबिया का भी है। वह भी लण्ड की उतनी ही दीवानी है जितनी की मैं ? जब वह १९ साल की हुई तभी मैंने उसे लण्ड पकड़ा दिया था। उसे लण्ड चाटना लण्ड चूसना और मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना सिखा दिया था। हालांकि बाद में मुझे मालूम हुआ की वह तो भोसड़ी वाली पिछले दो साल से लण्ड पी रही है। मैं नाराज़ नहीं हुई बल्कि बहुत खुश हुई ? उसके आज़ादी से लण्ड पीने की आदत से उसकी खूबसूरती और निखर आई है। वह और बोल्ड हो गयी है और खुले आम लोगों की माँ बहन चोदने लगी है।
हमारे पास बहुत धन दौलत है। बहुत बड़ा बिज़नेस है, संपत्ति है। खूब पैसा आता है । हमें किसी बात की कमी नहीं है। हां अगर कमी है तो वह लण्ड की ? हमारी ससुराल में कहने को मेरे शौहर के ८ भाई हैं। लेकिन सब के सब विदेश में हैं। मेरा मरद भी मुझे छोड़ कर विदेश चला गया। अब घर में केवल मैं मेरी बेटी और मेरी बहू ? मेरी बहू अभी कुछ दिन के लिए ही आई है। वह भी विदेश चली जाएगी मेरे बेटे के पास ? अच्छी बात यह है की मेरी मादर चोद बहू भी मेरी ही तरह लण्ड की शौक़ीन है। इसने आते ही पहले ही दिन मुझसे कह दिया था भोसड़ी की सासू मुझे हर रोज़ २/३ लण्ड चाहिए ? मेरे माईके का बहुत बड़ा कुनबा है। हम खुद १४ भाई बहन है . उनके बच्चे बच्चो की ससुराल बस कुछ है। वहां किसी को लण्ड की कमी नहीं महसूस होती। मेरी बेटी की ससुराल का भी बहत बड़ा कुनबा है। वहां भी बुर चोदने वाले दर्जनो लण्ड हैं। बहू का माइका और बेटी की ससुराल मुझे लण्ड की कमी कभी महसूस नहीं होने देती। मैं जितने चाहूँ उतने लण्ड अपने सामने खड़े कर सकती हूँ। अपना भोसड़ा चुदवा सकती हूँ, अपनी बिटिया की बुर चुदवा सकती हूँ और अपनी बहू की चूत ?
मैं तो कहती हूँ - चोदना हो तो मेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदो। मेरी बहू की सास का भोसड़ा चोदो।
मेरी बेटी कहती है - चोदना हो तो मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। मेरी भाभी की नन्द की चूत चोदो।
मेरी बहू कहती है - चोदना हो तो मेरी सास की बहू की बुर चोदो। मेरी नन्द की भाभी का भोसड़ा चोदो।
इतने में मेरी बहू ने अपने अब्बा का ९" लौड़ा मेरे भोसड़ा में टिका दिया और पीछे से एक धक्का देकर बोली भोसड़ी के अब्बू लो अब चोदो मेरी सास का भोसड़ा ? लौड़ा साला गप्प से मेरे भोसड़ा में घुस गया और मैं मस्ती से चुदवाने लगी। लण्ड घुसते ही मुझे महसूस हुआ की कहीं लौड़ा मेरे मुंह न निकल आये ? तब तक बहू ने अपने नंदोई का लण्ड पकड़ कर अपनी चूत में घुसेड़ लिया। वह उछल उछल कर चुदवाने लगी। हम दोनों सास बहू एक ही कमरे में एक ही बिस्तर पर लेटी हुई चुदवाने का मज़ा लूटने लगीं । मेरी बहू का मुंह मेरी गांड की तरफ था और मेरा मुंह उसकी गांड की तरफ था। बहू का अब्बू और उसका नंदोई का मुंह दोनों आमने सामने थे और एक दूसरे को देख देख कर धक्का मार रहे थे।
हम दोनों की चूंचियां उछल रही थी। मेरी बहू की चूंचियां भी मस्त थीं। वह बुर चोदी जाने कितने मर्दों से अपनी चूंचियां मसलवाती रहती है। मैंने पूंछा बहू तू भोसड़ी की अपने अब्बू से चुदवाती है की नहीं ? वह बोली हां बिलकुल चुदवाती हूँ तो इसमें हर्ज़ ही क्या है ? जब इतना बढ़िया लण्ड घर में है तो उसका फायदा क्यों न उठाया जाए ? और चुदाई में कोई रिस्ता नहीं देखा जाता भोसड़ी की सासू जी ? तेरी बिटिया भी तो सबसे चुदवाती है बहन की लौड़ी ? मैंने कहा हां बहू मेरा यह कहना था की अगर तू न चुदवाती हो तो आज मैं तेरी चूत में पेल दूँ तेरे अब्बू का लण्ड ? वह बोली अगर तेरा मन लण्ड पेलने का है तो पेल दे। मैं तो चुदवा ही लूंगी। अब्बू मादर चोद घर में सबकी बुर चोदता है। मेरी भाभी तो हर रोज़ पीती है इसका लण्ड ? मेरी खाला अपना भोसड़ा चुदवाती हैं तो खाला की बेटी इसका लण्ड चाटती है । चोदा चोदी में सब कुछ जायज़ है मेरी बुर चोदी सास ?
