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कुवांरी हूँ मगर सबसे चूत और गांड चुदवाती हूँ - Kuwari hun magar sabse chut aur gand chudai
शादी नहीं की, भाभी कहलाती हूँ
कुवांरी हूँ मगर , सबसे चुदवाती हूँ
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पूजा घोष मेरा नाम है दोस्तों. मैं २२ साल की एक बेहद ब्यूटीफुल, सेक्सी और हॉट लड़की हूँ। मैं बड़ी बड़ी आँखों वाली, बड़े बड़े बालों वाली और बड़ी बड़ी चूँचियों वाली लड़की हूँ। मैं गोरी चिट्टी हूँ, पढ़ी लिखी हूँ, इंग्लिश फर्राटेदार बोलती हूँ और अक्सर लोगों की बोलती बंद कर देती हूँ। मैं एक बंगाली मद मस्त लड़की हूँ। बचपन से डांस का शौक रहा है और आज भी है। मुझे ड्रिंक्स लेने का भी शौक है और सिगरेट पीने का भी। मैं अपनी मम्मी के साथ १५ साल की उम्र से शराब पी रही हूँ। मैं आपको सच सच बता रही हूँ की मुझे इसी उम्र में लण्ड पीने की भी आदत पड़ गयी। मैं जिनके साथ डांस करती थी उन्ही के लण्ड डांस ख़तम होने के बाद पीने लगी। यह बात मेरी मम्मी को बहुत दिनों के बाद मालूम हुई।
मेरी मम्मी का नाम है मिसेज सुनीता घोष। वह ४४ साल की हैं और बहुत मद मस्त हैं। शराब खूब पीती हैं। मर्दों की महफ़िल में बैठतीं हैं और खूब एन्जॉय करतीं हैं। उसे भी डांस करने का बड़ा शौक है और शराब पीकर डांस करना उसका पसंदीदा खेल है। मम्मी इसके अलावा और क्या क्या करतीं हैं यह मुझे कतई मालूम नहीं था. हां यह जरूर मालूम था की मेरी मॉम को गालियों का बड़ा शौक है। वह गालियां खूब देतीं भी हैं और लोगों की गालियां एन्जॉय भी खूब करती हैं। वह हंसमुख है और खूब गन्दी गन्दी बातें और नॉन वेज जोक्स से भी कोई परहेज नहीं करतीं। खूब लोगों को सुनाती भी हैं और सुनती भी हैं। पहले मैं मम्मी के सामने और कभी मम्मी के साथ भी डांस करती थी। धीरे धीरे मैं अकेलें भी डांस करने लगी। मेरी उम्र बढती गयी और डांस के बाद चुपके चुपके लड़कों के लण्ड पीने लगी। इसी बीच मुझे पोर्न फिल्म देखने का भी शौक हो गया और लण्ड कितनी मस्ती से पिया जाता है यह मैंने इन्ही फिल्मों से सीखा। मुझे लण्ड पीना बहुत अच्छा लगा और मैं बिना रुके लण्ड पीती चली गयी । लण्ड का मुठ्ठ मारना और मुठ्ठ मार लण्ड पीना मेरी हॉबी बन गई।
आप यह सोंचते होंगें की मैंने चुदवाना क्यों नहीं शुरू किया तो मैं आपको बताना चाहती हूँ की मुझे चुदवाने से डर लगता था। मैं सोंचती थी की कहीं मैं पकड़ी न जाऊं ? कहीं कुछ गड़बड़ न हो जाये ? कहीं कोई मेरी गलती का फायदा न उठा ले ? इसलिए मैं लण्ड पकड़ती गयी, चाटती और चूसती गयी, लण्ड का मुठ्ठ मारती गयी और लण्ड पीती गयी। मुझे सच में अच्छा लगने लगा। हां मुझे नए नए लण्ड का मुठ्ठ मारने में मज़ा आता था। एक दिन मेरे निखिल मौसा आ गए। मेरी मौसी नहीं आई। वह अकेला ही था। मम्मी ने उसकी खूब आव भगत की। फिर हम तीनो लोग घूमने गए, शाम को फिल्म देखने भी गए और डिनर भी बाहर ही किया। सच में मुझे उस दिन बड़ा अच्छा लगा। रात को मैं अपने बिस्तर पर लेटी थी और सो गयी थी।
