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» मैं तुम्हारी भाभी हूँ, मेरी चूत गांड की चुदाई करो - Main tumhari bhabhi hun mujhe chodo
मैं तुम्हारी भाभी हूँ, मेरी चूत गांड की चुदाई करो - Main tumhari bhabhi hun mujhe chodo
मैं तुम्हारी भाभी हूँ, मेरी चूत गांड की चुदाई करो - Main tumhari bhabhi hun mujhe chodo , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरा नाम रेनू मल्होत्रा है। मैं ३० साल की एक बेहद खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। गोरी चिट्टी छरहरी कद वाली और बड़े बड़े बूब्स की मालकिन हूँ। मेरे चूतड़ बड़े बड़े हैं, मेरी गांड सेक्सी है और जांघें मोटी मोटी हैं बिलकुल केले के पेड़ के तने जैसी। मैं अपनी चूत में बारे में आपको बाद में बताऊंगी। मेरी गुंदाज बाहें देख कर लोग मेरे पीछे पीछे आतें हैं। इसीलिए मैं हमेशा डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ ही पहनती हूँ। मुझे साड़ी पहनना बहुत अच्छा लगता है पर हां कभी कभी जींस और टॉप भी पहन लेती हूँ। मैं एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हूँ जहाँ लड़के और लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं।
वह इतवार का दिन था जब मैं बाथ रूम से नहा कर निकली थी। मैंने अपने पेटीकोट की एलास्टिक अपनी चूँचियों पर फंसा रखा था। पेटीकोट मेरे घुटनों तक ऊपर चढ़ गया था। मेरे बालों से पानी की बूंदे टपक रहीं थीं तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने अपनी दोस्त को आवाज़ लगाई और कहा रागिनी देखो कौन आया है ? उसने दरवाजा खोला तो देखा की एक मस्त जवान लड़का खड़ा है यह बोला मैं रेनू मेम से मिलना चाहता हूँ। उसने उसको अंदर बैठा लिया और मुझसे कहा रेनू तुमसे कोई मिलने आया है। मैं भी रुकी नहीं और वैसे ही पेटीकोट पहने उसके सामने बैठ गयी . उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोला क्या आप ही रेनू मेम हैं ? मैंने कहा हां मैं ही हूँ रेनू। आप बताईये केसे आना हुआ आपका ? वह बोला मैं पवन मल्होत्रा हूँ। मैं अपने दोस्त के भाई के एडमिशन के लिए आया हूँ। मैंने कहा अच्छा तो फिर आराम से बैठो। कोई जल्दी तो नहीं है आपको ? उसने कहा नहीं नहीं बिलकुल जल्दी नहीं है। तब तक रागिनी भी आ गयी। उसने कहा पवन जी आप ठंडा लेगें या गरम ? वह बोला नहीं मेम ऐसी कोई बात नहीं। रागिनी ने कहा बात है आपको कुछ तो लेना पड़ेगा नहीं तो जो मैं दूँगी वो लेना पड़ेगा। वह बोला ठीक है जो आप देगीं वो मैं ले लूंगा। रागिनी फिर मुस्कराकर बोली अच्छा यह बात है तो फिर वादा खिलाफी नहीं करना। मैं अपने मन से कुछ लेकर आती हूँ। वह अंदर चली गयी। मैंने भी कहा पवन मैं अभी आती हूँ। मैं अंदर गयी तो रागिनी ने कहा यार रेनू देखो मछली हाथ से जाने न पाए। माल बड़ा बढ़िया है। छोकरा मस्त है। मैंने उसे बातों में फंसा लिया है अब तो मैं उसे अपनी बुर दूँगी। आज मैं उसका लौड़ा चोदूँगी जरूर। मैंने कहा हां बिलकुल चोदना मैं तेरा साथ दूँगी। फिर हम दोनों बाहर के कमरे में उसके पास आ गईं। मैं वही पेटीकोट ही पहने रही।
रागिनी ने व्हिस्की बनाकर उसके सामने रख दी और कहा पवन लो हमारे साथ व्हिस्की पियो। वह पहले तो थोड़ा झिझका पर फिर पीने लगा। बात चीत शुरू होने लगी। मैंने उस लड़के का डिटेल लिया जिसका एडमिशन होना था।
मैंने कहा - पवन बेटा, अगर तुम सच में मरद हो तो तुम्हे अपना लण्ड दिखाना पड़ेगा। नहीं दिखाओगे तो हम दोनों मिलकर तुम्हे नंगा करके देख लेगीं ?