अचानक मैं उठी और बहू के अब्बू का लण्ड बहू की बुर में घुसड़ दिया। वह भी बुर चोदी मस्ती से चुदवाने लगी। तभी मेरी बेटी का मियां उठा और अपना लण्ड मेरे भोसड़ा में घुसा दिया। वह मुझे चोदने लगा। मैंने कहा मादर चोद तू अपनी सास चोद रहा है ? वह बोला तो क्या हुआ जब मैं अपनी बीवी चोद सकता हूँ तो बीवी की माँ क्यों नहीं चोद सकता ? थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद मैं उसका लण्ड चाटने लगी।
रात को ८ बजे मेरी बेटी आ गयी।
मैंने पूंछा :- इतनी देर से कहाँ माँ चुदा रही थी तू अपनी भोसड़ी की रुबिया ?
वह बोली :- मैं तेरी बिटिया की बुर चुदा रही थी मेरी हरामजादी समीना बेगम ?
मैंने कहा ;- आज बड़ा मज़ा आया बेटी। आज बहू के अब्बा ने मुझे खूब चोदा। उसका ९" का लण्ड मुझे बहुत भा गया, बेटी ? मैं तो कहती हूँ तू भी एक दिन चुदवा कर देख ले ? मज़ा आ जायेगा ?
वह बोली :- हां हां चुदवा लूंगी। वैसे मैं ९" के लण्ड कई बार पेल चुकी हूँ अपनी चूत में ? आज एक और ९" का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी मैं।
मैंने कहा :- हाय दईया, तो तू क्या मुझे कम समझती है ? मैं भी चोदूंगी तेरी चूत और चोदूंगी तेरी भाभी की बुर ?
वह बोली :- अरे हां मैं तो बताना भूल ही गयी। आज मेरा ससुर मेरी भाभी की बुर चोदने आ रहा है। तुझको अगर अपना भोसड़ा चुदवाना हो तो चुदवा लेना ?
शाम को बहू नज़मा अपने साथ दो लोगों को लेकर आ गयी। मैं और मेरी बेटी रुबिया बैठी हुई थी। मेरी नज़र जब दोनों पर पड़ी तो अच्छा लगा। दोनों मस्त जवान लड़के थे। बेटी भी उन्हें देख कर खुश हुई। तब तक बहू नज़मा बोली सासू जी ये है भोसड़ी का हनीफ़ मेरा मामू जान है और यह है मादर चोद वसीम मेरी बहन की बुर चोदने वाला मेरा जीजू। हमने दोनों को दारू में शामिल कर लिया।
मैंने पूंछा :- बहू, इन दोनों को तो तुम अच्छी तरह से जानती होगी ?
बहू ने बताया :- हां खूब जानती हूँ सासू जी। इन्हे भी जानती हूँ और इनके लण्ड भी जानती हूँ।
मेरी बेटी बोली :- हाय दईया मेरी बुर चोदी नज़मा भाभी, तू कितने लोगों के लण्ड के बारे में जानती है भोसड़ी वाली ?
वह बोली :- अरे यह सवाल तू कर रही है बहन की लौड़ा रुबिया, जो हर दिन एक नया लण्ड पकड़ती है। तू तो सबसे ज्यादा लण्ड पकड़ती है.
रुबिया बोली :- हां पकड़ती हूँ तो तेरी गांड क्यों जल रही है, नज़मा भाभी ?
बहू ने कहा :- मेरी गांड क्यों जलेगी, बहन चोद ? मेरे पास लण्ड की कमी है क्या ? देख भोसड़ी की अभी दो लेकर आई हूँ लण्ड ? कहो तो अभी ४/५ लण्ड और ले आऊँ तेरी चूत के लिए और तेरी माँ की चूत के लिए भी ?
