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लण्ड सीधे मुंह में लेती हूँ चाहे कितना बड़ा हो - Bade aur mote lund chusna achchha hai
लण्ड सीधे मुंह में लेती हूँ चाहे कितना बड़ा हो - Bade aur mote lund chusna achchha hai , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक दिन मैं जब कॉलेज से आयी तो देखा की मेरी अम्मी जान पड़ोस की आंटी से बातें कर रहीं हैं। मैं थोड़ा और नजदीक पहुंची तो मालूम हुआ की बातें कुछ चोदा चोदी की हो रहीं हैं इसलिए मेरा भी इच्छा हुई की मैं उनकी बातें सुनूं। मेरा कमरा बिलकुल बगल में था. मैं अपने कपड़े बदलने लगी क्योंकि मुझे वहां से उनकी बातें साफ़ साफ सुनाई दे रहीं थी।
एक दिन मैं जब कॉलेज से आयी तो देखा की मेरी अम्मी जान पड़ोस की आंटी से बातें कर रहीं हैं। मैं थोड़ा और नजदीक पहुंची तो मालूम हुआ की बातें कुछ चोदा चोदी की हो रहीं हैं इसलिए मेरा भी इच्छा हुई की मैं उनकी बातें सुनूं। मेरा कमरा बिलकुल बगल में था. मैं अपने कपड़े बदलने लगी क्योंकि मुझे वहां से उनकी बातें साफ़ साफ सुनाई दे रहीं थी।
- आंटी जी कह रही थीं :- अरे यार आजकल की लड़कियों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। जो हमारे ज़माने में बुरा माना जाता था वह आज कल अच्छा माना जाता है और वही धड़ल्ले से हो रहा है। हमारे समय में रात को शौहर आता था और अपना लण्ड भक्क से घुसेड़ देता था चूत में और चोद कर या तो चला जाता था या फिर सो जाता था। इसके अलावा कुछ होता ही नहीं था। आजकल तो चुदाई के पहले जाने क्या की होता है ? चुदाई तो बहन चोद सबसे बाद में होती है।
- अम्मी ने कहा :- अरे ये सब तुम्हे कब और कैसे मालूम हुआ ?
- आंटी ने कहा :- ये सब मुझे मेरी बेटी बता रही थी। वह कह रही थी अम्मी अब तो चुदाई सबसे आखिर में होती है। लड़कियां पहले लण्ड से खूब खेलती हैं, लण्ड हिलाती है, लण्ड से बातें करती है, लण्ड को प्यार से थप्पड़ मारती है और फिर मुंह में लेकर लण्ड चाटती है, चूसती हैं। पेल्हड़ तक चाटती हैं और चूमती हैं। मियां भी बीवी के पूरे नंगे बदन पर हाथ फिराता है। चूँचियाँ मसलता है, गाल चूमता है पूरा बदन चूमता है., पूरे नंगे बदन यानी पीठ पर, चूत पर, चूतड़ों पर, गांड पर, और जाँघों पर हाथ फेरता है। यहाँ तक की चूत भी चाटता है तब कहीं आखिर में लण्ड पेलता है बुर में ? यार मैं तो कभी इन सब चीजों के बारे में सोंच भी नहीं सकती थी। बुर चाटने की तो भोसड़ी वाला कोई हिम्मत ही नहीं करता था। लेकिन आजकल कोई भी लड़का बिना बुर चाटे चोदता ही नहीं। एक बात है यार बुर चटवाने में मज़ा तो बहुत आता है।
- अम्मी ने पूंछा :- बुर चटवाने में बड़ा मज़ा आता है यह बात तुम्हे कैसे मालूम है ? तूने तो कभी बुर चटवाया नहीं।
- आंटी ने बताया :- अरे यार। एक दिन मैं जब कमरे में घुसी तो देखा की मेरी बेटी नगीना अपने देवर से ही अपनी बुर चटवा रही है। उसका देवर बड़े मजे से अपनी जबान बुर के अंदर घुसेड़ कर चाट रहा था। मुझे तो यह भी लगा की वह जबान से बुर चोद रहा है। मैं अपनी चूत सहलाने लगी। बेटी ने मुझे देख लिया . वह बोली अम्मी तुम भी अपनी बुर चटवा लो। फिर मैंने भी कहा हां बेटा लो मेरी भी बुर चाटो।
- इससे पहले की अम्मी कुछ बोलती मैं कमरे में घुस गयी और बोली :- हाय अल्ला, आंटी जी तुम्हे शर्म नहीं आयी ऐसा कहते हुए ? और तेरी बेटी को भी कोई शर्म नहीं आयी यह कहते हुए की अम्मी तुम भी चटवा लो अपनी बुर ?
