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उसका मोटा तगड़ा लण्ड मेरे हाथ में आ गया - Uska mota tagda land mere hath mein aa gayaa
उसका मोटा तगड़ा लण्ड मेरे हाथ में आ गया - Uska mota tagda land mere hath mein aa gayaa , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
रात के १२ बजे थे। मैं अपनी ससुराल में थी। मेरे घर में मेरी सास मेरी नन्द मेरी खाला सास और उसकी बेटी भी थी। उस दिन मेरा भाई जान भी मेरे घर पर था। इत्तिफाक से मेरा शौहर कुछ दिन के लिए दुबई चला गया था। मैं अपने भाई जान इरफ़ान से खुली हुई थी। एक बार उसका मोटा तगड़ा लण्ड मेरे हाथ में आ गया था तब से मैंने उस लण्ड का पीछा नहीं छोड़ा। शादी एक पहले भी मैं उस लण्ड का मज़ा लेती रही और शादी के बाद बी मज़ा ले रही हूँ। उसका नंगा टन टनाता हुआ लण्ड मेरे हाथ में है।
- मैंने कहा :- तेरा लण्ड पहले से बड़ा मोटा हो गया है भाई जान ?
- वह बोला :- हां समीना तू सही कह रही है। यही बात कल तेरी सहेली नादिरा की माँ भी कह रही थी।
- हाय दईया, तो क्या तूने नादिरा की माँ चोदना शुरु कर दिया, भाई जान ?
- मैंने क्या शुरू कर दिया ? उसने खुद ही शुरू कर लिया। उस दिन मैं नादिरा की बुर ले रहा था। नादिरा दरवाजा बंद करना भूल गयी। मैं उसे चोद ही रहा था की उसकी माँ आ गयी। उसने मेरा लण्ड देखा तो चुपके से लण्ड उसकी चूत से निकाल कर खुद चूसने लगी। मैं समझा की समीना ही है, लण्ड चूस रही है क्योंकि मैं आँख बंद किये मज़ा ले रहा था। तब नादिरा की माँ बोली बेटी इसका लण्ड तो तेरे मियां के लण्ड से ज्यादा मोटा है। बड़ा मस्त लौड़ा है बेटी, इसे अपनी माँ के भोसड़ा में घुसेड़ दो ? मैंने आँखें खोल दी और कहा आंटी जी आप ? वह बोली बेटा कोई बात नहीं तुम मेरी बेटी चोद रहे हो, चोदो। लेकिन बेटी की माँ भो चोदना ? बिना उसकी माँ चोदे मत जाना ? समीना ने कहा अम्मी अब तुम पहले चुदवा लो मैं बाद में चुदवाती रहूंगी। उसने लण्ड अपनी माँ की चूत में घुसेड़ दिया। मैं फिर दोनों की बुर चोदने लगा।
- लगता है की मेरी और भी सहेलियां तुमसे अपनी माँ चुदाना शुरू कर देंगीं क्योंकि यह सब कमाल तेरे लण्ड का है ?
बस फिर क्या मैंने कहा :- आज मेरी नन्द की बुर चोद लो भाई जान ?
वह बोला :- तो क्या वह मुझसे चुदवा लेगी ? मना तो नहीं करेगी ?
मैंने कहा :- अरे भाई जान यहां कोई भी भोसड़ी वाली चुदवाने के लिए मना नहीं करती ? सबको रात में लण्ड चाहिए ? वह भी एक लण्ड नहीं, २/३ लण्ड चाहिए। मैं अपनी नन्द को बुलाती हूँ तुम मेरे सामने ही उसकी बुर चोदो भाई जान। बस मैं चुपके से उसके पास गयी और उसका हाथ पकड़ कर अपने कमरे में ले आई। उसकी चूँचियाँ बिलकुल खुली हुई थीं। मैंने भाई जान को बाथ रूम में थोड़ी देर के लिए छुपा दिया।
मैंने कहा - नन्द रानी रुफिया आज मैं तेरी बुर चोदूँगी।
वह हंस कर बोली - अरे मेरी समीना भाभी, क्या तुम अपनी चूँचियों से चोदोगी मेरी बुर ? अरे भाभी बुर चोदने के लिए लण्ड चाहिये लण्ड ? तुम कहाँ से लाओगी लण्ड भाभी ?
