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यहाँ पड़ोसियों के लंड से चुदवाती है बीवियां - Yahan padosiyon ke lund se chudwati hai Biwiyan
यहाँ पड़ोसियों के लंड से चुदवाती है बीवियां - Yahan padosiyon ke lund se chudwati hai Biwiyan , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
हमारे घर की बीवियां पड़ोसियों के घर चुदवाने जाती हैं
पड़ोसियों के घर की बीवियां हमारे घर चुदवाने आती हैं
यही है इस गाँव का दस्तूर।शहर में चाहे न हो पर गाँव में पास पड़ोस का बड़ा महत्व है और मान सम्मान है। लोग अपने घर से ज्यादा पड़ोसियों के घर पर भरोषा करतें हैं। अपने घर ले बच्चे पड़ोसियों के यहां खेला करतें हैं और ज्यादा सुरक्षित भी रहतें हैं। मतलब यह की हमारे घर के बच्चे पड़ोसियों के घर में रहतें हैं और पड़ोसियों के घर के बच्चे हमारे घर में रहतें हैं। बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े बूढ़े लोग भी पड़ोसियों पर ज्यादा निर्भर रहतें हैं। यही कल्चर है हमारे गाँव का। मैं भी इसी कल्चर में पली बढ़ी हूँ। मैं ही नहीं बल्कि हमारे गाँव के सभी बच्चे। मैं गाँव में रहते रहते ही जवान हो गयी। मेरा नाम छमिया हैं मैं अब २३ साल की हो गयी हूँ। मेरी शादी भी पिछले साल इसी पास के गाँव में हो गयी है। मैं पढ़ी लिखी हूँ खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। गाँव के लोग ख़ास तौर से लड़के मुझे घूर घूर कर आज से तब से देख रहे हैं जब मैं १५ साल की हुई थी। १५ साल की उम्र में ही मेरी जवानी बाहर निकल आयी थी। मेरा कद ५' ४" का हो गया था। मैं गोरी चिट्टी लम्बे बाल वाली लड़की कहलाती थी। आँखें बड़ी बड़ी, चूतड़ बड़े बड़े और चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी निकल आईं थीं। मेरी जांघें मोटी मोटी होने लगीं थी और मेरी गाड़ भी उभरने लगी थी। अंदर मेरी चूत में भी भारी बदलाव होने लगा था और मेरी झांटें भी घन घना कर निकल आईं थीं।
मैं पढ़ने लिखने में बहुत तेज थी और पढ़ते पढ़ते मैं इतना पढ़ गयी की हमारे आस पास के गाँव में कोई इतना पढ़ा लिखा था ही नहीं। पर हां मेरी इंग्लिश थोड़ा कमजोर थी। एक दिन मुझे मालूम हुआ की हमारे गाँव से थोड़ी दूर पर एक माईक अंकल रहतें है जो इंग्लिश बहुत अच्छी जानते हैं और वह कॉलेज में इंग्लिश पढ़ाते भी हैं. मैं उस समय २१ साल की थी और सीधे उनके पास चली गयी। मैंने अपना परिचय दिया और साफ साफ़ कहा की सर मैं आपसे इंग्लिश सीखना चाहती हूँ। उसने कहा ओ. के. आप बिलकुल सीखिए मैं सिखाऊंगा आपको। आप चाहें तो आज से ही शुरू कर दें ? मैं यह सुनकर खुश हो गयी।
अंकल तो क्रिश्चियन थे। रोज़ शराब पीते थे। मैं जब गई थी तो शराब की बोतल टेबल पर रखी थी। वह शायद शराब पी रहे थे। उसने एक गिलास शराब बनाई और मुझे पकड़ा दिया। वह बोला छमियाँ शराब पियोगी तो इंग्लिश जल्दी आ जाएगी। मैं अंकल के साथ शराब पीने लगी। मुझे नशा होने लगा और मैं अपनी सुध बुध खोने लगी। उसने मुझे संभाला और मेरा हौसला बढ़ाया। अब तो मैं हर दिन अंकल के साथ बैठ कर शराब पीने लगी। धीरे धीरे मैं इंग्लिश सीख गयी। मैं भी अंकल के साथ बोलने लगी इंग्लिश। मुझे confidence आ गया और मैं हर दिन बड़ी मेहनत करने लगी। इसी बीच मैं अंकल से अच्छी तरह घुल मिल गयी और खुल कर बातें करने लगी। वह भी खूब मज़ा लेने लगे। मैं उसके और नजदीक गयी तो मेरी इच्छा उसका लण्ड पकड़ने की हो गयी। वह जब मेरे सामने एक ढीली नेकर पहले पूरे नंगे बदन बैठता था तो मैं उसके लण्ड की तरफ अक्सर देखने लगती थी। मुझे उसके लण्ड का उभार समझ में आने लगा।
