Home
» Adult-Sex-Entertainment-Club-Chudai-ki-Dukan
» यहाँ लड़कियां लण्ड चूसने के लिए आतीं हैं - Yahan ladkiyan land chusne ke liye aati hai
यहाँ लड़कियां लण्ड चूसने के लिए आतीं हैं - Yahan ladkiyan land chusne ke liye aati hai
यहाँ लड़कियां लण्ड चूसने के लिए आतीं हैं - Yahan ladkiyan land chusne ke liye aati hai ; Mast aur jabardast chudai ; chud gayi ; chudwa li ; chod di ; chod di ; choda chadi aur chudas ; antarvasna kamvasna kamukta ; chudwane aur chudne ke khel ; chut gand bur chudwaya ; lund land lauda chusne chuswane chusai chusa cudai coda cudi ; Hindi Sex Story ; Porn Stories ; Chudai ki kahani.
यह एक ऐसा प्राइवेट और गोपनीय क्लब है जिसमें कॉलेज के लड़के और लड़कियां आती हैं। यहाँ उन्हें पूरी आज़ादी मिलती हैं। यहाँ दारू पीने की आज़ादी, सिगरेट पीने की आज़ादी और नंगे रहने की आज़ादी होती है। लड़कियों को लण्ड पकड़ने की आज़ादी होती है और लड़कों को चूँचियाँ पकड़ने की, चूत पर हाथ फेरने की और चूत चाटने की भी। अगर उत्तेजना बढ़ जाए तो चूत में लण्ड पेलने की भी आज़ादी होती है। लेकिन हां उसके लिए अलग कमरे में जाना पड़ता है। अक्सर यह देखा गया है की लड़कियां मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती हैं। वे अक्सर लण्ड पीने ही आतीं हैं। लड़कों को भी लड़कियों से मुठ्ठ मरवाने में बड़ा मज़ा आता है। आजकल लड़कियां लण्ड मुंह में लेने के लिए पागल रहतीं हैं। घर से निकलती है कॉलेज के लिए और पहुँच जाती हैं यहाँ लण्ड पीने के लिए। एक एक लड़की २ - २. ३ - ३ लण्ड पीकर जाती है। वह जिस तरह के लण्ड की डिमांड करती है उसे उसकी तरह का लण्ड दिया जाता है।
यहाँ पर सिगरेट पीने की, चिलम और हुक्का पीने का भी इंतज़ाम है। लड़कियां बड़े प्यार से हुक्का पीती है और लण्ड भी हुक्का की तरह पीती हैं। आपको यह जानकार बड़ी हैरानी होगी की लड़कियां अपनी चूत से भी सिगरेट पीती हैं। जी हां उनकी चूत भी सिगरेट पीती है। चूत सिगरट अपनी तरफ खींचती है और फिर चूत मस्ती से धुआं भी निकालती है। जिन लोगों को मेरी बात पर भरोसा न हो वो खुद बैंकाक जाकर देख लें। बैंकाक और पटाया में एक दर्जन लड़कियां नंगी नंगी स्टेज पर अपनी चूत से सिगरेट पीती हैं और धुंआ निकालती हैं।
धीरे धीरे इस क्लब में हर तरह के लण्ड की व्यवस्था हो गयी है। यहाँ गोरे लण्ड, काले लण्ड, मोटे लण्ड, लम्बे लण्ड, टेढ़े लण्ड, कटे लण्ड, समूचे लण्ड, झांट वाले लण्ड, बिना झांट वाले लण्ड, देशी लण्ड विदेशी लण्ड, और सबसे बड़ी बात की २० साल से लगाकर ७० साल के लण्ड भी मिल जातें हैं।
एक बार अगर आपका नाम रजिस्टर हो गया तो फिर आप जब चाहे तब जा सकती हैं और एन्जॉय कर सकती हैं। यह प्रायः सवेरे ८ बजे खुल जाता है और शाम को ८ बजे बंद हो जाता है। दिन भर यहाँ लड़के लड़कियां खूब एन्जॉय करते हैं। वैसे तो यह क्लब और लड़कियों के लिए है लेकिन इसमें बड़े लोग भी आ जा सकते हैं। उनके लिए भी पूरी व्यवस्था है। लोग खूब आतें हैं। कभी कभी जोड़े के साथ आतें हैं। मियां बीवी भी आतें हैं। बीवी अपनी मियां के सामने किसी और का लण्ड पीती है और मियां का लण्ड उसकी बीवी के सामने कोई और लड़की पीती है।
लण्ड पीने में चूत चाटना, चूँचियाँ चूसना, मसलना, पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराना, लण्ड फिराना, पेल्हड़ सहलाना, लण्ड पूरे शरीर पर घुमाना सब शामिल है जिसे आप ओरल सेक्स कहतें हैं। मतलब यह की सिर्फ चोदना या गाड़ में लण्ड पेलने को छोड़ कर सब कुछ करना इन श्रेणी में आता है और यही लड़के /लड़कियां करने आतीं हैं। अगर किसी को चोदने या चुदाने की जरुरत है तो उसकी ब्यवस्था अलग से कर दी जाती है। वहां भी सब ग्रुप में सब लोग लड़कियों की बुर चोदते है और लड़कियां भी सबके लण्ड चोदती हैं। न चोदने के लिए कोई मना कर सकता है और न चुदवाने के लिए ?