- आंटी जी ने कहा :- बेटी समीरा जिसकी चूत में आग होती है उसे अपनी चूत चटवाने के कोई शर्म नहीं आती ? शर्म उनको आती है जिनकी चूत में या तो आग नहीं होती है और अगर आग होती है तो वह ठंढी पड़ी होती है। मेरी बेटी की चूत में बहुत आग है इसलिए वह लड़कों से बुर चटवाती है। मेरी बुर में आग है यह बात मेरी बेटी जानती है इसलिए वह मेरी भी चटवाने की बात कह रही है।
- मैंने कहा :- हाय दईया, तो क्या वह किसी पराये मरद से अपनी बुर चटवायेगी अपने शौहर से नहीं ?
- आंटी बोली :- हां तो क्या हुआ ? इसमें कोई गुनाह तो नहीं है ?
- मैंने कहा ;- अम्मी, ये आंटी क्या कह रही हैं ? मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है
- अम्मी ने कहा :- हां बेटी समीरा आंटी सच कह रहीं हैं। पराये मरद से चुदवाना कोई गुनाह तो नहीं है। अपनी माँ चुदवाना कोई गुनाह तो नहीं है। बेटी के साथ लण्ड की अदला बदली करना कोई गुनाह तो नहीं है।
- मैंने कहा :- आंटी जी मैंने तो अपनी माँ कभी नहीं चुदवाई ?
- आंटी बोली :- समीरा भोसड़ी की अब तू २१ साल की हो गयी है। अगर तेरी चूत में आग है तो माँ चुदाना शुरू कर दे अपनी, नहीं तो बाद में तू पछताएगी ? सुना नहीं तूने तेरी अम्मी कह रही है की बेटी के साथ लण्ड की अदला बदली करना कोई गुनाह नहीं है।
- अम्मी ने पूंछा :- बेटी समीरा मुझे सच सच बताओ। तेरी उम्र लण्ड पकड़ने की ही नहीं बल्कि चुदवाने की भी हो गयी है। अब तुम मुझे बताओ की तुम लण्ड पकड़ती हो की नहीं ?
- मैंने कहा :- हां अम्मी पकड़ती हूँ।
- अम्मी ने फिर पूंछा :- जब लण्ड सामने आता है तो क्या करती हो ?
- मैंने कहा :- लण्ड मैं सीधे मुंह में ले लेती हूँ, अम्मी।
- अम्मी बोली :- तो फिर तू बुर चोदी लण्ड अपनी माँ के मुंह में क्यों नहीं पेल देती ?
- फिर मैं बड़ी बेशर्मी से बोली :- अब मैं लण्ड सीधे तेरे मुंह में भी पेल दूँगी और तेरी बुर में भी।
अम्मी ने मुझे गले लगा लिया और कहा समीरा, जब बेटी जवान हो जाती है तो वह अपनी माँ की सहेली हो जाती है। उन दोनों के बीच कोई शर्म नहीं होती। दोनों एक दूसरे को सब कुछ बता देतीं है और कुछ भी नहीं छुपाती।आंटी ने कहा देखा ताहिरा (मेर अम्मी का नाम) मैं कहती थी न की आजकल की लड़कियां बड़ी तेज होतीं हैं। हमसे ज्यादा सेक्सी होती हैं। उन्हें लण्ड से बेहद प्यार और मोहब्बत होता है। लण्ड जैसे ही किसी लड़की के सामने खुलता है उसके पहले लड़की का मुंह खुल जाता है। वह लण्ड मुंह में भर लेती है और फिर लण्ड मुंह में रहते ही रहते खड़ा हो जाता है। तब तक वह पेल्हड़ सहलाती रहती है। मैंने कहा अम्मी मेरे कॉलेज में कोई ऐसी लड़की नहीं है जो लण्ड सीधे अपने मुंह में न लेती हो ?
