Home
» Desi Chut Gand Chudai Ki Kahaniyan देसी चूत गांड चुदाई की कहानियां Hindi Short Stories For Adults
» मेरे मियां से पराई बीवियां चुदवाती हूँ - Mere pati se parayi Patniyan chudwati hun
मेरे मियां से पराई बीवियां चुदवाती हूँ - Mere pati se parayi Patniyan chudwati hun
मेरे मियां से पराई बीवियां चुदवाती हूँ - Mere pati se parayi Patniyan chudwati hun , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मैं जब अपने मियां को दूसरों की बीवियां चोदते हुए देखती हूँ तो मुझे बहुत बहुत अच्छा लगता है। मुझे ऐसा लगता है की वह लोगों की एक के बाद एक बीवियां चोदता रहे और मैं उसके सामने बैठी बैठी उसे चोदते हुए देखती रहूं। वह जब चोद चोद कर किसी दूसरे की बीवी की चूत ढीली कर देता है तो मैं ख़ुशी के मारे तालियां बजाने लगती हूँ। इसी तरह जब किसी और की बीवी मेरे मियां के लण्ड का सड़का मारती है, सड़का मार मार लण्ड का वीर्य निकाल कर पीने लगती है तब भी मैं ख़ुशी के मारे तालियां बजाती हूँ। पराई बीवियां मेरे मियां का लण्ड पियें और मेरे मियां का लण्ड चोदें इससे ज्यादा ख़ुशी मेरे लिए कुछ भी नहीं है।
मेरे मियां के लण्ड की लम्बाई ८" + है और मोटाई ५"+ है। सबकी बीवियों को मेरे मियां का लण्ड बहुत पसंद आता है। इसीलिए अक्सर वो सब जब सबके साथ चोदा चोदी करतीं है तो वे मेरे मियां का लण्ड दूसरे के हाथ से छीन लेतीं हैं और अपने मुंह ने डाल लेती हैं. दूसरी बीवियों की चूत से इसका लण्ड निकाल कर अपनी चूत में घुसेड़ लेतीं हैं। मैं यह सब देख देख कर खूब मज़ा लेती हूँ। अब मैं अपनी बात बता रही हूँ। मैं भी अपने मियां के सामने दूसरों के मियों के लण्ड पकड़ती हूँ, लण्ड चूसती और चाटती हूँ, लण्ड मुठ्ठ मार कर पीती हूँ। मेरे मियां मुझे ऐसा करते हुए देख कर बहुत खुश होता है और तालियां बजा बजा कर मेरा हौसला बढ़ाता है। बाद में मैं जब पराए मरदों के लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ और खूब मस्ती से चुदवाती हूँ तो मेरा मियां मुझ पर फक्र करता है और मेरी तारीफ़ करता है। मैं जब दो दो लण्ड से एक साथ चुदवाती हूँ और दोनों लण्ड भून कर अपनी चूत से निकालती हूँ तो मेरा मियां मुझ पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करता है और मुझे ऐसा और करने के लिए प्रेरित करता है। उधर मुझे तो नये नये लण्ड से चुदवाने में मज़ा आता है और मैं चाहती हूँ की मुझे दो दो / तीन तीन लोग एक साथ चोदें ?
आप समझ रहें होंगें की मैं झूंठ बोल रही हूँ। ऐसा कहीं होता है ? कोई भी आदमी अपनी बीवी को किसी और से चुदवाते हुए कैसे देख सकता है ? इसी तरह कोई भी बीवी अपने मियां को किसी और की बीवी चोदते हुए कैसे देख सकती है ? लेकिन हैं यह बात १००% सच ? ऐसा हमारे साथ हो रहा है। हां यह मेरे लिए आसान नहीं था। मेरा मियां तो दूसरों की बीवियां चोदने को कौन कहे वह तो किसी औरत के सामने अपने कपड़े भी नहीं उतार सकता था। बड़ा शर्मिला था मेरा मियां। मैं उसकी बीवी हूँ। अपनी सुहागरात में मेरे आगे भी नंगा होने में शर्माता था। मैंने कैसे उसे नंगा किया यह मैं ही जानती हूँ ? चोदने के बाद वह जब बाथ रूम जाने लगा तो तौलिया लपेट कर गया। मैं उसे देख कर हंसने लगी। मैं मन ही मन सोंचने लगी की ये जब अपनी बीवी चोदने में शर्माता है और उसे खुल कर नहीं चोद सकता तो दूसरे की बीवी कैसे चोदेगा ?
