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बुरा न मानो होली है, माँ चुदवाओ होली है - Bura na mano holi hai Maa chudao holi hai
बुरा न मानो होली है, माँ चुदवाओ होली है - Bura na mano holi hai Maa chudao holi hai , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
तुझको मैं लौड़ा कहूँ, लण्ड कहूं या लांड
तुम सबकी बुर ले चुके चूत भोसड़ा गांड
पूजा, सपना, रुपाली, रेशमा और रूपा ने मिलकर प्लान बनाया की आज होली है तो फिर होली हम सब अपने अपने कपड़े उतार कर नंगी नंगी क्यों न मनायें ? हम सब बहन चोद नंगी हो जाएँ और एक दूसरे की चूत, चूँची और गांड में रंग लगायें। सबके नंगे बदन पर रंग लगाने में बड़ा मज़ा आएगा। हम लोग यहाँ हॉस्टल में रहतीं है और छुट्टियों में बहन चोद अपने घर भी नहीं जा पाईं हैं तो फिर क्यों न हम सब होली का मज़ा नंगी होकर लूटें। इतने में पूजा ने कहा यार बात तो सही है लेकिन अगर हमारे साथ नंगे नंगे लण्ड भी शामिल हो जाएँ तो सोंचो कितना मज़ा आएगा ? मुझे लण्ड पर रंग लगाने में बड़ा मज़ा आएगा। सपना बोली हां यार अगर हमारी चूँचियों पर, हमारी चूत पर लड़के नंगे होकर रंग लगायें तब तो मज़ा दुगुना हो जायेगा ? रुपाली ने कहा यार जब लण्ड साले हमारे सामने नंगे होगें तब तो मैं बिना लण्ड पिये रह नहीं सकती। मैं तो मादर चोद मुठ्ठ मार कर लण्ड पियूँगी ? रेशमा बोली पियूँगी तो मैं भी लण्ड लेकिन मैं उसे अपनी चूत में भी पेलूँगी। मेरी बुर चोदी बुर ऐसे में बिना चुदवाये मानेगी नहीं ? एक बात है की होली में अगर लड़कों से चुदवाया जाये तो सच में बहुत मज़ा आएगा ? रूपा ने कहा अरे यार मुझे तो एक दूसरे की चूत में लण्ड घुसाने ने ज्यादा मज़ा आएगा ? मैं तो पूजा और सपना की चूत में सबसे पहले लण्ड पेलूँगी क्योंकि इन दोनों ने आज ही अपनी झांटें बनाईं हैं। चिकनी चूत में लण्ड घुसाने में ज्यादा मज़ा आता है।
इसी बात पर सबने तालियां बजाई और फिर लड़कों को लाने का इंतज़ाम शुरू हो गया। सबने अपने अपने फोन घुमाना शुरू कर दिया। मैंने कहा देखो एक शर्त है ऐसी लड़कों को बुलाओ जिनके लण्ड अभी तक तुमने देखा न हो। रुपाली बोली ठीक है यार। एक लड़का है रोहित जिसका लण्ड मैंने पकड़ा तो है पर देखा नहीं ? मैंने कहा ऐसा कैसे हो गया ? वह बोली यार सिनेमा हाल में अँधेरे में मैं उसका लण्ड पकड़ लेती थी और लाइट आते ही उसे छोड़ देती थी। लण्ड कड़क है मोटा है और बड़ा है। मैंने कहा तो फिर उसे तू जरूर बुला ले। आज हम सब मिलकर पकड़ कर देखेगीं उसका लण्ड। देखते देखते ही कुछ लड़कों का इंतज़ाम हो गया। रोहित, जॉनी, रोहन, जैकी, जग्गू और समर इकठ्ठा हो गए। सबका एक दूसरे से बड़ी बेबाकी से परिचय हुआ। ये भी अपने घर नहीं जा पाए और हॉस्टल में ही रह गए। सब बड़े घर के लड़के थे इसलिए फ़ौरन एक गेस्ट हाउस का इंतज़ाम हो गया। ड्रिंक्स और स्नैक्स का इंतज़ाम हो गया, रेशमा और रूपा ने मिलकर चुदाई का सारा सामान इकठ्ठा कर लिया। यहाँ तक की झांटे बनाने वाली मशीन का भी ? होली का रंग और गुलाल भी।
बस हम लोगों ने एक बड़ी सी टैक्सी कर ली और गेस्ट हाउस पहुँच गए। सभी मस्ती में थे। वासना सर पर सवार थी। सबको मालूम था की आज सबकी बुर चोदी जाएगी। लड़कों को मौलम था की आज वो सब लड़कियों की बुर चोदेंगें। सब लोग नारा लगाने लगे - बुरा न मानो होली है - माँ चुदवाओ होली है। इसलिए पहुँचते ही सब लड़कियां जोश में आकर कुछ न कुछ बोलने लगीं।
पूजा - नंगी नंगी होली है - लंड हिलाओ होली है
रुपाली - माँ का भोसड़ा होली है - बहन का लौड़ा होली है
रूपा - झांट बनाओ होली है - लौड़ा पेलो होली है
सपना - सड़का मारो होली है - पेल्हड़ चाटो होली है
रेशमा - चूँची चोदो होली है - लौड़ा चूसो होली है
लड़कियों के मुंह से लण्ड लौड़ा बुर चूत भोसड़ा सुनकर लड़कों के लण्ड खड़े हो गए। उधर मैंने और रुपाली ने मिलकर ड्रिंक्स शुरू कर दिया। मेरा नाम पूजा है दोस्तों. मैं २३ साल की हूँ, खूबसूरत हूँ, सेक्सी और हॉट हूँ। मेरे बूब्स बड़े बड़े भी हैं और सुडौल भी। हमारी सभी दोस्त सपना, रुपाली, रूपा, रेशमा मेरी ही तरह खूबसूरत और हॉट हैं। लड़के भी सभी हैंडसम हैं, स्मार्ट है और हॉट हैं। होली का समय था। मैंने रंग निकाला और लड़कों के मुंह पर लगाने लगी। लड़के भी हमारे ऊपर रंग डालने लगे। हमने गुलाल का भी प्रयोग किया। धीरे धीरे लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ने लगे। मैंने रोहन और जॉनी के कपड़े फाड़ डाले उन्होंने मेरा टॉप फाड़ डाला तो मेरी चूँचियाँ नंगी हो गयीं। थोड़ी देर तक यही सब होता रहा और नतीजा यह हुआ की सभी लड़कियां नंगी हो गयी और लड़के भी। लड़कियों की चूँचियाँ उनकी चूत उनकी गांड सब नंगी हो गयी। इसी तरह लड़के भी नंगे हो गए और उनके लण्ड साले टन टनाने लगे। लड़कियों ने फिर प्यार से सबके लण्ड पर रंग लगाया और लड़कों ने लड़कियों की चूँचियाँ रंगी उनकी चूत रंगी और उनके चूतड़ों पर भी रंग थोप दिया। जाँघों में भी खूब रंग लगाया। होली की मस्ती चरम सीमा तक पहुँच गयी।