मैं पहले आपको बता दूँ मैं अम्मी से कैसे खुल गयी। एक दिन मैं अपनी सहेली से बात कर रही थी। सवेरे का समय था। अम्मी चाय लेकर मेरे पास आयी और मैं फोन पर जुटी थी। मैंने अम्मी को नहीं देखा। मैं बोल रही थी - सारा की माँ की चूत ? मैं उसे देख लूंगी। पहले तू यह बता की तूने आज कॉलेज में किसका लण्ड पिया ,,,,,,,,, लंबा था की मोटा,,,,,,,,,,,,, वाओ इतना मोटा था तब तो तेरे मुंह में ही नहीं आया होगा ,,,,,,,,,, हां हां तेरी माँ के भोसड़ा में तो घुस ही जायेगा ,,,,,,,,,,,,,,,,, अच्छा सच में तू उससे अपनी माँ चुदायेगी ,,,,,,,,, उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,, वो मेरा क्या उखाड़ लेगा ,.,,,,,,,,,,,,,, अरे यार वह बहुत बड़ी छिनार है बुर चोदी ,,,,,,, मैं तो रोज़ ही लण्ड पीती हूँ मेरा क्या ,,,,,,,,,,,,,,,,अच्छा मतलब यह की मैं तेरी माँ की चूत में लण्ड पेलूं ,,,,,,,,,,,,,,, आये हाय तू ही बड़ी चालाक है क्या ,,,, चल हट मैं झांट वाले लण्ड नहीं पसंद करती,,,,,,,, हां हां ठीक है कल बताना मैं उसकी गांड में घुसेड़ दूँगी।
फोन बंद हुआ तो मैं मुड़ी और देखा की अम्मी मुस्करा रही हैं। मैं समझ गयी की अम्मी ने मेरी बातें सुन लीं हैं। वह बोली बेटी मैं खुश हूँ की तुम जवान हो गयी हो। अब जवानी का मज़ा लूटो। अम्मी आँख मारती हुई और मुस्कराती हुई बोली - लण्ड पीती हो तो पियो मैं तुम्हे मना नहीं करूंगी। पर ये बता भोसड़ी वाली की तूने मुझे क्यों नहीं बताया ? तेरी माँ की चूत, समीरा ? अब आगे न छुपाना ? बस तब से अम्मी मुझसे खुल कर बात करने लगी। हां अभी तक हमने एक साथ लण्ड नहीं पकड़ा ?
आज जो मैंने आंटी की बातें सुनी उसका असर मेरे मन पर बहुत गहरा हुआ। मैं सोंचने लगी की जब आंटी की बेटी नगीना अपनी माँ चुदवाती है तो मैं भी चुदवा सकती हूँ। वह तो मेरी ही उम्र की है। मैं उससे मिलने चली गयी. जब वह मुझसे मिली तो उसने खुल कर बातें करनी शुरू कर दी। वह बड़ी मस्ती से बोली यार समीरा मेरी अम्मी बुर चोदी चुदवाने में मुझसे भी आगे है। मेरे हर बॉय फ्रेंड का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ देती है। मेरे दोस्त मेरी माँ चोदते हैं तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। पर एक बात भी है की अम्मी भी अपने सभी बॉय फ्रेंड लण्ड मेरी चूत में पेल देती है। लेकिन मैं लण्ड सीधे अपने मुंह में ले लेती हूँ बाद में बुर में। मेरी अम्मी को अपनी बिटिया चुदवाने में कोई शर्म नहीं आती। उसके बाद तो मैं भी मादर चोद हो गयी बड़ी बेशर्म। अम्मी मुझे मादर चोद यानी अपनी माँ चुदाने वाली नगीना कहती है और मैं उसे बेटी चोद सुल्ताना (आंटी का नाम) कहती हूँ। यानी अपनी बेटी चुदाने वाली सुल्ताना। यार कुछ भी हो मज़ा बहुत आ रहा है ज़िन्दगी का ?
