Home
» Hindi adult story Sex Stories चुदने वाली लड़की की कहानी Chudai ki majedar stories
» अंकल चुदाई करके मेरी चूत फाड़ दो - मुझे खूब जोर से चोदो - Meri chudai karke meri chut faad do uncle
अंकल चुदाई करके मेरी चूत फाड़ दो - मुझे खूब जोर से चोदो - Meri chudai karke meri chut faad do uncle
अंकल चुदाई करके मेरी चूत फाड़ दो - मुझे खूब जोर से चोदो - Meri chudai karke meri chut faad do uncle , Antarvasna Sex Stories , Hindi Sex Story , Real Indian Chudai Kahani , choda chadi cudai cudi coda free of cost , Time pass Story , Adult xxx vasna kahaniyan.
मैंने अपना नंगा बदन अंकल के नंगे बदन से चिपका दिया और किटकिटा कर कहा आज मेरी चूत फाड़ दो अंकल। कल मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ देना। अंकल ने भी मुझे चिपका लिया और मेरी चुम्मी लेकर बोले तुम जैसा कहोगी मैं वैसा ही करूँगा। अंकल ने मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां दबा कर जबाब दिया तो मेरा जोश और बढ़ गया। मैंने भी उसका लन्ड पकड़ लिया और हिला कर बोली बाप रे बाप तेरा इतना बड़ा लन्ड, अंकल ? मैं इतने दिनों से तेरे पास आ रही हूँ तूने भोसड़ी के मुझे कभी अपना लन्ड नहीं पकड़ाया। मैं तो तेरे जैसे लन्ड के लिए जाने कबसे तरस रही हूँ अंकल ? अगर मुझे जेसिका आंटी ने न बताया होता तो मैं अब तेरे लन्ड तक पहुँच ही नहीं पाती। तू मादर चोद जेसिका आंटी की चूत में लन्ड पेलता है तुझे कभी मेरी चूत का ख़याल ही नहीं आया ? अगर आज मैंने तेरी नेकर खोल कर तुझे नंगा न किया होता तो मुझे इतना बढ़िया मस्ताना लन्ड न मिला होता ? मैं तो समझती थी की तेरा कोई ५/६" का लन्ड होगा जो मेरे लिए बेकार है। छोटा लन्ड न मुझे पसंद है और न मेरी माँ को ? लेकिन जब आंटी ने बताया की नहीं अन्थोनी का लन्ड ८" + है तो फिर आज मैं अपने आप को रोक न पायी। सीधे तेरे घर आयी, तुझे नंगा किया और तेरा ये भोसड़ी का बिना झांट का चिकना लन्ड पकड़ लिया। मेरा नाम लोनिका है। मैं २२ साल की एक खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मुंहफट हूँ, चंचल हूँ और बिंदास हूँ। मैं शराब पीती हूँ सिगरेट पीती हूँ और लन्ड पीती हूँ। मैंने डांस करना बचपन में सीखा था। शराब पीना मैंने १३ साल की उम्र में अपनी माँ से सीखा था और १८ + होने पर लन्ड पीना भी चालू कर दिया था। लन्ड पीना मुझे मेरी मॉम ने ही सिखाया था। उसने मुझे लन्ड पीना कब और कैसे सिखाया मैं आपको आगे बताऊंगी। अभी मैं आपको अंकल अन्थोनी के बारे में बता रही हूँ।
वास्तव में अन्थोनी अंकल मेरे सर के दोस्त हैं। मुझे अपनी इंग्लिश ठीक करनी थी। तब मेरे सर ने बताया की तुम अन्थोनी के पास जाया करोऔर उससे इंग्लिश सीखा करो। बस तभी से मै अन्थोनी अंकल के घर पढ़ने के लिएआने जाने लगी।अंकल लगभग ४० साल के हैं। मस्त जवान हैं, गोरे चिट्टे हैं, हैंडसम हैं स्मार्ट है और तगड़े तंदुरुस्त हैं। हां उनका कद केवल 5' ३" है। आते जाते काफी नजदीकियां बढ़ गयीं। बातें भी होने लगीं और हंसी मजाक भी। मेरी इंग्लिश भी इम्प्रूव होने लगी। मैं बहुत खुश थी। एक दिन मैं जेसिका आंटी के घर पहुँच गयी। बातों ही बातों में वह मुझसे पूंछ बैठी लोनिका क्या बात है आजकल तू इंग्लिश बहुत बोल रही है ? हम से सीखा ये सब ? तब मैंने बताया की मैं अन्थोनी सर से सीखती हूँ इंग्लिश।
वह बोली वॉवो, मैं तो उसे अच्छी तरह जानती हूँ।
मैंने कहा मैं भी अच्छी तरह जानती हूँ, आंटी। तुम उसे अच्छी तरह नहीं जानती हो लोनिका ? अगर जानती हो तो बताओ कभी तुमने उसे नंगा देखा है ?
हां उसे नंगे बदन देखा है नेकर पहने हुए। वह तो बड़ा तगड़ा और तंदुरुस्त है आंटी।
नहीं यार, ऐसे नहीं उसे पूरा नंगा देखा है कभी ? उसका लन्ड देखा है कभी ?
नहीं आंटी लन्ड तो नहीं देखा उसका ?
तब तू क्या वहां अपनी माँ चुदाने जाती है की अपनी गांड मराने ? इतने दिनों से क्या तू झांटें उखाड़ रही थी अपनी बहन चोद ? उसका इतना बढ़िया और मस्त लौड़ा तूने आजतक देखा की नहीं ?
