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मेरी माँ चुदवाने में बड़ी एक्सपेर्ट है - Parmosan ke liye maa ki chudai
मेरी माँ चुदवाने में बड़ी एक्सपेर्ट है - Parmosan ke liye maa ki chudai , Parmosan ke liye maa chudwani padti hai , Antarvasna Sex Stories , Naukri me kamyabi ke liye maa ki chudai , Promotion Ke liye Chud Gayi Mom , नौकरी के लिए मम्मी खुद चुदी.
मैंने जैसे बॉस के दरवाजे की घंटी बजायी वैसे ही उसने दरवाजा खोला। मैं उसके सामने खड़ी थी। वह बोला अरे समीना तुम ? आओ अंदर आओ। मैं अंदर जाकर बैठ गयी। मेरी साथ मेरी अम्मी भी थीं। वह बार बार मेरी अम्मी की तरफ देख रहा था। मैंने कहा यह मेरी मॉम है फ़रज़ाना बेगम और अम्मी से कहा यह मेरा बॉस है मिस्टर जस्बर्ग ? उसे मालूम है की मैं ड्रिंक्स लेती हूँ। उसने फ़ौरन ड्रिंक्स हमारे सामने रख दी। उसने एक गिलास अम्मी को पकड़ाया और दूसरा गिलास मुझे । हम तीनो शराब पीने लगे।
वह बोला :- हां अब बताओ समीना कैसा आना हुआ तेरा ?
मैंने कहा :- अपनी माँ चुदाने आई हूँ, सर।
वह बोला :- अरे क्या सच में ऐसा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- हां सच में ऐसा है। सर, याद है न उस दिन जब तुम मुझे चोद रहे थे और मैंने तुमसे अपने प्रमोशन की बात कही थी तो तुमने कहा था समीना एक बार अपनी माँ चुदवा लो, फिर तुम्हारा प्रमोशन बड़ा आसान हो जायेगा। बस मुझे वह बात याद रही और आज मैं अपनी माँ चुदाने आ गयी हूँ। मेरी माँ चोद लो सर और मुझे प्रमोशन दे दो ?
वह बोला :- तो इसमें तुम्हारी मॉम की मर्जी है की नहीं ? कहीं तुम अपनी माँ से जबरदस्ती तो नहीं करने जा रही हो ? ठीक से पहले सोंच समझ लो समीना की तुम सबके सामने खुल्लम खुल्ला अपनी माँ चुदाने जा रही हो ? बाद में कोई ऐसी वैसी बात न हो जाए ?
मैंने कहा :- नहीं सर, ऐसा नहीं होगा ? मैंने अच्छी तरह सोंच लिया है। मेरी माँ बिलकुल तैयार है । वह तो बड़ी मस्ती से चुदवायेगी तुमसे क्योंकी तेरा लण्ड बड़ा सॉलिड है सर और मेरी माँ ऐसे ही लण्ड पसंद करती हैं। मैं तो कई लोगों से अपनी माँ चुदवाती हूँ।
ऐसे ही बातें करते मरते दो दो पैग शराब खत्म हो गयी और नशा चढ़ने लगा उधर रात भी गहराने लगी। तब वह बोला समीना एक बात कहूँ ? मैंने कहा हां सर जरूर कहो ? वह बोला मैं अपने दोस्त को बुला लूँ तब फिर हम दोनों मिलकर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां हां सर बिलकुल बुला लो।मेरी माँ दोनो मर्दों से एक साथ चुदवा लेगीं। वह बोला नहीं ऐसा नहीं है। आप दो है तो हम भी दो हो जाएँ तो अच्छा रहेगा। आपको कोई ऐतराज़ तो नहीं है। मैंने अम्मी की तरफ देखा और अम्मी ने मेरी तरफ ? हम दोनों ने इशारे से बात की और कहा आप बुला लीजिये सर ? थोड़ी देर में घंटी बजी और हमारे सामने एक बड़ा मस्त नौजवान आदमी आ गया। उसे देख कर मैं मन ही मन खुश हुई और उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी। बॉस ने उसे हम दोनों से मिलवाया और कहा यह मेरा दोस्त साइमन है। फिर वह भी हमारे साथ दारू पीने लगा।उसकी नज़र हम दोनों की चूंचियों पर थी।