अब लड़कियां अपने सामने खड़े लण्ड देखें और उन्हें पकड़े न ऐसा हो सकता है क्या ? लड़के अपने सामने नंगी नंगी लड़कियां देखें और उनकी चूँचियाँ न पकड़े ऐसा हो सकता है क्या ? बिलकुल नहीं ? कदापि नहीं ? इसलिए मैंने रोहित का लण्ड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी। उसने मेरी चूँचियाँ दबाना शुरू कर दिया। सपना ने जॉनी का लण्ड पकड़ा और जॉनी ने उसकी चूँचियाँ. रुपाली रोहन का लण्ड हिलाने लगी और वह रुपाली की चूँचियाँ। रेशमा जैकी का लण्ड सहलाने लगी तो जैकी उसकी चूँचियाँ और चूत। रुपा ने एक हाथ से जग्गी का लण्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से समर का लण्ड। वह दोनों लण्ड से खेलने लगी तो दोनों उसकी चूँचियों से खेलने लगे। मैंने कहा अब लड़कियां एक एक चुटकुला सुनायेगीं जो सिर्फ लण्ड पर हो ?
पहले मैंने सुनाया :- लड़की - मैंने अच्छे अच्छों को सीधा कर दिया है। लड़का - मुठ्ठ मार मार कर मेरा लण्ड टेढ़ा हो गया है, इसे सीधा कर दो यार।
सबने खूब एन्जॉय किया और तालियां बजाईं
सपना बोली :- चूत का चक्कर भी अजीब है ग़ालिब, लण्ड भी हम ही दें और पैसे भी ?
रुपाली ने सुनाया :-
लड़की - बहुत ठण्ड लग रही है, यार।
लड़का - तो फिर तू मेरे लण्ड पे बैठ जा ?
रेशमा ने सुनाया :-
लड़का - ऐसी कौन सी चीज है जो तुम हर जगह ले सकती हो ?
लड़की - 'लण्ड' ?
लड़का - वह कैसे ?
लड़की - 'लण्ड' मैं हाथ में ले सकती हूँ, मुंह में ले सकती हूँ, चूत में ले सकती हूँ, गांड में ले सकती हूँ , चूँची में ले सकती हूँ , जांघों के बीच ले सकती हूँ, अरे भोसड़ी के लण्ड मैं हर जगह ले सकती हूँ।
सबने खूब एन्जॉय और तारीफ की।
आखिर में रूपा बोली - लड़की - तुम सुबह सबसे पहले क्या करते हो। लड़का - अपना खड़ा लण्ड सेट करता हूँ. बीच बीच में शराब भी चलती रही और खूब गन्दी गन्दी बातें भी। नशा भी मजे का चढ़ चुका था और वासना तो सबके ज़हन में सवार थी ही ? चूँकि रंग काफी लग चुका था इसलिए यह तय किया गया की अब नहा लिया जाए। सब लोग बाथ रूम में घुस कर नहाने लगे। लड़के लड़कियां सब साथ साथ ? लड़कियां लड़कों को नहलाने लगीं और लड़के लड़कियों को। लड़कियों ने लण्ड पर खूब साबुन लगाया और फिर पानी डाल डाल कर लण्ड को एकदम चमकदार बना दिया। उन्हें लण्ड पर प्यार आ गया तो सबने लण्ड मुंह में घुसेड़ लिया और चूसने लगीं। मैं जॉनी का लण्ड चूसने लगी, सपना रोहन का लण्ड और रुपाली जैकी का लण्ड चूसने लगी, रेशमा जग्गू का लण्ड पूरा मुंह में भर लिया और रूपा ने समर का लण्ड मुंह में लिया और रोहित का लण्ड दूसरे हाथ से पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी। वह दो दो लण्ड एक साथ चूसने लगी। मैंने कहा अच्छा यार अब तुम सब लोग लण्ड का सड़का मार लण्ड यहीं पी लो।
मैं और सपना एक बाथ रूम थीं। मैं जॉनी के लण्ड का सड़का मारने लगी और सपना रोहन के लण्ड का। मैं तो लण्ड पीने के मूड में थी और शायद सपना भी। थोड़ी देर में दोनों लण्ड उगलने लगे वीर्य तो हम दोनों ने दोनों झड़ते हुए लण्ड पिया और सुपाड़ा चाट चाट चिकना कर दिया। रूपाली और रेशमा एक रूम में थीं। उन दोनों ने भी मुठ्ठ मार कर लण्ड पिया। तीसरे बाथ रूम में रूपा थी उसने दोनों लण्ड का सड़का मारा और मस्ती से लण्ड पिया। फिर हम लोग बाहर नहा धोकर आ गए। सबके लण्ड ढीले हो गए थे। उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब मस्ती से बातें की। करीब २.३० बजे लण्ड भोसड़ी के फिर टन टना कर खड़े हो गए और सबकी चूत को ललकारने लगे।