मैं पूजा, रेनू, मैंडी, बरखा और हुमा पांचो पक्की सहेलियां है और एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। हमारा फाइनल ईयर हैं और हम लोग जयदा से ज्यादा एन्जॉय करना चाहती हैं। हम आपस में खूब मस्ती करतीं हैं, गालियां बकती हैं, पोर्न फिल्म देखती हैं, एक दूसरे के सामने नंगी हो जातीं हैं और सब मिलकर लण्ड पकड़ती हैं। लण्ड का शिकार करती हैं और फिर एक एक करके हम सब लण्ड एन्जॉय करती हैं। एक दिन मैंने कहा चलो यार आज बाहर कहीं लण्ड पिया जाये ? रेनू बोली अरे बहार कहाँ मिलेगें लण्ड ? मैंने कहा मुझे मालूम है वह जगह जहाँ लण्ड ही लण्ड मिलते हैं। चलो तो हमारे साथ तुम लोग ? मगर हां यह तो बता दो की तुम लोगों को किस तरह के लण्ड चाहिए ?
रेनू बोली :- मुझे तो मोटा और मरदाना लण्ड चाहिए।
मैंडी बोली :- मुझे तो कड़क, मोटा और छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड चाहिए।
बरखा ने कहा :- मुझे तो एकदम चिकना बिना झांट वाला लण्ड चाहिए और सुपाड़ा साफ़ सुथरा हो और पूरा खुलता भी हो ? कुछ लोगों के लण्ड का टोपा पूरा खुलता नहीं है. मुझे ऐसे लण्ड बिलकुल पसंद नहीं ?
हुमा बोली :- अरी भोसड़ी की बरखा तो फिर तू कोई मुस्लिम लण्ड ले ले। लण्ड का सुपाड़ा हमेशा खुला ही रहता है।
बरखा ने कहा :- अच्छा, तो जब तेरी शादी हो जाएगी तो मैं तेरे मियां का लण्ड लिया करूगी।
मैंने कहा :- अरे हुमा तू तो बता तझे कैसा लण्ड चाहिए।
हुमा बोली :- मुझे तो कोई अरबी लण्ड चाहिए जो लगभग १०" का हो जिसका टोपा ही ३" का हो ? एकदम गोरा चिट्टा बिना झांट का लण्ड हो ? जैसे किसी शेख का लण्ड ?
इन सबको लेकर मैं वहीँ पहुचंही गयी जहाँ लण्ड मिलते हैं। मैं हॉल में बैठी थी तभी एक जवान लेडी अपनी बड़ी बड़ी चूँचियाँ खोले हुए आयी और बोली मैं यहाँ की मैनेजर हूँ। मेरा नाम है नेहा चोपड़ा मैं यहाँ हुई सब लड़कियों के लिए लण्ड पीने का इंतज़ाम करती हूँ। हां तो पूजा मेम बोलो किस तरह के लण्ड चाहिए आपको ? मैंने कहा एक मोटा और मर्दाना लण्ड, एक छोटी छोटी झांटों वाला मोटा लण्ड, एक चिकना बिना झांट का साफ़ सुथरा खुला टोपा वाला लण्ड, एक अरबी कड़क और बड़ा लण्ड और एक साउथ अफ्रीकन ८" का काला गद्दावर लण्ड मेरे लिए।
उसने पूंछा :- आप अलग कमरे में लेकर जाएगी की सबके साथ हॉल में पियेगीं लण्ड ?
मैंने कहा :- हम लोग हॉल में ही लण्ड पियेगीं ताकि हम सबको लण्ड पीते हुए देख सकें ? और हां हम पांचो आपस में लण्ड की अदला बदली कर सकेगीं न ?
