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देवर के लण्ड से मौसी की चूत चुदाई - Devar ke lund se mausi ki chut gand bur ki chudai
देवर के लण्ड से मौसी की चूत चुदाई - Devar ke lund se mausi ki chut gand bur ki chudai , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरी विमला मौसी मुझसे दो साल बड़ी हैं। वह २८ साल की एक मद मस्त बेहद खूबसूरत मेरे मौसा जी की बीवी हैं। बहुत मधुर स्वभाव की हैं, हंसमुख हैं और हमेशा हंसती रहतीं हैं। हंसी मजाक करने में बहुत आगे हैं। खुल कर बातें करतीं है और खूब गन्दी गन्दी बातें भी कर लेती है। लण्ड, चूत, गांड, चूतड़, बुर, भोसड़ा, झांट सब खुल कर बिंदास बोल देतीं हैं। न कोई डर और न कोई शर्म ? चुटकुले भी खूब सुनाती है और सुनती है चाहे वो वेज हों या नॉन वेज ? बड़ी जोर का ठहाका लगा कर हंसती हैं. खूब खिलखिलाकर भी हंसतीं हैं। सब लोग मेरी विमला मौसी को पसंद करते हैं और वह भी सबको खूब प्यार करती हैं और पसंद करती हैं।
मेरी मौसी मुझसे कुछ ज्यादा सुन्दर हैं। पर मेरी चूँचियाँ उसकी चूँचियों से थोड़ी बड़ी हैं। उसकी जांघें मेरी जाँघों से कुछ ज्यादा मोटी है और उसके चूतड़ मेरे चूतड़ों से थोड़ा कम उभरे हैं। कमर हम दोनों की पतली है लेकिन आँखें कजरारी और बड़ी बड़ी हैं। रंग हम दोनों का गोरा है लेकिन कद में मौसी मुझसे आधा इंच बड़ी हैं। मेरा नाम रोली है। मजाक में मैं उसे बुर चोदी विमला मौसी कहती हूँ और वह मुझे बुर चोदी रोली कहती हैं। मैं उससे खुल कर बातें करती हूँ। मेरी शादी २ साल पहले हुई थी और मौसी की ४ साल पहले ? जब मेरी शादी हुई और मैं सुहागरात मना कर माईके आयी तो मौसी ने मुझसे मेरी सुहागरात की छोटी से छोटी बातें भी पूँछी और मैंने सब कुछ बता दिया। यहाँ तक की मेरे हसबैंड के लण्ड का साइज, उसका रंग, उसके टोपा की बनावट, पेल्हड़ के साइज, चोदने की स्टाइल, झाटों की डिजाइन यहाँ तक की उसने मुझसे यह भी पूंछा की उसकी झांटें काली है की भूरी ? और यह भी पूंछा क्या तेरे हसबैंड ने तेरी चूत चाटी थी की नहीं। मैंने भी ये सब बातें मौसी से पूँछी थीं जब वह अपनी सुहागरात मना कर आयी थी। हम दोनों वर्किंग वीमेन है. यहाँ मुंबई में एक ही फ्लैट में रहती हैं, एक साथ घूमती फिरती हैं और एन्जॉय करतीं हैं।
मेरे पति दिल्ली में काम करते हैं और मुंबई २/३ महीने में आते हैं। मेरा मौसा दुबई में काम करता है। वह भी ३/४ महीने में आता है । तब तक हम दोनों खूब ऐय्यासी करती है और खूब मज़ा करती हैं। मैं भी मस्त जवान हूँऔर मेरी मौसी भी। हम लोग कब तक अपने अपने पति के लण्ड का इंतज़ार करें। मुझे तो हर दिन लण्ड चाहिए। मेरी मौसी भी बिना लण्ड के एक दिन भी नहीं रह सकतीं। इसलिए हम लोग लण्ड का शिकार करने के लिए इधर उधर घूमा करतीं हैं। लण्ड ढूंढना वास्तव में एक बहुत बड़ा काम है। मैंने एक दिन अपने ऑफिस के एक लड़के को ढूंढ लिया। उसकी उम्र लगभग २४ साल की होगी। इकहरे बदन का वह लड़का गोरा चिट्टा था कद ५' ८ " था और हैंडसम था। मैंने उसे इतवार को अपने घर बुलाया। उसने जब घंटी बजाई तब मैं बाथ रूम से अपनी झांटें बनाकर और नहा कर निकली थी। मैंने चूँचियों तक तौलिया बाँध ली। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो उसको खड़ा देखा।
