Home
» Antarvasna-ki-real-hindi-sex-story-chudai-kahani
» लण्ड भी मस्त है और तुम भी जवान हो - Lund bhi mast hai aur tum bhi jawan ho
लण्ड भी मस्त है और तुम भी जवान हो - Lund bhi mast hai aur tum bhi jawan ho
लण्ड भी मस्त है और तुम भी जवान हो - Lund bhi mast hai aur tum bhi jawan ho , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मैंने अपनी सुहागरात में पहले अपने शौहर से चुदवा तो लिया लेकिन फिर बड़ी बेबाकी से कहा की मुझे मोटे लण्ड चाहिए, मियां जी। तेरा लण्ड माना की बड़ा है, लंबा है और सख्त भी है पर उतना मोटा नहीं है जितना मोटा मुझे चाहिए। मैं मोटे लण्ड से चुदवाती हूँ। मुझे तो मोटे लण्ड ही पसंद है ? आपको जो भी करना हो करो पर मेरे सामने मोटे लण्ड पेश करो नहीं तो मैं ,,,,,,,,,,,,,,,,, ?
मैंने अपनी सुहागरात में पहले अपने शौहर से चुदवा तो लिया लेकिन फिर बड़ी बेबाकी से कहा की मुझे मोटे लण्ड चाहिए, मियां जी। तेरा लण्ड माना की बड़ा है, लंबा है और सख्त भी है पर उतना मोटा नहीं है जितना मोटा मुझे चाहिए। मैं मोटे लण्ड से चुदवाती हूँ। मुझे तो मोटे लण्ड ही पसंद है ? आपको जो भी करना हो करो पर मेरे सामने मोटे लण्ड पेश करो नहीं तो मैं ,,,,,,,,,,,,,,,,, ?
- मियां ने कहा - अब मैं मोटे लण्ड कहाँ से लाऊं ? मैं तो यह भी नहीं जानता की किसके लण्ड मोटे हैं और किसके लण्ड मोटे नहीं हैं।
- मैंने कहा - नहीं जानते हो तो पता लगाओ। उन लड़कियों से, उन औरतों से, और उन बीवियों से पूंछो जो मोटे लण्ड का इस्तेमाल करती हैं। अपने दोस्तों से तो पूँछ ही सकते हो ?
- पर इसमें तो काफी समय लग जायेगा। तब तक तुम रुक सकोगी मेरी जान ?
- मैं रुक तो एक दिन भी नहीं सकती मेरे राजा। मुझे तो आज ही रात को मोटा लण्ड चाहिए ।
- अच्छा अगर मैं कहूं की मुझे भी आज ही टाइट बुर चाहिए तो क्या तुम दे दोगी ?
- हां मैं दे दूँगी।
- कौन है ये टाइट बुर वाली ज़रा मुझे भी बताओ जो मुझसे चुदवा लेगी ।
- तेरी फूफी ,,,,,,,,,,,,,,,?
- क्या बात करती हो तुम ? मेरी फूफी बुर तो जाने कब का भोसड़ा बन चुकी है। मैंने उसे कई बार चोदा है। बड़े बड़े लण्ड उसकी चूत में गोता लगाते हैं।
- अरे तुम पूरी बात ही नहीं सुन रहे हो। मैं फूफी की बात नहीं कर रही हूँ। मैं फूफी की बेटी की बात कर रही हूँ। वह अभी १९ साल की है और उसकी गदराई हुई चूत है, बड़ी टाइट चूत है। तुम उसकी चूत में अपना लण्ड पेलो क्योंकि उसे लम्बे लम्बे लण्ड का शौक है.
- ओ. के. पर मैं तेरे लिए मोटे का इंतज़ाम एक दिन में कैसे करूं ?