उस समय मेरी उम्र १९ साल की हो चुकी थी। रात में मैं बाथ रूम के लिए उठी। मैं जब वापस आ रही थी तो देखा की मम्मी के कमरे की लाइट जल रही है। लाइट बहुत धीमी थी लेकिन मैंने पहले कभी यह लाइट नहीं देखी थी। इसलिए मैं खिड़की से झाँक कर चुपचाप देखने लगी की अंदर क्या हो रहा है ? मैं यह देख कर दंग रह गयी की मम्मी एकदम नंगी बैठी हैं और मौसा जी भी बिलकुल नंगे बैठे हैं। दोनों अगल बगल सोफा पर ही बैठें हैं। मौसा मम्मी की चूँचियाँ मसल रहा है और मम्मी उसका लण्ड पकड़ कर आहिस्ते आहिस्ते सहला रहीं हैं। लण्ड तो एकदम टन्नाया हुआ था। उसका सुपाड़ा एकदम बाहर निकला हुआ था। इतना बढ़िया लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया। मैं अपने होंठ चाटने लगी। मेरी चूत गन गना उठी और गीली हो गयी। मेरा मन हुआ की मैं अभी कमरे में घुस जाऊं और लण्ड मुंह में ले लूं क्योंकि मुझे तो लण्ड पीने की आदत थी। लेकिन मैं चुपचाप देखने लगी। तब तक मम्मी लण्ड चाटने लगीं। मैं दौड़ कर गयी और अपने बेड से मोबाइल उठा लाई। मैं लण्ड का वीडियो बनाने लगी। फिर मेरे मन में आया क्यों न हम आज की पूरी फिल्म का ही वीडियो बना ले। मैंने मोबाइल पर वीडियो सेट कर दिया और बड़े ध्यान से लाइव ब्लू फिल्म देखने लगी।
फिल्म देखते समय मेरे भी कपड़े अस्त व्यस्त हो गए थे मैं भी बहुत चुदासी हो गयी थी । मेरी लण्ड पकड़ने की इच्छा बढ़ गयी पर मैं मजबूर थी। मेरे पास उस समय कोई लण्ड नहीं था। लेकिन सवेरे सवेरे ही मैं अपने बॉय फ्रेंड के पास पहुँच गयी और फिर एक अच्छी जगह ढूंढ कर मैंने उसका लण्ड पहले तो खूब चाटा, चूसा और फिर मुठ्ठ मार कर लण्ड मस्ती से पिया। तब कही जाकर मेरी गर्मी कुछ हद तक शांत हुई। एक दिन मम्मी किसी से मोबाइल पर बात कर रहीं थीं। बातें बड़ी मसालेदार थीं तो मैं भी बड़े ध्यान से सुनने लगी।
बात करते करते मम्मी बोली - वाओ, क्या कह रही हूँ भोसड़ी की ,,,,,,,,,? अच्छा, उसका लौड़ा इतना मोटा है ? पर वह तो साला इकहरे बदन का ही लड़का है ,,,,,,,,,,,,? हां हां होता है ऐसा ? बड़े आदमी का लण्ड छोटा होता है और छोटे आदमी का लण्ड बड़ा होता है,,,,,,,,,,,,,,, उसकी माँ का भोसड़ा ? वो मेरा क्या उखाड़ लेगी ,,,,,,,,,,,? वो तो बुर चोदी डांस ख़तम होने के बाद अपनी बुर जरूर चुदवाती है। उसकी बहन का लण्ड ,,,,,,,,,,? मैं उसकी किसी दिन गांड मारूंगी तब उसे पता चलेगा ,,,,,,,,,? ठीक है अपनी माँ चुदाने लगी है तो अच्छा ही है ,,,,,,,,,,,,,? हां यार जानती हूँ की आजकल बीवियां अपने मरद से कम पराये मर्दों से ज्यादा चुदवाती हैं ,,,,,,,,? किसी दिन उसकी झांटें उखाडूँगी सबके सामने ,,,,,,,,? यार उन लोगों में चुदाई खुल्लम खुल्ला होती है ,,,,,,,,,,? उसकी नन्द की माँ की चूत ,,,,,,,, फिर मुझे बताना जरूर , ओ के.
