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आज मैं तेरी बीवी की बुर के चीथड़े उड़ा दूंगा - Aaj main teri biwi ki chut gand faad dunga
- अरे यार सुनील, यह क्या बात हुई ? मैं तो अपनी बीवी ले कर आया हूँ और तुम कहीं और जा रहे हो या फिर शायद अपनी बीवी चोदने जा रहे हो ? ऐसा मत करो यार ? अपनी बीवी मत चोदो, मेरी बीवी चोदो।
- हां यार बात तुम्हारी सही है लेकिन ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- लेकिन क्या ? मैं तो घर से यही सोंच कर चला था की आज तुम मेरी बीवी चोदोगे। हमारी तुम्हारी बात भी यही हुई थी की तुम मेरी बीवी चोदोगे मैं तेरी बीवी चोदूंगा। तो अब क्या हो गया ?
- यार मैं यही वादा अपने दूसरे दोस्त से कर बैठा हूँ। अब मैं बड़े पशोपेश में हूँ की मैं इधर जाऊं की उधर जाऊं ?
- अरे यार इसमें कौन सी बड़ी बात है। उसे अपनी बीवी सहित यहीं हुला लो। मामला हल हो जायेगा।
- कैसे हल हो जायेगा ?
- वो आएगा तो तेरी बीवी चोद लेगा, तुम मेरी बीवी चोद लेना और मैं उसकी बीवी चोद लूंगा।
- अरे हां यह तो बड़ी आसान बात है, यार । ऐसा तो मैंने सोंचा ही नहीं था। मैं बिना मतलब ही परेशान हो रहा था। पर हमारी बीवियां क्या इस बात के लिए तैयार होंगी ?
- तब तक मेरी बीवी मिसेज आरती बोली हां हां बिलकुल तैयार हो जायेगीं। मैं तो एकदम तैयार हूँ।
- फिर उसकी भी बीवी मिसेज रुपाली बोली हां मैं भी तैयार हूँ। मैं जब तुम्हारे एक दोस्त से चुदवा सकती हूँ तो फिर दोस्त के दोस्त से भी चुदवा सकती हूँ।
मेरा नाम राजीव है दोस्तों। मेरी शादी के दो साल हो चुके हैं हैं। सुनील मेरा पक्का दोस्त है। उसकी भी शादी के लगभग दो साल ही हुए हैं। हम दोनों करीब करीब रोज़ ही मिलते है, खूब बातें करते हैं और साथ बैठ शराब पीते हैं। खूब एन्जॉय करते हैं। मेरी बीवी आरती को एक दिन मालूम हो गया की हम दोनों शराब पी कर एन्जॉय करतें हैं तो वह बोली देखो पति देवता मैं आज की बीवी हूँ, मैं पुराने ख्यालों वाली बीवी नहीं हूँ। पढ़ी लिखी हूँ और पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं हूँ। तुम अगर शराब पीकर मज़ा ले सकते हो तो मैं भी शराब पीकर मज़ा ले सकती हूँ। अब कल से मैं तुम्हारे साथ और तुम्हारे दोस्तों के साथ बैठ कर शराब पियूँगी। वह सच में हमारे और हमारे दोस्तों के साथ शराब पीने लगी। यह बात जब सुनील की बीवी को मालूम हुई तो वह भी हमारे साथ शराब पीने लगी। फिर क्या हम चारों लोग खूब जम कर दारू का मज़ा लूटने लगे।
एक दिन हम दोनों खूब नशे में थे और नशे में दिल की बात निकल ही आती है। सुनील बोला यार राजीव जब हम लोग एक दूसरे के इतने नजदीक हैं तो फिर क्यों न हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोद कर मज़ा लें। आजकल तो ये सब बड़ी आम बात हो गयी है। मेरे कुछ ऑफिस के लोग ऐसा करते हैं। मैं उसकी बात से सहमत हो गया। फिर उसने अपनी बीवी से बात की और मैंने अपनी बीवी से। वो दोनों भी तैयार हो गयीं। अब आज का पहला दिन है जबकि हम दो नहीं बल्कि तीन कपल "wife swapping" करने जा