एक दिन मैं बड़े मूड में थी। मैंने शराब पीते हुए कहा अंकल ज़रा आप खड़े हो आइये। वह खड़ा हो गया। मैंने उसकी नेकर में हाथ डाल दिया और मेरा हाथ उसके लण्ड तक पहुँच गया। मैंने कहा आज मैं इस मादर चोद लण्ड को पकड़ कर ही दम लूंगी। कई दिनों से ये मुझे परेशान कर रहा है। मेरी रातों की नींद इसने हराम कर रखी है । मैंने जैसे ही उसकी नेकर उतारी और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाया तो वह साला तन कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने कहा हाय दईया कितना मोटा है, बहन चोद तेरा लण्ड, अंकल ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा यार ? इतना बढ़िया लण्ड अभी तक मुझसे छुपा रखा था तूने ? तेरी लण्ड की बहन की बुर ,अंकल ? आज मैं इसकी चटनी बनाऊंगी। वह भी बोला छमिया तूने यह क्या किया ? तूने मुझे नंगा कर दिया ? मैंने कहा ये तो मुझे बहुत पहले करना चाहिए था। ये भोसड़ी का लण्ड मुझे बड़ा प्यारा लग रहा है अंकल ? आज मैं इसे खा जाऊगी।
तब तक उसका भी हाथ मेरे बूब्स पर चला गया और वह मेरे बड़े बड़े बूब्स दबाने लगा। फिर मैं भी अपने कपड़े खोल कर नंगी हो गयी। वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा खास तौर से मेरी पीठ पर, मेरी गांड पर और मेरी चूँचियों पर। फिर उसकी ऊंगलियाँ मेरी चूत पर चलने लगीं और मुझे मीठी मीठी गुद गुदी होने लगी। मैंने उसे टेबल पर लिटा दिया और मैं कुर्शी पर बैठ कर उसका लण्ड चाटने लगी। उसके पेल्हड़ चूमने लगी। लण्ड का सुपाड़ा बार बार मुंह में घुसाने और निकालने लगी। मेरे अंदर की रंडी बहन चोद जाग उठी , मुझे उस समय दुनिया में लण्ड के अलावा और कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैं लण्ड मुठ्ठी में लिए हुए ऊपर नीचे करने लगी। उसका चमकता हुआ लण्ड का टोपा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैं उसकी बार बार चुम्मी लेने लगी। मेरी ऊपर नीचे करने की स्पीड अपने आप बढ़ गयी और मैं लण्ड का सड़का मारने लगी जैसा की लड़कियां ब्लू फिल्मों में मारतीं हैं। मैं इन दिनों बहुत सारी ब्लू फ़िल्में देखीं भी थी। बस २ मिनट में ही लण्ड ने पिचकारी छोड़ दी जिसे मैंने मुंह में ले लिया।
मेरा लण्ड पीने के शौक तभी जोर पकड़ने लगा। मैं अक्सर अंकल के घर जाने लगी और चुदवाने भी लगी। कभी सड़का मार कर लण्ड पी कर चली आती और कभी लण्ड अपनी चूत में डाल कर चुदवा के चली आती। यह बात किसी को नहीं मालूम हुई.
एक दिन रात में मैंने खाला को किसी से चुदवाते हुए देख लिया। कमरे का दरवाजा खुला था। मैं उसके पास गयी तो देखा की खाला तो नंगी नंगी लेटी हुई किसी से दना दन चुदवा रहीं हैं। तभी अचानक उसने मुझे देख लिया। खाला ने मुझे इशारे से बुलाया और लण्ड अपनी बुर से निकाल कर मुझे दिखाती हुई बोली ले छमिया अपने चचा जान का लण्ड पकड़ ले। मैं थोड़ा झिझकी तो वह बोली अरे छमिया अब तू सायानी हो गयी है। लण्ड पकड़ने वाली हो गयी है अब क्या शर्माना ? ले पकड़ लण्ड। मैंने आहिस्ते से पकड़ तो लिया मगर बोली खाला अगर अम्मी ,,,,,,,,? तेरी अम्मी की बहन का भोसड़ा ? तेरी अम्मी मेरे मियां से चुदवा रही है। जा जाकर देख बगल के कमरे में ? मैं सच में चली गयी। मैंने देखा की खालू तो साला मेरी अम्मी की बुर ले रहा है । मैं वापस आई और लण्ड जल्दी जल्दी चाटने लगी। मैंने कहा खाला अम्मी तो सच में खालू से चुदवा रहीं हैं। वह बोली हां ठीक तो है ? मैं भी तो तेरे अब्बू से चुदवाती हूँ। तेरे अब्बू का लण्ड मुझे बहुत पसंद है। फिर मैं और बेशर्म हो गयी।