बात ख़तम होने पर उसने देखा की मैं सामने ही खड़ी हूँ। मम्मी बोली पूजा अब तुम जवान हो गयी हो। २१ साल + की हो गयी हो तुम बेटी। मैं तुमसे कुछ भी छिपाना नहीं चाहती। तुमने अगर हमारी बातें सुन लीं हैं तो कोई बात नहीं। एक बात सुन लो अगर बोल्ड बनना है और दुनिया से लड़ाई लड़ना है तो सबसे पहले गालियां देना सीखो जैसे मैं दे रही थी। थोड़ा बेशर्म हो जाओ, शर्माना बंद कर दो और हर बात खुल्लम खुल्ला कहा करो। बहन चोद मादर चोद साफ़ साफ बोलना सीखो। मैंने कहा मम्मी मैं सच में बहुत बोल्ड हूँ। किसी भोसड़ी वाले की दम नहीं है जो मुझे ऊट पटांग की बातें कर सके ? कोई मुझे हाथ लगा के तो देखे मैं उसकी माँ चोद दूँगी। मम्मी बड़े प्यार से बोली - तेरी माँ की बिटिया की बुर, पूजा ? मम्मी ने मुझे ललकार दिया तो मेरे भी मुंह से निकला - मम्मी, तेरी बेटी की माँ की चूत। मम्मी मेरी जबाबी गाली सुनकर बहुत खुश हुई और मेरे गाल थपथपा कर चली गयी।
मैं समझ गयी की आज मम्मी का मूड बड़ा रोमांटिक है।
आज रात भर "लण्ड" चोदने का प्रोग्राम है
मैं भी कुछ रोमांटिक मूड में थी। तभी मेरा फोन बज उठा। मैंने देखा की फोन मिसेज सपना चौधरी का है । वह बोली यार पूजा आज मेरे घर में सेक्स पार्टी है, यह पार्टी रात भर चलेगी और इस पार्टी में सबके लण्ड चोदे जायेगें। सभी बिवाहित और अबिवाहित लड़कियां सबके लण्ड चोदेंगीं इसलिए पूरे इंतज़ाम से आईयेगा। मैं आपको आमंत्रित कर रही हूँ क्योंकि मैंने सुना है की आपक लण्ड बहुत अच्छी तरह से चुसतीं हैं, लण्ड अच्छी तरह पीती हैं और लण्ड अच्छी तरह चोदती भी हैं। हालांकि मैं लण्ड चाटती, चूसती और पीती जरूर थी पर चोदती नहीं थी लेकिन मैंने मन बना लिया की अब मैं लण्ड चोदूँगी भी और अच्छी तरह चोदूँगी। फिर क्या ? मैंने हां कह दिया और फिर मैं इंतज़ाम करने लगी। सबसे पहले मैंने अपनी झांटें ट्रिम करवायीं इसके लिए मुझे पार्लर जाना पड़ा। मैंने जींस और टॉप पहन लिया वह भी बिना ब्रा के। मेरे बाल खुले हुए थे और हल्का सा मेकप कर लिया। मैं टाइम पर पहुँच गयी।
सपना मुझे बाहर ही मिल गयी और वह सीधे मुझे वहां ले गयी जहाँ लोग धीरे धीरे इकठ्ठा हो रहे थे। कुछ लड़के और कुछ लड़कियां आ चुकी थीं। जिनकी शादी हो चुकी थी उनकी मांग में सिन्दूर झलक रहा था। मैं समझ गयी की किन किन लड़कियों की शादी हो चुकी है। मैं तो कुवांरी थी हां बिंदी जरूर माथे पर लगा लिया था। कुछ लड़कियां लगभग मेरे उम्र की थीं, कुछ सपना की उम्र की और कुछ मेरी माँ के उम्र की। सब की सब २१ और ४५ साल के बीच की थीं और बेहद खूबसूरत थीं। यही हाल मरदों का भी था। कुछ मस्त जवान लड़के थे कुछ ३५ से ४५ साले के थे और कुछ ४५ से ५५ साल के। लेकिन मरद भी सभी बड़े हैंडसम थे, स्मार्ट थे और वेल बिल्ट थे। मैं भी जाकर उनके बीच में बैठ गयी। सपना महफ़िल में अपनी बड़ी बड़ी चूँचियाँ खोल कर सबके सामने आ गयी। वह बड़ी हॉट लग रही थी। नीचे उसने एक छोटी की तौलिया लपेट ली थी। उसने सबका परिचय दिया तब मालूम हुआ की आज की यह पार्टी बहुत ही शानदार होने वाली है।
