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शीला की शेव की हुई चुत की सील तोड़ी Seela ki save ki huyi chut ki seel todi
बिना बालों वाली चूत की चुदाई , शीला की शेव की हुई चुत की सील तोड़ी Seela ki save ki huyi chut ki seel todi , चुद गई , चुदवा ली , चोद दी , चुदवाती हूँ , चोदा चादी और चुदास अन्तर्वासना कामवासना , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
मेरा नाम आर्यन है, मुझे सेक्स स्टोरी बहूत पसंद है, मैं सेक्स का दीवाना हूँ आज मैं आपको अपनी ज़िंदगी की एक खूबसूरात कहानी पेश कर रहा हूँ, आशा करता हूँ की आपको मेरी ये कहानी अच्छी लगेगी. ये कहानी मेरी और शीला की है, शीला मेरी कज़िन पारो की बेस्ट फ़्रेंड है. शीला नेचर वाइज़ स्वीट और इनोसेंट सी लड़की है, पर देखने मे कयामत है जो भी उसे देखे बस देखता ही रह जाए. शी इज सो ब्यूटिफुल और सो फेयर,फिगर 34-28-32,चलो सीधा कहानी पर आता हूँ. ये कहानी आज से तीन साल पहले की है मेरी आंटी जी की बड़ी लड़की (पारो की सिस) की शादी थी, मैं वहां 3 दिन पहले ही पहुच गया था फंक्शन अटेंड करने और अरेंज्मेंट्स मे हेल्प करने. शीला से मेरी मुलाकात उसी फंक्शन मे हुई, मैने जब शीला को देखा तो देखता ही रह गया पिंक सूट मे हुस्न की परी लग रही थी, मैने अपने कज़िन से पूछा तो उसने बताया की पारो की फ़्रेंड है. पारो और मेरी बचपन से बहुत अच्छी बॉनडिंग थी और हम अपनी मोस्ट्ली सभी बाते एक दूसरे से शेयर भी कर लेते थे.
मेरा नाम आर्यन है, मुझे सेक्स स्टोरी बहूत पसंद है, मैं सेक्स का दीवाना हूँ आज मैं आपको अपनी ज़िंदगी की एक खूबसूरात कहानी पेश कर रहा हूँ, आशा करता हूँ की आपको मेरी ये कहानी अच्छी लगेगी. ये कहानी मेरी और शीला की है, शीला मेरी कज़िन पारो की बेस्ट फ़्रेंड है. शीला नेचर वाइज़ स्वीट और इनोसेंट सी लड़की है, पर देखने मे कयामत है जो भी उसे देखे बस देखता ही रह जाए. शी इज सो ब्यूटिफुल और सो फेयर,फिगर 34-28-32,चलो सीधा कहानी पर आता हूँ. ये कहानी आज से तीन साल पहले की है मेरी आंटी जी की बड़ी लड़की (पारो की सिस) की शादी थी, मैं वहां 3 दिन पहले ही पहुच गया था फंक्शन अटेंड करने और अरेंज्मेंट्स मे हेल्प करने. शीला से मेरी मुलाकात उसी फंक्शन मे हुई, मैने जब शीला को देखा तो देखता ही रह गया पिंक सूट मे हुस्न की परी लग रही थी, मैने अपने कज़िन से पूछा तो उसने बताया की पारो की फ़्रेंड है. पारो और मेरी बचपन से बहुत अच्छी बॉनडिंग थी और हम अपनी मोस्ट्ली सभी बाते एक दूसरे से शेयर भी कर लेते थे.
मैने पारो से बहुत रिकवेस्ट की तब जाकर वो शीला से फ्रेंडशिप करवाने के लिए रेडी हुई. साम को उसने मुझे शीला का नंबर दिया और उसे कॉल करने को कहा, शीला से मेरी बात हुई और उसने फ्रेंडशिप के लिए हाँ कह दिया, फिर तो मोका मिलने पर मैं उसके बूब्स दबा देता तो कभी उसकी गान्ड पर चुटकी कर देता, वो एक स्वीट सी स्माइल के साथ रेस्पॉन्स कराती और मैने सोचा लिया की कुछ भी हो जाए इसे चोदना ही है.फंक्शन ख़त्म हो गया और कुछ भी नही हो पाया, शादी का घर होने की वजह से कही भी सुरक्षित जगह नही मिल पाई और मैं अपने घर आ गया. मेरी उससे बाते होती रहती और धीरे धीरे हमारी बाते सेक्स चैट मे बदल गयी, फोन सेक्स पर वो इतनी कामुक हो जाती की उसकी सिसकिया मेरे लंड मे करेंट सा डाल देती. अब वो भी चुदना चाहती थी और हम मोके की तलाश करने लगे. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
कुछ दिन बात मुझे पता चला की हमारे एक रिलेटिव के घर शादी का फंक्शन है और सभी को वहां जाना है. मैने शीला को कॉल किया और उसके साथ एक प्लान बनाया, फिर शीला ने मेरी कज़िन को हमारा प्लान बताया और उसे घर पर ही रुकने को कहा और साथ ही 2 दिन के लिए शीला को उसके घर बुलाने के लिए भी कहा. पारो ने अपनी मम्मी से कहकर शीला के घर वालो को उनके घर रुकने के लिए पर्मिशन ले ली.नेक्स्ट मॉर्निंग सभी लोग फंक्शन अटेंड करने के लिए निकल गये और मैं मासी जी के घर के लिए निकल गया.जब वहां पहुचा तो शीला आ चुकी थी उसे देखकर मेरे चेहरे पर अलग ही मुस्कान थी जिसे देखकर शीला और मेरी कज़िन दोनो हँसने लगी. शीला ने ब्लैक लोवर और वाइट टी-शर्ट पहनी थी और वो बहुत खूबसूरत लग रही थी. दिल तो कर रहा था ही उसे अभी चोदना शुरू कर दूँ .