- अपने खालू को बुला लो। उसका लण्ड मोटा है। अपने जीजू को बुला लो उसका भी लण्ड मोटा है। और हां वो दोनों मुझे इसी कमरे में चोदेगें और तुम भी यहीं फूफी की बेटी की बुर चोदोगे । मैं तेरे सामने ही मोटे मोटे लण्ड से चुदवाऊंगी और तुम्हे अपने सामने किसी और की बुर चोदते हुए देखूँगी।
तो दोस्तों, मोटे लण्ड पाने की यह मेरी चाल थी। असली बात यह है की मैं तो अपने मियां के सामने ही ग़ैर मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ। मेरा नाम साजिया है. मैं २४ साल की हूँ, खूबसूरत हूँ, हॉट हूँ और कई लड़कों से चुदवाने वाली एक बिंदास लड़की हूँ। अब बीवी बन गयी हूँ तो मेरी चुदवाने की इच्छा और बढ़ गयी है।मेरी शादी असद नाम के लड़के से हुई है, मुझे उसका लण्ड पसंद है। लेकिन मैंने उसे अपने दोस्तों के लण्ड मेरी चूत में पेलने का एक रास्ता दिखा दिया है। यह बात जरूर है की मैं भी उसका लण्ड अपनी कई सहेलियों की चूत में पेलूँगी। मैं चाहती हूँ की वह सबकी बुर चोदे और मैं सबके लण्ड चोदूँ।
बस उसी दिन की रात को मेरा शौहर अपनी फूफी की बेटी आशना को और अपने जीजू अज़हर को लेकर मेरे कमरे में आ गया। उसने मुझसे कहा लो मैंने तेरी बात पूरी कर दी साजिया बेगम। मुझे अभी खालू नहीं मिला। जब वह मिलेगा तो तेरे पास ले आऊंगा। मैंने कहा आज तूने अपना वादा पूरा किया है तो कल मैं भी अपना वादा पूरा कर दूंगी। मैं अज़हर के लण्ड के बारे में सुन चुकी थी पर कभी देखा नहीं था। मैंने पूंछा की तूने आशना को बता दिया है की उसे यहाँ क्यों लाया गया है ? उसने कहा नहीं मैंने नहीं बताया। मैंने बस इतना कहा की आशना चलो तुम्हे मेरी बीवी बुला रही है। तब मैंने खुल कर कहा आशना मेरा शौहर तेरी माँ की बुर लेता है। आज यह तेरी बुर लेना चाहता है। तुम इसे अपनी बुर शौक से दे दो। इसका लण्ड तेरी पसंद का है आशना ? वह मुस्करा पड़ी और बोली हां भाभी मैंने भाई जान के लण्ड के बारे में अम्मी के मुंह से सुना है।
मैंने कहा फिर क्या खोल के दिखा मुझे भी अपन भाई जान का लण्ड, आशना ? मैं तेरे जीजू लण्ड खोलने जा रही हूँ। मैं ऐसा बोलकर उसके पैजामें का नाड़ा खोल डाला। पैजामा नीचे गिरा और वह मेरे सामने बिलकुल नंगा हो गया। उसका लण्ड खड़ा हो गया। तब तक आशना ने भी मेरे मियां को नंगा कर चुकी थी। आशना मेरे मियां लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मुझे मालूम हुआ की मेरा नंदोई मेरे मियां से सिर्फ दो साल ही बड़ा है। यानी वह और मेरे मियां दोनों हम उम्र हैं।
नंदोई का लण्ड मेरे मियां के लण्ड से मोटा था पर थोड़ा छोटा था। उधर आशना मेरे मियां का लण्ड पाकर बड़ी खुश हुई बोली हाय भाभी जान भाई जान का लण्ड तो लंबा है। ये तो मेरी चूत में बहुत दूर तक जायेगा। अंदर घुस कर मेरी बुर चोदेगा तो मुझे मज़ा आएगा। मैंने पूंछा तो फिर तेरे मियां का लण्ड कितना बड़ा है ? वह बोली उसका लण्ड बहन चोद थोड़ा छोटा है पर बहुत मोटा है भाभी। मेरी तो चूत छिल जाती है जब मैं उससे चुदवाती हूँ। मैंने कहा मेरी बुर चोदी आशना अब अपने मियां से कहो की वह मेरी बुर लिया करे। मुझे मोटे लण्ड बहुत पसंद हैं। ऐसा कह कर मैं अपने नंदोई अज़हर का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। वह मेरी चूत चाटने लगा। मेरा दूसरा हाथ आशना की चूत पर चला गया। आशना दूसरे हाथ से अज़हर के पेल्हड़ चूमने और सहलाने लगी।
