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मेरा पति गांडू है मुझे चोदता नहीं खुद चुदता है - Mera pati gandu hai mujhe chodta nahi
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मेरा नाम पूजा है मैं २७ साल की एक खूबसूरत और मद मस्त बीवी हूँ। बड़ी हंसमुख और मजाकियां किस्म की लड़की हूँ. सेक्सी हूँ और हॉट हूँ. मुझे सेक्स की बातें करते में बड़ा मज़ा आता है। गन्दी गन्दी बातें करने में और अपने दोस्तों के बीच गाली गलौज करने में खूब मज़ा लेती हूँ। मेरी शादी दो साल पहले हुई थी। शादी के दिन मैं बहुत खुश थी। इसलिए की अब मुझे चुदाई करने का लाइसेंस मिलने वाला है । अभी तक मैं चोरी छिपे चुदवाती थी लेकिन अब खुले आम चुदवाऊँगी। यही सोंच कर मैं अंदर से रोमांचित होने लगती थी। शादी के बाद मेरा पति रोहित सुहागरात मनाने के लिए मुझे गोवा ले गया। मैं गोवा जाने के जाने के लिए बहुत उत्साहित थी। उस दिन शाम को हम गोवा बीच में बैठे हुए थे और खूब एन्जॉय कर रहे थे। तभी मेरे पति ने बियर का आर्डर दे दिया और एक बोतल बियर मेरे सामने रख दिया। मैं मना न कर पायी और बियर पीने लगी। तभी उसने व्हिस्की का भी आर्डर कर दिया। मैं व्हिस्की भी उसके साथ पीने लगी। थोड़ा नाश चढ़ा तो एन्जॉय करने लगी। ऐसा नहीं है की मैंने इसके पहले शराब नहीं पी। मैं कॉलेज के दिनों में शराब भी पीती थी और लन्ड भी पीती थी।
कोई माने चाहे न माने पर यह सच है की हर खूबसूरत लड़की बहन चोद शादी के पहले लड़कों के लन्ड पीती है। और शादी के बाद पराये मर्दों के लन्ड पीती है।
शराब पीकर हम दोनों अपने होटल में आ गए।
आते ही मेरा पति अपने दोस्त से टकरा गया। उसका नाम था समीर। मैं समीर को देख कर मस्त हो गयी। वह लड़का मुझे भा गया। बड़ा हैंडसम और हॉट था वो , मेरे अंदर कुछ कुछ होने लगा। फिर हम दोनों कमरे में गए और अपने अपने कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गए। मैं बिकिनी में थी और वह नेकर में। तभी किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। रोहित ने खोला तो वह समीर था। मैंने सोंचा की समीर इस समय क्यों आया है ? मैं थोड़ा हैरान हो गयी। फिर रोहित ने उसे अंदर बैठा लिया और दरवाजा बंद कर दिया। उसके सामने ही मेरा पति मेरी चूंचियां दबाने लगा। मैंने कहा अरे ये क्या कर रहे हो ? किसी गैर मरद के आगे मुझे नंगी कर रहे हो तुम ? वह बोला यार पूजा समीर गैर मरद नहीं है। मैं तो यह सुनकर दंग रह गयी। तब वह बोला यार पूजा आज हम सुहागरात में अपने दोस्त को भी शामिल कर रहें है। मैं इसीलिए घर से दूर गोवा आया हूँ। मैं यह जानकार अंदर से खुश हुई पर ऊपर से ना ना करती रही। तब तक उसने मेरी ब्रा खोल दी। मेरी चूंचियां उन दोनों के आगे बिलकुल नंगी हो गयीं। मैं थोड़ा शर्माने लगीं। वह बोला यार शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। मैंने तो समीर की सुहागरात में इसकी बीवी की गांड मारी है। इसकी बीवी मेरा लन्ड आज भी बड़े मजे से चूसती है। इसलिए मैं इसे अपनी सुहागरात में शामिल कर रहा हूँ। मैं कुछ नहीं बोली और मन में सुहागरात में ही दो दो लन्ड से चुदवाने का मज़ा लेने की सोंचने लगी।
थोड़ा नशा तो चढ़ा ही था। उसने मुझे इतने में नंगी कर दिया। मेरी बिना झांट की चूत वो सहलाने लगा । मैं भी उसका लन्ड हिलाने लगी। तब तक समीर भी नंगा हो गया। मेरे पति ने उसका भी लन्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं उसका लन्ड पकड़ कर मस्त हो गयी क्योंकि मेरी एक सहेली ने बताया था की वह भी अपनी सुहागरात में यहीं गोवा से दो दो मरद से एक साथ चुदवा कर गयी है। मैं दोनों लन्ड बारी बारी से चूमने चाटने लगी। वो दोनों मेरी चूत, मेरी चूंचियां और मेरे चूतड़ों का मज़ा लेने लगे। मैंने फिर दोनों लन्ड मुंह में लेकर चूसने का काम करना शुरू कर दिया। मैंने मन में कहा यार आज तो वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरा पति आगे भी इस तरह अपने दोंस्तों के लन्ड मुझे देता रहेगा। मेरी तो लन्ड की लाटरी निकल आयी है। मैंने बहुत मगन थी और तब तक दोनों मुझे चोदने के लिए तैयार हो गए।
इतने में अचानक मेरा पति रोहित बोला समीर तुम मेरी बीवी की बुर में लन्ड पेलो। मेरी बीवी को अपने लन्ड पर बैठा लो। यह थोड़ा झुकेगी तो मैं इसकी गांड में घुसा दूंगा लन्ड।
मैंने कहा अरे ये क्या करने जा रहे हो। मैं पहले अपने पति का लन्ड अपनी चूत में घुसेडूंगी। आज मेरी सुहागरात है।
मेरा पति बोला अरे तो इससे क्या होता है पूजा ? चूत को क्या मालूम लन्ड किसका है।
चूत को नहीं पर मुझे तो मालूम है की किसका लन्ड है। तुम पहले लन्ड मेरी चूत में पेलो और मुझे चोदो।
अरे पूजा मैंने समीर को तेरी चूत चोदने के लिए ही बुलाया है।
अच्छा ऐसा क्यों ? तुम्हे मेरी चूत चोदने में कोई प्रॉब्लम है क्या ? तुम्हे मेरी चूत पसंद नहीं है क्या ?