हनीफ और वसीम दोनों बैठे बैठे बड़ा मज़ा ले रहे था। उन्हें इस तरह की बातें शायद पहली बार सुनने को मिल रहीं हैं। बहू ने मेरा हाथ पकड़ कर हनीफ के लण्ड पर रख दिया और कहा ले भोसड़ी की सास, खोल कर देख ले मेरे मामू जान का लण्ड ? उसपकड़ ने फिर मेरी बेटी का हाथ पकड़ा और वसीम के लण्ड पर रख कहा ले तू भी मादर चोद मेरे जीजू का लण्ड पकड़ कर देख ले ? अच्छा लगे तो अपनी बुर चुदवाना और फिर अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लेना ? हम दोनों बुर चोदी ऊपर से ही लण्ड दबाने लगीं।
तब तक फिर किसी ने दरवाजा खटखटाया। बहू ने दरवाजा खोला और थोड़ी देर में वापस आकर बोली ले भोसड़ी की रुबिया आ गया तेरा मादर चोद ससुर ? रुबिया ने अपने ससुर को देख कर कहा भोसड़ी के युसूफ इतनी देर से अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था तू ? वह बोला नहीं बहू मैं तो दोपहर में ही आ गया लेकिन एक दोस्त के घर चला गया था। रुबिया ने पूंछा वहां क्या गांड मराने गया था अपनी ? वह बोला नहीं बहू, अपनी गांड मराने नहीं, मैं उसकी बीवी चोदने गया था ? रुबिया ने कहा तुम्हे तो पहले यहाँ आना था ? हम लोग जाने कबसे तेरा इंतज़ार कर रहीं हैं ? वह बोला मैं क्या करता बहू वही मेरे पीछे पड़ गया और कहा यार अब यहाँ तक आये तो मेरी बीवी चोद कर जाओ ? मेरा भी मन हो गया उसकी बीवी चोदने का इसलिए मैं चला गया। वह अक्सर मुझसे अपनी बीवी चुदवाता है।
मैं और मेरी बहू दोनों उसकी बातों को सुनकर मज़ा ले रही थीं। मैंने हनीफ की लुंगी के अंदर हाथ डाल रखा था और उसका लण्ड अंदर ही अंदर सहला रही थी। लण्ड का दीदार तो नहीं किया लेकिन मालूम हो गया की लण्ड बड़ा दमदार है। तब तक मेरी बेटी रुबिया बोली अरी भोसड़ी की अम्मी ले मेरे ससुर का लण्ड पकड़ ? अम्मी, यह साला बड़ा हरामी आदमी है। अपनी बिटिया की बुर भी नहीं छोड़ता ? सबकी बुर में लण्ड पेला करता है इसलिए मैं भी एक दिन इसके चपेट में आ गयी। रात का समय था और यह भोसड़ी का मेरे कमरे में आया और अपनी लुंगी खोल कर मेरे सामने एकदम नंगा खड़ा हो गया। बोला रुबीना बहू ज़रा इसे पकड़ कर देखो प्लीज ? मैंने कहा देखना क्या मादर चोद लण्ड है तेरा ? लण्ड एकदम टन्नाया हुआ था। मुझे भी जोश आ गया और मेरे हाथ ने अपने आप पकड़ लिया लण्ड ? मेरे पकड़ते ही लण्ड साला और सख्त हो गया। फिर यह बोला बहू इसे अपने अंदर घुसेड़ लो प्लीज ?
मैने कहा साले बेटी चोद हरामी गांडू कहीं का अब तू अपनी बहू की बुर चोदेगा ? वह बोला अरे इसमें क्या ? लण्ड का काम है चोदना और बुर का काम है चुदाना। दोनों को अपना अपना काम करने दो बहू ? मैंने कहा अभी मैं तेरे बहन चोद लण्ड को अपनी चूत में डाल भून डालूंगी। मैंने किया भी यही। थोड़ी देर तक तो लण्ड चूसा और फिर चूत में पेल कर गचागच चुदवाया ? तेल निकाल लिया मैंने बहन चोद लण्ड का ? मेरे खलास होने के पहले ही खलास हो गया मादर चोद मेरा ससुर ? तब वह बोला बहू आज पहली बार मेरा लण्ड किसी की बुर से हारा है।
फिर रुबिया ने हनीफ का लण्ड मुझसे छीन लिया और मेरा हाथ अपने ससुर के लण्ड पर रख दिया। मैं तो चाहती ही यही थी। मैं जल्दी जल्दी उसके कपड़े उतारने लगी और उसे नंगा कर दिया। लण्ड मेरे हाथ में आ गया और मैं हिलाने लगी लण्ड ? लण्ड बहन चोद बढ़ने लगा। पूरे कमरे में सब लोग नंगे थे। एक तरफ हम तीनो की चूत और दूसरी तरफ उन तीनो के लण्ड ? मैंने जब बेटी के ससुर का लण्ड चाटना शुरू किया तो वह और कड़क हो गया, घोड़े की तरह हिनहिनाने लगा साला लण्ड ? मैंने कहा अरी रुबिया ये तो बहुत बड़ा लण्ड है बिटिया ? ये तो मादर चोद बहू के अब्बा के लण्ड से भी बड़ा है। ये तो मेरा भोसड़ा उड़ा देगा बेटी ? वह बोली आज तेरा भोसड़ा उड़ाने के लिए ही इसे बुलाया मेरी बुर चोदी समीना अम्मी ? तेरा भोसड़ा साला बड़ा उत्पात करने लगा था न ? आज उसे पता चलेगा की लण्ड क्या चीज होता है ? अभी तो यह तेरी बहू की बुर चोदेगा और चोदेगा तेरी बिटिया की चूत ? मैं तो कहती हूँ की तू आज इससे गांड भी मरा ले ?