रहें हैं। मैं पहली ही नज़र में अमर की बीवी रोली भाभी को दिल दे बैठा। उसकी बीवी रोली मुझे बहुत अच्छी लगी। सुनील की बीवी तो मुझे अच्छी लगती ही है। बस मेरे लण्ड में उथल पुथल होने लगी। उधर अमर भी मेरी बीवी को एकटक देख रहा था। मैं समझ गया की उसे अमर पसंद आ गया है। और सुनील की बीवी तो मुझे चाहती ही है। उसने एक दिन मुझसे खुल कर कहा था। मेरा उसी दिन मन था की मैं अपना लण्ड रुपाली भाभी को पकड़ा हूँ पर तभी साला दूध वाला आ गया और मौक़ा हाथ से फिसल गया था।
मैंने और मेरी बीवी दोनों होस्ट थे। गर्मी के दिन थे। मैंने एक लुंगी लगा रखी थी और मेरी बीवी आरती ने एक घाघरा पहन लिया था ऊपर से एक छोटी से ब्रा। चुन्नी का तो आजकल कोई चलन है ही नहीं। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ ब्रा से झाँक रहीं थी और उन दोनों का यानी सुनील और अमर की निगाह वहीं टिकी हुई थी। मैं मन ही मन बड़ा खुश हो रहा था। उसने ड्रिंक्स का सेट लगा दिया और सबको पैग बनाकर दे रही थी। आखिर में हम सबने ने चियर्स कहा और शराब पीने लगे। मैंने देखा की हम सबकी बीवियां तो ज्यादा मस्ती से शराब पी रहीं हैं। हकीकत यह है की हम तीनो एक दूसरे की बीवी देखने में मस्त थे और वो तीनो एक दूसरे के हसबैंड को देखने में। सबके मन में कुछ न कुछ चल ही रहा था। लेकिन हां एक बात तो पक्की थी की हसबैंड दूसरों की बीवियों की चूँचियों के बारे में सोंच रहे थे और बीवियां दूसरों के हसबैंड के लण्ड के बारे में सोंच रही थीं। माहौल सच में बड़ा रंगीन होता जा रहा था।
सुनील ने कहा था की मैं अमर की बीवी चोद लूंगा तो अमर की बीवी रोली भाभी की तरफ झुकने लगा। उसने मुझसे कहा था की तुम मेरी बीवी चोद लेना तो मैं उसकी बीवी यानी रुपाली भाभी की तरफ खसकने लगा। उसे भी सब मालूम था क्योंकि यह बात उसके सामने ही हुई थी। उधर अमर की नज़रें मेरी बीवी की चूँचियाँ ढूंढने में लगी ही हुई थीं। हम लोगों ने दो दो पैग शराब पी ली तो नशा भी अपना काम करने लगा और उधर भी बढ़ने लगी। अब और इंतज़ार नहीं हो रहा था।
तभी रुपाली भाभी बोली - राजीव एक बात बताओ, तुमने प्लान तो बना लिया पर क्या तुम लोग एक दूसरे के सामने नंगे हो सकोगे ? मरद बहन चोद मरद से आगे नंगा होने में शर्माता है लेकिन हम बीवियां एक दूसरे के सामने नंगी होने में बिलकुल नहीं शर्माती।
मैंने कहा - भाभी तुम ठीक कह रही हो पर हम तो तीनो दोस्त हैं तब नंगे होने में हमें क्या शर्म ? लेकिन अगर तुम लोगों को नंगी होने में शर्म नहीं आती तो फिर नंगी हो क्यों नहीं जाती ? मैं भी तो देखूं आप कैसे नंगीं होतीं हैं ? रुपाली भाभी को जोश आ गया। वह खड़ी हो गयीं और एक एक करके अपने कपड़े खोलने लगीं। आखिर में वह एक छोटी सी ब्रा और पैंटी में आ गयीं . उसे देख कर रोली भाभी भी अपने कपड़े उतारने लगीं और बाद में मेरी बीवी आरती भी उठ खड़ी हुई और उनके साथ बड़ी बेशर्मी से नंगी होने लगी। इतने में मैंने अपने मोबाइल पर एक गाना लगा दिया तो तीनो बीवियां नाचने लगीं। माहौल बड़ा रंगीन हो गया। नाचते नाचते ही रुपाली भाभी ने अपनी ब्रा खोल कर फेंक दी। उसकी बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ खुल कर नाचने लगीं और उसे देख कर सबने तालियां बजाई। फिर मेरी बीवी और रोली भाभी ने भी अपनी ब्रा खोल दीं और उनकी भी चूँचियाँ उछल उछल कर नाचने लगीं जिससे मरदों के लण्ड में जबरदस्त उछाल आ गया। बीवियों का न्यूड डांस आज पहली बार हम तीनो देख रहे थे।
