Home
» Kamvasna ka time sex stories कामवासना की हिंदी कहानियां Chudai mein pagal logon ke kisse
» मैं चुदासी हूँ मुझे चोदो - Meri chut pyasi hai chudai karo
मैं चुदासी हूँ मुझे चोदो - Meri chut pyasi hai chudai karo
मैं चुदासी हूँ मुझे चोदो - Meri chut pyasi hai chudai karo, और चोदो मुझे, मजा आ रहा है, मोटा लंड मेरी चूत में डालो, मैं हमेशा प्यासी रहती हूँ, लौड़ा मेरी चूत के अंतिम छोर तक नहीं पहुंचा, मुझे चोदो और अपनी हवस मेरी चूत से मिटा लो, अब रहा नहीं जाता, चोदो चुदाओ अलग करो.
मेरी निगाह अपनी ससुराल के सभी मर्दों के लण्ड पर थी। मैं एक एक करके सबके लण्ड पकड़ना चाहती हूँ, सबके लण्ड चाटना और चूसना चाहती हूँ, सबके लण्ड अपनी चूत में पेलना चाहती हूँ। मुझे लण्ड पकड़ने का और लण्ड पीने का शौक १५ साल की उम्र में ही लग गया था।
मैं जब कॉलेज गयी तो पूरी जवान हो चुकी थी। १९ साल की उम्र थी मेरी। मेरी जांघें मोटी मोटी हो गयीं थीं, मेरी झांटें घनी घनी और चूतड़ बड़े बड़े हो गए थे। मेरी चूत बिलकुल पक गयी थी। मैं लड़कों के लण्ड धकाधक पकड़ने लगी थी और मुठ्ठ मार पीने लगी थी लण्ड ? एक दिन मैं अपने आप को रोक नहीं सकी और फिर लण्ड मैंने अपनी चूत में घुसेड़ लिया । दर्द तो पहले हुआ जरूर , उसे बर्दास्त भी किया लेकिन फिर मुझे बड़ा मज़ा आने लगा। मैं उसी दिन से चुदवाने लगी। चोरी चोरी चुपके चुपके चुदवाने लगी। लड़के भी मुझे बड़े अच्छे मिल गये ? बड़े बड़े लण्ड वाले लड़के, मोटे मोटे लण्ड वाले लड़के पाकर मैं बड़ी खुश हो गयी थी। उसके ६ महीनों के अंदर ही मेरी चूंचियां दुगुनी हो गयीं थी। जवानी मेरे ऊपर बुरी तरह सवार हो चुकी थी और मैं धीरे धीरे ऐय्यास होती जा रही थी। साल दो साल में पूरी तरह ऐय्यास हो गयी थी।
फिर मेरी शादी हो गयी और मैं अपनी ऐय्यासी किसी भी कीमत पर छोड़ने को तैयार नहीं थी। ससुराल में मैंने सबसे पहले हमला अपने देवर के लण्ड पर किया। हुआ यह की मैं सवेरे सवेरे उसके बिस्तर पर चली गयी। मैं जानती हूँ की सवेरे सवेरे सबका लण्ड साला खूब टन टनाता है। सवेरे सवेरे मर्द भी किसी को अपना लौड़ा पकड़ाने के मूड में होतें हैं ? ऐसे में अगर कोई लड़की उसका लौड़ा सवेरे सवेरे पकड़ ले तो उसे बड़ा मज़ा आता है। वह मना नहीं कर सकता, बल्कि उसका लौड़ा और साला टन्ना उठता है। मैंने इसी बात का फायदा उठाया और उसके बिस्तर पर जाकर उसके पैजामे का नाड़ा खोलने लगी। वह बोला अरे भाभी यह क्या कर रही हो ? मैंने कहा तू चुप रह भोसड़ी का ? मैं जो कर रही हूँ, मुझे करने दे ?