तब तक मेरे पेटीकोट का नाड़ा ढीला हो चुका था और मेरी चूँचियाँ दिखने लगीं थीं। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद ही था। रागिनी इतने में उठी और बोली यार रेनू ये ऐसे नहीं मानेगा ? मुझे इसे नंगा करना ही पड़ेगा। वह उठी तो उसकी चुन्नी नीचे गिर पड़ी और उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ बिलकुल नंगी हो गयीं। उन्हें देख कर पवन का लण्ड अंदर ही अंदर खड़ा हो गया। तब तक रागिनी ने उसकी बेल्ट खोल दी, पैंट की बटन खोल दी और जिप नीचे घसीट दी। मैंने उसकी पैंट पैरो से निकाल ली। ऊपर के कपड़े रागिनी ने निकाल दिया। उसकी नंगी छाती देख कर मुझे मज़ा आया। वह न न कहता ही रहा तभी रागिनी ने उसकी चड्ढी पकड़ कर नीचे खींच ली। चड्ढी खुलते ही उसका लण्ड टन्न से रागिनी के गाल पर लगा। वह बोली हाय दईया लण्ड तो भोसड़ी का थप्पड़ मार रहा है ?
पवन पूरी तरह नंगा हो चुका था। रागिनी ने भी अपना घाघरा खोल डाला। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली हसीन चूत सबके सामने आ गयी। तब तक मेरा भी पेटीकोट नीचे गिर चुका था। मैं भी मादर चोद नंगी हो गयी। मुझे पवन के आगे नंगी होने में मज़ा आ रहा था। मैंने उसके लण्ड का टोपा चाटा और रागिनी उसके पेल्हड़ चाटने लगी। वह बोली हाय रेनू लण्ड तो इसका बड़ा मोटा है यार और लंबा भी। मैंने जैसे ही लण्ड मुठ्ठी में लिया वैसे ही बोली अरे यार इसकी लम्बाई ८" + है और मोटाई ५" + है . पूरा मरदाना लण्ड है यार। इतनी छोटी उम्र के लड़के का इतना बड़ा लण्ड ? हम दोनों के मुंह से बार बार लण्ड सुनकर पवन को बड़ा मज़ा आ रहा था। फिर मैंने लण्ड मुंह में लिया और चूसने लगी। थोड़ी देर तक चूसा फिर उसे रागिनी के मुंह में घुसा दिया। पवन एक हाथ से रागिनी की चूँचियाँ मसलने लगा और दूसरे हाथ से मेरी चूत सहलने लगा। फिर वह झुका और मेरी चूत चाटने लगा। मैंने कहा हां यार तुम सच में मर्द हो पवन ? लड़कों को लड़कियों की चूत चाटने में खूब मज़ा आता है। ले और कस कस के चाट ले मेरी बुर चोदी बुर ?