गाना ख़तम होते ही रोली भाभी ने पैंटी भी खोल दी और उसकी मस्तानी चूत सबके सामने नंगी हो गयी। उसे देख कर रुपाली भाभी ने भी अपनी पैंटी खोल कर सबको अपनी चूत और गांड दिखाने लगीं । मेरी बीवी फिर कहाँ पीछे रहने वाली थी। वह भी पैंटी उतार कर एकदम नंगी हो गयी। उसकी छोटी छोटी झांटों वाली चूत सबको बड़ी हॉट लग रही थी। मुझे बड़ी ख़ुशी हुई जब रुपाली भाभी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे उठा लिया और मेरी लुंगी खोल कर फेंक दी। मैं चड्ढी में आ गया। वह मेरा लण्ड चड्ढी के ऊपर से ही सहलाने लगीं। लण्ड तो कुलबुला रहा ही था। तभी रोली भाभी ने सुनील को उठा लिया और उसकी पैंट खोल डाली। वह बिलकुल नंगा हो गया। रोली लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तब मेरी आरती ने अमर को उठाया और उसे अपने बदन से चिपका लिया। फिर उसकी पोशाक उतार कर उसे एकदम नंगा कर दिया, झुक कर उसका लण्ड प्यार से कई बार चूमा और फिर मस्ती से मुठ्ठी में लेकर उसे ऊपर नीचे करने लगी।
इस तरह तीनो बीवियों के हाथ में पराये मरद का लण्ड आ गया। इसी बात से तीन की तीनो बीवियां बड़ी खुश और मद होश नज़र आने लगीं। ऐसा लग रहा था की आज की जैसी ख़ुशी उन्हें पहले कभी नहीं मिली। सुनील की बीवी रुपाली मेरा लण्ड चाटने लगी और मैं उसके बूब्स हौले हौले सहलाने लगा।अमर की बीवी रोली भाभी सुनील का लण्ड जबान निकाल कर चाटने लगी और उसके पेल्हड़ भी चूमने लगी। सुनील उसकी चूँचियाँ बड़े प्यार से मसलने लगा. मेरी बीवी आरती अमर का लण्ड ऐसे चाट रही थी जैसे की उसे कोई बहुत बड़ी नियामत मिल गयी हो। अमर भी मजे से मेरी बीवी की चूँचियाँ दबा दबा कर मज़ा ले रहा था। आज मुझे मालूम हो रहा था की परायी बीवी की चूँचियाँ दबाने में कितना मज़ा आता है और उसे लण्ड पकड़ाने में कितना आनंद मिलता है। मैं इस बात से खुश था की आज का हमारा फैसला कितना अच्छा था। इतने में मैंने टी वी पर एक वाइफ स्वैपिंग की पोर्न फिल्म चालू कर दी जिसमे तीन कपल एक दूसरे की बीवी चोद रहे थे। सब लोग उस ब्लू फिल्म को देखने लगे और उसे अपनी ही इस चुदाई से तुलना करने लगे।
मेरी बीवी बोली - वाओ, बड़ा मोटा और मस्त लौड़ा है रोली तेरे हसबैंड का ? तेरी चूत तो बड़ा मज़ा करती होगी इससे चुदवाकर। मैं तो सच में बड़ा मज़ा लूट रही हूँ ऐसा लौड़ा पाकर।
रोली ने जबाब दिया - हां अभी तक तो मेरी चूत मज़ा करती थी पर आज से तेरी चूत भी मज़ा करेगी आरती मेरे हसबैंड से चुदवाकर ? और हां इधर देखो मेरे हाथ में सुनील का लण्ड है। ये बहन चोद बड़ा और सख्त लौड़ा है यार ? इसकी बीवी रुपाली की बुर इसे कैसे बर्दास्त करती होगी, यार ?