क्या उसका लन्ड इतना बड़ा है और इतना बढ़िया है आंटी की तुम उसकी तारीफ कर रही हो ? मैं तो समझती थी की छोटे आदमी का लन्ड भी छोटा होगा इसलिए कभी कोशिश नहीं की ?
तू भोसड़ी की बड़ी बुध्धू है। अरे मेरी बुर चोदी लोनिका आदमी के लन्ड का साइज उसके अपने साइज से कुछ लेना देना है। लंबे आदमी छोटा हो सकता है और छोटे आदमी का लन्ड मोटा हो सकता है जैसा की अन्थोनी का है ? किसी दिन पकड़ कर देखना तब तेरी आँखें खुल जायेगीं ? मेरी बेटी हैं न भोसड़ी की वहअक्सर अन्थोनी का लन्ड पी कर आती है। कभी चुदवाकर आती है और कभी अपनी माँ चुदाने उसके घर जाती है। मेरी तरह उसे भी अन्थोनी का लन्ड बहुत पसंद है।
यह सुनते ही मेरी चूत में आग लग गयी। मैं सीधे अंकल के घरआ गयी। अंकल अकेले बैठे हुए शराब पी रहे थे। तभी मैं दरवाजा बंद करके उसके सामने अपने सारे कपड़े एक एक करके उतारने लगी। वह मुझे बड़े गौर से देखने लगा। मैं एकदम नंगी हो गयी और उसे हाथ पकड़ कर खड़ा किया। उसकी नेकर उतार कर फेंक दी और उसके नंगे बदन से चिपक गयी। मैं अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां उसने बदन पर रगड़ने लगी और उसका खड़ा लन्ड मेरे बदन से टकराने लगा। मैंने उसकी आँखों में आँखें डाल कर कहा अंकल आज मेरी चूत फाड़ डालो ? मेरी चूत के चीथड़े उड़ा दो, बहन चोद । मेरी चूत बुर चोदी तेरे लन्ड के लिए तरस रही है। फिर आपने मेरी ऊपर लिखी हुई बातों को भी पढ़ा। मैं अंकल का बिना झांट वाला 8" + का लन्ड चाटने लगी। मुझे उसके पेल्हड़ भी बहुत पसंद आये. जेसिका आंटी की यह बात सही निकली की नाटे आदमी का लन्ड भी बड़ा और मोटा होता है। मैं लन्ड अपने पूरे नंगे बदन पर घुमाने लगी।
फिर अंकल मुझे बेड रूम में ले गया और मुझे चित लिटा दिया। मेरे ऊपर चढ़ गया। उसका लन्ड मेरे मुंह की तरफ आ गया और उसका मुंह मेरी चूत की तरफ। वह मेरी मस्तानी चूत चाटने लगा और मैं उसका मस्त लौड़ा चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गये। थोड़ी देर में उसने घूम कर मेरी चूत पर रख दिया अपना लन्ड ? उसने एक जोर का धक्का मारा तो लन्ड सटाक से घुस गया अंदर। मैं चिल्ला पड़ी उई माँ कितना मोटा है लन्ड भोसड़ी का ? हाय रे तेरा लन्ड मज़ा दे रहा है अंकल। मैं भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मैं बिओलती जा रही थी। हाय अंकल बहुत बढ़िया चोद रहे हो। क्या बात है यार तेरा लन्ड साला अंदर तक घुस के चोट कर रहा है। अब तो फाड़ डालो मेरी चूत। इस बुर चोदी चूत की माँ चोद डालो अंकल ? इतना मस्त लन्ड कहाँ छिपा कर रखा था तूने ? वाओ, जल्दी जल्दी चोदो मेरी बुर, अंकल ? फाड़ डालो मेरी हरामजादी चूत ?
अंकल का लन्ड वाकई मुझे बड़ा शानदार लगा। साला चिपक कर मेरी चूत में आ जा रहा था। मुझे इसी तरह का लन्ड पसंद आता है। मैंने सोंचने लगी की अगर मेरी मॉम को ये लाउड मिल जाए तो उसका भोसड़ा साला बड़ा मज़ा करेगा। फिर मैंने ठान लिया की मैं इसे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूंगी जरूर। मैं सब यही खुराफात सोंचती हुई चुदाने में बिजी हो गयी। अंकल मेरी उछलती हुई चूंचियां देख देख कर मस्त होने लगे। उसकी स्पीड और बढ़ गयी। उसका लन्ड साला बढ़ता ही जा रहा था। उसने कहा लोनिका तेरी चूत बड़ी टाइट है। मुझे चोदने में अच्छा लग रहा है। I am really enjoying like anything . ऐसी चूत बहुत मुश्किल से मिलती है। मैंने कहा हाय मेरे राजा मुझे रोज़ चोदो। हर दिन चोदो मुझे। मेरी बहन की बुर चोदो, अंकल ? मेरी माँ की चूत चोदो, अंकल ? मेरी माँ बहन दोनों चोद लो अंकल। उनकी भी चूत इसी तरह टाइट है। उनकी भी फाड़ दो बुर, अंकल ? मैं जोश में सब कुछ कह गयी।