सपना फिर बोली - सबसे पहले मैं आप सब का वेलकम करती हूँ। आज की यह पार्टी मैंने खुद अपने घर में मौज़ मस्ती के लिए बुलाई है। इसलिए मेरे प्यारे भोसड़ी वालों और भोसड़ी वालियों, बुर चोदी और बुर चोदियों मेरी बात मन लगा कर सुनो। आज की यह पार्टी "free style sucking and fucking" की पार्टी है। कोई भी किसी के साथ सेक्स कर सकता है और सेक्स कर सकती है। कोई 'न' नहीं कहेगा या कहेगी और कोई भी किसी तरह की जबरदस्ती भी नहीं करेगा, नहीं करेगी। लड़कियों को प्यार से गालियां देने की आज़ादी है लेकिन मरदों को गाली देने की आज़ाद नहीं है। वे सब लड़कियों की गालियां एन्जॉय करेंगें। अब तुम सब लोग शराब पियो, सिगरेट पियो, लण्ड पियो चूँची पियो, बुर चाटो और धीरे धीरे अपने अपने कपड़े उतारो। फिर जो चाहो करो। उसके बाद चूत चोदो लण्ड चोदो और खूब मज़ा लूटो ? यहाँ माँ बेटी, सास बहू, नन्द भौजाई भी हो सकतीं हैं पर इस पार्टी में केवल एक ही रिस्ता होगा और वह है लण्ड और चूत का रिस्ता ? बाकी रिश्तों की माँ का भोसड़ा ?
सबने तालियां बजाई और सबका हौसला बढ़ाया। सब लोग शराब पर टूट पड़े। मैं भी एक पैग लेकर बाहर आ गयी और अपने टॉप के दोनों बटन खोल दिया। मेरी दोनों मद मस्त चूँचियाँ छलक कर बाहर आ गयीं। मैंने एक ही घूंट में गिलास खाली कर दिया और दूसरा पैग लेने के लिए भीड़ में घुस गयी। तभी मेरा बदन एक मस्त जवान लड़के से टकरा गया। वह केवल नेकर पहने हुए था। मैंने उसकी कमर के हाथ डाला और शराब पीने लगी। उसने भी मेरी कमर में हाथ डाल दिया। वह मेरी चूँचियाँ प्यार से मसलने लगा तो मैंने भी अपना हाथ उसकी नेकर में घुसेड़ दिया। मेरा हाथ उसके लण्ड से टकरा गया। मैंने कहा वाओ तेरा लण्ड तो खड़ा है, यार ? मैंने तभी नेकर नीचे खींच कर उतार दी। वह मेरे आगे नंगा हो गया। लण्ड मेरे हाथ में आते ही मेरा मुंह अपने आप खुल जाता है। वहीं एक स्टूल पड़ा था मैं स्टूल पर बैठ गयी और उसके लण्ड की कई बार चुम्मी ली और फिर लण्ड चाटने चूसने लगी। मैं पूरे मूड में आ गयी थी । तब तक एक और लड़का मेरी चूचियां दबाने लगा। वह लड़का जिसका मैं लण्ड चाट रही थी वह किसी और लड़की की चूँचियाँ दबाने लगा।
थोड़ी देर में उस लड़के में अपना लण्ड मेरे कंधे पर रख दिया और बोला पूजा भाभी लो मेरा भी लण्ड पियो। उसके मुंह में भाभी सुनकर मेरे बदन में आग लग गयी। उसके मुंह से भाभी सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं उसका भी लण्ड चूसने लगी। यह पहला मौका था जबकि मेरे हाथ में दो दो लण्ड थे। मैं अपनी को बड़ी लकी समझने लगी। फिर पहले वाले ने मुझे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ बैठा। लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और चोदने लगा। मैं दूसरे वाले का लण्ड चूसते हुए चुदवाने लगी। आज मुझे एक नए तरह का मज़ा मिलने लगा। मैं भी अपनी गांड उठा उठा के चुदाई में सहयोग करने लगी। थोड़ी देर में दोनों ने जगह बदल ली। चोदने वाले ने लण्ड मेरे मुंह में डाला और मुंह वाला लण्ड मेरी चूत में घुस कर चोदने लगा। मुझे जब कोई लण्ड अदल बदल कर चोदता है मैं उसे खूब एन्जॉय करती हूँ। मैंने कहा हाय मेरे राजा बड़ा मज़ा आ रहा है। मुझे खूब चोदो। पूरा लौड़ा घुसेड़ के चोदो। मुझे अपनी बीवी समझ के चोदो। मैं सच में बहुत चुदासी हूँ। तेरा लण्ड मुझे बड़ा मज़ा दे रहा है। वह भी मेरी बातें सुनकर मस्त हो गया और चुदाई की स्पीड बढ़ा दी। लण्ड के अंदर बाहर करने की रफ़्तार तेज कर दी तो मुझे ज़न्नत का मज़ा मिलने लगा.