आज मेरी सुहागरात का दूसरा दिन है। मैं जो चाहती थी वही हो रहा है। मेरे हाथ में पराये मरद का लण्ड है और मेरे मियां के हाथ में परायी बीवी की चूँची और चूत। मैं नंगी नंगी अपने नंदोई का लण्ड पीने लगी और आशना नंगी नंगी मेरे मियां का लण्ड पीने लगी। मुझे यह सब देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था। मुझे नंगे नंगे मरद और नंगी नंगी बीवियां बहुत अच्छी लगतीं हैं। मैं मस्ती में आ गयी और बोली भोसड़ी के नंदोई तेरा लण्ड इतना मोटा है तो तू किस किस की बुर में पेलता है अपना लण्ड ? वह बोला अरे साजिया भाभी मैं उसकी चूत में घुसता हूँ लण्ड जो मेरा लण्ड पकड़ लेती है। अगर तेरी माँ मेरा लण्ड पकड़ ले तो मैं तेरी माँ चोद दूंगा,, भाभी। और अगर तेरी बहन पकड़ लेगी मेरा लण्ड तो मैं तेरी बहन चोद दूंगा ? मैंने कहा अच्छा पहले मेरी बुर चोदो अज़हर मियां मैं देखूं तेरे लण्ड की गांड में कितना दम है ? उधर आशना बोली हाय भाई जान तेरा लण्ड साला ८" + है ये तो मेरी चूत में घुसेगा और मेरी गांड से निकल जायेगा। बहन चोद कुतुबमीनार जैसा लण्ड मुझे बड़ा मज़ा देगा।
इतने में अज़हर ने लण्ड मेरी चूत में पूरा घुसेड़ दिया और भकर भकर चोदने लगा। मैं भी अपनी गांड से उसकी ताल में ताल मिलाने लगी। मेरे मुंह की तरफ अपनी गांड किये आशना नंगी लेटी थी। मेरे मियां ने अपना लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और भकाभक चोदने लगा। मैंने मजाक किया तुम तो यार अपनी ही बहन की बुर चोद रहे हो ? वह बोला हां चोद तो रहा हूँ मैं तो तेरी भी बहन की बुर चोद सक्ता हूँ। तू भी चुदवा ले अपनी बहन की बुर और अपनी माँ का भोसड़ा भी। दोनों मरद साले तूफ़ान मेल की तरह बुर चोदने में जुट गये। हम दोनों की उछलती हुई मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख कर उन दोनों को बड़ा मज़ा आ रहा था। आशना नंदोई के पेल्हड़ सहलाने लगी और मैं अपने मियां के पेल्हड़।
मैंने अपने मियां से कहा :- मेरे सामने ऐसे ही चोदा करो परायी बीवियों की बुर और पेला करो उनके मुंह में अपना लण्ड ?
वह बोला :- तुम भी मेरे सामने ऐसे ही चुदवाया करो पराये मर्दों से अपनी बुर और पिया करो उनके लण्ड ?
फिर मैं पीछे से चुदवाने लगी। मुझे देख कर आशना बोली भाई जान मुझे भी पीछे से चोदो। डॉगी स्टाइल में चोदो जैसे भाभी चुदवा रही है। आशना भी उसी तरह चुदवाने लगी तो मुझे भी बड़ा अच्छा लगा। मैंने पूंछा आशना तूने कभी मेरे नंदोई से चुदवाया ? वह बोली चुदवाया तो नहीं भाभी पर हां मैंने इसका लण्ड पकड़ा है हिलाया है और चूमा चाटा है। मेरी इच्छा थी की मैं लण्ड का सड़का मार कर उसका वीर्य पियूं। लेकिन तब तक किसी और में मुझसे लण्ड छीन लिया। मैं छोटी थी, मैं उससे लड़ नहीं सकी। अब मैं इसका लण्ड देख रही हूँ। मैं आज ही अभी दूसरी पारी से इससे चुदवाउंगी। बातें भी खूब हो रहीं थी और चुदाई भी।
