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मेरी चूत की आग बहन चोद कभी बुझती ही नहीं - Meri chut ki aag kabhi bujhti hi nahi
मेरी चूत की आग बहन चोद कभी बुझती ही नहीं - Meri chut ki aag kabhi bujhti hi nahi , मस्त और जबरदस्त चुदाई , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
ताहिरा बेगम ने कहा - यार एक बात कहना चाहती हूँ। बोलो कहूं की न कहूं ? फरीदा बेगम ने जबाब दिया - हां हां कहो न ? बिलकुल कहो तुम्हे कौन रोक सकता है ? मैं तो कहती हूँ की तुम एकदम खुल कर कहो जो भी कहना चाहती हो ?
ताहिरा बोली - यार ऐसी बात है की देखो अब हमारी बेटियां भी बड़ी बड़ी हो गयीं हैं। उनकी शादियां भी हो गयीं हैं। अब वो सब बीवियां बन चुकीं हैं। बहुयें तो बुर चोदी बीवियां हैं ही। अब एक बात और ? हम सब बीवियों की अदला बदली यानी मियों की अदला बदली करतीं हैं। एक दूसरे के मियों से चुदवातीं हैं। मैं तेरे शौहर से चुदवाती हूँ और तुम मेरे शौहर से चुदवाती हो। मेरा मियां तेरे मियां की बीवी चोदता है और तेरा मियां मेरे मियां की बीवी चोदता है। मतलब यह की दोनों मियां एक दूसरे की बीवी अदल बदल कर चोदतें हैं। तो फिर क्यों न हम लोग इस खेल में अपनी अपनी बहू बेटियों को भी शामिल कर लें ? जैसे बीवियों की अदला बदली होती है वैसे ही बहू बेटियों की भी अदला बदली हो जाये ? लोग अपनी अपनी बहू बेटियां अदल बदल कर चोदें ?
फरीदा बोली - हां यार बात तो बिलकुल सही है। जब बीवियां बदली जा सकतीं हैं तो बहू बेटियां भी बदली जा सकतीं हैं। मेरा मियां तेरी बहू बेटी चोदे और तेरा मियां मेरी बहू बेटी चोदे ? तेरी बेटी का मियां मुझे चोदे और मेरी बेटी का मियां तुम्हे चोदे। यह बात तेरे दिमांग में आयी। यह तो बड़ी अच्छी बात है। अब तो मेरी चूत की आग भड़क गयी है यार। मैं तो तेरी बेटी के मियां से चुदवाने के लिए एकदम तैयार बैठी हूँ।
ताहिरा बोली - मैं भी तेरी बेटी के मियां से चुदवाने के लिए अपनी चूत खोले बैठी हूँ, यार ?
ताहिरा बोली - तो फिर अब देर किस बात की ? चलो अपने अपने मियां से हम लोग बात कर लें और फिर जल्दी से जल्दी प्रोग्राम बना लें ?
मेरा नाम ताहिरा बेगम हैं दोस्तों, मैं ४५ साल की हूँ मस्त जवान हूँ आर मेरी चूत की आग बहन चोद कभी बुझती ही नहीं। मेरा मन होता है की मैं हर रोज़ ३/४ लण्ड पेला करूँ अपनी चूत में। मैं पड़ोस की फरीदा बेगम के शौहर से चुदवाने लगी। वह भी भोसड़ी की बड़ी चुदक्कड़ निकली। बस मेरा काम हो गया। वह भी मेरे मियां से चुदवाने लगी। फिर हम दोनों एक ही कमरे में आमने सामने एक दूसरे की मियां से चुदवाने लगी। मेरे शौहर के कई दोस्त है मैं उन लोगों से भी बीवियों की अदला बदली का खेल खेलने लगी। मज़ा मेरे शौहर को भी आने लगा। वह भी परायी बीवियां चोद चोद कर मस्त होने लगा। इसी बीच हमारी बेटियां बड़ी बड़ी ही गयीं। उनकी शादियां भी हो गयीं। वो भी बुर चोदी बीवियां बन गयी। तो यह मन में ख्याल आया की क्यों न बेटियों की अदला बदली की जाए। एक दूसरे की बेटी चोदी जाए ? एक दूसरे की बेटी के मियां से चुदवाया जाए। मैंने अपने मन की बात फरीदा को बताई तो वह एकदम तैयार हो गयी। फिर मैंने रात में अपने शौहर से अपने मन की बात ज़ाहिर की तो वह बोला हां यह तो बड़ी अच्छी बात है। मैं फरीदा की बेटी चोदना चाहता हूँ और उसका मियां मेरी बेटी चोद ले। इसमे हर्ज़ ही क्या है ? मेरी बेटी भी आखिर कार किसी की बीवी हैं उसे भी अदला बदली का उतना ही हक़ है जितना की हमें ?