अब पवन पूरे जोश में आ गया था। उसकी शर्म ख़तम हो गयी। मैं उसका लण्ड अपनी चूँचियों पर रगड़ने लगी. निपल्स से लण्ड का टोपा लड़ाने लगी। तब तक पवन रागिनी की बुर चाटने लगा। रागिनी भी जोश में आ गयी। वह बोली हाय पवन तू तो अपनी जावन से ही मेरी चूत चोद रहा है। हां इसी तरह चोदो जाओ। बड़ा मज़ा आ रहा है मुझे। काफी देर तक लण्ड चाटने चूसने के बाद पवन चोदने के मूड में आ गाय। मैंने कहा यार पवन देख तेरी शादी मैंने अभी अभी रागिनी से कर दी है। अब तू पहले अपनी बीवी की बुर चोद ले। मैं तेरी भाभी हूँ फिर मेरी बुर चोदना। वह हंसने लगा और बोला हां मैं पहले अपनी बीवी की बुर चोदूंगा। उसने लण्ड रागिनी की छुटपर रखा और एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ चूत में घुस गया। रागिनी कराह उठी उई माँ फाड़ डाला मेरी बुर यार रेनू। इस भोसड़ी वाले का लण्ड बहुत मोटा है। मैंने कहा यार पवन ज़रा संभल कर चोदो न ? वह बोला ये तो बुर चोदी मेरी बीवी है मैं इसे जैसे चाहूंगा वैसे चोदूंगा।
उसकी बात सुनकर हम दोनों ने खूब मज़ा लिया। उसको क्या मालूम की रागिनी मादर चोद जिससे चुदवाती है उसकी बीवी बन जाती है। बीवी बनकर चुदवाना उसे बड़ा अच्छा लगता है। फिर मैंने कहां यार पवन मैं तुम्हारी भाभी हूँ मुझे चोदो। मेरी बुर में लौड़ा पेलो। तुम मेरे देवर हो। देवर को भाभी की बुर बड़ी अच्छी लगती है और भाभी को देवर का लण्ड बड़ा अच्छा लगता है। मैं बोल ही रही थी की पवन ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं भी मस्त होकर एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी। तब तक रागिनी ने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दिया । मैं उसकी बुर चाटती हुई चुदवाने लगी। आज बहुत दिनों के बाद हम दोनों एक साथ चुदवा रहीं थीं। रागिनी जितनी खूबसूरत है उतनी ही मस्ती से चुदवाती भी है। उसे भी लण्ड से उतना ही प्यार है जितना की मुझे। शादी न उसकी हुई और न मेरी लेकिन हम दोनों अपनी अपनी मांग में थोड़ा सिन्दूर लगा लगा कर लड़कों को चूतिया बनाया करती हैं। क्योंकि लड़के भाभियाँ चोदने में ज्यादा मज़ा लेते हैं।
पवन ने लौड़ा फिर रागिनी की चूत में घुसेड़ दिया पर इस बार पीछे से चोदने लगा। मैं रागिनी के आगे नंगी लेट गयी तो वह मेरी बूर चाटने लगी। थोड़ी देर में उसने मुझे पीछे से चोदा और मैंने रागिनी की बुर चाटी। मेरे मुंह से निकला पवन क्या तुम लड़कियों की गांड भी मारते हो ? वह बोला नहीं रेनू मेम ,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- मेम की माँ की चूत, मेम की बहन की बुर ? मैं मेम नहीं हूँ। मुझे मेम मत कहो मैं तेरी भाभी हूँ। तेरी बुर चोदी भाभी। तेरी हरामजादी भाभी। तेरी छिनार भाभी। तेरी नंगी नंगी लण्ड चाटने वाली भाभी। खुले आम बुर चुदवाने वाली भाभी। हां अब बोल क्या कह रहा था तू ?
वह बोला - मैं गांड नहीं मारता लेकिन एक बार एक लड़की मेरे पीछे ही पड़ गयी थी। उसने कहा जब तक तुम
