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मेरी बीवी मुझे बुर नहीं देती - Meri patni mujhe chut chudai nahi karvati
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मेरा नाम है रेशमा। मैं २७ साल की एक बिंदास लड़की हूँ। मैं अपने माँ बाप से दूर इस शहर में अकेली रहती हूँ। पढ़ी लिखी हूँ और एक बड़ी कंपनी में काम करती हूँ। मैं आजकल के ज़माने की एक खुली हुई और मस्त लड़की हूँ। ज़िन्दगी का मज़ा लेती हूँ, शराब पीती हूँ, लन्ड पीती हूँ, गालियां देती हूँ और अपने मन पसंद लड़कों को बुर देती हूँ। हर रोज़ २/३ लन्ड का मज़ा लेती हूँ और किसी भोसङी से न डरती हूँ और न किसी की परवाह करती हूँ।
एक दिन मैं अपने घर में बैठी थी और मेरे साथ बैठा था मेरा दोस्त बलराज। हम दोनों व्हिस्की का मज़ा ले रहे थे। इतने में मेरे पड़ोस के रमज़ान अंकल आ गए। उसके साथ एक लड़की भी थी। मैंने उसे शराब का गिलास दिया दी तो उसने वह गिलास उस लड़की को पकड़ा दिया। फिर मैंने दूसरा शराब का गिलास अंकल को दिया। मैंने पूंछा है अंकल बताओ कैसे आपने मुझे याद किया ? वह बोला हां बेटी रेशमा मुझे तुमसे कुछ काम है। मैंने कहा हां हां बोलो न मैं आपके लिए क्या कर सकती हूँ। वह बोला कर तो तुम ही सकती हो बेटी पर मैं तुमसे अकेले में बात करना चाहता हूँ। मैंने कहा यहाँ हम चार ही तो हैं। ये मेरा दोस्त है इससे क्या छुपाना ? इससे तो मैं अपना बदन भी नहीं छुपाती अंकल ? तुम खुल कर बताओ न ? वह बोला फिर भी ,,,,,,,,? मैंने कहा बहन चोद तुम्हे बताने में इतनी गांड क्यों फट रही है ? जब तू अपनी बेटी के सामने कह सकता है तो मेरे दोस्त के सामने क्यों नहीं।
तब वह बोला अरे रेशमा ये मेरी बेटी नहीं है। ये मेरी बीवी है समीना। मैंने कहा अरे बाप रे बेटी के बराबर बीवी ? ऐसे कैसे हो गया ? वह बोला यह मेरी दूसरी बीवी है। मेरी पहली बीवी मुम्बई में अपनी बेटी के साथ रहती है। बेटी भी मेरी २२ साल की है। मैं यहाँ इसके पास रहता हूँ। समस्या यह है की मेरी बीवी मुझे बुर नहीं देती ? और मैं बिना बुर के रह नहीं सकता ? मैंने कहा भोसड़ी के अंकल तो इससे शादी ही क्यों की ? उसने बताया की मैं इसकी माँ का भोसड़ा चोदा करता था। मैं एक दिन इसकी माँ का भोसड़ा चोद रहा था तभी ये कमरे में आ गयी और मुझे चोदते हुए देख लिया। बस ये भड़क गयी. एक दिन इत्तिफाक से इसकी माँ नहीं रही। अब यह अकेली हो गयी। इसका दुनिया में कोई नहीं है। इसलिए मैंने इस पर तरस खा कर इससे शादी कर ली। अब ये मुझे बुर नहीं देती. ये कहती है की तुम बूढ़े हो गए हो और मैं बूढ़े लोगों से चुदवाती नहीं। अब इस परेशानी का हल तुम निकाल सकती हो बेटी रेशमा ? मैं तुम्हारे पास मदद के लिए आया हूँ।
मैंने शराब का गिलास खाली किया और दूसरा पैग बनाकर सबको दिया। एक सिप मार कर मैंने कहा अच्छा ये बताओ की तेरी पहली बीवी और बेटी क्या करती है ? वह बोला मेरी बेटी भोसड़ी की अपनी माँ चुदवाती है और उसकी माँ अपनी बेटी चुदवाती है। दोनों खूब ऐय्यासी करती हैं क्योंकि पैसों की कमी नहीं है। मैंने पूंछा तुम सच बता रहे हो की मुझे चूतिया बना रहे हो ? उसने कहा नहीं रेशमा मैं सह बता रहा हूँ क्योंकि मेरे कई दोस्त मुम्बई जातें है और मेरी बीवी और बेटी चोद कर आतें हैं। कभी मेरी बेटी की बुर लेते हैं, कभी उसकी माँ का भोसड़ा ? मैं भी यहाँ इन लोगों की बीवियां और बेटियां चोदता हूँ। मैंने कहा तो फिर तेरी नयी बीवी को तेरे लन्ड पर शक क्यों है ? उसने कहा अब इसका जबाब तो मैं नहीं दे सकता ?
