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मुझे रात भर किसने चोदा, पता ही नहीं चला - Mujhe raatbhar kisne choda, pataa hi nahi
मुझे रात भर किसने चोदा, पता ही नहीं चला - Mujhe raatbhar kisne choda, pataa hi nahi , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
एक शादी के सामारोह में चार बीवियां सवेरे सवेरे बैठी हुई आपस में बातें कर रहीं थीं। ये चारों बीवियां कई दिनों से यहाँ ठहरी हुई हैं। ये बीवियां थीं मिसेज रितिका चौधरी, मिसेज पूजा घोष, मिसेज रुपाली गांगुली और मिसेज सपना बनर्जी। सवेरे का समय था इसलिए सभी चाय का आनंद ले रहीं थीं। कमरे में और कोई नहीं था। बातें बड़ी अच्छी और मसाले दार हो रहीं थीं जैसा की शादी के माहौल में अक्सर होता है। जहाँ ख़ुशी होती है वहां इन जवान बीवियों की मस्ती अंदर से निकल ही आती है। ऐसे में सेक्स की बातें न हो ऐसा तो मुमकिन है ही नहीं। मिसेज पूजा ने सेक्स की बात शुरू की तो फिर चोदा चोदी की बातें खुले आम होने लगीं। लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा सब कुछ खुले आम होने लगा। मिसेज रितिका बोली - यार कुछ भी हो, पर एक बात तय हैं की सवेरे सवेरे चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। लौड़ा भी बहन चोद तन कर खड़ा होता है और चूत भी बुर चोदी बड़ी गरम रहती है।
- मिसेज रुपाली बोली - हां मैं तेरी बात से बिल्कुल सहमत हूँ। मुझे भी सवेरे सवेरे चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है और मैं अक्सर सवेरे जरूर चुदवाती हूँ। आज ही मैं सवेरे ४ बजे उठ गयी थी। घर में बिलकुल अन्धेरा था मैंने उसका लण्ड पकड़ा तो वह साला कुतुबमीनार बना हुआ था। बस फिर क्या पहले तो मैंने लण्ड मुंह में लिया और मजे से बड़ी देर तक चूसा। फिर लण्ड अपनी चूत में घुसा कर खूब दनादन्न धक्के लगवाए और मस्ती से चुदवाया। पर एक बात है उसका लण्ड कुछ अलग सा लगा मुझे ?
- पूजा ने कहा :- यार तुम्हे लण्ड अलग सा लगा तो तूने जानकारी नहीं की की वह कौन था ?
- रुपाली बोली :- अरे यार जब लण्ड बहन चोद मज़ा दे रहा था। पहली बार मुझे इतना मज़ा आ रहा था तो मैं क्या बेवकूफ हूँ की उससे पूंछती की तुम कौन हो ? अरे होगा कोई भोसड़ी वाला पर था बड़ा मस्त चोदने वाला लड़का ?
- पूजा ने फिर पूंछा ;- अच्छा यह तो बता की उसका लण्ड कैसा था और क्या वह कुछ बोल रहा था ?
- रुपाली ने बताया - उसका लण्ड लगभग ८" का होगा। उंगलियों से टटोलने पर पता चला की सुपाड़ा अंडाकार है। उसकी थोड़ी झांटें थी। मैंने झांटों पर उंगलियां भी फिराईं जब की मेरे हसबैंड की झांटें बिलकुल नहीं हैं। मैं समझ गयी की यह मेरा हसबैंड नहीं है। पर जो भी है वह मजेदार है। मैंने उसे चोदने दिया। हां चोदते समय वह कुछ बुदबुदा रहा था। शायद उसके मुंह से निकला मैं रुपाली की बुर ले रहा हूँ।
- पूजा बोली :- हाय दईया, वह तो मेरा हसबैंड रंजन घोष था। उसकी झांटें भी है और वह चोदते समय परायी बीवियों का नाम लेता है। कभी आशा, कभी रीना, कभी सीमा बोलता है ? चोदता है मेरी बुर लेकिन कहता है की मैं रेनू की बुर चोद रहा हूँ। मैं भी उसको मना नहीं करती क्योंकि ऐसे में वह बड़ी तरह से चोदता है। मैं इसलिए उसे बोलने देती हूँ। और हां उसके लण्ड का सुपाड़ा अंडाकार है। एक बात बताओ की अगर मेरा हसबैंड तुम्हे चोद रहा था तो फिर मुझे रात भर किसने चोदा ?