मैं बोली निखिल तुम आ गए। आओ अंदर बैठो। मैं वैसे ही तौलिया लपेटे हुए बैठ गयी। मैंने अपनी दोनों टांगें सटा रखीं थीं की कहीं मेरी चूत उसे दिख न जाए। तभी मैंने अपनी मौसी को बुलाया। मौसी डीप मेक का एक मैक्सी पहन कर आ गयी। मौसी उसे देख कर मस्त हो गईं। मैंने दोनों को मिलवाया।
मेरी विमला मौसी मुझसे दो साल बड़ी हैं। वह २८ साल की एक मद मस्त बेहद खूबसूरत मेरे मौसा जी की बीवी हैं। बहुत मधुर स्वभाव की हैं, हंसमुख हैं और हमेशा हंसती रहतीं हैं। हंसी मजाक करने में बहुत आगे हैं। खुल कर बातें करतीं है और खूब गन्दी गन्दी बातें भी कर लेती है। लण्ड, चूत, गांड, चूतड़, बुर, भोसड़ा, झांट सब खुल कर बिंदास बोल देतीं हैं। न कोई डर और न कोई शर्म ? चुटकुले भी खूब सुनाती है और सुनती है चाहे वो वेज हों या नॉन वेज ? बड़ी जोर का ठहाका लगा कर हंसती हैं. खूब खिलखिलाकर भी हंसतीं हैं। सब लोग मेरी विमला मौसी को पसंद करते हैं और वह भी सबको खूब प्यार करती हैं और पसंद करती हैं।
मेरी मौसी मुझसे कुछ ज्यादा सुन्दर हैं। पर मेरी चूँचियाँ उसकी चूँचियों से थोड़ी बड़ी हैं। उसकी जांघें मेरी जाँघों से कुछ ज्यादा मोटी है और उसके चूतड़ मेरे चूतड़ों से थोड़ा कम उभरे हैं। कमर हम दोनों की पतली है लेकिन आँखें कजरारी और बड़ी बड़ी हैं। रंग हम दोनों का गोरा है लेकिन कद में मौसी मुझसे आधा इंच बड़ी हैं। मेरा नाम रोली है। मजाक में मैं उसे बुर चोदी विमला मौसी कहती हूँ और वह मुझे बुर चोदी रोली कहती हैं। मैं उससे खुल कर बातें करती हूँ। मेरी शादी २ साल पहले हुई थी और मौसी की ४ साल पहले ? जब मेरी शादी हुई और मैं सुहागरात मना कर माईके आयी तो मौसी ने मुझसे मेरी सुहागरात की छोटी से छोटी बातें भी पूँछी और मैंने सब कुछ बता दिया। यहाँ तक की मेरे हसबैंड के लण्ड का साइज, उसका रंग, उसके टोपा की बनावट, पेल्हड़ के साइज, चोदने की स्टाइल, झाटों की डिजाइन यहाँ तक की उसने मुझसे यह भी पूंछा की उसकी झांटें काली है की भूरी ? और यह भी पूंछा क्या तेरे हसबैंड ने तेरी चूत चाटी थी की नहीं। मैंने भी ये सब बातें मौसी से पूँछी थीं जब वह अपनी सुहागरात मना कर आयी थी। हम दोनों वर्किंग वीमेन है. यहाँ मुंबई में एक ही फ्लैट में रहती हैं, एक साथ घूमती फिरती हैं और एन्जॉय करतीं हैं।