मैंने उसकी बीवी समीना से पूंछा तो वह बोली ये साला मेरे बाप के बराबर है। बूढा है। मैंने तो शादी मजबूरी में की है। न मुझे इससे प्यार है और न इसके लन्ड से ? मैंने कहा अंकल अब तो मैं तेरा लन्ड देखना चाहती हूँ। तेरे लन्ड में तो कोई खराबी नहीं है बहन चोद ? और हां समीना तुम बताओ क्या तुम मेरे दोस्त को बुर देने के लिए तैयार हो ? वह बोली हां बिलकुल तैयार हूँ। मैंने कहा तो फिर मेरे दोस्त का लन्ड पकड़ कर देखो। वह उठी और बलराज के बगल में बैठ गयी। इधर मैंने अंकल के पैजामे का नाड़ा खोला और अपना हाथ अंदर घुसेड़ दिया। मेरा हाथ जैसे उसके लन्ड से टकराया तो लन्ड तन कर खड़ा हो गया। उधर समीना बलराज का लन्ड खोल कर बाहर निकाल लिया। मैं तो बलराज का लन्ड जानती ही थी। कई बार चुदवा चुकी थी उससे। मैंने भी अंकल का लन्ड बाहर निकाल लिया। लन्ड देख कर मैं तो दंग रह गयी। लन्ड साला बलराज के लन्ड से बड़ा भी था और मोटा भी ?
मैं मस्ती में आ गयी और अंकल को एकदम नंगा कर दिया। उसका बिना झांट का लन्ड मेरे सामने हिनहिनाने लगा। मैं चूमने लगी लन्ड और खोलने लगी अपने कपड़े। मैं भी हो गयी मादर चोद एकदम नंगी। मुझे नंगी देख कर लन्ड में और जोश भर गया। मैं मजे से लन्ड हिलाने लगी। मुझे मज़ा आने लगा। समीना भी मेरे सामने बलराज का लन्ड ऊपर नीचे करने लगी। उसका लन्ड भी लंबा चौड़ा था। समीना की नज़र उसके लन्ड से हट ही नहीं रही थी। मैंने पूंछा समीना तुम्हे मेरे दोस्त का लन्ड कैसा लगा ? वह बोली वाओ, बड़ा मस्त लौड़ा है यार। मुझे तो ऐसे ही लन्ड पसंद हैं। ऐसा ही लन्ड मेरी सहेली के मियां का भी है रेशमा ? तब मैंने अंकल का लन्ड उसे दिखाते हुए कहा समीना देख भोसड़ी की तेरे मियां का लन्ड कैसे फुफकार रहा है ? उसने लन्ड देखा तो बोली हाय अल्ला, इतना बड़ा लन्ड ! इतना मोटा लन्ड ! और इस मादर चोद बुड्ढे का ? मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है ? मैं समझ रही थी की यही कोई ढीला ढ़ाला ५/६ " का लन्ड होगा इसका जो मेरी चूत को मज़ा नहीं दे पायेगा ? पर ये तो बहन चोद ८" + का दिख रहा है और मोटा भी बलराज के लन्ड से ज्यादा है ? मैंने बड़ी गलती की यार। मेरा मियां बूढा जरूर है पर इसका लन्ड तो अभी जवान है।
मैंने कहा बुर चोदी समीना मरद का लन्ड ८० साल की उम्र तक जवान रहता है ? वो किसी की भी चूत का भोसड़ा बना सकता है। मैं तो बस एक हाथ से पेल्हड़ थाम कर दूसरे हाथ से कुतिया की तरह लन्ड का सुपाड़ा चाटने में जुट गयी। अंकल मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फिरा फिरा कर मौज़ लेने लगा। उसकी भी मस्ती अब्धि तो झुक कर मेरी चूत चाटने लगा। तब हम दोनों 69 बन गये। मुझे अंकल का लन्ड चूसने में खूब मज़ा आने लगा और उससे ज्यादा उससे अपनी बुर चटवाने में। मुझे लग ही नहीं रहा था की एक ६० साल का आदमी मेरी बुर चाट रहा है। मुझे लगा की कोई २२ साल का लड़का मेरी बुर चाट रहा है। उधर समीना तो चुदवाने में जुट गयी। उसे भी बहुत दिनों के बाद कोई लन्ड मिला है। वह पहली बार अपने मियां के आगे किसी गैर मरद से चुदवा रही है। अब वह रुकने वाली नहीं।
इसी बीच अंकल ने लन्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं बोली उई माँ मर गयी फट गयी मेरी चूत ! इतना मोटा लन्ड ! बाप रे मेरी चूत आज ही भोसड़ा बन जाएगी। अंकल तो बिलकुल बेरहमी से चोदने लगा। मैंने कहा अंकल मैं तेरी बेटी के बराबर हूँ तुझे अपनी बेटी की उम्र की लड़की चोदने में शर्म नहीं आती ? वह बोला अरे रेशमा अगर शर्म आएगी तो मेरा लन्ड भूँखा रह जायेगा ? जैसे शेर केवल मॉस खाता है वैसे लन्ड केवल चूत खाता है। अब लन्ड अगर चूत नहीं चोदेगा तो क्या चोदेगा ? मेरा जब लन्ड खड़ा होता है तो मेरे सामने अगर मेरी बेटी भी हो तो मैं उसकी भी चूत में पेल दूंगा लन्ड ? मैं दनादन रंडी की तरह अपनी उछाल उछाल के चुदवाने लगी। मैंने देखा की समीना बी बुर चोदी उचक उचक के चुदवा रही है। वह बोली हाय दईया तेरा लन्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। , मुझे और चोदो खूब चोदो। मेरे मियां के सामने मेरी चूत में चीथड़े उड़ा दो।
