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बरसात की रात में तीन लंडों से चूत की चुदाई - Barsat ki raat aur 3 landon se ladki ki chudai
अगस्त का महीना था और रात के ११ बजे थे। बड़ी घनघोर बरसात हो रही थी। दिल दहलाने वाले बादल गरज़ रहे थे। बिजली कड़क रही थी। ऐसी मूसलाधार बरसात बहुत कम देखने को मिलती है लेकिन उस दिन तो लगता था की जैसे सारा शहर ही बह जायेगा ? जैसे तैसे मैं अपने घर तक पहुंची। मैं बुरी तरह भीग चुकी थी। उस दिन मैंने साड़ी और डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहना था। मेरी साड़ी मेरे बदन से चिपक गयी थी। एक तरफ मेरी चूँचियाँ बाहर निकलने के लिए बेकरार थीं और दूसरी तरफ मेरे चूतड़ों पर मेरी साड़ी चिपक गयी थी तो मेरी गांड और सेक्सी लगने लगी थी। मेरे बदन से पानी की पनारा चल रहा था। मैं जितना ही अपने बदन को छिपाने की कोशिश करती उतना ही वह भीग भीग कर नंगा होकर और बाहर निकलता जाता। मैं घर पहुंची तो देखा की मेरे दरवाजे के पास तीन जवान लड़के एकदम भीगे हुए खड़े हैं। ज्यादा बचाव तो नहीं था पर हां थोड़ी तो राहत थी। मैंने एक नज़र उन्हें देखा फिर अपना ताला खोल कर अंदर वारंडा में घुस गई. वो सब बिचारे भीग ही रहे थे तो मैंने कहा आप लोग यहीं वरांडे में खड़े हो जाईये तो भीगने से बच जायेगें। वे खड़े हो गए और मैं अंदर कमरे में चली गयी।
अंदर से तीन तौलिया उठा कर ले आयी और बोली लो तुम लोग अपने अपने कपड़े उतार कर तौलिया पहन लो। अगर देर तक भीगे कपड़े पहने रहोगे तो तुरंत बुखार आ जायेगा। एक लड़का बोला मेम भीग तो आप भी गयीं हैं। मैंने कहा हां तो मैं भी कपड़े बदलने जा रही हूँ। और हां आप लोग यहीं कोने में अपने कपड़े रख दो मैं अभी इन्हे धो कर सूखा दूँगी। लड़के मेरी मेहरवानी पर फ़िदा हो गए।
फिर मैं अंदर गयी और सारे कपड़े उतार कर एक गाउन पहन लिया। मैंने दरवाजा खोला तो वो तीनो नंगे बदन सिर्फ तौलिया पहने हुए खड़े थे । मेरी नियत तो इन लड़कों पर पहले ही ख़राब हो गयी थी पर अब इन्हे नंगे बदन देख कर मेरी चूत में भयंकर आग लग गयी थी । मैंने तीनो को सोफा पर बैठाया। तीनो बैठ तो गये पर अपना अपना लण्ड बार बार ढकने की कोशिश करने लगे। इतने में मैं अंदर गयी और ड्रिंक्स का सेट लेकर आ गयी। मैंने व्हिस्की का गिलास सबको पकड़ाते हुए कहा लो थोड़ा थोड़ा वाइन ले लो तो शर्दी ख़तम हो जाएगी। और हां इसमें ठंडा पानी मत मिलाना सिर्फ गरम पानी ही मिलाना जैसे मैंने अभी मिलाकर दिया है। हमने चियर्स कहा और सब के साथ मैं भी दारू पीने लगी। मैं उन सबको बड़े गौर से देख रही थी और वो सब मुझे बड़े गौर से देख रह थे। मैंने बात चीत करना शुरू किया।
- मैंने कहा आज बरसात बहुत गज़ब की हो रही है। पानी बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है। वैसे तुम लोग कहाँ से आ रहे हो ?
- हम लोग एक क्लब से आ रहे हैं। मेरा नाम रोहित है, यह अनिल और यह सूरज।
- मेरा नाम मिस रूपा है। मैं एक डिग्री कॉलेज मेंअसिस्टेंट प्रोफेसर हूँ। तो आप लोग क्लब में क्या कर रहे थे। इतनी रात गये क्या क्लब खुला रहता है ?