उधर मैं ग़ैर मर्दों से चुदवाने के लिए तड़प रही थी। मैंने अपने कॉलेज के दिनों में लड़कों के लण्ड खूब पकड़ा करती थी और मौक़ा पाकर चुदवा भी लेती थी। मेरा मन एक लण्ड से नहीं भरता था। मैं कई लोगों के लण्ड पकड़ती थी क्योंकि सबके लण्ड अलग अलग होतें हैं और मुझे नये नये लण्ड पकड़ने का चस्का लग गया था। मेरा मन था की मेरा मियां अगर दूसरों की बीवियां चोदने लगे तो फिर मैं भी दूसरों के मियों से चुदवाने लगूंगी। मेरा रास्ता खुल जायेगा। वह अगर एक बीवी चोदेगा तो मैं लोगों से चुदवा लूंगी। लेकिन ये तो भोसड़ी वाला अपनी ही बीवी चोदने में शर्माता है तो कैसे किसी और की बीवी चोदेगा ? अब मैं इस कठिन समस्या को हल करने के उपाय सोंचने लगी। मैं उससे प्यार से गन्दी गन्दी बातें करने लगी, उसे रात में पोर्न फिल्म दिखाने लगी, उसकी प्यार से झांटें लगी, उससे अपनी भी झांटें बनवाने लगी, यू ट्यूब पर लड़कियों के मुंह से गालियां सुनवाने लगी, इधर उधर घूमते हुए उसके लण्ड में ठोकर मारने लगी और बाथ रूम में उसे नंगा करके नहलाने लगी।
मेरा नाम मिसेज बरखा है दोस्तों. मैं ४६ की एक खूबसूरत गोरी चिट्टी और हॉट लड़की हूँ. मेरी शादी अभी एक साल के अंदर ही हुई है। मैं पढ़ी लिखी, आधुनिक विचारों वाली एक बोल्ड लड़की हूँ। आप मुझे आज की तारिख में एक बोल्ड बीवी भी कह सकतें हैं। मैं आज की बीवी हूँ इसलियए आज की बात करती हूँ और ज़माने के साथ चलना चाहती हूँ। मैं पुराने ज़माने की बीवियों की तरह रात में अपनी चूत फैलाकर चुदवाने के लिए नहीं हूँ। मैं जवान हूँ और जवानी का पूरा मज़ा लेना चाहती हूँ। सेक्स का आखिरी मुकाम है चुदवाना जिसे पुराने ज़माने की बीवियां पहले कर लेतीं थी। आजकल चुदाने का काम बीवियां सबसे आखिर में करती हैं और अक्सर नहीं भी करतीं हैं। आज तो सबसे पहले लण्ड का पूरा पूरा मज़ा लिया जाता है और अपने जिस्म का पूरा पूरा मज़ा दिया जाता है। सेक्स के सभी स्टेप्स का मज़ा लिया जाता है और मैं वही लेना चाहती हूँ, वही लूंगी।
एक दिन मेरी मुलाक़ात मेरी सहेली सपना से हो गई। मैं उसे घर ले आयी और फिर हम दोनों बियर पर बैठ कर बातें करने लगीं।
चुके थे। उसके बाद हम तीनो ने नास्ता पानी अचानक सपना मुझे आँख मारती हुई बोली बरखा तुम मेरे हसबैंड से बातें करो मैं थोड़ी देर में आती हूँ। ऐसा कह कर वह चली गयी और तब हम दोनों थोड़ा फ्री होकर और नजदीकियों से बातें करने लगे। मेरी उत्सुकता बढती जा रही थी। मैंने कहा सागर तुम अपनी बीवी के साथ सेक्स करते समय मेरा नाम लेते हो। क्या यह सही है ? वह बोला हां बात तो सही है। क्योंकि आप मुझे बहुत अच्छी लगतीं हैं। मैंने भी बड़े प्यार से कहा मैं भी तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ सागर। नस ऐसा कह कर मैं उसकी उसकी बाहों में झूल गयी। उसने भी मेरे कमर के हाथ डाल दिया।
धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे से चिपक गए। फिर उसने मेरी चूँचियाँ दबायीं तो मैं भी उसका लण्ड टटोलने लगी। बस २ मिनट में ही मेरे हाथ में उसका नंगा लण्ड आ गया और उसके हाथ में मेरी नंगी चूँचियाँ। उसका तना हुआ लण्ड मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। आज शादी के बाद पहला ग़ैर मरद का लण्ड मेरे हाथ में था। मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैंने उसे जबान निकाल कर चाटने लगी और वह भी मेरी चूत पर हाथ फिराने लगा मेरी चूँचियाँ मसलने लगा और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा। फिर वह मुझे पलंग पर ले गया और लिटा दिया। लिटाने के बाद वह मेरे ऊपर चढ़ गया और मैं यही चाहती थी की वह मेरे ऊपर चढ़े। उसने मेरे गाल चूमे मेरे होंठ चूमे और मेरी गर्दन भी चूमी। फिर अचानक वह घूम गया और उसका लण्ड मेरे मुंह पर आ गया। उसका मुंह मेरी दोनों टांगों के बीच घुस गया। हम दोनों 69 बन गये। मैं लौड़ा पूरा का पूरा मुंह में घुसा कर चूसने लगी। मुझे पेल्हड़ चूमने में भी मज़ा आ रहा था।
