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कुंवारी भांजी की चूत और गांड फाड़ चुदाई Kunvari Bhanji ki chut aur gand fad chudai
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हैल्लो दोस्तों, मैं कार्तिक हूँ. मेरी उम्र 22 साल है. मेरा कद 6 फूट है. मैं आपका सेक्स कहानियों की दुनियां में स्वागत करता हूँ. दोस्तों, मेरी बड़ी बहन जिसका नाम सलोचना है. उसकी शादी को हुए 20 साल हो गए है और उसके दो बच्चे है, एक लड़का है जिसका नाम संजू और उम्र 16 साल है और एक लड़की है जो 18 साल की है. लड़की का नाम प्रिया है. मेरे जीजा जी गुडगाँव में एक कंपनी में लगे हुए है और केवल छुट्टियों में ही घर आते है. अब कुछ ही दिन पहले मेरी बहन की जेठानी ज्यादा बीमार हो गई थी इसलिए उसे 15 दिन के लिए हॉस्पिटल में रखा गया जिसके कारन मेरी बहन, और मेरी बहन के जेठ को भी दिन रात वहीँ रहना पड़ा. उस समय इत्तेफाक से मैं भी वहां गया हुआ था. मेरी बहन ने मुझे तब तक वहीँ रुकने के लिए कहा इसलिए मुझे तब तक वहीँ रहना पड़ा जब तक मेरी बहन की जेठानी ठीक हुई और वे घर आए.
संजू हर रोज स्कुल चला जाता था और प्रिया को घर का काम करने के लिए अपने कोलेज से छुट्टी लेनी पड़ी. संजू के स्कुल जाने के बाद मैं और प्रिय ही घर में रहते थे. हम दोनों थोड़ी - बहुत शरारत करते रहते थे. एक दिन हम दोनों टीवी देख रहे थे, हीरो ने हिरोइन को किस किया और हीरो उस हिरोइन के उपर लेट कर उसे प्यार करने लगा. मेरा लंड यह सीन देख कर खड़ा हो गया और हम दोनों उस सिन में इतने खो गए की हमें ये याद ही नहीं रहा कि हम दोनों पास - पास बैठे है और मस्ती में मैं अपने लंड को पेंट के अंदर ही सहलाने लगा और प्रिया भी सलवार के उपर से ही अपनी चूत को सहलाने लगी और आअह्ह्ह्ह हूहूउहूउ की आवाज करने लगी. तभी एक दम से हमें ख्याल आया कि हम दोनों एक ही कमरे में और एक ही बेड पर साथ - साथ बैठे है. मैंने प्रिया की तरफ देखा कि कहीं प्रिया ने यह सब देख तो नहीं लिया और प्रिया ने भी यहीं सोचा और मेरी तरफ देखा, इस प्रकार हम दोनों की नजरे टकराई और प्रिया शरमाई लेकिन अचानक ही वह मुस्कुराने लगी और उठकर बाहर चली गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
थोड़ी देर बाद प्रिया मेरे लिए चाय लेकर आई और बोली कि उसे ध्यान नहीं रहा इसलिए सॉरी. मैंने भी उससे कहा कि ध्यान तो मुझे नहीं रहा और सॉरी तो मुझे बोलना चाहिए. इन बातों के दौरान वो मुस्कुरा रही थी, मैंने उसे अपने पास बैठा लिया. मैंने उसे मजाक में कहा कि एक बार और वहीँ सीन दिखाऊ क्या? उसने भी झट से हाँ कर दी. मैंने टीवी चलाकर देखा तो कहीं भी ऐसा दृश्य नहीं मिला. मैंने कहा कि सॉरी अब ऐसा कोई सिन टीवी पर नहीं चल रहा है. उसने कहा कि टीवी में ना सही लेकिन तुम्हारे मोबाइल में तो इससे भी ज्यादा अच्छे सिन है. मैंने कहा नहीं है मैं ऐसा कुछ अपने मोबाइल में रखता ही नहीं हूँ. उसने कहा की मैंने कल रात को आपके मोबाइल में देखी थी. यह कहकर मुझसे मेरा मोबाइल लिया और उसमे ब्लू फिल्म चला दी. बाप रे इसने तो मेरा सारा मोबाइल चेक कर रखा था. लेकिन मुझे दुख नहीं हुआ क्योंकि अब हम एक दुसरे से पूरा खुल जो गए थे.
अब मेरी नज़र सीधा उसके बूब्स पर पड़ी तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी, क्या गोरे-गोरे और बड़े-बड़े बूब्स थे? अब मेरा लंड उसी समय खड़ा हो गया और अब उसने भी मुझे उसके बूब्स को देखते हुए देख लिया था. ऊपर टी-शर्ट थी, लेकिन नीचे कुछ नहीं था. वो जानबूझ कर अपने बूब्स और ज्यादा झुककर दिखाने लगी, फिर बोली - मामा जी आप तो बहुत गंदी हरकते करते हो, आपके घर वाले आपकी शादी नहीं करते क्या?