समीना अपने मियां को चिढाते हुए बोली मेरा मियां देखो कैसे अपनी बीवी की बुर चुदवा रहा है। आजकल के ऐसे मियां होतें हैं जो दूसरों की बीवियां चोदते है और अपनी बीवी दूसरों से चुदवाते हैं। अपनी बीवी चोदने में उनकी गांड फटती है। अंकल ने कहा देखा रेशमा समीना जैसी बातें कर रही है वैसी ही बातें इसकी माँ चुदवाते समय भी करती थी। वह तो घंटो मेरे लन्ड से खेला करती थी। थोड़ी देर में अंकल मुझे पीछे से चोदने लगा और समीना बलराज के लन्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। हम दोनों की चूत का बाजा बज रहा था कमरे में। उसकी आवाज़ों के पूरा कमरा गूंज रहा था। हम दोनों की चुदाने इच्छा बढ़ती ही जा रही थी। चुदाने की स्पीड भी बढ़ती जा रही थी। एक बात तो तय हैं की दोनों साले गज़ब के चोदने वाले थे। सालों के लन्ड झड़ ही नहीं रहे थे जब की मैं किनारे आने वाली थी। अंकल का लौड़ा इतना ताकतवर होगा मुझे इसका इल्म नहीं था लेकिन मैं भी रुकी नहीं और पेलवाती रही पूरा लन्ड।
आखिरकार, लन्ड साला बोल गया। अंकल बोला रेशमा अब मैं निकलने वाला हूँ। मैं तो चाहती यही थी क्योंकि मैं खलास हो गयी थी। मैं घूम गयी और लन्ड की पिचकारी अपने मुंह में कैंच कर ली। मैं पी गयी सारा सीमेन और तब तक समीना भी बलराज का झड़ता हुआ लन्ड चाटने लगी। जाते समय समीना बोली हाय रेशमा अब मैं घर जाकर अपने ६० साले के लन्ड को अपनी चूत में पेलूंगी और रात भर चुदवाऊँगी।
मेरा मियां मेरी बुर नहीं लेता
एक दिन मेरी सहेली रूपा अपने पति श्याम के साथ आ गयी। मैंने उनका खैरमकदम किया।
मैंने कहा क्या पियोगे ? ठंडा या गरम ?
वह बोली आज तुम जो पिला दोगी वो मैं पी लूंगी।
मैंने कहा मेरा मन तो तुझे बहुत कुछ पिलाने का है पर कही तेरा पति बुरा न मान जाए ?
न न मेरा पति बुरा मानने वाला इंशान नहीं है। वो तो बहुत ही मजाकिया और हंसमुख किस्म का आदमी है। तुम कुछ भी पिला सकती हो ?
मैं गरम गरम पिलाऊंगी भी और पियूँगी भी। बोलो मंजूर है ?
हां मंजूर है रेशमा तू भी क्या कहेगी की किसी से पाला पड़ा है। मैं पीछे नहीं हटने वाली।
तो फिर तुम मुझे अपने मियां का गरम गरम लन्ड पिलाओ और तुम पियो मेरी गरम गरम चूत।
हाय दईया यही तो मैं चाहती थी यार ? मेरा पति भोसड़ी का मुझे लन्ड पिलाता ही नहीं ? मेरी शादी के ५ साल हो गए। पहले तो सब ठीक था। पर अभी पिछले ३ महीने से मैंने इसका लन्ड देखा ही नहीं।
हाय अल्ला, तू क्या कह रही है ?
हां मैं सच कह रही हूँ। मेरा हसबैंड मुझे चोदता ही नहीं ? मेरी बुर लेता ही नहीं ? शायद इसका लन्ड खड़ा नहीं होता या फिर इसका मन चोदने का नहीं होता ? पता नहीं क्या हो गया है इसे ?
मैंने कहा :- श्याम जीजा जी ऐसा क्या होगा की तुमने रूपा की बुर लेना छोड़ दिया।
वह बोला :- रेशमा देखो मैं पिछले ५ साल से इसकी बुर ले रहा हूँ न ? अब एक ही तरह की बुर लेते लेते आदमी बोर हो जाता है न ? कोई नई बुर हो तो लिया जाए ?
मैंने कहा :- अरे मेरे झांटू जीजा जी, रूपा भी तो बिचारी ५ साल से तेरा लन्ड ले रही है। उसने तो कभी कुछ नहीं कहा ? उसने तो कोई शिकायत नहीं की ?
वह बोला :- इसका मतलब है रेशमा, की मेरी बीवी मेरे लन्ड से बोर नहीं हुई है। अगर बोर हुई होती तो वह भी मेरा लन्ड नहीं लेती। किसी और का लन्ड लेती ?
मैंने कहा :- तो क्या तुम किसी और की बुर लेते हो, जीजू ?