मैं मन में सोंचने लगी की प्रमोशन के लिए अगर मैं अपनी माँ चुदवा लूँ तो कोई हर्ज़ नहीं है। अम्मी तो अपना भोसड़ा किसी न किसी से चुदवाती ही रहतीं हैं । आज मेरा बॉस चोद लेगा तो क्या फरक पड़ जायेगा ? मैं चुदवाऊँगी तो मुझे प्रमोशन मिल जायेगा और अम्मी को एक नया लण्ड ? अम्मी तो दो दो नये लण्ड पाकर बड़ी खुश हो जाएगी और मैं प्रमोशन पाकर ? वैसे मुझे भी एक नये लण्ड से चुदवाने का मौका तो मिलेगा ही।अम्मी सोंच रहीं थी की मैं अपनी बेटी के प्रमोशन के लिए अपना भोसड़ा चुदवाने के लिए तैयार हूँ। अगर मुझे गांड भी मरानी पड़ी तो मैं वह भी मरा लूंगी। लौड़े भी मुंह में धकाधक ले लूंगी। ऐसा सोंचते हुए अम्मी ने अपना हाथ बढाकर बॉस की जाँघों पर रख दिया। उसकी जांघें बड़े प्यार से सहलाने लगीं। इधर मैं भी साइमन से सट कर बैठ गयी और उसे हसरत भरी निगाहों से देखने लगी। उसके लण्ड के साइज़ का अनुमान लगाने लगी।
तब तकअम्मी का हाथ बॉस के लण्ड पर चढ़ गया। उसने लण्ड दबाकर कहा अरे ये तो जग रहा है ? इधर मैंने साइमन के गले में बाहें डाल दी। उसने भी प्यार से मुझे किश किया और मेरी चूंचियां दबा दीं। मामला शुरू हो गया। उसने मेरे ब्लाउज़ के अंदर हाथ घुसेड़ा तो मैं उसकी पैंट खोलने लगी। मेरा इधर ब्लाउज़ खुला तो उसकी उधर पैंट ? मैं ब्रा में आ गयी तो वह चड्ढी में ? तब तक मेरी अम्मी की चूंचियां एकदम खुल चुकी थी। उसके नंगे स्तन देख कर दोनों मर्दों को जोश आ गया। तब तक मेरी भी चूंचियां नंगी हो गयीं और साइमन उन्हें दबाने लगा। उधर बॉस तो मेरी माँ के बड़े बड़े स्तन मसलने में जुट गया। वासना हमारे ऊपर हॉबी हो चुकी थी। मैंने आपना पेटीकोट खोला और मेरी चूत सबके सामने नाचने लगी। तब तक बॉस ने अम्मी एक पेटीकोट खोल डाला तो उसका भोसड़ा भी सबके सामने आ गया। हम दोनों की बुर देख कर लण्ड बहन चोद और हिनहिनाने लगे। मस्ती का माहौल हो गया। मैं साइमन एक लौड़ा चूसने लगी और अम्मी का बॉस का लौड़ा। दोनों लण्ड मोटे तगड़े थे और कड़क भी।
इतने में बोस ने लौड़ा मेरी माँ की चूत में पेल दिया। उधर साइमन ने भी लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। मैं चुदवाने लगी और मेरे बगल में मेरी अम्मी भी चुदवाने लगी।
मैंने पूंछा :- सर, कैसा लग रहा है तुम्हे मेरी माँ का भोसड़ा ?
वह बोला :- हाय समीना तेरी माँ का भोसड़ा तेरी चूत के कम नहीं है। बड़ा टाईट है भोसड़ा तेरी माँ का ?