हैल्लो दोस्तों, मैं कार्तिक हूँ. मेरी उम्र 22 साल है. मेरा कद 6 फूट है. मैं आपका सेक्स कहानियों की दुनियां में स्वागत करता हूँ. दोस्तों, मेरी बड़ी बहन जिसका नाम सलोचना है. उसकी शादी को हुए 20 साल हो गए है और उसके दो बच्चे है, एक लड़का है जिसका नाम संजू और उम्र 16 साल है और एक लड़की है जो 18 साल की है. लड़की का नाम प्रिया है. मेरे जीजा जी गुडगाँव में एक कंपनी में लगे हुए है और केवल छुट्टियों में ही घर आते है. अब कुछ ही दिन पहले मेरी बहन की जेठानी ज्यादा बीमार हो गई थी इसलिए उसे 15 दिन के लिए हॉस्पिटल में रखा गया जिसके कारन मेरी बहन, और मेरी बहन के जेठ को भी दिन रात वहीँ रहना पड़ा. उस समय इत्तेफाक से मैं भी वहां गया हुआ था. मेरी बहन ने मुझे तब तक वहीँ रुकने के लिए कहा इसलिए मुझे तब तक वहीँ रहना पड़ा जब तक मेरी बहन की जेठानी ठीक हुई और वे घर आए.
संजू हर रोज स्कुल चला जाता था और प्रिया को घर का काम करने के लिए अपने कोलेज से छुट्टी लेनी पड़ी. संजू के स्कुल जाने के बाद मैं और प्रिय ही घर में रहते थे. हम दोनों थोड़ी - बहुत शरारत करते रहते थे. एक दिन हम दोनों टीवी देख रहे थे, हीरो ने हिरोइन को किस किया और हीरो उस हिरोइन के उपर लेट कर उसे प्यार करने लगा. मेरा लंड यह सीन देख कर खड़ा हो गया और हम दोनों उस सिन में इतने खो गए की हमें ये याद ही नहीं रहा कि हम दोनों पास - पास बैठे है और मस्ती में मैं अपने लंड को पेंट के अंदर ही सहलाने लगा और प्रिया भी सलवार के उपर से ही अपनी चूत को सहलाने लगी और आअह्ह्ह्ह हूहूउहूउ की आवाज करने लगी. तभी एक दम से हमें ख्याल आया कि हम दोनों एक ही कमरे में और एक ही बेड पर साथ - साथ बैठे है. मैंने प्रिया की तरफ देखा कि कहीं प्रिया ने यह सब देख तो नहीं लिया और प्रिया ने भी यहीं सोचा और मेरी तरफ देखा, इस प्रकार हम दोनों की नजरे टकराई और प्रिया शरमाई लेकिन अचानक ही वह मुस्कुराने लगी और उठकर बाहर चली गई. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
थोड़ी देर बाद प्रिया मेरे लिए चाय लेकर आई और बोली कि उसे ध्यान नहीं रहा इसलिए सॉरी. मैंने भी उससे कहा कि ध्यान तो मुझे नहीं रहा और सॉरी तो मुझे बोलना चाहिए. इन बातों के दौरान वो मुस्कुरा रही थी, मैंने उसे अपने पास बैठा लिया. मैंने उसे मजाक में कहा कि एक बार और वहीँ सीन दिखाऊ क्या? उसने भी झट से हाँ कर दी. मैंने टीवी चलाकर देखा तो कहीं भी ऐसा दृश्य नहीं मिला. मैंने कहा कि सॉरी अब ऐसा कोई सिन टीवी पर नहीं चल रहा है. उसने कहा कि टीवी में ना सही लेकिन तुम्हारे मोबाइल में तो इससे भी ज्यादा अच्छे सिन है. मैंने कहा नहीं है मैं ऐसा कुछ अपने मोबाइल में रखता ही नहीं हूँ. उसने कहा की मैंने कल रात को आपके मोबाइल में देखी थी. यह कहकर मुझसे मेरा मोबाइल लिया और उसमे ब्लू फिल्म चला दी. बाप रे इसने तो मेरा सारा मोबाइल चेक कर रखा था. लेकिन मुझे दुख नहीं हुआ क्योंकि अब हम एक दुसरे से पूरा खुल जो गए थे.
अब मेरी नज़र सीधा उसके बूब्स पर पड़ी तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयी, क्या गोरे-गोरे और बड़े-बड़े बूब्स थे? अब मेरा लंड उसी समय खड़ा हो गया और अब उसने भी मुझे उसके बूब्स को देखते हुए देख लिया था. ऊपर टी-शर्ट थी, लेकिन नीचे कुछ नहीं था. वो जानबूझ कर अपने बूब्स और ज्यादा झुककर दिखाने लगी, फिर बोली - मामा जी आप तो बहुत गंदी हरकते करते हो, आपके घर वाले आपकी शादी नहीं करते क्या?