मैंने कहा - क्या तू समझती है की मेरे पास लण्ड नहीं है ? लण्ड है मेरी जान मेरे पास. मैं अभी तुझे दिखाती हूँ लण्ड। तू ज़रा अपनी आँखें बंद कर ? उसने आंखें बंद की तो मैंने भाई जान को बाथ रूम से बुला लिया। उसने मेरी नन्द की चूँचियाँ दिखीं तो उसका लण्ड और सख्ती से टन्ना उठा। मैंने नन्द का हाथ पकड़ कर लण्ड पर रख दिया और कहा अब तुम आँख खोल कर देख लो लण्ड मेरी नन्द रानी। उसने लण्ड देखा तो वह उछल पड़ी और बोली बाप रे बाप ये तो बहुत बड़ा लण्ड है भाभी ? ये तो मेरे ससुर के लण्ड जैसा लग रहा है। सुपाड़ा तो बहन चोद बिलकुल उसके सुपाड़े से बिलकुल मिलता है। शुक्रिया भाभी तुमने मुझे अपने भाई जान का लण्ड पकड़ाया। मैंने कहा पहले मुंह में लो लण्ड फिर अपनी बुर में ? आज मैं चोदूँगी तेरी बुर ?
वह बोली - हाय भाभी जान, तुम बहुत अच्छी हो ? तुम मेरी बुर क्या मेरी माँ का भोसड़ा भी चोद सकती हो ? रुफिया लण्ड चूसने लगी तब सारे कपडे उतार दिया और उसे नंगी कर दिया। नंगी मैं तो पहले से ही थी। भाई जान उसकी बिना झांट की चूत देख कर मस्त हो गया। वह एक हाथ से चूत सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसकी चूँचियाँ। मैं उसकी गांड पर हाथ फिराने लगी। राफिया बड़ी दे तक लण्ड चूसती रही और फिर उसने अपनी चूत फैला दी। मेरे भाई ने लण्ड उसी में घुसा दिया और वह भी मजे से चोदने लगा। भाई जान ने चोदने की स्पीड धीरे धीरे बढ़ा दी। उसे मज़ा आने लगा और मेरी नन्द भी बिंदास होकर चुदवाने लगी। मैं उसे देख कर समझ गयी की ये भोसड़ी की रंडी से भी बढ़कर चुदवाने वाली लड़की है। ये तो ख़ुशी ख़ुशी लण्ड ला ला कर मुझे देगी। उसे अच्छा लगा तो वह बोलने लगी। भाभी तेरी सास का भोसड़ा ? वह बुर चोदी मेरी माँ है लेकिन बहुत हरामजादी है। बड़े बड़े लण्ड अपने भोसड़ा में घुसा लेती है। भाभी तेरी सास की बिटिया की बुर ? वह भी बुर चो दी बड़े बड़े लण्ड भून डालती है अपनी चूत में घुसा कर।
कहते हैं की जब शराब का नशा चढ़ता है तो लोग सच बोलने लगते हैं। मैं कहती हूँ की जब लण्ड का नशा चढ़ता है तो लड़कियां सच बोलने लगतीं हैं। मेरी नन्द देखो कितने मजे से अपनी पोल खोल रही है और अपनी माँ की पोल खोल रही है। तब तक भाई जान ने धक्के और तेजी से मारने लगा। उसकी उछलती हुई चूँचियाँ भी रगड़ने लगा। बस थोड़ी ही देर में रुफिया की बुर बोल गयी। वह ढीली होने लगी और इधर भाई जान के लण्ड ने भी मंजिल पा ली। वह निकलने वाला था तो नन्द ने घूम कर लण्ड हाथ में लिया और सड़का मारने लगी। मैं पेल्हड़ थामे हुए थी। लण्ड जैसे ही झड़ा वैसे ही हम दोनों ने उसका वीर्य मुंह में ले लिया और सुपाड़ा मिलकर चाटने लगीं।