नगीना की बातों ने मेरे अंदर आग लगा दी।
एक दिन मैं घर में अकेली थी। मैं जब आयी थी तो अम्मी नहीं मिली मैंने समझा की वह कहीं बाहर गयीं हैं। मैं अकेली थोड़ी देर में बोर होने लगी। तभी मेरे मन में कुछ खुराफ़ात सूझी और मैंने अपने एक बॉय फ्रेंड करीम को बुला लिया। वह मेरे घर के पास में ही रहता था। मैंने कहा यार तुम बुर्का पहन कर आना ताकि लोग समझें की कोई लड़की है। वह आया तो मैं उससे लिपट गयी और कहा यार मुझे अपना लण्ड दिखाओ। वह बोला समीरा पहले तुम मुझे अपनी चूत दिखाओ और अपने बूब्स दिखाओ, अपनी गांड दिखाओ। उसकी बात भी सही थी। मैं तो नंगी होना ही चाहती थी। मैंने अपने कपड़े खोल कर फेंक दिया और नंगी नंगी उसके सामने खड़ी हो गयी और कहा लो देख लो तुम्हे जो कुछ देखना है। मैं घूम घूम कर अपना जिस्म दिखाने लगी और फिर मैंने उसकी कमीज उतारी। उसकी नंगी छाती मुझे बहुत सेक्सी लग रही थी। फिर मैंने उसके पैजामे का नाड़ा खोला। नाड़ा खुलते ही पैजामा नीचे गिर पड़ा और वह एकदम नंगा हो गया। मैं घुटनो के बल बैठ गयी. मेरा मुंह अपने आप खुल गया। मैंने लण्ड सीधे मुंह में ले लिया और अंदर ही अंदर सुपाड़ा चाटने लगी सुपाड़े के चारों तरफ जबान फिराने लगी। लण्ड साला बढ़ता गया और बढ़ते बढ़ते ८" का हो गया। मेरे मुंह से निकला भोसड़ी के करीम तेरा कितना बड़ा लण्ड है यार ? वह बोला मैं क्या करूं समीरा, लड़कियों के हाथ में जाकर लण्ड साला बड़ा हो ही जाता है।
मैं बोली हाय अल्ला, तो क्या कई लड़कियां तेरा लण्ड पकड़तीं है ? उसने बताया समीरा मेरा लण्ड लड़कियां भी पकड़तीं हैं और लड़कियों की माँ भी पकड़तीं हैं। लड़कियों से ज्यादा उनकी माँ चूसती हैं मेरा लण्ड ? मैं यह बात सुनकर हैरान हो गयी की आजकल लड़कियां ही नहीं बल्कि अम्मियाँ भी बुर चोदी बड़ी छिनार और बदचलन होतीं हैं। मेरी अम्मी भी बुर चोदी कई लड़कों के लण्ड चूसती होगी। मैंने मन में ठान लिया की अब मैं अम्मी को किसी दिन रंगे हाथों पकडूँगी। मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी और एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए लण्ड चूसने में जुटी थी।
अचानक मेरे कमरे में अम्मी आ गयीं। मैं तो उसे देख कर दंग रह गयी। अम्मी तो बिलकुल नंगी थीं। मैं आज पहली बार उसे नंगी देख रही थी। अम्मी बोली इसका लण्ड तो बहुत बड़ा है समीरा ? बड़ा मज़ा आ रहा होगा तुझे इसका लण्ड चूसने में ? अब यह बता क्या तू बुर चोदी अकेले अकेले ही लण्ड चूसेगी ? मुझे नहीं चूसने देगी तू ? मैंने कहा अरे अम्मी जान मुझे नहीं मालूम था की तुम यहाँ हो ? मैं समझी की तुम बाहर गयी हो ? वह बोली मुझे तेरे कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई पड़ी तो मैं तेरे पास आ गयी। मैंने कहा अम्मी जान तो फिर लो चुसो न मेरे दोस्त का लण्ड ? वह बोली हां जरूर चूसूंगी लेकिन तुम अब मेरे कमरे में चलो। अम्मी ने उसका लण्ड अपने हाथों में लिया और मैं चल पड़ी। मैं नंगी नंगी उसके पीछे चल पड़ी।
मैं जब कमरे में घुसी तो देखा की वहां अम्मी की उम्र की एक औरत नंगी बैठी हुई दो दो लण्ड हिला रही है। वह औरत जब मेरी टाफ मुड़ी तो मैंने कहा वाओ, फरहा आंटी तुम ? वह बोली हां बेटी समीरा मैं हूँ और मैं यहाँ तेरी अम्मी के साथ चोदा चोदी एन्जॉय करने आयी हूँ। तब अम्मी ने बताया की समीरा ये दोनों लड़के जानती हो कौन हैं। मैंने कहा नहीं अम्मी मैं इन्हे नहीं जानती ? तब अम्मी ने बताया की यह है कासिम आंटी की बेटी का शौहर और यह है वसीम कासिम का दोस्त ? मैने कहा बाप रे बाप आंटी अपने दामाद से ही चुदवा रही हैं ? अम्मी बोली तो क्या हुआ बेटी ? हमारे यहाँ यह सब चलता है। रात को चुदवाते समय कोई नाता रिस्ता नहीं देखा जाता। चूत में जब आग लगी होती है तो उसे लण्ड चाहिए बस लण्ड ? नाते रिश्ते की माँ का चूत ? अब देखो तेरा अब्बू मुझे तलाक देकर चला गया। लेकिन अच्छा ही हुआ क्योंकि उसका लण्ड बहन चोद झांट भर का था। मुझे मज़ा ही नहीं आता था। मैंने कहा अम्मी पर मैं उसी की औलाद हूँ न ? अम्मी ने बताया नहीं बेटी तुम उसकी औलाद नहीं हो। तुम एक विदेशी की पैदा की हुई औलाद हो इसीलिए इतनी गोरी और खूबसूरत हो तुम ? मैंने पूंछा तो फिर मेरा बाप कौन है अम्मी ?
