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हाय ससुर जी तेरा लन्ड तो बहुत बड़ा है - Sasur ne bade land se bahu ko choda
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गर्मी के दिन थे और सुबह के ५ बजे थे। मैं बिस्तर से उठी और एक बड़ी सी अंगड़ाई ली। तभी मेरी नज़र मेरे बगल के कमरे पर पड़ी। कमरे का दरवाजा खुला था। मुझे मालूम था की इसमें मेरा ससुर लेटा हुआ है। मैं उठ कर कमरे में थोड़ा झाँकने लगी तो देखा की ससुर तो सो रहा है लेकिन उसका बहन चोद लन्ड जग रहा है। लन्ड ने चादर का तम्बू बना दिया है। तम्बू इतना बड़ा बना था उससे मालूम हो रहा था की उसका लन्ड कितना बड़ा है। यह सीन देख कर मेरी तो चूत में आग लग गयी। मैंने मन में कहा हाय अल्ला, क्या ससुर का लन्ड भोसड़ा का इतना बड़ा है ? फिर मैं इधर उधर झाँक कर देखने लगी। मुझे कहीं से भी लन्ड की झलक नहीं मिल रही थी। तब मैंने धीरे से चादर का एक कोना उठाया और नीचे झाँक कर देखा। देखते ही मेरी चूत की आग और धधकने लगी। मैंने सोंचा की लन्ड तो साला बड़ा मोटा दिखाई पड़ रहा है। मैंने थोड़ी और हिम्मत की। मैं आगे बढ़ी और धीरे से लन्ड के ऊपर की चादर हटा दी। लन्ड साला पूरा दिखने लगा। अब मेरी तो चूत गनगना उठी। वह तो भूँखी बिल्ली की तरह लन्ड खाने के लिए तैयार हो गयी।
मजे की बात यह थी की लन्ड की झांटें बिलकुल नहीं थी। पेल्हड़ भी एकदम चिकने थे। मैंने पहले तो लन्ड खूब देखा और फिर जबान निकाल कर लन्ड का सुपाड़ा छुआ। मेरी मस्ती बढ़ गयी और फिर मैंने लन्ड हाथ से पकड़ लिया। मैं बड़े आहिस्ते आहिस्ते लन्ड हिलाने लगी। लन्ड साला और सख़्त हो गया। मुझे मालूम हुआ की मेरे लन्ड पकड़ने से ससुर को मज़ा रहा है। तो मैं लन्ड और जोर से हिलाने लगी। फिर मैंने उसका सुपाड़ा चूमा तो लन्ड और सनसना उठा। मैंने फिर सुपाड़ा जबान निकाल कर थोड़ा चाटा तो मुझे बड़ा अच्छा लगा। उसके बाद मैंने सुपाड़ा अपने होठों से दबा लिया और अंदर ही अंदर जबान उसके चारों फिराने लगी। लन्ड थोड़ा और सख्त हो गया। मुझे अब यकीन हो गया की ससुर साला जग गया है और उसे भी मज़ा आ रहा है। तब फिर उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और बोला पूरा लौड़ा मुंह में ले लो न बहू रानी ? मैंने लौड़ा और घुसेड़ लिया अपने मुंह में। तब तक उसने मेरी चूंचियां मसलना शुरू कर दीं। फिर वह मेरे कपड़े उतारने लगा। मैं भी उतरवाने लगी। मैं जब पूरी नंगी हो गयी तो उसका चेहरा खिल उठा। वह मेरे नंगे बदन से खेलने लगा।
मैंने भी उसे एकदम नंगा किया और उसका लन्ड चाटने और चूसने लगी। उसके पेल्हड़ भी बड़े सुन्दर लग रहे थे। मैंने कहा हाय ससुर जी तेरा लन्ड तो बहुत बड़ा है। मोटा भी बहन चोद मजे का है। इसका पूरा इस्तेमाल करते हो न ? वह बोला हां बहू मैं नहीं इसका इस्तेमाल मेरे मोहल्ले की सब लड़कियां करती हैं। हर दिन कोई न कोई लड़की मेरा लन्ड पीने आ जाती है। कुछ लड़कियां तो अपनी माँ चुदवाने भी आ जाती हैं। वैसे मैं अपने दोस्तों की बीवियां खूब चोदता हूँ। मुझे बड़ा मज़ा आता है। उनकी बीवियां मेरे लन्ड से बहुत प्यार करतीं हैं। जिसके घर मैं जाता हूँ उसी की बीवी मेरा लन्ड पकड़ कर बैठ जाती है और फिर बिना चुदवाये मुझे जाने नहीं देती। मैंने पूंछा अच्छा ये बताओ की तुम्हे सबसे ज्यादा किसकी बुरअच्छी लगती है? वह बोला मैं सबसे ज्यादा तेरी सास की बहन की बुर चोदता हूँ।
मैंने कहा अच्छा तो तुम अपनी साली की बुर लेते हो ससुर जी। कभी अपने साले की बीवी की बुर ली है, तूने । वह बोला अरे हां वो तो मैं भूल ही गया। उसकी चूत बहन चोद बहुत टाइट है. मुझे चोदने में मज़ा आता है और वह मेरे लन्ड से बहुत प्यार करती है। मैंने फिर पूंछा कभी अपनी बेटी को लन्ड पकड़ाया ? वह बोला पकड़ाया तो नहीं पर एक दिन धोखे से उसने खुद ही पकड़ लिया था। उसके बाद तो वह पकड़ती रही क्योंकि उसे भी लन्ड पसंद आ गया। ऐसा कह कर उसने लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और चोदने लगा। मुझे पहले थोड़ा दर्द तो हुआ मगर फिर मज़ा आने लगा। उसका लन्ड मेरी चूत के चारों तरफ चिपक कर घुस रहा था। मैं बोली हाय मेरे भोसड़ी के ससुर तेरा लन्ड तो ज़न्नत का मज़ा दे रहा है। और चोदो मुझे, गांड से जोर लगा के चोदो मुझे, अपनी साली की बुर समझ कर चोदो मेरी बुर ? वह भी साला कुत्ते की तरफ मेरी चूत चोदने में जुट गया और मैं भी उसे पूरा साथ देने लगी।
मेरा नाम है सबीना दोस्तों. मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। अभी कल ही मैं अपने ससुर के साथ अपने माईके आयी हूँ। मैंने ससुराल में अपने ससुर के लन्ड के चर्चे सुन रखे थे। तब से मेरा मन में इच्छा उसका लन्ड पकड़ने की थी। आज मुझे मौक़ा मिल गया तो मैंने फायदा उठा ही लिया। अब देखो न कितनी जल्दी मैंने अपने ससुर का लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया है। अब यह साला हमेशा मेरी चूत का गुलाम बन कर घूमता रहेगा। अब मुझे यह भी मालूम हो गया की मेरी नन्द भोसड़ी की लन्ड की बहुत बड़ी चहेती है। मैंने उसे भी लन्ड का लालच देकर उसकी गांड मारा करुँगी और चोदा करुँगी उसकी माँ का भोसड़ा ? यही सब मन में सोंचते हुए मैं तूफ़ान मेल की तरह चुदवाये चली जा रही थी। तब तक मेरी भी चूत ढीली होने वाली थी और उसका लन्ड भी खलास होने वाला था। उसने धक्के तेज कर दिए और मैं भी इधर अपनी गांड उचका उचका कर धक्के लेने लगी और तभी उसके लन्ड ने छोड़ दिया पिचकारी। मैं घूम गयी और मस्ती से पीने लगी झड़ता हुआ लन्ड।
