Home
» Antarvasna-ki-real-hindi-sex-story-chudai-kahani
» लण्ड के कई पोज़ बनाये और फोटो खींचीं - Lund ke kai poj banaye aur photo khinchi
लण्ड के कई पोज़ बनाये और फोटो खींचीं - Lund ke kai poj banaye aur photo khinchi
लण्ड के कई पोज़ बनाये और फोटो खींचीं - Lund ke kai poj banaye aur photo khinchi , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरा नाम है अंजलि है। मेरी शादी अभी एक महीने पहले हुई थी। मैं अपनी सुहागरात मनाने अपने पति के साथ विदेश गयी थी। वहां लगभग एक महीने रही। खूब घूमा फिरा एन्जॉय किया। सी - बीच का आनंद लिया और हर दिन खूब चोदा चोदी की। उसने मेरी बुर चोदी तो मैंने उसका लण्ड चोदा। कभी वह मेरे ऊपर चढ़ जाता और कभी मैं उसके ऊपर चढ़ जाती ? समंदर के किनारे तो हम दोनों ने नंगे नंगे नहाया। पानी में ही उसका लण्ड पकड़ा और उसने मेरी चूँचियाँ। होटल के स्विमिंग पूल में भी मैंने उसका लण्ड पकड़ा और उसने मेरी चूँचियाँ पकड़ीं। मेरी चूत सहलाई और मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फेरा। चुदाई में हर दिन कुछ न कुछ नया करते थे हम लोग। फोटो भी खूब खींची। वीडियो भी खूब बनाया और अपनी चुदाई की भी वीडियो बनायीं। मैंने उसके लण्ड की कई फोटो खींची। लण्ड के कई पोज़ बनाये और फोटो खींचीं। उसने भी मेरी चूत और चूँचियों की फोटो कई एंगिल से खींची।
आखिर में हम दोनों मलेसिया में थे। जब एक हफ्ता बचा तो मैंने एक रात को उससे खुल कर कह दिया देखो मेरे पति महोदय, मुझे लण्ड मुंह में लेने का बड़ा शौक है। नये नये तरह के लण्ड पीने का शौक है। मैं बुर से ज्यादा लण्ड मुंह में लेती हूँ। एक बात सुन लो, मैं बीवी तेरी हूँ, लेकिन लण्ड सबके पियूँगी ? वह भी उसी अंदाज़ में बोला देखो बीवी जी, मैं हसबैंड तेरा हूँ लेकिन लण्ड सबको पिलाऊंगा ?
फिर हम दोनों खूब खिलखिलाकर हंसने लगे। मेरी नज़र उस होटल में ठहरे हुए कपल्स पर थी। सवेरे सवेरे जब हम दोनों ब्रेकफास्ट ले रहे थे तो कई कपल भी हमारे साथ ब्रेकफास्ट कर रहे थे। उन्ही में से एक कपल पर मेरी नज़र ठहर गयी। उसकी बीवी भी सुन्दर थी और उसका मियां भी हैंडसम था। मेरा अम्न उसका लण्ड पकड़ने का हो गया। मैंने अपने पति रोहन से कहा देखो इस कपल से बात करके देखो। थोड़ी जान पहचान बढ़ाओ न शायद हमारे। वह उसके पास परिचय दिया। वह बोला मैं भी मुंबई से हूँ। मेरा नाम सूरज है और नेहा है। हम लोग यहाँ हनीमून पर घूम रहें हैं। तब मैं भी बोली की हम लोग तो एक महीने से लगभग हनीमून मना रहे हैं। यह हमारा आखिरी हफ्ता है। सूरज बोला अरे वाह हम भी एक महीने से मौज़ मस्ती कर रहे हैं। हमारा भी आखिरी हफ्ता है। तो फिर चलो आज शाम को मिलते हैं। तुम लोग मेरे कमरे में आ जाना। मेरा कमरा नम्बर है 402 ?