कमरा तो खुला ही था। बाहर वाला कोई आ ही नहीं सकता था। पर मुझे मालूम हुआ की कोई आ गया है। तभी मेरा मियां बोला वाओ, खालू यार तुम कहाँ थे ? मैंने तुम्हे जाने कहाँ कहाँ ढूंढा ? लो अच्छा इससे मिलो ये है मेरी बीवी साजिया। इसे मोटे लण्ड पसंद हैं। ये कहती है की मैं मोटे लण्ड से चुदवाऊंगी। तेरा लण्ड मोटा है खालू तो तुम आज मेरी बीवी चोदो। उतारो अपने कपड़े और पकड़ा दो अपना लण्ड मेरी बीवी को ? वह बोला हां असद (मेरा मियां) मैं तेरी बीवी जरूर चोदूंगा क्योंकि तुम मेरी बीवी चोदते हो ? वह बोला हां यार मैं खाला जान की बुर लेता हूँ। उसे मेरा लण्ड पसंद है। वह मुझसे बड़े प्यार से चुदवाती है। तब तक मैं बोली तुम चिंता न करो मियां जी मैं भी तेरे खालू से प्यार से ही चुदवाऊंगी। बस खालू ससुर नंगा नंगा मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने लपक कर पकड़ लिया उसका लण्ड ? लण्ड जैसे ही मेरे हाथ में आया तो मुझे अपनी अम्मी की बात याद आ गयी। उसने कहा था की बेटी साजिया जब तेरा मन मोटा लण्ड पकड़ने का हो तो अपने खालू ससुर का लण्ड पकड़ लेना। उसका लण्ड मोटा भी है और बड़ी देर तक चोदता भी है। वह मेरे रिश्ते में मेरा देवर लगता है। मैं तो उससे चुदवाती हूँ अब तुम भी चुदवाना।
अब मेरे हक़ में दो लण्ड आ गये। दोनों मोटे लण्ड। मेरी मस्ती बढ़ गयी। मैंने एक हाथ में नंदोई का लण्ड लिया और दूसरे हाथ में खालू ससुर का लण्ड। मेरी चूत की आग और सुलग उठी। मैं खालू ससुर से चिपक गयी और वह मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा। मैं झुक कर उसका लण्ड पीने लगी और दूसरे हाथ से नंदोई का लण्ड मुठियाने लगी। आशना बुर चोदी मुझे देख कर दंग रह गयी। लेकिन तब तक नंदोई ने आशना की चूँचियाँ पकड़ लीन और उन्हें मसलने लगा। थोड़ी दे में ससुर ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मजे से मुझे चोदने लगा। फिर वह बोला बहू मुझे तेरी माँ की चूत याद आ रहा है। वह भी मुझसे इसी तरह चुदवाती है। मैंने कहा हां ससुर
जी तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है अब मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। उसने स्पीड बढ़ा दी तो मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ने लगीं। थोड़ी देर में मेरी चूत ढीली होने लगी। तब तक नन्दोई बोला भाभी अब मैं खलास होने वाला हूँ। मैं घूमी और उसके लण्ड का सड़का मारने लगी। बस एक मिनट में ही उसके लण्ड ने सारा वीर्य मेरे मुंह में उड़ेल दिया। मैं मजे से पी गयी और लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। तभी ससुर आ गया बोला लो बहू मेरा भी सड़का मार दो। मैंने उसके लण्ड का भी सड़का मार दिया और वीर्य पिया । मुझे वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता है। मैं १९ साल की उम्र से लण्ड का वीर्य पी रही हूँ। मुझे यह एक टॉनिक लगता है। इसमें कई विटामिन होतें है जो हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। मेरे चेहरे पर चमक आ गयी, मेरी सेहत अच्छी हो गयी और मेरी चूँचियाँ दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ने लगीं।
दो दिन बाद मेरी सगी नन्द आ गयी।
उसके बाद इत्तिफाक से मुझे एक से बढ़कर एक मोटे लण्ड मिलते गये और मैं मुसलसल चुदवाती गयी।