वह बोली :- हां हां बिलकुल ? आप लण्ड की स्वैपिंग कर सकती हैं। अब आप लोग अपने अपने कपड़े उतारिये और बिलकुल नंगी हो जाइये। मैं अभी आती हूँ। हम सब मस्ती से कपड़े खोलने लगीं और दो मिनट में ही नंगी हो गईं। हम सब एक दूसरे को नंगी देख कर बड़ी उत्तेजित हो गईं।
बस १५ मिनट में ही वह ५ जवान लड़के एकदम नंगे नंगे लेकर आ गयी और बोली पूजा मेम लो आपके मन के लण्ड आ गये है। मैं एक एक लण्ड आपको पकड़ाती जाऊं ? की आप खुद ही पकड़ लगीं ? मैंने कहा हम लोग अपने मन माफिक लण्ड पकड़ लेगीं । वह बोली ठीक है और हां आपके लिए एक विशेष डिस्काउंट है मेम। आप हर एक लण्ड को दो बार पी सकती हैं। मतलब यह की अगर एक लण्ड खलास हो जाए तो उसे आधे घंटे के बाद आप दुबारा खड़ा कर सकती है और फिर पी सकती हैं। इस तरह ये पांचों लण्ड आप दो दो बार पी सकती हैं अकेले अकेले भी और मिलकर भी।
फिर वह हम सबको एक बड़े हॉल में ले गयी। वहां मैंने देखा की कई लड़कियां नंगी नंगी लण्ड पी रही हैं। हॉल तो खचाखच। चारों तरफ लण्ड ही लण्ड, चूँची ही चूँची, चूत ही चूत और गांड ही गांड। ऐसा नज़ारा हम पहली बार देख रहीं थीं। उसमे कुछ अंकल लोग भी थे एकदम नंगे नंगे और आंटी भी नंगी नंगी। मैंने पूंछा तो उसने बताया की ये लोग सब मियां बीवियां हैं कपल्स है जो इसमें शामिल हैं। बीवियां पराये मर्दों के लण्ड या फिर लड़कों के लण्ड पी रही है और मिया लड़कियों को और परायी बीवियों को अपना लण्ड पिला रहे हैं। अभी ये सब पीछे दूसरी बिल्डिंग में जाकर दूसरों की बीवियां चोदेगें और बीवियां दूसरों के मियों से चुदवायेगीं। मैंने मन में कहा चलो शादी के बाद भी मुझे यहाँ आने का मौक़ा मिलेगा।
वहीं पर मैंने रेनू को विकी का लण्ड पकड़ा दिया जो की मोटा भी था और मरदाना भी। मैंडी को शेखर का लण्ड पकड़ाया जिसकी छोटी छोटी झांटें थी और लण्ड मोटा था और कड़क भी। बरखा को रोहन का बिना झांट का चिकना लण्ड पकड़ाया जिसका सुपाड़ा एकदम साफ सुथरा चकाचक था। हुमा को १०" वाला अरबी लण्ड लण्ड पकड़ा दिया जो की शेख अब्दुला का था और मैंने मेंडोज़ा साउथ अफ्रीकन ८" का चिकना काला लण्ड पकड़ लिया। हम सब अपना अपना लण्ड बड़े प्यार से चाटने लगीं।
सच बताऊँ दोस्तों, मैंने पहली बार आज कोई काला लण्ड पकड़ा है। मैंने ऐसा लण्ड अभी तक सिर्फ पोर्न में ही देखा था। आज तो यह मेरे हाथ में है। काला मोटा तगड़ा लण्ड इतना खूबसूरत होता है यह मुझे आज ही पता चला। सबकी निगाहें मेरे ही लण्ड पर ही टिकीं थीं और मैं सबके लण्ड देख रही थी। सबने लण्ड का सुपाड़ा मुंह में ले रखा था। मैंने भी लण्ड सुपाड़ा मुंह में भर कर चूस रही थी। बार बार बाहर निकाल निकाल कर चूस रही थी। आम की गुठली की तरह चूस रही थी उसका लण्ड।
पूरे हॉल में लण्ड चूसने चाटने की आवाजें आ रहीं थीं। छप्प छप्प, चूं चूं , चीं चीं, चूं चूं, पचर पचर, फच्च फच्च, चप्प चप्प, चों चों की आवाज़ें बड़ी अच्छी लग रहीं थीं। कोई लण्ड चूम रही थी कोई चाट रही थी, कोई पेलहड़ चुम रही थी, कोई पेल्हड़ मुंह में लेकर चभुला रही थी, कोई लण्ड का टोपा चाट रही थी, कोई टोपा पर लार टपका रही थी, कोई लण्ड का सड़का मार रही थी, कोई लण्ड की लार चाट रही थी, कोई लण्ड पर बार बार थूक थूक कर चाट रही थी, कोई लण्ड अपनी चूँचियों से लड़ा रही थी। कोई चूँचियों के बीच लण्ड घुसेड़ कर मज़ा ले रही थी, कोई लण्ड अपने पेट पर फेर रही थी। कोई लण्ड अपने पूरे मुंह में ले रही थी, कोई नाक पर, माथे पर, गाल पर, होठों पर लण्ड घुमा रही थी, कोई लण्ड पुचकार रही थी, कोई मुठ्ठ मार कर लण्ड पी रही थी, कोई लण्ड की पिचकारी अपने मुंह में ले रही थी, कोई चूँचियों पर वीर्य गिरवा रही थी, कोई लण्ड को दोनों हाथों के बीच रख कर मथानी की तरह मथ रही थी, कोई एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए दूसरे हाथ से मुठ्ठ मार रही थी, कोई नीबू की तरह झड़ता हुआ लण्ड निचोड़ रही थी और कोई ,,,,,,,,,,,?