मैंने पहले भी खूब चुदवाया है लेकिन आज जो मज़ा आ रहा है वो पहले कभी नहीं आया। आज मुझे एहसास हो रहा है की मैं किसी मरद से चुदवा रही हूँ। मैं दिल से चाहती थी की आज मेरी चूत फट जाए बहन चोद ? इस भोसड़ी वाली चूत को कुछ पता तो चले की लन्ड क्या होता है ? तब तक अंकल ने मुझे कुतिया बना दिया और वह मुझे पीछे से चोदने लगा। इस तरह की चुदाई बहुत कॉमन है। हर लड़की इस तरह जरूर चुदवाती है। अंकल का लन्ड इतना बड़ा है की मुझे ऐसे में भी मज़ा आने लगा। २ मिनट के बाद उसने मुझे अपने लन्ड पर बैठा लिया। मैं लन्ड पर कूद कूद कर लन्ड चोदने भी लगी और चुदवाने भी लगी। अब तक मेरी चूत का दम निकल चुका था। वह ढीली पड़ने लगी। उसकी गर्मी निकल चुकी थी। तभी अंकल ने कहा लोनिका अब मैं निकलने वाला हूँ। मैं घूम कर लन्ड का सड़का मारने लगी। मैं लन्ड मुठ्ठी में लेकर सटासट ऊपर नीचे करने लगी और फिर लन्ड ने सारा वीर्य उगल दिया मेरे मुंह में ? मैं लन्ड चाट कर मस्त हो गयी। फिर बाथ रूम जाकर हम दोनों ने एक साथ नंगे नंगे नहाया।
अंकल पहले निकल आये बाथ रूम से मैं बाद में कपड़े पहन कर निकली। मैं जैसे ही कमरे में घुसी तो देखा की एक आदमी बैठा हुआ है। उसे देख कर मेरे दिल में कुछ कुछ होने लगा। तब अंकल ने बताया की यह मेरा दोस्त पीनस है। मैंने उसे विश किया तो उसने मुस्कराकर जबाब दिया। मेरा मन साला उसका लन्ड देखने का हो गया लेकिन मैं चुप रही। तब तक अंकल ने ड्रिंक्स चालू कर दी। मैं जाने वाली थी लेकिन अंकल ने रोक लिया तो मैं भी उनके साथ शराब पीने लगी। मुझे पीनस की बातें बड़ी अच्छी लग रहीं थीं। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। अंकल ने दरवाजा खोला तो सामने जेसिका आंटी खड़ी थीं और उसे पीछे थी एक मद मस्त जवान लड़की। आंटी मुझे देख कर खुश हो गयीं और मैं उसे देख कर। आंटी ने कहाँ यह मेरी बहन की बेटी पूसी है। पूसी ने भी सबको विश किया और फिर अंकल ने सबको ड्रिंक्स में शामिल कर लिया। अंकल और पीनस दोनों पूसी को ललचाई नज़रों से देखने लगे।
थोड़ी देर में अंकल और पीनस दोनों अंदर चले गये।
तब मैंने आंटी से पूंछा :- आंटी जी, कोई ख़ास काम है क्या यहाँ आने का ?
आंटी ने कहा :- मैं पूसी की बुर फड़वाने आयी हूँ यार। पर तू यहां क्या कर रही है, लोनिका ?
मैंने कहा :- मैं अभी अभी अपनी चूत फड़वाकर कर बैठी हूँ, आंटी। बस तुमसे बात हुई और मैं सीधे यहाँ चली आयी अपनी चूत फड़वाने ?
आंटी ने कहा :- मज़ा आया न फड़वाने में ?
मैंने कहा :- हां आंटी खूब मज़ा आया। वाकई बड़ा सॉलिड लन्ड है अंकल का । बिलकुल वैसा ही है जैसे तुमने बताया था। मैं इसके लन्ड को दिल दे बैठी हूँ आंटी।
आंटी ने कहा :- इसीलिए तो मेरी बेटी इससे अपनी चूत फड़वाने है। उसी ने पूसी को बताया है की किसी दिन तू अन्थोनी अंकल से अपनी चूत फड़वा ले ? तो इसका भी मन हो गया अपनी चूत फड़वाने का। बस, मैं इसे यहाँ लेकर आ गयी।
मैंने कहा :- तो फिर तुम भी फड़वाओगी न अपनी चूत आंटी ?
वह बोली :- हां हां अब आयी हूँ तो चुदवाकर ही जाऊंगी ?
मैंने कहा :- तो पूसी के सामने चुदवा लोगी तुम, आंटी ?
आंटी बोली :- अरे लोनिका तुम पूसी को क्या समझती हो ? ये भोसड़ी की अपनी माँ चुदवाती है। लन्ड पेलती है ये अपनी माँ की चूत में ? इसकी माँ की बहन का लन्ड, बहन चोद ? ये तो लन्ड की बहुत बड़ी फैन है। बिना लन्ड के एक रात भी नहीं गुज़ारती ? इसे अपनी बुर फड़वाने का बड़ा शौक है।
मैंने कहा :- वाओ, ये तो बड़ी अच्छी बात है। और फिर आज तो यहाँ इस समय दो दो लन्ड है बुर फाड़ने वाले।
तब तक वो दोनों वापस हमारे पास आ गए। नशा थोड़ा होने लगा था।
अंकल ने कहा :- जेसिका तुम्हारी बहन की बेटी पूसी तो बहुत सेक्सी और हॉट है।
आंटी ने बड़ी सेक्सी अदा से कहा :- अरे यार, तभी तो मैं इसे तुम्हारे पास लायी हूँ।
अंकल बोला :- हां तो बोलो मैं क्या कर सकता हूँ आपके लिए ?
आंटी ने कहा :- जैसे तुम मेरी फाड़ते हो वैसे ही तुम इसकी भी फाड़ दो।
अंकल ने कहा :- सच में कह रही है ? क्या यह तैयार है इसके लिए ? क्योंकि मैं किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता ?