बस उसी दिन की रात को मेरा शौहर अपनी फूफी की बेटी आशना को और अपने जीजू अज़हर को लेकर मेरे कमरे में आ गया। उसने मुझसे कहा लो मैंने तेरी बात पूरी कर दी साजिया बेगम। मुझे अभी खालू नहीं मिला। जब वह मिलेगा तो तेरे पास ले आऊंगा। मैंने कहा आज तूने अपना वादा पूरा किया है तो कल मैं भी अपना वादा पूरा कर दूंगी। मैं अज़हर के लण्ड के बारे में सुन चुकी थी पर कभी देखा नहीं था। मैंने पूंछा की तूने आशना को बता दिया है की उसे यहाँ क्यों लाया गया है ? उसने कहा नहीं मैंने नहीं बताया। मैंने बस इतना कहा की आशना चलो तुम्हे मेरी बीवी बुला रही है। तब मैंने खुल कर कहा आशना मेरा शौहर तेरी माँ की बुर लेता है। आज यह तेरी बुर लेना चाहता है। तुम इसे अपनी बुर शौक से दे दो। इसका लण्ड तेरी पसंद का है आशना ? वह मुस्करा पड़ी और बोली हां भाभी मैंने भाई जान के लण्ड के बारे में अम्मी के मुंह से सुना है।
मैंने कहा फिर क्या खोल के दिखा मुझे भी अपन भाई जान का लण्ड, आशना ? मैं तेरे जीजू लण्ड खोलने जा रही हूँ। मैं ऐसा बोलकर उसके पैजामें का नाड़ा खोल डाला। पैजामा नीचे गिरा और वह मेरे सामने बिलकुल नंगा हो गया। उसका लण्ड खड़ा हो गया। तब तक आशना ने भी मेरे मियां को नंगा कर चुकी थी। आशना मेरे मियां लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। मुझे मालूम हुआ की मेरा नंदोई मेरे मियां से सिर्फ दो साल ही बड़ा है। यानी वह और मेरे मियां दोनों हम उम्र हैं।
नंदोई का लण्ड मेरे मियां के लण्ड से मोटा था पर थोड़ा छोटा था। उधर आशना मेरे मियां का लण्ड पाकर बड़ी खुश हुई बोली हाय भाभी जान भाई जान का लण्ड तो लंबा है। ये तो मेरी चूत में बहुत दूर तक जायेगा। अंदर घुस कर मेरी बुर चोदेगा तो मुझे मज़ा आएगा। मैंने पूंछा तो फिर तेरे मियां का लण्ड कितना बड़ा है ? वह बोली उसका लण्ड बहन चोद थोड़ा छोटा है पर बहुत मोटा है भाभी। मेरी तो चूत छिल जाती है जब मैं उससे चुदवाती हूँ। मैंने कहा मेरी बुर चोदी आशना अब अपने मियां से कहो की वह मेरी बुर लिया करे। मुझे मोटे लण्ड बहुत पसंद हैं। ऐसा कह कर मैं अपने नंदोई अज़हर का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। वह मेरी चूत चाटने लगा। मेरा दूसरा हाथ आशना की चूत पर चला गया। आशना दूसरे हाथ से अज़हर के पेल्हड़ चूमने और सहलाने लगी।
आज मेरी सुहागरात का दूसरा दिन है। मैं जो चाहती थी वही हो रहा है। मेरे हाथ में पराये मरद का लण्ड है और मेरे मियां के हाथ में परायी बीवी की चूँची और चूत। मैं नंगी नंगी अपने नंदोई का लण्ड पीने लगी और आशना नंगी नंगी मेरे मियां का लण्ड पीने लगी। मुझे यह सब देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था। मुझे नंगे नंगे मरद और नंगी नंगी बीवियां बहुत अच्छी लगतीं हैं। मैं मस्ती में आ गयी और बोली भोसड़ी के नंदोई तेरा लण्ड इतना मोटा है तो तू किस किस की बुर में पेलता है अपना लण्ड ? वह बोला अरे साजिया भाभी मैं उसकी चूत में घुसता हूँ लण्ड जो मेरा लण्ड पकड़ लेती है। अगर तेरी माँ मेरा लण्ड पकड़ ले तो मैं तेरी माँ चोद दूंगा,, भाभी। और अगर तेरी बहन पकड़ लेगी मेरा लण्ड तो मैं तेरी बहन चोद दूंगा ? मैंने कहा अच्छा पहले मेरी बुर चोदो अज़हर मियां मैं देखूं तेरे लण्ड की गांड में कितना दम है ? उधर आशना बोली हाय भाई जान तेरा लण्ड साला ८" + है ये तो मेरी चूत में घुसेगा और मेरी गांड से निकल जायेगा। बहन चोद कुतुबमीनार जैसा लण्ड मुझे बड़ा मज़ा देगा।