अचानक मेरी निगाह जैकी के लण्ड पर पड़ी। वह मेरे बगल में ही बैठा था। मैंने हाथ बढ़ाकर उसका लण्ड पकड़ लिया और उसके पेल्हड़ थाम कर लण्ड चूसने लगी। सपना ने समर का लौड़ा पकड़ा और उसे अपनी चूँचियों पर रगड़ना शुरू कर दिया। लण्ड अपने निपल्स से लड़ाने लगी। रुपाली आगे बढ़ी और रोहित का लण्ड पकड़ा। उसके बगल में जॉनी का लौड़ा भी हिनहिना रहा था तो रुपाली ने दूसरे हाथ से उसे भी पकड़ लिया। वह दो दो लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। रेशमा जग्गी के लण्ड पर जुट गयी। उसे सुपाड़ा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़ा तक चाटने लगी। उधर बुर चोदी रूपा ने लपक कर रोहन का लण्ड पकड़ा और उसे अपनी दोनों गदेलियों के बीच में डालकर मथानी की तरह मथने लगी। उसे देख कर लग रहा था की रूपा लण्ड से कितना प्यार करती है। मैं देख रही थी की सभी लड़कियां लण्ड अपने पूरे नंगे बदन पर घुमा घुमा कर मस्ती कर रहीं हैं। सभी लण्ड में मदहोश हो गईं थीं और चुदवाने के लिए उतावली थीं। यह पहला मौक़ा था जब की इतने सारे लण्ड इतनी सारी नंगी लड़कियों के सामने तन कर खड़े हुए थे।
थोड़ी देर तक लण्ड से खेलने के बाद सबने अपनी अपनी चूत फैला दी और लण्ड घुसेड़ने लगीं। इस बार सबके लण्ड बदले हुए थे। हर एक की चूत में एक नया लण्ड घुस रहा था इसलिए सबको मज़ा आने लगा और लड़कों को भी एक नयी चूत चोदने में मज़ा आने लगा। रोहन बोला भी यार आज का दिन मेरे लिए बड़ा लकी है। मुझे नहीं मालूम था की आज मुझे एक नहीं बल्कि पांच पांच बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा ? हम लोग तो कभी कभी एक लड़की चोदने के लिए तरस जातें हैं यहाँ तो हमें पांच पांच लड़कियां चोदने का मौक़ा मिल रहा है। पांचों चूत जब एक साथ चुदने लगीं तो कमरा पूरा चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। साथ ही साथ लड़कियां भी माँ की लौड़ी मस्ती से चुदवाते हुए कुछ न कुछ बोलने लगीं :-
हाय मेरे राजा मुझे और चोदो पूरा लौड़ा घुसेड़ के चोदो ,,, फाड़ डालो मेरी चूत --- चोद डालो मेरी बुर चोदी बुर --- ये ससुरी बुर मुझे बहुत तंग करती है इसकी माँ की चूत --- हाय रे तेरा लौड़ा बड़ा मज़ा दे रहा है जैकी --- आज के बाद भी मुझे चोदते रहना यार समर , मैं तेरे लण्ड की गुलाम हो गयी हूँ --- वाओ, चुदाने में कितना मज़ा है यह बात मुझे आज मालूम हुई ---- कुछ दिन पहले मैं लण्ड पकड़ने में डरती थी आज देखो मैं कितनी मस्ती से रंडी की तरह चुदवा रही हूँ --- मेरी तो तुम गांड भी चोद लो यार , मैं ख़ुशी ख़ुशी चुदवा लूंगी --- यार पूजा अब तो हर दूसरे दिन इसी तरह मेरी बुर चुदवाया करो --- जबसे मुझे मालूम हुआ की हर एक आदमी का लण्ड अलग अलग होता है तबसे लगता है की मैं ज्यादा से ज्यादा लण्ड अपनी चूत में पेलूं ----पूजा तू भोसड़ी की बड़ी मजेदार चीज है यार , इतना बढ़िया प्रोग्राम पहले क्यों नहीं बनाया ----- हाय रोहित अपने पेल्हड़ भी घुसेड़ दो यार मेरी चूत में --- मुझे ऊपर से चोदो, नीचे से चोदो, पीछे से चोदो, आगे से चोदो, मुझे हर तरफ से चोदो --- मुझे अब लण्ड पे बैठा के चोदो, जॉनी ,,,,,,,,?
इन्हीं सब बातों के बीच एकाएक जैकी ने अपना लण्ड मेरी चूत से निकाला तो रोहन ने अपना लण्ड घुसेड़ दिया मेरी चूत में ? मुझे लगा की जैसे मैं अभी आईस क्रीम खा रही है अब रसगुल्ला खाने लगी हूँ। मुझे रोहन का लण्ड भी मज़ा देने लगा और मैं ज्यादा मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। उधर सपना की चूत में जग्गी ने लण्ड पेल दिया और समर ने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। वह तो भोसड़ी वाली दो दो लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। रूपा ने हाथ बढाकर रोहित का लण्ड घसीट कर अपनी चूत में घुसा लिया। जॉनी मौक़ा पाकर रेशमा की बुर लेने लगा। जैकी ने नज़र घुमाई और रुपाली की चूत में लौड़ा ठोंक दिया। उसे इस बार रुपाली की बुर चोदने का अवसर मिल गया।
रूपा ने कहा :- यार पूजा ये बहन चोद होली साल में एक ही बार क्यों आती है ? बार बार क्यों नहीं आती ?
सपना ने कहा - यार , हम चाहें तो हर रोज़ मनाये होली ? चुदवाने के लिए किसी त्यौहार की जरुरत नहीं है। जब मन करे तब पकड़ो लण्ड और मनाओ होली ? े
रेशमा ने कहा - अब तो हम हर दिन होली मना सकतीं हैं। ये ५ लण्ड तो हमारे हैं हीं । इसके अलावा और भी लण्ड हम इकठ्ठा कर सकतीं हैं। मुझे तो अब सामूहिक चुदाई में ज्यादा मज़ा आने लगा है।
रुपाली ने कहा - अब तो यार मैं नंगी नंगी हर बार नंग मर्दों के साथ ही होली मनाया करूंगी। गज़ब का त्यौहार है होली का ? मेरे हिसाब से तो होली का त्यौहार लण्ड और चूत का त्यौहार है। अनजानी चूत में अनजाना लण्ड पेलने का त्यौहार है होली ?