उसने कहा अरे भाभी क्या करने जा रही हो तुम ? मैंने कहा मैं तेरे 'लण्ड' का कीमा बनाने जा रही हूँ। मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनकर उसका लण्ड और तन कर खड़ा हो गया। मैंने उसे हाथ से पकड़ लिया और फिर झुक कर चाटने लगी। वह बोला कोई देख लेगा तो, भाभी ? मैंने कहा देखने वाले की माँ की चूत ? वह मेरी गाली सुनकर और जोश में आ गया। मैं उसका लण्ड मस्ती से हिला हिला कर चाटने लगी, उसके पेल्हड़ सहलाने लगी. फिर मैने अपनी चूंचियां खोल कर उसे दिखा दीं। वह चूंचियां दबाने लगा । मैंने लौड़ा पूरा मुंह में भर लिया और अंदर ही अंदर उसके पूरे सुपाड़े पर जबान फिराने लगी ? वह बोला भाभी मैं झड़ जाऊँगा। मैंने कहा ठीक है तू झड़ जा लेकिन मैं लौड़ा मुंह से बाहर नहीं निकालूंगी। थोड़ी देर में वह वास्तव में झड़ गया और मैंने झड़ता हुआ लण्ड खूब मजे से पिया और चाटा। इतने में उसने मुझे खींच कर गले से लगा लिया ? बोला भाभी मैं तुझे चोदना चाहता हूँ। मैंने कहा हाय दईया जरूर चोद लेना मुझे किसी दिन देवर राजा ? अब तो मैं खुद तुमसे चुदवाने के लिए तैयार हूँ। तेरा लौड़ा मुझे पसंद आ गया है।
मैं लौड़ा पीकर अपने बिस्तर पर वापस आ गयी। थोड़ी देर में मेरे कमरे में मेरा नंदोई आ गया। वह केवल एक तौलिया लपेटे था और नंगे बदन था। वह बोला अरे भाभी आप कहाँ चली गयी थीं। न कमरे में थीं और न बाथ रूम में ? मैंने कहा हां मैं थोड़ी देर के लिए बाहर गयी थी बोलो क्या काम ? वह बोला काम नहीं भाभी मैं तो आपसे मिलने आया हूँ। रात को देर हो गयी थी इसलिए नहीं मिल पाया। इतने में उसकी तौलिया थोड़ी ढीली हो गयो तो उसने उसे खोल कर फिर कस लिया। बस इतने में ही मुझे उसके लण्ड की झलक मिल गयी। उसके अध-टन्ने लण्ड ने मुझे झकझोर दिया। मैंने कहा अच्छा दरवाजा बंद करो मैं बाथ रूम जाऊँगी। वह दरवाजा बंद करके जैसे ही मेरे पास आया मैंने वैसे ही उसकी तौलिया खींच ली। वह नंगा हो गया।
मैंने कहा भोसड़ी का, माँ का लौड़ा, मादर चोद, तू इतना भी नहीं जानता की पहली बार जब देवर भाभी से मिलने आता है तो नंगा नंगा आता है। अपना खड़ा लण्ड पकड़ा देता है अपनी प्यारी भाभी को और उसकी चूंचियां लपक कर पकड़ लेता है ?
मैंने ऐसा कह कर उसका लण्ड पकड़ लिया ? लण्ड साला बढ़ने लगा। उसने मेरी चूंचियां पकड़ लीं और दबाने लगा। मुझे महसूस हुआ की नंदोई का लण्ड देवर के लण्ड के टक्कर का है। वह तो नंगा था ही मैं भी नंगी हो गयी। मेरी मस्तानी चूत देख कर उॅका लौड़ा छलाँगें लगाने लगा और मैं उसे मस्ती से चूमने चाटने लगी। इतने में मेरी चूत गरमा उठी और फिर मुझे रुका न गया। मैंने लौड़ा अपनी चूत में टिकाया और कहा भोसड़ी के पेलो न लण्ड पूरा का पूरा मेरी चूत में ? चोदो मुझे मेरे भोसड़ी के नंदोई ? खूब गचागच चोदो मेरी चूत ? हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है। कितना सॉलिड लौड़ा है तेरा ? ऐसे ही मेरी नन्द की बुर भी चोदते हो न ? वह बोला नहीं भाभी मुझे तेरी चूत चोदने में ज्यादा मज़ा आ रहा है। मैंने कहा मादर चोद बहन के लौड़े मर्दों को परायी चूतज्यादा पसंद आती है ? तब उसने कहा हां भाभी तो फिर बीवियों को भी पराये मर्दों के लण्ड ज्यादा पसंद आते हैं। मैंने कहा हां साले गांडू बेटी चोद तभी तो मुझे तेरा लौड़ा पसंद आ रहा है।
सच बताऊँ दोस्तों मैं उस दिन खूब मजे से बड़ी देर तक चुदवाया ?