जैसे ही मैं २३ साल की हुई वैसे ही मेरी शादी हो गयी और मैं दूसरे गाँव अपनी ससुराल चली गयी। वहीं मेरी सुहागरात हुई जो वाकई बड़ी मजेदार थी.. पहले तो मुझे मेरे शौहर ने रात में दो बार चोदा फिर वह सवेरे कहाँ चला गया मुझे नहीं मालूम। करीब ४ बजे सवेरे मेरी नन्द आयी और बोली भाभी मेरा देवर तेरी बुर लेने के लिए बड़ा बेताब हो रहा है। उसका लण्ड साला तना हुआ है। सवेरे का लण्ड तो बड़ा सख्त होता है न भाभी। तुम मेरे सामने उससे चुदवा लो प्लीज। मैंने कहा तेरे सामने क्यों ? वह बोली अरे भाभी वह मुझे भी चोदता है। वह कह रहा है की आज मैं दोनों भाभियों की बुर एक साथ चोदूंगा भाभी प्लीज चुदवा लो न ? मैंने कहा ठीक है बुला लो उसे। वह तौलिया लपेट करआया तो नन्द ने उसकी तौलिया खींच ली वह पूरा नंगा हो गया और उसका लण्ड साला मेरे सामने हिनहिनाने लगा । मैं रुकी नहीं और लण्ड पकड़ लिया। उसने भी मेरी चूँचियाँ दबाना शुरू कर दिया। नन्द भी बुर चोदी बिलकुल नंगी थी। उसने फिर बड़े मन से हम दोनों को चोदा। मुझे उससे चुदवाने में मज़ा आया और मैंने झाड़ता हुआ लण्ड मस्ती से पिया।
कुछ दिन बाद मैं अपने माईके आ गयी।
मुझे यह जानकार बड़ी ख़ुशी हुई की यहाँ पड़ोसियों के साथ बीवियां की अदला बदली होती है। यह तो बहुत अच्छी बात है। अभी तक हम लोग अपने कुनबे के लण्ड से ही चुदवाया करतीं थीं। अधिक से अधिक नाते रिश्तेदारों के लण्ड पकड़ने का भी मौक़ा मिल जाता है पर कोई मुका ही नहीं मिलता। आज हम घर से निकल कर पड़ोस तक पहुँच गये हैं कल को हम पूरे देश में जायेगीं और फिर विदेश भी। सबके लण्ड का मज़ा लेना भी हमारा अधिकार है।
खान अंकल मुझे बड़े गौर से देख रहा था। अम्मी की निगाह अंकल के साले पर लगी थी और खाला शायद अतीक के लण्ड के बारे में सोंच रही थी। खाला की बेटी अंकल के दोस्त का लण्ड दीदार करने को बेताब हो रही थी। हम सबको मालूम था की आज रात को हम सब इन्हीं लोगों से चुदवायेगीं तो फिर बहन चोद शर्म किस बात की ? अम्मी आगे बढ़ी और सफीक के गले में अपनी बाहें डाल दी। मुस्काकर उसके गाल चूमे और चूतड़ों पर हाथ मारा। तब तक अंकल ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ घसीटा और मेरी चुम्मी ले ली फिर मेरी चूँच्यं दबा दीं। खाला ने अतीक के लण्ड पर हाथ रख दिया। फूफी की बेटी सारा अंकल के दामाद की तरफ बढ़ी और उसे ललचाई नज़रों से देखने लगी। उसने उसके लण्ड पर हाथ मारा और बोली अरे यार अब इस भोसड़ी वाले को बाहर निकालो न ?
खान अंकल फिर हम लोगों को अंदर एक बड़े हाल में ले गए। वहां मैंने देखा की नीचे फर्श पर बड़े बड़े गद्दे पड़े हुए हैं। चादरें बिछीं हुई हैं। तकिया और मसनद लगे हुए हैं नैपकीन और तौलिया जगह जगह पर रखे हुए हैं। चुदाई का पूरा सामान लगा हुआ है। वहीँ बगल में खाने पीने का पूरा इंतज़ाम है। शराब भी है और भुना हुआ गोस्त भी. जिसका जो मन हो वो ले और एन्जॉय करे। अंकल ने खुद सबको शराब का गिलास पकड़ा दिया और हम सब बीवियां शराब पीने लगीं। मेरी खाला बोली खान भाई जान शराब पीने के बाद लण्ड पीने में जो मज़ा वह मज़ा कहीं और नहीं है। उससे लगा की सबको लण्ड पीने की बड़ी जल्दी है। एक एक पैग तो हम सबने एक ही झटके में पी डाला और दूसरा पैग चालू हो गया। खाला ने तो अपनी चूँचियाँ खोल डाली। उन्हें देख कर मर्दों की मज़ा आने लगा। फिर अम्मी ने भी कपडे उतारना शुरू कर दिया। उधर खाला की बेटी और और फूफी की बेटी ने भी ब्रा खोल कर चूँचीना दिखा दीं। मर्दों की लार टपकने लगी। वो सब साले अपने होंठ चाटने लगे। तब तक मेरे भी बूब्स खुल कर सबके सामने आ गए।
थोड़ी ही देर में हम सब बीवियां एकदम नंगी गयीं। मैंने खान अंकल के कपड़े उतारे और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, अम्मी ने सफीक का लण्ड हिलाना शुरू किया, खाला अतीक का लण्ड सहलाने लगीं, ज़ारा अंकल के दोस्त असरफ का लौड़ा चाटने लगी, सारा अंकल के दामाद शैफ अली का लण्ड हिला हिला कर चारों तरफ से देखने लगी। अब महफ़िल में सभी बीवियां नंगी थीं और सभी मियां भी नंगे थे। कहीं कोई शर्म का नामोनिशान नहीं था। मैंने कहा अंकल तेरा लण्ड साला बड़ा मोटा है। इस लण्ड ने तो अब तक जाने कितनी लड़कियाँ की बुर चोदी होगी ? तब तक खाला बोली अरी छमिया लड़कियों की बुर ही नहीं लड़कियों की माँ का भोसड़ा भी चोदा होगा ? सारा बोली अरे यार लण्ड का काम है बुर चोदना तो चोदेगा ही ? अब लण्ड अगर बुर नहीं चोदेगा तो क्या अपनी झांटें उखाड़ेगा ? मैंने कहा हां सारा तेरी माँ का भी भोसड़ा चोदेगा किसी दिन ? वह बोली छमिया तू पहले अपनी माँ चुदवा ले बुर चोदी ? मैं अपनी माँ बाद में चुदवाती रहूंगी ? उधर अम्मी ने कहा सारा तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