मेरी निगाह उन बीवियों पर भी थी जो पराये मरदों के लण्ड चाट रहीं थीं। मैं ऐसी बीवियों के चेहरे पर लण्ड चाटने की चमक देख रही थी । एक बात तो सच है की ये बीवियां इतनी मस्ती से कभी अपने मियां का लण्ड नहीं चाटती होगी। इन बुर चोदियों को पराये मरदों के लण्ड बड़े प्यारे लगते हैं। यही हाल इन मरदों का भी है। वो भी बड़े मजे से परायी बीवियों को अपना लण्ड चटवाने का मज़ा लूट रहे हैं। कभी अपनी बीवी को इतनी अच्छी तरह से लण्ड नहीं चटवाया होगा ? कुछ भी हो मैं तो खुश थी की मैं भी इसी तरह शादी के बाद पराये मरदों के लण्ड का मज़ा लेती रहूंगी।
फिर एकदम से मेरी नज़र विकी के लण्ड पर पड़ी. मेरा दिल उस पर आ गया तो मैंने लण्ड रेनू से छीन लिया और उसे चाटने लगी. रेनू ने मैंडी से शेखर का लण्ड छीन लिया वह भी मस्ती से लौड़ा चाटने लगी, मैंडी ने रोहन का लण्ड बरखा के हाथों से ले लिया और उसे हिला हिला कर मस्ती करने लगी। इतने में बरखा ने हुमा के हाथ से अरब शेख़ का लण्ड ले लिया। उसे भी कटा लण्ड पसंद आ गया। वह भी लण्ड का टोपा चाटने लगी और फिर हुमा ने मेरे हाथ से मेंडोज़ा का काला लौड़ा अपने कब्जे में ले लिया। उसे भी काले लण्ड से प्यार हो गया। मजे की बात यह रही की लण्ड दूसरी लड़की के हाथ में जाकर भोसड़ी वाले और उछलने लगे।
सभी लड़कियां अपने अपने हिसाब से लण्ड के साथ खेलने लगीं और लण्ड का सड़का मारने लगीं। लण्ड वाले की आँखों से आँख मिलाकर सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है।
रेनू बोली :- यार पूजा, वैसे तो मैंने कई लौंड़ों का मुठ्ठ मारा है पर आज जो मज़ा मुठ्ठ मारने आ रहा है वह मज़ा पहले कभी नहीं आया। मैं तो चाहती हूँ की मैं इसी तरह सबके साथ हर रोज़ नये नये लण्ड का मुठ्ठ मारूं ?
बरखा बोली :- हाय रेनू तू माँ की लौड़ी बिलकुल सही कह रही है। आज लगता है की हम लोग जवानी का असली मज़ा लूट रही हैं। यार ग्रुप में चुदाना ग्रुप में लण्ड चोदना कितना अच्छा होता है ?
हुमा बोली :- यार मेरा मन तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने का हो रहा है। इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड जब मैं अपनी माँ की चूत में पेलूंगी तो कितना मज़ा आयेगा । मैं तो किसी दिन अम्मी को लाऊंगी और उसकी बुर भकाभक चुदवाऊंगी ? और वह भी मेरी चूत में लण्ड घुसाने में देर नहीं लगाती बुर चोदी ?
मैंडी ने कहा :- हां यार माँ चुदाने का मज़ा कुछ और ही है। मैं तो पिछले दो साल से अपनी माँ चुदवा रही हूँ। यह तो गोल्डन चांस है ?