- सपना बोली :- अरे पूजा पहले तू यह तो बता की उसका लण्ड कैसा था चोदता कैसा था।
- पूजा ने जबाब दिया :- यार लण्ड मोटा था सुपाड़ा गोल गोल था। झांटें बिलकुल नहीं थी। दोनों पेल्हड़ बराबर थे और थे थोड़े बड़े बड़े। चोदने में तो लाजबाब था। मुझे लगा तो की यह मेरे हसबैंड का लण्ड नहीं है। किसी और का लण्ड है पर मैं बेधड़क चुदवाती चली गयी और मन में कहा होगा मादर चोद किसी एक मियां ? मुझे उसे लेना देना मुझे तो चुदवाने से मतलब। मैं चुदवाती गयी और उसका अपनी गांड से धक्का मार मार के हौसला बढ़ाती गयी।
- रितिका बोली :- क्या उसने तुम्हे अपने लण्ड पर बैठाया पूजा ?
- पूजा :- हां बिलकुल बैठाया और जब वह खलास हुआ तो लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया ? फिर मैं मस्ती से लण्ड पीने लगी।
- रितिका बोली :- अरे यार वह तो मेरा हसबैंड था। वह लण्ड पर जरूर बैठाता है। झड़ता हुआ लण्ड मुंह में घुसा देता है। उसका लण्ड मोटा है सुपाड़ा गोल है। इसका मतलब पूजा तूने मेरे हसबैंड से रात भर चुदवाया। अब तू मुझे ये बता की मुझे रात भर किसने चोदा ? चोदने वाला था तो बड़ा अनुभवी बहन चोद ? उसने मुझे पहले खूब गरम किया, लण्ड मेरी चूँचियों में पेला और फिर मेरी बुर चोदी।
- सपना बोली :- अरे यार रितिका पहले उसके लण्ड का हुलिया बताओ।
- रितिका ने बताया :- लण्ड तो लगभग ८" + होगा . ऊपर से नीचे तक बराबर है। हां मुझे ऐसा लगा की वह खड़ा होने पर थोड़ा टेढ़ा हो जाता है। उसे पीछे से चोदने का जबरदस्त शौक है।
- सपना बीच में ही बोल पड़ी :- अरे यार यह मेरा हसबैंड हैसजल। अब यह बताओ। मेरा हसबैंड तो तुम्हे चोद रहा था रितिका तो फिर मुझे रात भर किसने चोदा ?
- तब रुपाली बोली :- अरे यार अब तो सब साफ़ हो गया ।अब तो बस मेरा ही हसबैंड बचा ? तुझे तो मेरे हसबैंड देवाशीष ने ही चोदा होगा। फिर भी तू उसके बारे में बता और उसके लण्ड के बारे में बता।
- सपना बोली :- लण्ड तो मोटा भी है और लंबा भी। वह मेरी गांड के नीचे दो दो तकिया लगा कर चोद रहा था। उसने मुझे पलंग के किनारे घसीट लिया। खुद वह नीचे खड़ा हो गया। मेरी गांड के नीचे तकिया लगा दी और मेरी दोनों टांगें अपने दोनों कंधे पर रख लीं। लण्ड मेरी चूत के मुंह पर रख दिया और फिर धक्के पे धक्के मारने लगा। उसने मेरी चूँचियाँ भी चोदीं और गांड पर भी खूब हाथ फेरा।
- रुपाली ने कहा :- बस बस वह तो मेरा ही हसबैंड था। तुम्हे मेरे हसबैंड ने चोदा सपना। तूने मेरे हसबैंड चुदवा लिया बुर चोदी सपना। अब मैं तेरे हसबैंड से चुदवाऊंगी।
तब तक वो चारों लोग मुस्कराते हुए कमरे में आ गए।
संदीप बोला :- यार सजल तुम्हे मेरी बीवी चोदने में मज़ा आया की नहीं ?
सजल ने कहा :- अरे यार, सच में ऐसा मज़ा तो पहले कभी आया ही नहीं। एक बात है तेरी बीवी यानी रितिका भाभी ने बड़ी मस्ती से चुदवाया। अब मैं देवाशीष से पूंछता की तुझे मेरी बीवी चोदने में मज़ा आया की नहीं ?देवाशीष बोला :- यार क्या बात है। सपना भाभी तो बहुत ही खूबसूरत हैं। जितनी यह खूबसूरत हैं उतनी ही चुदवाने मे भी बिंदास हैं। / मेरा तो मन करता है की मैं इन्हे और चोदूँ। पर मैंने भी अपनी बीवी चुदवाई है। मैं रंजन से पूंछता हूँ की क्या तुमने मेरी बीवी चोद कर आनंद लिया ?