- हां खुला रहता है यह एक एडल्ट क्लब है।
- वाओ, एडल्ट क्लब है ? तो फिर उसमे कुछ एडल्ट खेल भी होते होगें ? है हां कुछ होतें हैं। खूब लहुल कर बातें होती हैं कहानी किस्से भी होते हैं कुछ इन डोर गेम्स भी होते हैं। म्यूजिक भी है। गाने वगैरह होता है लोग डांस भी करते हैं और सब एन्जॉय करते हैं।
- तो क्या शराब आदि भी पी जाती है। लड़कियां भी होतीं हैं ?
- हां शराब भी पी जाती है और सिगरेट भी। लड़कियां भी होतीं हैं। वो भी लड़कों के साथ डांस करती हैं। वो किसी भी बात का बुरा नहीं मानती और न ही कोई उनकी बातों का बुरा मनाता है। लड़कियां ज्यादा शराब पीती है की लड़के ? वैसे यह कहना तो बड़ा मुश्किल है पर सच यह है की लड़कियां ज्यादा शराब पीती है और डांस करने में तो लड़कियां ही आगे रहतीं हैं। उनके कपड़े भी इधर हो जातें हैं तो वो परवाह नहीं करतीं।
- तो क्या वहां न्यूड डांस भी होता है ?
- वो तीनो एक दूसरे का मुंह देखने लगे। फिर एक बोला हां होता है।
- तो फिर न्यूड डांस सभी लड़के और लड़कियां मिलकर करते होंगें ?
- वो सब फिर एक दूसरे की तरफ देखने लगे। कुछ रुके और फिर धारे से बोले हां करते हैं।
- तुम लोग इतने शर्मा क्यों रहे हो ? यहाँ मेरे अलावा कोई और है क्या ?
- नहीं ऐसी बात नहीं है हमें डर है की कहीं आप बुरा न मान जायें ?
- बुरा मानाने वाली की माँ का भोसड़ा यार ? मैं तो बहन चोद किसी बात का बुरा नहीं मानती ? मैं खुद ही बहुत बड़ी बुर चोदी हूँ। मैं क्यों बुरा मानूंगी ? वो सब मेरी गालियां सुनकर बहुत खुश हुए। उनके चहरे पर रौनक आ गयी। वह बोला मेम आप तो बहुत अच्छी हैं।
- मेम की माँ की चूत। मेम की बहन का लण्ड ?
- मुझे मेम मत कहो . मैं रूपा हूँ बस। मेरे मुंह से 'लण्ड' सुनकर उनके 'लण्ड' भनभना उठे।
- अरे रूपा जी भला दूसरा कोई हमारी इतनी बातें कौन सुनता ? हमें इतनी पनाह कोई क्यों देता ?
- अच्छा अब तुम लोग मुझे अपना न्यूड डांस दिखाओ ?
- कुछ देर तक कोई न बोला और न उठा। तो मैंने बोली अच्छा तुम लोगों की गांड फट रही है क्या ? मेरे आगे ? तुम सब मरद हो की औरत ? एक औरत के आगे तीन तीन मरद हिम्मत नहीं कर पा रहे हो। मुझे देखो मैं कितनी हिम्मत कर रही हूँ।
सबसे पहले मैंने रोहित का हाथ पकड़ा और उसे उठा लिया। उसने पहले तौलिया कस कर अपनी कमर में बाँधी और फिर दोनों हाथ फैलाकर नाचने लगा। २/३ ठुमके मैंने उसकी तौलिया खींच कर दूर फेंक दी । वह नंगा हो गया और अपना लण्ड छिपाने लगा। मैंने कहा भोसड़ी का लड़की है क्या ? लौड़ा क्यों छिपा रहा है अपना ? नामर्द है क्या तू माँ का लौड़ा ? वह बोला नहीं नहीं मैं पूरा मर्द हूँ। मैंने कहा तो फिर दिखा न अपना टन टनाता हुआ लण्ड। फिर वह अपना सीना तान कर नाचने लगा और नाचने लगा उसका लण्ड। मैंने भी पकड़ कर हिलाया उसका लण्ड तो वह मस्त हो गया। फिर मैंने अनिल को उठाया और उसे भी नंगा कर दिया। उसका भी लौड़ा पकड़ कर हिलाया और बाद भी सूरज का लण्ड भी पकड़ कर देखा तो मेरी चूत भोसड़ी की गनगना उठी। तीनो लण्ड साले उछल उछल कर खुद ही नाचने लगे। तीनो की छोटी छोटी झांटें थी इससे लण्ड ज्यादा खूबसूरत लग रहे थे।
फिर मैं सोफा पर बैठ गयी और मेरे एक तरफ रोहित बैठा और दूसरी तरफ अनिल। मैंने दोनों हाथों से एक एक लण्ड पकड़ लिया और मजे से ऊपर नीचे करने लगी। मैंने इशारा किया तो सूरज मेरे सामने खड़ा हो गया। उसका लण्ड बिलकुल मेरे मुंह के सामने था। मैंने मुंह खोला तो लण्ड अपने आप अंदर घुस गया। मैं उसका लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। यह पहला मौक़ा था जब की मैं तीन तीन लण्ड का मज़ा एक साथ ले रही थी और तीनो को बिजी किये हुए थी। मैंने कभी ऐसा सोंचा न था की एक दिन मैं तीन मस्ताने लण्ड का मज़ा एक लूटूँगी। थैंक्स टू बरसात जिसकी वज़ह से मुझे यह मौका नसीब हुआ। थोड़ी देर में मैं बोली बेटा सूरज अब तुम मेरी बुर चाटो। तेरा लण्ड मैं बाद में चाटूँगी। अभी इन दोनों के लण्ड चाट कर देख लूं ज़रा। सच में मुझे लण्ड का टोपा चाटने में बड़ा मज़ा आता है।