इस चुदाई के बाद सब लोग तैयार होकर बाहर घूमने फिरने निकल गए। २/३ घंटा खूब एन्जॉय किया और शॉपिंग भी की। वहां से लौटने के बाद शाम को लगभग ८ बजे फिर महफ़िल जम गयी। लड़कियां सब अपने अपने कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी बैठ गयी और लड़के भी अपने कपड़े खोल कर नंगे नंगे बैठ गए। अब न किसी का लण्ड अपरिचित था और न किसी की चूत व् चूँची। इसलिए शराब पीने के साथ साथ खूब मस्त मस्त गन्दी गन्दी सेक्स की बातें होने लगीं।
मैंने कहा - चलो अब हम लोग एक खेल खेलते हैं। मैंने कुछ पर्चियां बनायीं हैं। इसमें से हर लड़की एक एक पर्ची उठाएगी और उसमें जो लिखा होगा वह उसे सबके सामने करना होगा। बोलो सबको मंजूर है ? सभी लड़कियों ने एक स्वर में कहा हां हमें मजूर है।
सबसे पहले रुपाली ने पर्ची उठाई।
रुपाली ने पढ़ कर सुनाया - तुम सबके सामने खूब गन्दी गन्दी गालियां सुनाओ।
रुपाली चालू हो गयी :- अबे साले, माँ के लौड़े, मादर चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन का लण्ड, कमीने, भोसड़ी के, मैं तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी लण्ड, तेरी बिटिया की बुर बहन चोद, तेरी तो उखाड़ लूंगी झांटें, पेल दूँगी गधे का लण्ड तेरी गांड में और नोच डालूंगी तेरे पेल्हड़, झांटू, भडुआ कहीं का, तेरी माँ की चूत ?
सबने खूब तालियां बजाईं और एन्जॉय किया।
दूसरी पर्ची रूपा ने उठाई। रूपा ने पढ़ कर सुनाया - तुम सबके लण्ड खड़े करो फिर उनकी नाप लो। सबके लण्ड का साइज बताओ। इस काम में तुम एक लड़की की सहायता ले सकती हो। रुपाली ने सहायता के लिए सपना को लिया और सपना सबसे पहले रोहन का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड जब तन कर खड़ा हो गया तो रुपाली ने फीता खोल कर उसकी लम्बाई चौड़ाई नापी। लण्ड साला 8" लंबा और 5.5 " चौड़ा निकला। यानी लण्ड का साइज 8" x 5.5 " था। उसने डायरी में लिख लिया। इसी तरह जॉनी का लण्ड खड़ा किया और उसकी नाप ली तो वह 8" x 5" का निकला। रोहित का लण्ड 8" x 5.3" - जैकी का लण्ड 8.4" x 5" - जग्गू का लण्ड 8.2 " x 5.2" और समर का लण्ड 8.4" x 5.5" का निकला।
तीसरी पर्ची सपना ने उठाई। उसने पढ़ कर सुनाया - तुम एक सांस ने "लण्ड" कितनी बार बोल सकती हो ? बोल कर सुनाओ।
सपना शुरू हो गयी - लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड = २१ बार
सबने खूब तालियां बजाई। आखिरी पर्ची मेरे नाम की रह गयी। मैंने पर्ची उठायी और जो उसमें था वो सबको पढ़कर सुनाया - तुम सबके लण्ड का सुपाड़ा बारी बारी से एक एक मिनट के लिए अपने मुंह में लेकर चूसो और अंदर ही अंदर सुपाड़े के चारों ओर अपनी जबान फिराओ। सबसे पहले मैंने समर का लौड़ा मुंह में लिया और उसके सुपाड़े के चारों तरफ जबान घुमाने लगी। वह मेरी इस क्रिया से सिसयाने लगा क्योंकि उसे भी बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने घड़ी देख कर एक मिनट तक उसके सुपाड़े पर जबान घुमाती रही। फिर मैंने जग्गू लण्ड मुंह में लिया और जब मैंने जबान फिराना शुरू किया तो वह बोला पूजा यार मैं झड़ जाऊँगा यार बड़ा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने जैकी का लण्ड मुंह में भरा उसका सुपाड़ा अंडाकार था। मुझे उस पर जबान घूमने में अच्छा लगा। वह भी से सी करने लगा। और उसने प्यार से मेरे गाल भी थपथपा दिया। इसके बाद मैंने रोहन का लण्ड लिया उसका सुपाड़ा एकदम गोल गोल था। एकदम छतरी की तरह। मैं प्यार से उसे चूसने लगी। वह भी मस्त हो गया और बोला पूजा तुम लण्ड चूसने में बड़ी एक्सपर्ट हो। फिर मैंने जॉनी का लण्ड चूसा उसका सुपाड़ा एकदम लाल टमाटर जैसा था। वह भी मस्त हुआ और मैं भी। आखिर में मैंने रोहित का लण्ड चूसा और मजे से सुपाड़े पर जबान घुमाई। रोहित तो एकदम से उत्तेजित हो गया और एक झटके से लण्ड बाहर निकल लिया और फिर तुरंत ही मेरे मुंह केअंदर घुसेड़ दिया। इस तरह यह खेल पूरा हुआ।
उसके बाद हमने एक गोल घेरा बनाया जिसमे लड़कियां लण्ड किसी और का चाटने लगीं और बुर किसी और से चटवाने लगीं। मैं रोहन का लण्ड चाटने लगी और जग्गू मेरी चूत चाटने लगा, सपना जग्गू का लण्ड चाटने लगी और रोहित सपना की बुर चाटने लगा, रूपा रोहित का लण्ड चाटने लगी और जॉनी रूपा की बुर चाटने लगा, रेशमा जॉनी का लण्ड चाटने लगी तो जैकी रेशमा की चूत चाटने लगा, रुपाली जैकी का लण्ड चाटने लगी तो समर रुपाली की बुर चाटने लगा। उधर मैं समर का भी लण्ड चाटने लगी। इस खेल में जो मज़ा आया उसका बयान करना मुश्किल है।
आखिर में मैंने फ्री स्टाइल चुदाई शुरू कर दी। जिसकी पाओ उसकी बुर चोदो। जिसका लण्ड पाओ उसका लण्ड पेलो अपनी चूत में। एक चूत से लण्ड निकाल कर दूसरी चूत में घुसेड़ दो। एक लड़की चोदो फिर दूसरी लड़की चोदो फिर तीसरी लड़की चोदो और आगे फिर चोदते रहो। सब लोग इसी खेल में जुट गए। कोई ऐसी चूत नहीं थी जिसमें लण्ड न घुसा हो और कोई ऐसा लण्ड नहीं था जो चूत में घुसा न हो ? होली की यह मस्तानी नंगी नंगी चुदाई हम सबको हमेशा याद रहेगी। होली के मौके पर अगर लड़कियां भी नंगी हों और लड़के भी नंगे हों तो होली का मज़ा दस गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
जय होली - जय लण्ड - जय चूत...