फिर मुझसे न रहा गया। मैंने कहा सागर यार अब पेल दो अपना लण्ड मेरी चूत में। चोद डालो मेरी चूत। फाड़ डालो मेरी बुर चोदी बुर। मैं बहुत ज्यादा ही जोश में गयी। मैं क्या करती मेरी चूत की आग भड़की हुई थी इसलिए मैं कुछ भी बोले जा रही थी। वह भी जोश में आ गया और फिर उसने लौड़ा घुसा दिया मेरी चूत में और चोदने लगा। मैं भी बिंदास चुदवाने लगी. मुझे किंचित मात्र भी इस बात का मलाल नहीं था की मैं किसी ग़ैर मरद से चुदवा रही हूँ। सच में मुझे आज सबसे ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं अपनी गांड उचका उचका चुदवाने लगी और बोली सागर मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं तेरी रखैल हूँ, मुझे चोदो। मैं तुम्हे प्यार करती हूँ यार ,मुझे चोदो। हाय दईया, तेरा लण्ड बड़ा मोटा है। मेरी चूत के चीथड़े उड़ा रहा है। तेरा बेरहम लण्ड मेरी चूत का हलवा बना देगा आज। मैं बहुत ज्यादा ही एक्ससाइटेड हो गयी। थोड़ी देर में ही मेरी चूत ढीली होने लगी। मैं समझ गयी की अब मैं खलास हो जाऊंगी।
मुझे ऐसा संकेत मिला की वह झड़ने वाला था। तो मैंने खुम कर उसका लण्ड मुठ्ठी में ले लिया और खचाखच सड़का मारने लगी। बस एक मिनट में ही उसके लण्ड ने पिचकारी मेरे मुंह में मार दी। मैंने मुंह खोले हुए उसका सारा वीर्य पी गयी। मुझे सागर का लण्ड पीने में बड़ा मज़ा आया।
अगला दिन छुट्टी का दिन था। मैंने सपना को बुला लिया। उसे अपने पति आशीष से मिलवाया तो वह बहुत खुश ही। आशीष भी उससे मुस्काराकर कर बातें करने लगा। मैंने कहा यार सपना आज मैं तुम्हे चाय नहीं व्हिस्की पिलाऊंगी। वह मान गयी और फिर हम तीनो व्हिस्की पीने लगे। मैंने देखा की मेरा पति सपना की उभरी हुई चूँचियाँ बार बार देख रहा था। सपना डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहन कर आयी थी। उसका पल्लू गिरते ही उसके बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ झाँकने लगतीं थीं। सपना मुझसे ज्यादा खूब सूरत है इसमें कोई शक नहीं है। मैं बड़े गौर से अपने पति को देख रही थी। वह शर्मा तो बिलकुल नहीं रहा था बल्कि सपना से हंस हंस कर खूब बातें कर रहा था। फिर मैं अंदर गयी और वहां से सपना को इशारा किया की मैं बाहर जा रही हूँ इसी बीच तुम मेरे पति से चुदवा लेना। उसने आँखों से 'हां' का इशारा किया। मैं बाहर आयी और बोली यार सपना मैं ज़रा बाहर जा रही हूँ। तुम मेरे पति से बातें करो मैं कुछ देर में आ जाऊंगी। मैं मुस्काराती हुई बड़ी मस्तानी अदा से बाहर चली गयी।
सपना ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। मैं दो घंटे के बाद वापस आयी और तब मैंने दोनों को उसी अवस्था में देखा जिस अवस्था में मैं उन्हें छोड़ कर गयी थी। मैं समझी की कुछ हुआ ही अनहि। पर सपना ने मुझे आँखों से इशारा किया की सब कुछ हो गया और अच्छा हो गया। जब वह जाने लगी तो माइए कहा आशीष मैं इसे छोड़ कर आती हूँ। मैं सपना के साथ उसकी कार में बैठ गयी और तब उसने मुझे सारी कहानी बताई। उसके कहा - यार बरखा तेरा पति शर्मिला नहीं है यार। वह तो भोसड़ी का बड़ा बेशर्म है और मुझे चोदने में उसने कोई कसर नहीं छोड़ी। एक बात और बता रही हूँ बरखा तेरे पति का लण्ड मेरे पति के लण्ड से मोटा है और ज्यादा कड़क है यार। उसने तो मेरी चूत का खूब बाजा बजा दिया और मुझे चुदवाने में बड़ा मज़ा आया। इतने मज़ा तो मुझे अपने पति से चुदवाने में नहीं आता। और हां सुनो बरखा एक बार चुदवाने से मेरा मन नहीं भरा मैं तो तेरे पति अभी और कई बार चुदवान चाहती हूँ। मैं यह बात सुनकर खुश हो गयी की मेरे पति किसी और की बीवी बड़ी मस्ती से चोदता है।
सपना बोली - यार बरखा एक बात और मैंने पूंछा तेरे पति से। मैंने पूंछा आशीष किसी और की बीवी चोदने के लिए क्या तुम अपनी बीवी किसी और से चुदवा सकते हो ? वह बोला हां बिलकुल चुदवा सकता हूँ। मैं तो चाहता हूँ की मेरी बीवी किसी और से चुदवाये और मैं किसी और की बीवी चोदूँ ?