रंजन बोला :- हां खूब लिया यार। रुपाली भाभीतो सुंदरता का ही एक रूप हैं। इतनी सुन्दर बीवी को चोद कर कौन साला खुश नहीं होगा ? मैं तो भगवान् से प्रार्थना करता हूँ की मुझे इसी तरह की बीवी चोदने को मिले। अब मैं संदीप से पूंछता हूँ यार तुमने मेरी बीवी चोदी है ? बताओ कैसा लगा तुम्हे ?
संदीप ने कहा :- यार पूजा भाभी की चूत का मज़ा मुझे बहुत मिला क्योंकि मैं बड़ा लकी था वरना इतनी मस्त और टाइट चूत चोदने को मिलती कहाँ है ? मेरा इच्छा है मुझे इस तरह परायी बीवी चोदने का मौक़ा बार बार मिले ? इन सब लोगों की बातों से यह स्पष्ट हो गया की इसकी रचना इन लोगों ने ही मिल कर की थी।
पूजा बोली :- अब मैं तुम सब लोगों से पूंछना चाहती हूँ की अगर तुम्हे एक दूसरे की बीवी चोदना तो कह कर छोड़ते. ये चोरी छिपे एक दूसरे की बीवी पर चढ़ कर चोदना कोई अच्छी बात तो है नहीं। अब हम लोगों को पता नहीं चला की कौन मुझे चोद रहा है ? ये तो कहो की तुम लोगों के लण्ड बड़े बढ़िया हैं जो हमको पसंद आ गए नहीं तो ऐसा भंडा फूटता की तुम लोगों की गांड फट जाती ?
रुपाली ने कहा :- चलो जाने दो इन लोगों को पूजा। अब जो होना था वो हो गया। अब मैं कहती हूँ की आज रात को खुल आम एक दूसरे की बीवी चोदो और एक ही कमरे में चोदो। मैं भी तो देखूं की मेरा पति दूसरे की बीवी कैसे चोदता है ? और तुम भी देखो की तेरी बीवी कैसे पराये मरद से चुदवाती है ?
सबने हां कह दी। बस प्रोग्राम बन गया। शाम को महफ़िल जम गई कमरे में। दारू की बोतल खुल गई।
मेरा नाम मिसेज रितिका चौधरी है दोस्तों, मैं ३० साल की एक खूबसूरत बिंदास और हॉट बीवी हूँ। मैं गठीले बदन वाली और बड़ी बड़ी चूँचियों वाली हूँ। मेरी जैसी चूँचियाँ इन लोगों की भी हैं। जानते हो ये चूँचियाँ इतनी बड़ी बड़ी कैसे हो गयीं हैं ? जी हाँ लण्ड पीते पीते ये चूँचियाँ बड़ी बड़ी हो गयीं हैं और इनकी बड़ी होने का एक और कारण है पराये मर्दों के हाथ ? जब चूँचियाँ पर पराये मर्दों के हाथ मसलते हैं तो ये बुर चोदी बड़ी बड़ी हो ही जातीं हैं। यहाँ इन सबकी चूँचियाँ ऐसे ही बाई बड़ी हुई हैं। ये सब भोसड़ी वाली ग़ैर मर्दों के लण्ड पीती हैं और चूँचियाँ मसलवातीं हैं।
मैंने कहा :- देखो भाई तुम लोगों ने कल चुपके चुपके हमारी बुर ले ली। पर एक बात मैं बता देती हूँ की मैं अपनी गांड किसी को भी नहीं देती। जितनी बार चाहो उतनी बार मेरी बुर ले जाओ लेकिन मैं अपनी गांड में हाथ नहीं लगाने दूँगी। तोअब जो भी मुझे चोदे वो मेरी बुर चोदे गांड नहीं। हां गांड पर हाथ फिरा सकते हो। मेरी गांड चाट भी सकते हो पर लण्ड नहीं पेल सकते ?
पूजा बोली :- तो फिर यार तुम ही बता दो की कौन किसकी बुर लेगा ?