फिर मैंने चारों तरफ नज़र दौड़ाई तो देखा की कोई लण्ड चूस रही है, कोई लण्ड अपनी चूँचियों में पेले हुए है, कोई लण्ड अपनी चूत पर रगड़ रही है, कोई लण्ड गांड में घुसेड़े हुए है, कोई लण्ड का मुठ्ठ मार रही है, कोई झड़ता हुआ लण्ड चाट रही है। मुझे सबकी तरह तरह की चुदाई देखने में उतना ही मज़ा आ रहा था जितंना की अपनी बुर चुदवाने में।
अचानक किसी ने पीछे से कहा :- अरी बुर चोदी पूजा तू भोसड़ी की यहाँ क्या कर रही है ?
मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वह मेरी अलका मौसी थीं।
मैंने कहा :- हाय दईया,अलका मौसी तू यहाँ क्या कर रही है बहन चोद ?
वह बोली ;- मैंने तेरी माँ की बहन का भोसड़ा चुदवा रही हूँ ?
मैंने भी कहा :- तो मैं भी तेरी बहन की बिटिया की बुर चुदवा रही हूँ।
वह बोली :- तू तो बहुत हरामजादी हो गई है पूजा ? तेरी माँ की चूत ?
मैंने कहा :- तू भी भोसड़ी की बड़ी मादर चोद हो गई है ? तेरी बहन का भोसड़ा ?
फिर हम दोनों खूब हसने लगीं
तभी मेरे हाथ में एक और लण्ड आ गया मैंने वही लण्ड मौसी की बुर में पेल दिया। मौसी की बुर चुदने लगी।
इतने में एक और आवाज़ आयी अरे पूजा इधर आ न ? मैंने उसके पास गयी और बोली अरे ममता तू भी यहाँ गांड मराने आयी है ? वह बोली हां यार मैं तो यहाँ आ गयी हूँ बस। अब ये लोग चाहे मेरी गांड मारे चाहे मेरी बुर चोदे मुझे क्या ? पर यार ले तू मेरे हसबैंड का लण्ड पी ले ? उसने अपने पति का लण्ड मुझे पकड़ा दिया। मैंने कहा तो फिर तू क्या करेगी ? वह बोली मैं किसी और के हसबैंड का लण्ड पियूँगी ? फिर मैंने देखा की मेरी एक और सहेली रफ़ा एकदम नंगी नंगी किसी का लण्ड पकड़े हुए आ रही है। मैंने पूंछा अरे रफ़ा तू बुर चोदी किसका लण्ड पकड़े हुए कहाँ जा रही है ? वह बोली अरे पूजा तू यहाँ क्या अपनी माँ चुदाने आयी है ? मैंने कहा नहीं यार मैं तो अपनी बुर चुदाने आयी हूँ। पर ये कौन है ? किसका लण्ड है तेरे हाथ में ? वह बोली ये मेरा भोसड़ी का अब्बू है, और ये है इसका मादर चोद लण्ड ? उसने मुझे लण्ड दिखाते हुए कहा। फिर बोली मैं इसे अपनी नन्द की बुर में पेलने जा रही हूँ।
मैंने कहा तू अपनी नन्द भी चुदाने आयी है। उसने कहा मैं नन्द ही नहीं नन्द की माँ भी चुदाने आयी हूँ. मैंने कहा यार तू पहले अपने अब्बू का लण्ड मुझे पकड़ा दे। मैंने कभी मुस्लिम लण्ड नहीं देखा ? उसने लण्ड फ़ौरन मुझे पकड़ा दिया और कहा तो फिर आज तुम मजे से देख लो मुस्लिम लण्ड ? मैंने लण्ड हाथ में लिया तो सच में मज़ा आ गया। उसका सुपाड़ा देख कर मैं मस्त हो गयी। लण्ड का गूला साला बड़ा खूबसूरत लग रहा था। लगभग ८ १/२" का लण्ड पकड़ कर मेरी चूत गन गना उठी। मैंने कहा रफ़ा तेरे अब्बू का लण्ड तो बड़ा हक्कानी है यार ? वह बोली हां पूजा तभी तो ये साला घर भर की बहू बेटियां चोदा करता है। इसे शराब पीने का और बुर चोदने का बड़ा शौक है। इससे जो एक बार चुदवा लेती है वह बार बार चुदवाने आती है और अपनी बहू बेटियां भी चुदवाने आती है। कई लड़कियां तो खुले आम अपनी माँ चुदवाने आती हैं। शराब पीने के बाद इसे केवल बुर दिखाई पड़ती है और कुछ नहीं ? इसे खाना मिले चाहे न मिले पर बुर जरूर मिले ?