उधर सबने मुठ्ठ मारने की स्पीड बढ़ा दी। लण्ड भीअब खलास होने ही वाले ही थे। सबने अपना अपना मुंह लण्ड
के सामने कर लिया। मैं और भी लड़कियों को देख रही थी। सब की सब भोसड़ी वाली बड़ी शिद्दत से लंड का मुठ्ठ मारने में जुटीं थी। मुठ्ठ मारने की आवाज़ें तेज होती जा रही थीं। लड़कों की सीसियाने की आवाज़ें भी बढ़ने लगी थीं। पूरे हाल में एक मस्ती और जोश का माहौल हो गया था। इतने में एक एक करके लण्ड पिचकारी मारने लगे। हम सबके मुंह में ही झड़ने लगे लण्ड। मजे की बात यह थी हम सबने पिचकारी कैच कर ली और सारा सारा का वीर्य या तो पी गयी या फिर चाट चाट कर अंदर ले लिया। आज लण्ड का टेस्ट वाकई बहुत ज्यादा ही अच्छा लग रहा था। फिर हम एक दूसरे का लण्ड भी चाटने लगीं।
बाद में हमने कहा - यार एक बात का वादा करो की जब हमारी शादी हो जाएगी तो हम सब एक दूसरे के मियां का लण्ड एक दूसरे के सामने पियेगीं। एक दूसरे के मियां का लण्ड चोदेगीं। वो भी भोसड़ी वाले एक दूसरे की बीवी चोद कर मज़ा लेगें। सबने हां कह दी और तब हम वापस अपने अपने घर चली गयी।
दो दिन के बाद मैं फिर लण्ड पीने पहुँच गई और उसके बाद हर दिन वहाँ जाती और २/३ लण्ड पीकर आती। यह सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक मेरी शादी नहीं हो गयी।
यह एक ऐसा प्राइवेट और गोपनीय क्लब है जिसमें कॉलेज के लड़के और लड़कियां आती हैं। यहाँ उन्हें पूरी आज़ादी मिलती हैं। यहाँ दारू पीने की आज़ादी, सिगरेट पीने की आज़ादी और नंगे रहने की आज़ादी होती है। लड़कियों को लण्ड पकड़ने की आज़ादी होती है और लड़कों को चूँचियाँ पकड़ने की, चूत पर हाथ फेरने की और चूत चाटने की भी। अगर उत्तेजना बढ़ जाए तो चूत में लण्ड पेलने की भी आज़ादी होती है। लेकिन हां उसके लिए अलग कमरे में जाना पड़ता है। अक्सर यह देखा गया है की लड़कियां मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती हैं। वे अक्सर लण्ड पीने ही आतीं हैं। लड़कों को भी लड़कियों से मुठ्ठ मरवाने में बड़ा मज़ा आता है। आजकल लड़कियां लण्ड मुंह में लेने के लिए पागल रहतीं हैं। घर से निकलती है कॉलेज के लिए और पहुँच जाती हैं यहाँ लण्ड पीने के लिए। एक एक लड़की २ - २. ३ - ३ लण्ड पीकर जाती है। वह जिस तरह के लण्ड की डिमांड करती है उसे उसकी तरह का लण्ड दिया जाता है।
यहाँ पर सिगरेट पीने की, चिलम और हुक्का पीने का भी इंतज़ाम है। लड़कियां बड़े प्यार से हुक्का पीती है और लण्ड भी हुक्का की तरह पीती हैं। आपको यह जानकार बड़ी हैरानी होगी की लड़कियां अपनी चूत से भी सिगरेट पीती हैं। जी हां उनकी चूत भी सिगरेट पीती है। चूत सिगरट अपनी तरफ खींचती है और फिर चूत मस्ती से धुआं भी निकालती है। जिन लोगों को मेरी बात पर भरोसा न हो वो खुद बैंकाक जाकर देख लें। बैंकाक और पटाया में एक दर्जन लड़कियां नंगी नंगी स्टेज पर अपनी चूत से सिगरेट पीती हैं और धुंआ निकालती हैं।
धीरे धीरे इस क्लब में हर तरह के लण्ड की व्यवस्था हो गयी है। यहाँ गोरे लण्ड, काले लण्ड, मोटे लण्ड, लम्बे लण्ड, टेढ़े लण्ड, कटे लण्ड, समूचे लण्ड, झांट वाले लण्ड, बिना झांट वाले लण्ड, देशी लण्ड विदेशी लण्ड, और सबसे बड़ी बात की २० साल से लगाकर ७० साल के लण्ड भी मिल जातें हैं।
एक बार अगर आपका नाम रजिस्टर हो गया तो फिर आप जब चाहे तब जा सकती हैं और एन्जॉय कर सकती हैं। यह प्रायः सवेरे ८ बजे खुल जाता है और शाम को ८ बजे बंद हो जाता है। दिन भर यहाँ लड़के लड़कियां खूब एन्जॉय करते हैं। वैसे तो यह क्लब और लड़कियों के लिए है लेकिन इसमें बड़े लोग भी आ जा सकते हैं। उनके लिए भी पूरी व्यवस्था है। लोग खूब आतें हैं। कभी कभी जोड़े के साथ आतें हैं। मियां बीवी भी आतें हैं। बीवी अपनी मियां के सामने किसी और का लण्ड पीती है और मियां का लण्ड उसकी बीवी के सामने कोई और लड़की पीती है।
लण्ड पीने में चूत चाटना, चूँचियाँ चूसना, मसलना, पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराना, लण्ड फिराना, पेल्हड़ सहलाना, लण्ड पूरे शरीर पर घुमाना सब शामिल है जिसे आप ओरल सेक्स कहतें हैं। मतलब यह की सिर्फ चोदना या गाड़ में लण्ड पेलने को छोड़ कर सब कुछ करना इन श्रेणी में आता है और यही लड़के /लड़कियां करने आतीं हैं। अगर किसी को चोदने या चुदाने की जरुरत है तो उसकी ब्यवस्था अलग से कर दी जाती है। वहां भी सब ग्रुप में सब लोग लड़कियों की बुर चोदते है और लड़कियां भी सबके लण्ड चोदती हैं। न चोदने के लिए कोई मना कर सकता है और न चुदवाने के लिए ?