इतने में अज़हर ने लण्ड मेरी चूत में पूरा घुसेड़ दिया और भकर भकर चोदने लगा। मैं भी अपनी गांड से उसकी ताल में ताल मिलाने लगी। मेरे मुंह की तरफ अपनी गांड किये आशना नंगी लेटी थी। मेरे मियां ने अपना लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और भकाभक चोदने लगा। मैंने मजाक किया तुम तो यार अपनी ही बहन की बुर चोद रहे हो ? वह बोला हां चोद तो रहा हूँ मैं तो तेरी भी बहन की बुर चोद सक्ता हूँ। तू भी चुदवा ले अपनी बहन की बुर और अपनी माँ का भोसड़ा भी। दोनों मरद साले तूफ़ान मेल की तरह बुर चोदने में जुट गये। हम दोनों की उछलती हुई मस्त मस्त बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख कर उन दोनों को बड़ा मज़ा आ रहा था। आशना नंदोई के पेल्हड़ सहलाने लगी और मैं अपने मियां के पेल्हड़।
मैंने अपने मियां से कहा :- मेरे सामने ऐसे ही चोदा करो परायी बीवियों की बुर और पेला करो उनके मुंह में अपना लण्ड ?
वह बोला :- तुम भी मेरे सामने ऐसे ही चुदवाया करो पराये मर्दों से अपनी बुर और पिया करो उनके लण्ड ?
फिर मैं पीछे से चुदवाने लगी। मुझे देख कर आशना बोली भाई जान मुझे भी पीछे से चोदो। डॉगी स्टाइल में चोदो जैसे भाभी चुदवा रही है। आशना भी उसी तरह चुदवाने लगी तो मुझे भी बड़ा अच्छा लगा। मैंने पूंछा आशना तूने कभी मेरे नंदोई से चुदवाया ? वह बोली चुदवाया तो नहीं भाभी पर हां मैंने इसका लण्ड पकड़ा है हिलाया है और चूमा चाटा है। मेरी इच्छा थी की मैं लण्ड का सड़का मार कर उसका वीर्य पियूं। लेकिन तब तक किसी और में मुझसे लण्ड छीन लिया। मैं छोटी थी, मैं उससे लड़ नहीं सकी। अब मैं इसका लण्ड देख रही हूँ। मैं आज ही अभी दूसरी पारी से इससे चुदवाउंगी। बातें भी खूब हो रहीं थी और चुदाई भी।
कमरा तो खुला ही था। बाहर वाला कोई आ ही नहीं सकता था। पर मुझे मालूम हुआ की कोई आ गया है। तभी मेरा मियां बोला वाओ, खालू यार तुम कहाँ थे ? मैंने तुम्हे जाने कहाँ कहाँ ढूंढा ? लो अच्छा इससे मिलो ये है मेरी बीवी साजिया। इसे मोटे लण्ड पसंद हैं। ये कहती है की मैं मोटे लण्ड से चुदवाऊंगी। तेरा लण्ड मोटा है खालू तो तुम आज मेरी बीवी चोदो। उतारो अपने कपड़े और पकड़ा दो अपना लण्ड मेरी बीवी को ? वह बोला हां असद (मेरा मियां) मैं तेरी बीवी जरूर चोदूंगा क्योंकि तुम मेरी बीवी चोदते हो ? वह बोला हां यार मैं खाला जान की बुर लेता हूँ। उसे मेरा लण्ड पसंद है। वह मुझसे बड़े प्यार से चुदवाती है। तब तक मैं बोली तुम चिंता न करो मियां जी मैं भी तेरे खालू से प्यार से ही चुदवाऊंगी। बस खालू ससुर नंगा नंगा मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने लपक कर पकड़ लिया उसका लण्ड ? लण्ड जैसे ही मेरे हाथ में आया तो मुझे अपनी अम्मी की बात याद आ गयी। उसने कहा था की बेटी साजिया जब तेरा मन मोटा लण्ड पकड़ने का हो तो अपने खालू ससुर का लण्ड पकड़ लेना। उसका लण्ड मोटा भी है और बड़ी देर तक चोदता भी है। वह मेरे रिश्ते में मेरा देवर लगता है। मैं तो उससे चुदवाती हूँ अब तुम भी चुदवाना।