तब तक उसने लण्ड मेरे भोसड़ा में ठोंक दिया। मैं बड़ी मस्ती से चुदवाने लगी। मेरे बगल में मेरी बहू अपने मामू के लण्ड से अपनी बुर चुदवाने लगी और मेरी बेटी ने बहू के जीजा का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया। उसे भी अपनी भाभी की जीजू से चुदवाने में खूब मज़ा आने लगा। तीन चूत एक साथ चुद रही थी। धकाधक, भचाभच, गचागच, झमाझम तीनो चूत की चुदाई हो रही थी। ऐसा मालूम पड़ रहा था की यहाँ कोई बुर चोदने का कारखाना चल रहा है। सब भोसड़ी वाली एक दूसरे की बुर चुदते हुए देख रही थी। हम तीनो ने बारी बारी से दो दो लण्ड से भी खूब चुदवाया।
अचानक मेरी बेटी का फोन बज उठा। उसने उठाया तो बोली हाय अम्मी ये तो मेरी नन्द का फोन का है।
---------------------------------
देख क्या रही है बुर चोदी बहू ? तेरे सामने एक मोटा ताज़ा मस्ताना लण्ड खड़ा है वही लण्ड पेल दे मेरी चूत में ? ,,,, हां हां मैं तेरे अब्बा के लण्ड की बात
कर रही हूँ, माँ की लौड़ी ? मैं तेरे अब्बा के लण्ड को दिल दे बैठी हूँ। जबसे इसे देखा है तब से मेरा भोसड़ा इसका लण्ड खाने के लिए बेताब है। इसलिए तू भोसड़ी की अपने अब्बा का लण्ड पेल दे मेरे भोसड़ा में बहू ? मैं जाने कब से तेरे अब्बा से चुदवाने की सोंच रही थी ? आज मौक़ा मिला है तो फिर चूकना क्यों ? और देख भोसड़ी की तेरे पीछे कौन नंगा नंगा खड़ा है ? हां तेरा नंदोई खड़ा है बहू ? देख न उसका लौड़ा भी हिनहिना रहा है बहन चोद ? उसे तू अपनी बुर में घुसा ले ? अब मेरे साथ यहीं इसी कमरे में चोदा चोदी का मज़ा लूट ले ? तू अपने अब्बा से मेरा भोसड़ा चुदवा ले और मैं अपनी बेटी के मरद से तेरी बुर चुदवा लेती हूँ। तू अपनी सास का भोसड़ा चुदवा मैं अपनी बहू की बुर चुदवाती हूँ।
दोस्तों, मैं हरामजादी मादर चोद समीना बेगम हूँ। जी हां मैं नज़मा की सास हूँ। मैं बहुत बड़ी ऐय्यास औरत हूँ और चोदने चुदाने का कोई भी मौक़ा अपने हाथ से जाने नहीं देती ? मुझे लण्ड से जबरदस्त मोहब्बत है ? मैं लण्ड चाटती हूँ, लण्ड चूसती हूँ, लण्ड पीती हूँ, लण्ड खाती हूँ, लण्ड बिछाती हूँ और लण्ड ओढ़ती हूँ ? मेरी ज़िन्दगी में लण्ड के अलावा और कोई चीज महत्व नहीं रखती ? लण्ड बहन चोद चाहे जिसका हो ? मैं न किसी लण्ड वाले से शर्माती हूँ और न डरती हूँ। मैं तो बस अपने मन की बात सुनती हूँ। अपनी चूत की बात सुनती हूँ और वही करती हूँ जो चूत कहती है।
यही हाल मेरी बुर चोदी बेटी रुबिया का भी है। वह भी लण्ड की उतनी ही दीवानी है जितनी की मैं ? जब वह १९ साल की हुई तभी मैंने उसे लण्ड पकड़ा दिया था। उसे लण्ड चाटना लण्ड चूसना और मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना सिखा दिया था। हालांकि बाद में मुझे मालूम हुआ की वह तो भोसड़ी वाली पिछले दो साल से लण्ड पी रही है। मैं नाराज़ नहीं हुई बल्कि बहुत खुश हुई ? उसके आज़ादी से लण्ड पीने की आदत से उसकी खूबसूरती और निखर आई है। वह और बोल्ड हो गयी है और खुले आम लोगों की माँ बहन चोदने लगी है।