तुझको मैं लौड़ा कहूँ, लण्ड कहूं या लांड
तुम सबकी बुर ले चुके चूत भोसड़ा गांड
पूजा, सपना, रुपाली, रेशमा और रूपा ने मिलकर प्लान बनाया की आज होली है तो फिर होली हम सब अपने अपने कपड़े उतार कर नंगी नंगी क्यों न मनायें ? हम सब बहन चोद नंगी हो जाएँ और एक दूसरे की चूत, चूँची और गांड में रंग लगायें। सबके नंगे बदन पर रंग लगाने में बड़ा मज़ा आएगा। हम लोग यहाँ हॉस्टल में रहतीं है और छुट्टियों में बहन चोद अपने घर भी नहीं जा पाईं हैं तो फिर क्यों न हम सब होली का मज़ा नंगी होकर लूटें। इतने में पूजा ने कहा यार बात तो सही है लेकिन अगर हमारे साथ नंगे नंगे लण्ड भी शामिल हो जाएँ तो सोंचो कितना मज़ा आएगा ? मुझे लण्ड पर रंग लगाने में बड़ा मज़ा आएगा। सपना बोली हां यार अगर हमारी चूँचियों पर, हमारी चूत पर लड़के नंगे होकर रंग लगायें तब तो मज़ा दुगुना हो जायेगा ? रुपाली ने कहा यार जब लण्ड साले हमारे सामने नंगे होगें तब तो मैं बिना लण्ड पिये रह नहीं सकती। मैं तो मादर चोद मुठ्ठ मार कर लण्ड पियूँगी ? रेशमा बोली पियूँगी तो मैं भी लण्ड लेकिन मैं उसे अपनी चूत में भी पेलूँगी। मेरी बुर चोदी बुर ऐसे में बिना चुदवाये मानेगी नहीं ? एक बात है की होली में अगर लड़कों से चुदवाया जाये तो सच में बहुत मज़ा आएगा ? रूपा ने कहा अरे यार मुझे तो एक दूसरे की चूत में लण्ड घुसाने ने ज्यादा मज़ा आएगा ? मैं तो पूजा और सपना की चूत में सबसे पहले लण्ड पेलूँगी क्योंकि इन दोनों ने आज ही अपनी झांटें बनाईं हैं। चिकनी चूत में लण्ड घुसाने में ज्यादा मज़ा आता है।
इसी बात पर सबने तालियां बजाई और फिर लड़कों को लाने का इंतज़ाम शुरू हो गया। सबने अपने अपने फोन घुमाना शुरू कर दिया। मैंने कहा देखो एक शर्त है ऐसी लड़कों को बुलाओ जिनके लण्ड अभी तक तुमने देखा न हो। रुपाली बोली ठीक है यार। एक लड़का है रोहित जिसका लण्ड मैंने पकड़ा तो है पर देखा नहीं ? मैंने कहा ऐसा कैसे हो गया ? वह बोली यार सिनेमा हाल में अँधेरे में मैं उसका लण्ड पकड़ लेती थी और लाइट आते ही उसे छोड़ देती थी। लण्ड कड़क है मोटा है और बड़ा है। मैंने कहा तो फिर उसे तू जरूर बुला ले। आज हम सब मिलकर पकड़ कर देखेगीं उसका लण्ड। देखते देखते ही कुछ लड़कों का इंतज़ाम हो गया। रोहित, जॉनी, रोहन, जैकी, जग्गू और समर इकठ्ठा हो गए। सबका एक दूसरे से बड़ी बेबाकी से परिचय हुआ। ये भी अपने घर नहीं जा पाए और हॉस्टल में ही रह गए। सब बड़े घर के लड़के थे इसलिए फ़ौरन एक गेस्ट हाउस का इंतज़ाम हो गया। ड्रिंक्स और स्नैक्स का इंतज़ाम हो गया, रेशमा और रूपा ने मिलकर चुदाई का सारा सामान इकठ्ठा कर लिया। यहाँ तक की झांटे बनाने वाली मशीन का भी ? होली का रंग और गुलाल भी।
बस हम लोगों ने एक बड़ी सी टैक्सी कर ली और गेस्ट हाउस पहुँच गए। सभी मस्ती में थे। वासना सर पर सवार थी। सबको मालूम था की आज सबकी बुर चोदी जाएगी। लड़कों को मौलम था की आज वो सब लड़कियों की बुर चोदेंगें। सब लोग नारा लगाने लगे - बुरा न मानो होली है - माँ चुदवाओ होली है। इसलिए पहुँचते ही सब लड़कियां जोश में आकर कुछ न कुछ बोलने लगीं।
पूजा - नंगी नंगी होली है - लंड हिलाओ होली है
रुपाली - माँ का भोसड़ा होली है - बहन का लौड़ा होली है
रूपा - झांट बनाओ होली है - लौड़ा पेलो होली है
सपना - सड़का मारो होली है - पेल्हड़ चाटो होली है
रेशमा - चूँची चोदो होली है - लौड़ा चूसो होली है
लड़कियों के मुंह से लण्ड लौड़ा बुर चूत भोसड़ा सुनकर लड़कों के लण्ड खड़े हो गए। उधर मैंने और रुपाली ने मिलकर ड्रिंक्स शुरू कर दिया। मेरा नाम पूजा है दोस्तों. मैं २३ साल की हूँ, खूबसूरत हूँ, सेक्सी और हॉट हूँ। मेरे बूब्स बड़े बड़े भी हैं और सुडौल भी। हमारी सभी दोस्त सपना, रुपाली, रूपा, रेशमा मेरी ही तरह खूबसूरत और हॉट हैं। लड़के भी सभी हैंडसम हैं, स्मार्ट है और हॉट हैं। होली का समय था। मैंने रंग निकाला और लड़कों के मुंह पर लगाने लगी। लड़के भी हमारे ऊपर रंग डालने लगे। हमने गुलाल का भी प्रयोग किया। धीरे धीरे लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ने लगे। मैंने रोहन और जॉनी के कपड़े फाड़ डाले उन्होंने मेरा टॉप फाड़ डाला तो मेरी चूँचियाँ नंगी हो गयीं। थोड़ी देर तक यही सब होता रहा और नतीजा यह हुआ की सभी लड़कियां नंगी हो गयी और लड़के भी। लड़कियों की चूँचियाँ उनकी चूत उनकी गांड सब नंगी हो गयी। इसी तरह लड़के भी नंगे हो गए और उनके लण्ड साले टन टनाने लगे। लड़कियों ने फिर प्यार से सबके लण्ड पर रंग लगाया और लड़कों ने लड़कियों की चूँचियाँ रंगी उनकी चूत रंगी और उनके चूतड़ों पर भी रंग थोप दिया। जाँघों में भी खूब रंग लगाया। होली की मस्ती चरम सीमा तक पहुँच गयी।