अब मेरे हक़ में दो लण्ड आ गये। दोनों मोटे लण्ड। मेरी मस्ती बढ़ गयी। मैंने एक हाथ में नंदोई का लण्ड लिया और दूसरे हाथ में खालू ससुर का लण्ड। मेरी चूत की आग और सुलग उठी। मैं खालू ससुर से चिपक गयी और वह मेरे पूरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा। मैं झुक कर उसका लण्ड पीने लगी और दूसरे हाथ से नंदोई का लण्ड मुठियाने लगी। आशना बुर चोदी मुझे देख कर दंग रह गयी। लेकिन तब तक नंदोई ने आशना की चूँचियाँ पकड़ लीन और उन्हें मसलने लगा। थोड़ी दे में ससुर ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मजे से मुझे चोदने लगा। फिर वह बोला बहू मुझे तेरी माँ की चूत याद आ रहा है। वह भी मुझसे इसी तरह चुदवाती है। मैंने कहा हां ससुर
जी तूने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा है अब मेरी माँ की बिटिया की बुर चोदो। उसने स्पीड बढ़ा दी तो मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ने लगीं। थोड़ी देर में मेरी चूत ढीली होने लगी। तब तक नन्दोई बोला भाभी अब मैं खलास होने वाला हूँ। मैं घूमी और उसके लण्ड का सड़का मारने लगी। बस एक मिनट में ही उसके लण्ड ने सारा वीर्य मेरे मुंह में उड़ेल दिया। मैं मजे से पी गयी और लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। तभी ससुर आ गया बोला लो बहू मेरा भी सड़का मार दो। मैंने उसके लण्ड का भी सड़का मार दिया और वीर्य पिया । मुझे वीर्य पीना बहुत अच्छा लगता है। मैं १९ साल की उम्र से लण्ड का वीर्य पी रही हूँ। मुझे यह एक टॉनिक लगता है। इसमें कई विटामिन होतें है जो हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। मेरे चेहरे पर चमक आ गयी, मेरी सेहत अच्छी हो गयी और मेरी चूँचियाँ दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ने लगीं।
दो दिन बाद मेरी सगी नन्द आ गयी।
- वह मेरे पास आकर बोली :- भाभी जान, मैंने सुना है की तुम्हे मोटे लण्ड पसंद हैं।
- मैंने कहा :- हां तूने सही सुना है, नन्द रानी ?
- अरे भाभी, मुझे भी मोटे लण्ड पसंद हैं। मैं भी मोटे लण्ड से चुदवाती हूँ।
- तो फिर बताओ न किसका लण्ड मोटा है मैं उसी से चुदवा लूं ? है तेरी नज़र में कोई मोटा लण्ड ?
- हां है न भाभी ? एक तो तेरे ससुर का लण्ड मोटा है और एक मेरे ससुर का लण्ड मोटा है।
- हाय दईया तो फिर पेल दे न मेरी चूत में अपने बाप का लण्ड ?
- हां भाभी अब तो मेरा बाप तुझे जरूर चोदेगा ? उसे बेटियों और बहुओं की बुर चोदने में बड़ा मज़ा आता है।
- और तेरा ससुर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- वह भी तेरी बुर चोदेगा भाभी ? जब वह भोसड़ी का अपनी बहू की बुर लेता है तो बहू की भाभी की भी बुर लेगा। जिस दिन वह आएगा मैं उसी दिन उसका लण्ड चूत में पेल दूँगी भाभी जान ?
- पर आज तुम किसका लण्ड पलोगी तुम मेरी चूत में नन्द रानी ?
- आज तुम मेरे मियां का लण्ड पेलो अपनी चूत में भाभी। लण्ड भी मस्त है और तुम भी मस्त हो। हां उसका लण्ड मुंह में लेकर पीना जरूर। यहाँ की लड़कियां मेरे मियां का लण्ड बहुत पीती हैं ?
उसके बाद इत्तिफाक से मुझे एक से बढ़कर एक मोटे लण्ड मिलते गये और मैं मुसलसल चुदवाती गयी।
Click on Search Button to search more posts.