इन सब गन्दी गन्दी और प्यारी प्यारी बातों से माहौल और रंगीन हो गया । सबको जोश आ गया। जिसके पास जो लण्ड था वह वही लण्ड चूसने चाटने लगी और पेल्हड़ चूमने लगी। अपनी चूँचियाँ मसलवाने लगी और अपनी गांड पर हाथ फिरवाने लगी। सभी बड़ी बुरी तरह से गरम हो गयीं थीं. मैं सबके लण्ड देख रही थी। सबको सबके लण्ड पर नज़र थी। एक बात है की लण्ड बहन चोद सबके बड़े बड़े और मोटे थे। मेरा तो यह पहला मौक़ा है जब मैं कुनबे के बाहर के लण्ड देख रही हूँ और मज़ा कर रही हूँ। खुदा करे ऐसा सबको नसीब हो ? इतने में सफीक ने मेरी माँ चूत में लण्ड पेल दिया। वह मस्ती से चोदने लगा और मैं पहली बार अपने सामने अपनी माँ चुदवाने लगी। ज़ारा बोली देख छमिया तेरी माँ का भोसड़ा चुद रहा है। मैंने कहा ज़ारा अभी तेरी माँ का भी भोसड़ा चुदेगा और तेरी भी चुदेगई बुर ? मेरा कहना हुआ था की अतीक ने खाला का भोसड़ा चोदना शुरू कर दिया। उधर असरफ अंकल ने लण्ड ज़ारा की बुर में घुसा दिया।
चुदाई की स्पीड धीरे धीरे बढ़ने लगी। मैं अंकल से चुदवाने लगी, अम्मी सफीक से चुदवाने में जुट गयीं, खाला ने तो अतीक का लण्ड पेल ही रखा था अपनी बुर में, ज़ारा असरफ अंकल से चुदवा रही थी, सारा शैफ अली का
लण्ड अपनी बुर में घुसेड़े हुए चुदवा रही थी। हम सब बीवियां एक दूसरे को देख देख कर मस्ती से भकाभक चुदवाने का मज़ा लूट रही थी। कुछ बातें भी होने लगी।
आप भी सुनिए :- हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है। अभी तो और मज़ा आएगा जब मैं इन सब लोगों से चुदवाऊंगी,,,,,, अरे यार हम तो सारे गाँव वालों से चुदवाऊंगी। यह रिवाज़ तो बहुत बढ़िया है,,,, वाओ, पूरा पेल दो लण्ड यार मेरी चूत में ,,,,,, हाय अल्ला, तुम साल बड़े लकी हो अभी मुझे चोद रहे हो और अभी तुम मेरी माँ चोदोगे,,,,, तेरी तो पांचो उंगलियां घी में हैं बहन चोद ,,,, तेरी नन्द की बिटिया की बुर अम्मी ,,,, ? देख ने कैसे उछल उछाल के चुदवा रही है ,,,,,,, छमिया, तेरी माँ की बहन का भोसड़ा,,,, ऐसा मज़ा तो पहले कभी नहीं आया,,,,,,, आज मेरी चूत को मालूम हो रहा है की लण्ड किसे कहतें हैं ,,,,,,,,? इतने प्यारे प्यारे लण्ड मेरे पड़ोस में हैं यह बात मुझे आज मालूम हुई,,,,,,,, अरे अम्मी यहाँ की बीवियां भोसड़ी वाली हमारे घर के मरदों से चुदवा रही होंगीं ,,,,,,,,,,हां हां बिलकुल चुदवा रही होंगीं उनके लण्ड का मज़ा लूट लूट होंगीं,,,,,,,,, अरे छमिया तेरे बाप का लण्ड यहाँ की बीवियों की बुर बड़ी बेशर्मी से चोद रहा होगा ,,,,,,,अब यार मुझे पीछे से चोदो ,,,, अब मैं तेरे लण्ड पर बैठूंगी भोसड़ी के ,,,,,,,,,, वाओ अब तुम लेटो मैं तेरा लण्ड चोदूँगी।
इतने में खान अंकल ने लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरी अम्मी की बुर में घुसेड़ दिया। वह बोला भाभी अब मैं तुम्हे चोद का मज़ा लूंगा। तब तक उसका साढ़ू अतीक मेरी ने मेरी बुर पर चढ़ाई कर दी। उधर खाला के भोसड़ा में सफीक ने अपना लण्ड पेल दिया। ज़ारा बुर चोदी शैफ अली से चुदवाने लगी और सारा ने असरफ अंकल का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया। हम सबके लण्ड बदल गए और हम सब दूना जोश में आकर चुदवाने लगीं. बीच बीच में हम सब बीवियां एक दूसरे की चूत से लण्ड निकाल निकाल कर चाटने लगीं। चोदने वाले लण्ड के पेल्हड़ सहलाने लगीं। इस तरह हर एक बीवी ने रात भर में पांच पांच लण्ड से चुदवाया। सबके लण्ड का स्वाद लिया। आखिर में मुठ्ठ मार मार कर सबके लण्ड का वीर्य चाटा।
दूसरे दिन मुझे खान अंकल की बेटी सायमा मिल गयी .