मैंने उससे कहा कि तुम एक बार मुझे अपने बूब्स दिखा दो तो मैं अपने आपको शांत कर लूँगा. फिर वो कहने लगी कि कितनी देर से देख तो रहे हो शांति नहीं मिलती क्या? फिर उसी समय मैं उसे गले लगाने लगा. तो वो कहने लगी कि मामा जी यह ठीक नहीं है और जैसे ही उसने बोला कि कोई आ जायेगा, बस फिर क्या था? मैं उसके होंठो को मेरे होंठो में लेकर चूसने लगा, फिर थोड़ी देर तक वो छटपटाई, फिर वो भी मेरा साथ देने लगी. फिर मैंने उसकी शर्ट ऊपर की और उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. अब वो कहने लगी कि आअहह मामा जी जान निकालोगे क्या? तो मैंने कहा कि हाँ मैं बहुत दिनों से भूखा हूँ और आज तो तेरी जान ही निकालूँगा. फिर मैं धीरे-धीरे उसके पेट, नाभि, उसकी जांघे चूमता हुआ उसकी चूत पर पहुँचा, तो अब वो मछली की तरह छटपटा रही थी. फिर मैंने अपने होंठो को सलवार पर से ही उसकी चूत पर रख दिया और अब वो तो जैसे पागल ही हो गई.
तभी मुझे ख्याल आया कि कहीं मेन दरवाजा खुला तो नहीं है जिससे कोई सीधा ही अंदर न चला आए. मैंने उससे कहा कि मैं दरवाजा बंद करके आता हूँ तो वो बोली कि वह पहले ही दरवाजा बंद करके आई थी क्योंकि उसकी चूत की खुजली मिटवाने का इरादा पहले से ही था और उसने जानबुझकर बात को आगे बढ़ाया था. फिर मैं उठा और उसे बिलकुल नंगी कर दिया और खुद भी सारे कपड़े उतारकर नंगा हो गया. मैंने उसकी टांगो को अलग अलग किया हलके भूरे बाल थे, ऊँगली लगाई तो महसूस हुआ की चूत काफी गरम और गीली हो गयी थी, मुझसे रहा ना गया और मैं जीभ से उसकी चूत चाटने लगा. वो आआह आआअह आआआह आआअह करने लगी. फिर मैंने उसको उलट दिया बड़ा बड़ा गोल गोल चूतड़ ओह्ह्ह्ह कमाल का.
मैं उसके गांड के छेद को जीभ से चाटने लगा वो तो पागल सी हो गयी थी, मैंने जैसे ही अपना लंड उसकी चूत के सुराख़ पर रखा तो वह मचलने लगी और कहने लगी की जल्दी से मुझे चोद डालो. मैंने उसकी टांग को ऊपर उठा दिया और अपना लण्ड उसकी चूत के मुह पे रखा और जोर से धक्का लगाया प्रिया कराह उठी नहीं नहीं नहीं आआअह्हह्हह बहुत दर्द होने लगा है मामाजी प्लीज प्लीज निकालो इसे. मैं थोड़ा रुक गया और चूचियों को दबाने लगा फिर अपनी एक ऊँगली उसके मुह में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा वो भी मजे लेने लगी फिर मैंने दूसरा झटका मारा पूरा लण्ड उसकी चूत को फाड़ते हुए अंदर चला गया, उसकी आँखों में आंसू आ गए थे, मैं रुका नहीं जोर जोर से चोदने लगा जब लण्ड बाहर निकाला तो देखा मेरा लण्ड खून से लथपथ था, वो बोली खून मेरे चूत से तो मैंने कहा कि पहली बार चुदवाने पे चूत की झिल्ली फट जाती है इस वजह से खून निकला अब नहीं निकलेगा. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैंने फिर से उसकी चूत में लण्ड घुसाया और जोर जोर से चोदने लगा, वो आआह आआअह आआअह आअअहअअअह् कर रही थी, मैं भी उसको गालियां देने लगा ले रंडी ले, मेरा लण्ड ले, आज तेरी चूत फाड़ दूंगा, आज से तुम्हे दुल्हन बनाऊंगा, तू भी तो बड़ी रंडी निकली रे माना की मैं भांजीचोद निकला पर तू भी तो रे हाई हाय उफ्फ्फ आआअह ले ले मेरा लण्ड, ऊऊह ओह्ह्ह्ह्ह और मैं झड़ गया, मेरी भांजी भी शांत हो गयी.मैंने उसे मेरा लंड चूसने के लिए कहा तो वो इंकार करने लगी लेकिन थोड़ी देर में ही मान गई. उसके चूसने से मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने उसे घोड़ी बनाकर लंड उसकी गांड में घुसा दिया. वो दर्द के मारे चीखने चिल्लाने लगी लेकिन एक - दो मिनट में ही उसे मजा आने लगा. उसने मुझसे तेज - तेज चुदाई करने के लिए कहा. मैंने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया वो याआआअ ऊऊओह्ह्ह्ह करते हुए आँख बंद करके चुदने लगी. 20 मिनट में मैं आहाह्ह्ह्हह की आवाज के साथ झड़ गया. फिर क्या था चोदा चोदी का काम मौका मिलते ही चलता रहा.....
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