हमारे पास बहुत धन दौलत है। बहुत बड़ा बिज़नेस है, संपत्ति है। खूब पैसा आता है । हमें किसी बात की कमी नहीं है। हां अगर कमी है तो वह लण्ड की ? हमारी ससुराल में कहने को मेरे शौहर के ८ भाई हैं। लेकिन सब के सब विदेश में हैं। मेरा मरद भी मुझे छोड़ कर विदेश चला गया। अब घर में केवल मैं मेरी बेटी और मेरी बहू ? मेरी बहू अभी कुछ दिन के लिए ही आई है। वह भी विदेश चली जाएगी मेरे बेटे के पास ? अच्छी बात यह है की मेरी मादर चोद बहू भी मेरी ही तरह लण्ड की शौक़ीन है। इसने आते ही पहले ही दिन मुझसे कह दिया था भोसड़ी की सासू मुझे हर रोज़ २/३ लण्ड चाहिए ? मेरे माईके का बहुत बड़ा कुनबा है। हम खुद १४ भाई बहन है . उनके बच्चे बच्चो की ससुराल बस कुछ है। वहां किसी को लण्ड की कमी नहीं महसूस होती। मेरी बेटी की ससुराल का भी बहत बड़ा कुनबा है। वहां भी बुर चोदने वाले दर्जनो लण्ड हैं। बहू का माइका और बेटी की ससुराल मुझे लण्ड की कमी कभी महसूस नहीं होने देती। मैं जितने चाहूँ उतने लण्ड अपने सामने खड़े कर सकती हूँ। अपना भोसड़ा चुदवा सकती हूँ, अपनी बिटिया की बुर चुदवा सकती हूँ और अपनी बहू की चूत ?
मैं तो कहती हूँ - चोदना हो तो मेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदो। मेरी बहू की सास का भोसड़ा चोदो।
मेरी बेटी कहती है - चोदना हो तो मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। मेरी भाभी की नन्द की चूत चोदो।
मेरी बहू कहती है - चोदना हो तो मेरी सास की बहू की बुर चोदो। मेरी नन्द की भाभी का भोसड़ा चोदो।
इतने में मेरी बहू ने अपने अब्बा का ९" लौड़ा मेरे भोसड़ा में टिका दिया और पीछे से एक धक्का देकर बोली भोसड़ी के अब्बू लो अब चोदो मेरी सास का भोसड़ा ? लौड़ा साला गप्प से मेरे भोसड़ा में घुस गया और मैं मस्ती से चुदवाने लगी। लण्ड घुसते ही मुझे महसूस हुआ की कहीं लौड़ा मेरे मुंह न निकल आये ? तब तक बहू ने अपने नंदोई का लण्ड पकड़ कर अपनी चूत में घुसेड़ लिया। वह उछल उछल कर चुदवाने लगी। हम दोनों सास बहू एक ही कमरे में एक ही बिस्तर पर लेटी हुई चुदवाने का मज़ा लूटने लगीं । मेरी बहू का मुंह मेरी गांड की तरफ था और मेरा मुंह उसकी गांड की तरफ था। बहू का अब्बू और उसका नंदोई का मुंह दोनों आमने सामने थे और एक दूसरे को देख देख कर धक्का मार रहे थे।
हम दोनों की चूंचियां उछल रही थी। मेरी बहू की चूंचियां भी मस्त थीं। वह बुर चोदी जाने कितने मर्दों से अपनी चूंचियां मसलवाती रहती है। मैंने पूंछा बहू तू भोसड़ी की अपने अब्बू से चुदवाती है की नहीं ? वह बोली हां बिलकुल चुदवाती हूँ तो इसमें हर्ज़ ही क्या है ? जब इतना बढ़िया लण्ड घर में है तो उसका फायदा क्यों न उठाया जाए ? और चुदाई में कोई रिस्ता नहीं देखा जाता भोसड़ी की सासू जी ? तेरी बिटिया भी तो सबसे चुदवाती है बहन की लौड़ी ? मैंने कहा हां बहू मेरा यह कहना था की अगर तू न चुदवाती हो तो आज मैं तेरी चूत में पेल दूँ तेरे अब्बू का लण्ड ? वह बोली अगर तेरा मन लण्ड पेलने का है तो पेल दे। मैं तो चुदवा ही लूंगी। अब्बू मादर चोद घर में सबकी बुर चोदता है। मेरी भाभी तो हर रोज़ पीती है इसका लण्ड ? मेरी खाला अपना भोसड़ा चुदवाती हैं तो खाला की बेटी इसका लण्ड चाटती है । चोदा चोदी में सब कुछ जायज़ है मेरी बुर चोदी सास ?