दूसरे दिन हम दिनों फिर मिलीं मैंने कहा यार फरीदा मेरा मियां तो एकदम तैयार है। वह बोली मेरा मियां भी राज़ी हो गया है। मैंने कहा तो फिर आज ही रात को बेटियों की अदला बदली रख लो। अभी मेरी बहू नहीं है। उसके साथ किसी और दिन अदला बदली हो जाएगी। वह मान गयी और शाम को हम सब लोग इकठ्ठा हो गए। इधर मैं ताहिरा मेरा शौहर अनवर, मेरी बेटी हुमा और उसका मियां हनीफ उधर फरीदा उसका शौहर हैदर, उसकी बेटी शबीन और उसका मियां आसिफ ? यानी चार कपल एक ही जगह चोदा चोदी के लिए मेरे घर में जमा हो गए।
सब लोग एक दूसरे को अच्छी तरह जानते थे। कोई अपरिचित नहीं था। सबको यह भी मालूम था की हम लोग किसलिए इकठ्ठा हुए हैं। तभी मैंने अपनी बेटी हुमा को इशारा किया तो उसने ड्रिंक्स का सेट सबके सामने लगा दिया। ऐसे मौके पर अगर दारू का सेवन किया जाए तो चुदाई का मज़ा दूना हो जाता है। हम लोग चूँकि पैसे वाले है इसलिए थोड़ा ऐय्यासी तो आ ही जाती है। और फिर मैं ऐय्यासी करने में कोई कसर नहीं छोड़ती। ऐय्यासी में सबसे बड़ी भूमिका होती है सबके साथ मिलकर चोदा चोदी करना। पराये मरदों के लण्ड का मज़ा लेना और पराई बीवियों की बुर चोदना वह भी खुललाम खुल्ला। एक बात बहुत अच्छी है की मैं अपनी बेटी से खुली हुई हूँ और फरीदा अपनी बेटी से। मेरी बेटी जब १८+ हुई थी तो एक दिन मैं उसके सामने ही अनीस का लण्ड पीने लगी थी. पहले तो वह मुझे देख कर शर्मायी लेकिन फिर मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा बेटी अब तुम जवान हो गयी हो शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। आज तुमसे एक बाद कह रही हूँ। तेरी माँ बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। पराये मर्दों के लण्ड पीती है तेरी माँ। खुल्लम खुल्ला गैर मरदों से चुदवाती है तेरी माँ बेटी। तेरी माँ का भोसड़ा हुमा ? आज से तुम भी सबके लण्ड का मज़ा लो और गालियां बकना शुरू कर दो। जब तुम मुंह से गालियां निकालती हुई मुंह में लण्ड लोगी तब तुम्हे जवानी का असली मज़ा मिलेगा बेटी। तुम एक औरत हो और औरत बुर चोदी चुदवाने में कभी कंजूसी नहीं करती। सबसे चुदवा लेती है और सबके लण्ड चोदती है।
मेरी बातों उस पर असर हुआ। उसने फ़ौरन लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में डाल लिया। मैं समझ गयी की हुमा बहुत पहले से लण्ड पी रही है। मैंने जब उसे गालियां बकने के लिए और उकसाया तो वह बोली अम्मी जान तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? मैंने उसके गाल थपथपाये और कहा बेटी हुमा तू आज से अपनी माँ चुदाना शुरू कर दे। अब तू बोल्ड हो गई है। यही लण्ड पेल दे अपनी माँ की चूत में। बस उस दिन से वह बेटी नहीं दोस्त बन गयी। एक हफ्ते के बाद मुझे मालूम हुआ की फरीदा की बेटी भी अपनी माँ चुदाने लगी है। इन बेटियों ने चुदाई के नए नए तरीके भी बताये। हुमा की शादी के बाद मेरा मन हुआ की मैं किसी दिन उसके शौहर का लण्ड देखूँ पर कभी मौक़ा नहीं मिला। इसी तरह फरीदा भी अभी तक अपनी बेटी के मियां का लण्ड नहीं देख पाई है। आज हमारे लिए एक अच्छा मौका है। आज तो मैं दोनों बेटियों के मियों के लण्ड चोदूँगी।
शराब का नशा छाने लगा मस्तियाँ भी अपना काम करने लगीं और बेशर्म तो हम सब थी हीं। मैं जल्दी से जल्दी फरीदा के दामाद का लण्ड देखना चाहती थी और वह मेरे दामाद का लण्ड देखने के लिए उत्तेजित थी। मजे की बात यह थी की न मैंने अपने दामाद का लौड़ा देखा था और न उसने अपने दामाद का लौड़ा कभी देखा। फरीदा की बेटी शबीन भी उत्तेजित हो रही थी। वह तो मेरे मियां का लौड़ा पकड़ कर चूसना चाहती थी और मेरी बेटी के मियां का लौड़ा भी। इधर मेरी बेटी हुमा फरीदा के मियां का लण्ड चोदना चाहती थी और शबीन के मियां का लौड़ा भी चोदने के फ़िराक में थी। शबीन भी मेरे मियां के लण्ड के बारे में सोंच रही थी और मेरे दामाद के लण्ड के बारे में भी। मेरा मियां और फरीदा का मियां दोनों भोसड़ी के एक दूसरे की बेटी चोदना चाहते थे। उधर दोनों दामाद भी एक दूसरे की बीवी चोदने के मूड में थे और बीवियों की माँ भी चोदने के मूड में थे। यानी आग चारों बुरी तरह लगी हुई थी। शराब के नशे में कुछ बद्तमीजी कुछ शरारत और कुछ गाली गलौज करने का बहाना मिल जाता है।
अचानक मेरी बेटी ने अपना हाथ शबीन के अब्बू की तरफ बढ़ाया और बड़ी सेक्सी अदा से पूंछा - हैदर अंकल, तुम मेरी माँ चोदते हो ?