मैंने घड़ी देखा रात में ११ बजे थे। मैं बाथ रूम गयी और नहा धोकर आ गयी। वह आ गया और नंगा नंगा ही मेरे पास बैठ गया। हम दोनों फिर हंसी मजाक और गन्दी गन्दी बातें करने लगे। मैंने पूंछा की तेरी बेटी ने कब और कैसे पकड़ लिया तेरा लन्ड ? उसने बताया की मैं एक बार मैं अपने दोस्त घर गया था। मैं उसके बिस्तर पर एकदम नंगा लेटा था। उसी समय मेरी बेटी भी उसके घर पहुँच गयी। उसकी बेटी साइना मेरी बेटी की सहेली है। साइना ने उसे उसी कमरे में बुला लिया। मैंने अपने मुंह पर चादर डाल ली थी। बाकि शरीर पूरा नंगा है। मेरी बेटी जैसे ही कमरे में आयी उसने खड़ा लन्ड देखा तो हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया। वह समझी की साइना के अब्बू का लन्ड है। साइना भी बोली नहीं और मज़ा लेती रही। जब मेरे अब्बू ने अपने मुंह से चादर हटाई तो मैं दिखाई पड़ा। मैं बोली हाय अल्ला, अब्बू आप ? उसने कहाअरे निगार तुम ? तब एक बात तो साफ़ हो गयी की मेरी बेटी निगार साइना के अब्बू का लन्ड पीती है और साइना मेरा लन्ड पीती है। तब साइना ने कहा अरी भोसड़ी की निगार अब क्या अब तो बात साफ़ हो गयी न ? अब मजे से पियो अपने अब्बू का लन्ड ? इसमें कोई शर्माने की जरुरत नहीं है। जवानी में सब होता है। मैं भी अपने अब्बू का लन्ड पीती हूँ।
बस उसी दिन से मेरी बेटी भी मेरे लन्ड की दीवानी हो गयी। साइना ने बताया की निगार और भी कई लड़कों के लन्ड पीती है। ये सब करते करते १२ बज गए तब मैं टॉयलेट गयी। वहां से लौटी तो अम्मी के कमरे में झांकने लगी। मैंने देखा की अम्मी भी मस्ती अपने सारे कपड़े खोल कर फूफा का लन्ड चाट रहीं हैं। मैं उसका लन्ड देख कर ललचा गयी। फिर मैं ससुर के पास वापस आयी और उसे नंगा नंगा ही उसका लन्ड पकड़े पकड़े अम्मी के कमरे मे घुस गयी। हमारे घर में दरवाजा कोई अंदर से बंद नहीं करता है और चुदाई में न कोई रोक टोक है और न कोई मनाही। मुझे ममी ने जब नंगी नंगी लन्ड पकड़े हुए देखा तो बोली - हाय दईया सबीना तो बहन चोद अपने ससुर का लन्ड लिए क्या कर रही थी ?
मैंने जबाब दिया - मैं इसे तेरी बिटिया की बुर में पेल रही थी, अम्मी। पर तुम यह बताओ की तुम फूफा के लन्ड का क्या कर रही हो ?
वह बोली - मैं इसे तेरी माँ के भोसड़ा में पेलूंगी, सबीना बेटी ?
मैंने कहा - नहीं अम्मी लो तुम मेरे ससुर का लन्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेलो ? वो लन्ड मुझे दे दो।
वह बोली - तू क्या करेगी माँ की लौड़ी इसके लन्ड का ?
मैंने कहा - मैं इसे तेरी बिटिया की बुर में पेलूंगी।
वह बोली - तू तो हरामजादी बड़ी बेशर्म हो गयी है, सबीना।
मैंने कहा - मैंने आखिर कार राबिया बेगम की बेटी हूँ न ? जितनी ज्यादा बेशर्म हूँगी उतनी ज्यादा ही लन्ड का मज़ा लूटूँगी ? न मैं शर्माती हूँ और न झिझकती हूँ। शर्म की माँ की चूत ? मैं तो लन्ड का पूरा मज़ा लेती हूँ। ये मैंने अपनी अम्मी से सीखा है।
तब तक अम्मी ने मेरे ससुर का लन्ड पकड़ा कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखा और कहा बेटी सबीना मेरा मन तो तेरे ससुर का लन्ड चोदने का हो रहा है।
मैंने कहा - तो फिर चोदो न मेरे ससुर का लन्ड, अम्मी ? मेरे सामने चोदो मेरे ससुर का लन्ड ?
वह बोली - तो फिर तुम भी मेरे सामने चोदो अपने फूफा का लन्ड ?
बस फिर मैं फूफा का लन्ड चूसने लगी और अम्मी मेरे ससुर का लन्ड ? जितना मज़ा मुझे ससुर का लन्ड चाटने में आ रहा था उतना ही मज़ा मुझे फूफा का लन्ड चाटने में आने लगा। ये लन्ड ही ऐसा ख़ुदा ने बनाया है की साला मज़ा खूब देता है। अम्मी भी एकदम मस्त हो रहीं थी ससुर का लन्ड चाट चाट कर। इतने में अचानक मेरी सारा दीदी कमरे में आ गयीं। वह बिना कपड़ों के थीं। शायद रात में यहाँ कोई कपड़ें न पहनता है और न पहनती है। उसके हाथ में भी एक टन टनाता हुआ लन्ड था। मैं लन्ड देख कर खुश हो गयी और जब उसका चेहरा देखो तो बोली वाओ, खालू जान तुम ? तुम मेरी दीदी की बुर ले रहे थे भोसड़ी के ? वह भी मस्ती में बोला मैं तेरी दीदी की नहीं ले रहा था तेरी दीदी मेरा ले रहीं थीं। मैंने कहा अच्छा तुझे अपने लन्ड पर इतना गुमान है। मैं देख लूंगी तेरे लन्ड को भी। तब तक दीदी ने कहा हाय सबीना तेरे ससुर का लन्ड तो बड़ा तूफानी लग रहा है। और फूफा का लन्ड तो साला देखो कैसे फुफकार रहा है। लगता हैअभी छत तोड़ कर बाहर निकल जायेगा ?
मैंने कहा - अम्मी देखो सारा दीदी क्या कह रहीं हैं ?
अम्मी बोली - तेरी दीदी की माँ की चूत ? अभी अपने खालू से चुदवाकर आ रही है बुर चोदी ?
दीदी ने कहा - अम्मी, तेरी बहन की चूत ? तेरी बहन तो गैर मर्दों से चुदवाया करती है. तो फिर खालू तो किसी की बुर में लन्ड पेलेगा ही ?
अम्मी ने फिर मजा लेते हुए कहा - सारा, तेरी भी बहन की चूत। वह भी भोसड़ी वाली सबसे चुदवाती है। देखो अभी अपने ससुर से चुदवाकर आयी है औरअब अपने फूफा से चुदवाने जा रही है।
अम्मी न यह बात मेरे लिए कहा तो मैंने भी हँसते हुए कहा - दीदी तेरी बहन की माँ का भोसड़ा ? अभी मेरा फूफा उसका भोसड़ा चोद रहा था और अब मेरा ससुर चोदेगा उसका भोसड़ा ?
दीदी ने कहा - तेरा ससुर ही नहीं तेरा खालू भी चोदेगा तेरी दीदी की माँ का भोसड़ा ?