अरे यार मैंने तो अभी तक बहन चोद आपको अपना नाम तक नहीं बताया ? मैं हूँ साइना ? जी हां २५ साल की मद मस्त, खूबसूरत और सेक्सी साइना ? मेरी तीन चीजें बड़ी बड़ी है। एक तो आँखें, दूसरे मेरी चूंचियां और तीसरे मेरे चूतड़ ? जी हां मेरी गांड भी सेक्सी है। अगर कोई मस्त मारने वाला हो तो मैं गांड भी मरवा लेती हूँ अपनी ? गोरी चिट्टी हूँ, ५'५" की हूँ और मोटी मोटी जाँघों के बीच मस्त चूत वाली हूँ। अब मैं लण्ड के फिराक में रहने लगी। दो लण्ड ले चुकी हूँ। एक दिन घर में न मेरा ससुर था न मेरा जेठ ? मैं थी और मेरी सास ? मेरी नन्द भी भोसड़ी वाली उस दिन कहीं चुदवाने गयी थी। रात के ११ बजे थे ? मैं अपने बिस्तर पर थी। मेरा मियां तो विदेश में था। मैं करवटें बदल रही थी और सोंच रही थी की कोई लौड़ा मिल जाए तो अच्छा है। फिर अचानक मैं बाथ रूम के लिए उठी। वहां से लौट रही थी तभी मुझे कुछ आवाज़ सुनाई पड़ी ?
मैं कमरे की तरफ मुड़ गयी और कमरे में झांकने लगी। मैं वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। मैंने देखा की मेरी सास भोसड़ी की एकदम नंगी लेटी है। अपनी दोनों टांगें फैलाये हुए है और बोल रही है -
मैं चुदासी हूँ शन्नो के अब्बा, मुझे चोदो ? मेरा भोसड़ा चोदो ?
अपना लौड़ा मेरे भोसड़ा में पेल दो बहन चोद।
कहाँ चला गया भोसड़ी का तू और तेरा मादर चोद साथी ?
शन्नो मेरी खाला सास की बेटी है। इतने में मैंने देखा की दो आदमी एकदम नंगे नंगे अपना अपना लौड़ा खड़ा किये सास के सामने आ गए। सास ने एक लण्ड मुंह में घुसा लिया और एक लण्ड अपने भोसड़ा में ? वह अपनी गांड उठा उठा के भोसड़ा चुदवाने लगी। चोदने वाला मेरे मियां का खालू था ? यानी मेरा खालू ससुर ? दूसरा उसका दोस्त था। दोनों मिलकर साले मेरी सास का भोसड़ा चोदने में जुटे थे। मैंने मन ही मन ठान लिया अब तो मैं खुले आम इन दोनों से चुदवाऊँगी। मेरा मन अब सभी मर्दों के लण्ड पकड़ने के हो गया। इन सारे मर्दों की माँ का भोसड़ा ? सारे लण्ड अपनी चूत में डाल कर भूनूंगी और फिर एक एक करके सबके लण्ड का कीमा बनाऊँगी मैं ? मेरी चूत में यहीं सोंच कर भयानक आग लग गयी।
उस दिन इतवार था। घर के सब लोग किसी पिकनिक पर गये थे। मेरी सास, जेठानी, देवरानी, नन्द मेरी खाला सास सभी उनके साथ गयीं थी। मेरा मन नहीं था इसलिए मैं नहीं गयी। घर के सारे मर्द भी चले गए थे। करीब दो घंटे के बाद मेरा ससुर वापस लौट आया। मैंने पूंछा आप लौट क्यों आये ससुर जी ? वह बोला मेरे पास मेरे दोस्त का फोन आ गया तो मैं उसके घर चला गया। और फिर वहां से यहाँ चला आया। अब पिकनिक में जाने का कोई मतलब नहीं है। वह अपन कमरे में जाकर लुंगी पहन कर नंगे बदन बैठ गया। थोड़ी देर में मैं चुपचाप उसे देखने चली गयी। मैंने देखा की वह अपना लैपटॉप खोले हुए कुछ पढ़ रहा है ? उसका एक हाथ लण्ड पर था। लौड़ा हिलाता हुआ कुछ पढ़ रहा था। मैं पीछे से और नजदीक गयी तो देखा की वह Sex की कहानी पढ़ रहा है। कहानी का शीर्षक था "बेटी, तेरे ससुर का लण्ड" दिनाँक २६ - ३ - २०१४ साथ में एक लड़की के हाथ में लण्ड की फोटो भी थी। मैं जान गयी वह मस्ती कर रहा है। लेकिन मैं उसका लौड़ा देख नहीं सकी ?