मैंने कहा :- आज खूब मस्ती से भकाभक चोदो मेरी माँ ? पूरा लौड़ा घुसे डकार चोदो जैसे तुम मुझे चोदते हो सर ? मेरी माँ का भोसड़ा साला तेरा लण्ड मस्ती से खाता चला जायेगा। मेरी माँ चुदवाने में बड़ी एक्सपेर्ट है। इसे हर तरफ से चोदो, सर। मन तो इसकी गांड भी मार लो, सर ?
मैं चाहती थी की मेरा बॉस मेरी माँ चोद के खुश हो जाये ताकि मुझे प्रमोशन मिलने में कोई दिक्कत न हो ?
बॉस बोला :- यार साइमन, तुझे समीना की बुर लेने में मज़ा आ रहा है न ? बुर चुदवाने में बड़ी मस्त लड़की है समीना ? अभी इसकी माँ चोद कर देखना तुझे और मज़ा आएगा ? तुमने उस दिन मुझसे रोली की बुर चुदवाई थी न और फिर उसे तुमने प्रमोशन दे दिया था।
साइमन बोला ;- हां यार मैंने उसे प्रमोशन उसकी माँ चोद कर दिया था। वह भी अपनी माँ चुदवाने आई थी मेरे घर। उस दिन तुम बाहर गए थे नहीं तो तुम भी चोद लेते उसकी माँ का भोसड़ा ? अब वह फिर किसी दिन आएगी अपनी माँ चुदवाने ? तब मैं तुम्हे बुला लूंगा।
मैं समझ गयी की ये दोनों साले लड़कियां चोदते हैं और लड़कियों की माँ चोदते है तब उनका काम करते हैं। मैं मन ही मन खुश हो रही थी की मेरी चूत और मेरी माँ की चूत मुझे प्रमोशन तो दे ही देंगीं। प्रमोशन भी लो और लण्ड भी लो हमें तो दोनों तरफ से फायदा है। फिर हम दोनों अपनी अपनी गाड़ उठा कर और मस्ती से चुदवाने लगीं। मैंने कहा वाओ बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा साइमन। पूरा पेल के चोदो। हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरी चूत भी मज़ा कर रही है। हां हां और कस कस के चोदो जैसे रोली की बुर चोदते हो। हां हां और जल्दी जल्दी चोदो। लौड़ा पूरा निकालो और घुसेड़ो बार बार ? देखो कैसे तेरा दोस्त मेरी माँ चोद रहा है ?
अम्मी बोल,रही थी, हाय जस्बर्ग तू तो बहुत अच्छी तरह चोद रहा है। इसी तरह तुम मेरी बेटी की बुर चोदते हो न ? आज तेरे लिए अच्छा मौका है आज तू मेरी बेटी की माँ चोद रहा है भोसड़ी का ? कितना मज़ा आ रहा है तुझे। बेटी की बुर भी चोदो बेटी की माँ का भोसड़ा भी चोदो। तुम दोनी बड़े हरामजादे मादर चोद हो ? इसी तरह की मस्ती करती हुई हम दोनों मजे से चुदवा रहीं थीं। इतने में साइमन का लौड़ा उगलने लगा वीर्य। उधर बॉस का लौड़ा भी फूल कर कुप्पा हो गया। उसका लौड़ा भी निकालने लगा वीर्य। हम दोनों झड़ते हुए लण्ड एक दूसरे के मुंह में घुसेड़ते हुए चाटने लगीं।
दूसरे दिन जब मैं ऑफिस गयी तो बॉस ने मुझे बुलाया और कहा समीना तुम्हे बहुत बहुत मुबारक हो। तुम्हारा प्रमोशन हो गया है। उसने मुझे प्रमोशन आर्डर पकड़ा दिया। मैं उसे देख कर बहुत खुश हो गयी। मैंने कहा सर मैं आपका शुक्रिया अदा करती हूँ। फिर मैंने उसके कान में कहा सर मेरे प्रमोशन के बाद भी मैं तुम्हे अपनी बुर देती रहूंगी और अपनी माँ का भोसड़ा देती रहूंगी। आपका जब मन हो तब मेरे घर आओ मुझे चोदो और मेरी माँ चोदो।