ऐसा कह कर दीदी ने खालू का लन्ड अम्मी को पकड़ा दिया और मेरे ससुर का लन्ड खुद हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया। दीदी ने कहा सबीना मेरा दिल तेरे ससुर के लन्ड पर आ गया है। अब तो मैं पहले इसे अपनी चूत में पेलूंगी। इन सब बातों से सबकी चूत और गरम हो गई। तब दीदी ने मेरा ससुर का लन्ड अपनी चूत में पेल लिया . लन्ड घुसते ही वह बोली हाय सबीना इसका लौड़ा तो बहुत मोटा है मादर चोद। आज तो मेरी चूत जरूर फट जाएगी। उधर खालू अम्मी का भोसड़ा चोदने लगा और मैं भी फूफा से चुदवाने लगी। मेरी चूत बुर चोदी चरमराने लगी। मैं भी मस्ती से गांड उचकाने लगी। मुझे चुदाने का मज़ा आने लगा। अम्मी भी मस्ती से धकाधक् चुदवाने लगीं। उन दोनों के साथ चुदवाने में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। थोड़ी देर बाद अम्मी ने दीदी से ससुर का लन्ड ले लिया और अपनी चूत में घुसेड़ कर चुदवाने लगीं। दीदी ने मेरी बुर से फूफा का लन्ड निकाल कर अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगीं। मैं खालू का लन्ड पकड़ कर अपनी बुर में घुसाने लगी। मुझे इस मोटे लन्ड से चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आने लगा।
तीन तीन लन्ड से चुदवाने का मज़ा एक साथ ही मिल रहा था। तभी मैंने कहा अम्मी मेरे ससुर का लन्ड चोदो न। बस फिर अम्मी चढ़ गयी उसके लन्ड पर और गचागच चोदने लगीं उसका लन्ड। मैं अम्मी को देख कर हैरान थी की वह बिलकुल एक २० साल की लड़की की तरह धकापेल चोदे चली जा रही थीं मेरे ससुर का लन्ड ? पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से भर गया। हम तीनो खूब गन्दी गन्दी बातें करती हुई चुदवा रहीं थी और ले रहीं थी जवानी का पूरा मज़ा ?
फिर दूसरे दिन मैं अपने ससुर के साथ अपनी ससुराल आ गयी।
मैं वहां सबसे मिली तो बहुत अच्छा लगा। सबने मेरा वेलकम किया और खूब हंस हंस कर बातें की। मेरी दो नन्द हैं एक तो निगार और दूसरी समीरा। मेरी सास है मुमताज़ बेगम। तीनो मेरे खैरमकदम में लग गयीं। माहौल भी मुझे अपने माईके की ही तरह लगा। एक दिन रात में मैं उठी तो देखा की निगार के कमरे की हलकी हलकी लाइट जल रही है। मैं अंदर झाँकने लगी। अंदर का सीन देख कर मेरी तो चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मैंने देखा की मेरी नन्द निगार एकदम नंगी नंगी किसी का लन्ड हिला रही हैं। वह आदमी भी मेरे ससुर की उम्र का लग रहा था। उसका लन्ड भी मस्त लग रहा था। मेरे तो मुंह में पानी आ गया।
इतने में निगार बोली :- अरे नहीं हनीफअंकल ऐसा मत करो। प्लीज ऐसा बिलकुल नहीं ? तुम चाहो तो मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फेर लो। मेरी चूंचियां मसल लो। मेरे मस्त चूतड़ों पर हाथ फिरा लो। मेरे गाल चूम लो, मेरी मोटी मोटी जांघें सहला लो, मेरी चूत पर हाथ फेर लो मेरी झांटों पर उंगलियां फिरा लो। मैं भी तेरा लन्ड हिला रही हूँ न। तेरा लन्ड चूम रही हूँ, लन्ड चाट भी रही हूँ और चूस भी रही हूँ तेरा लन्ड। लेकिन जब चोदना तो पहले मेरी बहन की बुर चोदो अंकल ?
जब हनीफअंकल उसकी बहन समीरा की तरफ बढ़ा तो उसके बड़े बड़े बूब्स देख कर उसका लन्ड और तन कर खड़ा हो गया। वह समीरा की चूंचियां दबाने लगा और समीरा भी उसका लन्ड पकड़ कर प्यार से हिलाने लगी। फिर झुक कर लन्ड का टोपा चूमा और जबान निकाल कर चाटा भी। तब अंकल ने समीरा की चूत पर हाथ फेरा और मस्ताने लगा। समीरा को लगा की शायद अब यह लन्ड मेरी चूत में पेलने के फिराक में है तो वह बोली - अरे सुनो मेरे राजा तेरा लौड़ा तो बहुत जबरदस्त है। तुम पहले मेरी बहन निगार की बुर चोदो। उसकी बुर में घुसेड़ दो लन्ड । तेरा लन्ड उसकी टाइट चूत में घुसेगा तो उसे भी बड़ा मज़ा आएगा और तुम्हे भी। मेरी बहन बुर चोदी चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट है. मैंने मन में कहा हाय दईया देखो दोनों बहाने कैसे एक दूसरे की बुर चुदवाने में लगी हैं। फिर हनीफ ने तयहोदी जबरदस्ती की और लन्ड समीरा की चूत में पेल दिया। समीरा चुदवाने लगी और निगार उसके पेल्हड़ सहलाने लगी। निगार ने अपना मुंह समीरा की चूत के पास लगा दिया और बीच बीच में लन्ड समीरा की चूत से निकाल कर चाट लेती थी। उधर निगार का हाथ भी समीरा की चूत पर चल रहा था। तब मैं जान गयी की ये दोनों बहने मिलकर चुदवाती हैं। मैं भी बाहर से अपनी चूत में ऊँगली करते हुए उनकी चुदाई देखती रही। फिर दोनों बहनें एक दूसरे की चूत मे लन्ड पेल पेल कर चुदवाती रहीं और मैं देखते रही।
एक दिन मेरी सास अपनी दोनों बेटियों के साथ बातें कर रहीं थीं तभी मैं भी पहुँच गयी। बातें बड़ी मजेदार और मसाले दार हो रहीं थीं। मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं भी उसमे शामिल हो गयी।
इतना में निगार बोली - अम्मी तेरी बहू तो बड़ी हॉट है। अपने माईके से तो खूब चुदवाकर आयी होगी ?
सास बोली - माँ की लौड़ी निगार, दुल्हन अपने माईके से चाहे जितना चुदवाकर कर आयी हो पर उसकी असली चुदाई और अच्छी तरफ से चुदाई ससुराल में ही होती है।
समीरा बोली - सबीना भाभी, तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ? अब तो तुम्हे उसका भोसड़ा भी चुदवाना पड़ेगा भाभी ?
सास ने भी मुस्कराते हुए जबाब दिया - बहू, तेरी सास की बिटियों की बुर ? तेरी दोनों बुर चोदी नन्द बड़ी हरामजादी हैं। जो भी आता है उसी का लण्ड पकड़ कर घुसेड़ लेती हैं अपनी चूत में ? अभी उस दिन मेरा देवर गाँव से आया था उससे इन दोनों ने रात भर चुदवाया।
मैंने कहा - सासू जी उसका नाम हनीफ था न ?
सासू बोली - हां हां बहू यही नाम था उसका ? पर तुम्हे कैसे मालूम ?
मैंने कहा - मैंने उसे इन दोनों की चूत चोदते हुए देखा और उसका लन्ड भी देखा।
सासू जी - हाय दईया तब तो तुम्हे बड़ा मज़ा आया होगा। पर ये बता तूने उससे चुदवाया की नहीं ?
मैंने कहा - नहीं सासू जी, मुझे किसी ने पूंछा भी नहीं ?