उसने कहा वह जर्मनी का आदमी था जिससे मैंने बैंकॉक में चुदवाया था। अब पता नहीं वह कहाँ है पर उसकी फोटो है मेरे पास मैं तुम्हे किसी दिन दिखाउंगी। उसके लण्ड की भी फोटो है मेरे पास ? अब लो बेटी तुम कासिम के लण्ड का मज़ा लो। मैंने कासिम का लण्ड सीधे मुंह में ले लिया। आंटी ने करीम का लण्ड अपने मुंह में डाला और अम्मी ने वसीम का लण्ड सीधे अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैंने कहा फरहा आंटी तुम अपनी बेटी के शौहर का लण्ड चूसती हो। उससे चुदवाती हो तो तेरी बेटी को बुर नहीं लगता ? आंटी ने कहा उसकी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? उसे क्यों बुरा लगेगा। वह भी तो मेरे मियां का लण्ड पीती है भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हाय रब्बा, क्या कह रही हो आंटी ? उसने कहा की समीरा अभी बताया न तेरी अम्मी ने की चूत की आग बुझान के लिए लण्ड की जरुरत होती है किसी रिश्ते की नहीं। मेरी बेटी ने एक दिन धोखे से अपने अब्बा का लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड उसे पसंद आ गया तो मैंने कहा बेटी कोई बात नहीं है ऐसा अक्सर हो जाता है। अपनी जवान का मज़ा लूटो लण्ड भोसड़ी का चाहे जिसका हो ? आजकल वह मेरे देवर से चुदवाती है, मेरे भाई जान से चुदवाती हैं, मेरे बड़े दामाद से चुदवाती है, अपने मियां के दोस्तों से चुदवाती है। बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो गयी बुर चोदी ? अब मुझे उसके मियां का लण्ड पसंद है तो मैं उससे चुदवा रही हूँ।
फिर मैंने भी कासिम का लण्ड पेला अपनी चूत में और भकाभक चुदवाने लगी। मेरे सामने मेरी अम्मी और आंटी दोनों धकाधक चुदवाने लगीं। यह पहला मौक़ा था जब मैं अम्मी के साथ चुदाई का मज़ा लूट रही थी।
एक दिन मैं नगीना के घर पहुंच गयी। उस दिन वह घर में अकेली थी। मुझे देख कर वह बोली समीरा तू मेरे साथ अंदर चल। मैं अंदर चली गयी। जैसे ही मैं घुसी उसने अपनी चादर फेंक दी। अंदर से वह बिलकुल नंगी थी। मैं उसे नंगी देखकर हैरान हो गयी। थोड़ा और आगे बढ़ी तो देखा की एक लड़का एकदम नंगा लेटा है और उसका लण्ड टन टना रहा है। मैंने कहा नगीना यह तेरा मियां है ? वह बोली नहीं यार यह मेरा मियां नहीं मेरा यार है। मैं इससे शादी के पहले भी चुदवाती थी और शादी के बाद भी चुदवाती हूँ। और एक बात बताऊँ आजकल कोई भी बीवी अपने मियां का लण्ड नहीं पकड़ती ? वो तो दूसरों के मियों का लण्ड पकड़ती है और उन्ही से चुदवाती है। समीरा तू अच्छी तरह समझ ले की आजकल ग़ैर मर्दों से चुदवाने का ज़माना है। यही काम मेरी अम्मी जान करती है और यही काम मैं भी करती हूँ। इतने में नगीना ने वह लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया और खुद मेरी बुर चाटने लगी।