रुपाली ने कहा - मैं तो बर्दास्त कर लेती थी। अब तू मेरे पति का लण्ड बर्दास्त करके दिखा। तेरी चूत अगर मेरे पति का लण्ड फाड़ देगा तो मैं बड़ी खुश हूँगी। लेकिन ज़रा इधर देख मेरे पास राजीव का लण्ड है। ये भोसड़ी का ८' + का लण्ड तो आज मेरी चूत का बाजा बजा कर ही मानेगा। यार मुझे तो ऐसे ही लण्ड पसंद हैं। अभी तक तो इससे आरती चुदवाती थी पर आज से मैं इससे चुदवाया करूंगी।
बीवियों की इन बातों ने मर्दों के लण्ड में गज़ब का जोश भर दिया।
इससे माहौल में और जोश आ गया. मेरे इस कमरे में तीन सोफा पड़े थे जिन्हे बेड बनाया जा सकता था। मैंने एक सोफा खोल कर उसे बेड बना दिया और उस पर रूपाली भाभी को लिटा दिया। मैं उसके ुओंपर चढ़ बैठा और लण्ड भाभी की बुर पर टिका दिया। वह समझ गयी की अब राजीव लण्ड ठोंकने वाला तो वह भी कमर कास कर तैयार हो गयीं। उसकी दोनों टांगें मेरे कंधे पर आ गयीं। मैंने जोर लगाया और पेल दिया लण्ड भाभी की चूत में। लण्ड साला सरसराता हुआ अंदर घुस गया जैसे कोई सांप अपने बिल में घुसता है। मैं आहिस्ते आहिस्ते चोदने लगा रुपाली भाभी की बुर। तब तक सुनील ने भी अपना लण्ड अमर की बीवी रोली भाभी की चूत में घुसेड़ दिया। वह भी मस्ती से रोली भाभी की बुर ऐसे लेने लगा जैसे वह अपनी बीवी की बुर ले रहा हो ? मेरी बीवी को भी ताव आ गया। उसने भी तीसरे बेड को खोला और उस पर अपनी चूत फैलाकर कर लेट गयी। उसने इशारा किया और कहा यार अमर तुम भी चोदना शुरू करो अपने दोस्त राजीव की बीवी की बुर। लो चोद लो भकाभक अपने दोस्त की बीवी की चूत और ले लो ज़न्नत का मज़ा ? इस तरह हम तीनो लोग एक दूसरे की बीवी खुल्लम खुल्ला चोदने लगे।
बीवियां भी बड़ी बेशर्मी से और अपनी अपनी गांड उठा उठा के एक दूसरे के पति से हचक हचक के चुदवाने लगीं. हम लोगों को तो दूसरे की बीवी चोदने में मज़ा आ ही रहा था लेकिन हमसे ज्यादा हमारी बीवियों को पराये मरद से चुदवाने में मज़ा आ रहा था। इसीलिए जब मैंने अपनी बीवी से वाइफ स्वैपिंग के लिए कहा तो वह बिना कोई सवाल किये फ़ौरन तैयार हो गयी थी। चुदाई की स्पीड बढ़ती जा रही थी। कोई किसी से कम नहीं था। एक दूसरे को देख देख कर हम तीनो अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा रहे थे।
मैंने कहा - सुनील आज मैं तेरी बीवी की बुर के चीथड़े उड़ा दूंगा। मैं बहुत दिनों से तेरी बीवी चोदने के फिराक में था। आज मेरी तमन्ना पूरी हूँ। तेरे समें ही तेरी बीवी चोद छोड़कर मज़ा लूटूँगा। क्या मस्तानी चूत है तेरी बीवी की यार ! पहले अगर मालूम होता ऑटो अब तक जाने कितनी बार चोद चुका होता।
सुनील बोला - कोई बात नहीं अब चोद लो न मेरी बीवी। खूब मन से और खूब धकाधक चोदो मेरी बीवी जैसे मैं अमर की बीवी रोली भाभी की बुर चोद रहा हूँ। इसकी टाइट मैं मस्तानी चूत बड़ा मज़ा दे रही है। आज मुझे मालूम हो रहा है की दोस्त की बीवी चोदने में कितना मज़ा आता है ? मन करता है की मैं दिन रात रोली भाभी की बुर लेता रहूं।
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