वह बोला - हां बेटी हुमा चोदता हूँ। अब तेरी माँ मुझसे चुदवाती है तो मैं चोदता हूँ।
हुमा ने फिर पूंछा - अंकल अब मैं तुमसे चुदवाऊंगी तो तुम मुझे चोदोगे ? वह बोला - हां जरूर चोदूंगा। मैं किसी को निराश नहीं करता।
तब तक शबीन बोली - हाय हुमा एक बात सुन ले तू ? तू अगर मेरे अब्बू से चुदवायेगी तो मैं भी तेरे अब्बू से चुदवाऊंगी ? मैं पीछे रहनी वाली नहीं हूँ।
हुमा ने कहा - तेरी माँ की चूत, शबीन ? अरे यार, जब मेरी माँ तेरे अब्बू से चुदवाती है तो मैं भी चुदवा लूंगी इसमें हर्ज़ ही क्या है।
शबीन बोली - तेरी माँ का भोसड़ा हुमा। एक बात सुन ले तेरा अब्बू अगर मेरी माँ चोदेगा तो फिर वह मुझे भी चोदेगा ? मैं बिना चुदाये नहीं मानने वाली।
इन दोनों की प्यार से नोंक झोंक सुनकर सबको बड़ा मज़ा आया और सबने खूब तालियां बजायीं। इन बेटियों ने माहौल को गरमा दिया।
मैंने कहा - देखा फरीदा हमारी बेटियां कितनी बोल्ड हो गयी हैं। ये जवानी का मज़ा लेना जानती हैं।
फरीदा बोली - तेरी बिटिया की बुर ताहिरा। मैं तो आज तेरी बेटी के मियां का लण्ड चोदूँगी।
मैंने कहा - लण्ड तो मैं भी चोदूँगी तेरी बेटी के मियां का ? तू क्या मुझे कम समझती है फरीदा। तेरी बुर चोदी बिटिया की चूत ? मैं उसे नहीं छोडूंगी। बस मैंने हाथ बढाकर शबीन के मियां आसिफ के लण्ड पर रख दिया। फरीदा ने हुमा के मियां हनीफ के लण्ड पर रख दिया। उधर मेरी बेटी ने शबीन के अब्बू का लण्ड ऊपर से ही रगड़ने लगी और शबीन मेरी बेटी के अब्बू का लण्ड ऊपर ही दबाने लगी। अब तो खेल शुरू हो चुका था। कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था।
सब लोगों को सबको नंगी और नंगा देखने बड़ी जल्दी थी। अब कोई रुकने की कोशिश नहीं कर रहा था और नहीं कर रही थी। सबसे पहले मैंने ही शबीन के मियां आसिफ का लौड़ा बाहर निकाला और उसे प्यार से चूमने चाटने लगी। उसने भी मुझे नंगी कर दिया और मेरी चूँचियाँ दबाने लगा। मेरे बाद फरीदा ने भी अपने कपड़े उतार कर मेरी बेटी के मियां हनीफ का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लंड साला आसमान से बातें करने लगा। तब तक मेरा मियां अनवर फरीदा की बेटी शबीन को नंगी कर दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। शबीन भी मेरे मियां का लौड़ा प्यार से चूमने चाटने लगी। मेरी बेटी हुमा ने शबीन के अब्बू का लौड़ा खोल कर मुठ्ठी में लिया और उसे पुचकारने लगी। लौड़ा साला आसमान ताकने लगा। इस तरह चारों लण्ड टन टना कर मैदान में आ गये और चारों चूत सबके सामने कुलबुलाने लगीं।
अब आगे की कहानी आप मेरी बेटी हुमा से सुनिए :-
हां तो दोस्तों, देखा आपने की कैसे यहाँ पर माँ बेटी दोनों मिलकर एक दूसरे के सामने पराये मरदों के लण्ड हिला रहीं हैं। मैं और मेरी माँ, फरीदा आंटी और उसकी बेटी के मियों के लण्ड हिला रहीं हैं उधर हमारे सामने ही हमारे फरीदा आंटी और उसकी बेटी शबीन मेरे मियां और मेरे अब्बू का लण्ड हिला रहीं हैं।
मैं अब शबीन के अब्बू का लण्ड चूस रही हूँ और शबीन मेरे अब्बू का लण्ड चूस रही है। मेरी माँ शबीन के मियां का लण्ड चूस रही है और शबीन की माँ मेरे मियां का लण्ड चूस रही है। इस तरह हम सबको इस अदला बदली का खेल बड़ा अच्छा लग रहा है।
मैंने कहा - यार शबीन तेरे अब्बू का लण्ड तो बहुत मोटा तगड़ा है यार। तूने अभी तक इसे छुपा क्यों रखा ? मुझे पहले क्यों नहीं पकड़ाया ?
वह बोली :- और तू बुर चोदी हुमा ? तूने भी अपने अब्बू का लौड़ा मुझे पहले कभी नहीं पकड़ाया। आज देखो कैसे मेरे हाथ में घोड़े की तरह हिनहिना रहा है तेरे अब्बू का लण्ड ? तूने अगर पहले पकड़ाया होता तो अब तक मैंने जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती ?
मैंने कहा - तेरी माँ का भोसड़ा शबीन ? मुझे नहीं मालूम था की तू इतनी बड़ी चुदक्कड़ है बहन चोद ? शबीन बोली :- तेरी माँ की चूत, हुमा ? तू भी तो उतनी ही चुदक्कड़ है जितनी की मैं ?
तब तक शबीन के अब्बू ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और उधर मेरे अब्बू ने शबीन की बुर में पेल दिया अपना लण्ड ? दोनों एक दूसरे की बेटी चोदने लगे। लण्ड मेरी चूत में पूरा घुसा तो मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं। मैंने कहा अंकल तेरा लौड़ा मुझे बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे चोदो और चोदो लण्ड पूरा पेल के चोदो फाड़ डालो मेरी चूत। तू तो मादर चोद मेरी माँ की बुर लेता है। मेरी माँ चोदता है तू भोसड़ी का आज उसी माँ की बिटिया की बुर ले रहा है तू ? तेरे जैसा हरामी लण्ड और कोई नहीं होगा ? उधर शबीन मेरे अब्बू से चुदवाते हुए कह रही थी हाय मेरे अनवर अंकल तेरा लण्ड तो साला बहुत बड़ा है यार. मेरी चूत मे अंदर तक घुस गया है। मुझे खूब हचक हचक के चोदो। मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो अंकल। चोद चोद के फाड़ डालो मेरी बुर चोदी बुर ? तूने तो मादर चोद मेरी माँ चोद चोद कर उसकी चूत का बना दिया भोसड़ा । और आज तू उसी की बेटी की बुर का भोसड़ा बनाने में जुटा है। तेरी बहन का लण्ड अंकल ? तेरी बिटिया की बुर ? आज मैं भी तेरे लण्ड की हवा निकाल दूँगी। इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें और गन्दी गन्दी गालियां सुनाती हुई हम दोनों एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं। न मुझे कोई शरम और न किसी और को। न चुदवाने वाली को कोई शर्म और न चोदने वाले को ? तभी आता है पूरा मज़ा लण्ड अदल बदल कर चोदने चुदाने में ?