आंटी के बोलने के पहले ही पूसी बोली :- हां अंकल मैं तैयार हूँ। मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं है।
अंकल ने कहा :- तुम जानती हो पूसी की जेसिका क्या कह रहीं हैं ?
पूसी ने कहा :- हां अंकल मैं सब जानती हूँ। मेरी मौसी मेरी चूत फड़वाने की बात कह रहीं हैं। मैं वास्तव में अपनी चूत फड़वाने ही आयी हूँ, अंकल। जबसे मैंने तेरे लन्ड के बारे में सुना है तबसे मेरी चूत में आग लगी है। तुम जब मेरी मौसी की बेटी की बुर फाड़ते हो तो फिर इसकी बहन की बेटी की बुर भी फाड़ दो। तेरा लन्ड साला मुझे सोने नहीं देता है। जब तक मैं तेरा लन्ड अपनी मुंह में ले नहीं लेती और अपनी चूत उससे फड़वा नहीं लेती तब तक मैं यहाँ से जाऊंगी नहीं।
ऐसा कह कर पूसी ने अपना हाथ अंकल के लन्ड पर रख दिया। उसकी बातें सुनकर मुझे भी जोश आ गया। मैं उठी और पीनस के पास बैठ गयी और बोली अंकल आज तो तेरे साथ तेरा दोस्त भी फाड़ेगा चूत ? वह मुस्करा पड़ा। तब तो पक्का हो गया की दोनों मिलकर चोदेगें। मैं और खुल गयी। मैंने पीनस के लन्ड पर हाथ रख दिया। उधर आंटी पीनस के कपड़े उतारने लगी। पूसी अंकल के कपड़े खोलने लगी। देखते ही देखते दोनों नंगे हो गये। मैंने पीनस का लन्ड पकड़ा उसे हिलाया और मस्ती से चूमा तो बढ़ कर हिनहिनाने लगा। मैजे कहा wow , what a big dick ! लन्ड साला अंकल के लन्ड से कम न था लेकिन उसकी बनावट एक नये तरीके की थी। लन्ड का टोपा साला बिलकुल छतरी की तरह था। झांटें बिलकुल साफ़ और पेल्हड़ एकदम चिकने। लन्ड वास्तव में बड़ा ही खूबसूरत लग रहा था। मन करता था की इसे मुंह में लेकर खा जाऊं। मैं बड़ी देर तक लन्ड देखती रही चूमती रही और उसे पुचकारती रही।
फिर मैं भी मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी। जेसिका आंटी भी सबके सामने नंगी हो गयीं। और फिर पूसी भी नंगी नंगी खड़ी हो गयी। पूसी अंकल का लन्ड चाट रही थी। फिर उसे मस्ती सूझी तो उसने लन्ड पर थप्पड़ मारा और बोली भोसड़ी के तू मेरी मौसी की बुर फाड़ता है। तू बहन चोद अपने आपको बड़ा पहलवान समझता है। आज मेरी चूत फाड़ कर दिखा तो जानूँ ? फिर वह खड़ी हुई और अपनी चूत लन्ड को दिखाती हुई बोली - ले देख ले ये है जेसिका की बहन की बिटिया की बुर ? फिर घूम कर जेसिका की चूत पर हाथ रख बोली लोनिका देख ये है मेरी माँ की बहन का भोसड़ा। इसका भोसड़ा आज मैं चोदूंगी ? फिर वह मेरी तरफ मुड़ी और बोली लोनिका ये है मेरी माँ की बेटी की चूत। अभी कल मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चोदा था आज उसकी बिटिया की बुर चोदूंगी। पूसी की मस्ती ने मेरी चूत की आग और बढ़ा दी। मैंने फिर पीनस के लन्ड पर चढ़ाई कर दी। उसका लन्ड ऐसे चूसने लगी जैसे कोई बिल्ली चूहा खाने के लिए चूसने लगती है। फिर थोड़ी देर में उसका टन टनाता हुआ लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया और चुदवाने लगी।
उधर मेरे आमने पीनस ने लन्ड पूसी की बुर में घुसा दिया और भकाभक चोदने लगा। आंटी उसकी चूत के नीचे अपना मुंह खोले हुए लेट गयी और बीच बीच में पीनस का लन्ड पूसी की बुर से निकाल कर चाटने लगी। उधर अंकल उसकी चूँचियां मसलने लगा। हम सब इस तरह चुदाई का मज़ा लेने लगे।
पूसी बोल रही थी - भोसड़ी के अन्थोनी फाड़ डालो मेरी चूत ? फाड़ डालो मेरी माँ की बिटिया की बुर ? वाओ, कितना मज़ा आ रहा है तुमसे चुदाने में ! तेरा लन्ड मादर चोद बड़ा हरामी है बड़ा बेरहम है। एक दिन मेरे सामने मेरी माँ भोसड़ा भी फाड़ देना अंकल ? तेरा लन्ड साला बड़ा चूत फाडू है।
थोड़ी देर में उसने लन्ड अपनी मौसी की चूत में ठोंक दिया और बोली लो अब चोदो मेरी मौसी की बुर ? फाड़ो इस बुर चोदी की चूत। ये है मेरी माँ की बहन की चूत। चीथड़े उड़ा दो इसके। ये मेरी मौसी है न ये बहन चोद बड़ी चुदक्कड़ औरत है। अपनी बिटिया की बुर भी इसी तरह फड़वाती है। इसकी बहन का लन्ड। इसकी बहन की बुर। इसकी बिटिया की चूत। ऐसा कह कह कर पूसी जेसिका आंटी की चूत चुदवाने लगी। उसकी मस्ती की बातें और मस्ती की गालियों ने माहौल को और गरम कर दिया।