मेरे पति दिल्ली में काम करते हैं और मुंबई २/३ महीने में आते हैं। मेरा मौसा दुबई में काम करता है। वह भी ३/४ महीने में आता है । तब तक हम दोनों खूब ऐय्यासी करती है और खूब मज़ा करती हैं। मैं भी मस्त जवान हूँऔर मेरी मौसी भी। हम लोग कब तक अपने अपने पति के लण्ड का इंतज़ार करें। मुझे तो हर दिन लण्ड चाहिए। मेरी मौसी भी बिना लण्ड के एक दिन भी नहीं रह सकतीं। इसलिए हम लोग लण्ड का शिकार करने के लिए इधर उधर घूमा करतीं हैं। लण्ड ढूंढना वास्तव में एक बहुत बड़ा काम है। मैंने एक दिन अपने ऑफिस के एक लड़के को ढूंढ लिया। उसकी उम्र लगभग २४ साल की होगी। इकहरे बदन का वह लड़का गोरा चिट्टा था कद ५' ८ " था और हैंडसम था। मैंने उसे इतवार को अपने घर बुलाया। उसने जब घंटी बजाई तब मैं बाथ रूम से अपनी झांटें बनाकर और नहा कर निकली थी। मैंने चूँचियों तक तौलिया बाँध ली। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो उसको खड़ा देखा।
मैं बोली निखिल तुम आ गए। आओ अंदर बैठो। मैं वैसे ही तौलिया लपेटे हुए बैठ गयी। मैंने अपनी दोनों टांगें सटा रखीं थीं की कहीं मेरी चूत उसे दिख न जाए। तभी मैंने अपनी मौसी को बुलाया। मौसी डीप मेक का एक मैक्सी पहन कर आ गयी। मौसी उसे देख कर मस्त हो गईं। मैंने दोनों को मिलवाया।
- मैंने कहा निखिल यह मेरी बुर चोदी विमला मौसी है।
- वह थोड़ा मेरी गाली सुनकर झिझका लेकिन फिर बोला मौसी तो आपकी बड़ी सुन्दर हैं. बिलकुल आपकी ही उम्र की लग रहीं हैं।
- अरे यार मेरी मौसी मेरी ही उम्र की है तभी तो यह बुर चोदी है।
- तब तक मौसी बोल पड़ी और ये मेरी बुर चोदी रोली है बेटा निखिल ? अच्छा बोलो क्या पियोगे दूध पियोगे, चाय पियोगे की कुछ और पियोगे।
- मैंने कहा अरे मेरी मौसी इसे व्हिस्की पिलाओ न ? चाय दूध तो बच्चे पीते है ? अब यह बच्चा नहीं है मर्द है मर्द ?
- मौसी ने कहा नहीं मैं नहीं मानती की यह मर्द है ? तू इतना भी नहीं जानती रोली की मर्द का होता है हाथ भर का लण्ड ? इसका इतना बड़ा लण्ड तो होगा नहीं ?
- तू भोसड़ी की मौसी बस हमेशा लण्ड की ही बातें करती रहती है। तेरी चूत में ज्यादा खुजली होती है क्या ? तुझे क्या मालूम की इसका कितना बड़ा लण्ड है ? थोड़ी दारू पी ले पहले फिर इसका लण्ड नाप कर देख लेना ? तेरी बहन की बुर ?
- अच्छा तू मुझे पढ़ा रही है, रोली ? मुझे चोदना सिखा रही है तू ? तेरी माँ का भोसड़ा ?
मौसी ने पूंछा :- बेटा निखिल तेरी शादी हुई की नहीं ?
उसने कहा :- नहीं मौसी मेरी शादी अभी नहीं हुई ?
मौसी बोली :- O MY GOD ! तो फिर तुमको बुर चोदना अभी नहीं आता ?
मैंने कहा :- मौसी तुम्हे गन्दी गन्दी बातें करने में शर्म नहीं आती ? तुन्हे मालूम है की तुम क्या पूंछ रही हो ? मौसी बोली :- अरी मेरी झँटुल्ली रोली, जब तू कहती है की ये मर्द हो गया है तो फिर इसे बुर चोदना आना चाहिए न ? अगर बुर चोदना नहीं आता तो फिर बहन चोद मर्द किस बात का ? मर्द वही जो बुर चोदे ?
मैंने कहा :- तो किसकी बुर चोदे ? तेरी बुर चोदे क्या मौसी ? तेरी बुर चोदेगा तभी तुम मानोगी की निखिल मर्द हो गया है ? तू चुदवायेगी निखिल से ?
मौसी बोली :- मैं बुर चोदने वालों से बुर चुदवाती हूँ किसी अनाड़ी से अपनी बुर नहीं चुदवाती ?
मैंने कहा :- तेरी बुर सोने की है क्या ? जो चुदवाने से घिस जाएगी ?
मौसी बोली :- तू चुदवा ले न पहले ? मैं इसका लण्ड देख कर बताऊंगी की चुदवाऊँ की न चुदवाऊँ ?
