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अपने कपड़े खोल कर मैं भी नंगी हो गई अब मुझे चोदो - Ab main nangi hun meri chudai karo
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एक दिन जब मैं अपनी ससुराल में थी तो अपनी सास के साथ बैठी हुई बातें कर रही थी। मेरी सास बड़े खुले दिल वाली हैं और हंसमुख स्वाभाव की हैं। उसे हंसी मजाक करना, खूब खुल कर बातें करना, गन्दी गन्दी बातें करना, अश्लील बातें करना अच्छा लगता है। उम्र तो उसकी ४४ साल की है मगर जब बातें करतीं है तो लगता है की वह २२ साल की हैं उससे ज्यादा नहीं ? वैसे वह डील डौल से भी अभी मस्त जवान लगतीं हैं। मुझसे बोली बहू लो थोड़ा शराब तुम भी पियो और मैं भी ? हम दोनों थोड़ी थोड़ी शराब पीने लगीं। सास इधर उधर की बातें करने के बाद वह बोली - बहू देखो तेरी नन्द हैं न बुर चोदी वो तो मेरे साथ खूब शराब पीती है और पीकर खूब हंगामा करती है। मस्ती से गालियां निकालती है तो फिर मैं भी चुप नहीं रहती। मैं भी उसकी माँ बहन चोद देती हूँ। हम दोनों के बीच खूब माँ बहन होती है। लेकिन प्यार से और एन्जॉय करने के लिए।
हम दोनों बातें कर ही रहीं थी तब तक मेरी नन्द कमरे में आ गयी। उसने हमें शराब पीते हुए देखा।
वह बोली - हाय दईया अम्मी, अभी तक तो तुम मेरी माँ चोदती हो अब क्या तुम अपनी बहू की भी माँ चोदोगी क्या ?
सास बोली - हां बिलकुल चोदूंगी ? वह तो हमारे घर की हो गयी न ? कोई गलत काम करेगी तो इसकी माँ जरूर चोदूंगी ? ये क्या कोई दूध की धुली है। इसकी तो माँ के साथ इसकी नन्द की भी बुर चोदूँगी मैं।
इतने में मेरी नन्द ने मेरा गिलास उठाया और उसकी पूरी शराब पीकर बोली :- अगर ऐसा है तो फिर मैं चोदूँगी तेरी बहू की सास का भोसड़ा ?
यह सब सुनकर मुझे भी जोश आ गया।
मैं भी बोली ;- अरे नन्द रानी, तो फिर मुझे क्या तेरा बाप चोदेगा ?
मेरी बात सुनकर दोनों सास नन्द ने बड़ी जोर का ठहाका लगाया। दोनों वाकई बहुत खुश हो गयीं। फिर हंसी जब थोड़ी थमी तो नन्द बोली भाभी जान तुम्हारा आइडिया बुरा नहीं है। तुम मेरे बाप से चुदवा लो तो अच्छा ही है। अबकी बार जब वह दुबई से आएगा तो मैं कहूँगी की अब्बू आज तुम मेरी भाभी की बुर चोदो। तब तक सास बोल पड़ी हां बहू और जब तेरा अब्बू कभी यहाँ आये तो तुम कहना अब्बू आज तुम मेरी नन्द की बुर चोदो। ठहाका एक बार फिर लगा। मैंने अपनी नन्द से कहा यार तेरे बाप का लन्ड कैसा है और कितना बड़ा है ? वह बोली भाभी अगर बता दूँगी तो फिर तुम्हे मज़ा नहीं आएगा ? वैसे तुम बताओ की तेरे बाप का लन्ड कितना बड़ा है और कैसा लगता है ? मैंने भी कहा मेरी बुर चोदी नन्द रानी बता दूँगी तो फिर तेरा मज़ा किरकिरा हो जायेगा। फिर हम दोनों हंसने लगीं।
मेरा नाम राबिया है मैं इस घर की बहू हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले हुई है। मेरी उम्र २५ साल है खूबसूरत हूँ, हॉट हूँ। मैं.स्वाभाव से भी बहुत सेक्सी हूँ। मुझे सेक्स की बातें करना और सेक्स करना दोनों बहुत अच्छा लगता है। मेरी सास हैं सूफिया बेगम। वह बहुत ही अच्छी है जिसके बारे मैं आपको ऊपर बता चुकी हूँ। मेरी नन्द है लैला। वह बुर चोदी बड़ी नटखट है। उसकी भी शादी हो चुकी है। मजे की बात यह है की घर में मेरी सास और नन्द दोनों खूब घुलमिल कर रहतीं हैं। मुझे इनकी बातों से मालूम हुआ की ये दोनों भोसड़ी वाली साथ साथ लन्ड का मज़ा लूटतीं हैं। नन्द सास की बुर में लन्ड घुसाती है और सास नन्द की बुर में। मुझे जब यह मालूम हुआ तो मैं बहुत खुश हो गयी। क्योंकि मैं भी एक ऐसी साथी चाहती हूँ जो मेरी चूत में लन्ड पेले और मैं उसकी चूत में लन्ड पेलूं। अब यहाँ तो मुझे एक नहीं दो दो सहेलियां मिल गयीं हैं।
मेरी नन्द लैला की एक बात " भाभी जब मेरा अब्बू आये तो तुम उससे चुदवा लेना" मेरे दिमाग में बैठ गयी। दूसरी सास की बात "बहू जब तेरा अब्बू आये तो तुम अपनी नन्द की बुर चुदवा लेना" मेरे दिमाग ने घर कर गई। इन सब बातों से मेरी चूत गरमा गयी.
बस मुझे लन्ड की तलब लग गयी। मेरी इच्छा लन्ड चाटने और लन्ड चूत में घुसाने की हो गयी। मैं नन्द के पास गयी और उससे कहा यार लैला तूने तो अपनी बातों से मेरी चूत में आग लगा दी है। अब इसे ठंढी कौन करेगा ? मेरे दिमाग में तेरे बाप का लन्ड घूम रहा है। जल्दी पेलो लैला अपने बाप का लन्ड मेरी चूत में नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। अब तो मुझे लन्ड चाहिए लन्ड । वह बोली लन्ड तो बहन चोद मुझे भी चाहिए भाभी। मेरे भी दिमाग में तेरे बाप का लन्ड घूम रहा है भाभी। अब जल्दी से अपने बाप को बुलाओ और पेलो उसका लन्ड मेरी चूत में। मेरी भी चूत जली जा रही है। तब तक सास भी बोल पड़ी हाय दईया तुम लोग एक दूसरे से बाप से चुदवाओगी तो मैं क्या बैठी बैठी अपनी झांटें उखाड़ूँगी ? तुम भोसड़ी वालियों को मेरे चूत का ख्याल नहीं है ? कहीं मुझे न भूल जाना बुर चोदियों, मेरी भी चूत की आग धधक उठी है। अब हम सब सोंचने लगी की क्या किया जाए ? किसका लन्ड पेला जाये सबकी चूत में ?
तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया। लैला फ़ौरन उठी और दरवाजा खोलने चली गयी। उसने जैसे ही दरवाजा खोला वैसे ही वह बोली हाय अल्ला, तुम हासिम इस समय। वह बोला हां भाभी मैं यहाँ किसी काम से आया हूँ। ट्रेन लेट हो गयी इसलिए देरी से पहुंचा। ये मेरा दोस्त है रहीम। लैला ने उन दोनों को अंदर कमरे में बैठाया और बातें करने लगी। तब तक मैं पहुँच गयी तो उसने मेरा परिचय कराया। मैं उन दोनों को देख कर मस्त हो गयी और लैला को आँख मारी। लैला ने भी मुस्कराकर जबाब दिया। मैं भी उनकी सेवा में जुट गयी। तब तक मेरी सास आ गयी। वह बोली अरे हासिम तुम कैसे हो बेटा ? वह बोला हां आंटी ठीक हूँ। ये मेरा दोस्त है रहीम। उसने भी अदब किया। तब सास बोली अच्छा बेटा अपनी भाभी से मिलने आये हो ? ये बताओ की तेरी भाभी कैसी है। तेरा ख्याल करती है की नहीं ? वह बोला भाभी मेरा बहुत ख्याल रखती हैं आंटी। मैं भाभी को बहुत चाहता हूँ। सास बोली अच्छा बेटा अपनी भाभी की कभी लेते हो ? उसने कहा आंटी क्या मतलब। सास बोली मतलब की कभी उसकी खबर लेते हो न ? वह बोला हां मैं भाभी की खबर तो लेने ही आया हूँ, आंटी ? सास ने आँख मारते हुए कहा बेटा तेरी भाभी की खबरअभी एकदम तरो ताज़ा है गर्मागरम जल्दी से ले लो ?
सब लोग हंसने लगे। वह भी समझ गया और मुस्कराने लगा। इतने में सास का फोन बजने लगा। उसने उठाया और बोली हेलो ? उधर से आवाज़ आयी अरे भाभी आप घर पे हैं न ? सास ने कहा हां घर पर ही हूँ। तुम नसीब बोल रहे हो न ? वह बोला हां भाभी आपने सही पहचाना ? मैं आपसे मिलना चाहता हूँ। सास बोली तो फिर घर आ जाओ न अभी। उसने कहा हां अभी आता हूँ। आधे घंटे में वह आ गया। मैंने उसे देखा तो अच्छा लगा। सास बोली ये मेरी दोस्त का शौहर है नसीब मियां। फिर उसने नसीब से कहा देखो ये मेरी बहू है राबिया ये मेरी बेटी है लैला और ये हासिम है मेरी बेटी का देवर और ये रहीम उसका दोस्त। अब घर में रौनक हो गयी। सास ने इशारा किया तो हमने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर दिया। हम सब खूब मस्ती से नशे का मज़ा लेने लगे। थोड़ी देर बाद वह बोला भाभी अब मैं चलूंगा। सास बोली अरे भोसड़ी के नसीब अब कहा जायेगा तू इतनी रात गये ? मैं तुझे यहाँ से नहीं जाने दूँगी। आज रात भर यहीं रहो कल चले जाना। कहो तो मैं तेरी बीवी से कह दूँ। वह बोला नहीं भाभी इसकी कोई जरुरत नहीं है। मैं रुक जाता हूँ।
नशा थोड़ा बढ़ा तो मस्ती करने माँ बहाना मिल गया।
सास ने कहा - हासिम सच बताओ तुम अपनी भाभी की बुर लेते हो, बेटा ?
वह थोड़ा शरमाया और लैला की तरफ देखा फिर सर हिला कर कहा अभी तक तो नहीं लिया आंटी।
अरे यार तुम कैसे देवर हो बहन चोद ? अपनी भाभी की बुर अभी तक नहीं लिया ? तुमने अभी तक अपनी भाभी को अपना लन्ड नहीं पकड़ाया ? तेरा लन्ड छोटा है क्या ?
नहीं आंटी ऐसी बात नहीं है। अभी तो भाभी बहुत कम दिन रही हैं हमारे घर में ?
अच्छा अगर वो बहुत दिन रहतीं तो तू उसे चोद लेता क्या ?
हां हो सकता है की मैं चोद भी लेता ?
अच्छा तेरा लन्ड बुर चोदने वाला हो गया है क्या ? ज़रा दिखाओ न मुझे अपना लन्ड।
तब तक सास ने उसके लन्ड पर हाथ रख दिया और कहा बेटा अब तुम पहले अपनी भाभी की माँ चोद कर दिखाओ। उसके बाद चोदना अपनी भाभी की बुर ?
तब तक मैंने भी रहीम के लन्ड पर हाथ रख दिया और कहा यार रहीम तुम मुझे दिखाओ अपना लन्ड ? इधर मैंने रहीम का लौड़ा बाहर निकाला तो उधर सासू ने हासिम का लौड़ा बाहर खींच लिया। तब तक लैला भी उठी और नसीब का लन्ड सहलाने लगी। तीनो लन्ड साले बाहर निकल आये और बढ़ने लगे। फिर मेरी नन्द ने मुझे नंगी कर दिया। मैंने सासू के कपडे खोल डाले और फिर लैला भी बुर चोदी नंगी हो गयी। हम सब नंगी नंगी लन्ड हिलाने में, लन्ड चाटने में और लन्ड चूसने में जुट गयीं। लन्ड तीनो अपने पूरे जोश में आकर खड़े हो गए। हम तीनो एक दूसरे को लन्ड दिखा दिखा कर लन्ड चाटने लगीं। मैंने बड़े प्यार से पूंछा रहीम तुम्हारी दोस्ती हासिम से कैसे हुई ? वह बोला हम दोनों एक ही मोहल्ले में रहतें है और एक साथ ही एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। मैंने कहा ये तो अच्छी बात है पर तुम्हारी दोस्ती कितनी गहरी है ? वह बोला सच बताऊँ भाभी मैं हासिम की बहन की बुर चोदता हूँ और हासिम मेरी बहन की बुर चोदता है। और हम दोनों ने यह तय किया है की जब हमारी शादी होगी तो मैं हासिम की बीवी चोदूंगा और हासिम मेरी बीवी चोदेगा?
तब तक सास बोली आज हासिम अपनी भाभी की माँ का भोसड़ा चोदेगा। उधर से नन्द बोली और नसीब अपनी भाभी की बिटिया की बुर चोदेगा। मैंने भी कहा की रहीम अपने दोस्त की भाभी की चूत में लन्ड पेलेगा। रहीम ने मेरी बात सुनकर लन्ड मेरी चूत टिकाया और धक्का देकर उसे अंदर ठेल दिया। लन्ड मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी बुर बहन चोद ? फिर मैं मस्ती से चुदवाने लगी। उधर नसीब का ८" का लन्ड लैला की बुर में घुस गया और हासिम भकाभक मेरी सास का भोसड़ा चोदने लगा। मैं मन में बहुत खुश थी की मेरी ससुराल में लन्ड लेने की प्रथा एकदम खुल्लम खुल्ला है। मेरी सास और नन्द दोनों बुर चोदी मेरी तरह लन्ड की दीवानी है। मैं जोश में आकर और गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मेरी नन्द और सास भी बहन चोद रंड़ियों की तरह धकाधक चुदवा रहीं थीं।
तभी उन लोगों ने एक खेल कर दिया। रहीम ने लन्ड मेरी चूत से निकाला और उसे मेरी सास के भोसड़ा में ठोंक दिया। उधर हासिम ने लन्ड सास की बुर से निकाल कर लैला की चूत में पेल दिया और नसीब अंकल ने लौड़ा लैला की चूत से निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया। हम तीनो की चूत में एक एक नया लन्ड आ गया। तब तो चुदवाने में और मज़ा आने लगा। सामूहिक चुदाई का यही यो आनंद है की इसका लौड़ा उसकी चूत में उसका लौड़ा इसकी चूत में ?