उसके बाद हम तीनो ने रात भर लन्ड अदल बदल कर चुदवाया।
मैंने अपना नंगा बदन अंकल के नंगे बदन से चिपका दिया और किटकिटा कर कहा आज मेरी चूत फाड़ दो अंकल। कल मेरी माँ का भोसड़ा फाड़ देना। अंकल ने भी मुझे चिपका लिया और मेरी चुम्मी लेकर बोले तुम जैसा कहोगी मैं वैसा ही करूँगा। अंकल ने मेरी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां दबा कर जबाब दिया तो मेरा जोश और बढ़ गया। मैंने भी उसका लन्ड पकड़ लिया और हिला कर बोली बाप रे बाप तेरा इतना बड़ा लन्ड, अंकल ? मैं इतने दिनों से तेरे पास आ रही हूँ तूने भोसड़ी के मुझे कभी अपना लन्ड नहीं पकड़ाया। मैं तो तेरे जैसे लन्ड के लिए जाने कबसे तरस रही हूँ अंकल ? अगर मुझे जेसिका आंटी ने न बताया होता तो मैं अब तेरे लन्ड तक पहुँच ही नहीं पाती। तू मादर चोद जेसिका आंटी की चूत में लन्ड पेलता है तुझे कभी मेरी चूत का ख़याल ही नहीं आया ? अगर आज मैंने तेरी नेकर खोल कर तुझे नंगा न किया होता तो मुझे इतना बढ़िया मस्ताना लन्ड न मिला होता ? मैं तो समझती थी की तेरा कोई ५/६" का लन्ड होगा जो मेरे लिए बेकार है। छोटा लन्ड न मुझे पसंद है और न मेरी माँ को ? लेकिन जब आंटी ने बताया की नहीं अन्थोनी का लन्ड ८" + है तो फिर आज मैं अपने आप को रोक न पायी। सीधे तेरे घर आयी, तुझे नंगा किया और तेरा ये भोसड़ी का बिना झांट का चिकना लन्ड पकड़ लिया। मेरा नाम लोनिका है। मैं २२ साल की एक खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मुंहफट हूँ, चंचल हूँ और बिंदास हूँ। मैं शराब पीती हूँ सिगरेट पीती हूँ और लन्ड पीती हूँ। मैंने डांस करना बचपन में सीखा था। शराब पीना मैंने १३ साल की उम्र में अपनी माँ से सीखा था और १८ + होने पर लन्ड पीना भी चालू कर दिया था। लन्ड पीना मुझे मेरी मॉम ने ही सिखाया था। उसने मुझे लन्ड पीना कब और कैसे सिखाया मैं आपको आगे बताऊंगी। अभी मैं आपको अंकल अन्थोनी के बारे में बता रही हूँ।
वास्तव में अन्थोनी अंकल मेरे सर के दोस्त हैं। मुझे अपनी इंग्लिश ठीक करनी थी। तब मेरे सर ने बताया की तुम अन्थोनी के पास जाया करोऔर उससे इंग्लिश सीखा करो। बस तभी से मै अन्थोनी अंकल के घर पढ़ने के लिएआने जाने लगी।अंकल लगभग ४० साल के हैं। मस्त जवान हैं, गोरे चिट्टे हैं, हैंडसम हैं स्मार्ट है और तगड़े तंदुरुस्त हैं। हां उनका कद केवल 5' ३" है। आते जाते काफी नजदीकियां बढ़ गयीं। बातें भी होने लगीं और हंसी मजाक भी। मेरी इंग्लिश भी इम्प्रूव होने लगी। मैं बहुत खुश थी। एक दिन मैं जेसिका आंटी के घर पहुँच गयी। बातों ही बातों में वह मुझसे पूंछ बैठी लोनिका क्या बात है आजकल तू इंग्लिश बहुत बोल रही है ? हम से सीखा ये सब ? तब मैंने बताया की मैं अन्थोनी सर से सीखती हूँ इंग्लिश।
वह बोली वॉवो, मैं तो उसे अच्छी तरह जानती हूँ।
मैंने कहा मैं भी अच्छी तरह जानती हूँ, आंटी। तुम उसे अच्छी तरह नहीं जानती हो लोनिका ? अगर जानती हो तो बताओ कभी तुमने उसे नंगा देखा है ?
हां उसे नंगे बदन देखा है नेकर पहने हुए। वह तो बड़ा तगड़ा और तंदुरुस्त है आंटी।
नहीं यार, ऐसे नहीं उसे पूरा नंगा देखा है कभी ? उसका लन्ड देखा है कभी ?
नहीं आंटी लन्ड तो नहीं देखा उसका ?
तब तू क्या वहां अपनी माँ चुदाने जाती है की अपनी गांड मराने ? इतने दिनों से क्या तू झांटें उखाड़ रही थी अपनी बहन चोद ? उसका इतना बढ़िया और मस्त लौड़ा तूने आजतक देखा की नहीं ?
क्या उसका लन्ड इतना बड़ा है और इतना बढ़िया है आंटी की तुम उसकी तारीफ कर रही हो ? मैं तो समझती थी की छोटे आदमी का लन्ड भी छोटा होगा इसलिए कभी कोशिश नहीं की ?