इतने में वह उठने लगा तो मैं और पीछे छुप गयी। वह बाथ रूम चला गया ? तब तक मैंने कुछ कहानी पढ़ ली। पढ़ते ही मेरी चूत में आग लग गयी। तब तक वह वापस आया तो भोसड़ी का बिलकुल नंगा नंगा था ? उसका लण्ड टन टनाया हुआ था। मैंने लण्ड देखा तो मेरी लार टपकने लगी। मेरा मन लण्ड खाने का हो गया ? फिर मैं थोड़ा बेशरम हो गयी और बोली भोसड़ी के ससुर तेरी बिटिया की बुर, साले छुप छुप कर चुदाई की कहानी पढ़ते हो ? वह भी "बहू के हाथ में ससुर का लण्ड" ? अरे मादर चोद मैं खड़ी हूँ न ? पकड़ा दे न अपना लण्ड मुझे ? मैं आगे बढ़ी और बड़ी बेशर्मी से उसका लण्ड पकड़ लिया। उसने भी मेरी चूंचियों पर हाथ रख दिया और बोला बहू यह कहानी बहुत ज्यादा गरम है। मैंने कहा कहानी की माँ की चूत। कहानी बाद में पढ़ लेना पहले गरम गरम चूत का मज़ा लो ?
मैं ऐसा कह कर उसका लण्ड चाटने लगी और वह मेरी चूत और गांड पर हाथ फेरने लगा।
लौड़ा उसका साढ़े आठ इंच का था और मोटा भी। उसका गुब्बारा जैसा सुपाड़ा मुझे बहुत सुनदर लग रहा था और मैं उसे चूसने में जुटी थी। सुपाड़े के चारों तरफ अपनी जबान घुमा रही थी। वह मादर चोद सिसिया रहा था। बोला अरी बहू मेरा लौड़ा इस तरह तो आज तक किसी ने नहीं चूसा ? बड़ा मज़ा आ रहा है लेकिन मैं जल्दी ही खलास हो जाऊंगा। मैंने कहा हो जा कोई बात नहीं। वह बोला मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ बहू। तेरी चूत में लण्ड पेलना चाहता हूँ। मैंने कहा भोसड़ी के मुझे अभी लण्ड चूसने दो। मैं लण्ड मुंह से नहीं निकालूंगी। इतना बढ़िया लौड़ा बहुत दिनों के बाद मिला है। तुझे झड़ना है तो तू झड़ जा ? मैं दुबारा लण्ड खड़ा करके चुदवा लूंगी।
ऐसा बोल कर मैं लौड़ा फिर पीने लगी। मैं जानती थी की मज़ा उसे भी बहन चोद आ रहा है। लेकिन वह जल्दी झड़ गया साला ? मैंने झड़ता हुआ लण्ड पिया उसे खूब चाटा और पूरा स्वाद लिया। मैंने ठान लिया की आज मैं इससे चदवाऊंगी जरूर। फिर हम दोनों ने नंगे नंगे ही खाना खाया। वह थोड़ा आराम करने लगा और मैं Sex की कहानियां पढने लगी। कहानियां पढने से मेरी चूत की आग फिर धधकने लगी। मैंने मन में कहा साला माँ का लौड़ा कहानी लिखने वाले की माँ का भोसड़ा ? और लिखने वाली है तो उसकी माँ की चूत ? इतनी गरम गरम कहानियां लिखता है मादर चोद जिन्हे पढ़ कर जान निकलने लगती है। अब मैं आगे से लौड़ा पकड़ कर कहानियां पढ़ा करूंगी। बिना लण्ड के कहानियां पढ़ना मुश्किल है यार ?