अब लड़कियां अपने सामने खड़े लण्ड देखें और उन्हें पकड़े न ऐसा हो सकता है क्या ? लड़के अपने सामने नंगी नंगी लड़कियां देखें और उनकी चूँचियाँ न पकड़े ऐसा हो सकता है क्या ? बिलकुल नहीं ? कदापि नहीं ? इसलिए मैंने रोहित का लण्ड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी। उसने मेरी चूँचियाँ दबाना शुरू कर दिया। सपना ने जॉनी का लण्ड पकड़ा और जॉनी ने उसकी चूँचियाँ. रुपाली रोहन का लण्ड हिलाने लगी और वह रुपाली की चूँचियाँ। रेशमा जैकी का लण्ड सहलाने लगी तो जैकी उसकी चूँचियाँ और चूत। रुपा ने एक हाथ से जग्गी का लण्ड पकड़ा और दूसरे हाथ से समर का लण्ड। वह दोनों लण्ड से खेलने लगी तो दोनों उसकी चूँचियों से खेलने लगे। मैंने कहा अब लड़कियां एक एक चुटकुला सुनायेगीं जो सिर्फ लण्ड पर हो ?
पहले मैंने सुनाया :- लड़की - मैंने अच्छे अच्छों को सीधा कर दिया है। लड़का - मुठ्ठ मार मार कर मेरा लण्ड टेढ़ा हो गया है, इसे सीधा कर दो यार।
सबने खूब एन्जॉय किया और तालियां बजाईं
सपना बोली :- चूत का चक्कर भी अजीब है ग़ालिब, लण्ड भी हम ही दें और पैसे भी ?
रुपाली ने सुनाया :-
लड़की - बहुत ठण्ड लग रही है, यार।
लड़का - तो फिर तू मेरे लण्ड पे बैठ जा ?
रेशमा ने सुनाया :-
लड़का - ऐसी कौन सी चीज है जो तुम हर जगह ले सकती हो ?
लड़की - 'लण्ड' ?
लड़का - वह कैसे ?
लड़की - 'लण्ड' मैं हाथ में ले सकती हूँ, मुंह में ले सकती हूँ, चूत में ले सकती हूँ, गांड में ले सकती हूँ , चूँची में ले सकती हूँ , जांघों के बीच ले सकती हूँ, अरे भोसड़ी के लण्ड मैं हर जगह ले सकती हूँ।
सबने खूब एन्जॉय और तारीफ की।
आखिर में रूपा बोली - लड़की - तुम सुबह सबसे पहले क्या करते हो। लड़का - अपना खड़ा लण्ड सेट करता हूँ. बीच बीच में शराब भी चलती रही और खूब गन्दी गन्दी बातें भी। नशा भी मजे का चढ़ चुका था और वासना तो सबके ज़हन में सवार थी ही ? चूँकि रंग काफी लग चुका था इसलिए यह तय किया गया की अब नहा लिया जाए। सब लोग बाथ रूम में घुस कर नहाने लगे। लड़के लड़कियां सब साथ साथ ? लड़कियां लड़कों को नहलाने लगीं और लड़के लड़कियों को। लड़कियों ने लण्ड पर खूब साबुन लगाया और फिर पानी डाल डाल कर लण्ड को एकदम चमकदार बना दिया। उन्हें लण्ड पर प्यार आ गया तो सबने लण्ड मुंह में घुसेड़ लिया और चूसने लगीं। मैं जॉनी का लण्ड चूसने लगी, सपना रोहन का लण्ड और रुपाली जैकी का लण्ड चूसने लगी, रेशमा जग्गू का लण्ड पूरा मुंह में भर लिया और रूपा ने समर का लण्ड मुंह में लिया और रोहित का लण्ड दूसरे हाथ से पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी। वह दो दो लण्ड एक साथ चूसने लगी। मैंने कहा अच्छा यार अब तुम सब लोग लण्ड का सड़का मार लण्ड यहीं पी लो।
मैं और सपना एक बाथ रूम थीं। मैं जॉनी के लण्ड का सड़का मारने लगी और सपना रोहन के लण्ड का। मैं तो लण्ड पीने के मूड में थी और शायद सपना भी। थोड़ी देर में दोनों लण्ड उगलने लगे वीर्य तो हम दोनों ने दोनों झड़ते हुए लण्ड पिया और सुपाड़ा चाट चाट चिकना कर दिया। रूपाली और रेशमा एक रूम में थीं। उन दोनों ने भी मुठ्ठ मार कर लण्ड पिया। तीसरे बाथ रूम में रूपा थी उसने दोनों लण्ड का सड़का मारा और मस्ती से लण्ड पिया। फिर हम लोग बाहर नहा धोकर आ गए। सबके लण्ड ढीले हो गए थे। उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब मस्ती से बातें की। करीब २.३० बजे लण्ड भोसड़ी के फिर टन टना कर खड़े हो गए और सबकी चूत को ललकारने लगे।