मेरी गांड नहीं मरोगे तब तक मैं तुम्हे यहाँ से जाने नहीं दूँगी। तब मुझे सच में उसकी गांड मारनी पड़ी। तब तक मेरी चूत ढीली होने लगी और उधर रागिनी भी खलास होने लगी थी। तभी पवन बोला रेनू मैं निकलने वाला हूँ। बस फिर क्या ? हम दोनों घूम गयी और लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मारने लगीं। मुठ्ठ मारने का हम दोनों को बहुत अनुभव था। हमने अपने अपने मुंह भी खोल दिए। बस एक ही मिनट के लण्ड ने उगल दिया वीर्य मेरे मुंह में और रागिनी के मुंह में भी। हमने मिलकर मस्ती से झड़ता हुआ लण्ड चाटा।
एक दिन जब मैं घर आई तो देखा की रागिनी बैठी बैठी किसी एक लड़के से बात कर रही है। लड़का बहन चोद बड़ा हैंडसम था। मेरा दिल उस पर आ गया। मेरा मन हुआ की मैं इसका लौड़ा खोल कर देख लूं। लेकिन मैं कुछ नहीं और फ़ौरन अंदर चली गयी। मैं जब वापस आई तो रागिनी ने कहा रेनू देखो ये मेरा बॉय फ्रेंड केशव है। बातें करने लगी। तब मुझे मालूम हुआ की वह २४ साल का है और अपना बिज़नेस करता है। रागिनी की मुलाक़ात एक बार ट्रेन में हुई थी। तभी से दोनों दोस्त बन गये। मैंने कहा यार मैं कुछ लेकर आती हूँ। मैं अंदर गयी तो रागिनी भी मेरे पीछे आ गयी और बोली यार रेनू मुर्गा फंस गया है। मैं आज इसका लण्ड देखूँगी। मैंने कहा यार मैं भी देखूँगी इसका लण्ड। दिखाओगी मुझे रागिनी ? वह बोली यार दिखाऊंगी भी और पेलूँगी भी लण्ड तेरी चूत में ? रागिनी ने ड्रिंक्स का दौर चालू कर दिया और हम तीनो व्हिस्की का मज़ा लेने लगे।
मैंने एक घागरा पहना और एक छोटी सी ब्रा पहन ली जिससे मेरी चूँचियाँ निपल्स को छोड़ कर बाकी सब बाहर निकली हुई थीं। मैं भी रागिनी के साथ बैठ कर बातें करने लगी। केशव बड़ी मजेदार बातें कर रहा था।
थोड़ी देर में मैंने कहा यार आकाश मैं तेरे दोस्त की बीवी हूँ और तुम्हारी भाभी हूँ, मुझे चोदो। अपनी भाभी की बुर ले लो भोसड़ी के, बड़ा मज़ा आएगा ? पेल दो अपना लण्ड मेरी उबलती हुई चूत में। उधर रागिनी बोली हाय मेरे देवर राजा केशव पेलो अपना मोटा लण्ड अपनी भाभी की चूत में ? चोद डालो, फाड़ डालो अपनी भाभी की बुर ? गांड से जोर लगा लगा के चोदो जैसे तुम आकाश की बीवी चोदते हो। उस रात खूब घमाशान चुदाई हुई। दूसरी चुदाई में मैंने केशव से चुदवाया और रागिनी ने आकाश से।
मैं चाहती हूँ की हर बीवी को इसी तरह बढ़िया बढ़िया लण्ड मिलें और हर मरद को इतनी बढ़िया बढ़िया बीवियां मिलें चोदने को...
मेरा नाम रेनू मल्होत्रा है। मैं ३० साल की एक बेहद खूबसूरत, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। गोरी चिट्टी छरहरी कद वाली और बड़े बड़े बूब्स की मालकिन हूँ। मेरे चूतड़ बड़े बड़े हैं, मेरी गांड सेक्सी है और जांघें मोटी मोटी हैं बिलकुल केले के पेड़ के तने जैसी। मैं अपनी चूत में बारे में आपको बाद में बताऊंगी। मेरी गुंदाज बाहें देख कर लोग मेरे पीछे पीछे आतें हैं। इसीलिए मैं हमेशा डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ ही पहनती हूँ। मुझे साड़ी पहनना बहुत अच्छा लगता है पर हां कभी कभी जींस और टॉप भी पहन लेती हूँ। मैं एक डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हूँ जहाँ लड़के और लड़कियां साथ साथ पढ़तीं हैं।