सास ने कहा :- लैला भोसड़ी की तेरे देवर का दोस्त भी बड़ा चोदू है साला। और तू बड़ी मस्ती से खुलेआम अपनी माँ चुदवा रही है ? बड़ी कामिनी और कुत्ती चीज़ है तू लैला ?
लैला ने कहा :- हाय दईया सूफिया बेगम तू अपने को देख ? तू तो भकाभक अपनी बेटी की चूत में लन्ड पेलती है। तेरी जैसी कामिनी तो दुनिया में कोई नहीं होगी। तू तो अपनी बहू की बुर भी खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। तेरी बहन का भोसड़ा ?
मैंने कहा :- यार लैला कुछ भी कहो ? मेरी सास है बड़ी मज़ेदार ? अरे यार अपनी बेटी की चूत और बहू की बुर चुदवाने के लिए गांड में दम होना चाहिए ? वो दम मेरी सास की गांड में है। मेरी सास जैसी मस्त, बिंदास और चुदक्कड़ औरत कोई और नहीं होगी ? अपने साथ अपनी बेटी और बहू की चूत चुदवाने का जज़्बा हर एक सास के पास नहीं होता ? और फिर देखो न इसकी चूत बिलकुल हम दोनों की चूत की तरह एकदम टाइट है। लन्ड साला चिपक कर घुस रहा है इसकी चूत में ?
इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें और गाली गलौज करती हुई हम तीनो ने रात भर लन्ड का मज़ा लिया और एक दूसरे की चूत में लन्ड पेल पेल कर खूब चुदवाया ?
आज रात को मेरा बाप तेरी बुर चोदेगा, भाभी
दो दिन बाद मेरा ससुर फहीम दुबई से आ गया। वैसे मैंने पहले उसे देखा था लेकिन आज मैं बड़ी अछि तरह से उसे देखने लगी। वह मुझे बड़ा सेक्सी और हॉट लगा। एकदम गोरा चिट्टा, बिना दाढ़ी मूंछ का मरद बड़ा पसंद आया। मैं मन ही मन सोंचने लगी की इसका लन्ड भी बिना झांट वाला हो तो बड़ा अच्छा होगा। तब तक मेरी नन्द आ गयी। वह बोली हाय राबिया भाभी देख मेरा बाप आ गया है। अब आज रात को मेरा बाप तुझे चोदेगा। मैंने कहा चल हट ऐसे थोडा ही चोद लेगा मुझे ? मैंने तो अभी तक उससे ठीक से बात भी नहीं की है। कहीं वह बुरा मान गया तो ,,,,,,,,,, ? वह बोली अरे नहीं भाभी मेरा अब्बू बड़ा मस्त आदमी है। वह बुरा नहीं मानता। फिर चलो मैं तुम्हे थोड़ा फ्रीक कर देती हूँ उसके साथ बात करके। वह मुझे ससुर के पास ले गयी। वहां मेरी फूफी, मेरी खाला और खाला की बेटी ज़ारा बैठी हुई थों।
मैं जब पहुंची तो ज़ारा बोल रही थी - अम्मी, देखो खालू दुबई जाकर थोड़ा मोटा हो गया है।
उसकी माँ बोली - ज़ारा बेटी वह मेरा जीजू है, मुझे उसके मोटे होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं तो देखूंगी की उसका लन्ड मोटा हुआ की नहीं ?
ज़ारा फिर बोली - अरे अम्मी लन्ड तो मोटा जरूर हो गया होगा क्योंकि वहां भी इसका लन्ड लड़कियां चोदा करता था। जो लन्ड लड़कियां चोदता है वो बहन चोद मोटा हो ही जाता है ? इसका तो लन्ड भोसड़ी का पहले से ही मोटा था अब और मोटा हो गया होगा। अब मैं इसे पकडूँगी तो ये साला और मोटा हो जायेगा।
उसकी बात से मुझे यह पता चल गया की मेरे ससुर का लन्ड मोटा है। दूसरी यह भी मालूम हो गया की मेरी खाला सास और उसकी बेटी ज़ारा दोनों ससुरी उससे चुदवाती हैं। बस मेरे अंदर गुद गुदी होने लगी। रात को करीब ११ बजे मेरी नन्द मेरे पास और बोली भाभी ज़रा मेरे साथ चलो। मैं उसके साथ चल पड़ी। उसने मुझे एक कमरे में झाँकने के लिया। मैं झाँकने लगी। मैंने देखा ज़ारा बुर चोदी एकदम नंगी नंगी किसी का लन्ड चाट रही है। लन्ड भी साला एकदम तन कर खड़ा हुआ था। नन्द बोली भाभी ये लन्ड ज़ारा के ससुर का है। ज़ारा भोसड़ी की अपने ससुर से चुदवाती है और उसका लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में भी पेलती है। दोनों साली बड़ी चुदक्कड़ हैं। तब तक मैंने देखा की खाला सास भी नंगी नंगी आकर ज़ारा के साथ ही लन्ड चाटने लगी। अब तो मेरी चूत की आग ज्वाला मुखी बन गयी। मेरी नन्द मुझे फ़ौरन अपने अब्बू के कमरे में ले गयी और बोली भाभी बस तुम घुस जाओ अंदर और पकड़ लो उसका लन्ड ?
मैं भी जोश में थी और अंदर घुस गयी। मेरे ससुर अपनी लुंगी के अंदर हाथ डाले हुए अपना लन्ड सहला रहा था। मैं पीछे खड़ी थी। तब उसने लन्ड बाहर निकाल लिया ? मैं लन्ड देख कर दंग रह गयी। ये तो साला ज़ारा के ससुर के लण्ड से भी मोटा है। मैंने हाथ बढ़ा कर लन्ड पकड़ लिया और कहा ससुर जी ये तोऔरतों की चीज है। इसे मुझे दे दो ? उसने मुझे अपनी तरफ खींच लिया। मेरी और हिम्मत बढ़ गयी। मैं झुक कर लन्ड का टोपा चाटने लगी। मैं समझ गयी की आज तो मेरी नन्द का बाप मुझे जरूर चोदेगा ? मैंने पहले उसके कपड़े खोल कर उसे नंगा कर दिया और फिर अपने कपड़े भी खोल कर मैं भी नंगी हो गई। बिना झांट का मोटा तगड़ा लन्ड पाकर मैं तो मस्त हो गयी। मैंने लन्ड का टोपा अपने मुंह में भर लिया और अंदर ही अंदर जबान उसके चारों और घुमाने लगी। वह भी कभी मेरी चूंचियां कभी मेरी चूत और कभी मेरी गांड सहलाने लगा। मेरे नंगे जिस्म से खेलने लगा।
हम दोनों 69 की तरह हो गये। लन्ड मुझे इतना प्यारा लगा की मैं उस पर थूंक थूंक कर चाटने लगी। पेल्हड़ भी पोले पोले अपने मुंह में डालने लगी। वह भी मेरी चूत चाटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था। साला अंदर तक अपनी जबान घुसा घुसा कर चाट था मेरी बुर जैसे की जबान जबान न हो बल्कि लन्ड हो ? मैं सोंचने लगी की मर्द हो तो ऐसा और लन्ड हो तो ऐसा ? फिर उसने मुझे नीचे पटक दिया। मेरी टाँगे अपनी तरफ खींच , मेरी गांड के नीचे एक तकिया लगा दी और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख लीं। उसने लन्ड मेरी चूत पर टिका दिया और गच्च से घुसा दिया अंदर। लन्ड साला सरसराता हुआ सांप की तरह बिल में घुस गया। मैं भी आह कर उठी और बोली हाय दईया बड़ा मोटा है तेरा लन्ड भोसड़ी के ससुर ?