थोड़ी देर बाद उसने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और मैं मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। तब नगीना ने बताया की यही लण्ड तेरी माँ का भोसड़ा चोद चुका है समीरा और इसने मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदा है। इसका लण्ड साला बड़ा हरामजादा है।
मैं पहले आपको बता दूँ मैं अम्मी से कैसे खुल गयी। एक दिन मैं अपनी सहेली से बात कर रही थी। सवेरे का समय था। अम्मी चाय लेकर मेरे पास आयी और मैं फोन पर जुटी थी। मैंने अम्मी को नहीं देखा। मैं बोल रही थी - सारा की माँ की चूत ? मैं उसे देख लूंगी। पहले तू यह बता की तूने आज कॉलेज में किसका लण्ड पिया ,,,,,,,,, लंबा था की मोटा,,,,,,,,,,,,, वाओ इतना मोटा था तब तो तेरे मुंह में ही नहीं आया होगा ,,,,,,,,,, हां हां तेरी माँ के भोसड़ा में तो घुस ही जायेगा ,,,,,,,,,,,,,,,,, अच्छा सच में तू उससे अपनी माँ चुदायेगी ,,,,,,,,, उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,, वो मेरा क्या उखाड़ लेगा ,.,,,,,,,,,,,,,, अरे यार वह बहुत बड़ी छिनार है बुर चोदी ,,,,,,, मैं तो रोज़ ही लण्ड पीती हूँ मेरा क्या ,,,,,,,,,,,,,,,,अच्छा मतलब यह की मैं तेरी माँ की चूत में लण्ड पेलूं ,,,,,,,,,,,,,,, आये हाय तू ही बड़ी चालाक है क्या ,,,, चल हट मैं झांट वाले लण्ड नहीं पसंद करती,,,,,,,, हां हां ठीक है कल बताना मैं उसकी गांड में घुसेड़ दूँगी।
फोन बंद हुआ तो मैं मुड़ी और देखा की अम्मी मुस्करा रही हैं। मैं समझ गयी की अम्मी ने मेरी बातें सुन लीं हैं। वह बोली बेटी मैं खुश हूँ की तुम जवान हो गयी हो। अब जवानी का मज़ा लूटो। अम्मी आँख मारती हुई और मुस्कराती हुई बोली - लण्ड पीती हो तो पियो मैं तुम्हे मना नहीं करूंगी। पर ये बता भोसड़ी वाली की तूने मुझे क्यों नहीं बताया ? तेरी माँ की चूत, समीरा ? अब आगे न छुपाना ? बस तब से अम्मी मुझसे खुल कर बात करने लगी। हां अभी तक हमने एक साथ लण्ड नहीं पकड़ा ?
आज जो मैंने आंटी की बातें सुनी उसका असर मेरे मन पर बहुत गहरा हुआ। मैं सोंचने लगी की जब आंटी की बेटी नगीना अपनी माँ चुदवाती है तो मैं भी चुदवा सकती हूँ। वह तो मेरी ही उम्र की है। मैं उससे मिलने चली गयी. जब वह मुझसे मिली तो उसने खुल कर बातें करनी शुरू कर दी। वह बड़ी मस्ती से बोली यार समीरा मेरी अम्मी बुर चोदी चुदवाने में मुझसे भी आगे है। मेरे हर बॉय फ्रेंड का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ देती है। मेरे दोस्त मेरी माँ चोदते हैं तो मुझे बड़ा मज़ा आता है। पर एक बात भी है की अम्मी भी अपने सभी बॉय फ्रेंड लण्ड मेरी चूत में पेल देती है। लेकिन मैं लण्ड सीधे अपने मुंह में ले लेती हूँ बाद में बुर में। मेरी अम्मी को अपनी बिटिया चुदवाने में कोई शर्म नहीं आती। उसके बाद तो मैं भी मादर चोद हो गयी बड़ी बेशर्म। अम्मी मुझे मादर चोद यानी अपनी माँ चुदाने वाली नगीना कहती है और मैं उसे बेटी चोद सुल्ताना (आंटी का नाम) कहती हूँ। यानी अपनी बेटी चुदाने वाली सुल्ताना। यार कुछ भी हो मज़ा बहुत आ रहा है ज़िन्दगी का ?