वह इतवार का दिन था जब मैं बाथ रूम से नहा कर निकली थी। मैंने अपने पेटीकोट की एलास्टिक अपनी चूँचियों पर फंसा रखा था। पेटीकोट मेरे घुटनों तक ऊपर चढ़ गया था। मेरे बालों से पानी की बूंदे टपक रहीं थीं तभी किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने अपनी दोस्त को आवाज़ लगाई और कहा रागिनी देखो कौन आया है ? उसने दरवाजा खोला तो देखा की एक मस्त जवान लड़का खड़ा है यह बोला मैं रेनू मेम से मिलना चाहता हूँ। उसने उसको अंदर बैठा लिया और मुझसे कहा रेनू तुमसे कोई मिलने आया है। मैं भी रुकी नहीं और वैसे ही पेटीकोट पहने उसके सामने बैठ गयी . उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और बोला क्या आप ही रेनू मेम हैं ? मैंने कहा हां मैं ही हूँ रेनू। आप बताईये केसे आना हुआ आपका ? वह बोला मैं पवन मल्होत्रा हूँ। मैं अपने दोस्त के भाई के एडमिशन के लिए आया हूँ। मैंने कहा अच्छा तो फिर आराम से बैठो। कोई जल्दी तो नहीं है आपको ? उसने कहा नहीं नहीं बिलकुल जल्दी नहीं है। तब तक रागिनी भी आ गयी। उसने कहा पवन जी आप ठंडा लेगें या गरम ? वह बोला नहीं मेम ऐसी कोई बात नहीं। रागिनी ने कहा बात है आपको कुछ तो लेना पड़ेगा नहीं तो जो मैं दूँगी वो लेना पड़ेगा। वह बोला ठीक है जो आप देगीं वो मैं ले लूंगा। रागिनी फिर मुस्कराकर बोली अच्छा यह बात है तो फिर वादा खिलाफी नहीं करना। मैं अपने मन से कुछ लेकर आती हूँ। वह अंदर चली गयी। मैंने भी कहा पवन मैं अभी आती हूँ। मैं अंदर गयी तो रागिनी ने कहा यार रेनू देखो मछली हाथ से जाने न पाए। माल बड़ा बढ़िया है। छोकरा मस्त है। मैंने उसे बातों में फंसा लिया है अब तो मैं उसे अपनी बुर दूँगी। आज मैं उसका लौड़ा चोदूँगी जरूर। मैंने कहा हां बिलकुल चोदना मैं तेरा साथ दूँगी। फिर हम दोनों बाहर के कमरे में उसके पास आ गईं। मैं वही पेटीकोट ही पहने रही।
रागिनी ने व्हिस्की बनाकर उसके सामने रख दी और कहा पवन लो हमारे साथ व्हिस्की पियो। वह पहले तो थोड़ा झिझका पर फिर पीने लगा। बात चीत शुरू होने लगी। मैंने उस लड़के का डिटेल लिया जिसका एडमिशन होना था।
- मैंने कहा ठीक है पवन एडमिशन हो जायेगा लेकिन तुम्हे कुछ करना पड़ेगा।
- वह बोला मेम आप जो कहेगीं वो मैं कर दूंगा।
- रागिनी मस्ती में आ गयी। वह मुंह बनाकर बोली - अच्छा ऐसी बात है ? अगर रेनू कहे की पवन तुम अपना लौड़ा मुझे दिखा दो तो क्या तुम दिखा दोगे ?
- वह बोला नहीं ऐसा कैसे हो सकता है। अगर मेम बुरा मान गई तो मेरा बना बनाया काम बिगड़ जायेगा।
- और अगर वह बुरा न मानी तो ,,,,,,,,,?
- वह कुछ देर रुका फिर मुस्कराकर रह गया।
- मैंने कहा रागिनी भोसड़ी की तू ऐसे सवाल क्यों पूंछती है जिसका जबाब इसके पास नहीं है। लगता है की तुझे ज्यादा जल्दी है इसका लौड़ा देखने की ? कभी किसी लड़के का लौड़ा नहीं देखा क्या तूने ? कभी कोई लण्ड नहीं पकड़ा क्या तूने ?
- रागिनी ने कहा अच्छा यह बात तू कह रही है रेनू। तू क्या रोज़ रोज़ लण्ड पकड़ती है ? तेरे पास क्या कोई लण्ड अपने आप चल कर आता है। तेरी माँ का भोसड़ा ? तू बहन चोद मुझे सिखा रही है ?
- मैंने कहा तेरी बहन का लण्ड, रागिनी ? ज़रा जबान संभाल कर बात कर ? मैं तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी लण्ड। मुझे कतई किसी की बात बर्दास्त नहीं है ?
- रागिनी - तो क्या तू मेरी झांटें उखाड़ेगी। गांड में दम हो तो ले उखाड़ ले मेरी झांटें । झांटें तो मेरी हैं ही नहीं तो क्या तू उखाड़ेगी बाबा जी का घंटा ?