उधर मेरे मियां हनीफ ने फरीदा आंटी की चूत में लौड़ा घुसेड़ दिया और आंटी भी मस्ती से चुदवाने लगीं। उसे देख कर शबीन के मियां आरिफ ने अपना लण्ड मेरी माँ की चूत में घुसेड़ दिया। मेरी अम्मी भी उससे धकाधक चुदवाने लगीं। एक तरफ हम दोनों बेटियों की चूत का बाजा बज रहा था और दूसरी तरफ मेरी और शबीन की माँ के भोसड़ा का भी बजने लगा था। चार चार चूत एक साथ चोदी जा रहीं थीं पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूँज रहा था।
इतने में शबीन ने मजाक करते हुए कहा - हुमा, देख मेरा मियां तेरी माँ चोद रहा है। अभी तक तो मेरा अब्बा तेरी माँ चोदता था। अब मेरा मियां भी तेरी माँ चोदने लगा है। अब यह न कहना की मेरी माँ किसी ने चोदी नहीं। मैंने कहा - हां यार, यह तो सच है की तेरा अब्बा और तेरा मियां दोनों मेरी माँ चोदते हैं। लेकिन यह भी सच है की मेरा मियां और मेरा अब्बा भी तेरी माँ चोदते हैं। तेरी माँ चोद चोद के खूब मज़ा लेते हैं। तू आज की बात कर भोसड़ी वाली। मेरा अब्बा तेरी बुर ले रहा है न और तेरा अब्बा मेरी बुर ले रहा है। थोड़ा देर और रुक जा अभी मेरा मियां तेरी बुर चोदेगा और तेरा मियां मेरी बुर चोदेगा। लण्ड अदल के चूत अदल बदल के बीवी अदल बदल के और मियां अदल बदल के चोदने में जो मज़ा वो मज़ा अकेले अकेले चोदने में कहाँ ?
वह बोली - तो फिर यार तू एक दिन बहन की अदला बदली खाला की अदला बदली और नन्द की भी अदला बदली सबकी अदला बदली कर ले सच में बड़ा मज़ा आएगा। इन मस्त मस्त गन्दी गन्दी बातें सुन कर मर्दों के लण्ड में जोश भर गया वो लोग और ताकत से चोदने लगे।
मेरा अब्बा शबीन की बुर में लौड़ा पेल हुए दना दन्न चोदे चला जा रहा था। उसकी टाइट बुर में अब्बा का लण्ड गच्च गच्च की आवाज़ भी निकाल रहा था। यही हाल शबीन के अब्बा के लण्ड का भी था। वह भी मेरी चूत धकाधक चोदे जा रहा था। चोदते चोदते मेरा अब्बा बोला बेटी शबीन देखो हम लोग न किसी की बेटी चोद रहे हैं और किसी की माँ चोद रहें हैं। हम लोग तो किसी की बीवी चोद रहें हैं और मुझे दूसरे की बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। मैं अभी आसिफ की बीवी शबीन की बुर ले रहा हूँ। आसिफ मेरी बीवी की बुर ले रहा है। हैदर हनीफ की बीवी चोद रहा है और हनीफ हैदर की बीवी चोद रहा है। यहाँ बीवियों की अदला बदली करके हो रही है चुदाई। भले ही मेरी बेटी हुमा हैदर से चुदवा रही है पर मैं यही कहूंगा की हैदर हनीफ की बीवी चोद रहा है। शादी हो जाने के बाद बेटियां भी हो गयीं है बीवियां और बीवियों को अदल बदल कर चोदने में कोई हर्ज़ नहीं है।
थोड़ी देर तक और चुदवाने से सबकी चूत ढीली होने लगी। उधर लण्ड भी सबके अपने मुकाम पर पहुचंने लगे। फिर एक एक करके सबके लण्ड उगलने लगे वीर्य जिसे सब बीवियों ने पिया और लण्ड का सुपाड़ा बड़े मजे से चाटा। दूसरी पारी में मैंने शबीन के मियां आसिफ से चुदवाया और शबीन ने मेरे मियां हनीफ से चुदवाया। अम्मी और आंटी दोनों बैठी हुई अपनी अपनी बेटी चुदवाती रहीं।
एक दिन मैं जब घर आयी तो अम्मी ने कहा अरी हुमा जल्दी आ और देख अंदर क्या हो रहा है ? मैं सीधे कमरे में घुस गयी। वहां मैंने देखा की मेरा अब्बा फरीदा आंटी की बहू की बुर चोद रहा है और हैदर अंकल मेरी भाभी यानी अम्मी की बहू की बुर चोद रहा है। मैं समझ गयी की इन दोनों ने आज बहुओं की अदला बदली कर ली है। मेरा अब्बू हैदर की बहू चोद रहा है और हैदर मेरे अब्बू की बहू चोद रहा है।
ताहिरा बेगम ने कहा - यार एक बात कहना चाहती हूँ। बोलो कहूं की न कहूं ? फरीदा बेगम ने जबाब दिया - हां हां कहो न ? बिलकुल कहो तुम्हे कौन रोक सकता है ? मैं तो कहती हूँ की तुम एकदम खुल कर कहो जो भी कहना चाहती हो ?