मैं यह बात सुनकर ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी। इस बात ने मेरा हौसला बढ़ा दिया।
दूसरे दिन मुझे सपना का फोन आ गया। वह बोली बरखा मैंने अपनी सहेली लीला से बात की है। वह "wife swapping" करने के लिए तैयार है। तुम उससे बात कर लो और इस मौके का फायदा उठा लो। मैंने फ़ौरन लीला से बात की और उसे डिनर पर आमंत्रित कर लिया। वो दोनों मेरे घर शाम को आ गए। मैं उससे मिली और उसके पति करन से मिली और वो दोनों मेरे पति आशीष से मिले। परिचय के बाद हम चारों ड्रिंक्स पर डाइनिंग टेबल पर बैठ गए . मुझे यह भी मालूम हुआ की मिसेज लीला अपनी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियों के लिए मशहूर है। वह ग़ैर मर्दों के लण्ड पीने के लिए भी मशहूर है। मेरा पति से उसे बड़े गौर से देखने लगा और मैं उसके पति के लण्ड के बारे में सोंचने लगी।
मिसेज लीला बोली - बरखा यार, मुझे सपना ने सब कुछ खुल कर बता दिया है। और मैं बिना किसी भूमिका के यह कहना चाहती हूँ की हम दोनों आपके साथ "wife swapping" का मज़ा लेने आयी हूँ। बस उसने मेरे पति आशीष की जांघ पर हाथ रख दिया। उधर मैंने भी उसके पति करन की जांघ पर हाथ रख दिया। मेरा हाथ धीरे से उसके लण्ड तक पहुँच गया और मैंने उसे ऊपर से ही दबा दिया। लीला भाभी ने आगे बढ़ कर मेरे पति के गाल चूम लिए। तब तक दो दो पैग शराब ख़तम हो चुकी थी। हम लोग नशे का भी मज़ा लेने लगे। हम सबकी हिम्मत और बढ़ गयी। डाइनिंग टेबल पर मैंने करन को गले लगा लिया और लीला ने मेरे पति आशीष को। मैंने उसके पति को किस किया उसने मेरे पति को। फिर हमने तीसरा पैग भी खाली कर दिया और अब हम लोग नशे के साथ साथ सेक्स का मज़ा लेने के लिए उतावले हो गए।
करन का हाथ पकड़ा और उसे बेड रूम ले गयी। मुझे देख कर मेरे पति ने लीला भाभी का हाथ पकड़ा और उसे उसी बेड रूम में ले आयी। मैंने करन के कपड़े उतार दिया और उसे चड्ढी में अपने सामने खड़ा कर दिया। फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिया। मैं मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी। मेरी चूँचियाँ और मेरी चूत देख कर करन का लण्ड चड्ढी के बाहर आने के लिए आतुर हो उठा। उधर लीला भाभी भी नंगी हो चुकी थी। उसकीचूँचियाँ देख कर मेरा पति तो पागल हो गया। वो तो अपना लण्ड उसमे घुसाने के लिए बेताब हो गया। इधर मैंने करन की चड्ढी खोली तो उधर लीला ने मेरे पति की चड्ढी उतार दी। मेरा पति भी नंगा हो गया और करन भी नंगा हो गया। मैंने करन का लण्ड पकड़ा और उसे चूम कर सहलाने लगी। उधर लीला मेरे पति का लण्ड बड़े प्यार से हिलाने लगी। हम दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड एक दूसरे को देख देख कर चूसने लगीं। आज तो मुझे और अच्छा लग रहा था।
फिर क्या करन ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और चोदने लगा। मेरा पति भी लीला भाभी की बुर चोदने लगा। यह पहला मौक़ा था जब मेरा पति मेरे सामने किसी और की बीवी चोद रहा था और मैं किसी और के हसबैंड से चुदवा रही थी। मैं यही तो चाहती थी। आज मेरी तमन्ना पूरी हुई तो मेरा चेहरा खिल उठा।
लीला बोली - हाय बरखा सपना ठीक ही कह रही थी। तेरे मियां का लण्ड बड़ा मोटा तगड़ा है यार। मुझे तो एक ही नज़र में पसंद आ गया।
मैंने कहा - हां यार तेरे मियां का भी लण्ड जबरदस्त है और मुझे इससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आएगा।
उसके बाद जब करन ने लण्ड पेला मेरी चूत में तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फाड़ डाला इस मादर चोद लण्ड ने मेरी चूत। और फिर मैं खुद धकाधक चुदवाने लगी। मुझे तो यह देख कर मज़ा आ रहा था की मेरा पति आशीष जो पहले बहुत शर्मिला था आज वह भकाभक लीला की बुर लेने में जुटा है। उस दिन आशीष में लीला को आगे से, पीछे से, ऊपर से, और नीचे से भी चोदा। सबसे बाद में जब उसने लीला भाभी को अपने लण्ड पर बैठा एके चोदा तो मुझे अभूत ही अच्छा लगा।
इस तरह दोस्तों, मैं अपने पति से मिसेज उषा तिवारी की बुर, मिसेज पूजा घोष की बुर और मिसेज कामिनी तनेजा की भी बुर अपने सामने चुदवाई। मेरा पति दूसरों की बीवियां चोदने में एक्सपर्ट हो गया और मैं दूसरों के पतियों से चुदवाने में एक्सपर्ट हो गई। अब हाल यह है की मैं हर रोज़ २/३ नये नये लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ और जवानी का पूरा पूरा मज़ा लेती हूँ।
मैं जब अपने मियां को दूसरों की बीवियां चोदते हुए देखती हूँ तो मुझे बहुत बहुत अच्छा लगता है। मुझे ऐसा लगता है की वह लोगों की एक के बाद एक बीवियां चोदता रहे और मैं उसके सामने बैठी बैठी उसे चोदते हुए देखती रहूं। वह जब चोद चोद कर किसी दूसरे की बीवी की चूत ढीली कर देता है तो मैं ख़ुशी के मारे तालियां बजाने लगती हूँ। इसी तरह जब किसी और की बीवी मेरे मियां के लण्ड का सड़का मारती है, सड़का मार मार लण्ड का वीर्य निकाल कर पीने लगती है तब भी मैं ख़ुशी के मारे तालियां बजाती हूँ। पराई बीवियां मेरे मियां का लण्ड पियें और मेरे मियां का लण्ड चोदें इससे ज्यादा ख़ुशी मेरे लिए कुछ भी नहीं है।