वह बोला :- अभी तो नहीं लेता पर अब लूँगा।
इतने में रूपा बोली :- तो फिर तुम रेशमा की ही बुर ले लो। मुझे पता तो चले की तेरे लन्ड में कोई कमी नहीं आयी है ? किसी की तो बुर लो मेरे राजा ? मैंने इतने दिनों से तेरा लन्ड नहीं देखा पकड़ने की कौन कहे ?
रूपा की बातों से मुझे लगा की उसका पति मेरी चूत चाटे और मैं उसका लन्ड चाटूँ। रूपा इधर मेरी बुर चाटे। मैं तो अंदर से गन गना उठी। सोंचा की अगर ऐसा हो जाए तो बहुत अच्छा है। मैं तैयार भी हूँ। तब तक रूपा ने मुझे आंख मारी और इशारा किया की मैं उसका लन्ड पकड़ लूँ और उससे अपनी बुर चटवाना शुरू कर दूं। मुझे क्या ? मैं तो हूँ ही बहुत बड़ी बुर चोदी ! मैं तो हरदम लन्ड के लिए अपनी चूत और मुंह खोले रहती हूँ। मैं आगे बढ़ी और श्याम के पैंट की बेल्ट खोलने लगी। वह कुछ नहीं बोला। मैंने बटन खोला जिप नीचे खसका दी और फिर पैंट खोल कर फेंक दिया। वह चड्ढी में आ गया। मैंने उसकी कमीज उतारी और बनियाइन भी। अब नंबर चड्ढी का। चड्ढी के नीचे लन्ड था जिसका उभार साफ़ दिखाई पड़ रहा था।
मैंने जैसे ही उसकी चड्ढी खोली वैसे ही लन्ड टन टना के मेरे सामने खड़ा हो गया। मैं मुस्करायी और बोली लौड़े मियां थोड़ा सब्र करो अभी मैं तेरी चटनी बनाती हूँ। मैंने लन्ड हाथ में लिया और उसे प्यार से हिलाने लगी। तब रूपा घूम कर मुझे नंगी करने लगी। मैं नंगी हुई तो लन्ड साला और कड़क हो गया। लन्ड बढ़ता ही जा रहा था , श्याम ने मेरी चूँचियों पर हाथ रखा और प्यार से सहलाया फिर दबाया और फिर जबान निकाल कर चूमा। उसका दूसरा हाथ मेरी चूत पर चला गया जिसकी छोटी छोटी झांटें थीं। तब तक रूपा मेरे सामने नंगी नंगी आ गयी और वह मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैंने लन्ड पर ध्यान दिया और उसे मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। मुझे यह देख कर मज़ा आने लगा की जब मैं मुठ्ठी ऊपर ले जाती हूँ तो टोपा आधे से अधिक छुप जाता है और जब नीचे करती हूँ तो टोपा पूरा खुल जाता है। आज मैं पहली बार कोई समूचा लन्ड पकड़ कर मज़ा ले रही हूँ वरना अभी तक तो कटे लन्ड ही पकड़ती थी। आज मुझे इस लन्ड का मुठ्ठ मारने में मज़ा आ रहा है । और मैं भर पूर मज़ा लेना चाहती थी।
मैंने कहा भोसड़ी की रूपा देख तेरे पति का लन्ड बढ़ता ही जा रहा है। मोटा इतना है की मेरी एक मुठ्ठी में समा ही नहीं रहा। साला बड़ा सख्त हो गया है यार इसका लन्ड। इसके लन्ड में कोई खराबी नहीं है। वह बोली रेशमा आज मुझे मालूम हुआ की लन्ड साल परायी बीवी के हाथ में जाकर बड़ा हो जाता है। तब तक किसी ने दरवाजे की घंटी बजा दी। मैंने कहा यार रूपा जरा दरवाजा खोल कर देखो कौन है ? वह वापस आयी और बोली कोई असलम अंकल आये हैं। मैंने कहा उसे अंदर ही ले आओ मादर चोद को। जैसे ही वह आया मैंने कहा भोसड़ी के इतने के बाद तू आया है ? अभी तक क्या अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था। वह बोला यार तू सच कह रही है। मैं अपनी बेटी की बुर ही चुदा रहा था । मेरा एक दोस्त आया था। उसने मेरी मस्त जवान बेटी देखी तो बोला यार असलम मेरा दिल तेरी बेटी पर आ गया है यार। अब बताओ मैं क्या करूं ? मैंने कहा मेरी बेटी की बुर चोदो और क्या करोगे। मेरी बेटी को कोई ऐतराज़ नहीं है। तब तक मेरी बेटी ने उसकी लुंगी केअंदर हाथ घुसेड़ कर लन्ड पकड़ लिया। मेरी बेटी चुदवाने में बड़ी है एक्सपर्ट है बुर चोदी। वह बोला यार असलम मेरी बेटी भी मेरे दोस्तों के लन्ड बेहिचक पकड़ लेती है और मेरे सामने ही चाटने लगती है लन्ड। कल तुम आना मेरी बेटी की बुर चोदने । अब कल मैं उसके घर जाऊंगा रेशमा।