मैं अपने पति के साथ सूरज के कमरे में चली गयी। मैंने देखा की वहां एक और कपल बैठा हुआ है। तब सूरज ने कहा इससे मिलो ये मेरा दोस्त शेखर है और यह इसकी बीवी दिव्या ? फिर उसने हम दोनों को शेखर और दिव्या से मिलवाया। सूरज ने बड़ी बेबाकी से कहा यार बैठो और हमारे साथ दारू का मज़ा लो। शराब का गिलास पकड़ा दिया तो मैंने लपक कर ले लिया। मैंने देखा की मेरी तरह नेहा और दिव्या भी दारू पीने में पीछे नहीं थीं। हालांकि मैंने इससे पहले अपनी पति के सामने दारू कभी नहीं पी. लेकिन हां मैं कॉलेज के दिनों में शराब भी पीती थी और सिगरेट भी। फिर नेहा ने मेरी तरफ एक सिगरेट बढ़ा दी। मैं मना नहीं कर सकी और सिगरेट ले ली। पहले दिव्या ने अपनी सिगरेट जलाई फिर मैंने और फिर नेहा ने। हम तीनो सिगरेट भी पीने लगीं।नेहा ने कहा यार देखो हम विदेश में हैं. यहाँ हमें कौन भोसड़ी का देख रहा है ? इसलिए मैं तो एक महीने से ऐय्यासी कर रही हूँ। दारू भी पीती हूँ, सिगरेट भी पीती हूँ और लण्ड भी पीती हूँ।
उसकी खुली खुली सच बातों पर हम सब लोग हंसने लगे।
दिव्या ने कहा :- तुम तो अपने हसबैंड का लण्ड पीने की बात कर रही हो न, नेहा ? ,
नेहा बोली :- हां हां अपने ही हसबैंड लण्ड के बारे में कह रही हूँ।
मैंने सिगरेट का धुंआ निकालते हुए कहा :- अपने हसबैंड का लण्ड पिया तो क्या पिया ? मज़ा तो तब है जब तुम किसी और के हसबैंड का लण्ड पियो, नेहा ?
महफ़िल में एक मिनट के सन्नाटा छा गया।
मैंने कहा :- अरे यार तुम लोग चुप क्यों हो गये ? क्या मैंने कुछ गलत कह दिया ?
दिव्या बोली :- नहीं अंजलि तुमने गलत कुछ भी नहीं कहा। तुमने तो मेरे मन की बात कह दी ?
सब लोग फिर एक बार हंसने लगे। बात करते करते सबने दो दो पैग शराब गटक ली. यह तीसरा पैग चल रहा था। नशा सब पर छा गया। अब तो कुछ भी कहने की छूट मिल गयी थी। अचानक नेहा बोली यार सच बात तो यह है की मैं एक महीने से अपने पति के साथ सोते सोते बोर हो गयी हूँ। मन करता है की मैं किसी और के साथ सोऊँ ? यह सुनकर सूरज बोला यार मेरा भी मन करता है की मैं भी किसी और के साथ सोऊं ? उसकी बात सुनकर शेखर बोला यार ऐसा है तो तुम मेरी बीवी के साथ सो जाओ ? सूरज ने जबाब दिया तो फिर तुम मेरी बीवी के साथ सो जाओ शेखर ? नेहा बोली यार तुम दोनों एक दसरे की बीवी के साथ सोओगे तो अंजलि और रोहन क्या तुम्हारी गांड देखेगें ? अंजलि भी किसी के हसबैंड के साथ सोयेगी और उसका पति रोहन भी किसी और की बीवी के साथ सोयेगा। दिव्या ने कहा यार घुमा फेर के बात करने से कोई फायदा नहीं हैं। सीधी सीधी बात करो।मैं तो कहती हूँ क्यों न हम लोग "wife swapping" का खेल खेलें ? यानी "husband swapping" का खेल खेलें।
और सुनो हमारी खुली खुली बात। हम एक दूसरे की बीवी के साथ सोएं नहीं ? हम एक दूसरे की बीवी की बुर चोदें। हम एक दूसरे के पति से चुदवायें। अब इसमें बोलो कौन राज़ी है और कौन नहीं राज़ी है ? नेहा ने कहा मना कौन करेगा भोसड़ी का ? सब एक दूसरे की बीवी चोदेगें। दिव्या बोली मना कौन करेगी बुर चोदी सब एक दूसरे के पति से चुदवायेगीं।
सबने बड़ी जोर से तालियां बजाईं।
इतने में दिव्या ने नेहा का हाथ पकड़ कर अपने हसबैंड के लण्ड पर रख दिया और कहा नेहा तुम्हे लण्ड पीने का बड़ा शौक है तो लो पियो मेरे हसबैंड का लण्ड ? मेरे समाने पियो मेरे हसबैंड का लण्ड। तब मैंने दिव्या का हाथ पकड़ा और अपने मियां रोहन के लण्ड पर रख दिया। मैंने कहा दिव्या तुम मेरे हसबैंड का लण्ड पियो ? नेहा ने दूसरे हाथ से मेरा हाथ पकड़ा और अपने मियां के लण्ड पर रखती हुई बोली अंजलि लो अब तुम मेरे हसबैंड का लण्ड पियो ? इस तरह तीनो बीवियों ने अपने अपने मियां का लण्ड एक दूसरे की बीवी को पकड़ा दिया। तीनो बीवियां पराये मरद का लण्ड पकड़ कर मस्त हो गयीं। सबके चेहरे खिल उठे। हालांकि अभी तक किसी ने भी लण्ड अंदर से खोल कर बाहर निकाला नहीं था. लेकिन अंदर ही अंदर सब भोसड़ी की मंद मंद मुस्करा रहीं थीं और ऊपर से ही लण्ड दबा दबा कर मज़ा ले रहीं थीं। सबके मन में पराये मरद का लण्ड चाटने की इच्छा बढ़ गयी।