मेरे मियां के लण्ड की लम्बाई ८" + है और मोटाई ५"+ है। सबकी बीवियों को मेरे मियां का लण्ड बहुत पसंद आता है। इसीलिए अक्सर वो सब जब सबके साथ चोदा चोदी करतीं है तो वे मेरे मियां का लण्ड दूसरे के हाथ से छीन लेतीं हैं और अपने मुंह ने डाल लेती हैं. दूसरी बीवियों की चूत से इसका लण्ड निकाल कर अपनी चूत में घुसेड़ लेतीं हैं। मैं यह सब देख देख कर खूब मज़ा लेती हूँ। अब मैं अपनी बात बता रही हूँ। मैं भी अपने मियां के सामने दूसरों के मियों के लण्ड पकड़ती हूँ, लण्ड चूसती और चाटती हूँ, लण्ड मुठ्ठ मार कर पीती हूँ। मेरे मियां मुझे ऐसा करते हुए देख कर बहुत खुश होता है और तालियां बजा बजा कर मेरा हौसला बढ़ाता है। बाद में मैं जब पराए मरदों के लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ और खूब मस्ती से चुदवाती हूँ तो मेरा मियां मुझ पर फक्र करता है और मेरी तारीफ़ करता है। मैं जब दो दो लण्ड से एक साथ चुदवाती हूँ और दोनों लण्ड भून कर अपनी चूत से निकालती हूँ तो मेरा मियां मुझ पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करता है और मुझे ऐसा और करने के लिए प्रेरित करता है। उधर मुझे तो नये नये लण्ड से चुदवाने में मज़ा आता है और मैं चाहती हूँ की मुझे दो दो / तीन तीन लोग एक साथ चोदें ?
आप समझ रहें होंगें की मैं झूंठ बोल रही हूँ। ऐसा कहीं होता है ? कोई भी आदमी अपनी बीवी को किसी और से चुदवाते हुए कैसे देख सकता है ? इसी तरह कोई भी बीवी अपने मियां को किसी और की बीवी चोदते हुए कैसे देख सकती है ? लेकिन हैं यह बात १००% सच ? ऐसा हमारे साथ हो रहा है। हां यह मेरे लिए आसान नहीं था। मेरा मियां तो दूसरों की बीवियां चोदने को कौन कहे वह तो किसी औरत के सामने अपने कपड़े भी नहीं उतार सकता था। बड़ा शर्मिला था मेरा मियां। मैं उसकी बीवी हूँ। अपनी सुहागरात में मेरे आगे भी नंगा होने में शर्माता था। मैंने कैसे उसे नंगा किया यह मैं ही जानती हूँ ? चोदने के बाद वह जब बाथ रूम जाने लगा तो तौलिया लपेट कर गया। मैं उसे देख कर हंसने लगी। मैं मन ही मन सोंचने लगी की ये जब अपनी बीवी चोदने में शर्माता है और उसे खुल कर नहीं चोद सकता तो दूसरे की बीवी कैसे चोदेगा ?
उधर मैं ग़ैर मर्दों से चुदवाने के लिए तड़प रही थी। मैंने अपने कॉलेज के दिनों में लड़कों के लण्ड खूब पकड़ा करती थी और मौक़ा पाकर चुदवा भी लेती थी। मेरा मन एक लण्ड से नहीं भरता था। मैं कई लोगों के लण्ड पकड़ती थी क्योंकि सबके लण्ड अलग अलग होतें हैं और मुझे नये नये लण्ड पकड़ने का चस्का लग गया था। मेरा मन था की मेरा मियां अगर दूसरों की बीवियां चोदने लगे तो फिर मैं भी दूसरों के मियों से चुदवाने लगूंगी। मेरा रास्ता खुल जायेगा। वह अगर एक बीवी चोदेगा तो मैं लोगों से चुदवा लूंगी। लेकिन ये तो भोसड़ी वाला अपनी ही बीवी चोदने में शर्माता है तो कैसे किसी और की बीवी चोदेगा ? अब मैं इस कठिन समस्या को हल करने के उपाय सोंचने लगी। मैं उससे प्यार से गन्दी गन्दी बातें करने लगी, उसे रात में पोर्न फिल्म दिखाने लगी, उसकी प्यार से झांटें लगी, उससे अपनी भी झांटें बनवाने लगी, यू ट्यूब पर लड़कियों के मुंह से गालियां सुनवाने लगी, इधर उधर घूमते हुए उसके लण्ड में ठोकर मारने लगी और बाथ रूम में उसे नंगा करके नहलाने लगी।
मेरा नाम मिसेज बरखा है दोस्तों. मैं ४६ की एक खूबसूरत गोरी चिट्टी और हॉट लड़की हूँ. मेरी शादी अभी एक साल के अंदर ही हुई है। मैं पढ़ी लिखी, आधुनिक विचारों वाली एक बोल्ड लड़की हूँ। आप मुझे आज की तारिख में एक बोल्ड बीवी भी कह सकतें हैं। मैं आज की बीवी हूँ इसलियए आज की बात करती हूँ और ज़माने के साथ चलना चाहती हूँ। मैं पुराने ज़माने की बीवियों की तरह रात में अपनी चूत फैलाकर चुदवाने के लिए नहीं हूँ। मैं जवान हूँ और जवानी का पूरा मज़ा लेना चाहती हूँ। सेक्स का आखिरी मुकाम है चुदवाना जिसे पुराने ज़माने की बीवियां पहले कर लेतीं थी। आजकल चुदाने का काम बीवियां सबसे आखिर में करती हैं और अक्सर नहीं भी करतीं हैं। आज तो सबसे पहले लण्ड का पूरा पूरा मज़ा लिया जाता है और अपने जिस्म का पूरा पूरा मज़ा दिया जाता है। सेक्स के सभी स्टेप्स का मज़ा लिया जाता है और मैं वही लेना चाहती हूँ, वही लूंगी।
एक दिन मेरी मुलाक़ात मेरी सहेली सपना से हो गई। मैं उसे घर ले आयी और फिर हम दोनों बियर पर बैठ कर बातें करने लगीं।
- मैंने कहा यार मेरी शादी तो हो गयी है पर मेरा मियां बड़ा शर्मिला है।
- वह बोली शर्मिला है तो क्या हुआ ? मरद तो है न ? उसमे तो कोई खराबी नहीं है ?