मैने कहा अंकल अच्छा अब चलो अपना लन्ड खोलो और मेरी दोस्त रूपा को पकड़ा दो। ये बिचारी पराये मरद के लन्ड के लिए तरस रही है। रूपा मेरा संकेत समझ गयी और उठ कर असलम को नंगा करने लगी। उसका लन्ड जैसे रूपा ने पकड़ा वो साला सांप की तरह फफनाकर खड़ा हो गया। रूपा पहली बार किसी पराये मरद का लन्ड पकड़ कर हिला रही है। यह बात उसके पति श्याम ने कहा। श्याम अपनी बीवी को किसी दूसरे मरद का लन्ड चाटते हुए देख कर बड़ा मस्त होने लगा और मस्त होने लगा उसका लन्ड। श्याम ने फिर बड़े मजे से अपनी बीवी असलम अंकल से चुदवाई और मुझे अपनी बीवी के सामने खूब धकाधक चोदा।
रूपा ने दूसरे दिन मुझे फोन किया और बताया की रेशमा, आज मेरा पति मेरी बुर ले रहा है।
मेरा नाम है रेशमा। मैं २७ साल की एक बिंदास लड़की हूँ। मैं अपने माँ बाप से दूर इस शहर में अकेली रहती हूँ। पढ़ी लिखी हूँ और एक बड़ी कंपनी में काम करती हूँ। मैं आजकल के ज़माने की एक खुली हुई और मस्त लड़की हूँ। ज़िन्दगी का मज़ा लेती हूँ, शराब पीती हूँ, लन्ड पीती हूँ, गालियां देती हूँ और अपने मन पसंद लड़कों को बुर देती हूँ। हर रोज़ २/३ लन्ड का मज़ा लेती हूँ और किसी भोसङी से न डरती हूँ और न किसी की परवाह करती हूँ।
एक दिन मैं अपने घर में बैठी थी और मेरे साथ बैठा था मेरा दोस्त बलराज। हम दोनों व्हिस्की का मज़ा ले रहे थे। इतने में मेरे पड़ोस के रमज़ान अंकल आ गए। उसके साथ एक लड़की भी थी। मैंने उसे शराब का गिलास दिया दी तो उसने वह गिलास उस लड़की को पकड़ा दिया। फिर मैंने दूसरा शराब का गिलास अंकल को दिया। मैंने पूंछा है अंकल बताओ कैसे आपने मुझे याद किया ? वह बोला हां बेटी रेशमा मुझे तुमसे कुछ काम है। मैंने कहा हां हां बोलो न मैं आपके लिए क्या कर सकती हूँ। वह बोला कर तो तुम ही सकती हो बेटी पर मैं तुमसे अकेले में बात करना चाहता हूँ। मैंने कहा यहाँ हम चार ही तो हैं। ये मेरा दोस्त है इससे क्या छुपाना ? इससे तो मैं अपना बदन भी नहीं छुपाती अंकल ? तुम खुल कर बताओ न ? वह बोला फिर भी ,,,,,,,,? मैंने कहा बहन चोद तुम्हे बताने में इतनी गांड क्यों फट रही है ? जब तू अपनी बेटी के सामने कह सकता है तो मेरे दोस्त के सामने क्यों नहीं।
तब वह बोला अरे रेशमा ये मेरी बेटी नहीं है। ये मेरी बीवी है समीना। मैंने कहा अरे बाप रे बेटी के बराबर बीवी ? ऐसे कैसे हो गया ? वह बोला यह मेरी दूसरी बीवी है। मेरी पहली बीवी मुम्बई में अपनी बेटी के साथ रहती है। बेटी भी मेरी २२ साल की है। मैं यहाँ इसके पास रहता हूँ। समस्या यह है की मेरी बीवी मुझे बुर नहीं देती ? और मैं बिना बुर के रह नहीं सकता ? मैंने कहा भोसड़ी के अंकल तो इससे शादी ही क्यों की ? उसने बताया की मैं इसकी माँ का भोसड़ा चोदा करता था। मैं एक दिन इसकी माँ का भोसड़ा चोद रहा था तभी ये कमरे में आ गयी और मुझे चोदते हुए देख लिया। बस ये भड़क गयी. एक दिन इत्तिफाक से इसकी माँ नहीं रही। अब यह अकेली हो गयी। इसका दुनिया में कोई नहीं है। इसलिए मैंने इस पर तरस खा कर इससे शादी कर ली। अब ये मुझे बुर नहीं देती. ये कहती है की तुम बूढ़े हो गए हो और मैं बूढ़े लोगों से चुदवाती नहीं। अब इस परेशानी का हल तुम निकाल सकती हो बेटी रेशमा ? मैं तुम्हारे पास मदद के लिए आया हूँ।
मैंने शराब का गिलास खाली किया और दूसरा पैग बनाकर सबको दिया। एक सिप मार कर मैंने कहा अच्छा ये बताओ की तेरी पहली बीवी और बेटी क्या करती है ? वह बोला मेरी बेटी भोसड़ी की अपनी माँ चुदवाती है और उसकी माँ अपनी बेटी चुदवाती है। दोनों खूब ऐय्यासी करती हैं क्योंकि पैसों की कमी नहीं है। मैंने पूंछा तुम सच बता रहे हो की मुझे चूतिया बना रहे हो ? उसने कहा नहीं रेशमा मैं सह बता रहा हूँ क्योंकि मेरे कई दोस्त मुम्बई जातें है और मेरी बीवी और बेटी चोद कर आतें हैं। कभी मेरी बेटी की बुर लेते हैं, कभी उसकी माँ का भोसड़ा ? मैं भी यहाँ इन लोगों की बीवियां और बेटियां चोदता हूँ। मैंने कहा तो फिर तेरी नयी बीवी को तेरे लन्ड पर शक क्यों है ? उसने कहा अब इसका जबाब तो मैं नहीं दे सकता ?