मैं पूजा, रेनू, मैंडी, बरखा और हुमा पांचो पक्की सहेलियां है और एक ही कॉलेज में पढ़ती हैं। हमारा फाइनल ईयर हैं और हम लोग जयदा से ज्यादा एन्जॉय करना चाहती हैं। हम आपस में खूब मस्ती करतीं हैं, गालियां बकती हैं, पोर्न फिल्म देखती हैं, एक दूसरे के सामने नंगी हो जातीं हैं और सब मिलकर लण्ड पकड़ती हैं। लण्ड का शिकार करती हैं और फिर एक एक करके हम सब लण्ड एन्जॉय करती हैं। एक दिन मैंने कहा चलो यार आज बाहर कहीं लण्ड पिया जाये ? रेनू बोली अरे बहार कहाँ मिलेगें लण्ड ? मैंने कहा मुझे मालूम है वह जगह जहाँ लण्ड ही लण्ड मिलते हैं। चलो तो हमारे साथ तुम लोग ? मगर हां यह तो बता दो की तुम लोगों को किस तरह के लण्ड चाहिए ?
रेनू बोली :- मुझे तो मोटा और मरदाना लण्ड चाहिए।
मैंडी बोली :- मुझे तो कड़क, मोटा और छोटी छोटी झांटों वाला लण्ड चाहिए।
बरखा ने कहा :- मुझे तो एकदम चिकना बिना झांट वाला लण्ड चाहिए और सुपाड़ा साफ़ सुथरा हो और पूरा खुलता भी हो ? कुछ लोगों के लण्ड का टोपा पूरा खुलता नहीं है. मुझे ऐसे लण्ड बिलकुल पसंद नहीं ?
हुमा बोली :- अरी भोसड़ी की बरखा तो फिर तू कोई मुस्लिम लण्ड ले ले। लण्ड का सुपाड़ा हमेशा खुला ही रहता है।
बरखा ने कहा :- अच्छा, तो जब तेरी शादी हो जाएगी तो मैं तेरे मियां का लण्ड लिया करूगी।
मैंने कहा :- अरे हुमा तू तो बता तझे कैसा लण्ड चाहिए।
हुमा बोली :- मुझे तो कोई अरबी लण्ड चाहिए जो लगभग १०" का हो जिसका टोपा ही ३" का हो ? एकदम गोरा चिट्टा बिना झांट का लण्ड हो ? जैसे किसी शेख का लण्ड ?
इन सबको लेकर मैं वहीँ पहुचंही गयी जहाँ लण्ड मिलते हैं। मैं हॉल में बैठी थी तभी एक जवान लेडी अपनी बड़ी बड़ी चूँचियाँ खोले हुए आयी और बोली मैं यहाँ की मैनेजर हूँ। मेरा नाम है नेहा चोपड़ा मैं यहाँ हुई सब लड़कियों के लिए लण्ड पीने का इंतज़ाम करती हूँ। हां तो पूजा मेम बोलो किस तरह के लण्ड चाहिए आपको ? मैंने कहा एक मोटा और मर्दाना लण्ड, एक छोटी छोटी झांटों वाला मोटा लण्ड, एक चिकना बिना झांट का साफ़ सुथरा खुला टोपा वाला लण्ड, एक अरबी कड़क और बड़ा लण्ड और एक साउथ अफ्रीकन ८" का काला गद्दावर लण्ड मेरे लिए।
उसने पूंछा :- आप अलग कमरे में लेकर जाएगी की सबके साथ हॉल में पियेगीं लण्ड ?
मैंने कहा :- हम लोग हॉल में ही लण्ड पियेगीं ताकि हम सबको लण्ड पीते हुए देख सकें ? और हां हम पांचो आपस में लण्ड की अदला बदली कर सकेगीं न ?