सासू बोली - मैं कह रही थीं न ? ये दोनों भोसड़ी वाली बड़ी नामाकूल हैं। क्यों री निगार तूने अपनी भाभी की बुर क्यों नहीं चुदवाई ?
निगार बोली - अरे अम्मी मुझे तो ख्याल ही नहीं आया। अब मैं याद रखूंगी।
सास बोली - तेरी माँ का भोसड़ा निगार , तेरी बहन की चूत भोसड़ी की तू बहुत भुलक्कड़ भी है और चुदक्कड़ भी। आगे से ख्याल रखना ?
समीरा बोली - तो फिर अम्मी आज ही रख लो न एक "fucking n sucking party".
सासू बोली - हां आज ही रख लो। आज तो तेरा भोसड़ी का ससुर भी आ रहा है न समीरा। उसके भी लन्ड का मज़ा लिया जायेगा।
निगार बोली - मेरा भी देवर आ रहा है अम्मी ? उसका भी लन्ड पेला जायेगा सबकी चूत में।
मैंने कहा - अरे नन्द रानी आज तो मेरा भी खालू आ रहा है। वह भी चोद लेगा मेरी नन्द की चूत ?
निगार बोली - अरे भाभी वह तो तेरी सास का भोसड़ा भी चोदेगा।
फिर सब लोग हंसने लगे।
रात को सारा इंतज़ाम कर लिया गया। सबसे पहले समीरा का ससुर अल्ताफ आ गया। उसके बाद निगार का देवर सफी आ गया। मैं सफी को देख कर मस्त हो गयी। वह नया लड़का एकदम गोरा चिट्टा बड़ा हॉट लग रहा था। उधर मेरा खालू अतीक अहमद भी आ गया। इसका तो लन्ड मैं पकड़ चुकी हूँ और अपनी चूत में भी ले चुकी हूँ। मैंने सोंच लिया की आज इसका लन्ड मैं अपनी नन्द की बुर में और अपनी सास के भोसड़ा में पेलूंगी। थोड़ी देर में एक और आदमी आ गया। उसे देख कर सासू जी बोली आओ भोसड़ी के अरमान मैं तेरा ही इंतज़ार कर रही थी। तब तक ड्रिंक्स का सेट लग गया और हम सब शराब का मज़ा लेने लगे। मेरे दिल में बड़ी गुद गुदी हो रही थी की मैं इन सबके लन्ड का मज़ा खुले आम लूंगी।
सफी ने कहा - निगार भाभी आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो। मगर मुझे तो तेरी भाभी सबीना कुछ ज्यादा ही हॉट लग रहीं हैं।
निगार बोली - अच्छा लगता है की तेरी नियत मेरी भाभी पर ख़राब हो गयी है। तू इसकी बुर लेना चाहता है।
वह बोला - हां भाभी अगर मिल जाए तो मज़ा आ जाए। तुम्हारी बुर की तरह सबीना भाभी की भी बुर होगी ? फिर मैंने कहा - मुझे लगता है की तुम्हारा लन्ड भी बड़ा मस्ताना होगा। जब तेरा लन्ड मेरी नन्द को पसंद आ गया तो मुझे भी पसंद आ जायेगा। अब दिखाओ न मुझे अपना लन्ड देवर जी ?
मैंने ऐसा कह कर उसके पैजामे के अंदर हाथ डाल दिया। लन्ड साला पकड़ में आ गया तो दिल की धड़कने बढ़ने लगीं। तब तक निगार ने समीरा के ससुर का लन्ड हाथ घुसेड़ कर पकड़ लिया। समीरा ने अरमान का लौड़ा अपने कब्जे में किया और उसे अंदर ही अंदर हिलाने लगी। मेरी सास ने मेरे खालू का लन्ड पकड़ा उसे ऊपर चूमा और फिर हाथ घुसेड़ कर बाहर ही निकाल लिया। सास तो सबको लन्ड दिखाती हूँ उसे चाटने लगी। फिर एक मिनट के अंदर ही सबने लन्ड बाहर निकाल लिया।
लन्ड चारों टन टना कर खड़े हो गये। फिर हम सबने अपने अपने कपड़े खोल डाले। हम सबको नंगी देख कर लन्ड और उछलने लगे। हम चारों बीवियां नंगी नंगी पराये मरदों के लन्ड चूसने लगीं। सबकी निगाह सबके लन्ड पर भी थी। लन्ड साले सब के सब बड़ी मोटे मोटे और खूबसूरत थे। सबने लन्ड चूत में पेल दिया और चोदना शुरू कर दिया। हर तरफ से चुदाई की आवाज़ आने लगी।
मैंने कहा - भोसड़ी के खालू तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो, मेरी बुर लेते हो आज तुझे मेरी सास का भोसड़ा चोदने का मौक़ा मिला है। तो चोद डालो और फाड़ डालो मेरी सास का भोसड़ा। ये बुर चोदी चुदवाने में बड़ी माहिर है। अपनी बुर के साथ साथ अपनी बिटिया की भी चुदवाती है। इसलिए आज इसे चोद चोद के इसकी गांड में दम कर दो खालू। इसके बाद चोदना मेरी नन्द की मक्खन मलाई जैसी चूत।
खालू ने स्पीड बढ़ा दी और भकाभक चोदने लगा। बस दो मिनट में ही सासू का भोसड़ा बोल गया और उससे फक्क फक्क की आवाज़ आने लगी। अरमान ने उधर समीरा की चूत का हलवा बना दिया। वह भी मस्ती से गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। निगार की चूत में था उसकी बहन के ससूर का लन्ड। साला ८" का लन्ड उसकी चूत के चीथड़े उड़ाने लगा। मैं भी एकदम रंडी की तरह सफी से चुदवा रही थी। मेरी दोनों टांगें उसके कंधे पर थी और उसका लन्ड मेरी चूत में। मैं बोली हाय मेरे राजा और चोदो, पूरा पेल दो लन्ड , जैसे तुम अपनी भाभी की बुर चोदते हो वैसे ही चोदो। तेरा लन्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। मैं तुझे अपने माईके ले चलूंगी वहां तुम चोदना मेरी माँ का भोसड़ा और मेरी भाभी की बुर ? हाय राजा अब मुझे पीछे से चोदो।
उधर निगार बोली - सफी दूसरी पारी में मेरी बहन की बुर चोदना और मेरी माँ की चूत भी। यहाँ तेरा लन्ड बड़ा मज़ा करेगा मादर चोद ?