- नहीं यार उसमे तो खराबी नहीं है पर अगर वह अपनी बीवी चोदने में शरमाएगा तो फिर चुदाई में मज़ा कैसे आएगा ?
- हां यह बात तो सही है लेकिन मुझे लगता है यह शर्म कुछ ही दिनों में ख़तम हो जायेगी।
- अरे यार जाने कब ख़तम होगी ? तब तक क्या मैं एक ही मरद से चुदवाती रहूंगी ? मुझे किसी और का लण्ड नसीब नहीं होगा क्या ?
- हाय दईया, तो क्या तुम किसी और से चुदवाना चाहती हो ?
- हां यार बिलकुल चुदवाना चाहती हूँ।
- तो फिर तुम मेरे मरद से चुदवा लो, बरखा ?
- सच सपना ? तो क्या तुम मुझे अपने मरद से चुदवाने दोगी ?
- हां हां बिल्कूल चुदवाने दूँगी। तुम आज ही उससे चुदवा लो। मैं उसे अभी बता देती हूँ ।
- यार एक बात बताओ वह मुझे चोदने के लिए तैयार हो जायेगा ?
- अरे यार, तैयार हो जायेगा नहीं बल्कि तैयार है ? वह मुझे चोदते समय तेरा नाम लेता है बरखा ? तुझे तो वह दौड़ कर चोदेगा।
चुके थे। उसके बाद हम तीनो ने नास्ता पानी अचानक सपना मुझे आँख मारती हुई बोली बरखा तुम मेरे हसबैंड से बातें करो मैं थोड़ी देर में आती हूँ। ऐसा कह कर वह चली गयी और तब हम दोनों थोड़ा फ्री होकर और नजदीकियों से बातें करने लगे। मेरी उत्सुकता बढती जा रही थी। मैंने कहा सागर तुम अपनी बीवी के साथ सेक्स करते समय मेरा नाम लेते हो। क्या यह सही है ? वह बोला हां बात तो सही है। क्योंकि आप मुझे बहुत अच्छी लगतीं हैं। मैंने भी बड़े प्यार से कहा मैं भी तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ सागर। नस ऐसा कह कर मैं उसकी उसकी बाहों में झूल गयी। उसने भी मेरे कमर के हाथ डाल दिया।
धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे से चिपक गए। फिर उसने मेरी चूँचियाँ दबायीं तो मैं भी उसका लण्ड टटोलने लगी। बस २ मिनट में ही मेरे हाथ में उसका नंगा लण्ड आ गया और उसके हाथ में मेरी नंगी चूँचियाँ। उसका तना हुआ लण्ड मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। आज शादी के बाद पहला ग़ैर मरद का लण्ड मेरे हाथ में था। मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था। मैंने उसे जबान निकाल कर चाटने लगी और वह भी मेरी चूत पर हाथ फिराने लगा मेरी चूँचियाँ मसलने लगा और मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा। फिर वह मुझे पलंग पर ले गया और लिटा दिया। लिटाने के बाद वह मेरे ऊपर चढ़ गया और मैं यही चाहती थी की वह मेरे ऊपर चढ़े। उसने मेरे गाल चूमे मेरे होंठ चूमे और मेरी गर्दन भी चूमी। फिर अचानक वह घूम गया और उसका लण्ड मेरे मुंह पर आ गया। उसका मुंह मेरी दोनों टांगों के बीच घुस गया। हम दोनों 69 बन गये। मैं लौड़ा पूरा का पूरा मुंह में घुसा कर चूसने लगी। मुझे पेल्हड़ चूमने में भी मज़ा आ रहा था।
फिर मुझसे न रहा गया। मैंने कहा सागर यार अब पेल दो अपना लण्ड मेरी चूत में। चोद डालो मेरी चूत। फाड़ डालो मेरी बुर चोदी बुर। मैं बहुत ज्यादा ही जोश में गयी। मैं क्या करती मेरी चूत की आग भड़की हुई थी इसलिए मैं कुछ भी बोले जा रही थी। वह भी जोश में आ गया और फिर उसने लौड़ा घुसा दिया मेरी चूत में और चोदने लगा। मैं भी बिंदास चुदवाने लगी. मुझे किंचित मात्र भी इस बात का मलाल नहीं था की मैं किसी ग़ैर मरद से चुदवा रही हूँ। सच में मुझे आज सबसे ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं अपनी गांड उचका उचका चुदवाने लगी और बोली सागर मैं तेरी बीवी हूँ मुझे चोदो। मुझे रंडी की तरह चोदो। मैं तेरी रखैल हूँ, मुझे चोदो। मैं तुम्हे प्यार करती हूँ यार ,मुझे चोदो। हाय दईया, तेरा लण्ड बड़ा मोटा है। मेरी चूत के चीथड़े उड़ा रहा है। तेरा बेरहम लण्ड मेरी चूत का हलवा बना देगा आज। मैं बहुत ज्यादा ही एक्ससाइटेड हो गयी। थोड़ी देर में ही मेरी चूत ढीली होने लगी। मैं समझ गयी की अब मैं खलास हो जाऊंगी।