मैंने कहा :- यार निखिल अब तुम इसे दिखा ही दो अपना लण्ड ? ये मेरी भोसड़ी की मौसी बिना लण्ड देखे मानेगी नहीं ? मैं तो कहती हूँ की पहले इसकी गांड में घुसा दो लण्ड ? जब इसकी गांड फटेगी तब ये सब मान जाएगी।
तब तक मैंने अपनी तौलिया थोड़ी ढीली कर तो वह खुल गयी। तौलिया खुलते ही मेरी चूँचियाँ भी खुल गयीं। मैंने फ़ौरन अपनी तौलिया टाइट की लेकिन तब तक उसे मेरी चूँचियों की एक झलक मिल ही गयी। यही मैं चाहती थी। उधर मौसी भी अपनी चूँचियों की झलक बार बार दिखा रहीं थीं। निखिल के लण्ड ने बाहर निकलने का मन बना लिया था. तब तक मैं उठी और उसके लण्ड पर हाथ रख कहा यार अब दिखा ही दो अपना लण्ड ? मेरे खड़े होने पर तौलिया बहन चोद नीचे गिर पड़ी और मैंने उठाया भी नहीं। मैं नंगीं नंगी खड़ी रही उसके आगे और बोली ये साली तौलिया बार बार गिर जाती है। अब मैं इसे नहीं उठाऊंगी। मैं उसकी पैंट खोलने लगी और मौसी ने उसकी कमीज उतार दी। आखिर में उसकी चड्ढी भी खोल दी। वह मादर चोद एकदम नंगा हो गया। मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो लण्ड बढ़ने लगा। बढ़ते बढ़ते वह लगभग ८" का हो गया। मैंने कहा वाओ, देख भोसड़ी की मौसी कितना बड़ा है इसका लण्ड ?
उसने लण्ड का माथा चूमा और बोली हां यार रोली ये तो बहन चोद मर्द हो गया है। इसका लण्ड तो चूत क्या भोसड़ा भी फाड़ डालेगा ? मैंने उसका गाउन खोल कर फेंकते हुए कहा तो फिर तू भी दिखा दे न अपना भोसड़ा, बुर चोदी विमला मौसी ? मौसी भी नंगी हो गयी। अब हम तीनो नंगे हो गए। निखिल भी हमारी चूँचियाँ मसलने लगा। हम दोनों मिलकर लण्ड चाटने लगीं। कभी मैं लण्ड चाटती तो मौसी पेल्हड़ और कभी मैं पेल्हड़ चाटती तो मौसी लण्ड ? कभी मैं लण्ड मौसी के मुंह में घुसेड़ देती कभी मौसी मेरे मुंह में ? मजे की बात यह थी की निखिल की एक भी झांट नहीं थी। लण्ड बिलकुल मक्खन की तरह चिकना था। उधर मैं अपनी झांटें बना कर आयी थी। हां मौसी की चूत पर छोटी छोटी झांटें थीं जो की बहुत सेक्सी लग रहीं थीं। निखिल एक हाथ से मेरी चूत और दूसरे हाथ से मौसी की चूँचियाँ मसलने में जुटा था। वह हम लोगों की गांड पर भी हाथ फेर रहा था।
लण्ड का टोपा चूसते हुए मैंने पूंछा - निखिल ऑफिस में तीन और लड़कियां हैं, राधिका, सीमा और निशा तुमने किस किस की बुर चोदी है ?
वह बोला :- सच बताऊँ रोली, मैंने राधिका की बुर चोदी है। २/३ बार चोदी है। निशा मेरा लण्ड पीती है। उसे चुदवाने का नहीं लण्ड पीने का बड़ा शौक है। वह शाम को मेरी कार में बैठती है और मैं कार किसी कोने में अँधेरी जगह में खड़ी देता हूँ, शीशे चढ़ा देता हूँ। बाहर से कुछ भी नहीं दिखाई पड़ता। बस निशा मेरा लण्ड प्यार से पीती रहती है। आखिर में वह लण्ड का सड़का मार देती है और फिर मेरा सारा वीर्य पी जाती है। वह कहती है की लण्ड का वीर्य मेरे लिए बिटामिन है। इसके पीने से मेरी खूबसूरती बढ़ गयी है और मेरी चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी हो गयीं हैं। इस तरह वह लण्ड पी कर अपने घर चली जाती है।
तब तक मेरी चूत की आग और भभक उठी। लेकिन मैंने लण्ड मौसी की चूत में घुसा दिया। वह बोली हाय रोली मेरी तो चूत फट गई। लण्ड बड़ा मोटा है यार ? वह फिर भकर भकर चुदवाने लगी। मुझे मौसी की चुदती हुई बुर देखने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मैं उसकी चूँचियाँ सहलाने लगी।
मौसी मस्ती में बोली :- हाय मेरी बुर चोदी रोली, तू अपनी माँ की बहन की बुर चुदवा रही है ?