ताहिरा बोली - यार ऐसी बात है की देखो अब हमारी बेटियां भी बड़ी बड़ी हो गयीं हैं। उनकी शादियां भी हो गयीं हैं। अब वो सब बीवियां बन चुकीं हैं। बहुयें तो बुर चोदी बीवियां हैं ही। अब एक बात और ? हम सब बीवियों की अदला बदली यानी मियों की अदला बदली करतीं हैं। एक दूसरे के मियों से चुदवातीं हैं। मैं तेरे शौहर से चुदवाती हूँ और तुम मेरे शौहर से चुदवाती हो। मेरा मियां तेरे मियां की बीवी चोदता है और तेरा मियां मेरे मियां की बीवी चोदता है। मतलब यह की दोनों मियां एक दूसरे की बीवी अदल बदल कर चोदतें हैं। तो फिर क्यों न हम लोग इस खेल में अपनी अपनी बहू बेटियों को भी शामिल कर लें ? जैसे बीवियों की अदला बदली होती है वैसे ही बहू बेटियों की भी अदला बदली हो जाये ? लोग अपनी अपनी बहू बेटियां अदल बदल कर चोदें ?
फरीदा बोली - हां यार बात तो बिलकुल सही है। जब बीवियां बदली जा सकतीं हैं तो बहू बेटियां भी बदली जा सकतीं हैं। मेरा मियां तेरी बहू बेटी चोदे और तेरा मियां मेरी बहू बेटी चोदे ? तेरी बेटी का मियां मुझे चोदे और मेरी बेटी का मियां तुम्हे चोदे। यह बात तेरे दिमांग में आयी। यह तो बड़ी अच्छी बात है। अब तो मेरी चूत की आग भड़क गयी है यार। मैं तो तेरी बेटी के मियां से चुदवाने के लिए एकदम तैयार बैठी हूँ।
ताहिरा बोली - मैं भी तेरी बेटी के मियां से चुदवाने के लिए अपनी चूत खोले बैठी हूँ, यार ?
ताहिरा बोली - तो फिर अब देर किस बात की ? चलो अपने अपने मियां से हम लोग बात कर लें और फिर जल्दी से जल्दी प्रोग्राम बना लें ?
मेरा नाम ताहिरा बेगम हैं दोस्तों, मैं ४५ साल की हूँ मस्त जवान हूँ आर मेरी चूत की आग बहन चोद कभी बुझती ही नहीं। मेरा मन होता है की मैं हर रोज़ ३/४ लण्ड पेला करूँ अपनी चूत में। मैं पड़ोस की फरीदा बेगम के शौहर से चुदवाने लगी। वह भी भोसड़ी की बड़ी चुदक्कड़ निकली। बस मेरा काम हो गया। वह भी मेरे मियां से चुदवाने लगी। फिर हम दोनों एक ही कमरे में आमने सामने एक दूसरे की मियां से चुदवाने लगी। मेरे शौहर के कई दोस्त है मैं उन लोगों से भी बीवियों की अदला बदली का खेल खेलने लगी। मज़ा मेरे शौहर को भी आने लगा। वह भी परायी बीवियां चोद चोद कर मस्त होने लगा। इसी बीच हमारी बेटियां बड़ी बड़ी ही गयीं। उनकी शादियां भी हो गयीं। वो भी बुर चोदी बीवियां बन गयी। तो यह मन में ख्याल आया की क्यों न बेटियों की अदला बदली की जाए। एक दूसरे की बेटी चोदी जाए ? एक दूसरे की बेटी के मियां से चुदवाया जाए। मैंने अपने मन की बात फरीदा को बताई तो वह एकदम तैयार हो गयी। फिर मैंने रात में अपने शौहर से अपने मन की बात ज़ाहिर की तो वह बोला हां यह तो बड़ी अच्छी बात है। मैं फरीदा की बेटी चोदना चाहता हूँ और उसका मियां मेरी बेटी चोद ले। इसमे हर्ज़ ही क्या है ? मेरी बेटी भी आखिर कार किसी की बीवी हैं उसे भी अदला बदली का उतना ही हक़ है जितना की हमें ?