अचानक मैं उठी और बहू के अब्बू का लण्ड बहू की बुर में घुसड़ दिया। वह भी बुर चोदी मस्ती से चुदवाने लगी। तभी मेरी बेटी का मियां उठा और अपना लण्ड मेरे भोसड़ा में घुसा दिया। वह मुझे चोदने लगा। मैंने कहा मादर चोद तू अपनी सास चोद रहा है ? वह बोला तो क्या हुआ जब मैं अपनी बीवी चोद सकता हूँ तो बीवी की माँ क्यों नहीं चोद सकता ? थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद मैं उसका लण्ड चाटने लगी।
रात को ८ बजे मेरी बेटी आ गयी।
मैंने पूंछा :- इतनी देर से कहाँ माँ चुदा रही थी तू अपनी भोसड़ी की रुबिया ?
वह बोली :- मैं तेरी बिटिया की बुर चुदा रही थी मेरी हरामजादी समीना बेगम ?
मैंने कहा ;- आज बड़ा मज़ा आया बेटी। आज बहू के अब्बा ने मुझे खूब चोदा। उसका ९" का लण्ड मुझे बहुत भा गया, बेटी ? मैं तो कहती हूँ तू भी एक दिन चुदवा कर देख ले ? मज़ा आ जायेगा ?
वह बोली :- हां हां चुदवा लूंगी। वैसे मैं ९" के लण्ड कई बार पेल चुकी हूँ अपनी चूत में ? आज एक और ९" का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी मैं।
मैंने कहा :- हाय दईया, तो तू क्या मुझे कम समझती है ? मैं भी चोदूंगी तेरी चूत और चोदूंगी तेरी भाभी की बुर ?
वह बोली :- अरे हां मैं तो बताना भूल ही गयी। आज मेरा ससुर मेरी भाभी की बुर चोदने आ रहा है। तुझको अगर अपना भोसड़ा चुदवाना हो तो चुदवा लेना ?
शाम को बहू नज़मा अपने साथ दो लोगों को लेकर आ गयी। मैं और मेरी बेटी रुबिया बैठी हुई थी। मेरी नज़र जब दोनों पर पड़ी तो अच्छा लगा। दोनों मस्त जवान लड़के थे। बेटी भी उन्हें देख कर खुश हुई। तब तक बहू नज़मा बोली सासू जी ये है भोसड़ी का हनीफ़ मेरा मामू जान है और यह है मादर चोद वसीम मेरी बहन की बुर चोदने वाला मेरा जीजू। हमने दोनों को दारू में शामिल कर लिया।
मैंने पूंछा :- बहू, इन दोनों को तो तुम अच्छी तरह से जानती होगी ?
बहू ने बताया :- हां खूब जानती हूँ सासू जी। इन्हे भी जानती हूँ और इनके लण्ड भी जानती हूँ।
मेरी बेटी बोली :- हाय दईया मेरी बुर चोदी नज़मा भाभी, तू कितने लोगों के लण्ड के बारे में जानती है भोसड़ी वाली ?
वह बोली :- अरे यह सवाल तू कर रही है बहन की लौड़ा रुबिया, जो हर दिन एक नया लण्ड पकड़ती है। तू तो सबसे ज्यादा लण्ड पकड़ती है.
रुबिया बोली :- हां पकड़ती हूँ तो तेरी गांड क्यों जल रही है, नज़मा भाभी ?
बहू ने कहा :- मेरी गांड क्यों जलेगी, बहन चोद ? मेरे पास लण्ड की कमी है क्या ? देख भोसड़ी की अभी दो लेकर आई हूँ लण्ड ? कहो तो अभी ४/५ लण्ड और ले आऊँ तेरी चूत के लिए और तेरी माँ की चूत के लिए भी ?