मैंने उसकी बीवी समीना से पूंछा तो वह बोली ये साला मेरे बाप के बराबर है। बूढा है। मैंने तो शादी मजबूरी में की है। न मुझे इससे प्यार है और न इसके लन्ड से ? मैंने कहा अंकल अब तो मैं तेरा लन्ड देखना चाहती हूँ। तेरे लन्ड में तो कोई खराबी नहीं है बहन चोद ? और हां समीना तुम बताओ क्या तुम मेरे दोस्त को बुर देने के लिए तैयार हो ? वह बोली हां बिलकुल तैयार हूँ। मैंने कहा तो फिर मेरे दोस्त का लन्ड पकड़ कर देखो। वह उठी और बलराज के बगल में बैठ गयी। इधर मैंने अंकल के पैजामे का नाड़ा खोला और अपना हाथ अंदर घुसेड़ दिया। मेरा हाथ जैसे उसके लन्ड से टकराया तो लन्ड तन कर खड़ा हो गया। उधर समीना बलराज का लन्ड खोल कर बाहर निकाल लिया। मैं तो बलराज का लन्ड जानती ही थी। कई बार चुदवा चुकी थी उससे। मैंने भी अंकल का लन्ड बाहर निकाल लिया। लन्ड देख कर मैं तो दंग रह गयी। लन्ड साला बलराज के लन्ड से बड़ा भी था और मोटा भी ?
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मैंने कहा बुर चोदी समीना मरद का लन्ड ८० साल की उम्र तक जवान रहता है ? वो किसी की भी चूत का भोसड़ा बना सकता है। मैं तो बस एक हाथ से पेल्हड़ थाम कर दूसरे हाथ से कुतिया की तरह लन्ड का सुपाड़ा चाटने में जुट गयी। अंकल मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फिरा फिरा कर मौज़ लेने लगा। उसकी भी मस्ती अब्धि तो झुक कर मेरी चूत चाटने लगा। तब हम दोनों 69 बन गये। मुझे अंकल का लन्ड चूसने में खूब मज़ा आने लगा और उससे ज्यादा उससे अपनी बुर चटवाने में। मुझे लग ही नहीं रहा था की एक ६० साल का आदमी मेरी बुर चाट रहा है। मुझे लगा की कोई २२ साल का लड़का मेरी बुर चाट रहा है। उधर समीना तो चुदवाने में जुट गयी। उसे भी बहुत दिनों के बाद कोई लन्ड मिला है। वह पहली बार अपने मियां के आगे किसी गैर मरद से चुदवा रही है। अब वह रुकने वाली नहीं।
इसी बीच अंकल ने लन्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं बोली उई माँ मर गयी फट गयी मेरी चूत ! इतना मोटा लन्ड ! बाप रे मेरी चूत आज ही भोसड़ा बन जाएगी। अंकल तो बिलकुल बेरहमी से चोदने लगा। मैंने कहा अंकल मैं तेरी बेटी के बराबर हूँ तुझे अपनी बेटी की उम्र की लड़की चोदने में शर्म नहीं आती ? वह बोला अरे रेशमा अगर शर्म आएगी तो मेरा लन्ड भूँखा रह जायेगा ? जैसे शेर केवल मॉस खाता है वैसे लन्ड केवल चूत खाता है। अब लन्ड अगर चूत नहीं चोदेगा तो क्या चोदेगा ? मेरा जब लन्ड खड़ा होता है तो मेरे सामने अगर मेरी बेटी भी हो तो मैं उसकी भी चूत में पेल दूंगा लन्ड ? मैं दनादन रंडी की तरह अपनी उछाल उछाल के चुदवाने लगी। मैंने देखा की समीना बी बुर चोदी उचक उचक के चुदवा रही है। वह बोली हाय दईया तेरा लन्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। , मुझे और चोदो खूब चोदो। मेरे मियां के सामने मेरी चूत में चीथड़े उड़ा दो।