मेरी गाली सुनकर उसका लन्ड और फूल गया। वह मुझ धकाधक चोदने लगा और मैं भी रंडी की तरह चुदवाने लगी। मुझे न तो कोई शर्म थी और न कोई डर ? मैं लन्ड पूरा का पूरा अंदर घुसवा रही थी। वह भी स्पीड बढ़ाने लगा और मुझे बड़ी बेरहमी से चोदने लगा। मैं बोली हाय अल्ला, मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरा लन्ड बड़ा दमदार है। और कस कस के चोदो मुझे। पूरा घुसेड़ के चोदो लन्ड ? साला तू तो बड़ा चोदू है। मुझे ज़ारा की तरह चोदो। ज़ारा की माँ की तरह चोदो। तुम तो बड़े बेशर्म हो। तुम तो अपनी बिटिया की भी बुर चोदते हो। उसने कहा अरे तुम्हे तो सब कुछ मालूम है बहू रानी ? मैं क्या करता तेरी नन्द ने तो खुद मेरा लन्ड पकड़ लिया था। मैंने कहा मेरी नन्द बुर चोदी खुद भी भकाभक चुदवाती है और अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाती है। बड़ी मस्त लौंडिया है मेरी नन्द, लैला ? वह भी जोश में था और मैं भी जोश में थी। हम दोनों का यह पहला मौक़ा था इसलिए मेरी चूत ढीली पड़ गयी और उसका लन्ड भी मंजिल पर पहुँचने लगा। वह बोला राबिया अब मैं निकलने वाला हूँ। बस उसके लन्ड ने उड़ेल दिया वीर्य जिसे मैं आधा तो पी गयी और आधा मेरी चूत के ऊपर गिर गया।
मैं बाथ रूम गयी वहां से फ्रेश होकर मैं बाहर चली आयी। वह भी फ्रेस होकर सो गया। मैंने आते समय लैला के कमरे में झाँकने लगी। मैंने देखा की लैला तो किसी का लन्ड चूस रही है और उसके बगल में ज़ारा भोसड़ी की झमाझम चुदवा रही है। मैं वहीँ रुक गयी और उनकी बातें सुनने लगी। तब मुझे मालूम हुआ की लैला जिसका लन्ड चूस रही है वह लन्ड ज़ारा के ससुर का लन्ड है। और ज़ारा जिससे चुदवा रही है वह उसके ससुर के दोस्त का लन्ड है। मैंने मन में कहा ये दोनों भी बुर चोदी बहुत बड़ी छिनार हैं।
आज रात को मेरा बाप तेरी बुर चोदेगा, नन्द रानी
सवेरे सवेरे लैला मेरे पास आयी और बोली हाय भाभी जान ठोंकवा लिया न मेरे बाप का लन्ड अपनी चूत में ? मैंने कहा हां ठोंकवा लिया तेरे बाप का लन्ड ? अब तू मेरे बाप का लन्ड ठोंकवा ले भोसड़ी वाली लैला ? देख कल वो आने वाला है। अपनी झांटें वगैरह बना ले। अपनी माँ का भोसड़ा भी तैयार करवा ले क्योंकि मेरा बाप तेरी माँ भो चोदेगा। वह हंसने लगी।
दूसरे दिन मेरा अब्बू फ़राज़ आ गया। वह काफी देर तक मुझसे बात करता रहा फिर अपने काम से बाहर चला गया। रात को जब वह बिस्तर पर था तो मैंने कहा अब्बू मेरी नन्द बड़ी बिंदास लड़की है। खूब मज़ा देती है और खूब गन्दी गन्दी बातें करती है। लन्ड भी खूब चाटती है और मुंह में लेती है। बिलकुल वैसे ही चुदवाती है जैसीअपने पड़ोस की साइमा चुदवाती है। और साइमा तो तेरे लन्ड से बहुत मोहब्बत करती है। लैला भी तेरे लन्ड से प्यार करने लगेगी अब्बू. आज मौक़ा है आज रात को लैला की चूत बजा लो अब्बू। बड़ा मज़ा आएगा। उसकी माँ भी भोसड़ी वाली बड़े मजे से चुदवाती है। उसकी माँ भी चोदो।
फिर मैं लैला के पास गयी और बोली हाय मेरी नन्द रानी जा न मेरे बाप के पास और फड़वा ले अपनी बुर। बाद
में फड़वा ले अपनी माँ का भोसड़ा। वह बोली हाय मेरी भाभी जान। तेरे लिए भी एक जबरदस्त खबर है। आज मेरे मियां आया है। वह तुम्हे चोदने के मूड में है। उसका लन्ड साला आपे से बाहर हुआ जा रहा है। प्लीज तुम उससे चुदवा लो भाभी, मैं तेरे बाप से चुदवाने जा रही हूँ। मैं अपनी माँ भी उससे चुदवाऊँगी। लैला मेरे अब्बू के कमरे मे घुस गयी और मैं उसके मियां को लेकर अपने कमरे में आ गयी। मैं भी खुश थी की आज एक नया लन्ड मेरी बुर चोदेगा। रात में जब अब्बू के कैमरे से धच्च धच्च भक्क भक्क फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगी तो मुझे मालूम हो गया की लाला की चूत चुद रही है और चुद रहा है उसकी माँ एक भोसड़ा ?
इधर मैं भी लैला के मियां का लन्ड मुंह में डाले हुए खूब मस्ती चपर चपर चूस रही थी। मैं तो लन्ड की बहुत बड़ी चाहने वाली हूँ। मैं हर एक लन्ड से मोहब्बत करती हूँ। मैंने से तो अब्बू के कई दोस्तों से भी चुदवाया है। इतने लन्ड मैं अपनी चूत में पेल चुकी हूँ की नाम लिखने बैठ जाऊं तो एक किताब बन जाएगी। मेरी अम्मी भी बुर चोदी लन्ड की बहुत बड़ी दीवानी है। बिना लन्ड के वह एक रात भी नहीं गुज़ार सकती। इत्तिफाक से मेरी ससुराल भी ऐसी ही मिली है जहाँ मेरी सास और नन्द दोनों बहोसी वाली गज़ब की चुदक्कड़ हैं। वो किसी से भीऔर कहीं भी चुदवा सकती हैं। मैं रात भर मस्ती से अपने नंदोई से चुदवाती रही और मेरा अब्बू रात भर मेरी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चोदता रहा।
सवेरे सवेरे नन्द आकर मुझे बोली हाय भाभी तेरे अब्बू ने वाकई मेरी चूत फाड़ डाली है। तेरे अब्बू का मादर चोद लन्ड तो बहुत बड़ा मोटा था भाभी।
एक दिन जब मैं अपनी ससुराल में थी तो अपनी सास के साथ बैठी हुई बातें कर रही थी। मेरी सास बड़े खुले दिल वाली हैं और हंसमुख स्वाभाव की हैं। उसे हंसी मजाक करना, खूब खुल कर बातें करना, गन्दी गन्दी बातें करना, अश्लील बातें करना अच्छा लगता है। उम्र तो उसकी ४४ साल की है मगर जब बातें करतीं है तो लगता है की वह २२ साल की हैं उससे ज्यादा नहीं ? वैसे वह डील डौल से भी अभी मस्त जवान लगतीं हैं। मुझसे बोली बहू लो थोड़ा शराब तुम भी पियो और मैं भी ? हम दोनों थोड़ी थोड़ी शराब पीने लगीं। सास इधर उधर की बातें करने के बाद वह बोली - बहू देखो तेरी नन्द हैं न बुर चोदी वो तो मेरे साथ खूब शराब पीती है और पीकर खूब हंगामा करती है। मस्ती से गालियां निकालती है तो फिर मैं भी चुप नहीं रहती। मैं भी उसकी माँ बहन चोद देती हूँ। हम दोनों के बीच खूब माँ बहन होती है। लेकिन प्यार से और एन्जॉय करने के लिए।
हम दोनों बातें कर ही रहीं थी तब तक मेरी नन्द कमरे में आ गयी। उसने हमें शराब पीते हुए देखा।
वह बोली - हाय दईया अम्मी, अभी तक तो तुम मेरी माँ चोदती हो अब क्या तुम अपनी बहू की भी माँ चोदोगी क्या ?