तब तक रोहित का मन मेरी बुर चाटने का हुआ तो वह नीचे उतरा और सूरज का मुंह हटा कर अपना मुंह मेरी चूत में घुसा दिया। सूरज उसी जगह आ गया तो मैं सूरज का लण्ड चाटने लगी। रोहित तो मस्ती से मेरी बुर अपनी जबान से चोदने लगा। मैंने पूंछा रोहित तूने इस तरह बुर चोदने की कला कहाँ सीखी। वह बोला मेरे क्लब में एक हैं मिसेज सिमरन। वह एक पंजाबी बीवी हैं। बड़ी खूबसूरत, हॉट और हरामजादी है। वह मुझसे अक्सर बुर चटवाती है और मेरा लण्ड चाटती है। उसी ने मुझे बुर चाटना सिखाया। मैंने कहा वाओ, तो तुम्हारे क्लब में ये सब भी होता है ?
वह बोला हां रूपा वहाँ तो लड़कियां कम बीवियां ज्यादा आती हैं। और कोई ऐसी बीवी नहीं है बुर चोदी जो लोगों से चुदवाती न हो। ऊपर से देखने में जो जितनी ज्यादा सती सावित्री लगती है वोअंदर से उतनी ही ज्यादा हरामजादी चुदक्कड़ होतीं हैं और चुदवाते समय खूब मस्त मस्त गालियां सुनाती है। मुझे ऐसी बीवियों को चोदने में बड़ा मज़ा आता है।
मैंने कहा तो फिर तुम अभी मुझे चोदो। मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। नहीं तो मुझे अपनी दोस्त की बीवी समझ के चोदो। समझो की मैं सूरज की बीवी हूँ, मैं अनिल की बीवी हूँ मुझे चोदो। पेल दो अपना मोटा तगड़ा लण्ड मेरी इस हरामजादी चूत में और हचक हचक के चोदो। रोहित मुझे चोदने लगा और मैं उन बाकी दोनों के लण्ड बारी बारी से चाटने चूसने लगी। मैं आपको इन लौंड़ों के साइज बता रही हूँ।
रोहित के लण्ड का साइज़ ---------- 8.1 " x 5.5"
अनिल के लण्ड का साइज --------- 8.2" x 5.3 "
सूरज के लण्ड का साइज --------- 8.4" x 5.५"
खड़ा होने पर एक ही लण्ड का साइज समय समय पर बदलता रहता है। यह इस बात पर निर्भर करता है की लण्ड किस लड़की के हाथ में हैं. वह लड़की कैसी है, लण्ड कितनी मस्ती से चाटती और चूसती है और वह कितनी उन्मुक्तता से चुदवाती है वग़ैरह वगैरह। इस तरह फिर मुझे अनिल ने भी चोदा और सूरज ने भी। मुझे तीनो से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा था। आखिर में जब एक एक करके तीनो लण्ड झड़ने लगे तो मैंने मस्ती से तीनो का सड़का मारा और तीनो लण्ड ने मेरे मुंह में उगल दिया वीर्य जिसे मैं पी गयी। मुझे लण्ड के वीर्य का स्वाद बड़ा अच्छा लगता है। मैं आपको बता दूँ की जबसे मैने लण्ड पीना शुरू किया है तबसे न केवल मेरी चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो गयीं हैं बल्कि मेरी खूबसूरती भी बढ़ गयी है। उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और फिर खूब गन्दी गन्दी बातें कीं।
दूसरी पारी में फिर मैं सबसे गालियां देती हुई चुदवाया। सबके लण्ड की फोटो खींची। तीनो लण्ड का सड़का मारते हुए और लण्ड पीते हुए अपनी एक वीडियो बनवाई जिसे मैंने अपनी दोस्तों को भेज दी। रात भर मैंने इन लोगों से तीन तीन बार चुदवाया। सवेरे यह कह जाने दिया की जब तुम्हारा मन हो आओ और चोदो मुझे। जब मेरा मन होगा तब मैं तुम्हे बुला लूंगी।
दूसरे दिन कई सहेलियों के फोन आ गए मेरे पास ? सबसे पहले तो पूजा का फोन आया।
- वह बोली - यार रूपा तू तो बुर चोदी बड़ी चालू चीज है। तीन तीन लौंड़ों से रात भर चुदवाया और मुझे बताया भी नहीं। अगर बता देती तो मैं भी बरसात में चुदवाने का मज़ा ले लेती ?