ऐसा नहीं है यार मैं चाहता हूँ की आज सुहागरात के दिन तुम हर तरह और हर तरफ से मज़ा लूटो ?
तो मैं कहाँ समीर को बुर चोदने से मना कर रही हूँ। मैं तो खुद समीर से चुदवाने के लिए तैयार हूँ। लेकिन शादी के बाद मेरी चूत में पहला लन्ड मेरे पति का ही घुसेगा। उसके बाद कोई भी घुसेड़े अपन लन्ड मेरी चूत में मुझे ऐतराज़ नही है। मैं तो सबके लन्ड अपनी चूत में लेने के लिए तैयार हूँ।
अब देखो पूजा मैं तुम्हे साफ साफ़ बताता हूँ। मैं तो लड़कियों की गांड मारने का शौक़ीन हूँ। मुझे चूत चोदने में कोई इंटरेस्ट नहीं है। आज सुहागरात में तेरी चूत चुदे इसलिए मैंने अपने दोस्त को बुलाया है। मैं तो तेरी गांड मारूंगा।
तब मुझे उसकी असली बात मालूम हुई। मैं अंदर से थोड़ा दुखी हो गयी की मेरा पति बहन चोद गांडू निकला ? अब मैं गांड कहाँ तक मराऊंगी। मैं तो बुर चुदाने की शौक़ीन हूँ। मैंने उससे पूंछा अच्छा यह बताओ क्या तुम अपनी गांड भी मराते हो ?
वह बोला मैं गांड मराता नहीं हूँ। मैं तो बस गांड मारता हूँ वह भी लड़कियों की गांड लड़कों की गांड नहीं
मुझे कुछ तसल्ली हुई और मैंने उसी दिन मन में यह ठान लिया की मैं इसकी गांड मारने की आदत छुड़ा कर ही दम दूँगी। इसे बुर चोदना सिखा दूँगी। मैं यह कतई बर्दास्त नहीं कर सकती की मेरा पति गांडू हैं। मैं यह सोंचने लगी की इसे बुर चोदने में क्यों इंटरेस्ट नहीं है ?
मैंने कहा अच्छा अपना लन्ड मेरी चूत पर रख तो सकते हो। उसे मेरी चूत पर थोड़ा रगड़ तो सकते हो।
हां यह जरूर कर सकता हूँ। तो फिर यही करो।
अपना लन्ड मेरी चूत पर रखो, उसे रगड़ो और फिर समीर का लन्ड पेल दो मेरी चूत के अंदर। मैं समझ लूंगी की यह मेरे पति का लन्ड है। एक चुदाई के बाद तुम मेरी गांड में घुसा देना लन्ड। मैं तुमसे गांड मराना शुरू कर दूँगी।
उसने लन्ड मेरी चूत पर रखा उस थोड़ा रगड़ा और फिर समीर का लन्ड घुसा दिया। उसका लन्ड मुझे बहुत अच्छा लगा। लन्ड घुसते ही मैं मस्त होने लगी और अपने पति का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मेर मन में यही चल रहा था की मैं कहाँ तक गांड मराती रहूंगी अपने पति से। थोड़ी देर में मेरे मन में ख्याल आया की मैं अपने दोस्तों (बॉय फ्रेंड्स ) से अपने पति के आगे चुदवा सकती हूँ। मेरी कुछ सहेलियां है जिन्हें गांड मराने का शौक है। मैं उनकी गांड में अपने पति का लन्ड ठोंक सकती हूँ और उनके पतियों के लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ सकती हूँ। इससे हम दोनों को खूब मज़ा आएगा। आज से मेरे पति ने मेरी बुर ग़ैर मर्दों से चुदाने का खाता तो खोल ही दिया है तो फिर मैं इसका पूरा फायदा क्यों न उठाऊं ? यही सब सोंच कर मैं समीर से खूब प्रेम से चुदवाने लगीऔर अपने पति का लन्ड मजे से चूसने लगी। मुझे समीर का लन्ड ज्यादा मज़ा दे रहा था।
थोड़ी देर बाद मैंने समीर को नीचे लिटा दिया और मैं उसकी टांगों के बीच अपनी गांड उठाते हुए झुक कर उसका लन्ड चाटने लगी। मेरी गांड ऊपर उठी हुई थी। तब मैंने अपने पति को इशारा की तुम मेरी गांड में घुसा दो लन्ड। उसने जैसे घुसाया लन्ड तो मेरी चीख निकल पड़ी। मैं बोली हाय दईया तूने तो फाड़ डाली मेरी गांड। मुझे दर्द वाकई बहुत हुआ। मैं ज़िन्दगी में पहली बार किसी से गांड मारवा रही थी। आज की तारिख में पति को खुश तो रखना ही था इसलिए गांड मराना पड़ा। मेरे पति का लन्ड थोड़ा पतला था तो काम चल गया। समीर का मोटा लन्ड मुझे वास्तव में पसंद आ गया। मैंने थोड़ी चालाकी की। मैंने समीर से ज्यादा चुदवाया और अपने पति से गांड कम मरवाई। पहले ही दिन से मैं गैर मरद के लन्ड की गुलाम हो गयी।
जब तक हम गोवा में रहे तब तक समीर मुझे चोदता रहा और मैं अपने पति से गांड मरवाती रही। अब मेरी इच्छा हुई की मैं और मर्दों से चुदवाऊँ। मैं एक दिन समीर की बीवी बरखा से मिली। मैं उसके घर उससे बात करके पहुँच गयी। बरखा बहुत खूबसूरत थी बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मद मस्त महिला थी। मैं उससे बातें करने लगी। दिन का समय था। मेरा पति और उसका पति दोनों ऑफिस में थे।
मैंने कहा - यार तेरे पति मेरी सुहागरात में था।
वह बोली - हां मुझे मालूम था। तेरा पति भी मेरी सुहागरात में था और उसने मेरी गांड मारी थी।
हां यह बात मेरे पति ने मुझे बताई। तो क्या आपको गांड मराने का शौक है ?