तू भोसड़ी की बड़ी बुध्धू है। अरे मेरी बुर चोदी लोनिका आदमी के लन्ड का साइज उसके अपने साइज से कुछ लेना देना है। लंबे आदमी छोटा हो सकता है और छोटे आदमी का लन्ड मोटा हो सकता है जैसा की अन्थोनी का है ? किसी दिन पकड़ कर देखना तब तेरी आँखें खुल जायेगीं ? मेरी बेटी हैं न भोसड़ी की वहअक्सर अन्थोनी का लन्ड पी कर आती है। कभी चुदवाकर आती है और कभी अपनी माँ चुदाने उसके घर जाती है। मेरी तरह उसे भी अन्थोनी का लन्ड बहुत पसंद है।
यह सुनते ही मेरी चूत में आग लग गयी। मैं सीधे अंकल के घरआ गयी। अंकल अकेले बैठे हुए शराब पी रहे थे। तभी मैं दरवाजा बंद करके उसके सामने अपने सारे कपड़े एक एक करके उतारने लगी। वह मुझे बड़े गौर से देखने लगा। मैं एकदम नंगी हो गयी और उसे हाथ पकड़ कर खड़ा किया। उसकी नेकर उतार कर फेंक दी और उसके नंगे बदन से चिपक गयी। मैं अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां उसने बदन पर रगड़ने लगी और उसका खड़ा लन्ड मेरे बदन से टकराने लगा। मैंने उसकी आँखों में आँखें डाल कर कहा अंकल आज मेरी चूत फाड़ डालो ? मेरी चूत के चीथड़े उड़ा दो, बहन चोद । मेरी चूत बुर चोदी तेरे लन्ड के लिए तरस रही है। फिर आपने मेरी ऊपर लिखी हुई बातों को भी पढ़ा। मैं अंकल का बिना झांट वाला 8" + का लन्ड चाटने लगी। मुझे उसके पेल्हड़ भी बहुत पसंद आये. जेसिका आंटी की यह बात सही निकली की नाटे आदमी का लन्ड भी बड़ा और मोटा होता है। मैं लन्ड अपने पूरे नंगे बदन पर घुमाने लगी।
फिर अंकल मुझे बेड रूम में ले गया और मुझे चित लिटा दिया। मेरे ऊपर चढ़ गया। उसका लन्ड मेरे मुंह की तरफ आ गया और उसका मुंह मेरी चूत की तरफ। वह मेरी मस्तानी चूत चाटने लगा और मैं उसका मस्त लौड़ा चाटने लगी। हम दोनों 69 बन गये। थोड़ी देर में उसने घूम कर मेरी चूत पर रख दिया अपना लन्ड ? उसने एक जोर का धक्का मारा तो लन्ड सटाक से घुस गया अंदर। मैं चिल्ला पड़ी उई माँ कितना मोटा है लन्ड भोसड़ी का ? हाय रे तेरा लन्ड मज़ा दे रहा है अंकल। मैं भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मैं बिओलती जा रही थी। हाय अंकल बहुत बढ़िया चोद रहे हो। क्या बात है यार तेरा लन्ड साला अंदर तक घुस के चोट कर रहा है। अब तो फाड़ डालो मेरी चूत। इस बुर चोदी चूत की माँ चोद डालो अंकल ? इतना मस्त लन्ड कहाँ छिपा कर रखा था तूने ? वाओ, जल्दी जल्दी चोदो मेरी बुर, अंकल ? फाड़ डालो मेरी हरामजादी चूत ?
अंकल का लन्ड वाकई मुझे बड़ा शानदार लगा। साला चिपक कर मेरी चूत में आ जा रहा था। मुझे इसी तरह का लन्ड पसंद आता है। मैंने सोंचने लगी की अगर मेरी मॉम को ये लाउड मिल जाए तो उसका भोसड़ा साला बड़ा मज़ा करेगा। फिर मैंने ठान लिया की मैं इसे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूंगी जरूर। मैं सब यही खुराफात सोंचती हुई चुदाने में बिजी हो गयी। अंकल मेरी उछलती हुई चूंचियां देख देख कर मस्त होने लगे। उसकी स्पीड और बढ़ गयी। उसका लन्ड साला बढ़ता ही जा रहा था। उसने कहा लोनिका तेरी चूत बड़ी टाइट है। मुझे चोदने में अच्छा लग रहा है। I am really enjoying like anything . ऐसी चूत बहुत मुश्किल से मिलती है। मैंने कहा हाय मेरे राजा मुझे रोज़ चोदो। हर दिन चोदो मुझे। मेरी बहन की बुर चोदो, अंकल ? मेरी माँ की चूत चोदो, अंकल ? मेरी माँ बहन दोनों चोद लो अंकल। उनकी भी चूत इसी तरह टाइट है। उनकी भी फाड़ दो बुर, अंकल ? मैं जोश में सब कुछ कह गयी।