एक दिन मैं जब घर पहुंची तो देखा की अम्मी के साथ एक स्मार्ट आदमी बैठा हुआ है। सामने टेबल पर दो शराब के गिलास रखने हैं। मैं समझ गयी की मेरी अम्मी किसी के साथ बैठ कर शराब पी रही हैं। मई कपडे बदल कर अम्मी के सामने चली गयी। अम्मी मुझे देख कर बोली हां सर देखो यह है बेटी समीना ? आपने इसे उस दिन देखा था लेकिन कोई परिचय नहीं हुआ था। मैंने बेटी से कहा बेटी यह है मेरा बॉस हनीफ। मैंने बॉस को आदाब कहा और उनके साथ मैं भी शराब पीने लगी। बॉस बोला फ़रज़ाना तेरी बेटी तो बहुत सेक्सी है खूबसूरत है। अम्मी ने कहा सर ये भोसड़ी की बड़ी चालू भी है। देखो न इसका बदन कितना गदराया हुआ है. अम्मी ने कहा सर मेरा प्रमोशन होना है। अगर आपकी मेहरवानी हो जाये तो मैं मेरी तरक्की हो जाएगी ? इतने में अम्मी ने कहा समीना जाओ उर अंदर से स्कॉच की बोतल ले आओ। मैं अंदर गयी और उनकी बातें सुसने लगी।
मैं अम्मी को आँख मारते हुए बोली अम्मी तुम तो जानती हो की मैं शराब के साथ लण्ड पीती हूँ। अब मैं हनीफ अंकल का लण्ड पियूंगी। ऐसा कह कर मैं अंकल की पैंट खोलने लगी। लण्ड जब मैंने बाहर निकाला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैंने लण्ड कई बार चूमा खड़ा हो गया। मैंने कहा अंकल इसी लौड़े से तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। अब इसी लौड़े से मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। मेरे ऐसा कहते ही लौड़ा और फनफना उठा। उधर अम्मी ने मेरे कपड़े उतारे और अपने भी। मैं भी नंगी और अम्मी भी। हम दोनों ने बॉस को पूरा नंगा कर दिया। मैं बॉस का लण्ड चूसने लगी और बॉस मेरी चूत चाटने लगा। एक तो शराब का नशा फिर नए लण्ड का नशा और फिर अम्मी के प्रमोशन का नशा सब मिलकर हमारी मस्तियाँ बढ़ा रहे थे। मैं तो रात भर चुदवाने के लिए राय हो गयी। तब तक बॉस ने लण्ड मेरी चूत पर रखा ? उसने एक धक्का मारा तो लण्ड सट्ट से मेरी चूत में घुस गया। वह भी धकाधक चोदने लगा।
मैंने कहा हाय अल्ला, खूब चोदो, लौड़ा पूरा घुसेड़ दो। मेरी माँ चोदते हो भोसड़ी के अब उसकी बेटी चोदो। तेरा लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। हां हां बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरा लण्ड बड़ा मादर चोद है। जो मेरी माँ चोदे वो मादर चोद ? इसलिए तुम भी मादर चोद हो हनीफ ? हाय रे अब पीछे से चोदो मेरे राजा। अम्मी कभी उसकी पीठ कभी उसके गांड और कभी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी। बीच बीच में लण्ड मेरी चूत से निकाल कर चाट भी लेती। थोड़ी देर तक चुदवाने का बाद मैंने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और कहा सर अब मेरी माँ मेरे सामने चोदो। वह भी साला बड़ा हरामी निकला। मेरी चूत से लंड निकाल कर माँ के भोसड़ा में घुसा देता और फिर उसके भोसड़ा से लण्ड निकाल कर मेरी चूत में पेल देता। वह इसी तरह बड़ी देर तक करता रहा। हम दोनों भी खूब मज़ा लेती रहीं।
बाद में हम दोनों ने मिलकर उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा तो उसे ज़न्नत का मज़ा आया। रात भर उसने मुझे ३ बार चोदा। मेरी माँ भी ३ बार चोदी ? दूसरे दिन प्रमोशन का आर्डर अम्मी के हाथ में था। फिर आने वाले शनिवार को हमने खूब जम कर जश्न मनाया और दो दो / तीन तीन लण्ड से एक साथ चुदवाया। मैंने चुदवाया अपनी माँ का भोसड़ा और माँ ने चुदवाया अपनी बिटिया की बुर ?