दूसरे दिन हम दिनों फिर मिलीं मैंने कहा यार फरीदा मेरा मियां तो एकदम तैयार है। वह बोली मेरा मियां भी राज़ी हो गया है। मैंने कहा तो फिर आज ही रात को बेटियों की अदला बदली रख लो। अभी मेरी बहू नहीं है। उसके साथ किसी और दिन अदला बदली हो जाएगी। वह मान गयी और शाम को हम सब लोग इकठ्ठा हो गए। इधर मैं ताहिरा मेरा शौहर अनवर, मेरी बेटी हुमा और उसका मियां हनीफ उधर फरीदा उसका शौहर हैदर, उसकी बेटी शबीन और उसका मियां आसिफ ? यानी चार कपल एक ही जगह चोदा चोदी के लिए मेरे घर में जमा हो गए।
सब लोग एक दूसरे को अच्छी तरह जानते थे। कोई अपरिचित नहीं था। सबको यह भी मालूम था की हम लोग किसलिए इकठ्ठा हुए हैं। तभी मैंने अपनी बेटी हुमा को इशारा किया तो उसने ड्रिंक्स का सेट सबके सामने लगा दिया। ऐसे मौके पर अगर दारू का सेवन किया जाए तो चुदाई का मज़ा दूना हो जाता है। हम लोग चूँकि पैसे वाले है इसलिए थोड़ा ऐय्यासी तो आ ही जाती है। और फिर मैं ऐय्यासी करने में कोई कसर नहीं छोड़ती। ऐय्यासी में सबसे बड़ी भूमिका होती है सबके साथ मिलकर चोदा चोदी करना। पराये मरदों के लण्ड का मज़ा लेना और पराई बीवियों की बुर चोदना वह भी खुललाम खुल्ला। एक बात बहुत अच्छी है की मैं अपनी बेटी से खुली हुई हूँ और फरीदा अपनी बेटी से। मेरी बेटी जब १८+ हुई थी तो एक दिन मैं उसके सामने ही अनीस का लण्ड पीने लगी थी. पहले तो वह मुझे देख कर शर्मायी लेकिन फिर मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा बेटी अब तुम जवान हो गयी हो शर्माने की कोई जरुरत नहीं है। आज तुमसे एक बाद कह रही हूँ। तेरी माँ बुर चोदी बहुत बड़ी चुदक्कड़ है। पराये मर्दों के लण्ड पीती है तेरी माँ। खुल्लम खुल्ला गैर मरदों से चुदवाती है तेरी माँ बेटी। तेरी माँ का भोसड़ा हुमा ? आज से तुम भी सबके लण्ड का मज़ा लो और गालियां बकना शुरू कर दो। जब तुम मुंह से गालियां निकालती हुई मुंह में लण्ड लोगी तब तुम्हे जवानी का असली मज़ा मिलेगा बेटी। तुम एक औरत हो और औरत बुर चोदी चुदवाने में कभी कंजूसी नहीं करती। सबसे चुदवा लेती है और सबके लण्ड चोदती है।
मेरी बातों उस पर असर हुआ। उसने फ़ौरन लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में डाल लिया। मैं समझ गयी की हुमा बहुत पहले से लण्ड पी रही है। मैंने जब उसे गालियां बकने के लिए और उकसाया तो वह बोली अम्मी जान तेरी बेटी की माँ का भोसड़ा ? तेरी बुर चोदी बिटिया की बुर ? मैंने उसके गाल थपथपाये और कहा बेटी हुमा तू आज से अपनी माँ चुदाना शुरू कर दे। अब तू बोल्ड हो गई है। यही लण्ड पेल दे अपनी माँ की चूत में। बस उस दिन से वह बेटी नहीं दोस्त बन गयी। एक हफ्ते के बाद मुझे मालूम हुआ की फरीदा की बेटी भी अपनी माँ चुदाने लगी है। इन बेटियों ने चुदाई के नए नए तरीके भी बताये। हुमा की शादी के बाद मेरा मन हुआ की मैं किसी दिन उसके शौहर का लण्ड देखूँ पर कभी मौक़ा नहीं मिला। इसी तरह फरीदा भी अभी तक अपनी बेटी के मियां का लण्ड नहीं देख पाई है। आज हमारे लिए एक अच्छा मौका है। आज तो मैं दोनों बेटियों के मियों के लण्ड चोदूँगी।
शराब का नशा छाने लगा मस्तियाँ भी अपना काम करने लगीं और बेशर्म तो हम सब थी हीं। मैं जल्दी से जल्दी फरीदा के दामाद का लण्ड देखना चाहती थी और वह मेरे दामाद का लण्ड देखने के लिए उत्तेजित थी। मजे की बात यह थी की न मैंने अपने दामाद का लौड़ा देखा था और न उसने अपने दामाद का लौड़ा कभी देखा। फरीदा की बेटी शबीन भी उत्तेजित हो रही थी। वह तो मेरे मियां का लौड़ा पकड़ कर चूसना चाहती थी और मेरी बेटी के मियां का लौड़ा भी। इधर मेरी बेटी हुमा फरीदा के मियां का लण्ड चोदना चाहती थी और शबीन के मियां का लौड़ा भी चोदने के फ़िराक में थी। शबीन भी मेरे मियां के लण्ड के बारे में सोंच रही थी और मेरे दामाद के लण्ड के बारे में भी। मेरा मियां और फरीदा का मियां दोनों भोसड़ी के एक दूसरे की बेटी चोदना चाहते थे। उधर दोनों दामाद भी एक दूसरे की बीवी चोदने के मूड में थे और बीवियों की माँ भी चोदने के मूड में थे। यानी आग चारों बुरी तरह लगी हुई थी। शराब के नशे में कुछ बद्तमीजी कुछ शरारत और कुछ गाली गलौज करने का बहाना मिल जाता है।
अचानक मेरी बेटी ने अपना हाथ शबीन के अब्बू की तरफ बढ़ाया और बड़ी सेक्सी अदा से पूंछा - हैदर अंकल, तुम मेरी माँ चोदते हो ?