समीरा बोली - हाय सबीना भाभी तुम तो बिलकुल हम लोगों की ही तरह हो। अपनी बुर चुदवा रही हो तुम खुल्लम खुल्ला, अपनी सास का भोसड़ा चुदवा रही हो तुम और अपनी दोनों नन्द की चूत में लन्ड पेल रही हो तुम । तू तो बहन चोद बड़ी मस्त और चुदक्कड़ निकली। मुझे ऐसी ही भाभी की जरुरत थी।
मैंने कहा - तू भी बड़ी मस्त लड़की है यार जो अपनी बहन चुदवा रही है, अपनी माँ चुदवा रही है और अपनी भाभी की बुर में लौड़ा पेल रही है। मैं भी तेरी ही तरह की नन्द चाहती थी।
सास बोली - हाय समीना तू तो मेरी पसंद की बहू निकली। मैं भी चाहती थी की मेरी बहू मेरा भोसड़ा चुदवाये। मेरे सामने ही अपनी नन्द की बुर चुदवाये और खुद हमारे सामने सबके लन्ड चोदे।
आज मेरी तमन्ना पूरी हो गयी।
गर्मी के दिन थे और सुबह के ५ बजे थे। मैं बिस्तर से उठी और एक बड़ी सी अंगड़ाई ली। तभी मेरी नज़र मेरे बगल के कमरे पर पड़ी। कमरे का दरवाजा खुला था। मुझे मालूम था की इसमें मेरा ससुर लेटा हुआ है। मैं उठ कर कमरे में थोड़ा झाँकने लगी तो देखा की ससुर तो सो रहा है लेकिन उसका बहन चोद लन्ड जग रहा है। लन्ड ने चादर का तम्बू बना दिया है। तम्बू इतना बड़ा बना था उससे मालूम हो रहा था की उसका लन्ड कितना बड़ा है। यह सीन देख कर मेरी तो चूत में आग लग गयी। मैंने मन में कहा हाय अल्ला, क्या ससुर का लन्ड भोसड़ा का इतना बड़ा है ? फिर मैं इधर उधर झाँक कर देखने लगी। मुझे कहीं से भी लन्ड की झलक नहीं मिल रही थी। तब मैंने धीरे से चादर का एक कोना उठाया और नीचे झाँक कर देखा। देखते ही मेरी चूत की आग और धधकने लगी। मैंने सोंचा की लन्ड तो साला बड़ा मोटा दिखाई पड़ रहा है। मैंने थोड़ी और हिम्मत की। मैं आगे बढ़ी और धीरे से लन्ड के ऊपर की चादर हटा दी। लन्ड साला पूरा दिखने लगा। अब मेरी तो चूत गनगना उठी। वह तो भूँखी बिल्ली की तरह लन्ड खाने के लिए तैयार हो गयी।
मजे की बात यह थी की लन्ड की झांटें बिलकुल नहीं थी। पेल्हड़ भी एकदम चिकने थे। मैंने पहले तो लन्ड खूब देखा और फिर जबान निकाल कर लन्ड का सुपाड़ा छुआ। मेरी मस्ती बढ़ गयी और फिर मैंने लन्ड हाथ से पकड़ लिया। मैं बड़े आहिस्ते आहिस्ते लन्ड हिलाने लगी। लन्ड साला और सख़्त हो गया। मुझे मालूम हुआ की मेरे लन्ड पकड़ने से ससुर को मज़ा रहा है। तो मैं लन्ड और जोर से हिलाने लगी। फिर मैंने उसका सुपाड़ा चूमा तो लन्ड और सनसना उठा। मैंने फिर सुपाड़ा जबान निकाल कर थोड़ा चाटा तो मुझे बड़ा अच्छा लगा। उसके बाद मैंने सुपाड़ा अपने होठों से दबा लिया और अंदर ही अंदर जबान उसके चारों फिराने लगी। लन्ड थोड़ा और सख्त हो गया। मुझे अब यकीन हो गया की ससुर साला जग गया है और उसे भी मज़ा आ रहा है। तब फिर उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और बोला पूरा लौड़ा मुंह में ले लो न बहू रानी ? मैंने लौड़ा और घुसेड़ लिया अपने मुंह में। तब तक उसने मेरी चूंचियां मसलना शुरू कर दीं। फिर वह मेरे कपड़े उतारने लगा। मैं भी उतरवाने लगी। मैं जब पूरी नंगी हो गयी तो उसका चेहरा खिल उठा। वह मेरे नंगे बदन से खेलने लगा।
मैंने भी उसे एकदम नंगा किया और उसका लन्ड चाटने और चूसने लगी। उसके पेल्हड़ भी बड़े सुन्दर लग रहे थे। मैंने कहा हाय ससुर जी तेरा लन्ड तो बहुत बड़ा है। मोटा भी बहन चोद मजे का है। इसका पूरा इस्तेमाल करते हो न ? वह बोला हां बहू मैं नहीं इसका इस्तेमाल मेरे मोहल्ले की सब लड़कियां करती हैं। हर दिन कोई न कोई लड़की मेरा लन्ड पीने आ जाती है। कुछ लड़कियां तो अपनी माँ चुदवाने भी आ जाती हैं। वैसे मैं अपने दोस्तों की बीवियां खूब चोदता हूँ। मुझे बड़ा मज़ा आता है। उनकी बीवियां मेरे लन्ड से बहुत प्यार करतीं हैं। जिसके घर मैं जाता हूँ उसी की बीवी मेरा लन्ड पकड़ कर बैठ जाती है और फिर बिना चुदवाये मुझे जाने नहीं देती। मैंने पूंछा अच्छा ये बताओ की तुम्हे सबसे ज्यादा किसकी बुरअच्छी लगती है? वह बोला मैं सबसे ज्यादा तेरी सास की बहन की बुर चोदता हूँ।
मैंने कहा अच्छा तो तुम अपनी साली की बुर लेते हो ससुर जी। कभी अपने साले की बीवी की बुर ली है, तूने । वह बोला अरे हां वो तो मैं भूल ही गया। उसकी चूत बहन चोद बहुत टाइट है. मुझे चोदने में मज़ा आता है और वह मेरे लन्ड से बहुत प्यार करती है। मैंने फिर पूंछा कभी अपनी बेटी को लन्ड पकड़ाया ? वह बोला पकड़ाया तो नहीं पर एक दिन धोखे से उसने खुद ही पकड़ लिया था। उसके बाद तो वह पकड़ती रही क्योंकि उसे भी लन्ड पसंद आ गया। ऐसा कह कर उसने लन्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और चोदने लगा। मुझे पहले थोड़ा दर्द तो हुआ मगर फिर मज़ा आने लगा। उसका लन्ड मेरी चूत के चारों तरफ चिपक कर घुस रहा था। मैं बोली हाय मेरे भोसड़ी के ससुर तेरा लन्ड तो ज़न्नत का मज़ा दे रहा है। और चोदो मुझे, गांड से जोर लगा के चोदो मुझे, अपनी साली की बुर समझ कर चोदो मेरी बुर ? वह भी साला कुत्ते की तरफ मेरी चूत चोदने में जुट गया और मैं भी उसे पूरा साथ देने लगी।
मेरा नाम है सबीना दोस्तों. मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। अभी कल ही मैं अपने ससुर के साथ अपने माईके आयी हूँ। मैंने ससुराल में अपने ससुर के लन्ड के चर्चे सुन रखे थे। तब से मेरा मन में इच्छा उसका लन्ड पकड़ने की थी। आज मुझे मौक़ा मिल गया तो मैंने फायदा उठा ही लिया। अब देखो न कितनी जल्दी मैंने अपने ससुर का लन्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया है। अब यह साला हमेशा मेरी चूत का गुलाम बन कर घूमता रहेगा। अब मुझे यह भी मालूम हो गया की मेरी नन्द भोसड़ी की लन्ड की बहुत बड़ी चहेती है। मैंने उसे भी लन्ड का लालच देकर उसकी गांड मारा करुँगी और चोदा करुँगी उसकी माँ का भोसड़ा ? यही सब मन में सोंचते हुए मैं तूफ़ान मेल की तरह चुदवाये चली जा रही थी। तब तक मेरी भी चूत ढीली होने वाली थी और उसका लन्ड भी खलास होने वाला था। उसने धक्के तेज कर दिए और मैं भी इधर अपनी गांड उचका उचका कर धक्के लेने लगी और तभी उसके लन्ड ने छोड़ दिया पिचकारी। मैं घूम गयी और मस्ती से पीने लगी झड़ता हुआ लन्ड।