आधे घंटे बाद नन्द मुझे बाहर ले गयी और बोली भाभी चलो तुम्हे लाइव ब्लू फिल्म दिखाएं। सबसे पहले वह मुझे अपनी माँ के पास ले गयी और बोली भाभी देखो मेरी माँ कैसे अपने जीजू से भकाभक चुदवा रही है। और उसके बगल में देखो मेरी दीदी अपने देवर से चुदवाने में जुटी है। फिर वह मुझे दूसरे कमरे में ले गयी और बोली यहाँ देखो भाभी मेरी अम्मी कैसे अपना भोसड़ा मेरे जीजू से चुदवा रही हैं और मेरी खाला मेरे फूफा से चुदवा रही है। यहाँ कोई भी भोसड़ी वाली अपने मियां से नहीं चुदवाती ? सब की सब पराये मरद का लण्ड पेले हुए धकाधक चुदवा रही हैं। यही हकीकत है भाभी तेरी ससुराल की ? यहाँ पता नहीं की कौन किसकी बुर ले लेता है। कौन किसकी बीवी चोद लेता है। कौन किसकी बेटी चोद लेता है और कौन किसकी माँ चोद लेता है। यहाँ चोदा चोदी सिर्फ एक मनोरंजन का साधन है। इसमें किसी तरह के कोई ज़ज़्बात शामिल नहीं होते ? जहाँ दिखी बुर वहीं घुसेड़ दिया लण्ड ? जहाँ दिखा लण्ड वही घुसा लिया बुर में ? न कोई देखता है की चूत किसकी है और न कोई देखती है की लण्ड किसका है ?
भाई जान तो मेरी नन्द चोद कर चला गया। रुफिया भी मस्ती हो गयी थी मेरे भाई जान से चुदवा कर ? उसने यह बात मेरी सास को बता दी यानी अपनी माँ को ?
सास मेरे पास आयी और बोली :- बहू, तेरी नन्द की माँ का भोसड़ा ? तूने अपनी नन्द की बुर चुदवा ली पर उसकी माँ का भोसड़ा नहीं चुदवाया ? अभी से तू नन्द की निगाहों में अच्छी बनना चाहती है पर सास की निगाहों में नहीं ?
मैंने कहा :- सासू जी तेरा भोसड़ा तो खाली नहीं था। मैं तो गयी थी तेरे भोसड़ा में लण्ड पेलने लेकिन मैंने देखा की उसमे किसी और का लण्ड घुसा है तो फिर मैंने नन्द की बुर में पेल दिया लण्ड ?
सास बोली :- हाय अल्ला, तूने तो सही काम किया बहू मैं ख़ामख़ा तुम्हे गलत समझने लगी। अब जब भी तेरा भाई जान आये तो उसका लौड़ा मेरे भोसड़ा में घुसा देना। इस बार चूक नहीं होनी चाहिए ?
इतने में नन्द आ गयी। उसने देखा की बड़ी गरमागरम बातें हो रहीं हैं तो वह बोली :- अम्मी, तेरी बहू की नन्द की बुर ? भाभी ने अपनी नन्द की बुर चुदवा ली तो सास का भोसड़ा नाराज़ हो गया बहन चोद ?
मैंने कहा :- नहीं नन्द रानी, भोसड़ा नाराज़ नहीं है। वह तो खुश है की नन्द की बुर चुद गयी। अब बारी है तेरी माँ की बहू की बुर की ? अब तो उसकी बुर चोदी जाएगी ?