अब अगले दिन किसी और पड़ोसी के घर चुदवाने जाना है।
हमारे घर की बीवियां पड़ोसियों के घर चुदवाने जाती हैं
पड़ोसियों के घर की बीवियां हमारे घर चुदवाने आती हैं
यही है इस गाँव का दस्तूर।शहर में चाहे न हो पर गाँव में पास पड़ोस का बड़ा महत्व है और मान सम्मान है। लोग अपने घर से ज्यादा पड़ोसियों के घर पर भरोषा करतें हैं। अपने घर ले बच्चे पड़ोसियों के यहां खेला करतें हैं और ज्यादा सुरक्षित भी रहतें हैं। मतलब यह की हमारे घर के बच्चे पड़ोसियों के घर में रहतें हैं और पड़ोसियों के घर के बच्चे हमारे घर में रहतें हैं। बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े बूढ़े लोग भी पड़ोसियों पर ज्यादा निर्भर रहतें हैं। यही कल्चर है हमारे गाँव का। मैं भी इसी कल्चर में पली बढ़ी हूँ। मैं ही नहीं बल्कि हमारे गाँव के सभी बच्चे। मैं गाँव में रहते रहते ही जवान हो गयी। मेरा नाम छमिया हैं मैं अब २३ साल की हो गयी हूँ। मेरी शादी भी पिछले साल इसी पास के गाँव में हो गयी है। मैं पढ़ी लिखी हूँ खूबसूरत हूँ और हॉट हूँ। गाँव के लोग ख़ास तौर से लड़के मुझे घूर घूर कर आज से तब से देख रहे हैं जब मैं १५ साल की हुई थी। १५ साल की उम्र में ही मेरी जवानी बाहर निकल आयी थी। मेरा कद ५' ४" का हो गया था। मैं गोरी चिट्टी लम्बे बाल वाली लड़की कहलाती थी। आँखें बड़ी बड़ी, चूतड़ बड़े बड़े और चूँचियाँ भी बड़ी बड़ी निकल आईं थीं। मेरी जांघें मोटी मोटी होने लगीं थी और मेरी गाड़ भी उभरने लगी थी। अंदर मेरी चूत में भी भारी बदलाव होने लगा था और मेरी झांटें भी घन घना कर निकल आईं थीं।
मैं पढ़ने लिखने में बहुत तेज थी और पढ़ते पढ़ते मैं इतना पढ़ गयी की हमारे आस पास के गाँव में कोई इतना पढ़ा लिखा था ही नहीं। पर हां मेरी इंग्लिश थोड़ा कमजोर थी। एक दिन मुझे मालूम हुआ की हमारे गाँव से थोड़ी दूर पर एक माईक अंकल रहतें है जो इंग्लिश बहुत अच्छी जानते हैं और वह कॉलेज में इंग्लिश पढ़ाते भी हैं. मैं उस समय २१ साल की थी और सीधे उनके पास चली गयी। मैंने अपना परिचय दिया और साफ साफ़ कहा की सर मैं आपसे इंग्लिश सीखना चाहती हूँ। उसने कहा ओ. के. आप बिलकुल सीखिए मैं सिखाऊंगा आपको। आप चाहें तो आज से ही शुरू कर दें ? मैं यह सुनकर खुश हो गयी।
अंकल तो क्रिश्चियन थे। रोज़ शराब पीते थे। मैं जब गई थी तो शराब की बोतल टेबल पर रखी थी। वह शायद शराब पी रहे थे। उसने एक गिलास शराब बनाई और मुझे पकड़ा दिया। वह बोला छमियाँ शराब पियोगी तो इंग्लिश जल्दी आ जाएगी। मैं अंकल के साथ शराब पीने लगी। मुझे नशा होने लगा और मैं अपनी सुध बुध खोने लगी। उसने मुझे संभाला और मेरा हौसला बढ़ाया। अब तो मैं हर दिन अंकल के साथ बैठ कर शराब पीने लगी। धीरे धीरे मैं इंग्लिश सीख गयी। मैं भी अंकल के साथ बोलने लगी इंग्लिश। मुझे confidence आ गया और मैं हर दिन बड़ी मेहनत करने लगी। इसी बीच मैं अंकल से अच्छी तरह घुल मिल गयी और खुल कर बातें करने लगी। वह भी खूब मज़ा लेने लगे। मैं उसके और नजदीक गयी तो मेरी इच्छा उसका लण्ड पकड़ने की हो गयी। वह जब मेरे सामने एक ढीली नेकर पहले पूरे नंगे बदन बैठता था तो मैं उसके लण्ड की तरफ अक्सर देखने लगती थी। मुझे उसके लण्ड का उभार समझ में आने लगा।
एक दिन मैं बड़े मूड में थी। मैंने शराब पीते हुए कहा अंकल ज़रा आप खड़े हो आइये। वह खड़ा हो गया। मैंने उसकी नेकर में हाथ डाल दिया और मेरा हाथ उसके लण्ड तक पहुँच गया। मैंने कहा आज मैं इस मादर चोद लण्ड को पकड़ कर ही दम लूंगी। कई दिनों से ये मुझे परेशान कर रहा है। मेरी रातों की नींद इसने हराम कर रखी है । मैंने जैसे ही उसकी नेकर उतारी और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाया तो वह साला तन कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने कहा हाय दईया कितना मोटा है, बहन चोद तेरा लण्ड, अंकल ? ये तो मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा यार ? इतना बढ़िया लण्ड अभी तक मुझसे छुपा रखा था तूने ? तेरी लण्ड की बहन की बुर ,अंकल ? आज मैं इसकी चटनी बनाऊंगी। वह भी बोला छमिया तूने यह क्या किया ? तूने मुझे नंगा कर दिया ? मैंने कहा ये तो मुझे बहुत पहले करना चाहिए था। ये भोसड़ी का लण्ड मुझे बड़ा प्यारा लग रहा है अंकल ? आज मैं इसे खा जाऊगी।
तब तक उसका भी हाथ मेरे बूब्स पर चला गया और वह मेरे बड़े बड़े बूब्स दबाने लगा। फिर मैं भी अपने कपड़े खोल कर नंगी हो गयी। वह मेरे नंगे बदन पर हाथ फेरने लगा खास तौर से मेरी पीठ पर, मेरी गांड पर और मेरी चूँचियों पर। फिर उसकी ऊंगलियाँ मेरी चूत पर चलने लगीं और मुझे मीठी मीठी गुद गुदी होने लगी। मैंने उसे टेबल पर लिटा दिया और मैं कुर्शी पर बैठ कर उसका लण्ड चाटने लगी। उसके पेल्हड़ चूमने लगी। लण्ड का सुपाड़ा बार बार मुंह में घुसाने और निकालने लगी। मेरे अंदर की रंडी बहन चोद जाग उठी , मुझे उस समय दुनिया में लण्ड के अलावा और कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैं लण्ड मुठ्ठी में लिए हुए ऊपर नीचे करने लगी। उसका चमकता हुआ लण्ड का टोपा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मैं उसकी बार बार चुम्मी लेने लगी। मेरी ऊपर नीचे करने की स्पीड अपने आप बढ़ गयी और मैं लण्ड का सड़का मारने लगी जैसा की लड़कियां ब्लू फिल्मों में मारतीं हैं। मैं इन दिनों बहुत सारी ब्लू फ़िल्में देखीं भी थी। बस २ मिनट में ही लण्ड ने पिचकारी छोड़ दी जिसे मैंने मुंह में ले लिया।
मेरा लण्ड पीने के शौक तभी जोर पकड़ने लगा। मैं अक्सर अंकल के घर जाने लगी और चुदवाने भी लगी। कभी सड़का मार कर लण्ड पी कर चली आती और कभी लण्ड अपनी चूत में डाल कर चुदवा के चली आती। यह बात किसी को नहीं मालूम हुई.