मुझे ऐसा संकेत मिला की वह झड़ने वाला था। तो मैंने खुम कर उसका लण्ड मुठ्ठी में ले लिया और खचाखच सड़का मारने लगी। बस एक मिनट में ही उसके लण्ड ने पिचकारी मेरे मुंह में मार दी। मैंने मुंह खोले हुए उसका सारा वीर्य पी गयी। मुझे सागर का लण्ड पीने में बड़ा मज़ा आया।
अगला दिन छुट्टी का दिन था। मैंने सपना को बुला लिया। उसे अपने पति आशीष से मिलवाया तो वह बहुत खुश ही। आशीष भी उससे मुस्काराकर कर बातें करने लगा। मैंने कहा यार सपना आज मैं तुम्हे चाय नहीं व्हिस्की पिलाऊंगी। वह मान गयी और फिर हम तीनो व्हिस्की पीने लगे। मैंने देखा की मेरा पति सपना की उभरी हुई चूँचियाँ बार बार देख रहा था। सपना डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहन कर आयी थी। उसका पल्लू गिरते ही उसके बड़ी बड़ी मस्त चूँचियाँ झाँकने लगतीं थीं। सपना मुझसे ज्यादा खूब सूरत है इसमें कोई शक नहीं है। मैं बड़े गौर से अपने पति को देख रही थी। वह शर्मा तो बिलकुल नहीं रहा था बल्कि सपना से हंस हंस कर खूब बातें कर रहा था। फिर मैं अंदर गयी और वहां से सपना को इशारा किया की मैं बाहर जा रही हूँ इसी बीच तुम मेरे पति से चुदवा लेना। उसने आँखों से 'हां' का इशारा किया। मैं बाहर आयी और बोली यार सपना मैं ज़रा बाहर जा रही हूँ। तुम मेरे पति से बातें करो मैं कुछ देर में आ जाऊंगी। मैं मुस्काराती हुई बड़ी मस्तानी अदा से बाहर चली गयी।
सपना ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। मैं दो घंटे के बाद वापस आयी और तब मैंने दोनों को उसी अवस्था में देखा जिस अवस्था में मैं उन्हें छोड़ कर गयी थी। मैं समझी की कुछ हुआ ही अनहि। पर सपना ने मुझे आँखों से इशारा किया की सब कुछ हो गया और अच्छा हो गया। जब वह जाने लगी तो माइए कहा आशीष मैं इसे छोड़ कर आती हूँ। मैं सपना के साथ उसकी कार में बैठ गयी और तब उसने मुझे सारी कहानी बताई। उसके कहा - यार बरखा तेरा पति शर्मिला नहीं है यार। वह तो भोसड़ी का बड़ा बेशर्म है और मुझे चोदने में उसने कोई कसर नहीं छोड़ी। एक बात और बता रही हूँ बरखा तेरे पति का लण्ड मेरे पति के लण्ड से मोटा है और ज्यादा कड़क है यार। उसने तो मेरी चूत का खूब बाजा बजा दिया और मुझे चुदवाने में बड़ा मज़ा आया। इतने मज़ा तो मुझे अपने पति से चुदवाने में नहीं आता। और हां सुनो बरखा एक बार चुदवाने से मेरा मन नहीं भरा मैं तो तेरे पति अभी और कई बार चुदवान चाहती हूँ। मैं यह बात सुनकर खुश हो गयी की मेरे पति किसी और की बीवी बड़ी मस्ती से चोदता है।
सपना बोली - यार बरखा एक बात और मैंने पूंछा तेरे पति से। मैंने पूंछा आशीष किसी और की बीवी चोदने के लिए क्या तुम अपनी बीवी किसी और से चुदवा सकते हो ? वह बोला हां बिलकुल चुदवा सकता हूँ। मैं तो चाहता हूँ की मेरी बीवी किसी और से चुदवाये और मैं किसी और की बीवी चोदूँ ?