- तब तक पवन बोला अरे आप लोग लड़िये नहीं। प्लीज चुप हो जाईये ? शांत हो जाईये प्लीज।
- रागिनी फिर बोली नहीं यार ये बुर चोदी रेनू समझती क्या है अपने आपको, मादर चोद ? मैं अभी इसे लण्ड पे बैठा के चकरघिन्नी की तरह घुमा दूँगी। तब फट जाएगी इसकी गांड ?
मैंने कहा - पवन बेटा, अगर तुम सच में मरद हो तो तुम्हे अपना लण्ड दिखाना पड़ेगा। नहीं दिखाओगे तो हम दोनों मिलकर तुम्हे नंगा करके देख लेगीं ?
तब तक मेरे पेटीकोट का नाड़ा ढीला हो चुका था और मेरी चूँचियाँ दिखने लगीं थीं। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद ही था। रागिनी इतने में उठी और बोली यार रेनू ये ऐसे नहीं मानेगा ? मुझे इसे नंगा करना ही पड़ेगा। वह उठी तो उसकी चुन्नी नीचे गिर पड़ी और उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ बिलकुल नंगी हो गयीं। उन्हें देख कर पवन का लण्ड अंदर ही अंदर खड़ा हो गया। तब तक रागिनी ने उसकी बेल्ट खोल दी, पैंट की बटन खोल दी और जिप नीचे घसीट दी। मैंने उसकी पैंट पैरो से निकाल ली। ऊपर के कपड़े रागिनी ने निकाल दिया। उसकी नंगी छाती देख कर मुझे मज़ा आया। वह न न कहता ही रहा तभी रागिनी ने उसकी चड्ढी पकड़ कर नीचे खींच ली। चड्ढी खुलते ही उसका लण्ड टन्न से रागिनी के गाल पर लगा। वह बोली हाय दईया लण्ड तो भोसड़ी का थप्पड़ मार रहा है ?
पवन पूरी तरह नंगा हो चुका था। रागिनी ने भी अपना घाघरा खोल डाला। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली हसीन चूत सबके सामने आ गयी। तब तक मेरा भी पेटीकोट नीचे गिर चुका था। मैं भी मादर चोद नंगी हो गयी। मुझे पवन के आगे नंगी होने में मज़ा आ रहा था। मैंने उसके लण्ड का टोपा चाटा और रागिनी उसके पेल्हड़ चाटने लगी। वह बोली हाय रेनू लण्ड तो इसका बड़ा मोटा है यार और लंबा भी। मैंने जैसे ही लण्ड मुठ्ठी में लिया वैसे ही बोली अरे यार इसकी लम्बाई ८" + है और मोटाई ५" + है . पूरा मरदाना लण्ड है यार। इतनी छोटी उम्र के लड़के का इतना बड़ा लण्ड ? हम दोनों के मुंह से बार बार लण्ड सुनकर पवन को बड़ा मज़ा आ रहा था। फिर मैंने लण्ड मुंह में लिया और चूसने लगी। थोड़ी देर तक चूसा फिर उसे रागिनी के मुंह में घुसा दिया। पवन एक हाथ से रागिनी की चूँचियाँ मसलने लगा और दूसरे हाथ से मेरी चूत सहलने लगा। फिर वह झुका और मेरी चूत चाटने लगा। मैंने कहा हां यार तुम सच में मर्द हो पवन ? लड़कों को लड़कियों की चूत चाटने में खूब मज़ा आता है। ले और कस कस के चाट ले मेरी बुर चोदी बुर ?