फिर मेरा पति बोला यार सूरज तुम मेरी बीवी के कपड़े उतार कर उसे नंगी कर दो और उसकी चूचियां पकड़ कर दबाओ, बड़ा मज़ा आएगा तुम्हे। सूरज बोला हां मैं वही करने जा रहा हूँ और हां शेखर तुम मेरी बीवी को मेरे सामने नंगी करो। उसकी चूँचियाँ मसलो और अपना लौड़ा उसके मुंह में घुसा दो। तब तक शेखर भी बोल पड़ा यार यार रोहन तुम मेरी बीवी दिव्या के सारे कपड़े खोल कर उसे सबके सामने एकदम नंगी कर दो। उसकी चूत सहलाओ, चूँचियाँ दबाओ और अपना लण्ड उसकी चूँचियों के बीच घुसेड़ दो घुसेड़ दो। देखते ही देखते तीनो बीवियां नंगी हो गयीं और उसकी चूँचियाँ तन कर खड़ी हो गयीं। मर्दों ने जब सबकी बीवियां नंगी देखीं तो उनके लण्ड बहन चोद गुर्राने लगे। लण्ड साले जोश में आकर अपना सिर हिलाने लगे।
फिर जिसके हाथ में जो भी लण्ड था, उसने उसे खोल कर बाहर निकाल लिया। बीवियों ने भी सबके मियों को नंगा कर दिया। उन सबके टन टनाते हुए लण्ड देख कर सब बहुत खुश हो गयीं। क्योंकि यह पहला मौका था जब इन बीवियों के हाथ में पराये मियां का लण्ड था। उन्हें यह भी देखने में मज़ा आने लगा मेरे मियां का लण्ड किसी और की बीवी हिला रही है। मियों को भी यह देख कर मज़ा आ रहा था की मेरी बीवी किसी और का लण्ड हिला रही है तथा उसकी चूँचियाँ किसी और का हसबैंड मसल रहा है। फिर तीनो बीवियां पराये मरद का लण्ड चाटने लगीं और तीनो मरद परायी बीवी की बुर चाटने लगे। माहौल एकदम गरमागरम हो गया।
थोड़ी देर बाद मेरे मियां रोहन ने अपना लण्ड शेखर की बीवी दिव्या की चूत में घुसेड़ दिया। लण्ड घुसते ही दिव्या चिल्ला पड़ी. हाय मेरी माँ इस भोसड़ी वाले ने मेरी बुर पूरी की पूरी ले ली। अब मैं क्या करूंगी। बड़ा मज़ा आ रहा है। हाय रे बड़ा मस्त लौड़ा है इसका ? आज बहुत दिनों के बाद कोई मस्ताना लौड़ा मिला है मुझे ? मैं तो इसका पूरा मज़ा लूंगी। उसको देख कर शेखर सूरज की बीवी चोदने लगा। सूरज की बीवी नेहा चिल्ला पड़ी हाय मम्मी इस मादर चोद ने तेरी बिटिया की बुर फाड़ दी। इतना मोटा लण्ड एक ही बार में घुसा दिया मेरी चूत में। फिर वह बोली हाय मेरे राजा शेखर मुझे आज खूब जम कर चोदो। मैं इस समय तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। मैं तेरी प्रेमिका हूँ, तेरी रंडी हूँ मुझे चोदो। मुझे तेरा लण्ड पसंद आ गया है।
इधर सूरज ने अपना लण्ड मेरी चूत में निशाने पर रख दिया जैसे एक घोड़ा अपना लण्ड घोड़ी की चूत पर रखता है। फिर उसने अपनी गांड से जोर लगा कर लण्ड पूरा गुसा दिया। लण्ड भी सरसराता हुआ अंदर घुस गया जैसे कोई सांप अपने बिल में घुसता है। मैंने कहा अरे मेरे राजा तेरा लण्ड बहुत बड़ा है बहन चोद। अंदर तक घुस गया है। अब तो ये मेरी चूत की चटनी बना देगा। हाय नेहा तेरे हसबैंड का लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है यार ? मुझे नहीं मालूम था की इसका लौड़ा इतना बड़ा है नहीं तो मैं बहुत पहले चुदवा लेती ? हाय सूरज मेरी चूत तेरी हो गयी यार। अब तुम कभी भी मेरी बुर ले सकते हो। लण्ड पेल सकते हो मेरी बुर में। अब चोदो मुझे। चोदो अपने दोस्त की बीवी की बुर ? तेरा लौड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है। शादी के बाद आज मुझे लग रहा है की मैं भी अब पराये मर्दों के लण्ड का मज़ा ले सकती हूँ।
घमाशान चुदाई शुरू हो गयी। आपस में यूँ ही एक कम्पटीशन पैदा हो गया की कौन सबसे अच्छी तरह
से दूसरे की बीवी चोद सकता है ? बीवियों में भी यही भावना पैदा हो गयी की कौन पराये हसबैंड से सबसे अच्छी तरह से चुदवा सकती है ?