वह बोली :- हां हां बिलकुल ? आप लण्ड की स्वैपिंग कर सकती हैं। अब आप लोग अपने अपने कपड़े उतारिये और बिलकुल नंगी हो जाइये। मैं अभी आती हूँ। हम सब मस्ती से कपड़े खोलने लगीं और दो मिनट में ही नंगी हो गईं। हम सब एक दूसरे को नंगी देख कर बड़ी उत्तेजित हो गईं।
बस १५ मिनट में ही वह ५ जवान लड़के एकदम नंगे नंगे लेकर आ गयी और बोली पूजा मेम लो आपके मन के लण्ड आ गये है। मैं एक एक लण्ड आपको पकड़ाती जाऊं ? की आप खुद ही पकड़ लगीं ? मैंने कहा हम लोग अपने मन माफिक लण्ड पकड़ लेगीं । वह बोली ठीक है और हां आपके लिए एक विशेष डिस्काउंट है मेम। आप हर एक लण्ड को दो बार पी सकती हैं। मतलब यह की अगर एक लण्ड खलास हो जाए तो उसे आधे घंटे के बाद आप दुबारा खड़ा कर सकती है और फिर पी सकती हैं। इस तरह ये पांचों लण्ड आप दो दो बार पी सकती हैं अकेले अकेले भी और मिलकर भी।
फिर वह हम सबको एक बड़े हॉल में ले गयी। वहां मैंने देखा की कई लड़कियां नंगी नंगी लण्ड पी रही हैं। हॉल तो खचाखच। चारों तरफ लण्ड ही लण्ड, चूँची ही चूँची, चूत ही चूत और गांड ही गांड। ऐसा नज़ारा हम पहली बार देख रहीं थीं। उसमे कुछ अंकल लोग भी थे एकदम नंगे नंगे और आंटी भी नंगी नंगी। मैंने पूंछा तो उसने बताया की ये लोग सब मियां बीवियां हैं कपल्स है जो इसमें शामिल हैं। बीवियां पराये मर्दों के लण्ड या फिर लड़कों के लण्ड पी रही है और मिया लड़कियों को और परायी बीवियों को अपना लण्ड पिला रहे हैं। अभी ये सब पीछे दूसरी बिल्डिंग में जाकर दूसरों की बीवियां चोदेगें और बीवियां दूसरों के मियों से चुदवायेगीं। मैंने मन में कहा चलो शादी के बाद भी मुझे यहाँ आने का मौक़ा मिलेगा।
वहीं पर मैंने रेनू को विकी का लण्ड पकड़ा दिया जो की मोटा भी था और मरदाना भी। मैंडी को शेखर का लण्ड पकड़ाया जिसकी छोटी छोटी झांटें थी और लण्ड मोटा था और कड़क भी। बरखा को रोहन का बिना झांट का चिकना लण्ड पकड़ाया जिसका सुपाड़ा एकदम साफ सुथरा चकाचक था। हुमा को १०" वाला अरबी लण्ड लण्ड पकड़ा दिया जो की शेख अब्दुला का था और मैंने मेंडोज़ा साउथ अफ्रीकन ८" का चिकना काला लण्ड पकड़ लिया। हम सब अपना अपना लण्ड बड़े प्यार से चाटने लगीं।
सच बताऊँ दोस्तों, मैंने पहली बार आज कोई काला लण्ड पकड़ा है। मैंने ऐसा लण्ड अभी तक सिर्फ पोर्न में ही देखा था। आज तो यह मेरे हाथ में है। काला मोटा तगड़ा लण्ड इतना खूबसूरत होता है यह मुझे आज ही पता चला। सबकी निगाहें मेरे ही लण्ड पर ही टिकीं थीं और मैं सबके लण्ड देख रही थी। सबने लण्ड का सुपाड़ा मुंह में ले रखा था। मैंने भी लण्ड सुपाड़ा मुंह में भर कर चूस रही थी। बार बार बाहर निकाल निकाल कर चूस रही थी। आम की गुठली की तरह चूस रही थी उसका लण्ड।
पूरे हॉल में लण्ड चूसने चाटने की आवाजें आ रहीं थीं। छप्प छप्प, चूं चूं , चीं चीं, चूं चूं, पचर पचर, फच्च फच्च, चप्प चप्प, चों चों की आवाज़ें बड़ी अच्छी लग रहीं थीं। कोई लण्ड चूम रही थी कोई चाट रही थी, कोई पेलहड़ चुम रही थी, कोई पेल्हड़ मुंह में लेकर चभुला रही थी, कोई लण्ड का टोपा चाट रही थी, कोई टोपा पर लार टपका रही थी, कोई लण्ड का सड़का मार रही थी, कोई लण्ड की लार चाट रही थी, कोई लण्ड पर बार बार थूक थूक कर चाट रही थी, कोई लण्ड अपनी चूँचियों से लड़ा रही थी। कोई चूँचियों के बीच लण्ड घुसेड़ कर मज़ा ले रही थी, कोई लण्ड अपने पेट पर फेर रही थी। कोई लण्ड अपने पूरे मुंह में ले रही थी, कोई नाक पर, माथे पर, गाल पर, होठों पर लण्ड घुमा रही थी, कोई लण्ड पुचकार रही थी, कोई मुठ्ठ मार कर लण्ड पी रही थी, कोई लण्ड की पिचकारी अपने मुंह में ले रही थी, कोई चूँचियों पर वीर्य गिरवा रही थी, कोई लण्ड को दोनों हाथों के बीच रख कर मथानी की तरह मथ रही थी, कोई एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए दूसरे हाथ से मुठ्ठ मार रही थी, कोई नीबू की तरह झड़ता हुआ लण्ड निचोड़ रही थी और कोई ,,,,,,,,,,,?