वह बोला - हां बेटी हुमा चोदता हूँ। अब तेरी माँ मुझसे चुदवाती है तो मैं चोदता हूँ।
हुमा ने फिर पूंछा - अंकल अब मैं तुमसे चुदवाऊंगी तो तुम मुझे चोदोगे ? वह बोला - हां जरूर चोदूंगा। मैं किसी को निराश नहीं करता।
तब तक शबीन बोली - हाय हुमा एक बात सुन ले तू ? तू अगर मेरे अब्बू से चुदवायेगी तो मैं भी तेरे अब्बू से चुदवाऊंगी ? मैं पीछे रहनी वाली नहीं हूँ।
हुमा ने कहा - तेरी माँ की चूत, शबीन ? अरे यार, जब मेरी माँ तेरे अब्बू से चुदवाती है तो मैं भी चुदवा लूंगी इसमें हर्ज़ ही क्या है।
शबीन बोली - तेरी माँ का भोसड़ा हुमा। एक बात सुन ले तेरा अब्बू अगर मेरी माँ चोदेगा तो फिर वह मुझे भी चोदेगा ? मैं बिना चुदाये नहीं मानने वाली।
इन दोनों की प्यार से नोंक झोंक सुनकर सबको बड़ा मज़ा आया और सबने खूब तालियां बजायीं। इन बेटियों ने माहौल को गरमा दिया।
मैंने कहा - देखा फरीदा हमारी बेटियां कितनी बोल्ड हो गयी हैं। ये जवानी का मज़ा लेना जानती हैं।
फरीदा बोली - तेरी बिटिया की बुर ताहिरा। मैं तो आज तेरी बेटी के मियां का लण्ड चोदूँगी।
मैंने कहा - लण्ड तो मैं भी चोदूँगी तेरी बेटी के मियां का ? तू क्या मुझे कम समझती है फरीदा। तेरी बुर चोदी बिटिया की चूत ? मैं उसे नहीं छोडूंगी। बस मैंने हाथ बढाकर शबीन के मियां आसिफ के लण्ड पर रख दिया। फरीदा ने हुमा के मियां हनीफ के लण्ड पर रख दिया। उधर मेरी बेटी ने शबीन के अब्बू का लण्ड ऊपर से ही रगड़ने लगी और शबीन मेरी बेटी के अब्बू का लण्ड ऊपर ही दबाने लगी। अब तो खेल शुरू हो चुका था। कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था।
सब लोगों को सबको नंगी और नंगा देखने बड़ी जल्दी थी। अब कोई रुकने की कोशिश नहीं कर रहा था और नहीं कर रही थी। सबसे पहले मैंने ही शबीन के मियां आसिफ का लौड़ा बाहर निकाला और उसे प्यार से चूमने चाटने लगी। उसने भी मुझे नंगी कर दिया और मेरी चूँचियाँ दबाने लगा। मेरे बाद फरीदा ने भी अपने कपड़े उतार कर मेरी बेटी के मियां हनीफ का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लंड साला आसमान से बातें करने लगा। तब तक मेरा मियां अनवर फरीदा की बेटी शबीन को नंगी कर दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। शबीन भी मेरे मियां का लौड़ा प्यार से चूमने चाटने लगी। मेरी बेटी हुमा ने शबीन के अब्बू का लौड़ा खोल कर मुठ्ठी में लिया और उसे पुचकारने लगी। लौड़ा साला आसमान ताकने लगा। इस तरह चारों लण्ड टन टना कर मैदान में आ गये और चारों चूत सबके सामने कुलबुलाने लगीं।
अब आगे की कहानी आप मेरी बेटी हुमा से सुनिए :-
हां तो दोस्तों, देखा आपने की कैसे यहाँ पर माँ बेटी दोनों मिलकर एक दूसरे के सामने पराये मरदों के लण्ड हिला रहीं हैं। मैं और मेरी माँ, फरीदा आंटी और उसकी बेटी के मियों के लण्ड हिला रहीं हैं उधर हमारे सामने ही हमारे फरीदा आंटी और उसकी बेटी शबीन मेरे मियां और मेरे अब्बू का लण्ड हिला रहीं हैं।
मैं अब शबीन के अब्बू का लण्ड चूस रही हूँ और शबीन मेरे अब्बू का लण्ड चूस रही है। मेरी माँ शबीन के मियां का लण्ड चूस रही है और शबीन की माँ मेरे मियां का लण्ड चूस रही है। इस तरह हम सबको इस अदला बदली का खेल बड़ा अच्छा लग रहा है।
मैंने कहा - यार शबीन तेरे अब्बू का लण्ड तो बहुत मोटा तगड़ा है यार। तूने अभी तक इसे छुपा क्यों रखा ? मुझे पहले क्यों नहीं पकड़ाया ?
वह बोली :- और तू बुर चोदी हुमा ? तूने भी अपने अब्बू का लौड़ा मुझे पहले कभी नहीं पकड़ाया। आज देखो कैसे मेरे हाथ में घोड़े की तरह हिनहिना रहा है तेरे अब्बू का लण्ड ? तूने अगर पहले पकड़ाया होता तो अब तक मैंने जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती ?
मैंने कहा - तेरी माँ का भोसड़ा शबीन ? मुझे नहीं मालूम था की तू इतनी बड़ी चुदक्कड़ है बहन चोद ? शबीन बोली :- तेरी माँ की चूत, हुमा ? तू भी तो उतनी ही चुदक्कड़ है जितनी की मैं ?
तब तक शबीन के अब्बू ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और उधर मेरे अब्बू ने शबीन की बुर में पेल दिया अपना लण्ड ? दोनों एक दूसरे की बेटी चोदने लगे। लण्ड मेरी चूत में पूरा घुसा तो मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं। मैंने कहा अंकल तेरा लौड़ा मुझे बड़ा मज़ा दे रहा है मुझे चोदो और चोदो लण्ड पूरा पेल के चोदो फाड़ डालो मेरी चूत। तू तो मादर चोद मेरी माँ की बुर लेता है। मेरी माँ चोदता है तू भोसड़ी का आज उसी माँ की बिटिया की बुर ले रहा है तू ? तेरे जैसा हरामी लण्ड और कोई नहीं होगा ? उधर शबीन मेरे अब्बू से चुदवाते हुए कह रही थी हाय मेरे अनवर अंकल तेरा लण्ड तो साला बहुत बड़ा है यार. मेरी चूत मे अंदर तक घुस गया है। मुझे खूब हचक हचक के चोदो। मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो अंकल। चोद चोद के फाड़ डालो मेरी बुर चोदी बुर ? तूने तो मादर चोद मेरी माँ चोद चोद कर उसकी चूत का बना दिया भोसड़ा । और आज तू उसी की बेटी की बुर का भोसड़ा बनाने में जुटा है। तेरी बहन का लण्ड अंकल ? तेरी बिटिया की बुर ? आज मैं भी तेरे लण्ड की हवा निकाल दूँगी। इसी तरह की गन्दी गन्दी बातें और गन्दी गन्दी गालियां सुनाती हुई हम दोनों एक दूसरे के अब्बू से चुदवा रहीं थीं। न मुझे कोई शरम और न किसी और को। न चुदवाने वाली को कोई शर्म और न चोदने वाले को ? तभी आता है पूरा मज़ा लण्ड अदल बदल कर चोदने चुदाने में ?