एक दिन रात में मैंने खाला को किसी से चुदवाते हुए देख लिया। कमरे का दरवाजा खुला था। मैं उसके पास गयी तो देखा की खाला तो नंगी नंगी लेटी हुई किसी से दना दन चुदवा रहीं हैं। तभी अचानक उसने मुझे देख लिया। खाला ने मुझे इशारे से बुलाया और लण्ड अपनी बुर से निकाल कर मुझे दिखाती हुई बोली ले छमिया अपने चचा जान का लण्ड पकड़ ले। मैं थोड़ा झिझकी तो वह बोली अरे छमिया अब तू सायानी हो गयी है। लण्ड पकड़ने वाली हो गयी है अब क्या शर्माना ? ले पकड़ लण्ड। मैंने आहिस्ते से पकड़ तो लिया मगर बोली खाला अगर अम्मी ,,,,,,,,? तेरी अम्मी की बहन का भोसड़ा ? तेरी अम्मी मेरे मियां से चुदवा रही है। जा जाकर देख बगल के कमरे में ? मैं सच में चली गयी। मैंने देखा की खालू तो साला मेरी अम्मी की बुर ले रहा है । मैं वापस आई और लण्ड जल्दी जल्दी चाटने लगी। मैंने कहा खाला अम्मी तो सच में खालू से चुदवा रहीं हैं। वह बोली हां ठीक तो है ? मैं भी तो तेरे अब्बू से चुदवाती हूँ। तेरे अब्बू का लण्ड मुझे बहुत पसंद है। फिर मैं और बेशर्म हो गयी।
जैसे ही मैं २३ साल की हुई वैसे ही मेरी शादी हो गयी और मैं दूसरे गाँव अपनी ससुराल चली गयी। वहीं मेरी सुहागरात हुई जो वाकई बड़ी मजेदार थी.. पहले तो मुझे मेरे शौहर ने रात में दो बार चोदा फिर वह सवेरे कहाँ चला गया मुझे नहीं मालूम। करीब ४ बजे सवेरे मेरी नन्द आयी और बोली भाभी मेरा देवर तेरी बुर लेने के लिए बड़ा बेताब हो रहा है। उसका लण्ड साला तना हुआ है। सवेरे का लण्ड तो बड़ा सख्त होता है न भाभी। तुम मेरे सामने उससे चुदवा लो प्लीज। मैंने कहा तेरे सामने क्यों ? वह बोली अरे भाभी वह मुझे भी चोदता है। वह कह रहा है की आज मैं दोनों भाभियों की बुर एक साथ चोदूंगा भाभी प्लीज चुदवा लो न ? मैंने कहा ठीक है बुला लो उसे। वह तौलिया लपेट करआया तो नन्द ने उसकी तौलिया खींच ली वह पूरा नंगा हो गया और उसका लण्ड साला मेरे सामने हिनहिनाने लगा । मैं रुकी नहीं और लण्ड पकड़ लिया। उसने भी मेरी चूँचियाँ दबाना शुरू कर दिया। नन्द भी बुर चोदी बिलकुल नंगी थी। उसने फिर बड़े मन से हम दोनों को चोदा। मुझे उससे चुदवाने में मज़ा आया और मैंने झाड़ता हुआ लण्ड मस्ती से पिया।
कुछ दिन बाद मैं अपने माईके आ गयी।
- पहले ही दिन शाम को करीं ८ बजे अम्मी बोली अरी छमिया चल जल्दी से तैयार हो जा। आज अपने पड़ोसी खान अंकल के घर सबको चलना है।
- मैंने पूंछा सबको क्यों अम्मी ?
- वह बोली अरे बाबा तू अब बीवी बन गयी है न ? अपनी बुर चुदवाकर कर आ रही है तू ससुराल से।
- मैंने कहा हां बात तो सही है अम्मी पर ,,,,,,,,?
- वह बोली फिर क्या ? जब एक बार अपने शौहर से चुदवा लिया उसके बाद तुझे कोई भी चोदे उससे क्या फरक पड़ता है ? अब तू भोसड़ी वाली किसी से भी भकाभक चुदवा सकती है। और सुन हमारे गाँव का यह रिवाज़ है की यहाँ अपने घर की सारी बीवियां पड़ोस के घर के सारे मर्दों से चुदवाने जातीं हैं और उनके घर की सारी बीवियां हमारे घर सभी मर्दों से चुदवाने आतीं हैं। इससे पहले की उनकी बीवियां यहाँ आ जाये, हम लोग निकल पड़े ?