तो दोस्तों, बुर देने से इतना बड़ा इनाम मिलता है तो फिर क्यों न दूँ अपनी बुर ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
वह बोला :- हां अब बताओ समीना कैसा आना हुआ तेरा ?
मैंने कहा :- अपनी माँ चुदाने आई हूँ, सर।
वह बोला :- अरे क्या सच में ऐसा है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- हां सच में ऐसा है। सर, याद है न उस दिन जब तुम मुझे चोद रहे थे और मैंने तुमसे अपने प्रमोशन की बात कही थी तो तुमने कहा था समीना एक बार अपनी माँ चुदवा लो, फिर तुम्हारा प्रमोशन बड़ा आसान हो जायेगा। बस मुझे वह बात याद रही और आज मैं अपनी माँ चुदाने आ गयी हूँ। मेरी माँ चोद लो सर और मुझे प्रमोशन दे दो ?
वह बोला :- तो इसमें तुम्हारी मॉम की मर्जी है की नहीं ? कहीं तुम अपनी माँ से जबरदस्ती तो नहीं करने जा रही हो ? ठीक से पहले सोंच समझ लो समीना की तुम सबके सामने खुल्लम खुल्ला अपनी माँ चुदाने जा रही हो ? बाद में कोई ऐसी वैसी बात न हो जाए ?
मैंने कहा :- नहीं सर, ऐसा नहीं होगा ? मैंने अच्छी तरह सोंच लिया है। मेरी माँ बिलकुल तैयार है । वह तो बड़ी मस्ती से चुदवायेगी तुमसे क्योंकी तेरा लण्ड बड़ा सॉलिड है सर और मेरी माँ ऐसे ही लण्ड पसंद करती हैं। मैं तो कई लोगों से अपनी माँ चुदवाती हूँ।
ऐसे ही बातें करते मरते दो दो पैग शराब खत्म हो गयी और नशा चढ़ने लगा उधर रात भी गहराने लगी। तब वह बोला समीना एक बात कहूँ ? मैंने कहा हां सर जरूर कहो ? वह बोला मैं अपने दोस्त को बुला लूँ तब फिर हम दोनों मिलकर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,? मैंने कहा हां हां सर बिलकुल बुला लो।मेरी माँ दोनो मर्दों से एक साथ चुदवा लेगीं। वह बोला नहीं ऐसा नहीं है। आप दो है तो हम भी दो हो जाएँ तो अच्छा रहेगा। आपको कोई ऐतराज़ तो नहीं है। मैंने अम्मी की तरफ देखा और अम्मी ने मेरी तरफ ? हम दोनों ने इशारे से बात की और कहा आप बुला लीजिये सर ? थोड़ी देर में घंटी बजी और हमारे सामने एक बड़ा मस्त नौजवान आदमी आ गया। उसे देख कर मैं मन ही मन खुश हुई और उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगी। बॉस ने उसे हम दोनों से मिलवाया और कहा यह मेरा दोस्त साइमन है। फिर वह भी हमारे साथ दारू पीने लगा।उसकी नज़र हम दोनों की चूंचियों पर थी।