मैंने घड़ी देखा रात में ११ बजे थे। मैं बाथ रूम गयी और नहा धोकर आ गयी। वह आ गया और नंगा नंगा ही मेरे पास बैठ गया। हम दोनों फिर हंसी मजाक और गन्दी गन्दी बातें करने लगे। मैंने पूंछा की तेरी बेटी ने कब और कैसे पकड़ लिया तेरा लन्ड ? उसने बताया की मैं एक बार मैं अपने दोस्त घर गया था। मैं उसके बिस्तर पर एकदम नंगा लेटा था। उसी समय मेरी बेटी भी उसके घर पहुँच गयी। उसकी बेटी साइना मेरी बेटी की सहेली है। साइना ने उसे उसी कमरे में बुला लिया। मैंने अपने मुंह पर चादर डाल ली थी। बाकि शरीर पूरा नंगा है। मेरी बेटी जैसे ही कमरे में आयी उसने खड़ा लन्ड देखा तो हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया। वह समझी की साइना के अब्बू का लन्ड है। साइना भी बोली नहीं और मज़ा लेती रही। जब मेरे अब्बू ने अपने मुंह से चादर हटाई तो मैं दिखाई पड़ा। मैं बोली हाय अल्ला, अब्बू आप ? उसने कहाअरे निगार तुम ? तब एक बात तो साफ़ हो गयी की मेरी बेटी निगार साइना के अब्बू का लन्ड पीती है और साइना मेरा लन्ड पीती है। तब साइना ने कहा अरी भोसड़ी की निगार अब क्या अब तो बात साफ़ हो गयी न ? अब मजे से पियो अपने अब्बू का लन्ड ? इसमें कोई शर्माने की जरुरत नहीं है। जवानी में सब होता है। मैं भी अपने अब्बू का लन्ड पीती हूँ।
बस उसी दिन से मेरी बेटी भी मेरे लन्ड की दीवानी हो गयी। साइना ने बताया की निगार और भी कई लड़कों के लन्ड पीती है। ये सब करते करते १२ बज गए तब मैं टॉयलेट गयी। वहां से लौटी तो अम्मी के कमरे में झांकने लगी। मैंने देखा की अम्मी भी मस्ती अपने सारे कपड़े खोल कर फूफा का लन्ड चाट रहीं हैं। मैं उसका लन्ड देख कर ललचा गयी। फिर मैं ससुर के पास वापस आयी और उसे नंगा नंगा ही उसका लन्ड पकड़े पकड़े अम्मी के कमरे मे घुस गयी। हमारे घर में दरवाजा कोई अंदर से बंद नहीं करता है और चुदाई में न कोई रोक टोक है और न कोई मनाही। मुझे ममी ने जब नंगी नंगी लन्ड पकड़े हुए देखा तो बोली - हाय दईया सबीना तो बहन चोद अपने ससुर का लन्ड लिए क्या कर रही थी ?
मैंने जबाब दिया - मैं इसे तेरी बिटिया की बुर में पेल रही थी, अम्मी। पर तुम यह बताओ की तुम फूफा के लन्ड का क्या कर रही हो ?
वह बोली - मैं इसे तेरी माँ के भोसड़ा में पेलूंगी, सबीना बेटी ?
मैंने कहा - नहीं अम्मी लो तुम मेरे ससुर का लन्ड मेरी माँ के भोसड़ा में पेलो ? वो लन्ड मुझे दे दो।
वह बोली - तू क्या करेगी माँ की लौड़ी इसके लन्ड का ?
मैंने कहा - मैं इसे तेरी बिटिया की बुर में पेलूंगी।
वह बोली - तू तो हरामजादी बड़ी बेशर्म हो गयी है, सबीना।
मैंने कहा - मैंने आखिर कार राबिया बेगम की बेटी हूँ न ? जितनी ज्यादा बेशर्म हूँगी उतनी ज्यादा ही लन्ड का मज़ा लूटूँगी ? न मैं शर्माती हूँ और न झिझकती हूँ। शर्म की माँ की चूत ? मैं तो लन्ड का पूरा मज़ा लेती हूँ। ये मैंने अपनी अम्मी से सीखा है।
तब तक अम्मी ने मेरे ससुर का लन्ड पकड़ा कर चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखा और कहा बेटी सबीना मेरा मन तो तेरे ससुर का लन्ड चोदने का हो रहा है।
मैंने कहा - तो फिर चोदो न मेरे ससुर का लन्ड, अम्मी ? मेरे सामने चोदो मेरे ससुर का लन्ड ?
वह बोली - तो फिर तुम भी मेरे सामने चोदो अपने फूफा का लन्ड ?
बस फिर मैं फूफा का लन्ड चूसने लगी और अम्मी मेरे ससुर का लन्ड ? जितना मज़ा मुझे ससुर का लन्ड चाटने में आ रहा था उतना ही मज़ा मुझे फूफा का लन्ड चाटने में आने लगा। ये लन्ड ही ऐसा ख़ुदा ने बनाया है की साला मज़ा खूब देता है। अम्मी भी एकदम मस्त हो रहीं थी ससुर का लन्ड चाट चाट कर। इतने में अचानक मेरी सारा दीदी कमरे में आ गयीं। वह बिना कपड़ों के थीं। शायद रात में यहाँ कोई कपड़ें न पहनता है और न पहनती है। उसके हाथ में भी एक टन टनाता हुआ लन्ड था। मैं लन्ड देख कर खुश हो गयी और जब उसका चेहरा देखो तो बोली वाओ, खालू जान तुम ? तुम मेरी दीदी की बुर ले रहे थे भोसड़ी के ? वह भी मस्ती में बोला मैं तेरी दीदी की नहीं ले रहा था तेरी दीदी मेरा ले रहीं थीं। मैंने कहा अच्छा तुझे अपने लन्ड पर इतना गुमान है। मैं देख लूंगी तेरे लन्ड को भी। तब तक दीदी ने कहा हाय सबीना तेरे ससुर का लन्ड तो बड़ा तूफानी लग रहा है। और फूफा का लन्ड तो साला देखो कैसे फुफकार रहा है। लगता हैअभी छत तोड़ कर बाहर निकल जायेगा ?
मैंने कहा - अम्मी देखो सारा दीदी क्या कह रहीं हैं ?
अम्मी बोली - तेरी दीदी की माँ की चूत ? अभी अपने खालू से चुदवाकर आ रही है बुर चोदी ?
दीदी ने कहा - अम्मी, तेरी बहन की चूत ? तेरी बहन तो गैर मर्दों से चुदवाया करती है. तो फिर खालू तो किसी की बुर में लन्ड पेलेगा ही ?
अम्मी ने फिर मजा लेते हुए कहा - सारा, तेरी भी बहन की चूत। वह भी भोसड़ी वाली सबसे चुदवाती है। देखो अभी अपने ससुर से चुदवाकर आयी है औरअब अपने फूफा से चुदवाने जा रही है।
अम्मी न यह बात मेरे लिए कहा तो मैंने भी हँसते हुए कहा - दीदी तेरी बहन की माँ का भोसड़ा ? अभी मेरा फूफा उसका भोसड़ा चोद रहा था और अब मेरा ससुर चोदेगा उसका भोसड़ा ?
दीदी ने कहा - तेरा ससुर ही नहीं तेरा खालू भी चोदेगा तेरी दीदी की माँ का भोसड़ा ?