अचानक मेरी निगाह जैकी के लण्ड पर पड़ी। वह मेरे बगल में ही बैठा था। मैंने हाथ बढ़ाकर उसका लण्ड पकड़ लिया और उसके पेल्हड़ थाम कर लण्ड चूसने लगी। सपना ने समर का लौड़ा पकड़ा और उसे अपनी चूँचियों पर रगड़ना शुरू कर दिया। लण्ड अपने निपल्स से लड़ाने लगी। रुपाली आगे बढ़ी और रोहित का लण्ड पकड़ा। उसके बगल में जॉनी का लौड़ा भी हिनहिना रहा था तो रुपाली ने दूसरे हाथ से उसे भी पकड़ लिया। वह दो दो लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। रेशमा जग्गी के लण्ड पर जुट गयी। उसे सुपाड़ा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़ा तक चाटने लगी। उधर बुर चोदी रूपा ने लपक कर रोहन का लण्ड पकड़ा और उसे अपनी दोनों गदेलियों के बीच में डालकर मथानी की तरह मथने लगी। उसे देख कर लग रहा था की रूपा लण्ड से कितना प्यार करती है। मैं देख रही थी की सभी लड़कियां लण्ड अपने पूरे नंगे बदन पर घुमा घुमा कर मस्ती कर रहीं हैं। सभी लण्ड में मदहोश हो गईं थीं और चुदवाने के लिए उतावली थीं। यह पहला मौक़ा था जब की इतने सारे लण्ड इतनी सारी नंगी लड़कियों के सामने तन कर खड़े हुए थे।
थोड़ी देर तक लण्ड से खेलने के बाद सबने अपनी अपनी चूत फैला दी और लण्ड घुसेड़ने लगीं। इस बार सबके लण्ड बदले हुए थे। हर एक की चूत में एक नया लण्ड घुस रहा था इसलिए सबको मज़ा आने लगा और लड़कों को भी एक नयी चूत चोदने में मज़ा आने लगा। रोहन बोला भी यार आज का दिन मेरे लिए बड़ा लकी है। मुझे नहीं मालूम था की आज मुझे एक नहीं बल्कि पांच पांच बुर चोदने का मौक़ा मिलेगा ? हम लोग तो कभी कभी एक लड़की चोदने के लिए तरस जातें हैं यहाँ तो हमें पांच पांच लड़कियां चोदने का मौक़ा मिल रहा है। पांचों चूत जब एक साथ चुदने लगीं तो कमरा पूरा चुदाई की आवाज़ों से गूंजने लगा। साथ ही साथ लड़कियां भी माँ की लौड़ी मस्ती से चुदवाते हुए कुछ न कुछ बोलने लगीं :-
इन्हीं सब बातों के बीच एकाएक जैकी ने अपना लण्ड मेरी चूत से निकाला तो रोहन ने अपना लण्ड घुसेड़ दिया मेरी चूत में ? मुझे लगा की जैसे मैं अभी आईस क्रीम खा रही है अब रसगुल्ला खाने लगी हूँ। मुझे रोहन का लण्ड भी मज़ा देने लगा और मैं ज्यादा मस्ती से अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। उधर सपना की चूत में जग्गी ने लण्ड पेल दिया और समर ने लण्ड उसके मुंह में घुसेड़ दिया। वह तो भोसड़ी वाली दो दो लण्ड का मज़ा एक साथ लेने लगी। रूपा ने हाथ बढाकर रोहित का लण्ड घसीट कर अपनी चूत में घुसा लिया। जॉनी मौक़ा पाकर रेशमा की बुर लेने लगा। जैकी ने नज़र घुमाई और रुपाली की चूत में लौड़ा ठोंक दिया। उसे इस बार रुपाली की बुर चोदने का अवसर मिल गया।
रूपा ने कहा :- यार पूजा ये बहन चोद होली साल में एक ही बार क्यों आती है ? बार बार क्यों नहीं आती ?
सपना ने कहा - यार , हम चाहें तो हर रोज़ मनाये होली ? चुदवाने के लिए किसी त्यौहार की जरुरत नहीं है। जब मन करे तब पकड़ो लण्ड और मनाओ होली ? े
रेशमा ने कहा - अब तो हम हर दिन होली मना सकतीं हैं। ये ५ लण्ड तो हमारे हैं हीं । इसके अलावा और भी लण्ड हम इकठ्ठा कर सकतीं हैं। मुझे तो अब सामूहिक चुदाई में ज्यादा मज़ा आने लगा है।
रुपाली ने कहा - अब तो यार मैं नंगी नंगी हर बार नंग मर्दों के साथ ही होली मनाया करूंगी। गज़ब का त्यौहार है होली का ? मेरे हिसाब से तो होली का त्यौहार लण्ड और चूत का त्यौहार है। अनजानी चूत में अनजाना लण्ड पेलने का त्यौहार है होली ?
इस चुदाई के बाद सब लोग तैयार होकर बाहर घूमने फिरने निकल गए। २/३ घंटा खूब एन्जॉय किया और शॉपिंग भी की। वहां से लौटने के बाद शाम को लगभग ८ बजे फिर महफ़िल जम गयी। लड़कियां सब अपने अपने कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी बैठ गयी और लड़के भी अपने कपड़े खोल कर नंगे नंगे बैठ गए। अब न किसी का लण्ड अपरिचित था और न किसी की चूत व् चूँची। इसलिए शराब पीने के साथ साथ खूब मस्त मस्त गन्दी गन्दी सेक्स की बातें होने लगीं।
मैंने कहा - चलो अब हम लोग एक खेल खेलते हैं। मैंने कुछ पर्चियां बनायीं हैं। इसमें से हर लड़की एक एक पर्ची उठाएगी और उसमें जो लिखा होगा वह उसे सबके सामने करना होगा। बोलो सबको मंजूर है ? सभी लड़कियों ने एक स्वर में कहा हां हमें मजूर है।
सबसे पहले रुपाली ने पर्ची उठाई।
रुपाली ने पढ़ कर सुनाया - तुम सबके सामने खूब गन्दी गन्दी गालियां सुनाओ।
रुपाली चालू हो गयी :- अबे साले, माँ के लौड़े, मादर चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन का लण्ड, कमीने, भोसड़ी के, मैं तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी लण्ड, तेरी बिटिया की बुर बहन चोद, तेरी तो उखाड़ लूंगी झांटें, पेल दूँगी गधे का लण्ड तेरी गांड में और नोच डालूंगी तेरे पेल्हड़, झांटू, भडुआ कहीं का, तेरी माँ की चूत ?