मैं मन में सोंचने लगी की प्रमोशन के लिए अगर मैं अपनी माँ चुदवा लूँ तो कोई हर्ज़ नहीं है। अम्मी तो अपना भोसड़ा किसी न किसी से चुदवाती ही रहतीं हैं । आज मेरा बॉस चोद लेगा तो क्या फरक पड़ जायेगा ? मैं चुदवाऊँगी तो मुझे प्रमोशन मिल जायेगा और अम्मी को एक नया लण्ड ? अम्मी तो दो दो नये लण्ड पाकर बड़ी खुश हो जाएगी और मैं प्रमोशन पाकर ? वैसे मुझे भी एक नये लण्ड से चुदवाने का मौका तो मिलेगा ही।अम्मी सोंच रहीं थी की मैं अपनी बेटी के प्रमोशन के लिए अपना भोसड़ा चुदवाने के लिए तैयार हूँ। अगर मुझे गांड भी मरानी पड़ी तो मैं वह भी मरा लूंगी। लौड़े भी मुंह में धकाधक ले लूंगी। ऐसा सोंचते हुए अम्मी ने अपना हाथ बढाकर बॉस की जाँघों पर रख दिया। उसकी जांघें बड़े प्यार से सहलाने लगीं। इधर मैं भी साइमन से सट कर बैठ गयी और उसे हसरत भरी निगाहों से देखने लगी। उसके लण्ड के साइज़ का अनुमान लगाने लगी।
तब तकअम्मी का हाथ बॉस के लण्ड पर चढ़ गया। उसने लण्ड दबाकर कहा अरे ये तो जग रहा है ? इधर मैंने साइमन के गले में बाहें डाल दी। उसने भी प्यार से मुझे किश किया और मेरी चूंचियां दबा दीं। मामला शुरू हो गया। उसने मेरे ब्लाउज़ के अंदर हाथ घुसेड़ा तो मैं उसकी पैंट खोलने लगी। मेरा इधर ब्लाउज़ खुला तो उसकी उधर पैंट ? मैं ब्रा में आ गयी तो वह चड्ढी में ? तब तक मेरी अम्मी की चूंचियां एकदम खुल चुकी थी। उसके नंगे स्तन देख कर दोनों मर्दों को जोश आ गया। तब तक मेरी भी चूंचियां नंगी हो गयीं और साइमन उन्हें दबाने लगा। उधर बॉस तो मेरी माँ के बड़े बड़े स्तन मसलने में जुट गया। वासना हमारे ऊपर हॉबी हो चुकी थी। मैंने आपना पेटीकोट खोला और मेरी चूत सबके सामने नाचने लगी। तब तक बॉस ने अम्मी एक पेटीकोट खोल डाला तो उसका भोसड़ा भी सबके सामने आ गया। हम दोनों की बुर देख कर लण्ड बहन चोद और हिनहिनाने लगे। मस्ती का माहौल हो गया। मैं साइमन एक लौड़ा चूसने लगी और अम्मी का बॉस का लौड़ा। दोनों लण्ड मोटे तगड़े थे और कड़क भी।
इतने में बोस ने लौड़ा मेरी माँ की चूत में पेल दिया। उधर साइमन ने भी लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया। मैं चुदवाने लगी और मेरे बगल में मेरी अम्मी भी चुदवाने लगी।
मैंने पूंछा :- सर, कैसा लग रहा है तुम्हे मेरी माँ का भोसड़ा ?
वह बोला :- हाय समीना तेरी माँ का भोसड़ा तेरी चूत के कम नहीं है। बड़ा टाईट है भोसड़ा तेरी माँ का ?
मैंने कहा :- आज खूब मस्ती से भकाभक चोदो मेरी माँ ? पूरा लौड़ा घुसे डकार चोदो जैसे तुम मुझे चोदते हो सर ? मेरी माँ का भोसड़ा साला तेरा लण्ड मस्ती से खाता चला जायेगा। मेरी माँ चुदवाने में बड़ी एक्सपेर्ट है। इसे हर तरफ से चोदो, सर। मन तो इसकी गांड भी मार लो, सर ?
मैं चाहती थी की मेरा बॉस मेरी माँ चोद के खुश हो जाये ताकि मुझे प्रमोशन मिलने में कोई दिक्कत न हो ?