- अरे यार बहुत जोर की बरसात हो रही थी। तू तो बहन चोद घर से निकल ही नहीं पाती ?
- अच्छा अब बता आज कौन आएगा तुझे चोदने। अगर कोई आएगा तो मैं भी आ जाऊंगी। मेरी चूत में आग लगा दी है तूने भोसड़ी की रूपा ?
- तू ही आजा न अपने किसी अंकल को ले के। अंकल के लण्ड तो बड़े बड़े होतें है यार। यह बात तू ही कह रही थी। वो कहाँ गया तेरा शेखर अंकल, तेरा आरिफ अंकल जिसका लण्ड कटा है ? मुझे कोई कटा लण्ड दिखाओ न। मैंने आज तक कोई कटा लण्ड नहीं देखा।
- मैं अभी फोन लगाती हूँ। अगर मिल गया तो मैं आज ही तेरी चूत में पेलूँगी कटा लण्ड ?
- वह बोली यार रूपा पहली बात तो बहुत बहुत मुबारकबाद ! कल बरसात में तूने तीन तीन लण्ड का सड़का मारा और सड़का मार कर लण्ड पिया। दूसरी पारी में तूने चुदवाया भी होगा। मैं जानती हूँ की तेरी चूत चुदवाये मानती नहीं है। मेरी अम्मी ने तेरा वीडियो देख लिया। वह बोली रेहाना तू भी किसी दिन इसी तरह अपनी माँ चुदवा ले ? '
- हाय दईया तूने अपनी अम्मी को कैसे दिखा यह वीडियो ? अरे यार कोई चिंता की बात नहीं मेरी अम्मी तो खुद सबके लण्ड पकड़ा करतीं हैं और मुझे भी पकड़ाया करती हैं। उसे और मुझे भी ये तीनो लण्ड पसंद आ गए हैं। अब तुम इनका फोन नंबर दो मैं इन तीनो से अपनी बुर चुदवाऊंगी और अपनी माँ का भोसड़ा भी।
- यार उन लोगों ने अपना नंबर नहीं दिया। यह कह कर गए की फिर आयेंगें ?
- वह अंदर आते ही बोली रूपा भोसड़ी की तेरी माँ की चूत। तू अकेले अकेले ही मज़ा लेना जानती है। कल तूने तीन तीन लण्ड पेला अपनी बुर में और मुझे एक लण्ड के लिए भी नहीं पूंछा ?
- अरे यार इतनी बरसात हो रही थी। तो कैसे आती ?
- मैं तेरी छाती पर चढ़ कर आती। कैसे भी आती पर आती जरूर। तू जानती है की मैं लण्ड के लिए अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवा सकती हूँ। मुझे लण्ड चाहिए लण्ड ? लण्ड के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ।
चोदी रूपा मैं तेरे लिए दो लण्ड लेकर आयी हूँ। मैं तेरी बुर चोदने आयी हूँ रूपा ? मैं ये दोनों लण्ड तेरी चूत में पेलूँगी। मैंने कहा नहीं ऐसा नहीं यार रितिका ? एक लण्ड तुम मेरी बुर में पेलो एक लण्ड मैं तेरी बुर में पेलूँगी। एक लण्ड तुम चोदो एक लण्ड मैं चोदूँगी। देखती हूँ सबसे पहले कौन लण्ड को ढीला कर देती है।
बस हम दोनों जुट गयीं लण्ड चोदने में। इत्तिफाक उस समय भी पानी बरस रहा था।
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