हनीफ और वसीम दोनों बैठे बैठे बड़ा मज़ा ले रहे था। उन्हें इस तरह की बातें शायद पहली बार सुनने को मिल रहीं हैं। बहू ने मेरा हाथ पकड़ कर हनीफ के लण्ड पर रख दिया और कहा ले भोसड़ी की सास, खोल कर देख ले मेरे मामू जान का लण्ड ? उसपकड़ ने फिर मेरी बेटी का हाथ पकड़ा और वसीम के लण्ड पर रख कहा ले तू भी मादर चोद मेरे जीजू का लण्ड पकड़ कर देख ले ? अच्छा लगे तो अपनी बुर चुदवाना और फिर अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लेना ? हम दोनों बुर चोदी ऊपर से ही लण्ड दबाने लगीं।
तब तक फिर किसी ने दरवाजा खटखटाया। बहू ने दरवाजा खोला और थोड़ी देर में वापस आकर बोली ले भोसड़ी की रुबिया आ गया तेरा मादर चोद ससुर ? रुबिया ने अपने ससुर को देख कर कहा भोसड़ी के युसूफ इतनी देर से अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था तू ? वह बोला नहीं बहू मैं तो दोपहर में ही आ गया लेकिन एक दोस्त के घर चला गया था। रुबिया ने पूंछा वहां क्या गांड मराने गया था अपनी ? वह बोला नहीं बहू, अपनी गांड मराने नहीं, मैं उसकी बीवी चोदने गया था ? रुबिया ने कहा तुम्हे तो पहले यहाँ आना था ? हम लोग जाने कबसे तेरा इंतज़ार कर रहीं हैं ? वह बोला मैं क्या करता बहू वही मेरे पीछे पड़ गया और कहा यार अब यहाँ तक आये तो मेरी बीवी चोद कर जाओ ? मेरा भी मन हो गया उसकी बीवी चोदने का इसलिए मैं चला गया। वह अक्सर मुझसे अपनी बीवी चुदवाता है।
मैं और मेरी बहू दोनों उसकी बातों को सुनकर मज़ा ले रही थीं। मैंने हनीफ की लुंगी के अंदर हाथ डाल रखा था और उसका लण्ड अंदर ही अंदर सहला रही थी। लण्ड का दीदार तो नहीं किया लेकिन मालूम हो गया की लण्ड बड़ा दमदार है। तब तक मेरी बेटी रुबिया बोली अरी भोसड़ी की अम्मी ले मेरे ससुर का लण्ड पकड़ ? अम्मी, यह साला बड़ा हरामी आदमी है। अपनी बिटिया की बुर भी नहीं छोड़ता ? सबकी बुर में लण्ड पेला करता है इसलिए मैं भी एक दिन इसके चपेट में आ गयी। रात का समय था और यह भोसड़ी का मेरे कमरे में आया और अपनी लुंगी खोल कर मेरे सामने एकदम नंगा खड़ा हो गया। बोला रुबीना बहू ज़रा इसे पकड़ कर देखो प्लीज ? मैंने कहा देखना क्या मादर चोद लण्ड है तेरा ? लण्ड एकदम टन्नाया हुआ था। मुझे भी जोश आ गया और मेरे हाथ ने अपने आप पकड़ लिया लण्ड ? मेरे पकड़ते ही लण्ड साला और सख्त हो गया। फिर यह बोला बहू इसे अपने अंदर घुसेड़ लो प्लीज ?
मैने कहा साले बेटी चोद हरामी गांडू कहीं का अब तू अपनी बहू की बुर चोदेगा ? वह बोला अरे इसमें क्या ? लण्ड का काम है चोदना और बुर का काम है चुदाना। दोनों को अपना अपना काम करने दो बहू ? मैंने कहा अभी मैं तेरे बहन चोद लण्ड को अपनी चूत में डाल भून डालूंगी। मैंने किया भी यही। थोड़ी देर तक तो लण्ड चूसा और फिर चूत में पेल कर गचागच चुदवाया ? तेल निकाल लिया मैंने बहन चोद लण्ड का ? मेरे खलास होने के पहले ही खलास हो गया मादर चोद मेरा ससुर ? तब वह बोला बहू आज पहली बार मेरा लण्ड किसी की बुर से हारा है।
फिर रुबिया ने हनीफ का लण्ड मुझसे छीन लिया और मेरा हाथ अपने ससुर के लण्ड पर रख दिया। मैं तो चाहती ही यही थी। मैं जल्दी जल्दी उसके कपड़े उतारने लगी और उसे नंगा कर दिया। लण्ड मेरे हाथ में आ गया और मैं हिलाने लगी लण्ड ? लण्ड बहन चोद बढ़ने लगा। पूरे कमरे में सब लोग नंगे थे। एक तरफ हम तीनो की चूत और दूसरी तरफ उन तीनो के लण्ड ? मैंने जब बेटी के ससुर का लण्ड चाटना शुरू किया तो वह और कड़क हो गया, घोड़े की तरह हिनहिनाने लगा साला लण्ड ? मैंने कहा अरी रुबिया ये तो बहुत बड़ा लण्ड है बिटिया ? ये तो मादर चोद बहू के अब्बा के लण्ड से भी बड़ा है। ये तो मेरा भोसड़ा उड़ा देगा बेटी ? वह बोली आज तेरा भोसड़ा उड़ाने के लिए ही इसे बुलाया मेरी बुर चोदी समीना अम्मी ? तेरा भोसड़ा साला बड़ा उत्पात करने लगा था न ? आज उसे पता चलेगा की लण्ड क्या चीज होता है ? अभी तो यह तेरी बहू की बुर चोदेगा और चोदेगा तेरी बिटिया की चूत ? मैं तो कहती हूँ की तू आज इससे गांड भी मरा ले ?