मैंने ससुर का लौड़ा पकड़ा और हौले हौले हिलाने लगी। बस ५ मिनट में वह टन्ना कर खड़ा हो गया। चुदासी मैं भी थी और चोदने के जोश में वह भी था। बस फिर क्या पेल दिया उसने लण्ड मेरी चूत में और चोदने मेरी भकाभक मेरी बुर ? मैं भी मस्ती से चुदवाने लगी। मैंने मन में कहा आज मुझे मेरे मन का लौड़ा मिला है ? मैं इस मादर चोद से जब कब चुदवाती ही रहूंगी। इस तरह मैंने अपने जेठ का लण्ड, खालू ससुर का लण्ड, ममिया ससुर का लण्ड और अपने मियां के दोस्तों के लण्ड खूब चाटे और आज भी चाटती हूँ। खूब प्रेम से चुदवाती हूँ और सबका लौड़ा पीती हूँ।
एक दिन मेरा वही पहले वाला देवर लौट कर आ गया। वह मुझे मिला और बोला भाभी आज मैं तेरी बुर लूंगा। उस दिन मैं बिना चोदे चला गया था मगर आज चोद कर जाऊंगा ? मैंने कहा ठीक है, मेरे राजा, तू मेरी बुर ले ले मैं तेरा लौड़ा ले लेती हूँ। चल बिस्तर पर ? मैंने अपने कपडे उतारे उसने अपने। हम दोनों नंगे हो गए। वह मेरी चूत चाटने लगा और मैं उसका लण्ड ? थोड़ी देर में मैंने कहा अब पेलो अपना लौड़ा मेरी बुर में और चोदो ? वह चोदने लगा ?
- चोदते चोदते वह बोला एक बात तुमसे पूंछना चाहता हूँ, भाभी ?
- हां बोलो क्या पूंछना चाहते हो ?
- मेरा एक दोस्त है वह मुझसे बार बार कह चूका है की यार किसी दिन मेरी बीवी चोदो ? मैं इस पशोपेश में हूँ की उसकी बीवी चोदूँ की न चोदूँ ? मैं कुछ डिसाइड नहीं कर पा रहा हूँ।
- तो क्या तेरी गांड फटती है उसकी बीवी चोदने में ? यार मुफ्त में एक नयी ताज़ी बुर मिल रही है तो फिर ले ले न भोसड़ी के ? मैं अगर लड़का होती तो उसी दिन चोद लेती उसकी बीवी की बुर ?
- नहीं भाभी बात यह है की अगर मैंने उसकी बीवी चोद ली तो फिर मेरी शादी हो जाने के बाद वह भी मेरी बीवी चोदेगा ?
- तो क्या हुआ चोदने दो। तुम उसकी बीवी चोदो वह तेरी बीवी चोदे ? ऐसा तो आजकल हर जगह होता है ?
- मेरी बीवी अगर चुदवाने के लिए नहीं राज़ी हुई तो फिर ,,,,,,,?
- अरे माँ का लौड़ा आजकल कोई भोसड़ी वाली ऐसी बीवी नहीं है जो गैर मर्दों से चुदवाने के लिए तैयार न हो ? आजकल शादी शुदा लड़की पराये मर्दों से झमाझम चुदवाती है। खुलकर चुदवाती हैं। तुम किसी की बीवी चोदो या न चोदो मगर तेरी बीवी गैर मर्दों से चुदवाती रहेगी ? यह बात बिलकुल पक्की है। अब मुझे देखो मैंने अपनी सुहागरात में ही तेरे भाई जान के दोस्तों से चुदवाया था। फिर गोवा में ही मैंने कई गैर मर्दों से चुदवाया ? तेरे भाई जान ने उनकी बीवियां चोदीं ? मैं तो कहती हूँ की एक दिन तू उसे अपनी बीवी के साथ यहाँ ले आ। तुम मेरे सामने उसकी बीवी चोदना और वह तेरे सामने मुझे चोदेगा ? मैं उस दिन तेरी बीवी बन जाऊँगी। दूसरों की बीवियां चोदना सीख ले तो जवानी का मज़ा लूट सकोगे ?
Click on Search Button to search more posts.