मैंने फिर रफ़ा के अब्बू से खूब भकाभक चुदवाया।
तब मैंने देखा की सपना बड़े मजे से किसी का लण्ड चोद रही है। मुझे उसे लण्ड चोदते हुए देख कर बड़ा मज़ा आ रहा था। मैंने उसके नजदीक गयी तो देखा की उसके बगल में मेरी मौसी भी भकाभक लण्ड चोद रही। हैं मैंने पूंछा अरी बुर चोदी मौसी तू किसका लण्ड इतनी मस्ती से चोद रही है ? वह बोली ये है सपना के मियां का लण्ड जिसे मैं चोद रही हूँ। और उधर देख सपना मेरे देवर का लण्ड चोद रही है। तब मुझे बालूम हुआ की मौसी अपने देवर से चुदवाती है और आज उसे यहाँ और लोगों की बीवियां बेटियां और बहुये चोदने के लिए लेकर आयी है। शायद इसीलिए मौसा भी दूसरों की बीवियां चोदता है। क्योंकि मौसा भी उस दिन मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा था।
मैंने कहा - मौसी तू है भोसड़ी वाली बहुत बड़ी चुदक्कड़ ? घर में अपने देवर से चुदवाती है और यहाँ दूसरे मरदों से चुदवाने आती है। तेरा देवर दूसरों की बीवियां चोदने आता है।
मौसी भी मस्ती से बोली - अरे पूजा अभी तो यह मेरी बहन की बिटिया की बुर भी चोदेगा ? और सुन माँ की लौड़ी पूजा अभी तो मैं तुझे सपना के मियां के लण्ड पर भी बैठाऊंगी।
उन दोनों की बातों से मेरे बदन की गर्मी और बढ़ गयी। इतने में दो लड़के नंगे नंगे मेरे सामने और आ गए, बोले पूजा भाभी अब हम दोनों मिलकर तेरी बुर चोदेंगें। मैंने उन दोनों के लण्ड एक साथ पकड़ लिए और कहा चोदो न भोसड़ी वालों मेरी बुर ? तुम्हे किसने मना किया है ? उन दोनों ने फिर मेरी चूत में लण्ड पेल पेल कर खूब मजे से चोदा। मुझे वह चुदाई आज भी याद है।
मैं जब २५ साल की हुई तो मेरी सर्विस लग गयी और मैं दिल्ली चली गयी। वहां एक फ्लैट लेकर अकेली ही रहने लगी। 'भाभी' शब्द ने मुझे झकझोर रखा था। इसलिए मैंने भाभी का रूप धर लिया। मांग में सिन्दूर लगा लिया, हाथों में चूड़ियां पहन ली, माथे में बिंदी लगा ली और बदन पर साड़ी ब्लाउज़ पहने लगी। इस तरह मैं एक बिवाहिता औरत बन गयी और अब तो लड़के मुझे सच में भाभी ही कह कर पुकारने लगे। मुझे यह सुनने में अच्छा लगने लगा। मैं भी लड़कों को लिफ्ट देने लगी और मज़ा लेना लगी की लड़के किसी बिवाहित लड़की से कैसे पेश आतें हैं ? पहली बात तो यह है की हर देवर अपनी भाभी का कहना मानता है , दूसरी बात यह है की हर देवर अपनी भाभी को लण्ड पकड़ाना चाहता है, अपनी भाभी की बुर लेना चाहता है और तीसरी बात यह है की हर देवर अपनी भाभी को अपने सारे राज़ बता देता है। मैं इन सभी बातों का मज़ा लेने लगी।