तब तक उसने लण्ड मेरे भोसड़ा में ठोंक दिया। मैं बड़ी मस्ती से चुदवाने लगी। मेरे बगल में मेरी बहू अपने मामू के लण्ड से अपनी बुर चुदवाने लगी और मेरी बेटी ने बहू के जीजा का लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया। उसे भी अपनी भाभी की जीजू से चुदवाने में खूब मज़ा आने लगा। तीन चूत एक साथ चुद रही थी। धकाधक, भचाभच, गचागच, झमाझम तीनो चूत की चुदाई हो रही थी। ऐसा मालूम पड़ रहा था की यहाँ कोई बुर चोदने का कारखाना चल रहा है। सब भोसड़ी वाली एक दूसरे की बुर चुदते हुए देख रही थी। हम तीनो ने बारी बारी से दो दो लण्ड से भी खूब चुदवाया।
अचानक मेरी बेटी का फोन बज उठा। उसने उठाया तो बोली हाय अम्मी ये तो मेरी नन्द का फोन का है।
- उसने स्पीकर ऑन कर दिया और बोली हां शमा बोलो क्या बात है ?
- अरे भाभी वहाँ क्या मेरा अब्बा आया हुआ है ?
- हां आया तो है ? वो यहीं है हम लोगों के साथ ?
- ज़रा उससे बात करवा तो रुबिया भाभी ?
- अच्छा लो बात करो ?
- युसूफ बोला हां बेटी शमा बोलो क्या बात है ?
- अरे अब्बा भोसड़ी के तुम बिना बताये कहाँ चले गये ? यहाँ तेरा इंतज़ार करते करते हमारी गांड फटी जा रही है। अच्छा सुनो ये तौफीक कौन है अब्बा ?
- अरे ये तो मेरा अच्छा दोस्त है बेटी ?
- यह तो यहाँ सवेरे से आया हुआ है और तभी से मैं तुझे ढूंढ रही हूँ। बड़ा मस्त आदमी है तेरा दोस्त अब्बू ?
- अच्छा तुम्हे उससे बात करके अच्छा लगा न ?
- हां बहुत अच्छा लगा। और इसका लण्ड भी साले का बहुत अच्छा लगा अब्बू । तेरे लण्ड जैसा ही है इसका लण्ड, अब्बू ?
- अरे तो तूने उसका लण्ड भी पकड़ लिया ?
- मैंने नहीं मेरी अम्मी ने पकड़ लिया लण्ड ? मैं जब घर आई थी तो अम्मी इसका लण्ड चाट रही थीं। मुझे लण्ड बढ़िया लगा तो मैं भी चाटने लगी।
- फिर क्या हुआ शमा ?
- फिर क्या उसने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा ? मुझे भी मस्ती आ गयी मैंने भी लण्ड अम्मी के भोसड़ा में ठोंक दिया। उसके बाद अम्मी ने उसे मेरी चूत में पेल दिया। मैंने भी उसी तरह चुदवाया जैसे अम्मी चुदवा रही थी।
- बड़ा हरामी है साला ? एक दिन मैं भी इसकी बीवी चोद कर आया था बेटी ? और उसी दिन इसकी बेटी ने भी मेरा लण्ड पकड़ लिया था। मैंने फिर उसकी बिटिया की बुर भी चोदा ? आज उसने हिसाब बराबर कर दिया।
- तब तो ठीक है अब्बू ? मैं इसे रात में रोक लेती हूँ और फिर इससे अच्छी तरह चुदवाऊँगी। तुम भोसड़ी के वहां कर कर रहे हो ?
- मैं यहाँ तेरी भाभी की बुर चोद रहा हूँ बेटी और उसकी माँ का भोसड़ा चोद रहा हूँ ।
- अच्छा ,,,,, इसी लिए तुम वहां रुक गये ? ठीक है तुम उधर चोदो हम लोग इधर चुदवा रही हैं.
Click on Search Button to search more posts.