एक दिन मैंने नन्द को बुलाया और पूंछा :- नन्द रानी तुमने अपने माईके के सभी लण्ड पकड़ कर देखा है और अपनी ससुराल के भी लण्ड पकड़ कर देखा है। अब तुम मुझे यह बताओ की सबसे बढ़िया लण्ड किसका है ? और तुमको सबसे बढ़िया लण्ड किसका लगता है ?
वह बोली :- अरे भाभी लण्ड तो कई लोगों के बढ़िया हैं। जैसे की मेरे जीजू का लण्ड लंबा है पर मोटा कम है, खालू का लण्ड मोटा है पर लंबा कम है, फूफा का लण्ड मोटा भी है और लंबा भी मजे का है पर वह बहुत जल्दी खलास हो जाता है, मेरे जेठ का लण्ड पीछे से मोटा पर आगे से पतला है, मेरे देवर के लण्ड का सुपाड़ा मोटा है खूबसूरत है पर खड़ा होने पर लण्ड नीचे झुक जाता है। मेरे नंदोई का लण्ड चपटा है कड़क है पर ज्यादा ठहर नहीं पाता ?
मैंने कहा :- अरे यार तुम्हे किसका लण्ड सबसे ज्यादा पसंद है ?
वह बोली :- मुझे सबसे ज्यादा अपने ससुर का लण्ड पसंद है। वह लंबा भी है मोटा भी है और बड़ी देर तक चोदता भी है। इधर माईके में मेरे मामू का लण्ड और मेरे अब्बू का लण्ड दोनों बहन चोद बराबर टक्कर के हैं। मुझे तो दोनों से चुदवाकर बड़ा मज़ा आता है।
मैंने कहा :- तो तुम सबसे पहले किसका लण्ड मेरी चूत में पेलोगी ?
वह बोली :- अपने ससुर का लण्ड पेलूँगी भाभी क्योंकि वह कल आने वाला है। कल रात को मैं तेरी बुर वैसे ही चुदवाऊंगी जैसे तुमने मेरी बुर चुदवाई है।
मैं बस कल का इंतज़ार करने लगी। अगले दिन रुफिया मेरे पास आयी और बोली भाभी लाओ मैं तेरी झांटे बना दूँ। मैं चाहती हूँ की मेरे ससुर भोसड़ी का तेरी चूत चाटे। मैं भी उससे अपनी चूत चटवाती हूँ पर ज्यादा नहीं ? ये मरद साले अपना लण्ड खूब चटवाते है तो फिर हम क्यों न अपनी चूत खूब चटवायें ? उसकी बातों में दम थी।और फिर वह इलेक्टिक मशीन लेकर मेरी झांटें बनाने लगी। झांटें साफ़ हो जाने के बाद चूत वाकई बड़ी चकाचक निकल आयी। शाम को उसका ससुर आ गया। वह तो मुझे बड़ा जवान दिख रहा था। मैंने कहा नन्द रानी इसकी उम्र क्या होगी ? वह बोली यही कोई ४४/ ४५ साल भाभी पर यह साला बड़ा हट्टा कट्टा हैं। इसलिए मुझे तो बड़ा हैंडसम लगता है। और भाभी इसका लौड़ा भी हट्टा कट्टा है ? मैं यह सुनकर हंसने लगी। उसने कहा भाभी तुम हंस क्यों रही हो मैंने कहा अरी मेरी बुर चोदी नन्द रानी, तुम्हे मरद का लौड़ा के अलावा कुछ और दिखाई नहीं पड़ता। वह मुस्कराकर बोली अरे भाभी जान लौड़ा के अलावा और है ही क्या इन मादर चोद मर्दों के पास ? मैं तो यह सुनकर और हंसने लगी।