मस्ती में कहा :- हां मेरी हरामजादी मौसी, अभी तो मैं अपनी माँ की बहन की गांड भी मारूंगी ?
थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद मौसी ने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर मेरी चूत में ठूंस दिया और कहा निखिल अब तुम रोली की बुर अच्छी तरह लो। खूब कस कस के चोदो इस भोसड़ी वाली की बुर। इसे चुदवाने का बड़ा शौक है। आज तुम इसका शौक पूरा कर दो। इसकी चूँचियों के बीच पेल दो लण्ड। निखिल ने पहले तो मेरी बुर खूब ली। बड़े प्रेम से ली और फिर लण्ड सच में मेरी चूँचियों के बीच डाल कर मेरी चूँचियाँ ही चोदने लगा। वह बोला राधिका भी अपनी चूँचियाँ इसी तरह चुदवाती है। और निशा भी कभी कभी कार में बैठ कर अपनी चूँचियाँ खोल देती है और कहती है निखिल अब तुम मेरी चूँचियाँ चोदो। फिर वह लण्ड मुंह में भर कर पीने लगती है। मैंने चूँची चुदवाने का मज़ा लिया। तब तक वह बोला यार रोली अब मैं निकल जाऊंगा। फिर तो मौसी ने उसका सड़का मारना शुरू किया और जब लण्ड ने वीर्य निकाला तो हम दोनों ने उसे पिया और सुपाड़ा चाटने लगीं। हम दोनों को लण्ड का वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता है। जबसे मैं वीर्य पी रही हूँ तबसे मैं स्वस्थ रहती हूँ, चेहरा खिला खिला रहता है और चूँचियाँ भी बड़ी हो गयीं हैं।
अचानक एक दिन मेरा देवर सनी आ गया। वह २३ साल का है और कहा भाभी मैं यहाँ एक इम्तिहान जो की कल है। इम्तिहान देने दिया डिस्टर्ब नहीं किया। जब इम्तिहान हो गया तो उसने कहा भाभी मैं कल चला जाऊंगा। मैंने कहा अच्छा तुम अपनी भाभी की बिना बुर चोदे चले जाओगे ? यहां तो एक और बुर है सनी। तुम्हे मेरी माँ की बहन की बुर भी चोदना है। वह आती होगी अभी ? वह बोला अच्छा अच्छा विमला आंटी। मैंने कहा वह आंटी नहीं है वह भी मेरी ही तरह तेरी भाभी हैं। हैं तो वह मेरी मौसी पर वह मेरी दोस्त ज्यादा हैं। वह बोला हां भाभी मैंने उसकी बुर तो अभी तक देखी ही नहीं। तुम्हारी बुर तो देखी भी है और चोदी भी है। मैंने कहा तो फिर रुको न और उसकी बुर भी दो दिन तक चोदो फिर जाओ ? हम दोनों की बुर एक साथ चोदो तब तुमको भी खूब मज़ा आएगा।
इतने में मौसी आ गयीं। वह बोली सनी पर इम्तिहान अच्छा हो गया। सनी ने कहा हां कहा बहुत अच्छा हो गया। फिर मौसी अंदर कपड़े बदलने चली गयी। मैं भी गरम थी तो मैंने सनी को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला फूल गया और लंबा हो गया। मैंने कहा अरे वाह ! सनी तेरा तो लण्ड पहले से मोटा हो गया है, बहन चोद। वह बोला हां मुझे भी कुछ ऐसा लगता है। मैंने कहा अच्छा इधर किसी की बुर चोदी है ? वह बोला हां भाभी अभी एक हफ्ते पहले मैंने अपने मामा की बिटिया की बुर चोदी है। बड़ी टाइट थी उसकी बुर भाभी लेकिन मैंने पेल दिया पूरा लण्ड ? लण्ड साला कसमसा कर अंदर घुस ही गया। तब तक मौसी आ गयी। मैंने उसे लण्ड दिखाते हुए कहा मौसी लो मेरे देवर का लण्ड पियो। मौसी बोली रोली तू तो लण्ड पकड़ने में बड़ी एक्सपर्ट है।