अब पवन पूरे जोश में आ गया था। उसकी शर्म ख़तम हो गयी। मैं उसका लण्ड अपनी चूँचियों पर रगड़ने लगी. निपल्स से लण्ड का टोपा लड़ाने लगी। तब तक पवन रागिनी की बुर चाटने लगा। रागिनी भी जोश में आ गयी। वह बोली हाय पवन तू तो अपनी जावन से ही मेरी चूत चोद रहा है। हां इसी तरह चोदो जाओ। बड़ा मज़ा आ रहा है मुझे। काफी देर तक लण्ड चाटने चूसने के बाद पवन चोदने के मूड में आ गाय। मैंने कहा यार पवन देख तेरी शादी मैंने अभी अभी रागिनी से कर दी है। अब तू पहले अपनी बीवी की बुर चोद ले। मैं तेरी भाभी हूँ फिर मेरी बुर चोदना। वह हंसने लगा और बोला हां मैं पहले अपनी बीवी की बुर चोदूंगा। उसने लण्ड रागिनी की छुटपर रखा और एक धक्का मारा तो लण्ड सरसराता हुआ चूत में घुस गया। रागिनी कराह उठी उई माँ फाड़ डाला मेरी बुर यार रेनू। इस भोसड़ी वाले का लण्ड बहुत मोटा है। मैंने कहा यार पवन ज़रा संभल कर चोदो न ? वह बोला ये तो बुर चोदी मेरी बीवी है मैं इसे जैसे चाहूंगा वैसे चोदूंगा।
उसकी बात सुनकर हम दोनों ने खूब मज़ा लिया। उसको क्या मालूम की रागिनी मादर चोद जिससे चुदवाती है उसकी बीवी बन जाती है। बीवी बनकर चुदवाना उसे बड़ा अच्छा लगता है। फिर मैंने कहां यार पवन मैं तुम्हारी भाभी हूँ मुझे चोदो। मेरी बुर में लौड़ा पेलो। तुम मेरे देवर हो। देवर को भाभी की बुर बड़ी अच्छी लगती है और भाभी को देवर का लण्ड बड़ा अच्छा लगता है। मैं बोल ही रही थी की पवन ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं भी मस्त होकर एक मंजी हुई रंडी की तरह चुदवाने लगी। तब तक रागिनी ने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दिया । मैं उसकी बुर चाटती हुई चुदवाने लगी। आज बहुत दिनों के बाद हम दोनों एक साथ चुदवा रहीं थीं। रागिनी जितनी खूबसूरत है उतनी ही मस्ती से चुदवाती भी है। उसे भी लण्ड से उतना ही प्यार है जितना की मुझे। शादी न उसकी हुई और न मेरी लेकिन हम दोनों अपनी अपनी मांग में थोड़ा सिन्दूर लगा लगा कर लड़कों को चूतिया बनाया करती हैं। क्योंकि लड़के भाभियाँ चोदने में ज्यादा मज़ा लेते हैं।
पवन ने लौड़ा फिर रागिनी की चूत में घुसेड़ दिया पर इस बार पीछे से चोदने लगा। मैं रागिनी के आगे नंगी लेट गयी तो वह मेरी बूर चाटने लगी। थोड़ी देर में उसने मुझे पीछे से चोदा और मैंने रागिनी की बुर चाटी। मेरे मुंह से निकला पवन क्या तुम लड़कियों की गांड भी मारते हो ? वह बोला नहीं रेनू मेम ,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- मेम की माँ की चूत, मेम की बहन की बुर ? मैं मेम नहीं हूँ। मुझे मेम मत कहो मैं तेरी भाभी हूँ। तेरी बुर चोदी भाभी। तेरी हरामजादी भाभी। तेरी छिनार भाभी। तेरी नंगी नंगी लण्ड चाटने वाली भाभी। खुले आम बुर चुदवाने वाली भाभी। हां अब बोल क्या कह रहा था तू ?
वह बोला - मैं गांड नहीं मारता लेकिन एक बार एक लड़की मेरे पीछे ही पड़ गयी थी। उसने कहा जब तक तुम
एक दिन जब मैं घर आई तो देखा की रागिनी बैठी बैठी किसी एक लड़के से बात कर रही है। लड़का बहन चोद बड़ा हैंडसम था। मेरा दिल उस पर आ गया। मेरा मन हुआ की मैं इसका लौड़ा खोल कर देख लूं। लेकिन मैं कुछ नहीं और फ़ौरन अंदर चली गयी। मैं जब वापस आई तो रागिनी ने कहा रेनू देखो ये मेरा बॉय फ्रेंड केशव है। बातें करने लगी। तब मुझे मालूम हुआ की वह २४ साल का है और अपना बिज़नेस करता है। रागिनी की मुलाक़ात एक बार ट्रेन में हुई थी। तभी से दोनों दोस्त बन गये। मैंने कहा यार मैं कुछ लेकर आती हूँ। मैं अंदर गयी तो रागिनी भी मेरे पीछे आ गयी और बोली यार रेनू मुर्गा फंस गया है। मैं आज इसका लण्ड देखूँगी। मैंने कहा यार मैं भी देखूँगी इसका लण्ड। दिखाओगी मुझे रागिनी ? वह बोली यार दिखाऊंगी भी और पेलूँगी भी लण्ड तेरी चूत में ? रागिनी ने ड्रिंक्स का दौर चालू कर दिया और हम तीनो व्हिस्की का मज़ा लेने लगे।
मैंने एक घागरा पहना और एक छोटी सी ब्रा पहन ली जिससे मेरी चूँचियाँ निपल्स को छोड़ कर बाकी सब बाहर निकली हुई थीं। मैं भी रागिनी के साथ बैठ कर बातें करने लगी। केशव बड़ी मजेदार बातें कर रहा था।
- मैंने अचानक पूछा केशव तेरी शादी हो गयी है ?