हां जरूर है। क्योंकि मैं कुछ दिन अमेरिका में रह कर आयी हूँ। वहां की अधिकतर बीवियां गांड मरातीं हैं। मैं भी गांड मराना सीख गयी। मैंने अपने पति से अपनी सुहागरात में कहा था की कोई गांड मारने वाला लड़का हो तो उसे अपने साथ ले लेना। तब समीर ने रोहित यानी तेरे पति को ले लिया। मुझे तेरे पति का लन्ड पसंद आया। मुझे उससे गांड मारने में मज़ा आया।
मैंने कहा मुझे तेरे पति का लन्ड पसंद आया। मुझे उससे चुदवाने में खूब मज़ा आया। हम दोनों इसी बात पर हंसने लगे. मैंने कहा पर यार मुझे अपने पति से गांड मराने में बड़ा दर्द हुआ। मेरी गांड आज भी दर्द कर रही है।
अरे यार गांड मराने का एक तरीका होता है। उसके लिए कई लुब्रिकेंट्स होतें है वो सब मेरे पास हैं। मैं किसी दिन तुम्हे सिखा दूँगी गांड मराना । तब तेरी गांड में कोई दर्द नहीं होगा।
आपकी निगाह में कोई और बीवियां हैं जो गांड मराती हों ?
है हैं तो मैं उनके नंबर दे सकती हूँ।
पर तुम क्या उनसे गांड मराओगी ?
नहीं मैं नहीं मराऊंगी। मैं उनकी गांड अपने पति से मरवाऊंगी। और तब मैं उनके पतियों से अपनी चूत चुदवाऊँगी। इससे मेरा पति भी खुश होगा और मैं भी खुश। मुझे यार गैर मर्दों से चुदवाने का चस्का लग गया है। मेरे पति को गांड मारने का शौक है तो मैं उसका फायदा उठाना चाहती हूँ।
अरे वाह तूने तो मेरी आँखे खोल दी यार। इस तरह तो मैं भी कई पराये मर्दों से अपनी गांड मरवा सकती हूँ जैसे मैंने तेरे पति से गांड मरवाया। मैं भी कई लोगों के लन्ड का मज़ा ले सकती हूँ।
उसने मुझे मिसेज लूना जैकब और ताहिरा बेगम का टेलीफोन नंबर दे दिया और मैं ख़ुशी ख़ुशी वहां से चली आयी। घर आकर मैंने उन दोनों से बात चीत की और अपनी इच्छा ज़ाहिर की। मिसेज लूना बोली वाओ, मैं खुद एक ऐसा कपल ढूंढ रही थी जो मेरी गांड मारे और मेरा हसबैंड उसकी बीवी चोदे। ताहिरा तो मेरी बात सुनकर उछल पड़ी। वह बोली यार मैं अपने घर के मर्दों से चुदवा चुदवा बोर हो गयी हूँ। यहाँ कोई भोसड़ी का गांड मारता ही नहीं। सब के सब लन्ड मेरी चूत में पेल देते हैं। मैं तो बहुत खुश हूँ की चलो कोई तो मेरी गांड मारने वाला मिला मुझे ? अब बताओ मैं कब आ जाऊं तेरे पति से गांड मारने। मैंने कहा आज ही शाम को आ जाओ अपने मियां के साथ क्योंकि मैं उससे अपनी बुर चुदवाऊँगी। वह बोली हां यार खूब चुदवाओ। वह तो बुर चोदने में बड़ा माहिर है।
बस मैंने दोनों को डिनर पर बुला लिया। मेरा हसबैंड मेरी इस बात से बड़ा खुश हुआ क्योंकि उसे दो दो बीवियों की गांड मारने का मौक़ा मिलेगा। शाम को लूना अपने हसबैंड स्टॉर्म के साथ। मुझे उसके हसबैंड बड़ा हॉट लगा क्योंकि वह गोरा चिट्टा और मस्त आदमी था । मैं सोंचने लगी की इसका लन्ड भी ऐसा ही होगा। ताहिरा बेगम अपने मियां हासिम के साथ आ गयीं। हम सब एक दूसरे से मिले। उसका मियां भी मस्त जवान मर्द था। मैंने तुरंत ड्रिंक्स शुरू कर दी। हम तीनो कपल व्हिस्की का मज़ा लेने लगे। कमरे में तीन कपल - मैं पूजा रोहित, लूना स्टॉर्म और ताहिरा हासिम। मैं यह सोंच सोंच कर रोमांचित होने लगी की जब ये तीनो मरद आमने सामने एक दूसरे की बीवी चोदेगें तो कितना अच्छा लगेगा !
थोड़ा शुरू बढ़ा तो बातें थोड़ा खुल कर होने लगीं।
ताहिरा बेगम बोली :- पूजा क्या यह बात वाकई सच है की तेरा पति गांड मारने का शौक़ीन है।
मैंने कहा :- हां बिलकुल सच है। वह गांड मारने का शौक़ीन ही नहीं बल्कि वह गांड ही मारता है।
तब तक लूना बोली :- तो इसका मतलब तेरा हसबैंड चूत नही चोदता ?