सूरज मेरी बीवी चोदने में बुरी तरह से जुट गया। शेखर सूरज की बीवी चोदने में कोई कसर उठा नहीं रख रहा था और रोहन शेखर की बीवी चोदने में जी जान से लगा हुआ था।
शेखर बड़ा मज़ा दे रहा है तेरा लण्ड। मन करता है की मैं इसे अपनी पर्श में काट कर रख लूं ,,,,,,,,सूरज तेरे लण्ड की बहन की बुर साला चोदे ही चला जा रहा है रुकता ही नहीं ,,,,,,,,रोहन ये मेरी चूत है भोसड़ी के, किसी रंडी की बुर नहीं ? ज़रा सोंच समझ कर चोदो नही तो मैंने तेरी गांड मार दूँगी,,,,,,,,,हाय दईया, तुम बुर चोद रहे हो की गांड मार रहे हो ? धक्का जल्दी जल्दी मारो न मेरे चोदू राजा,,,,,,,,मुझे तो आज ही से गैर मर्दों एक लण्ड का चस्का लग गया। अब तो मैं गैर लोगों से चुदवाती रहूंगी,,,,,,,,,,,,तू बुर चोदी नेहा मेरे मियां का लौड़ा पी रही है। मैं भी तेरे मियां का लण्ड पियूँगी ,,,,,,,,, दिव्या तेरी चूत की माँ की चूत ? लगता है आज तू मेरे मियां का लण्ड खा जाएगी ,,,,,,,,,,अरे यार अंजलि, मेरी भी चूत चाटो भोसड़ी की ,,,,,,,,,तू मेरे पति से चुदवा रही है, तेरी तो मैं झांटें उखाड़ लूंगी,,,,,,,,,,,,, हाय दईया, देख तेरे लण्ड के साथ तेरे पेल्हड़ भी घुस गये मेरी बुर में ,,,,,,,,,, चुदवाते चुदवाते मेरी तो झांटें सुलगने लगी हैं, बहन चोद ?
अचानक सूरज बोला अंजलि भाभी मेरे लण्ड का सड़का मार दो मैं निकलने वाला हूँ। मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया और दना दन्न सड़का मारने लगी। खलास मैं भी हो गयी थी। बस वह एक मिनट में ही निकल गया और सारा वीर्य मेरे मुंह में गिरा दिया। मैं बिंदास उसका एक एक बूँद चाट गयी और बाद में लण्ड पूरा मुंह में लेकर पीने लगी। मैंने देखा की नेहा इसी तरह से दिव्या के पति का लण्ड पी रही है और दिव्या मेरे पति का लण्ड ऐसे पी रही थी जैसे बिल्ली दूध पीती है। पराये मर्दों के लण्ड पीने में सच में बड़ा मज़ा आता है।
उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया।
दूसरी पारी में मैंने दिव्या के पति शेखर का लण्ड पकड़ लिया। दिव्या ने नेहा के पति सूरज का लण्ड पकड़ लिया और नेहा ने मेरे पति का लण्ड पकड़ लिया। लण्ड सबके दुबारा टना टन्न खड़े हो गये। सब बीवियों की चूँचियाँ तन गयी और चोदा चोदी शुरू हो गयी। सूरज शेखर की बीवी चोदने लगा। शेखर मेरी बुर चोदने लगा और मेरा पति रोहन सूरज की बीवी नेहा की बुर लेने लगा। इस तरह सब बीवियों को पराये मरद का दूसरा लण्ड मिला और मर्दों को परायी बीवी दूसरी चूत मिली। फिर क्या झमाझम होने लगी चुदाई।
इस चुदाई के बाद मैं हर दिन पराये मर्द का लण्ड पीने लगी और मेरा पति परायी बीवी की बुर चाटने लगा।
Click on Search Button to search more posts.