एक दिन मैं घर में अकेली थी। मैं जब आयी थी तो अम्मी नहीं मिली मैंने समझा की वह कहीं बाहर गयीं हैं। मैं अकेली थोड़ी देर में बोर होने लगी। तभी मेरे मन में कुछ खुराफ़ात सूझी और मैंने अपने एक बॉय फ्रेंड करीम को बुला लिया। वह मेरे घर के पास में ही रहता था। मैंने कहा यार तुम बुर्का पहन कर आना ताकि लोग समझें की कोई लड़की है। वह आया तो मैं उससे लिपट गयी और कहा यार मुझे अपना लण्ड दिखाओ। वह बोला समीरा पहले तुम मुझे अपनी चूत दिखाओ और अपने बूब्स दिखाओ, अपनी गांड दिखाओ। उसकी बात भी सही थी। मैं तो नंगी होना ही चाहती थी। मैंने अपने कपड़े खोल कर फेंक दिया और नंगी नंगी उसके सामने खड़ी हो गयी और कहा लो देख लो तुम्हे जो कुछ देखना है। मैं घूम घूम कर अपना जिस्म दिखाने लगी और फिर मैंने उसकी कमीज उतारी। उसकी नंगी छाती मुझे बहुत सेक्सी लग रही थी। फिर मैंने उसके पैजामे का नाड़ा खोला। नाड़ा खुलते ही पैजामा नीचे गिर पड़ा और वह एकदम नंगा हो गया। मैं घुटनो के बल बैठ गयी. मेरा मुंह अपने आप खुल गया। मैंने लण्ड सीधे मुंह में ले लिया और अंदर ही अंदर सुपाड़ा चाटने लगी सुपाड़े के चारों तरफ जबान फिराने लगी। लण्ड साला बढ़ता गया और बढ़ते बढ़ते ८" का हो गया। मेरे मुंह से निकला भोसड़ी के करीम तेरा कितना बड़ा लण्ड है यार ? वह बोला मैं क्या करूं समीरा, लड़कियों के हाथ में जाकर लण्ड साला बड़ा हो ही जाता है।
मैं बोली हाय अल्ला, तो क्या कई लड़कियां तेरा लण्ड पकड़तीं है ? उसने बताया समीरा मेरा लण्ड लड़कियां भी पकड़तीं हैं और लड़कियों की माँ भी पकड़तीं हैं। लड़कियों से ज्यादा उनकी माँ चूसती हैं मेरा लण्ड ? मैं यह बात सुनकर हैरान हो गयी की आजकल लड़कियां ही नहीं बल्कि अम्मियाँ भी बुर चोदी बड़ी छिनार और बदचलन होतीं हैं। मेरी अम्मी भी बुर चोदी कई लड़कों के लण्ड चूसती होगी। मैंने मन में ठान लिया की अब मैं अम्मी को किसी दिन रंगे हाथों पकडूँगी। मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी और एक हाथ से पेल्हड़ थामे हुए लण्ड चूसने में जुटी थी।
अचानक मेरे कमरे में अम्मी आ गयीं। मैं तो उसे देख कर दंग रह गयी। अम्मी तो बिलकुल नंगी थीं। मैं आज पहली बार उसे नंगी देख रही थी। अम्मी बोली इसका लण्ड तो बहुत बड़ा है समीरा ? बड़ा मज़ा आ रहा होगा तुझे इसका लण्ड चूसने में ? अब यह बता क्या तू बुर चोदी अकेले अकेले ही लण्ड चूसेगी ? मुझे नहीं चूसने देगी तू ? मैंने कहा अरे अम्मी जान मुझे नहीं मालूम था की तुम यहाँ हो ? मैं समझी की तुम बाहर गयी हो ? वह बोली मुझे तेरे कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई पड़ी तो मैं तेरे पास आ गयी। मैंने कहा अम्मी जान तो फिर लो चुसो न मेरे दोस्त का लण्ड ? वह बोली हां जरूर चूसूंगी लेकिन तुम अब मेरे कमरे में चलो। अम्मी ने उसका लण्ड अपने हाथों में लिया और मैं चल पड़ी। मैं नंगी नंगी उसके पीछे चल पड़ी।
मैं जब कमरे में घुसी तो देखा की वहां अम्मी की उम्र की एक औरत नंगी बैठी हुई दो दो लण्ड हिला रही है। वह औरत जब मेरी टाफ मुड़ी तो मैंने कहा वाओ, फरहा आंटी तुम ? वह बोली हां बेटी समीरा मैं हूँ और मैं यहाँ तेरी अम्मी के साथ चोदा चोदी एन्जॉय करने आयी हूँ। तब अम्मी ने बताया की समीरा ये दोनों लड़के जानती हो कौन हैं। मैंने कहा नहीं अम्मी मैं इन्हे नहीं जानती ? तब अम्मी ने बताया की यह है कासिम आंटी की बेटी का शौहर और यह है वसीम कासिम का दोस्त ? मैने कहा बाप रे बाप आंटी अपने दामाद से ही चुदवा रही हैं ? अम्मी बोली तो क्या हुआ बेटी ? हमारे यहाँ यह सब चलता है। रात को चुदवाते समय कोई नाता रिस्ता नहीं देखा जाता। चूत में जब आग लगी होती है तो उसे लण्ड चाहिए बस लण्ड ? नाते रिश्ते की माँ का चूत ? अब देखो तेरा अब्बू मुझे तलाक देकर चला गया। लेकिन अच्छा ही हुआ क्योंकि उसका लण्ड बहन चोद झांट भर का था। मुझे मज़ा ही नहीं आता था। मैंने कहा अम्मी पर मैं उसी की औलाद हूँ न ? अम्मी ने बताया नहीं बेटी तुम उसकी औलाद नहीं हो। तुम एक विदेशी की पैदा की हुई औलाद हो इसीलिए इतनी गोरी और खूबसूरत हो तुम ? मैंने पूंछा तो फिर मेरा बाप कौन है अम्मी ?