मैंने कहा :- हां वह चूत नहीं चोदता।
लूना बोली :- वाओ, मुझे तो गांड मराने का शौक है। आज मैं तेरे पति से गांड मराऊंगी।
ताहिरा बोली :- यार गांड मराने तो मैं आयी हूँ।
मैंने कहा : - मैंने इसीलिए तुम दोनों को बुलाया है की तुम दोनों मेरे पति से अच्छी तरह गांड मराओ। मुझे तो चुदवाने का शौक है. मैं तुम दोनों के हसबैंड से चुदवाऊँगी।
ऐसा कह कर मैंने अपना एक हाथ हासिम के लन्ड पर रख दिया। और दूसरा हाथ स्टॉर्म के लन्ड पर। क्योंकि मुझे बड़ी जल्दी थी उनके लन्ड देखने की। तभी लूना और ताहिरा दोनों मेरे पति रोहित के कपड़े उतारने लगीं उसे नंगा करने लगीं क्योंकि उन्हें जल्दी थी अपनी गांड मराने की। देखते ही देखते तीनो मरद नंगे हो गये। मैंने जब हासिम का लन्ड देखा तो मस्त हो गयी। आज मैं पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड देख रही थी। लन्ड का टोपा एकदम चिकना साफ़ सुथरा और खूबसूरत था। स्टॉर्म का भी लन्ड लंबा चौड़ा और मोटा था। मेरी चूत की आग और धधक उठी। उधर वो दोनों मेरे पति का लन्ड मिलकर चाटने और चूसने लगीं। तब लूना ने अपने कपड़े खोले और नंगी हो गयी। फिर ताहिरा भी नंगी होकर लन्ड चूसने लगी. तब तक लूना ने क्रीम निकाली और अपनी गांड पर लगाया। ऊँगली घुसेड़ कर थोड़ा रास्ता बनाया फिर मेरे पति का लन्ड घुसेड़वा लिया। रोहित आहिस्ते आहिस्ते गांड मारने लगा।
इधर मैं भी नंगी हो गयी। मेरी चूंचियां और चूत देख कर उनके लन्ड और फनफना उठे। हासिम ने मेरी चूत सहलाई और स्टॉर्म ने मेरी चूंचियां। मैं मस्ती से दोनों लन्ड बारी बारी से चूमने चाटने लगी। फिर मुंह में डालकर चूसने लगी लन्ड । थोड़ी देर में हासिम ने लन्ड घुसा दिया मेरी चूत में और स्टॉर्म ने लन्ड मेरे मुंह में। मैं दो दो लन्ड का मज़ा लेने लगी। मुझे बुर चुदाने का मज़ा आने लगा। उधर लूना कुतिया बनी हुई पीछे से मेरे पति से गांड मरवा रही थी। उसके सामने ताहिरा चूत फैलाकर लेटी थी। लूना ताहिरा की चूत चाट रही थी। मैं उन्हें देख कर रोमांचित हो रही थी और वो सब मुझे देख कर। हम दोनों मियां बीवी बहुत खुश थे क्योंकि मुझे दो लन्ड मिल गए बुर चुदाने के लिए और उसे दो दो गांड मिल गयीं मारने के लिए।
रात भर यह चुदाई का खेल चलता रहा और चलते चलते यह तय हुआ की हम लोग हर हफ्ते इसी तरह चोदा चोदी करते रहेगें और नए नए कपल ढूंढते रहेगें। कुछ कपल मिले और हमारी सामूहिक मस्त चुदाई का सिलसिला चलता रहा।
एक दिन जब मेरे पति का ऑफिस से आने का समय था। तो मैंने एक हॉट लड़के को बैठा रखा था। हम दोनों ने पहले शराब पी फिर एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे। उसने मुझे नंगी कर और मैंने उसे नंगा कर दिया। मैं उसका लन्ड हिला हिला मस्ती करने लगी और वह भी मेरी चूँचियों से खेलने लगा। मैं फिर उसका लन्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। इतने में मेरा पति आ गया। उसने मुंह किसी का लन्ड चाटते हुए देखा। मैंने उसे इशारा किया की तुम भी आ जाओ। फिर क्या वह भी नंगा होकर मेरे पास आ गया। उसकी निगाह मेरी गांड की तरफ पहुँच गयी। तब मैंने कहा आज मेरी गांड में दर्द हो रहा है। आज मेरी गांड न मारो प्लीज। वह मान गया। मैंने बड़े प्यार से और तिरछीं नज़र से कहा आज तुम अपना लन्ड मेरी चूत में पेल कर देखो मेरे राजा। अगर तुम्हे चोदने में मज़ा न आये तो फिर मैं मरवा लूंगी गांड भले ही मेरी गांड का दर्द बढ़ जाए। उसने मेरी बात मानी और लन्ड धीरे से मेरी चूत में घुसाया। मैंने कहा पूरा घुसा दो लन्ड कोई रहम न करो। फिर पूरा लन्ड बाहर निकालो और फिर पूरा अंदर डालो। ऐसे ही बार बार जल्दी जल्दी करते रहो। हां एक बात का ख्याल रखो की लन्ड पूरी जड़ तक मेरी चूत में घुस जाए। ऐसा करते हुए अपनी स्पीड बढ़ाते जाओ। मैं भी अपनी गांड से जोर लगा कर तुम्हारा साथ दूँगी। बस वह उसकी तरह चोदने लगा।
मैंने कहा वाओ, तुम तो बहुत बढ़िया चोद लेते हो बुर। तुम्हारा लन्ड भी मुझे पहले से कुछ मोटा लग रहा है. हाय मेरे राजा बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे रंडी की तरह चोदो। बहन चोद पूरा घुसेड़ दो लन्ड। हां हाय रे बड़ा मस्त है तुम्हारा लन्ड। बड़ा मज़ा दे रहा है। समीर से ज्यादा मज़ा दे रहे हो तुम मेरे सनम। हासिम से ज्यादा अच्छी तरह से चोद रहे हो तुम। वह बोला पूजा आज मुझे मालूम हो रहा है की चोदने में कितना मज़ा आता है ? मैं भी कितना बेवक़ूफ़ था जो इतनी सी बात नहीं समझ पाया की गांड मारने से कहीं ज्यादा मज़ा बुर चोदने में है। चूत में तो लन्ड पूरा घुस जाता है लेकिन गांड में नहीं। अब मैं आज से किसी की गांड नहीं मारूंगा और चोदूंगा सबकी चूत। उसके बाद जब मैंने उसका झड़ता हुआ लन्ड चाटा तो उसने मुझे प्यार से चिपका लिया। मैं अपने मकसद में कामयाब हो गयी।