समीना अपने मियां को चिढाते हुए बोली मेरा मियां देखो कैसे अपनी बीवी की बुर चुदवा रहा है। आजकल के ऐसे मियां होतें हैं जो दूसरों की बीवियां चोदते है और अपनी बीवी दूसरों से चुदवाते हैं। अपनी बीवी चोदने में उनकी गांड फटती है। अंकल ने कहा देखा रेशमा समीना जैसी बातें कर रही है वैसी ही बातें इसकी माँ चुदवाते समय भी करती थी। वह तो घंटो मेरे लन्ड से खेला करती थी। थोड़ी देर में अंकल मुझे पीछे से चोदने लगा और समीना बलराज के लन्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। हम दोनों की चूत का बाजा बज रहा था कमरे में। उसकी आवाज़ों के पूरा कमरा गूंज रहा था। हम दोनों की चुदाने इच्छा बढ़ती ही जा रही थी। चुदाने की स्पीड भी बढ़ती जा रही थी। एक बात तो तय हैं की दोनों साले गज़ब के चोदने वाले थे। सालों के लन्ड झड़ ही नहीं रहे थे जब की मैं किनारे आने वाली थी। अंकल का लौड़ा इतना ताकतवर होगा मुझे इसका इल्म नहीं था लेकिन मैं भी रुकी नहीं और पेलवाती रही पूरा लन्ड।
आखिरकार, लन्ड साला बोल गया। अंकल बोला रेशमा अब मैं निकलने वाला हूँ। मैं तो चाहती यही थी क्योंकि मैं खलास हो गयी थी। मैं घूम गयी और लन्ड की पिचकारी अपने मुंह में कैंच कर ली। मैं पी गयी सारा सीमेन और तब तक समीना भी बलराज का झड़ता हुआ लन्ड चाटने लगी। जाते समय समीना बोली हाय रेशमा अब मैं घर जाकर अपने ६० साले के लन्ड को अपनी चूत में पेलूंगी और रात भर चुदवाऊँगी।
मेरा मियां मेरी बुर नहीं लेता
एक दिन मेरी सहेली रूपा अपने पति श्याम के साथ आ गयी। मैंने उनका खैरमकदम किया।
मैंने कहा क्या पियोगे ? ठंडा या गरम ?
वह बोली आज तुम जो पिला दोगी वो मैं पी लूंगी।
मैंने कहा मेरा मन तो तुझे बहुत कुछ पिलाने का है पर कही तेरा पति बुरा न मान जाए ?
न न मेरा पति बुरा मानने वाला इंशान नहीं है। वो तो बहुत ही मजाकिया और हंसमुख किस्म का आदमी है। तुम कुछ भी पिला सकती हो ?
मैं गरम गरम पिलाऊंगी भी और पियूँगी भी। बोलो मंजूर है ?
हां मंजूर है रेशमा तू भी क्या कहेगी की किसी से पाला पड़ा है। मैं पीछे नहीं हटने वाली।
तो फिर तुम मुझे अपने मियां का गरम गरम लन्ड पिलाओ और तुम पियो मेरी गरम गरम चूत।
हाय दईया यही तो मैं चाहती थी यार ? मेरा पति भोसड़ी का मुझे लन्ड पिलाता ही नहीं ? मेरी शादी के ५ साल हो गए। पहले तो सब ठीक था। पर अभी पिछले ३ महीने से मैंने इसका लन्ड देखा ही नहीं।
हाय अल्ला, तू क्या कह रही है ?
हां मैं सच कह रही हूँ। मेरा हसबैंड मुझे चोदता ही नहीं ? मेरी बुर लेता ही नहीं ? शायद इसका लन्ड खड़ा नहीं होता या फिर इसका मन चोदने का नहीं होता ? पता नहीं क्या हो गया है इसे ?
मैंने कहा :- श्याम जीजा जी ऐसा क्या होगा की तुमने रूपा की बुर लेना छोड़ दिया।
वह बोला :- रेशमा देखो मैं पिछले ५ साल से इसकी बुर ले रहा हूँ न ? अब एक ही तरह की बुर लेते लेते आदमी बोर हो जाता है न ? कोई नई बुर हो तो लिया जाए ?
मैंने कहा :- अरे मेरे झांटू जीजा जी, रूपा भी तो बिचारी ५ साल से तेरा लन्ड ले रही है। उसने तो कभी कुछ नहीं कहा ? उसने तो कोई शिकायत नहीं की ?
वह बोला :- इसका मतलब है रेशमा, की मेरी बीवी मेरे लन्ड से बोर नहीं हुई है। अगर बोर हुई होती तो वह भी मेरा लन्ड नहीं लेती। किसी और का लन्ड लेती ?
मैंने कहा :- तो क्या तुम किसी और की बुर लेते हो, जीजू ?
वह बोला :- अभी तो नहीं लेता पर अब लूँगा।
इतने में रूपा बोली :- तो फिर तुम रेशमा की ही बुर ले लो। मुझे पता तो चले की तेरे लन्ड में कोई कमी नहीं आयी है ? किसी की तो बुर लो मेरे राजा ? मैंने इतने दिनों से तेरा लन्ड नहीं देखा पकड़ने की कौन कहे ?