बॉस बोला :- यार साइमन, तुझे समीना की बुर लेने में मज़ा आ रहा है न ? बुर चुदवाने में बड़ी मस्त लड़की है समीना ? अभी इसकी माँ चोद कर देखना तुझे और मज़ा आएगा ? तुमने उस दिन मुझसे रोली की बुर चुदवाई थी न और फिर उसे तुमने प्रमोशन दे दिया था।
साइमन बोला ;- हां यार मैंने उसे प्रमोशन उसकी माँ चोद कर दिया था। वह भी अपनी माँ चुदवाने आई थी मेरे घर। उस दिन तुम बाहर गए थे नहीं तो तुम भी चोद लेते उसकी माँ का भोसड़ा ? अब वह फिर किसी दिन आएगी अपनी माँ चुदवाने ? तब मैं तुम्हे बुला लूंगा।
मैं समझ गयी की ये दोनों साले लड़कियां चोदते हैं और लड़कियों की माँ चोदते है तब उनका काम करते हैं। मैं मन ही मन खुश हो रही थी की मेरी चूत और मेरी माँ की चूत मुझे प्रमोशन तो दे ही देंगीं। प्रमोशन भी लो और लण्ड भी लो हमें तो दोनों तरफ से फायदा है। फिर हम दोनों अपनी अपनी गाड़ उठा कर और मस्ती से चुदवाने लगीं। मैंने कहा वाओ बड़ा मस्त लौड़ा है तेरा साइमन। पूरा पेल के चोदो। हाय रे बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरी चूत भी मज़ा कर रही है। हां हां और कस कस के चोदो जैसे रोली की बुर चोदते हो। हां हां और जल्दी जल्दी चोदो। लौड़ा पूरा निकालो और घुसेड़ो बार बार ? देखो कैसे तेरा दोस्त मेरी माँ चोद रहा है ?
अम्मी बोल,रही थी, हाय जस्बर्ग तू तो बहुत अच्छी तरह चोद रहा है। इसी तरह तुम मेरी बेटी की बुर चोदते हो न ? आज तेरे लिए अच्छा मौका है आज तू मेरी बेटी की माँ चोद रहा है भोसड़ी का ? कितना मज़ा आ रहा है तुझे। बेटी की बुर भी चोदो बेटी की माँ का भोसड़ा भी चोदो। तुम दोनी बड़े हरामजादे मादर चोद हो ? इसी तरह की मस्ती करती हुई हम दोनों मजे से चुदवा रहीं थीं। इतने में साइमन का लौड़ा उगलने लगा वीर्य। उधर बॉस का लौड़ा भी फूल कर कुप्पा हो गया। उसका लौड़ा भी निकालने लगा वीर्य। हम दोनों झड़ते हुए लण्ड एक दूसरे के मुंह में घुसेड़ते हुए चाटने लगीं।
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एक दिन मैं जब घर पहुंची तो देखा की अम्मी के साथ एक स्मार्ट आदमी बैठा हुआ है। सामने टेबल पर दो शराब के गिलास रखने हैं। मैं समझ गयी की मेरी अम्मी किसी के साथ बैठ कर शराब पी रही हैं। मई कपडे बदल कर अम्मी के सामने चली गयी। अम्मी मुझे देख कर बोली हां सर देखो यह है बेटी समीना ? आपने इसे उस दिन देखा था लेकिन कोई परिचय नहीं हुआ था। मैंने बेटी से कहा बेटी यह है मेरा बॉस हनीफ। मैंने बॉस को आदाब कहा और उनके साथ मैं भी शराब पीने लगी। बॉस बोला फ़रज़ाना तेरी बेटी तो बहुत सेक्सी है खूबसूरत है। अम्मी ने कहा सर ये भोसड़ी की बड़ी चालू भी है। देखो न इसका बदन कितना गदराया हुआ है. अम्मी ने कहा सर मेरा प्रमोशन होना है। अगर आपकी मेहरवानी हो जाये तो मैं मेरी तरक्की हो जाएगी ? इतने में अम्मी ने कहा समीना जाओ उर अंदर से स्कॉच की बोतल ले आओ। मैं अंदर गयी और उनकी बातें सुसने लगी।
- अम्मी ने कहा सर मेरी बेटी की बुर लोगे ? बड़ी मस्त है इसकी चूत ?