मैंने पहले भी खूब चुदवाया है लेकिन आज जो मज़ा आ रहा है वो पहले कभी नहीं आया। आज मुझे एहसास हो रहा है की मैं किसी मरद से चुदवा रही हूँ। मैं दिल से चाहती थी की आज मेरी चूत फट जाए बहन चोद ? इस भोसड़ी वाली चूत को कुछ पता तो चले की लन्ड क्या होता है ? तब तक अंकल ने मुझे कुतिया बना दिया और वह मुझे पीछे से चोदने लगा। इस तरह की चुदाई बहुत कॉमन है। हर लड़की इस तरह जरूर चुदवाती है। अंकल का लन्ड इतना बड़ा है की मुझे ऐसे में भी मज़ा आने लगा। २ मिनट के बाद उसने मुझे अपने लन्ड पर बैठा लिया। मैं लन्ड पर कूद कूद कर लन्ड चोदने भी लगी और चुदवाने भी लगी। अब तक मेरी चूत का दम निकल चुका था। वह ढीली पड़ने लगी। उसकी गर्मी निकल चुकी थी। तभी अंकल ने कहा लोनिका अब मैं निकलने वाला हूँ। मैं घूम कर लन्ड का सड़का मारने लगी। मैं लन्ड मुठ्ठी में लेकर सटासट ऊपर नीचे करने लगी और फिर लन्ड ने सारा वीर्य उगल दिया मेरे मुंह में ? मैं लन्ड चाट कर मस्त हो गयी। फिर बाथ रूम जाकर हम दोनों ने एक साथ नंगे नंगे नहाया।
अंकल पहले निकल आये बाथ रूम से मैं बाद में कपड़े पहन कर निकली। मैं जैसे ही कमरे में घुसी तो देखा की एक आदमी बैठा हुआ है। उसे देख कर मेरे दिल में कुछ कुछ होने लगा। तब अंकल ने बताया की यह मेरा दोस्त पीनस है। मैंने उसे विश किया तो उसने मुस्कराकर जबाब दिया। मेरा मन साला उसका लन्ड देखने का हो गया लेकिन मैं चुप रही। तब तक अंकल ने ड्रिंक्स चालू कर दी। मैं जाने वाली थी लेकिन अंकल ने रोक लिया तो मैं भी उनके साथ शराब पीने लगी। मुझे पीनस की बातें बड़ी अच्छी लग रहीं थीं। तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। अंकल ने दरवाजा खोला तो सामने जेसिका आंटी खड़ी थीं और उसे पीछे थी एक मद मस्त जवान लड़की। आंटी मुझे देख कर खुश हो गयीं और मैं उसे देख कर। आंटी ने कहाँ यह मेरी बहन की बेटी पूसी है। पूसी ने भी सबको विश किया और फिर अंकल ने सबको ड्रिंक्स में शामिल कर लिया। अंकल और पीनस दोनों पूसी को ललचाई नज़रों से देखने लगे।
थोड़ी देर में अंकल और पीनस दोनों अंदर चले गये।
तब मैंने आंटी से पूंछा :- आंटी जी, कोई ख़ास काम है क्या यहाँ आने का ?
आंटी ने कहा :- मैं पूसी की बुर फड़वाने आयी हूँ यार। पर तू यहां क्या कर रही है, लोनिका ?
मैंने कहा :- मैं अभी अभी अपनी चूत फड़वाकर कर बैठी हूँ, आंटी। बस तुमसे बात हुई और मैं सीधे यहाँ चली आयी अपनी चूत फड़वाने ?
आंटी ने कहा :- मज़ा आया न फड़वाने में ?
मैंने कहा :- हां आंटी खूब मज़ा आया। वाकई बड़ा सॉलिड लन्ड है अंकल का । बिलकुल वैसा ही है जैसे तुमने बताया था। मैं इसके लन्ड को दिल दे बैठी हूँ आंटी।
आंटी ने कहा :- इसीलिए तो मेरी बेटी इससे अपनी चूत फड़वाने है। उसी ने पूसी को बताया है की किसी दिन तू अन्थोनी अंकल से अपनी चूत फड़वा ले ? तो इसका भी मन हो गया अपनी चूत फड़वाने का। बस, मैं इसे यहाँ लेकर आ गयी।
मैंने कहा :- तो फिर तुम भी फड़वाओगी न अपनी चूत आंटी ?
वह बोली :- हां हां अब आयी हूँ तो चुदवाकर ही जाऊंगी ?
मैंने कहा :- तो पूसी के सामने चुदवा लोगी तुम, आंटी ?
आंटी बोली :- अरे लोनिका तुम पूसी को क्या समझती हो ? ये भोसड़ी की अपनी माँ चुदवाती है। लन्ड पेलती है ये अपनी माँ की चूत में ? इसकी माँ की बहन का लन्ड, बहन चोद ? ये तो लन्ड की बहुत बड़ी फैन है। बिना लन्ड के एक रात भी नहीं गुज़ारती ? इसे अपनी बुर फड़वाने का बड़ा शौक है।
मैंने कहा :- वाओ, ये तो बड़ी अच्छी बात है। और फिर आज तो यहाँ इस समय दो दो लन्ड है बुर फाड़ने वाले।
तब तक वो दोनों वापस हमारे पास आ गए। नशा थोड़ा होने लगा था।
अंकल ने कहा :- जेसिका तुम्हारी बहन की बेटी पूसी तो बहुत सेक्सी और हॉट है।
आंटी ने बड़ी सेक्सी अदा से कहा :- अरे यार, तभी तो मैं इसे तुम्हारे पास लायी हूँ।
अंकल बोला :- हां तो बोलो मैं क्या कर सकता हूँ आपके लिए ?
आंटी ने कहा :- जैसे तुम मेरी फाड़ते हो वैसे ही तुम इसकी भी फाड़ दो।
अंकल ने कहा :- सच में कह रही है ? क्या यह तैयार है इसके लिए ? क्योंकि मैं किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करता ?
आंटी के बोलने के पहले ही पूसी बोली :- हां अंकल मैं तैयार हूँ। मेरे साथ कोई जबरदस्ती नहीं है।
अंकल ने कहा :- तुम जानती हो पूसी की जेसिका क्या कह रहीं हैं ?