ऐसा कह कर दीदी ने खालू का लन्ड अम्मी को पकड़ा दिया और मेरे ससुर का लन्ड खुद हाथ बढ़ा कर पकड़ लिया। दीदी ने कहा सबीना मेरा दिल तेरे ससुर के लन्ड पर आ गया है। अब तो मैं पहले इसे अपनी चूत में पेलूंगी। इन सब बातों से सबकी चूत और गरम हो गई। तब दीदी ने मेरा ससुर का लन्ड अपनी चूत में पेल लिया . लन्ड घुसते ही वह बोली हाय सबीना इसका लौड़ा तो बहुत मोटा है मादर चोद। आज तो मेरी चूत जरूर फट जाएगी। उधर खालू अम्मी का भोसड़ा चोदने लगा और मैं भी फूफा से चुदवाने लगी। मेरी चूत बुर चोदी चरमराने लगी। मैं भी मस्ती से गांड उचकाने लगी। मुझे चुदाने का मज़ा आने लगा। अम्मी भी मस्ती से धकाधक् चुदवाने लगीं। उन दोनों के साथ चुदवाने में मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। थोड़ी देर बाद अम्मी ने दीदी से ससुर का लन्ड ले लिया और अपनी चूत में घुसेड़ कर चुदवाने लगीं। दीदी ने मेरी बुर से फूफा का लन्ड निकाल कर अपनी चूत में पेल लिया और चुदवाने लगीं। मैं खालू का लन्ड पकड़ कर अपनी बुर में घुसाने लगी। मुझे इस मोटे लन्ड से चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आने लगा।
तीन तीन लन्ड से चुदवाने का मज़ा एक साथ ही मिल रहा था। तभी मैंने कहा अम्मी मेरे ससुर का लन्ड चोदो न। बस फिर अम्मी चढ़ गयी उसके लन्ड पर और गचागच चोदने लगीं उसका लन्ड। मैं अम्मी को देख कर हैरान थी की वह बिलकुल एक २० साल की लड़की की तरह धकापेल चोदे चली जा रही थीं मेरे ससुर का लन्ड ? पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से भर गया। हम तीनो खूब गन्दी गन्दी बातें करती हुई चुदवा रहीं थी और ले रहीं थी जवानी का पूरा मज़ा ?
फिर दूसरे दिन मैं अपने ससुर के साथ अपनी ससुराल आ गयी।
मैं वहां सबसे मिली तो बहुत अच्छा लगा। सबने मेरा वेलकम किया और खूब हंस हंस कर बातें की। मेरी दो नन्द हैं एक तो निगार और दूसरी समीरा। मेरी सास है मुमताज़ बेगम। तीनो मेरे खैरमकदम में लग गयीं। माहौल भी मुझे अपने माईके की ही तरह लगा। एक दिन रात में मैं उठी तो देखा की निगार के कमरे की हलकी हलकी लाइट जल रही है। मैं अंदर झाँकने लगी। अंदर का सीन देख कर मेरी तो चूत की ऐसी की तैसी हो गयी। मैंने देखा की मेरी नन्द निगार एकदम नंगी नंगी किसी का लन्ड हिला रही हैं। वह आदमी भी मेरे ससुर की उम्र का लग रहा था। उसका लन्ड भी मस्त लग रहा था। मेरे तो मुंह में पानी आ गया।
इतने में निगार बोली :- अरे नहीं हनीफअंकल ऐसा मत करो। प्लीज ऐसा बिलकुल नहीं ? तुम चाहो तो मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फेर लो। मेरी चूंचियां मसल लो। मेरे मस्त चूतड़ों पर हाथ फिरा लो। मेरे गाल चूम लो, मेरी मोटी मोटी जांघें सहला लो, मेरी चूत पर हाथ फेर लो मेरी झांटों पर उंगलियां फिरा लो। मैं भी तेरा लन्ड हिला रही हूँ न। तेरा लन्ड चूम रही हूँ, लन्ड चाट भी रही हूँ और चूस भी रही हूँ तेरा लन्ड। लेकिन जब चोदना तो पहले मेरी बहन की बुर चोदो अंकल ?
जब हनीफअंकल उसकी बहन समीरा की तरफ बढ़ा तो उसके बड़े बड़े बूब्स देख कर उसका लन्ड और तन कर खड़ा हो गया। वह समीरा की चूंचियां दबाने लगा और समीरा भी उसका लन्ड पकड़ कर प्यार से हिलाने लगी। फिर झुक कर लन्ड का टोपा चूमा और जबान निकाल कर चाटा भी। तब अंकल ने समीरा की चूत पर हाथ फेरा और मस्ताने लगा। समीरा को लगा की शायद अब यह लन्ड मेरी चूत में पेलने के फिराक में है तो वह बोली - अरे सुनो मेरे राजा तेरा लौड़ा तो बहुत जबरदस्त है। तुम पहले मेरी बहन निगार की बुर चोदो। उसकी बुर में घुसेड़ दो लन्ड । तेरा लन्ड उसकी टाइट चूत में घुसेगा तो उसे भी बड़ा मज़ा आएगा और तुम्हे भी। मेरी बहन बुर चोदी चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट है. मैंने मन में कहा हाय दईया देखो दोनों बहाने कैसे एक दूसरे की बुर चुदवाने में लगी हैं। फिर हनीफ ने तयहोदी जबरदस्ती की और लन्ड समीरा की चूत में पेल दिया। समीरा चुदवाने लगी और निगार उसके पेल्हड़ सहलाने लगी। निगार ने अपना मुंह समीरा की चूत के पास लगा दिया और बीच बीच में लन्ड समीरा की चूत से निकाल कर चाट लेती थी। उधर निगार का हाथ भी समीरा की चूत पर चल रहा था। तब मैं जान गयी की ये दोनों बहने मिलकर चुदवाती हैं। मैं भी बाहर से अपनी चूत में ऊँगली करते हुए उनकी चुदाई देखती रही। फिर दोनों बहनें एक दूसरे की चूत मे लन्ड पेल पेल कर चुदवाती रहीं और मैं देखते रही।
एक दिन मेरी सास अपनी दोनों बेटियों के साथ बातें कर रहीं थीं तभी मैं भी पहुँच गयी। बातें बड़ी मजेदार और मसाले दार हो रहीं थीं। मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं भी उसमे शामिल हो गयी।
इतना में निगार बोली - अम्मी तेरी बहू तो बड़ी हॉट है। अपने माईके से तो खूब चुदवाकर आयी होगी ?
सास बोली - माँ की लौड़ी निगार, दुल्हन अपने माईके से चाहे जितना चुदवाकर कर आयी हो पर उसकी असली चुदाई और अच्छी तरफ से चुदाई ससुराल में ही होती है।
समीरा बोली - सबीना भाभी, तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ? अब तो तुम्हे उसका भोसड़ा भी चुदवाना पड़ेगा भाभी ?
सास ने भी मुस्कराते हुए जबाब दिया - बहू, तेरी सास की बिटियों की बुर ? तेरी दोनों बुर चोदी नन्द बड़ी हरामजादी हैं। जो भी आता है उसी का लण्ड पकड़ कर घुसेड़ लेती हैं अपनी चूत में ? अभी उस दिन मेरा देवर गाँव से आया था उससे इन दोनों ने रात भर चुदवाया।
मैंने कहा - सासू जी उसका नाम हनीफ था न ?
सासू बोली - हां हां बहू यही नाम था उसका ? पर तुम्हे कैसे मालूम ?
मैंने कहा - मैंने उसे इन दोनों की चूत चोदते हुए देखा और उसका लन्ड भी देखा।
सासू जी - हाय दईया तब तो तुम्हे बड़ा मज़ा आया होगा। पर ये बता तूने उससे चुदवाया की नहीं ?
मैंने कहा - नहीं सासू जी, मुझे किसी ने पूंछा भी नहीं ?