सबने खूब तालियां बजाईं और एन्जॉय किया।
दूसरी पर्ची रूपा ने उठाई। रूपा ने पढ़ कर सुनाया - तुम सबके लण्ड खड़े करो फिर उनकी नाप लो। सबके लण्ड का साइज बताओ। इस काम में तुम एक लड़की की सहायता ले सकती हो। रुपाली ने सहायता के लिए सपना को लिया और सपना सबसे पहले रोहन का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड जब तन कर खड़ा हो गया तो रुपाली ने फीता खोल कर उसकी लम्बाई चौड़ाई नापी। लण्ड साला 8" लंबा और 5.5 " चौड़ा निकला। यानी लण्ड का साइज 8" x 5.5 " था। उसने डायरी में लिख लिया। इसी तरह जॉनी का लण्ड खड़ा किया और उसकी नाप ली तो वह 8" x 5" का निकला। रोहित का लण्ड 8" x 5.3" - जैकी का लण्ड 8.4" x 5" - जग्गू का लण्ड 8.2 " x 5.2" और समर का लण्ड 8.4" x 5.5" का निकला।
तीसरी पर्ची सपना ने उठाई। उसने पढ़ कर सुनाया - तुम एक सांस ने "लण्ड" कितनी बार बोल सकती हो ? बोल कर सुनाओ।
सपना शुरू हो गयी - लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड, लण्ड = २१ बार
सबने खूब तालियां बजाई। आखिरी पर्ची मेरे नाम की रह गयी। मैंने पर्ची उठायी और जो उसमें था वो सबको पढ़कर सुनाया - तुम सबके लण्ड का सुपाड़ा बारी बारी से एक एक मिनट के लिए अपने मुंह में लेकर चूसो और अंदर ही अंदर सुपाड़े के चारों ओर अपनी जबान फिराओ। सबसे पहले मैंने समर का लौड़ा मुंह में लिया और उसके सुपाड़े के चारों तरफ जबान घुमाने लगी। वह मेरी इस क्रिया से सिसयाने लगा क्योंकि उसे भी बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने घड़ी देख कर एक मिनट तक उसके सुपाड़े पर जबान घुमाती रही। फिर मैंने जग्गू लण्ड मुंह में लिया और जब मैंने जबान फिराना शुरू किया तो वह बोला पूजा यार मैं झड़ जाऊँगा यार बड़ा मज़ा आ रहा है। फिर मैंने जैकी का लण्ड मुंह में भरा उसका सुपाड़ा अंडाकार था। मुझे उस पर जबान घूमने में अच्छा लगा। वह भी से सी करने लगा। और उसने प्यार से मेरे गाल भी थपथपा दिया। इसके बाद मैंने रोहन का लण्ड लिया उसका सुपाड़ा एकदम गोल गोल था। एकदम छतरी की तरह। मैं प्यार से उसे चूसने लगी। वह भी मस्त हो गया और बोला पूजा तुम लण्ड चूसने में बड़ी एक्सपर्ट हो। फिर मैंने जॉनी का लण्ड चूसा उसका सुपाड़ा एकदम लाल टमाटर जैसा था। वह भी मस्त हुआ और मैं भी। आखिर में मैंने रोहित का लण्ड चूसा और मजे से सुपाड़े पर जबान घुमाई। रोहित तो एकदम से उत्तेजित हो गया और एक झटके से लण्ड बाहर निकल लिया और फिर तुरंत ही मेरे मुंह केअंदर घुसेड़ दिया। इस तरह यह खेल पूरा हुआ।
उसके बाद हमने एक गोल घेरा बनाया जिसमे लड़कियां लण्ड किसी और का चाटने लगीं और बुर किसी और से चटवाने लगीं। मैं रोहन का लण्ड चाटने लगी और जग्गू मेरी चूत चाटने लगा, सपना जग्गू का लण्ड चाटने लगी और रोहित सपना की बुर चाटने लगा, रूपा रोहित का लण्ड चाटने लगी और जॉनी रूपा की बुर चाटने लगा, रेशमा जॉनी का लण्ड चाटने लगी तो जैकी रेशमा की चूत चाटने लगा, रुपाली जैकी का लण्ड चाटने लगी तो समर रुपाली की बुर चाटने लगा। उधर मैं समर का भी लण्ड चाटने लगी। इस खेल में जो मज़ा आया उसका बयान करना मुश्किल है।
आखिर में मैंने फ्री स्टाइल चुदाई शुरू कर दी। जिसकी पाओ उसकी बुर चोदो। जिसका लण्ड पाओ उसका लण्ड पेलो अपनी चूत में। एक चूत से लण्ड निकाल कर दूसरी चूत में घुसेड़ दो। एक लड़की चोदो फिर दूसरी लड़की चोदो फिर तीसरी लड़की चोदो और आगे फिर चोदते रहो। सब लोग इसी खेल में जुट गए। कोई ऐसी चूत नहीं थी जिसमें लण्ड न घुसा हो और कोई ऐसा लण्ड नहीं था जो चूत में घुसा न हो ? होली की यह मस्तानी नंगी नंगी चुदाई हम सबको हमेशा याद रहेगी। होली के मौके पर अगर लड़कियां भी नंगी हों और लड़के भी नंगे हों तो होली का मज़ा दस गुना ज्यादा बढ़ जाता है।
जय होली - जय लण्ड - जय चूत...
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