सास बोली - हां बिलकुल चोदूंगी ? वह तो हमारे घर की हो गयी न ? कोई गलत काम करेगी तो इसकी माँ जरूर चोदूंगी ? ये क्या कोई दूध की धुली है। इसकी तो माँ के साथ इसकी नन्द की भी बुर चोदूँगी मैं।
इतने में मेरी नन्द ने मेरा गिलास उठाया और उसकी पूरी शराब पीकर बोली :- अगर ऐसा है तो फिर मैं चोदूँगी तेरी बहू की सास का भोसड़ा ?
यह सब सुनकर मुझे भी जोश आ गया।
मैं भी बोली ;- अरे नन्द रानी, तो फिर मुझे क्या तेरा बाप चोदेगा ?
मेरी बात सुनकर दोनों सास नन्द ने बड़ी जोर का ठहाका लगाया। दोनों वाकई बहुत खुश हो गयीं। फिर हंसी जब थोड़ी थमी तो नन्द बोली भाभी जान तुम्हारा आइडिया बुरा नहीं है। तुम मेरे बाप से चुदवा लो तो अच्छा ही है। अबकी बार जब वह दुबई से आएगा तो मैं कहूँगी की अब्बू आज तुम मेरी भाभी की बुर चोदो। तब तक सास बोल पड़ी हां बहू और जब तेरा अब्बू कभी यहाँ आये तो तुम कहना अब्बू आज तुम मेरी नन्द की बुर चोदो। ठहाका एक बार फिर लगा। मैंने अपनी नन्द से कहा यार तेरे बाप का लन्ड कैसा है और कितना बड़ा है ? वह बोली भाभी अगर बता दूँगी तो फिर तुम्हे मज़ा नहीं आएगा ? वैसे तुम बताओ की तेरे बाप का लन्ड कितना बड़ा है और कैसा लगता है ? मैंने भी कहा मेरी बुर चोदी नन्द रानी बता दूँगी तो फिर तेरा मज़ा किरकिरा हो जायेगा। फिर हम दोनों हंसने लगीं।
मेरा नाम राबिया है मैं इस घर की बहू हूँ। मेरी शादी अभी ६ महीने पहले हुई है। मेरी उम्र २५ साल है खूबसूरत हूँ, हॉट हूँ। मैं.स्वाभाव से भी बहुत सेक्सी हूँ। मुझे सेक्स की बातें करना और सेक्स करना दोनों बहुत अच्छा लगता है। मेरी सास हैं सूफिया बेगम। वह बहुत ही अच्छी है जिसके बारे मैं आपको ऊपर बता चुकी हूँ। मेरी नन्द है लैला। वह बुर चोदी बड़ी नटखट है। उसकी भी शादी हो चुकी है। मजे की बात यह है की घर में मेरी सास और नन्द दोनों खूब घुलमिल कर रहतीं हैं। मुझे इनकी बातों से मालूम हुआ की ये दोनों भोसड़ी वाली साथ साथ लन्ड का मज़ा लूटतीं हैं। नन्द सास की बुर में लन्ड घुसाती है और सास नन्द की बुर में। मुझे जब यह मालूम हुआ तो मैं बहुत खुश हो गयी। क्योंकि मैं भी एक ऐसी साथी चाहती हूँ जो मेरी चूत में लन्ड पेले और मैं उसकी चूत में लन्ड पेलूं। अब यहाँ तो मुझे एक नहीं दो दो सहेलियां मिल गयीं हैं।
मेरी नन्द लैला की एक बात " भाभी जब मेरा अब्बू आये तो तुम उससे चुदवा लेना" मेरे दिमाग में बैठ गयी। दूसरी सास की बात "बहू जब तेरा अब्बू आये तो तुम अपनी नन्द की बुर चुदवा लेना" मेरे दिमाग ने घर कर गई। इन सब बातों से मेरी चूत गरमा गयी.
बस मुझे लन्ड की तलब लग गयी। मेरी इच्छा लन्ड चाटने और लन्ड चूत में घुसाने की हो गयी। मैं नन्द के पास गयी और उससे कहा यार लैला तूने तो अपनी बातों से मेरी चूत में आग लगा दी है। अब इसे ठंढी कौन करेगा ? मेरे दिमाग में तेरे बाप का लन्ड घूम रहा है। जल्दी पेलो लैला अपने बाप का लन्ड मेरी चूत में नहीं तो मैं तेरी माँ चोद दूँगी। अब तो मुझे लन्ड चाहिए लन्ड । वह बोली लन्ड तो बहन चोद मुझे भी चाहिए भाभी। मेरे भी दिमाग में तेरे बाप का लन्ड घूम रहा है भाभी। अब जल्दी से अपने बाप को बुलाओ और पेलो उसका लन्ड मेरी चूत में। मेरी भी चूत जली जा रही है। तब तक सास भी बोल पड़ी हाय दईया तुम लोग एक दूसरे से बाप से चुदवाओगी तो मैं क्या बैठी बैठी अपनी झांटें उखाड़ूँगी ? तुम भोसड़ी वालियों को मेरे चूत का ख्याल नहीं है ? कहीं मुझे न भूल जाना बुर चोदियों, मेरी भी चूत की आग धधक उठी है। अब हम सब सोंचने लगी की क्या किया जाए ? किसका लन्ड पेला जाये सबकी चूत में ?
तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया। लैला फ़ौरन उठी और दरवाजा खोलने चली गयी। उसने जैसे ही दरवाजा खोला वैसे ही वह बोली हाय अल्ला, तुम हासिम इस समय। वह बोला हां भाभी मैं यहाँ किसी काम से आया हूँ। ट्रेन लेट हो गयी इसलिए देरी से पहुंचा। ये मेरा दोस्त है रहीम। लैला ने उन दोनों को अंदर कमरे में बैठाया और बातें करने लगी। तब तक मैं पहुँच गयी तो उसने मेरा परिचय कराया। मैं उन दोनों को देख कर मस्त हो गयी और लैला को आँख मारी। लैला ने भी मुस्कराकर जबाब दिया। मैं भी उनकी सेवा में जुट गयी। तब तक मेरी सास आ गयी। वह बोली अरे हासिम तुम कैसे हो बेटा ? वह बोला हां आंटी ठीक हूँ। ये मेरा दोस्त है रहीम। उसने भी अदब किया। तब सास बोली अच्छा बेटा अपनी भाभी से मिलने आये हो ? ये बताओ की तेरी भाभी कैसी है। तेरा ख्याल करती है की नहीं ? वह बोला भाभी मेरा बहुत ख्याल रखती हैं आंटी। मैं भाभी को बहुत चाहता हूँ। सास बोली अच्छा बेटा अपनी भाभी की कभी लेते हो ? उसने कहा आंटी क्या मतलब। सास बोली मतलब की कभी उसकी खबर लेते हो न ? वह बोला हां मैं भाभी की खबर तो लेने ही आया हूँ, आंटी ? सास ने आँख मारते हुए कहा बेटा तेरी भाभी की खबरअभी एकदम तरो ताज़ा है गर्मागरम जल्दी से ले लो ?
सब लोग हंसने लगे। वह भी समझ गया और मुस्कराने लगा। इतने में सास का फोन बजने लगा। उसने उठाया और बोली हेलो ? उधर से आवाज़ आयी अरे भाभी आप घर पे हैं न ? सास ने कहा हां घर पर ही हूँ। तुम नसीब बोल रहे हो न ? वह बोला हां भाभी आपने सही पहचाना ? मैं आपसे मिलना चाहता हूँ। सास बोली तो फिर घर आ जाओ न अभी। उसने कहा हां अभी आता हूँ। आधे घंटे में वह आ गया। मैंने उसे देखा तो अच्छा लगा। सास बोली ये मेरी दोस्त का शौहर है नसीब मियां। फिर उसने नसीब से कहा देखो ये मेरी बहू है राबिया ये मेरी बेटी है लैला और ये हासिम है मेरी बेटी का देवर और ये रहीम उसका दोस्त। अब घर में रौनक हो गयी। सास ने इशारा किया तो हमने ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर दिया। हम सब खूब मस्ती से नशे का मज़ा लेने लगे। थोड़ी देर बाद वह बोला भाभी अब मैं चलूंगा। सास बोली अरे भोसड़ी के नसीब अब कहा जायेगा तू इतनी रात गये ? मैं तुझे यहाँ से नहीं जाने दूँगी। आज रात भर यहीं रहो कल चले जाना। कहो तो मैं तेरी बीवी से कह दूँ। वह बोला नहीं भाभी इसकी कोई जरुरत नहीं है। मैं रुक जाता हूँ।
नशा थोड़ा बढ़ा तो मस्ती करने माँ बहाना मिल गया।
सास ने कहा - हासिम सच बताओ तुम अपनी भाभी की बुर लेते हो, बेटा ?
वह थोड़ा शरमाया और लैला की तरफ देखा फिर सर हिला कर कहा अभी तक तो नहीं लिया आंटी।
अरे यार तुम कैसे देवर हो बहन चोद ? अपनी भाभी की बुर अभी तक नहीं लिया ? तुमने अभी तक अपनी भाभी को अपना लन्ड नहीं पकड़ाया ? तेरा लन्ड छोटा है क्या ?
नहीं आंटी ऐसी बात नहीं है। अभी तो भाभी बहुत कम दिन रही हैं हमारे घर में ?
अच्छा अगर वो बहुत दिन रहतीं तो तू उसे चोद लेता क्या ?
हां हो सकता है की मैं चोद भी लेता ?
अच्छा तेरा लन्ड बुर चोदने वाला हो गया है क्या ? ज़रा दिखाओ न मुझे अपना लन्ड।
तब तक सास ने उसके लन्ड पर हाथ रख दिया और कहा बेटा अब तुम पहले अपनी भाभी की माँ चोद कर दिखाओ। उसके बाद चोदना अपनी भाभी की बुर ?
तब तक मैंने भी रहीम के लन्ड पर हाथ रख दिया और कहा यार रहीम तुम मुझे दिखाओ अपना लन्ड ? इधर मैंने रहीम का लौड़ा बाहर निकाला तो उधर सासू ने हासिम का लौड़ा बाहर खींच लिया। तब तक लैला भी उठी और नसीब का लन्ड सहलाने लगी। तीनो लन्ड साले बाहर निकल आये और बढ़ने लगे। फिर मेरी नन्द ने मुझे नंगी कर दिया। मैंने सासू के कपडे खोल डाले और फिर लैला भी बुर चोदी नंगी हो गयी। हम सब नंगी नंगी लन्ड हिलाने में, लन्ड चाटने में और लन्ड चूसने में जुट गयीं। लन्ड तीनो अपने पूरे जोश में आकर खड़े हो गए। हम तीनो एक दूसरे को लन्ड दिखा दिखा कर लन्ड चाटने लगीं। मैंने बड़े प्यार से पूंछा रहीम तुम्हारी दोस्ती हासिम से कैसे हुई ? वह बोला हम दोनों एक ही मोहल्ले में रहतें है और एक साथ ही एक ही कॉलेज में पढ़ते थे। मैंने कहा ये तो अच्छी बात है पर तुम्हारी दोस्ती कितनी गहरी है ? वह बोला सच बताऊँ भाभी मैं हासिम की बहन की बुर चोदता हूँ और हासिम मेरी बहन की बुर चोदता है। और हम दोनों ने यह तय किया है की जब हमारी शादी होगी तो मैं हासिम की बीवी चोदूंगा और हासिम मेरी बीवी चोदेगा?
तब तक सास बोली आज हासिम अपनी भाभी की माँ का भोसड़ा चोदेगा। उधर से नन्द बोली और नसीब अपनी भाभी की बिटिया की बुर चोदेगा। मैंने भी कहा की रहीम अपने दोस्त की भाभी की चूत में लन्ड पेलेगा। रहीम ने मेरी बात सुनकर लन्ड मेरी चूत टिकाया और धक्का देकर उसे अंदर ठेल दिया। लन्ड मेरी चूत में घुसा तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फट गयी मेरी बुर बहन चोद ? फिर मैं मस्ती से चुदवाने लगी। उधर नसीब का ८" का लन्ड लैला की बुर में घुस गया और हासिम भकाभक मेरी सास का भोसड़ा चोदने लगा। मैं मन में बहुत खुश थी की मेरी ससुराल में लन्ड लेने की प्रथा एकदम खुल्लम खुल्ला है। मेरी सास और नन्द दोनों बुर चोदी मेरी तरह लन्ड की दीवानी है। मैं जोश में आकर और गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मेरी नन्द और सास भी बहन चोद रंड़ियों की तरह धकाधक चुदवा रहीं थीं।
तभी उन लोगों ने एक खेल कर दिया। रहीम ने लन्ड मेरी चूत से निकाला और उसे मेरी सास के भोसड़ा में ठोंक दिया। उधर हासिम ने लन्ड सास की बुर से निकाल कर लैला की चूत में पेल दिया और नसीब अंकल ने लौड़ा लैला की चूत से निकाल कर मेरी चूत में घुसा दिया। हम तीनो की चूत में एक एक नया लन्ड आ गया। तब तो चुदवाने में और मज़ा आने लगा। सामूहिक चुदाई का यही यो आनंद है की इसका लौड़ा उसकी चूत में उसका लौड़ा इसकी चूत में ?