उधर मेरे मियां हनीफ ने फरीदा आंटी की चूत में लौड़ा घुसेड़ दिया और आंटी भी मस्ती से चुदवाने लगीं। उसे देख कर शबीन के मियां आरिफ ने अपना लण्ड मेरी माँ की चूत में घुसेड़ दिया। मेरी अम्मी भी उससे धकाधक चुदवाने लगीं। एक तरफ हम दोनों बेटियों की चूत का बाजा बज रहा था और दूसरी तरफ मेरी और शबीन की माँ के भोसड़ा का भी बजने लगा था। चार चार चूत एक साथ चोदी जा रहीं थीं पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ों से गूँज रहा था।
इतने में शबीन ने मजाक करते हुए कहा - हुमा, देख मेरा मियां तेरी माँ चोद रहा है। अभी तक तो मेरा अब्बा तेरी माँ चोदता था। अब मेरा मियां भी तेरी माँ चोदने लगा है। अब यह न कहना की मेरी माँ किसी ने चोदी नहीं। मैंने कहा - हां यार, यह तो सच है की तेरा अब्बा और तेरा मियां दोनों मेरी माँ चोदते हैं। लेकिन यह भी सच है की मेरा मियां और मेरा अब्बा भी तेरी माँ चोदते हैं। तेरी माँ चोद चोद के खूब मज़ा लेते हैं। तू आज की बात कर भोसड़ी वाली। मेरा अब्बा तेरी बुर ले रहा है न और तेरा अब्बा मेरी बुर ले रहा है। थोड़ा देर और रुक जा अभी मेरा मियां तेरी बुर चोदेगा और तेरा मियां मेरी बुर चोदेगा। लण्ड अदल के चूत अदल बदल के बीवी अदल बदल के और मियां अदल बदल के चोदने में जो मज़ा वो मज़ा अकेले अकेले चोदने में कहाँ ?
वह बोली - तो फिर यार तू एक दिन बहन की अदला बदली खाला की अदला बदली और नन्द की भी अदला बदली सबकी अदला बदली कर ले सच में बड़ा मज़ा आएगा। इन मस्त मस्त गन्दी गन्दी बातें सुन कर मर्दों के लण्ड में जोश भर गया वो लोग और ताकत से चोदने लगे।
मेरा अब्बा शबीन की बुर में लौड़ा पेल हुए दना दन्न चोदे चला जा रहा था। उसकी टाइट बुर में अब्बा का लण्ड गच्च गच्च की आवाज़ भी निकाल रहा था। यही हाल शबीन के अब्बा के लण्ड का भी था। वह भी मेरी चूत धकाधक चोदे जा रहा था। चोदते चोदते मेरा अब्बा बोला बेटी शबीन देखो हम लोग न किसी की बेटी चोद रहे हैं और किसी की माँ चोद रहें हैं। हम लोग तो किसी की बीवी चोद रहें हैं और मुझे दूसरे की बीवी चोदने में ज्यादा मज़ा आता है। मैं अभी आसिफ की बीवी शबीन की बुर ले रहा हूँ। आसिफ मेरी बीवी की बुर ले रहा है। हैदर हनीफ की बीवी चोद रहा है और हनीफ हैदर की बीवी चोद रहा है। यहाँ बीवियों की अदला बदली करके हो रही है चुदाई। भले ही मेरी बेटी हुमा हैदर से चुदवा रही है पर मैं यही कहूंगा की हैदर हनीफ की बीवी चोद रहा है। शादी हो जाने के बाद बेटियां भी हो गयीं है बीवियां और बीवियों को अदल बदल कर चोदने में कोई हर्ज़ नहीं है।
थोड़ी देर तक और चुदवाने से सबकी चूत ढीली होने लगी। उधर लण्ड भी सबके अपने मुकाम पर पहुचंने लगे। फिर एक एक करके सबके लण्ड उगलने लगे वीर्य जिसे सब बीवियों ने पिया और लण्ड का सुपाड़ा बड़े मजे से चाटा। दूसरी पारी में मैंने शबीन के मियां आसिफ से चुदवाया और शबीन ने मेरे मियां हनीफ से चुदवाया। अम्मी और आंटी दोनों बैठी हुई अपनी अपनी बेटी चुदवाती रहीं।
एक दिन मैं जब घर आयी तो अम्मी ने कहा अरी हुमा जल्दी आ और देख अंदर क्या हो रहा है ? मैं सीधे कमरे में घुस गयी। वहां मैंने देखा की मेरा अब्बा फरीदा आंटी की बहू की बुर चोद रहा है और हैदर अंकल मेरी भाभी यानी अम्मी की बहू की बुर चोद रहा है। मैं समझ गयी की इन दोनों ने आज बहुओं की अदला बदली कर ली है। मेरा अब्बू हैदर की बहू चोद रहा है और हैदर मेरे अब्बू की बहू चोद रहा है।
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