तब तक मेरा फोन बज उठा। मैंने कहा हेलो तो उधर वह बोला रोली मैं निखिल बोल रहा हूँ। मेरा एक दोस्त है
साहिल। उसको मैंने अपनी चुदाई की कहानी सुना दी तो वह तुम्हारी बुर चोदने के लिए मचल उठा। मैं उसे तुम्हारे पास भेज रहा हूँ। प्लीज चुदवा लेना। उसका कोड नाम होगा "नीला लौड़ा" ? उसके बोलने पर तुम उसे पहचान जाओगी। मैंने कहा अच्छा भेज दो। वह तो दो मिनट में ही आ गया। मैंने दरवाजा खोला तो उसने कहा मैं नीला लौड़ा हूँ। मैंने उसे अंदर बुला लिया। फिर उसे वहीँ ले गयी जहाँ मेरी मौसी मेरे देवर से चुदवा रही थी। वह चुदाई देख कर दंग रह गया और उसका लण्ड भी खड़ा हो गया।
मैंने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर हिलाया तो मज़ा आ गया। मैंने कहा यार तेरा तो लण्ड निखिल के लण्ड से बड़ा है यार। वह बोला हां यार लेकिन मेरी बीवी को निखिल का लण्ड पसंद है मेरा नहीं ? वह निखिल से चुदवाती है मुझसे नहीं। कहती है की जब निखिल की शादी हो जाए तो तुम उसकी बीवी चोदना। मैंने कहा हां यार ऐसा अक्सर होता है। बीवियों को अपने मियां का लण्ड अच्छा नहीं लगता दूसरे के मियां का लण्ड अच्छा लगता है। देखना निखिल की बीवी तेरा लण्ड बहुत पसंद करेगी और तुमसे ही चुदवायेगी। ऐसा कह कर मैंने साहिल का लण्ड मुंह में ले लिया।
फिर मैंने लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैं साहिल से मौसी के सामने ही चुदवाने लगी। मौसी तो मेरे देवर के लण्ड के ऊपर चढ़ बैठी और लण्ड ही चोदने लगीं। मैं भी साहिल का लण्ड चोदने लगी। फिर तो रात भर हम दोनों ने खूब जम कर दोनों से चुदवाया।
उसके बाद तो मुझे हर दिन कोई न कोई नया लण्ड मिलता रहा और हम दोनों खूब मस्ती से चुदवाती रहीं।
तब तक मैंने अपनी तौलिया थोड़ी ढीली कर तो वह खुल गयी। तौलिया खुलते ही मेरी चूँचियाँ भी खुल गयीं। मैंने फ़ौरन अपनी तौलिया टाइट की लेकिन तब तक उसे मेरी चूँचियों की एक झलक मिल ही गयी। यही मैं चाहती थी। उधर मौसी भी अपनी चूँचियों की झलक बार बार दिखा रहीं थीं। निखिल के लण्ड ने बाहर निकलने का मन बना लिया था. तब तक मैं उठी और उसके लण्ड पर हाथ रख कहा यार अब दिखा ही दो अपना लण्ड ? मेरे खड़े होने पर तौलिया बहन चोद नीचे गिर पड़ी और मैंने उठाया भी नहीं। मैं नंगीं नंगी खड़ी रही उसके आगे और बोली ये साली तौलिया बार बार गिर जाती है। अब मैं इसे नहीं उठाऊंगी। मैं उसकी पैंट खोलने लगी और मौसी ने उसकी कमीज उतार दी। आखिर में उसकी चड्ढी भी खोल दी। वह मादर चोद एकदम नंगा हो गया। मैं लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी तो लण्ड बढ़ने लगा। बढ़ते बढ़ते वह लगभग ८" का हो गया। मैंने कहा वाओ, देख भोसड़ी की मौसी कितना बड़ा है इसका लण्ड ?