- वह बोला हां मन तो है पर क्या वह मुझे दे देगी जैसे तुम मुझे अपनी बुर देती हो ?
- हां देगी भोसड़ी वाली ? और खूब मन लगा कर देगी, सर ?
- तब तो आपका प्रमोशन पक्का है फ़रज़ाना ?
- तो फिर आज ही ले लो मेरी बेटी की बुर, सर ?
- तैयार हो जाएगी वह इसके लिए ?
- हां बिलकुल हो जाएगी बुर चोदी ? आज रात भर उसे भी चोदो और मुझे भी चोदो, सर।
मैं अम्मी को आँख मारते हुए बोली अम्मी तुम तो जानती हो की मैं शराब के साथ लण्ड पीती हूँ। अब मैं हनीफ अंकल का लण्ड पियूंगी। ऐसा कह कर मैं अंकल की पैंट खोलने लगी। लण्ड जब मैंने बाहर निकाला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैंने लण्ड कई बार चूमा खड़ा हो गया। मैंने कहा अंकल इसी लौड़े से तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है। अब इसी लौड़े से मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। मेरे ऐसा कहते ही लौड़ा और फनफना उठा। उधर अम्मी ने मेरे कपड़े उतारे और अपने भी। मैं भी नंगी और अम्मी भी। हम दोनों ने बॉस को पूरा नंगा कर दिया। मैं बॉस का लण्ड चूसने लगी और बॉस मेरी चूत चाटने लगा। एक तो शराब का नशा फिर नए लण्ड का नशा और फिर अम्मी के प्रमोशन का नशा सब मिलकर हमारी मस्तियाँ बढ़ा रहे थे। मैं तो रात भर चुदवाने के लिए राय हो गयी। तब तक बॉस ने लण्ड मेरी चूत पर रखा ? उसने एक धक्का मारा तो लण्ड सट्ट से मेरी चूत में घुस गया। वह भी धकाधक चोदने लगा।
मैंने कहा हाय अल्ला, खूब चोदो, लौड़ा पूरा घुसेड़ दो। मेरी माँ चोदते हो भोसड़ी के अब उसकी बेटी चोदो। तेरा लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। हां हां बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरा लण्ड बड़ा मादर चोद है। जो मेरी माँ चोदे वो मादर चोद ? इसलिए तुम भी मादर चोद हो हनीफ ? हाय रे अब पीछे से चोदो मेरे राजा। अम्मी कभी उसकी पीठ कभी उसके गांड और कभी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी। बीच बीच में लण्ड मेरी चूत से निकाल कर चाट भी लेती। थोड़ी देर तक चुदवाने का बाद मैंने लण्ड अम्मी के भोसड़ा में घुसेड़ दिया और कहा सर अब मेरी माँ मेरे सामने चोदो। वह भी साला बड़ा हरामी निकला। मेरी चूत से लंड निकाल कर माँ के भोसड़ा में घुसा देता और फिर उसके भोसड़ा से लण्ड निकाल कर मेरी चूत में पेल देता। वह इसी तरह बड़ी देर तक करता रहा। हम दोनों भी खूब मज़ा लेती रहीं।
बाद में हम दोनों ने मिलकर उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा तो उसे ज़न्नत का मज़ा आया। रात भर उसने मुझे ३ बार चोदा। मेरी माँ भी ३ बार चोदी ? दूसरे दिन प्रमोशन का आर्डर अम्मी के हाथ में था। फिर आने वाले शनिवार को हमने खूब जम कर जश्न मनाया और दो दो / तीन तीन लण्ड से एक साथ चुदवाया। मैंने चुदवाया अपनी माँ का भोसड़ा और माँ ने चुदवाया अपनी बिटिया की बुर ?
तो दोस्तों, बुर देने से इतना बड़ा इनाम मिलता है तो फिर क्यों न दूँ अपनी बुर ?
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