मुझे यह जानकार बड़ी ख़ुशी हुई की यहाँ पड़ोसियों के साथ बीवियां की अदला बदली होती है। यह तो बहुत अच्छी बात है। अभी तक हम लोग अपने कुनबे के लण्ड से ही चुदवाया करतीं थीं। अधिक से अधिक नाते रिश्तेदारों के लण्ड पकड़ने का भी मौक़ा मिल जाता है पर कोई मुका ही नहीं मिलता। आज हम घर से निकल कर पड़ोस तक पहुँच गये हैं कल को हम पूरे देश में जायेगीं और फिर विदेश भी। सबके लण्ड का मज़ा लेना भी हमारा अधिकार है।
खान अंकल मुझे बड़े गौर से देख रहा था। अम्मी की निगाह अंकल के साले पर लगी थी और खाला शायद अतीक के लण्ड के बारे में सोंच रही थी। खाला की बेटी अंकल के दोस्त का लण्ड दीदार करने को बेताब हो रही थी। हम सबको मालूम था की आज रात को हम सब इन्हीं लोगों से चुदवायेगीं तो फिर बहन चोद शर्म किस बात की ? अम्मी आगे बढ़ी और सफीक के गले में अपनी बाहें डाल दी। मुस्काकर उसके गाल चूमे और चूतड़ों पर हाथ मारा। तब तक अंकल ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ घसीटा और मेरी चुम्मी ले ली फिर मेरी चूँच्यं दबा दीं। खाला ने अतीक के लण्ड पर हाथ रख दिया। फूफी की बेटी सारा अंकल के दामाद की तरफ बढ़ी और उसे ललचाई नज़रों से देखने लगी। उसने उसके लण्ड पर हाथ मारा और बोली अरे यार अब इस भोसड़ी वाले को बाहर निकालो न ?
खान अंकल फिर हम लोगों को अंदर एक बड़े हाल में ले गए। वहां मैंने देखा की नीचे फर्श पर बड़े बड़े गद्दे पड़े हुए हैं। चादरें बिछीं हुई हैं। तकिया और मसनद लगे हुए हैं नैपकीन और तौलिया जगह जगह पर रखे हुए हैं। चुदाई का पूरा सामान लगा हुआ है। वहीँ बगल में खाने पीने का पूरा इंतज़ाम है। शराब भी है और भुना हुआ गोस्त भी. जिसका जो मन हो वो ले और एन्जॉय करे। अंकल ने खुद सबको शराब का गिलास पकड़ा दिया और हम सब बीवियां शराब पीने लगीं। मेरी खाला बोली खान भाई जान शराब पीने के बाद लण्ड पीने में जो मज़ा वह मज़ा कहीं और नहीं है। उससे लगा की सबको लण्ड पीने की बड़ी जल्दी है। एक एक पैग तो हम सबने एक ही झटके में पी डाला और दूसरा पैग चालू हो गया। खाला ने तो अपनी चूँचियाँ खोल डाली। उन्हें देख कर मर्दों की मज़ा आने लगा। फिर अम्मी ने भी कपडे उतारना शुरू कर दिया। उधर खाला की बेटी और और फूफी की बेटी ने भी ब्रा खोल कर चूँचीना दिखा दीं। मर्दों की लार टपकने लगी। वो सब साले अपने होंठ चाटने लगे। तब तक मेरे भी बूब्स खुल कर सबके सामने आ गए।
थोड़ी ही देर में हम सब बीवियां एकदम नंगी गयीं। मैंने खान अंकल के कपड़े उतारे और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी, अम्मी ने सफीक का लण्ड हिलाना शुरू किया, खाला अतीक का लण्ड सहलाने लगीं, ज़ारा अंकल के दोस्त असरफ का लौड़ा चाटने लगी, सारा अंकल के दामाद शैफ अली का लण्ड हिला हिला कर चारों तरफ से देखने लगी। अब महफ़िल में सभी बीवियां नंगी थीं और सभी मियां भी नंगे थे। कहीं कोई शर्म का नामोनिशान नहीं था। मैंने कहा अंकल तेरा लण्ड साला बड़ा मोटा है। इस लण्ड ने तो अब तक जाने कितनी लड़कियाँ की बुर चोदी होगी ? तब तक खाला बोली अरी छमिया लड़कियों की बुर ही नहीं लड़कियों की माँ का भोसड़ा भी चोदा होगा ? सारा बोली अरे यार लण्ड का काम है बुर चोदना तो चोदेगा ही ? अब लण्ड अगर बुर नहीं चोदेगा तो क्या अपनी झांटें उखाड़ेगा ? मैंने कहा हां सारा तेरी माँ का भी भोसड़ा चोदेगा किसी दिन ? वह बोली छमिया तू पहले अपनी माँ चुदवा ले बुर चोदी ? मैं अपनी माँ बाद में चुदवाती रहूंगी ? उधर अम्मी ने कहा सारा तेरी माँ की बिटिया की बुर ?