मैंने कहा :- हां मैं यह बता रही हूँ। संदीप सजल की बीवी सपना की बुर लेगा और सजल देवाशीष की बीवी रुपाली की बुर लेगा। इसी तरह देवाशीष रंजन की बीवी चोदेगा और रंजन संदीप की बीवी चोदेगा यानी मुझे चोदेगा।
सबने तालियां बजाई और एन्जॉय किया। बीवियां भी खुश हो गयीं यही मियां भी। बीवियों को आज फिर एक नये लण्ड का मज़ा मिलेगा और मियों को भी आज एक नई बीवी चोदने को मिलेगी ? तब तक दो पैग दारू के ख़तम हो चुके थे और तीसरा चल रहा था। संदीप ने सपना को अपनी बाहों में ले लिया और उसके गाल चूमने लगा। उसके बदन पर हाथ फिराने लगा। आहिस्ते आहिस्ते उसके कपड़े उतारने लगा। उधर सजल ने भी रुपाली को अपनी तरफ खींचा और उसे अपनी बाहों में भर लिया। बोला भाभी आज तो तुम मेरी बीवी हो आज मैं तुम्हे अपनी बना कर छोडूंगा। वह सजल का लण्ड उसके कपड़ों के ऊपर से ही सहलाने लगी। सबके मन में था कल रात में तो कुछ दिखाई नहीं पड़ा था पर आज तो रौशनी है। आज सबको सब कुछ देखने को मिलेगा तब मज़ा आएगा। मैं चुपचाप रंजन के पास चली गयी और उससे चिपक गयी। उसने मेरे गाल और होंठ चूमे मैंने भी उसकी चुम्मी ली और उसका लण्ड टटोलने लगी। तब मैंने देखा की पूजा देवाशीष की बाहों में झूल रही है। वह बड़ी मस्त और खुश दिख रही थी।
बस ८/१० मिनट में ही बीवियों के कपड़े उतर चुके थे। सबकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ छलक पड़ीं, छोटी छोटी झांटों वाली चूत सबके सामने आ गयीं। सबके चूतड़ थिरकने लगे और गांड मटकने लगी। लोग अपनी बीवी को किसी दूसरे की बाँहों में देख कर एन्जॉय करने लगे और बीवियां भी अपने मियां की बाहों में किसी दूसरे की बीवी देख कर मज़ा लेने लगीं। संदीप पूजा को नंगी देख कर सोंच रहा था अरे वाह यहीं चूँचियाँ कल रात को मेरे हाथ में थीं। कल मैं इसी की बुर में लण्ड पेल कर मज़ा ले रहा था। रंजन सोंचने लगा अरे हां कल मैंने रुपाली की बुर चोदी। देखो न कितनी मस्त दिख रही है इसकी बुर। जबकि उसकी बाहों में नंगी नंगी मैं थी। देवाशीष यह सोंच कर अपने को बड़ा लकी समझ रहा था की कल मैंने सजल की बीवी चोदी थी और आज रंजन की बीवी चोदने जा रहा हूँ। अगर आगे भी ऐसा ही होता रहे तो कितना मज़ा आये ? भला किसको परायी बीवी चोदने में मज़ा नहीं आता ?
तब तक बीवियों को मरदों को एकदम नंगा कर दिया। सबके लण्ड कुतुबमीनार की तरह खड़े होकर दहाड़ने लगे। सभी बीवियों की नज़र सबके लण्ड पर पड़ी। मैं मस्ती से रंजन का लण्ड हिलाने लगी, लण्ड का सूपड़ा चाटने लगी। पूजा भी रूपले के पति का लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी और उसके पेल्हड़ पकड़ कर चूमने लगी। उसे भी मस्ती आने लगी. रुपाली ने सपा के पति सजल का लण्ड हिला हिला कर मज़ा लेने लगी और फिर उसे चाट चाट कर सबको दिखाने लगी। सपना ने मेरे पति का लण्ड पकड़ कर मस्ती से बार बार ऊपर नीचे करने लगी। मैं उसके हाथ में अपने पति का लण्ड देख कर मैं और उत्तेजित हो गयी। मुझे सच में बड़ा अच्छा लग रहा था क्योंकि मैं खुद किसी और मर्द का लण्ड हिला रही थी। मैंने उसका भी लण्ड देखा जिसने मुझे कल रात में चोदा था। वह लण्ड था सजल का ?