रात में रुफिया अपने ससुर को लेकर मेरे कमरे में आ गयी। ससुर नंगे बदन था। वह केवल पैजामा पहने हुआ था। उसने कहा लो भाभी जान मेरे ससुर से अकेले में मिलो बड़ा मज़ा आएगा तुम्हे लेकिन मैं तम्हारे साथ जरूर रहूंगी। ये तो रिश्ते में जरूर मेरा ससुर है पर है साला बहुत बड़ा बेटी चोद ? मैं तो इसे अपना यार मानती हूँ। दिन में ससुर रात में मेरी बुर चाटने वाला मेरा यार ? इसकी बहन का भोसड़ा मैं तो रात भर इसके ऊपर चढ़ी रहती हूँ और इसका लौड़ा चोदा करती हूँ। इसकी बिटिया की बुर ये साला सबकी बहू बेटियां चोदा करता है। बहुत बड़ा बेशर्मम आदमी है मेरा ससुर और उससे ज्यादा बेशरम है इसका लौड़ा भाभी ? रात में इसे सिर्फ चूत दिखाई पड़ती है। ये तो मेरे ही सामने घर की सबकी बुर चोदा करता है , ये सब बता कर रुफिया ने मेरी चूत में आग लगा दी। फिर उसने ससुर के पैजामे का नाड़ा खोल दिया। नाडा खुलते है पैजामा नीचे गिर पड़ा और वह नंगा हो गया।
मैंने उसका खड़ा हुआ लौड़ा देखा तो बोली हाय रुफिया तू सच कह रही थी। लौड़ा तो जबरदस्त है यार ? वह बोली ऐसे नहीं भाभी पकड़ कर देखो न ? मैंने हाथ बढ़ाकर लण्ड पकड़ लिया। तब उसने मेरे कपड़े उतार कर मुझे भी नंगी कर दिया और खुद भी नंगी हो गयी। उसके ससुर ने मेरी चूँचियाँ पकड़ लीं और मसलने लगा। मैं उसका लण्ड हिलाने लगी। लण्ड वाकई बड़ा मोटा ताज़ा था। मेरा दिल उस पर आ गया। मैंने लण्ड की चुम्मी कई बार ली और जबान निकाल कर लण्ड का सुपाड़ा चाटने लगी। मैं वासना में डूब गयी और मेरी नन्द मेरी चूत सहलाने लगी। इतने में रुफिया ने ससुर के सिर पर हाथ रख कर कहा लो अब तुम मेरी भाभी की बुर चाटो। ससुर में मेरी टांगों के बीच अपनी मुंडी घुसेड़ दी और बुर चाटने लगा। तब मैं भी उसका लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी। हम दोनों 69 बने तो रुफिया हम दोनों के नंगे बदन पर इधर उधर हाथ फेरने लगी। ससुर बोला बहू रानी तेरी भाभी की बुर बड़ी टेस्टी है। इसकी बुर का स्वाद तेरी बुर के स्वाद से मिलता जुलता है बहू। उधर मैंने भी कहा रुफिया यार इसका लण्ड तो मेरे पड़ोस के अरमान अंकल के लण्ड की तरह है। वह भी साला बहुत बड़ा चोदू है। वह भोसड़ी का मुझे भी चोदता है और मेरी माँ भी चोदता है।
थोड़ी देर में रुफिया ने लण्ड पकड़ कर मेरी चूत में घुसेड़ दिया। मैं भी तैयार थी तो मस्ती से चुदवाने लगी और उसका ससुर भी उछल उछल का धक्के मारने लगा। रुफिया उसके पेल्हड़ सहलाने लगी और बीच बीच में लण्ड मेरी बुर से निकाल निकाल कर चाटने लगी।
उस दिन सच में मुझे सबसे ज्यादा चुदवाने में मज़ा आया। उसके बाद तो रुफिया एक एक करके सबके लण्ड पेल पेल कर मेरी बुर चुदवाती रही।
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