सास ने कहा :- लैला भोसड़ी की तेरे देवर का दोस्त भी बड़ा चोदू है साला। और तू बड़ी मस्ती से खुलेआम अपनी माँ चुदवा रही है ? बड़ी कामिनी और कुत्ती चीज़ है तू लैला ?
लैला ने कहा :- हाय दईया सूफिया बेगम तू अपने को देख ? तू तो भकाभक अपनी बेटी की चूत में लन्ड पेलती है। तेरी जैसी कामिनी तो दुनिया में कोई नहीं होगी। तू तो अपनी बहू की बुर भी खुल्लम खुल्ला चुदवाती है। तेरी बहन का भोसड़ा ?
मैंने कहा :- यार लैला कुछ भी कहो ? मेरी सास है बड़ी मज़ेदार ? अरे यार अपनी बेटी की चूत और बहू की बुर चुदवाने के लिए गांड में दम होना चाहिए ? वो दम मेरी सास की गांड में है। मेरी सास जैसी मस्त, बिंदास और चुदक्कड़ औरत कोई और नहीं होगी ? अपने साथ अपनी बेटी और बहू की चूत चुदवाने का जज़्बा हर एक सास के पास नहीं होता ? और फिर देखो न इसकी चूत बिलकुल हम दोनों की चूत की तरह एकदम टाइट है। लन्ड साला चिपक कर घुस रहा है इसकी चूत में ?
इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें और गाली गलौज करती हुई हम तीनो ने रात भर लन्ड का मज़ा लिया और एक दूसरे की चूत में लन्ड पेल पेल कर खूब चुदवाया ?
आज रात को मेरा बाप तेरी बुर चोदेगा, भाभी
दो दिन बाद मेरा ससुर फहीम दुबई से आ गया। वैसे मैंने पहले उसे देखा था लेकिन आज मैं बड़ी अछि तरह से उसे देखने लगी। वह मुझे बड़ा सेक्सी और हॉट लगा। एकदम गोरा चिट्टा, बिना दाढ़ी मूंछ का मरद बड़ा पसंद आया। मैं मन ही मन सोंचने लगी की इसका लन्ड भी बिना झांट वाला हो तो बड़ा अच्छा होगा। तब तक मेरी नन्द आ गयी। वह बोली हाय राबिया भाभी देख मेरा बाप आ गया है। अब आज रात को मेरा बाप तुझे चोदेगा। मैंने कहा चल हट ऐसे थोडा ही चोद लेगा मुझे ? मैंने तो अभी तक उससे ठीक से बात भी नहीं की है। कहीं वह बुरा मान गया तो ,,,,,,,,,, ? वह बोली अरे नहीं भाभी मेरा अब्बू बड़ा मस्त आदमी है। वह बुरा नहीं मानता। फिर चलो मैं तुम्हे थोड़ा फ्रीक कर देती हूँ उसके साथ बात करके। वह मुझे ससुर के पास ले गयी। वहां मेरी फूफी, मेरी खाला और खाला की बेटी ज़ारा बैठी हुई थों।
मैं जब पहुंची तो ज़ारा बोल रही थी - अम्मी, देखो खालू दुबई जाकर थोड़ा मोटा हो गया है।
उसकी माँ बोली - ज़ारा बेटी वह मेरा जीजू है, मुझे उसके मोटे होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं तो देखूंगी की उसका लन्ड मोटा हुआ की नहीं ?
ज़ारा फिर बोली - अरे अम्मी लन्ड तो मोटा जरूर हो गया होगा क्योंकि वहां भी इसका लन्ड लड़कियां चोदा करता था। जो लन्ड लड़कियां चोदता है वो बहन चोद मोटा हो ही जाता है ? इसका तो लन्ड भोसड़ी का पहले से ही मोटा था अब और मोटा हो गया होगा। अब मैं इसे पकडूँगी तो ये साला और मोटा हो जायेगा।
उसकी बात से मुझे यह पता चल गया की मेरे ससुर का लन्ड मोटा है। दूसरी यह भी मालूम हो गया की मेरी खाला सास और उसकी बेटी ज़ारा दोनों ससुरी उससे चुदवाती हैं। बस मेरे अंदर गुद गुदी होने लगी। रात को करीब ११ बजे मेरी नन्द मेरे पास और बोली भाभी ज़रा मेरे साथ चलो। मैं उसके साथ चल पड़ी। उसने मुझे एक कमरे में झाँकने के लिया। मैं झाँकने लगी। मैंने देखा ज़ारा बुर चोदी एकदम नंगी नंगी किसी का लन्ड चाट रही है। लन्ड भी साला एकदम तन कर खड़ा हुआ था। नन्द बोली भाभी ये लन्ड ज़ारा के ससुर का है। ज़ारा भोसड़ी की अपने ससुर से चुदवाती है और उसका लन्ड अपनी माँ के भोसड़ा में भी पेलती है। दोनों साली बड़ी चुदक्कड़ हैं। तब तक मैंने देखा की खाला सास भी नंगी नंगी आकर ज़ारा के साथ ही लन्ड चाटने लगी। अब तो मेरी चूत की आग ज्वाला मुखी बन गयी। मेरी नन्द मुझे फ़ौरन अपने अब्बू के कमरे में ले गयी और बोली भाभी बस तुम घुस जाओ अंदर और पकड़ लो उसका लन्ड ?
मैं भी जोश में थी और अंदर घुस गयी। मेरे ससुर अपनी लुंगी के अंदर हाथ डाले हुए अपना लन्ड सहला रहा था। मैं पीछे खड़ी थी। तब उसने लन्ड बाहर निकाल लिया ? मैं लन्ड देख कर दंग रह गयी। ये तो साला ज़ारा के ससुर के लण्ड से भी मोटा है। मैंने हाथ बढ़ा कर लन्ड पकड़ लिया और कहा ससुर जी ये तोऔरतों की चीज है। इसे मुझे दे दो ? उसने मुझे अपनी तरफ खींच लिया। मेरी और हिम्मत बढ़ गयी। मैं झुक कर लन्ड का टोपा चाटने लगी। मैं समझ गयी की आज तो मेरी नन्द का बाप मुझे जरूर चोदेगा ? मैंने पहले उसके कपड़े खोल कर उसे नंगा कर दिया और फिर अपने कपड़े भी खोल कर मैं भी नंगी हो गई। बिना झांट का मोटा तगड़ा लन्ड पाकर मैं तो मस्त हो गयी। मैंने लन्ड का टोपा अपने मुंह में भर लिया और अंदर ही अंदर जबान उसके चारों और घुमाने लगी। वह भी कभी मेरी चूंचियां कभी मेरी चूत और कभी मेरी गांड सहलाने लगा। मेरे नंगे जिस्म से खेलने लगा।
हम दोनों 69 की तरह हो गये। लन्ड मुझे इतना प्यारा लगा की मैं उस पर थूंक थूंक कर चाटने लगी। पेल्हड़ भी पोले पोले अपने मुंह में डालने लगी। वह भी मेरी चूत चाटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था। साला अंदर तक अपनी जबान घुसा घुसा कर चाट था मेरी बुर जैसे की जबान जबान न हो बल्कि लन्ड हो ? मैं सोंचने लगी की मर्द हो तो ऐसा और लन्ड हो तो ऐसा ? फिर उसने मुझे नीचे पटक दिया। मेरी टाँगे अपनी तरफ खींच , मेरी गांड के नीचे एक तकिया लगा दी और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख लीं। उसने लन्ड मेरी चूत पर टिका दिया और गच्च से घुसा दिया अंदर। लन्ड साला सरसराता हुआ सांप की तरह बिल में घुस गया। मैं भी आह कर उठी और बोली हाय दईया बड़ा मोटा है तेरा लन्ड भोसड़ी के ससुर ?