मेरी निगाह उन बीवियों पर भी थी जो पराये मरदों के लण्ड चाट रहीं थीं। मैं ऐसी बीवियों के चेहरे पर लण्ड चाटने की चमक देख रही थी । एक बात तो सच है की ये बीवियां इतनी मस्ती से कभी अपने मियां का लण्ड नहीं चाटती होगी। इन बुर चोदियों को पराये मरदों के लण्ड बड़े प्यारे लगते हैं। यही हाल इन मरदों का भी है। वो भी बड़े मजे से परायी बीवियों को अपना लण्ड चटवाने का मज़ा लूट रहे हैं। कभी अपनी बीवी को इतनी अच्छी तरह से लण्ड नहीं चटवाया होगा ? कुछ भी हो मैं तो खुश थी की मैं भी इसी तरह शादी के बाद पराये मरदों के लण्ड का मज़ा लेती रहूंगी।
फिर एकदम से मेरी नज़र विकी के लण्ड पर पड़ी. मेरा दिल उस पर आ गया तो मैंने लण्ड रेनू से छीन लिया और उसे चाटने लगी. रेनू ने मैंडी से शेखर का लण्ड छीन लिया वह भी मस्ती से लौड़ा चाटने लगी, मैंडी ने रोहन का लण्ड बरखा के हाथों से ले लिया और उसे हिला हिला कर मस्ती करने लगी। इतने में बरखा ने हुमा के हाथ से अरब शेख़ का लण्ड ले लिया। उसे भी कटा लण्ड पसंद आ गया। वह भी लण्ड का टोपा चाटने लगी और फिर हुमा ने मेरे हाथ से मेंडोज़ा का काला लौड़ा अपने कब्जे में ले लिया। उसे भी काले लण्ड से प्यार हो गया। मजे की बात यह रही की लण्ड दूसरी लड़की के हाथ में जाकर भोसड़ी वाले और उछलने लगे।
सभी लड़कियां अपने अपने हिसाब से लण्ड के साथ खेलने लगीं और लण्ड का सड़का मारने लगीं। लण्ड वाले की आँखों से आँख मिलाकर सड़का मारने में बड़ा मज़ा आता है।
रेनू बोली :- यार पूजा, वैसे तो मैंने कई लौंड़ों का मुठ्ठ मारा है पर आज जो मज़ा मुठ्ठ मारने आ रहा है वह मज़ा पहले कभी नहीं आया। मैं तो चाहती हूँ की मैं इसी तरह सबके साथ हर रोज़ नये नये लण्ड का मुठ्ठ मारूं ?
बरखा बोली :- हाय रेनू तू माँ की लौड़ी बिलकुल सही कह रही है। आज लगता है की हम लोग जवानी का असली मज़ा लूट रही हैं। यार ग्रुप में चुदाना ग्रुप में लण्ड चोदना कितना अच्छा होता है ?
हुमा बोली :- यार मेरा मन तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने का हो रहा है। इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड जब मैं अपनी माँ की चूत में पेलूंगी तो कितना मज़ा आयेगा । मैं तो किसी दिन अम्मी को लाऊंगी और उसकी बुर भकाभक चुदवाऊंगी ? और वह भी मेरी चूत में लण्ड घुसाने में देर नहीं लगाती बुर चोदी ?
मैंडी ने कहा :- हां यार माँ चुदाने का मज़ा कुछ और ही है। मैं तो पिछले दो साल से अपनी माँ चुदवा रही हूँ। यह तो गोल्डन चांस है ?
उधर सबने मुठ्ठ मारने की स्पीड बढ़ा दी। लण्ड भीअब खलास होने ही वाले ही थे। सबने अपना अपना मुंह लण्ड
बाद में हमने कहा - यार एक बात का वादा करो की जब हमारी शादी हो जाएगी तो हम सब एक दूसरे के मियां का लण्ड एक दूसरे के सामने पियेगीं। एक दूसरे के मियां का लण्ड चोदेगीं। वो भी भोसड़ी वाले एक दूसरे की बीवी चोद कर मज़ा लेगें। सबने हां कह दी और तब हम वापस अपने अपने घर चली गयी।
दो दिन के बाद मैं फिर लण्ड पीने पहुँच गई और उसके बाद हर दिन वहाँ जाती और २/३ लण्ड पीकर आती। यह सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक मेरी शादी नहीं हो गयी।
Click on Search Button to search more posts.