- वह बोला हां हो गयी है।
- मैंने फिर पूंछा की तेरी बीवी कहाँ है ?
- वह बोला वह गाँव में है।
- रागिनी ने पूंछा तू अपनी बीवी अपने आपस क्यों नहीं रखता ?
- उसने जबाब दिया वह गाँव में ज्यादा खुश है ? वह हमारे और भी कई लोग है और आस पास में रिस्तेदार भी हैं।
- मैंने आँख मारते हुए मजाक में कहा अच्छा तो तेरी बीवी किसी और के साथ मज़ा कर रही है।
- वह बोला हां वह खूब मज़ा करती है। मेरे दोस्तों के साथ भी मज़ा करती है।
- मैंने कहा वाओ, ऐसा है क्या ?
- तब तक रागिनी खुल कर बोल पड़ी तो क्या तेरी बीवी तेरे दोस्तों से चुदवाती है ?
- वह बड़ी बेबाकी से बोला हां वह मेरे दोस्तों से चुदवाती है। तो क्या हुआ ?
- मैंने कहा अरे यार केशव तेरी बीवी तेरे दोस्तों से चुदवाती है और तुझे कोई फरक ही नहीं पड़ता ? ऐसा कैसे हो सकता है ?
- वह बोला फरक क्यों पड़ेगा रेनू जी, मैं भी उनकी बीवियां चोदता हूँ।
- रागिनी ने कहा इसका मतलब तेरी बीवी तेरे दोस्तों के अलावा और भी लोगों से चुदवाती होगी ?
- हां चुदवाती है। उसे ग़ैर मर्दों से चुदवाना अच्छा लगता है।
- रागिनी ने कहा तो फिर तुम्हे भी परायी बीवियां चोदना अच्छा लगता होगा ?
- हां अच्छा तो लगता है। बहुत अच्छा लगता इसीलिए तो चोदता हूँ।
- रागिनी बोली तो फिर हमने भी चोदो न केशव ? हम भी तो तेरे लिए परायी बीवियां हैं।
- वह बोला तुम दोनों की शादी हो गयी है ?
- मैंने कहा हां हो गयी है।
- वह बोला तो फिर जरूर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
थोड़ी देर में मैंने कहा यार आकाश मैं तेरे दोस्त की बीवी हूँ और तुम्हारी भाभी हूँ, मुझे चोदो। अपनी भाभी की बुर ले लो भोसड़ी के, बड़ा मज़ा आएगा ? पेल दो अपना लण्ड मेरी उबलती हुई चूत में। उधर रागिनी बोली हाय मेरे देवर राजा केशव पेलो अपना मोटा लण्ड अपनी भाभी की चूत में ? चोद डालो, फाड़ डालो अपनी भाभी की बुर ? गांड से जोर लगा लगा के चोदो जैसे तुम आकाश की बीवी चोदते हो। उस रात खूब घमाशान चुदाई हुई। दूसरी चुदाई में मैंने केशव से चुदवाया और रागिनी ने आकाश से।
मैं चाहती हूँ की हर बीवी को इसी तरह बढ़िया बढ़िया लण्ड मिलें और हर मरद को इतनी बढ़िया बढ़िया बीवियां मिलें चोदने को...
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