पूसी ने कहा :- हां अंकल मैं सब जानती हूँ। मेरी मौसी मेरी चूत फड़वाने की बात कह रहीं हैं। मैं वास्तव में अपनी चूत फड़वाने ही आयी हूँ, अंकल। जबसे मैंने तेरे लन्ड के बारे में सुना है तबसे मेरी चूत में आग लगी है। तुम जब मेरी मौसी की बेटी की बुर फाड़ते हो तो फिर इसकी बहन की बेटी की बुर भी फाड़ दो। तेरा लन्ड साला मुझे सोने नहीं देता है। जब तक मैं तेरा लन्ड अपनी मुंह में ले नहीं लेती और अपनी चूत उससे फड़वा नहीं लेती तब तक मैं यहाँ से जाऊंगी नहीं।
ऐसा कह कर पूसी ने अपना हाथ अंकल के लन्ड पर रख दिया। उसकी बातें सुनकर मुझे भी जोश आ गया। मैं उठी और पीनस के पास बैठ गयी और बोली अंकल आज तो तेरे साथ तेरा दोस्त भी फाड़ेगा चूत ? वह मुस्करा पड़ा। तब तो पक्का हो गया की दोनों मिलकर चोदेगें। मैं और खुल गयी। मैंने पीनस के लन्ड पर हाथ रख दिया। उधर आंटी पीनस के कपड़े उतारने लगी। पूसी अंकल के कपड़े खोलने लगी। देखते ही देखते दोनों नंगे हो गये। मैंने पीनस का लन्ड पकड़ा उसे हिलाया और मस्ती से चूमा तो बढ़ कर हिनहिनाने लगा। मैजे कहा wow , what a big dick ! लन्ड साला अंकल के लन्ड से कम न था लेकिन उसकी बनावट एक नये तरीके की थी। लन्ड का टोपा साला बिलकुल छतरी की तरह था। झांटें बिलकुल साफ़ और पेल्हड़ एकदम चिकने। लन्ड वास्तव में बड़ा ही खूबसूरत लग रहा था। मन करता था की इसे मुंह में लेकर खा जाऊं। मैं बड़ी देर तक लन्ड देखती रही चूमती रही और उसे पुचकारती रही।
फिर मैं भी मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी। जेसिका आंटी भी सबके सामने नंगी हो गयीं। और फिर पूसी भी नंगी नंगी खड़ी हो गयी। पूसी अंकल का लन्ड चाट रही थी। फिर उसे मस्ती सूझी तो उसने लन्ड पर थप्पड़ मारा और बोली भोसड़ी के तू मेरी मौसी की बुर फाड़ता है। तू बहन चोद अपने आपको बड़ा पहलवान समझता है। आज मेरी चूत फाड़ कर दिखा तो जानूँ ? फिर वह खड़ी हुई और अपनी चूत लन्ड को दिखाती हुई बोली - ले देख ले ये है जेसिका की बहन की बिटिया की बुर ? फिर घूम कर जेसिका की चूत पर हाथ रख बोली लोनिका देख ये है मेरी माँ की बहन का भोसड़ा। इसका भोसड़ा आज मैं चोदूंगी ? फिर वह मेरी तरफ मुड़ी और बोली लोनिका ये है मेरी माँ की बेटी की चूत। अभी कल मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चोदा था आज उसकी बिटिया की बुर चोदूंगी। पूसी की मस्ती ने मेरी चूत की आग और बढ़ा दी। मैंने फिर पीनस के लन्ड पर चढ़ाई कर दी। उसका लन्ड ऐसे चूसने लगी जैसे कोई बिल्ली चूहा खाने के लिए चूसने लगती है। फिर थोड़ी देर में उसका टन टनाता हुआ लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया और चुदवाने लगी।
उधर मेरे आमने पीनस ने लन्ड पूसी की बुर में घुसा दिया और भकाभक चोदने लगा। आंटी उसकी चूत के नीचे अपना मुंह खोले हुए लेट गयी और बीच बीच में पीनस का लन्ड पूसी की बुर से निकाल कर चाटने लगी। उधर अंकल उसकी चूँचियां मसलने लगा। हम सब इस तरह चुदाई का मज़ा लेने लगे।
पूसी बोल रही थी - भोसड़ी के अन्थोनी फाड़ डालो मेरी चूत ? फाड़ डालो मेरी माँ की बिटिया की बुर ? वाओ, कितना मज़ा आ रहा है तुमसे चुदाने में ! तेरा लन्ड मादर चोद बड़ा हरामी है बड़ा बेरहम है। एक दिन मेरे सामने मेरी माँ भोसड़ा भी फाड़ देना अंकल ? तेरा लन्ड साला बड़ा चूत फाडू है।
थोड़ी देर में उसने लन्ड अपनी मौसी की चूत में ठोंक दिया और बोली लो अब चोदो मेरी मौसी की बुर ? फाड़ो इस बुर चोदी की चूत। ये है मेरी माँ की बहन की चूत। चीथड़े उड़ा दो इसके। ये मेरी मौसी है न ये बहन चोद बड़ी चुदक्कड़ औरत है। अपनी बिटिया की बुर भी इसी तरह फड़वाती है। इसकी बहन का लन्ड। इसकी बहन की बुर। इसकी बिटिया की चूत। ऐसा कह कह कर पूसी जेसिका आंटी की चूत चुदवाने लगी। उसकी मस्ती की बातें और मस्ती की गालियों ने माहौल को और गरम कर दिया।
उसके बाद हम तीनो ने रात भर लन्ड अदल बदल कर चुदवाया।
Click on Search Button to search more posts.