मेरा नाम पूजा है मैं २७ साल की एक खूबसूरत और मद मस्त बीवी हूँ। बड़ी हंसमुख और मजाकियां किस्म की लड़की हूँ. सेक्सी हूँ और हॉट हूँ. मुझे सेक्स की बातें करते में बड़ा मज़ा आता है। गन्दी गन्दी बातें करने में और अपने दोस्तों के बीच गाली गलौज करने में खूब मज़ा लेती हूँ। मेरी शादी दो साल पहले हुई थी। शादी के दिन मैं बहुत खुश थी। इसलिए की अब मुझे चुदाई करने का लाइसेंस मिलने वाला है । अभी तक मैं चोरी छिपे चुदवाती थी लेकिन अब खुले आम चुदवाऊँगी। यही सोंच कर मैं अंदर से रोमांचित होने लगती थी। शादी के बाद मेरा पति रोहित सुहागरात मनाने के लिए मुझे गोवा ले गया। मैं गोवा जाने के जाने के लिए बहुत उत्साहित थी। उस दिन शाम को हम गोवा बीच में बैठे हुए थे और खूब एन्जॉय कर रहे थे। तभी मेरे पति ने बियर का आर्डर दे दिया और एक बोतल बियर मेरे सामने रख दिया। मैं मना न कर पायी और बियर पीने लगी। तभी उसने व्हिस्की का भी आर्डर कर दिया। मैं व्हिस्की भी उसके साथ पीने लगी। थोड़ा नाश चढ़ा तो एन्जॉय करने लगी। ऐसा नहीं है की मैंने इसके पहले शराब नहीं पी। मैं कॉलेज के दिनों में शराब भी पीती थी और लन्ड भी पीती थी।
कोई माने चाहे न माने पर यह सच है की हर खूबसूरत लड़की बहन चोद शादी के पहले लड़कों के लन्ड पीती है। और शादी के बाद पराये मर्दों के लन्ड पीती है।
शराब पीकर हम दोनों अपने होटल में आ गए।
आते ही मेरा पति अपने दोस्त से टकरा गया। उसका नाम था समीर। मैं समीर को देख कर मस्त हो गयी। वह लड़का मुझे भा गया। बड़ा हैंडसम और हॉट था वो , मेरे अंदर कुछ कुछ होने लगा। फिर हम दोनों कमरे में गए और अपने अपने कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गए। मैं बिकिनी में थी और वह नेकर में। तभी किसी ने दरवाजा खटखटा दिया। रोहित ने खोला तो वह समीर था। मैंने सोंचा की समीर इस समय क्यों आया है ? मैं थोड़ा हैरान हो गयी। फिर रोहित ने उसे अंदर बैठा लिया और दरवाजा बंद कर दिया। उसके सामने ही मेरा पति मेरी चूंचियां दबाने लगा। मैंने कहा अरे ये क्या कर रहे हो ? किसी गैर मरद के आगे मुझे नंगी कर रहे हो तुम ? वह बोला यार पूजा समीर गैर मरद नहीं है। मैं तो यह सुनकर दंग रह गयी। तब वह बोला यार पूजा आज हम सुहागरात में अपने दोस्त को भी शामिल कर रहें है। मैं इसीलिए घर से दूर गोवा आया हूँ। मैं यह जानकार अंदर से खुश हुई पर ऊपर से ना ना करती रही। तब तक उसने मेरी ब्रा खोल दी। मेरी चूंचियां उन दोनों के आगे बिलकुल नंगी हो गयीं। मैं थोड़ा शर्माने लगीं। वह बोला यार शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। मैंने तो समीर की सुहागरात में इसकी बीवी की गांड मारी है। इसकी बीवी मेरा लन्ड आज भी बड़े मजे से चूसती है। इसलिए मैं इसे अपनी सुहागरात में शामिल कर रहा हूँ। मैं कुछ नहीं बोली और मन में सुहागरात में ही दो दो लन्ड से चुदवाने का मज़ा लेने की सोंचने लगी।
थोड़ा नशा तो चढ़ा ही था। उसने मुझे इतने में नंगी कर दिया। मेरी बिना झांट की चूत वो सहलाने लगा । मैं भी उसका लन्ड हिलाने लगी। तब तक समीर भी नंगा हो गया। मेरे पति ने उसका भी लन्ड मुझे पकड़ा दिया। मैं उसका लन्ड पकड़ कर मस्त हो गयी क्योंकि मेरी एक सहेली ने बताया था की वह भी अपनी सुहागरात में यहीं गोवा से दो दो मरद से एक साथ चुदवा कर गयी है। मैं दोनों लन्ड बारी बारी से चूमने चाटने लगी। वो दोनों मेरी चूत, मेरी चूंचियां और मेरे चूतड़ों का मज़ा लेने लगे। मैंने फिर दोनों लन्ड मुंह में लेकर चूसने का काम करना शुरू कर दिया। मैंने मन में कहा यार आज तो वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरा पति आगे भी इस तरह अपने दोंस्तों के लन्ड मुझे देता रहेगा। मेरी तो लन्ड की लाटरी निकल आयी है। मैंने बहुत मगन थी और तब तक दोनों मुझे चोदने के लिए तैयार हो गए।
इतने में अचानक मेरा पति रोहित बोला समीर तुम मेरी बीवी की बुर में लन्ड पेलो। मेरी बीवी को अपने लन्ड पर बैठा लो। यह थोड़ा झुकेगी तो मैं इसकी गांड में घुसा दूंगा लन्ड।
मैंने कहा अरे ये क्या करने जा रहे हो। मैं पहले अपने पति का लन्ड अपनी चूत में घुसेडूंगी। आज मेरी सुहागरात है।
मेरा पति बोला अरे तो इससे क्या होता है पूजा ? चूत को क्या मालूम लन्ड किसका है।
चूत को नहीं पर मुझे तो मालूम है की किसका लन्ड है। तुम पहले लन्ड मेरी चूत में पेलो और मुझे चोदो।
अरे पूजा मैंने समीर को तेरी चूत चोदने के लिए ही बुलाया है।
अच्छा ऐसा क्यों ? तुम्हे मेरी चूत चोदने में कोई प्रॉब्लम है क्या ? तुम्हे मेरी चूत पसंद नहीं है क्या ?