इन सब गन्दी गन्दी और प्यारी प्यारी बातों से माहौल और रंगीन हो गया । सबको जोश आ गया। जिसके पास जो लण्ड था वह वही लण्ड चूसने चाटने लगी और पेल्हड़ चूमने लगी। अपनी चूँचियाँ मसलवाने लगी और अपनी गांड पर हाथ फिरवाने लगी। सभी बड़ी बुरी तरह से गरम हो गयीं थीं. मैं सबके लण्ड देख रही थी। सबको सबके लण्ड पर नज़र थी। एक बात है की लण्ड बहन चोद सबके बड़े बड़े और मोटे थे। मेरा तो यह पहला मौक़ा है जब मैं कुनबे के बाहर के लण्ड देख रही हूँ और मज़ा कर रही हूँ। खुदा करे ऐसा सबको नसीब हो ? इतने में सफीक ने मेरी माँ चूत में लण्ड पेल दिया। वह मस्ती से चोदने लगा और मैं पहली बार अपने सामने अपनी माँ चुदवाने लगी। ज़ारा बोली देख छमिया तेरी माँ का भोसड़ा चुद रहा है। मैंने कहा ज़ारा अभी तेरी माँ का भी भोसड़ा चुदेगा और तेरी भी चुदेगई बुर ? मेरा कहना हुआ था की अतीक ने खाला का भोसड़ा चोदना शुरू कर दिया। उधर असरफ अंकल ने लण्ड ज़ारा की बुर में घुसा दिया।
चुदाई की स्पीड धीरे धीरे बढ़ने लगी। मैं अंकल से चुदवाने लगी, अम्मी सफीक से चुदवाने में जुट गयीं, खाला ने तो अतीक का लण्ड पेल ही रखा था अपनी बुर में, ज़ारा असरफ अंकल से चुदवा रही थी, सारा शैफ अली का
आप भी सुनिए :- हाय दईया बड़ा मज़ा आ रहा है। अभी तो और मज़ा आएगा जब मैं इन सब लोगों से चुदवाऊंगी,,,,,, अरे यार हम तो सारे गाँव वालों से चुदवाऊंगी। यह रिवाज़ तो बहुत बढ़िया है,,,, वाओ, पूरा पेल दो लण्ड यार मेरी चूत में ,,,,,, हाय अल्ला, तुम साल बड़े लकी हो अभी मुझे चोद रहे हो और अभी तुम मेरी माँ चोदोगे,,,,, तेरी तो पांचो उंगलियां घी में हैं बहन चोद ,,,, तेरी नन्द की बिटिया की बुर अम्मी ,,,, ? देख ने कैसे उछल उछाल के चुदवा रही है ,,,,,,, छमिया, तेरी माँ की बहन का भोसड़ा,,,, ऐसा मज़ा तो पहले कभी नहीं आया,,,,,,, आज मेरी चूत को मालूम हो रहा है की लण्ड किसे कहतें हैं ,,,,,,,,? इतने प्यारे प्यारे लण्ड मेरे पड़ोस में हैं यह बात मुझे आज मालूम हुई,,,,,,,, अरे अम्मी यहाँ की बीवियां भोसड़ी वाली हमारे घर के मरदों से चुदवा रही होंगीं ,,,,,,,,,,हां हां बिलकुल चुदवा रही होंगीं उनके लण्ड का मज़ा लूट लूट होंगीं,,,,,,,,, अरे छमिया तेरे बाप का लण्ड यहाँ की बीवियों की बुर बड़ी बेशर्मी से चोद रहा होगा ,,,,,,,अब यार मुझे पीछे से चोदो ,,,, अब मैं तेरे लण्ड पर बैठूंगी भोसड़ी के ,,,,,,,,,, वाओ अब तुम लेटो मैं तेरा लण्ड चोदूँगी।
इतने में खान अंकल ने लण्ड मेरी चूत से निकाल कर मेरी अम्मी की बुर में घुसेड़ दिया। वह बोला भाभी अब मैं तुम्हे चोद का मज़ा लूंगा। तब तक उसका साढ़ू अतीक मेरी ने मेरी बुर पर चढ़ाई कर दी। उधर खाला के भोसड़ा में सफीक ने अपना लण्ड पेल दिया। ज़ारा बुर चोदी शैफ अली से चुदवाने लगी और सारा ने असरफ अंकल का लण्ड अपनी चूत में पेल लिया। हम सबके लण्ड बदल गए और हम सब दूना जोश में आकर चुदवाने लगीं. बीच बीच में हम सब बीवियां एक दूसरे की चूत से लण्ड निकाल निकाल कर चाटने लगीं। चोदने वाले लण्ड के पेल्हड़ सहलाने लगीं। इस तरह हर एक बीवी ने रात भर में पांच पांच लण्ड से चुदवाया। सबके लण्ड का स्वाद लिया। आखिर में मुठ्ठ मार मार कर सबके लण्ड का वीर्य चाटा।
दूसरे दिन मुझे खान अंकल की बेटी सायमा मिल गयी .
- वह बोली हाय छमिया कल तेरे बाप ने मुझे खूब हचक हचल कर चोदा। उसने मेरी माँ का भोसड़ा चोदा ? यार मैं तो तेरे अब्बू के लण्ड की गुलाम हो गयी हूँ।
- मैंने कहा गुलाम तो मैं भी तेरे अब्बू के लण्ड की हो गयी हूँ, सायमा ? मैं तो अब और उससे चुदवाना चाहती हूँ। किसी दिन तेरे आमने तेरे बाप से चुदवाऊंगी।
- हां यार बिलकुल चुदवाना। यार कल तेरे मियां ने भी मेरी बुर बड़ी शिद्दत से ली। मेरी माँ ने और मेरी खाला ने तो खूब जम कर चुदवाया तेरे मियां से ?
- मैं भी तेरे मियां शैफ अली से चुदवा कर आयी हूँ। बड़ा मोटा लण्ड है यार उसका ? चिपक कर घुसता बहन चोद चूत में ?
अब अगले दिन किसी और पड़ोसी के घर चुदवाने जाना है।
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