उसने कहा वह जर्मनी का आदमी था जिससे मैंने बैंकॉक में चुदवाया था। अब पता नहीं वह कहाँ है पर उसकी फोटो है मेरे पास मैं तुम्हे किसी दिन दिखाउंगी। उसके लण्ड की भी फोटो है मेरे पास ? अब लो बेटी तुम कासिम के लण्ड का मज़ा लो। मैंने कासिम का लण्ड सीधे मुंह में ले लिया। आंटी ने करीम का लण्ड अपने मुंह में डाला और अम्मी ने वसीम का लण्ड सीधे अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैंने कहा फरहा आंटी तुम अपनी बेटी के शौहर का लण्ड चूसती हो। उससे चुदवाती हो तो तेरी बेटी को बुर नहीं लगता ? आंटी ने कहा उसकी माँ का भोसड़ा बहन चोद ? उसे क्यों बुरा लगेगा। वह भी तो मेरे मियां का लण्ड पीती है भोसड़ी वाली ? मैंने कहा हाय रब्बा, क्या कह रही हो आंटी ? उसने कहा की समीरा अभी बताया न तेरी अम्मी ने की चूत की आग बुझान के लिए लण्ड की जरुरत होती है किसी रिश्ते की नहीं। मेरी बेटी ने एक दिन धोखे से अपने अब्बा का लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड उसे पसंद आ गया तो मैंने कहा बेटी कोई बात नहीं है ऐसा अक्सर हो जाता है। अपनी जवान का मज़ा लूटो लण्ड भोसड़ी का चाहे जिसका हो ? आजकल वह मेरे देवर से चुदवाती है, मेरे भाई जान से चुदवाती हैं, मेरे बड़े दामाद से चुदवाती है, अपने मियां के दोस्तों से चुदवाती है। बहुत बड़ी चुदक्कड़ हो गयी बुर चोदी ? अब मुझे उसके मियां का लण्ड पसंद है तो मैं उससे चुदवा रही हूँ।
फिर मैंने भी कासिम का लण्ड पेला अपनी चूत में और भकाभक चुदवाने लगी। मेरे सामने मेरी अम्मी और आंटी दोनों धकाधक चुदवाने लगीं। यह पहला मौक़ा था जब मैं अम्मी के साथ चुदाई का मज़ा लूट रही थी।
एक दिन मैं नगीना के घर पहुंच गयी। उस दिन वह घर में अकेली थी। मुझे देख कर वह बोली समीरा तू मेरे साथ अंदर चल। मैं अंदर चली गयी। जैसे ही मैं घुसी उसने अपनी चादर फेंक दी। अंदर से वह बिलकुल नंगी थी। मैं उसे नंगी देखकर हैरान हो गयी। थोड़ा और आगे बढ़ी तो देखा की एक लड़का एकदम नंगा लेटा है और उसका लण्ड टन टना रहा है। मैंने कहा नगीना यह तेरा मियां है ? वह बोली नहीं यार यह मेरा मियां नहीं मेरा यार है। मैं इससे शादी के पहले भी चुदवाती थी और शादी के बाद भी चुदवाती हूँ। और एक बात बताऊँ आजकल कोई भी बीवी अपने मियां का लण्ड नहीं पकड़ती ? वो तो दूसरों के मियों का लण्ड पकड़ती है और उन्ही से चुदवाती है। समीरा तू अच्छी तरह समझ ले की आजकल ग़ैर मर्दों से चुदवाने का ज़माना है। यही काम मेरी अम्मी जान करती है और यही काम मैं भी करती हूँ। इतने में नगीना ने वह लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया और खुद मेरी बुर चाटने लगी।
थोड़ी देर बाद उसने लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और मैं मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। तब नगीना ने बताया की यही लण्ड तेरी माँ का भोसड़ा चोद चुका है समीरा और इसने मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदा है। इसका लण्ड साला बड़ा हरामजादा है।
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