मैं यह बात सुनकर ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी। इस बात ने मेरा हौसला बढ़ा दिया।
दूसरे दिन मुझे सपना का फोन आ गया। वह बोली बरखा मैंने अपनी सहेली लीला से बात की है। वह "wife swapping" करने के लिए तैयार है। तुम उससे बात कर लो और इस मौके का फायदा उठा लो। मैंने फ़ौरन लीला से बात की और उसे डिनर पर आमंत्रित कर लिया। वो दोनों मेरे घर शाम को आ गए। मैं उससे मिली और उसके पति करन से मिली और वो दोनों मेरे पति आशीष से मिले। परिचय के बाद हम चारों ड्रिंक्स पर डाइनिंग टेबल पर बैठ गए . मुझे यह भी मालूम हुआ की मिसेज लीला अपनी बड़ी बड़ी मस्तानी चूँचियों के लिए मशहूर है। वह ग़ैर मर्दों के लण्ड पीने के लिए भी मशहूर है। मेरा पति से उसे बड़े गौर से देखने लगा और मैं उसके पति के लण्ड के बारे में सोंचने लगी।
मिसेज लीला बोली - बरखा यार, मुझे सपना ने सब कुछ खुल कर बता दिया है। और मैं बिना किसी भूमिका के यह कहना चाहती हूँ की हम दोनों आपके साथ "wife swapping" का मज़ा लेने आयी हूँ। बस उसने मेरे पति आशीष की जांघ पर हाथ रख दिया। उधर मैंने भी उसके पति करन की जांघ पर हाथ रख दिया। मेरा हाथ धीरे से उसके लण्ड तक पहुँच गया और मैंने उसे ऊपर से ही दबा दिया। लीला भाभी ने आगे बढ़ कर मेरे पति के गाल चूम लिए। तब तक दो दो पैग शराब ख़तम हो चुकी थी। हम लोग नशे का भी मज़ा लेने लगे। हम सबकी हिम्मत और बढ़ गयी। डाइनिंग टेबल पर मैंने करन को गले लगा लिया और लीला ने मेरे पति आशीष को। मैंने उसके पति को किस किया उसने मेरे पति को। फिर हमने तीसरा पैग भी खाली कर दिया और अब हम लोग नशे के साथ साथ सेक्स का मज़ा लेने के लिए उतावले हो गए।
करन का हाथ पकड़ा और उसे बेड रूम ले गयी। मुझे देख कर मेरे पति ने लीला भाभी का हाथ पकड़ा और उसे उसी बेड रूम में ले आयी। मैंने करन के कपड़े उतार दिया और उसे चड्ढी में अपने सामने खड़ा कर दिया। फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिया। मैं मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयी। मेरी चूँचियाँ और मेरी चूत देख कर करन का लण्ड चड्ढी के बाहर आने के लिए आतुर हो उठा। उधर लीला भाभी भी नंगी हो चुकी थी। उसकीचूँचियाँ देख कर मेरा पति तो पागल हो गया। वो तो अपना लण्ड उसमे घुसाने के लिए बेताब हो गया। इधर मैंने करन की चड्ढी खोली तो उधर लीला ने मेरे पति की चड्ढी उतार दी। मेरा पति भी नंगा हो गया और करन भी नंगा हो गया। मैंने करन का लण्ड पकड़ा और उसे चूम कर सहलाने लगी। उधर लीला मेरे पति का लण्ड बड़े प्यार से हिलाने लगी। हम दोनों एक दूसरे के पति का लण्ड एक दूसरे को देख देख कर चूसने लगीं। आज तो मुझे और अच्छा लग रहा था।
फिर क्या करन ने लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया और चोदने लगा। मेरा पति भी लीला भाभी की बुर चोदने लगा। यह पहला मौक़ा था जब मेरा पति मेरे सामने किसी और की बीवी चोद रहा था और मैं किसी और के हसबैंड से चुदवा रही थी। मैं यही तो चाहती थी। आज मेरी तमन्ना पूरी हुई तो मेरा चेहरा खिल उठा।
लीला बोली - हाय बरखा सपना ठीक ही कह रही थी। तेरे मियां का लण्ड बड़ा मोटा तगड़ा है यार। मुझे तो एक ही नज़र में पसंद आ गया।
मैंने कहा - हां यार तेरे मियां का भी लण्ड जबरदस्त है और मुझे इससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आएगा।
उसके बाद जब करन ने लण्ड पेला मेरी चूत में तो मैं चिल्ला पड़ी उई माँ फाड़ डाला इस मादर चोद लण्ड ने मेरी चूत। और फिर मैं खुद धकाधक चुदवाने लगी। मुझे तो यह देख कर मज़ा आ रहा था की मेरा पति आशीष जो पहले बहुत शर्मिला था आज वह भकाभक लीला की बुर लेने में जुटा है। उस दिन आशीष में लीला को आगे से, पीछे से, ऊपर से, और नीचे से भी चोदा। सबसे बाद में जब उसने लीला भाभी को अपने लण्ड पर बैठा एके चोदा तो मुझे अभूत ही अच्छा लगा।
इस तरह दोस्तों, मैं अपने पति से मिसेज उषा तिवारी की बुर, मिसेज पूजा घोष की बुर और मिसेज कामिनी तनेजा की भी बुर अपने सामने चुदवाई। मेरा पति दूसरों की बीवियां चोदने में एक्सपर्ट हो गया और मैं दूसरों के पतियों से चुदवाने में एक्सपर्ट हो गई। अब हाल यह है की मैं हर रोज़ २/३ नये नये लण्ड अपनी चूत में पेलती हूँ और जवानी का पूरा पूरा मज़ा लेती हूँ।
Click on Search Button to search more posts.