रूपा की बातों से मुझे लगा की उसका पति मेरी चूत चाटे और मैं उसका लन्ड चाटूँ। रूपा इधर मेरी बुर चाटे। मैं तो अंदर से गन गना उठी। सोंचा की अगर ऐसा हो जाए तो बहुत अच्छा है। मैं तैयार भी हूँ। तब तक रूपा ने मुझे आंख मारी और इशारा किया की मैं उसका लन्ड पकड़ लूँ और उससे अपनी बुर चटवाना शुरू कर दूं। मुझे क्या ? मैं तो हूँ ही बहुत बड़ी बुर चोदी ! मैं तो हरदम लन्ड के लिए अपनी चूत और मुंह खोले रहती हूँ। मैं आगे बढ़ी और श्याम के पैंट की बेल्ट खोलने लगी। वह कुछ नहीं बोला। मैंने बटन खोला जिप नीचे खसका दी और फिर पैंट खोल कर फेंक दिया। वह चड्ढी में आ गया। मैंने उसकी कमीज उतारी और बनियाइन भी। अब नंबर चड्ढी का। चड्ढी के नीचे लन्ड था जिसका उभार साफ़ दिखाई पड़ रहा था।
मैंने जैसे ही उसकी चड्ढी खोली वैसे ही लन्ड टन टना के मेरे सामने खड़ा हो गया। मैं मुस्करायी और बोली लौड़े मियां थोड़ा सब्र करो अभी मैं तेरी चटनी बनाती हूँ। मैंने लन्ड हाथ में लिया और उसे प्यार से हिलाने लगी। तब रूपा घूम कर मुझे नंगी करने लगी। मैं नंगी हुई तो लन्ड साला और कड़क हो गया। लन्ड बढ़ता ही जा रहा था , श्याम ने मेरी चूँचियों पर हाथ रखा और प्यार से सहलाया फिर दबाया और फिर जबान निकाल कर चूमा। उसका दूसरा हाथ मेरी चूत पर चला गया जिसकी छोटी छोटी झांटें थीं। तब तक रूपा मेरे सामने नंगी नंगी आ गयी और वह मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरने लगी। मैंने लन्ड पर ध्यान दिया और उसे मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। मुझे यह देख कर मज़ा आने लगा की जब मैं मुठ्ठी ऊपर ले जाती हूँ तो टोपा आधे से अधिक छुप जाता है और जब नीचे करती हूँ तो टोपा पूरा खुल जाता है। आज मैं पहली बार कोई समूचा लन्ड पकड़ कर मज़ा ले रही हूँ वरना अभी तक तो कटे लन्ड ही पकड़ती थी। आज मुझे इस लन्ड का मुठ्ठ मारने में मज़ा आ रहा है । और मैं भर पूर मज़ा लेना चाहती थी।
मैंने कहा भोसड़ी की रूपा देख तेरे पति का लन्ड बढ़ता ही जा रहा है। मोटा इतना है की मेरी एक मुठ्ठी में समा ही नहीं रहा। साला बड़ा सख्त हो गया है यार इसका लन्ड। इसके लन्ड में कोई खराबी नहीं है। वह बोली रेशमा आज मुझे मालूम हुआ की लन्ड साल परायी बीवी के हाथ में जाकर बड़ा हो जाता है। तब तक किसी ने दरवाजे की घंटी बजा दी। मैंने कहा यार रूपा जरा दरवाजा खोल कर देखो कौन है ? वह वापस आयी और बोली कोई असलम अंकल आये हैं। मैंने कहा उसे अंदर ही ले आओ मादर चोद को। जैसे ही वह आया मैंने कहा भोसड़ी के इतने के बाद तू आया है ? अभी तक क्या अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था। वह बोला यार तू सच कह रही है। मैं अपनी बेटी की बुर ही चुदा रहा था । मेरा एक दोस्त आया था। उसने मेरी मस्त जवान बेटी देखी तो बोला यार असलम मेरा दिल तेरी बेटी पर आ गया है यार। अब बताओ मैं क्या करूं ? मैंने कहा मेरी बेटी की बुर चोदो और क्या करोगे। मेरी बेटी को कोई ऐतराज़ नहीं है। तब तक मेरी बेटी ने उसकी लुंगी केअंदर हाथ घुसेड़ कर लन्ड पकड़ लिया। मेरी बेटी चुदवाने में बड़ी है एक्सपर्ट है बुर चोदी। वह बोला यार असलम मेरी बेटी भी मेरे दोस्तों के लन्ड बेहिचक पकड़ लेती है और मेरे सामने ही चाटने लगती है लन्ड। कल तुम आना मेरी बेटी की बुर चोदने । अब कल मैं उसके घर जाऊंगा रेशमा।
मैने कहा अंकल अच्छा अब चलो अपना लन्ड खोलो और मेरी दोस्त रूपा को पकड़ा दो। ये बिचारी पराये मरद के लन्ड के लिए तरस रही है। रूपा मेरा संकेत समझ गयी और उठ कर असलम को नंगा करने लगी। उसका लन्ड जैसे रूपा ने पकड़ा वो साला सांप की तरह फफनाकर खड़ा हो गया। रूपा पहली बार किसी पराये मरद का लन्ड पकड़ कर हिला रही है। यह बात उसके पति श्याम ने कहा। श्याम अपनी बीवी को किसी दूसरे मरद का लन्ड चाटते हुए देख कर बड़ा मस्त होने लगा और मस्त होने लगा उसका लन्ड। श्याम ने फिर बड़े मजे से अपनी बीवी असलम अंकल से चुदवाई और मुझे अपनी बीवी के सामने खूब धकाधक चोदा।
रूपा ने दूसरे दिन मुझे फोन किया और बताया की रेशमा, आज मेरा पति मेरी बुर ले रहा है।
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