उसने लण्ड का माथा चूमा और बोली हां यार रोली ये तो बहन चोद मर्द हो गया है। इसका लण्ड तो चूत क्या भोसड़ा भी फाड़ डालेगा ? मैंने उसका गाउन खोल कर फेंकते हुए कहा तो फिर तू भी दिखा दे न अपना भोसड़ा, बुर चोदी विमला मौसी ? मौसी भी नंगी हो गयी। अब हम तीनो नंगे हो गए। निखिल भी हमारी चूँचियाँ मसलने लगा। हम दोनों मिलकर लण्ड चाटने लगीं। कभी मैं लण्ड चाटती तो मौसी पेल्हड़ और कभी मैं पेल्हड़ चाटती तो मौसी लण्ड ? कभी मैं लण्ड मौसी के मुंह में घुसेड़ देती कभी मौसी मेरे मुंह में ? मजे की बात यह थी की निखिल की एक भी झांट नहीं थी। लण्ड बिलकुल मक्खन की तरह चिकना था। उधर मैं अपनी झांटें बना कर आयी थी। हां मौसी की चूत पर छोटी छोटी झांटें थीं जो की बहुत सेक्सी लग रहीं थीं। निखिल एक हाथ से मेरी चूत और दूसरे हाथ से मौसी की चूँचियाँ मसलने में जुटा था। वह हम लोगों की गांड पर भी हाथ फेर रहा था।
लण्ड का टोपा चूसते हुए मैंने पूंछा - निखिल ऑफिस में तीन और लड़कियां हैं, राधिका, सीमा और निशा तुमने किस किस की बुर चोदी है ?
वह बोला :- सच बताऊँ रोली, मैंने राधिका की बुर चोदी है। २/३ बार चोदी है। निशा मेरा लण्ड पीती है। उसे चुदवाने का नहीं लण्ड पीने का बड़ा शौक है। वह शाम को मेरी कार में बैठती है और मैं कार किसी कोने में अँधेरी जगह में खड़ी देता हूँ, शीशे चढ़ा देता हूँ। बाहर से कुछ भी नहीं दिखाई पड़ता। बस निशा मेरा लण्ड प्यार से पीती रहती है। आखिर में वह लण्ड का सड़का मार देती है और फिर मेरा सारा वीर्य पी जाती है। वह कहती है की लण्ड का वीर्य मेरे लिए बिटामिन है। इसके पीने से मेरी खूबसूरती बढ़ गयी है और मेरी चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी हो गयीं हैं। इस तरह वह लण्ड पी कर अपने घर चली जाती है।
तब तक मेरी चूत की आग और भभक उठी। लेकिन मैंने लण्ड मौसी की चूत में घुसा दिया। वह बोली हाय रोली मेरी तो चूत फट गई। लण्ड बड़ा मोटा है यार ? वह फिर भकर भकर चुदवाने लगी। मुझे मौसी की चुदती हुई बुर देखने में बड़ा अच्छा लग रहा था। मैं उसकी चूँचियाँ सहलाने लगी।
मौसी मस्ती में बोली :- हाय मेरी बुर चोदी रोली, तू अपनी माँ की बहन की बुर चुदवा रही है ?
मस्ती में कहा :- हां मेरी हरामजादी मौसी, अभी तो मैं अपनी माँ की बहन की गांड भी मारूंगी ?
थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद मौसी ने लण्ड अपनी चूत से निकाल कर मेरी चूत में ठूंस दिया और कहा निखिल अब तुम रोली की बुर अच्छी तरह लो। खूब कस कस के चोदो इस भोसड़ी वाली की बुर। इसे चुदवाने का बड़ा शौक है। आज तुम इसका शौक पूरा कर दो। इसकी चूँचियों के बीच पेल दो लण्ड। निखिल ने पहले तो मेरी बुर खूब ली। बड़े प्रेम से ली और फिर लण्ड सच में मेरी चूँचियों के बीच डाल कर मेरी चूँचियाँ ही चोदने लगा। वह बोला राधिका भी अपनी चूँचियाँ इसी तरह चुदवाती है। और निशा भी कभी कभी कार में बैठ कर अपनी चूँचियाँ खोल देती है और कहती है निखिल अब तुम मेरी चूँचियाँ चोदो। फिर वह लण्ड मुंह में भर कर पीने लगती है। मैंने चूँची चुदवाने का मज़ा लिया। तब तक वह बोला यार रोली अब मैं निकल जाऊंगा। फिर तो मौसी ने उसका सड़का मारना शुरू किया और जब लण्ड ने वीर्य निकाला तो हम दोनों ने उसे पिया और सुपाड़ा चाटने लगीं। हम दोनों को लण्ड का वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता है। जबसे मैं वीर्य पी रही हूँ तबसे मैं स्वस्थ रहती हूँ, चेहरा खिला खिला रहता है और चूँचियाँ भी बड़ी हो गयीं हैं।
अचानक एक दिन मेरा देवर सनी आ गया। वह २३ साल का है और कहा भाभी मैं यहाँ एक इम्तिहान जो की कल है। इम्तिहान देने दिया डिस्टर्ब नहीं किया। जब इम्तिहान हो गया तो उसने कहा भाभी मैं कल चला जाऊंगा। मैंने कहा अच्छा तुम अपनी भाभी की बिना बुर चोदे चले जाओगे ? यहां तो एक और बुर है सनी। तुम्हे मेरी माँ की बहन की बुर भी चोदना है। वह आती होगी अभी ? वह बोला अच्छा अच्छा विमला आंटी। मैंने कहा वह आंटी नहीं है वह भी मेरी ही तरह तेरी भाभी हैं। हैं तो वह मेरी मौसी पर वह मेरी दोस्त ज्यादा हैं। वह बोला हां भाभी मैंने उसकी बुर तो अभी तक देखी ही नहीं। तुम्हारी बुर तो देखी भी है और चोदी भी है। मैंने कहा तो फिर रुको न और उसकी बुर भी दो दिन तक चोदो फिर जाओ ? हम दोनों की बुर एक साथ चोदो तब तुमको भी खूब मज़ा आएगा।
इतने में मौसी आ गयीं। वह बोली सनी पर इम्तिहान अच्छा हो गया। सनी ने कहा हां कहा बहुत अच्छा हो गया। फिर मौसी अंदर कपड़े बदलने चली गयी। मैं भी गरम थी तो मैंने सनी को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड साला फूल गया और लंबा हो गया। मैंने कहा अरे वाह ! सनी तेरा तो लण्ड पहले से मोटा हो गया है, बहन चोद। वह बोला हां मुझे भी कुछ ऐसा लगता है। मैंने कहा अच्छा इधर किसी की बुर चोदी है ? वह बोला हां भाभी अभी एक हफ्ते पहले मैंने अपने मामा की बिटिया की बुर चोदी है। बड़ी टाइट थी उसकी बुर भाभी लेकिन मैंने पेल दिया पूरा लण्ड ? लण्ड साला कसमसा कर अंदर घुस ही गया। तब तक मौसी आ गयी। मैंने उसे लण्ड दिखाते हुए कहा मौसी लो मेरे देवर का लण्ड पियो। मौसी बोली रोली तू तो लण्ड पकड़ने में बड़ी एक्सपर्ट है।
तब तक मेरा फोन बज उठा। मैंने कहा हेलो तो उधर वह बोला रोली मैं निखिल बोल रहा हूँ। मेरा एक दोस्त है
मैंने उसे नंगा किया और लण्ड पकड़ कर हिलाया तो मज़ा आ गया। मैंने कहा यार तेरा तो लण्ड निखिल के लण्ड से बड़ा है यार। वह बोला हां यार लेकिन मेरी बीवी को निखिल का लण्ड पसंद है मेरा नहीं ? वह निखिल से चुदवाती है मुझसे नहीं। कहती है की जब निखिल की शादी हो जाए तो तुम उसकी बीवी चोदना। मैंने कहा हां यार ऐसा अक्सर होता है। बीवियों को अपने मियां का लण्ड अच्छा नहीं लगता दूसरे के मियां का लण्ड अच्छा लगता है। देखना निखिल की बीवी तेरा लण्ड बहुत पसंद करेगी और तुमसे ही चुदवायेगी। ऐसा कह कर मैंने साहिल का लण्ड मुंह में ले लिया।
फिर मैंने लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैं साहिल से मौसी के सामने ही चुदवाने लगी। मौसी तो मेरे देवर के लण्ड के ऊपर चढ़ बैठी और लण्ड ही चोदने लगीं। मैं भी साहिल का लण्ड चोदने लगी। फिर तो रात भर हम दोनों ने खूब जम कर दोनों से चुदवाया।
उसके बाद तो मुझे हर दिन कोई न कोई नया लण्ड मिलता रहा और हम दोनों खूब मस्ती से चुदवाती रहीं।
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