मुझे एक लड़का ऐसा मिला जो मेरे ऑफिस में अक्सर आया करता था। मैंने उसे लिफ्ट दी तो वह मेरे घर भी आने लगा। पहले २/३ बार तो मैंने उसे चाय वगैरह पिला कर रफ्फू चक्कर कर दिया लेकिन एक दिन मैंने उसे रोक लिया। गर्मी के दिन थे। बाहर लू बहुत चल रही थी। मैंने उसे बैठाया और व्हिस्की निकाल कर उसे सर्वे कर दीं। मैं उसके साथ बैठ कर शराब पीने लगी। मैंने केवल एक हल्का सा गाउन। ब्रा नहीं थी और मेरी चूँचियाँ आधी से अधिक खुली हुई थीं। उसकी नज़रें बार बार वहीं टिक जाती थीं।
- मैंने कहा - रंजन, तुम क्या करते हो ?
- वह बोला मैं एम. बी. ए. कर रहा हूँ।
- तुम्हारी कितनी गर्ल फ्रेंड हैं ?
- ज्यादा नहीं बस यही कोई २/३ हैं।
- कभी किसी की बुर ली है तुमने ? मेरे इस सवाल से वह उछल पड़ा। उसे जैसे करंट लग गया हो।
- मैंने कहा शर्माओ नहीं। सच सच बताओ।
- नहीं भाभी, अभी तक तो नहीं लिया है।
- अच्छा अब एक सवाल और, सच सच जबाब देना। खुल कर बोलना शर्माना नहीं।
- जी ठीक है शर्माऊँगा नहीं।
- तुम्हे बुर लेना आता है।
- जा हां आता है।
- तो फिर बताओ किसकी बुर ली थी तुमने ?
- अपने मामा की बेटी की बुर ली थी और आज भी कभी कभी लेता हूँ।
- तो फिर तुम आज मेरी बुर लेकर देखो।
मैं भी मस्ती से बोलने लगी। मुझे खूब कस कस के चोदो मेरे राजा, अपना ये हक्कानी लण्ड पूरा पेल दो मेरी चूत में. मैं तेरी बीवी हूँ जाने मन मुझे चोदो, मुझे एक रंडी की तरह चोदो। मैं बड़ी चुदासी हूँ यार मुझे खूब चोदो। तेरा लण्ड मादर चोद मेरी चूत के छक्के छुड़ा रहा है। मेरी बुर चोदी बुर के चीथड़े उड़ा दो यार ? हाय बहुत दिन बाद आज कोई बढ़िया लौड़ा मिला है। मैं यही सब बोल बोल कर उनके लण्ड में जोश भर रही थी और चुदाई का मज़ा लूट रही थी। उसने मुझे पीछे से भी चोदा और मेरे ऊपर चढ़ कर भी चोदा। आखिर में मैंने उसका झड़ता हुआ लण्ड मस्ती से पिया।
एक दिन मुझे एक मॉल ने किसी ने आवाज़ दी अरे पूजा भाभी आप यहाँ ? मैंने उसे देखा और बोली अरे तुम रोहित तुम तो मुझे सपना चौधरी के प्रोग्राम में मिले थे न ? वह बोला हां अपने सही पहचाना ? फिर मैं उसे अपने घर ले आयी। हम दोनों ड्रिंक्स पर बैठे बैठे खूब बातें की और कहा यार अब बातें बहुत हो गयीं अब कुछ काम की बात हो जाये। चलो पहले खोलो और दिखाओ अपना लण्ड ? मैं भी अपने कपड़े खोलती हूँ। हम दोनों जैसे ही नंगे हुए वैसे ही एक दूसरे की बाहों में समा गए। फिर क्या उसने मुझे झमाझम चोदा और मैंने उसे झमाझम चुदवाया।
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