ऐसा नहीं है यार मैं चाहता हूँ की आज सुहागरात के दिन तुम हर तरह और हर तरफ से मज़ा लूटो ?
तो मैं कहाँ समीर को बुर चोदने से मना कर रही हूँ। मैं तो खुद समीर से चुदवाने के लिए तैयार हूँ। लेकिन शादी के बाद मेरी चूत में पहला लन्ड मेरे पति का ही घुसेगा। उसके बाद कोई भी घुसेड़े अपन लन्ड मेरी चूत में मुझे ऐतराज़ नही है। मैं तो सबके लन्ड अपनी चूत में लेने के लिए तैयार हूँ।
अब देखो पूजा मैं तुम्हे साफ साफ़ बताता हूँ। मैं तो लड़कियों की गांड मारने का शौक़ीन हूँ। मुझे चूत चोदने में कोई इंटरेस्ट नहीं है। आज सुहागरात में तेरी चूत चुदे इसलिए मैंने अपने दोस्त को बुलाया है। मैं तो तेरी गांड मारूंगा।
तब मुझे उसकी असली बात मालूम हुई। मैं अंदर से थोड़ा दुखी हो गयी की मेरा पति बहन चोद गांडू निकला ? अब मैं गांड कहाँ तक मराऊंगी। मैं तो बुर चुदाने की शौक़ीन हूँ। मैंने उससे पूंछा अच्छा यह बताओ क्या तुम अपनी गांड भी मराते हो ?
वह बोला मैं गांड मराता नहीं हूँ। मैं तो बस गांड मारता हूँ वह भी लड़कियों की गांड लड़कों की गांड नहीं
मुझे कुछ तसल्ली हुई और मैंने उसी दिन मन में यह ठान लिया की मैं इसकी गांड मारने की आदत छुड़ा कर ही दम दूँगी। इसे बुर चोदना सिखा दूँगी। मैं यह कतई बर्दास्त नहीं कर सकती की मेरा पति गांडू हैं। मैं यह सोंचने लगी की इसे बुर चोदने में क्यों इंटरेस्ट नहीं है ?
मैंने कहा अच्छा अपना लन्ड मेरी चूत पर रख तो सकते हो। उसे मेरी चूत पर थोड़ा रगड़ तो सकते हो।
हां यह जरूर कर सकता हूँ। तो फिर यही करो।
अपना लन्ड मेरी चूत पर रखो, उसे रगड़ो और फिर समीर का लन्ड पेल दो मेरी चूत के अंदर। मैं समझ लूंगी की यह मेरे पति का लन्ड है। एक चुदाई के बाद तुम मेरी गांड में घुसा देना लन्ड। मैं तुमसे गांड मराना शुरू कर दूँगी।
उसने लन्ड मेरी चूत पर रखा उस थोड़ा रगड़ा और फिर समीर का लन्ड घुसा दिया। उसका लन्ड मुझे बहुत अच्छा लगा। लन्ड घुसते ही मैं मस्त होने लगी और अपने पति का लन्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। मेर मन में यही चल रहा था की मैं कहाँ तक गांड मराती रहूंगी अपने पति से। थोड़ी देर में मेरे मन में ख्याल आया की मैं अपने दोस्तों (बॉय फ्रेंड्स ) से अपने पति के आगे चुदवा सकती हूँ। मेरी कुछ सहेलियां है जिन्हें गांड मराने का शौक है। मैं उनकी गांड में अपने पति का लन्ड ठोंक सकती हूँ और उनके पतियों के लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ सकती हूँ। इससे हम दोनों को खूब मज़ा आएगा। आज से मेरे पति ने मेरी बुर ग़ैर मर्दों से चुदाने का खाता तो खोल ही दिया है तो फिर मैं इसका पूरा फायदा क्यों न उठाऊं ? यही सब सोंच कर मैं समीर से खूब प्रेम से चुदवाने लगीऔर अपने पति का लन्ड मजे से चूसने लगी। मुझे समीर का लन्ड ज्यादा मज़ा दे रहा था।
थोड़ी देर बाद मैंने समीर को नीचे लिटा दिया और मैं उसकी टांगों के बीच अपनी गांड उठाते हुए झुक कर उसका लन्ड चाटने लगी। मेरी गांड ऊपर उठी हुई थी। तब मैंने अपने पति को इशारा की तुम मेरी गांड में घुसा दो लन्ड। उसने जैसे घुसाया लन्ड तो मेरी चीख निकल पड़ी। मैं बोली हाय दईया तूने तो फाड़ डाली मेरी गांड। मुझे दर्द वाकई बहुत हुआ। मैं ज़िन्दगी में पहली बार किसी से गांड मारवा रही थी। आज की तारिख में पति को खुश तो रखना ही था इसलिए गांड मराना पड़ा। मेरे पति का लन्ड थोड़ा पतला था तो काम चल गया। समीर का मोटा लन्ड मुझे वास्तव में पसंद आ गया। मैंने थोड़ी चालाकी की। मैंने समीर से ज्यादा चुदवाया और अपने पति से गांड कम मरवाई। पहले ही दिन से मैं गैर मरद के लन्ड की गुलाम हो गयी।
जब तक हम गोवा में रहे तब तक समीर मुझे चोदता रहा और मैं अपने पति से गांड मरवाती रही। अब मेरी इच्छा हुई की मैं और मर्दों से चुदवाऊँ। मैं एक दिन समीर की बीवी बरखा से मिली। मैं उसके घर उससे बात करके पहुँच गयी। बरखा बहुत खूबसूरत थी बड़ी बड़ी चूँचियों वाली और मद मस्त महिला थी। मैं उससे बातें करने लगी। दिन का समय था। मेरा पति और उसका पति दोनों ऑफिस में थे।
मैंने कहा - यार तेरे पति मेरी सुहागरात में था।
वह बोली - हां मुझे मालूम था। तेरा पति भी मेरी सुहागरात में था और उसने मेरी गांड मारी थी।
हां यह बात मेरे पति ने मुझे बताई। तो क्या आपको गांड मराने का शौक है ?