मेरी गाली सुनकर उसका लन्ड और फूल गया। वह मुझ धकाधक चोदने लगा और मैं भी रंडी की तरह चुदवाने लगी। मुझे न तो कोई शर्म थी और न कोई डर ? मैं लन्ड पूरा का पूरा अंदर घुसवा रही थी। वह भी स्पीड बढ़ाने लगा और मुझे बड़ी बेरहमी से चोदने लगा। मैं बोली हाय अल्ला, मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरा लन्ड बड़ा दमदार है। और कस कस के चोदो मुझे। पूरा घुसेड़ के चोदो लन्ड ? साला तू तो बड़ा चोदू है। मुझे ज़ारा की तरह चोदो। ज़ारा की माँ की तरह चोदो। तुम तो बड़े बेशर्म हो। तुम तो अपनी बिटिया की भी बुर चोदते हो। उसने कहा अरे तुम्हे तो सब कुछ मालूम है बहू रानी ? मैं क्या करता तेरी नन्द ने तो खुद मेरा लन्ड पकड़ लिया था। मैंने कहा मेरी नन्द बुर चोदी खुद भी भकाभक चुदवाती है और अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाती है। बड़ी मस्त लौंडिया है मेरी नन्द, लैला ? वह भी जोश में था और मैं भी जोश में थी। हम दोनों का यह पहला मौक़ा था इसलिए मेरी चूत ढीली पड़ गयी और उसका लन्ड भी मंजिल पर पहुँचने लगा। वह बोला राबिया अब मैं निकलने वाला हूँ। बस उसके लन्ड ने उड़ेल दिया वीर्य जिसे मैं आधा तो पी गयी और आधा मेरी चूत के ऊपर गिर गया।
मैं बाथ रूम गयी वहां से फ्रेश होकर मैं बाहर चली आयी। वह भी फ्रेस होकर सो गया। मैंने आते समय लैला के कमरे में झाँकने लगी। मैंने देखा की लैला तो किसी का लन्ड चूस रही है और उसके बगल में ज़ारा भोसड़ी की झमाझम चुदवा रही है। मैं वहीँ रुक गयी और उनकी बातें सुनने लगी। तब मुझे मालूम हुआ की लैला जिसका लन्ड चूस रही है वह लन्ड ज़ारा के ससुर का लन्ड है। और ज़ारा जिससे चुदवा रही है वह उसके ससुर के दोस्त का लन्ड है। मैंने मन में कहा ये दोनों भी बुर चोदी बहुत बड़ी छिनार हैं।
आज रात को मेरा बाप तेरी बुर चोदेगा, नन्द रानी
सवेरे सवेरे लैला मेरे पास आयी और बोली हाय भाभी जान ठोंकवा लिया न मेरे बाप का लन्ड अपनी चूत में ? मैंने कहा हां ठोंकवा लिया तेरे बाप का लन्ड ? अब तू मेरे बाप का लन्ड ठोंकवा ले भोसड़ी वाली लैला ? देख कल वो आने वाला है। अपनी झांटें वगैरह बना ले। अपनी माँ का भोसड़ा भी तैयार करवा ले क्योंकि मेरा बाप तेरी माँ भो चोदेगा। वह हंसने लगी।
दूसरे दिन मेरा अब्बू फ़राज़ आ गया। वह काफी देर तक मुझसे बात करता रहा फिर अपने काम से बाहर चला गया। रात को जब वह बिस्तर पर था तो मैंने कहा अब्बू मेरी नन्द बड़ी बिंदास लड़की है। खूब मज़ा देती है और खूब गन्दी गन्दी बातें करती है। लन्ड भी खूब चाटती है और मुंह में लेती है। बिलकुल वैसे ही चुदवाती है जैसीअपने पड़ोस की साइमा चुदवाती है। और साइमा तो तेरे लन्ड से बहुत मोहब्बत करती है। लैला भी तेरे लन्ड से प्यार करने लगेगी अब्बू. आज मौक़ा है आज रात को लैला की चूत बजा लो अब्बू। बड़ा मज़ा आएगा। उसकी माँ भी भोसड़ी वाली बड़े मजे से चुदवाती है। उसकी माँ भी चोदो।
फिर मैं लैला के पास गयी और बोली हाय मेरी नन्द रानी जा न मेरे बाप के पास और फड़वा ले अपनी बुर। बाद
में फड़वा ले अपनी माँ का भोसड़ा। वह बोली हाय मेरी भाभी जान। तेरे लिए भी एक जबरदस्त खबर है। आज मेरे मियां आया है। वह तुम्हे चोदने के मूड में है। उसका लन्ड साला आपे से बाहर हुआ जा रहा है। प्लीज तुम उससे चुदवा लो भाभी, मैं तेरे बाप से चुदवाने जा रही हूँ। मैं अपनी माँ भी उससे चुदवाऊँगी। लैला मेरे अब्बू के कमरे मे घुस गयी और मैं उसके मियां को लेकर अपने कमरे में आ गयी। मैं भी खुश थी की आज एक नया लन्ड मेरी बुर चोदेगा। रात में जब अब्बू के कैमरे से धच्च धच्च भक्क भक्क फच्च फच्च की आवाज़ें आने लगी तो मुझे मालूम हो गया की लाला की चूत चुद रही है और चुद रहा है उसकी माँ एक भोसड़ा ?
इधर मैं भी लैला के मियां का लन्ड मुंह में डाले हुए खूब मस्ती चपर चपर चूस रही थी। मैं तो लन्ड की बहुत बड़ी चाहने वाली हूँ। मैं हर एक लन्ड से मोहब्बत करती हूँ। मैंने से तो अब्बू के कई दोस्तों से भी चुदवाया है। इतने लन्ड मैं अपनी चूत में पेल चुकी हूँ की नाम लिखने बैठ जाऊं तो एक किताब बन जाएगी। मेरी अम्मी भी बुर चोदी लन्ड की बहुत बड़ी दीवानी है। बिना लन्ड के वह एक रात भी नहीं गुज़ार सकती। इत्तिफाक से मेरी ससुराल भी ऐसी ही मिली है जहाँ मेरी सास और नन्द दोनों बहोसी वाली गज़ब की चुदक्कड़ हैं। वो किसी से भीऔर कहीं भी चुदवा सकती हैं। मैं रात भर मस्ती से अपने नंदोई से चुदवाती रही और मेरा अब्बू रात भर मेरी सास का भोसड़ा और नन्द की बुर चोदता रहा।
सवेरे सवेरे नन्द आकर मुझे बोली हाय भाभी तेरे अब्बू ने वाकई मेरी चूत फाड़ डाली है। तेरे अब्बू का मादर चोद लन्ड तो बहुत बड़ा मोटा था भाभी।
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