सासू बोली - मैं कह रही थीं न ? ये दोनों भोसड़ी वाली बड़ी नामाकूल हैं। क्यों री निगार तूने अपनी भाभी की बुर क्यों नहीं चुदवाई ?
निगार बोली - अरे अम्मी मुझे तो ख्याल ही नहीं आया। अब मैं याद रखूंगी।
सास बोली - तेरी माँ का भोसड़ा निगार , तेरी बहन की चूत भोसड़ी की तू बहुत भुलक्कड़ भी है और चुदक्कड़ भी। आगे से ख्याल रखना ?
समीरा बोली - तो फिर अम्मी आज ही रख लो न एक "fucking n sucking party".
सासू बोली - हां आज ही रख लो। आज तो तेरा भोसड़ी का ससुर भी आ रहा है न समीरा। उसके भी लन्ड का मज़ा लिया जायेगा।
निगार बोली - मेरा भी देवर आ रहा है अम्मी ? उसका भी लन्ड पेला जायेगा सबकी चूत में।
मैंने कहा - अरे नन्द रानी आज तो मेरा भी खालू आ रहा है। वह भी चोद लेगा मेरी नन्द की चूत ?
निगार बोली - अरे भाभी वह तो तेरी सास का भोसड़ा भी चोदेगा।
फिर सब लोग हंसने लगे।
रात को सारा इंतज़ाम कर लिया गया। सबसे पहले समीरा का ससुर अल्ताफ आ गया। उसके बाद निगार का देवर सफी आ गया। मैं सफी को देख कर मस्त हो गयी। वह नया लड़का एकदम गोरा चिट्टा बड़ा हॉट लग रहा था। उधर मेरा खालू अतीक अहमद भी आ गया। इसका तो लन्ड मैं पकड़ चुकी हूँ और अपनी चूत में भी ले चुकी हूँ। मैंने सोंच लिया की आज इसका लन्ड मैं अपनी नन्द की बुर में और अपनी सास के भोसड़ा में पेलूंगी। थोड़ी देर में एक और आदमी आ गया। उसे देख कर सासू जी बोली आओ भोसड़ी के अरमान मैं तेरा ही इंतज़ार कर रही थी। तब तक ड्रिंक्स का सेट लग गया और हम सब शराब का मज़ा लेने लगे। मेरे दिल में बड़ी गुद गुदी हो रही थी की मैं इन सबके लन्ड का मज़ा खुले आम लूंगी।
सफी ने कहा - निगार भाभी आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो। मगर मुझे तो तेरी भाभी सबीना कुछ ज्यादा ही हॉट लग रहीं हैं।
निगार बोली - अच्छा लगता है की तेरी नियत मेरी भाभी पर ख़राब हो गयी है। तू इसकी बुर लेना चाहता है।
वह बोला - हां भाभी अगर मिल जाए तो मज़ा आ जाए। तुम्हारी बुर की तरह सबीना भाभी की भी बुर होगी ? फिर मैंने कहा - मुझे लगता है की तुम्हारा लन्ड भी बड़ा मस्ताना होगा। जब तेरा लन्ड मेरी नन्द को पसंद आ गया तो मुझे भी पसंद आ जायेगा। अब दिखाओ न मुझे अपना लन्ड देवर जी ?
मैंने ऐसा कह कर उसके पैजामे के अंदर हाथ डाल दिया। लन्ड साला पकड़ में आ गया तो दिल की धड़कने बढ़ने लगीं। तब तक निगार ने समीरा के ससुर का लन्ड हाथ घुसेड़ कर पकड़ लिया। समीरा ने अरमान का लौड़ा अपने कब्जे में किया और उसे अंदर ही अंदर हिलाने लगी। मेरी सास ने मेरे खालू का लन्ड पकड़ा उसे ऊपर चूमा और फिर हाथ घुसेड़ कर बाहर ही निकाल लिया। सास तो सबको लन्ड दिखाती हूँ उसे चाटने लगी। फिर एक मिनट के अंदर ही सबने लन्ड बाहर निकाल लिया।
लन्ड चारों टन टना कर खड़े हो गये। फिर हम सबने अपने अपने कपड़े खोल डाले। हम सबको नंगी देख कर लन्ड और उछलने लगे। हम चारों बीवियां नंगी नंगी पराये मरदों के लन्ड चूसने लगीं। सबकी निगाह सबके लन्ड पर भी थी। लन्ड साले सब के सब बड़ी मोटे मोटे और खूबसूरत थे। सबने लन्ड चूत में पेल दिया और चोदना शुरू कर दिया। हर तरफ से चुदाई की आवाज़ आने लगी।
मैंने कहा - भोसड़ी के खालू तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोदते हो, मेरी बुर लेते हो आज तुझे मेरी सास का भोसड़ा चोदने का मौक़ा मिला है। तो चोद डालो और फाड़ डालो मेरी सास का भोसड़ा। ये बुर चोदी चुदवाने में बड़ी माहिर है। अपनी बुर के साथ साथ अपनी बिटिया की भी चुदवाती है। इसलिए आज इसे चोद चोद के इसकी गांड में दम कर दो खालू। इसके बाद चोदना मेरी नन्द की मक्खन मलाई जैसी चूत।
खालू ने स्पीड बढ़ा दी और भकाभक चोदने लगा। बस दो मिनट में ही सासू का भोसड़ा बोल गया और उससे फक्क फक्क की आवाज़ आने लगी। अरमान ने उधर समीरा की चूत का हलवा बना दिया। वह भी मस्ती से गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। निगार की चूत में था उसकी बहन के ससूर का लन्ड। साला ८" का लन्ड उसकी चूत के चीथड़े उड़ाने लगा। मैं भी एकदम रंडी की तरह सफी से चुदवा रही थी। मेरी दोनों टांगें उसके कंधे पर थी और उसका लन्ड मेरी चूत में। मैं बोली हाय मेरे राजा और चोदो, पूरा पेल दो लन्ड , जैसे तुम अपनी भाभी की बुर चोदते हो वैसे ही चोदो। तेरा लन्ड बड़ा मज़ा दे रहा है। मैं तुझे अपने माईके ले चलूंगी वहां तुम चोदना मेरी माँ का भोसड़ा और मेरी भाभी की बुर ? हाय राजा अब मुझे पीछे से चोदो।
उधर निगार बोली - सफी दूसरी पारी में मेरी बहन की बुर चोदना और मेरी माँ की चूत भी। यहाँ तेरा लन्ड बड़ा मज़ा करेगा मादर चोद ?
समीरा बोली - हाय सबीना भाभी तुम तो बिलकुल हम लोगों की ही तरह हो। अपनी बुर चुदवा रही हो तुम खुल्लम खुल्ला, अपनी सास का भोसड़ा चुदवा रही हो तुम और अपनी दोनों नन्द की चूत में लन्ड पेल रही हो तुम । तू तो बहन चोद बड़ी मस्त और चुदक्कड़ निकली। मुझे ऐसी ही भाभी की जरुरत थी।
मैंने कहा - तू भी बड़ी मस्त लड़की है यार जो अपनी बहन चुदवा रही है, अपनी माँ चुदवा रही है और अपनी भाभी की बुर में लौड़ा पेल रही है। मैं भी तेरी ही तरह की नन्द चाहती थी।
सास बोली - हाय समीना तू तो मेरी पसंद की बहू निकली। मैं भी चाहती थी की मेरी बहू मेरा भोसड़ा चुदवाये। मेरे सामने ही अपनी नन्द की बुर चुदवाये और खुद हमारे सामने सबके लन्ड चोदे।
आज मेरी तमन्ना पूरी हो गयी।
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