हां जरूर है। क्योंकि मैं कुछ दिन अमेरिका में रह कर आयी हूँ। वहां की अधिकतर बीवियां गांड मरातीं हैं। मैं भी गांड मराना सीख गयी। मैंने अपने पति से अपनी सुहागरात में कहा था की कोई गांड मारने वाला लड़का हो तो उसे अपने साथ ले लेना। तब समीर ने रोहित यानी तेरे पति को ले लिया। मुझे तेरे पति का लन्ड पसंद आया। मुझे उससे गांड मारने में मज़ा आया।
मैंने कहा मुझे तेरे पति का लन्ड पसंद आया। मुझे उससे चुदवाने में खूब मज़ा आया। हम दोनों इसी बात पर हंसने लगे. मैंने कहा पर यार मुझे अपने पति से गांड मराने में बड़ा दर्द हुआ। मेरी गांड आज भी दर्द कर रही है।
अरे यार गांड मराने का एक तरीका होता है। उसके लिए कई लुब्रिकेंट्स होतें है वो सब मेरे पास हैं। मैं किसी दिन तुम्हे सिखा दूँगी गांड मराना । तब तेरी गांड में कोई दर्द नहीं होगा।
आपकी निगाह में कोई और बीवियां हैं जो गांड मराती हों ?
है हैं तो मैं उनके नंबर दे सकती हूँ।
पर तुम क्या उनसे गांड मराओगी ?
नहीं मैं नहीं मराऊंगी। मैं उनकी गांड अपने पति से मरवाऊंगी। और तब मैं उनके पतियों से अपनी चूत चुदवाऊँगी। इससे मेरा पति भी खुश होगा और मैं भी खुश। मुझे यार गैर मर्दों से चुदवाने का चस्का लग गया है। मेरे पति को गांड मारने का शौक है तो मैं उसका फायदा उठाना चाहती हूँ।
अरे वाह तूने तो मेरी आँखे खोल दी यार। इस तरह तो मैं भी कई पराये मर्दों से अपनी गांड मरवा सकती हूँ जैसे मैंने तेरे पति से गांड मरवाया। मैं भी कई लोगों के लन्ड का मज़ा ले सकती हूँ।
उसने मुझे मिसेज लूना जैकब और ताहिरा बेगम का टेलीफोन नंबर दे दिया और मैं ख़ुशी ख़ुशी वहां से चली आयी। घर आकर मैंने उन दोनों से बात चीत की और अपनी इच्छा ज़ाहिर की। मिसेज लूना बोली वाओ, मैं खुद एक ऐसा कपल ढूंढ रही थी जो मेरी गांड मारे और मेरा हसबैंड उसकी बीवी चोदे। ताहिरा तो मेरी बात सुनकर उछल पड़ी। वह बोली यार मैं अपने घर के मर्दों से चुदवा चुदवा बोर हो गयी हूँ। यहाँ कोई भोसड़ी का गांड मारता ही नहीं। सब के सब लन्ड मेरी चूत में पेल देते हैं। मैं तो बहुत खुश हूँ की चलो कोई तो मेरी गांड मारने वाला मिला मुझे ? अब बताओ मैं कब आ जाऊं तेरे पति से गांड मारने। मैंने कहा आज ही शाम को आ जाओ अपने मियां के साथ क्योंकि मैं उससे अपनी बुर चुदवाऊँगी। वह बोली हां यार खूब चुदवाओ। वह तो बुर चोदने में बड़ा माहिर है।
बस मैंने दोनों को डिनर पर बुला लिया। मेरा हसबैंड मेरी इस बात से बड़ा खुश हुआ क्योंकि उसे दो दो बीवियों की गांड मारने का मौक़ा मिलेगा। शाम को लूना अपने हसबैंड स्टॉर्म के साथ। मुझे उसके हसबैंड बड़ा हॉट लगा क्योंकि वह गोरा चिट्टा और मस्त आदमी था । मैं सोंचने लगी की इसका लन्ड भी ऐसा ही होगा। ताहिरा बेगम अपने मियां हासिम के साथ आ गयीं। हम सब एक दूसरे से मिले। उसका मियां भी मस्त जवान मर्द था। मैंने तुरंत ड्रिंक्स शुरू कर दी। हम तीनो कपल व्हिस्की का मज़ा लेने लगे। कमरे में तीन कपल - मैं पूजा रोहित, लूना स्टॉर्म और ताहिरा हासिम। मैं यह सोंच सोंच कर रोमांचित होने लगी की जब ये तीनो मरद आमने सामने एक दूसरे की बीवी चोदेगें तो कितना अच्छा लगेगा !
थोड़ा शुरू बढ़ा तो बातें थोड़ा खुल कर होने लगीं।
ताहिरा बेगम बोली :- पूजा क्या यह बात वाकई सच है की तेरा पति गांड मारने का शौक़ीन है।
मैंने कहा :- हां बिलकुल सच है। वह गांड मारने का शौक़ीन ही नहीं बल्कि वह गांड ही मारता है।
तब तक लूना बोली :- तो इसका मतलब तेरा हसबैंड चूत नही चोदता ?