रंजन के लण्ड की छोटी छोटी झांटें बड़ी सेक्सी लग रहीं थीं। उसका अंडाकार सुपाड़ा बड़ा खूबसूरत लग रहा था। मैं उसे मुंह में भर कर चूसने लगी। मैंने देखा की सभी अपने अपने हाथ का लण्ड चूसने लगीं। रंजन को मस्ती चढ़ी तो वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। उसने लण्ड मेरी चूत पर रख कर धक्के मारने लगा। लण्ड हर बार पूरा अंदर घुसाने लगा और मुझे भी मज़ा आने लगा। मैं तो चुदवाने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ। तभी मैंने देखा की वह कुछ बुदबुदा रहा है। मैंने सुनने की कोशिश की। शायद वह यह रहा था "हाय मेरी काजल भाभी मैं आज तेरी बुर चोद रहा हूँ। मुझे तेरी बुर बहुत मज़ा दे रही है" मैं समझ गयी की किसी काजल की बुर लेना चाहता है। काजल किसी की बीवी उसी को चोदने के मूड में है। मगर इससे उसके लण्ड में सख्ती आ गयी थी तो मैं चुप चाप चुदवाती रही। उधर देवाशीष रंजन की बीवी पूजा की बुर चोदने में जुट गया। उसका लण्ड पिस्टन की तरह आ जा रहा था। मैं उसकी चुदती हुई बुर देख कर खुश हो रही थी. सजल ने देवाशीष की बीवी रुपाली के ऊपर चढ़ाई कर दी। लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया और धकाधक धक्के लगाने लगा। रुपाली की चिकनी चूत उसे पूरा मज़ा देने लगी। वह भी बुर चोदी चुदवाने में अव्वल है।
मेरे बगल में मेरा पति संदीप सजल की बीवी सपना की चूत में लण्ड घुसेड़े हुआ था। वह उसी तरह चोद रहा था जैसे कोई किसी रंडी को चोदता है।
पूजा बोली :- यार कल मैंने संदीप से चुदवाया था आज मैं देवाशीष से चुदवा रही हूँ। कल चुपके चुपके चुदवाया था आज आज खुलें आम चुदवा रही हूँ। कितना मज़ा आ रहा है ?
रुपाली ने कहा :_-हां यार अपने हसबैंड के सामने किसी और के हसबैंड से चुदवाने इतना मज़ा आता है यह मुझे आज मालूम हुआ। अब तो मैं ऐसा ही किया करूंगी।
सपना ने कहा :- मुझे भी बड़ा अच्छा लग रहा है रितिका के हसबैंड से चुदवाने में। मैं कहती हूँ की मेरा पति सबकी बीवियां चोदे ताकि मुझे भी सबसे चुदवाने का मौका मिले। कल मेरी चूत में देवाशीष का लण्ड घुसा था आज मेरी चूत में संदीप का लण्ड घुसा है। इसका मोटा लण्ड और गोल गोल सुपाड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है। मैं ब्लू फिल्म की हीरोइन की तरह लण्ड पर बैठी हूँ और लण्ड चोद भी रही हूँ और चुदवा भी रही हूँ। मेरी निगाह देवाशीष के लण्ड पर टिक गयी। मैंने अभी तक न उसका लण्ड पकड़ा, न मुंह में लिया और न चूत में ? मैंने कहा भोसड़ी के देवाशीष तूने अभी तक मुझे नहीं चोदा ? अब मैं तुमसे चुदवाऊंगी। मेरी बात सुनकर सब यह हिसाब लगाने लगी की किस किस ने किस किस से नहीं चुदवाया। उन सबके लण्ड पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाने लगीं। इतने में मैंने हाथ बढ़ाया और पूजा की चूत से देवाशीष का लण्ड खींच लिया। मैं उसका लण्ड चाटने लगी और फिर उसे अपनी चूत में घुसा लिया। पूजा हक्की बक्की रह गयी। उसने हाथ बढ़ाकर सजल का लण्ड रुपाली की चूत निकाला और उसे अपनी चूत में पेल लिया। वह भोसड़ी की मजे से चुदवाने लगी। तब रुपाली ने संदीप का लण्ड सपना की चूत से निकाल लिया और अपनी बुर में घुसेड़ कर चुदवाने लगी। सपना ने चारों तरफ देखा और हिसाब लगाया की उसने अभी तक रंजन से नहीं चुदवाया है। बस वह रंजन के लण्ड पर टूट पड़ी और उसे अपनी चूत में पेला। इस तरह चारों बीवियों ने लण्ड की अदला बदली कर ली। मर्दों ने चुपचाप अदला बदली करने का मौक़ा दिया क्योंकि उन्हें तो नयी नयी बीवी की चोदने का मज़ा मिलने वाला था।
रुपाली कहा :- यार रितिका तुम इसी तरह बीवियों की सामूहिक चुदाई करवाया करो। हम सब पराये मर्दों से चुदवाया करें और हमारे हसबैंड परायी बीवियां चोदा करें...
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