मैंने कहा :- हां वह चूत नहीं चोदता।
लूना बोली :- वाओ, मुझे तो गांड मराने का शौक है। आज मैं तेरे पति से गांड मराऊंगी।
ताहिरा बोली :- यार गांड मराने तो मैं आयी हूँ।
मैंने कहा : - मैंने इसीलिए तुम दोनों को बुलाया है की तुम दोनों मेरे पति से अच्छी तरह गांड मराओ। मुझे तो चुदवाने का शौक है. मैं तुम दोनों के हसबैंड से चुदवाऊँगी।
ऐसा कह कर मैंने अपना एक हाथ हासिम के लन्ड पर रख दिया। और दूसरा हाथ स्टॉर्म के लन्ड पर। क्योंकि मुझे बड़ी जल्दी थी उनके लन्ड देखने की। तभी लूना और ताहिरा दोनों मेरे पति रोहित के कपड़े उतारने लगीं उसे नंगा करने लगीं क्योंकि उन्हें जल्दी थी अपनी गांड मराने की। देखते ही देखते तीनो मरद नंगे हो गये। मैंने जब हासिम का लन्ड देखा तो मस्त हो गयी। आज मैं पहली बार कोई मुस्लिम लन्ड देख रही थी। लन्ड का टोपा एकदम चिकना साफ़ सुथरा और खूबसूरत था। स्टॉर्म का भी लन्ड लंबा चौड़ा और मोटा था। मेरी चूत की आग और धधक उठी। उधर वो दोनों मेरे पति का लन्ड मिलकर चाटने और चूसने लगीं। तब लूना ने अपने कपड़े खोले और नंगी हो गयी। फिर ताहिरा भी नंगी होकर लन्ड चूसने लगी. तब तक लूना ने क्रीम निकाली और अपनी गांड पर लगाया। ऊँगली घुसेड़ कर थोड़ा रास्ता बनाया फिर मेरे पति का लन्ड घुसेड़वा लिया। रोहित आहिस्ते आहिस्ते गांड मारने लगा।
इधर मैं भी नंगी हो गयी। मेरी चूंचियां और चूत देख कर उनके लन्ड और फनफना उठे। हासिम ने मेरी चूत सहलाई और स्टॉर्म ने मेरी चूंचियां। मैं मस्ती से दोनों लन्ड बारी बारी से चूमने चाटने लगी। फिर मुंह में डालकर चूसने लगी लन्ड । थोड़ी देर में हासिम ने लन्ड घुसा दिया मेरी चूत में और स्टॉर्म ने लन्ड मेरे मुंह में। मैं दो दो लन्ड का मज़ा लेने लगी। मुझे बुर चुदाने का मज़ा आने लगा। उधर लूना कुतिया बनी हुई पीछे से मेरे पति से गांड मरवा रही थी। उसके सामने ताहिरा चूत फैलाकर लेटी थी। लूना ताहिरा की चूत चाट रही थी। मैं उन्हें देख कर रोमांचित हो रही थी और वो सब मुझे देख कर। हम दोनों मियां बीवी बहुत खुश थे क्योंकि मुझे दो लन्ड मिल गए बुर चुदाने के लिए और उसे दो दो गांड मिल गयीं मारने के लिए।
रात भर यह चुदाई का खेल चलता रहा और चलते चलते यह तय हुआ की हम लोग हर हफ्ते इसी तरह चोदा चोदी करते रहेगें और नए नए कपल ढूंढते रहेगें। कुछ कपल मिले और हमारी सामूहिक मस्त चुदाई का सिलसिला चलता रहा।
एक दिन जब मेरे पति का ऑफिस से आने का समय था। तो मैंने एक हॉट लड़के को बैठा रखा था। हम दोनों ने पहले शराब पी फिर एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे। उसने मुझे नंगी कर और मैंने उसे नंगा कर दिया। मैं उसका लन्ड हिला हिला मस्ती करने लगी और वह भी मेरी चूँचियों से खेलने लगा। मैं फिर उसका लन्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। इतने में मेरा पति आ गया। उसने मुंह किसी का लन्ड चाटते हुए देखा। मैंने उसे इशारा किया की तुम भी आ जाओ। फिर क्या वह भी नंगा होकर मेरे पास आ गया। उसकी निगाह मेरी गांड की तरफ पहुँच गयी। तब मैंने कहा आज मेरी गांड में दर्द हो रहा है। आज मेरी गांड न मारो प्लीज। वह मान गया। मैंने बड़े प्यार से और तिरछीं नज़र से कहा आज तुम अपना लन्ड मेरी चूत में पेल कर देखो मेरे राजा। अगर तुम्हे चोदने में मज़ा न आये तो फिर मैं मरवा लूंगी गांड भले ही मेरी गांड का दर्द बढ़ जाए। उसने मेरी बात मानी और लन्ड धीरे से मेरी चूत में घुसाया। मैंने कहा पूरा घुसा दो लन्ड कोई रहम न करो। फिर पूरा लन्ड बाहर निकालो और फिर पूरा अंदर डालो। ऐसे ही बार बार जल्दी जल्दी करते रहो। हां एक बात का ख्याल रखो की लन्ड पूरी जड़ तक मेरी चूत में घुस जाए। ऐसा करते हुए अपनी स्पीड बढ़ाते जाओ। मैं भी अपनी गांड से जोर लगा कर तुम्हारा साथ दूँगी। बस वह उसकी तरह चोदने लगा।
मैंने कहा वाओ, तुम तो बहुत बढ़िया चोद लेते हो बुर। तुम्हारा लन्ड भी मुझे पहले से कुछ मोटा लग रहा है. हाय मेरे राजा बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे रंडी की तरह चोदो। बहन चोद पूरा घुसेड़ दो लन्ड। हां हाय रे बड़ा मस्त है तुम्हारा लन्ड। बड़ा मज़ा दे रहा है। समीर से ज्यादा मज़ा दे रहे हो तुम मेरे सनम। हासिम से ज्यादा अच्छी तरह से चोद रहे हो तुम। वह बोला पूजा आज मुझे मालूम हो रहा है की चोदने में कितना मज़ा आता है ? मैं भी कितना बेवक़ूफ़ था जो इतनी सी बात नहीं समझ पाया की गांड मारने से कहीं ज्यादा मज़ा बुर चोदने में है। चूत में तो लन्ड पूरा घुस जाता है लेकिन गांड में नहीं। अब मैं आज से किसी की गांड नहीं मारूंगा और चोदूंगा सबकी चूत। उसके बाद जब मैंने उसका झड़ता हुआ लन्ड चाटा तो उसने मुझे प्यार से चिपका लिया। मैं अपने मकसद में कामयाब हो गयी।
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