कुछ देर हमने इधर उधर की बाते की फिर पारो खाना बनाने किचन मे चली गयी उसके जाते ही मैने शीला को अपनी बाँहो मे भर लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रखकर उसके गुलाबी होंठों का रस पीने लगा और एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा, किस्सिंग करते करते कब हम सोफे पर ही लेट गये पता ही नही चला, शीला ने अचानक मुझे खुद से दूर करते हुए कहा की पारो हमे देख कर वापस चली गयी है. हम अलग हो कर बैठ गये .
शीला रूम से निकल कर पारो की हेल्प करने चली गयी और किचन से दोनो के हँसने ही आवाज़ आने लगी. मैं टीवी ऑन करके मूवी देखने लगा. थोड़ी देर मे शीला खाना ले कर आ गई और हम तीनों ने मिलकर खाना खाया. पारो ने शीला की तरफ आँखो से कुछ इशारे किए और उठ कर चली गयी. थोड़ी देर बाद शीला अंदर उसके रूम मे गयी और 5 मिनिट बाद वापस आई और बोली की पारो को अपने कॉलेज का असाइनमेंट पूरा करना है तो वो उसे कंप्लीट कर रही है और मेरे साथ आकर बैठ गयी.
मैने फिर से उसे अपने सीने से लगा लिया और उसके होंठों को चूसने लगा अब वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी, अब मेरे दोनो हाथ अपने अपने काम मे बिज़ी हो गये एक हाथ से मै उसके बूब्स को बारी - बारी दबा रहा था और दूसरे से उसकी गान्ड को दबा रहा था, उसके मूह से सिसकिया निकालने लगी, मैने अपना हाथ उसके लोवर मे डाला और पैंटी के उप्पर से ही उसकी गान्ड की दरार को उंगली से छेड़ने लगा जिससे वो बैचेन हो उठी और मुझसे और टाइट होकर चिपक गयी और फुल पॅशनेट्ली किस करने लगी, अब मेरा लंड एक आइरन रोड़ की तरह कड़क हो चुका था और ये शीला को भी उसकी चुत पर महसूस होने लगा था, शीला को मैने उप्पर वाले रूम मे चलने को कहा पर वो इतनी मदहोश हो चुकी थी की वो सिर्फ़ मेरी आँखो मे देखे जा रही थी.मैने उसे अपनी बाँहो मे उठाया और उप्पर वाले रूम मे ले गया और जाकर बेड पर लिटा दिया, वो अभी भी सिर्फ़ मेरी आँखो मे देखे जा रही थी. और मैं उसके होंठों को, उसके होंठ और लाल हो गये थे और उसकी आँखे और भी नसीली.
अब मुझसे रहा नही जा रहा था पर मैं उसे पूरे मज़े देना चाहता था इसलिए जल्दी के मूड मे नही था, शीला बेड पर लेटी हुई मुझे अपनी बाँहे खोल कर बुला रही थी, हम दोनो फिर एक दुसरे को चूमने और होंठों का रस चूसने मे लग गये, करीब 10 मिनिट ऐसे ही होंठ चूसते हुए मैने शीला का हाथ अपने लंड पर महसूस किया, मैं समझ गया था की वो अब आगे बढने के मूड मे है. मैने भी अपना हाथ उसके लोवर मे डाल दिया और पैंटी के उप्पर से उसकी चुत को सहलाने लगा, उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी, जब मैने उसकी पैंटी मे हाथ डाला तो उसकी चुत पर एक भी बाल नही था, एक दम क्लीन एंड क्लियर चुत थी, तभी मैने उसका लोवर उसकी बॉडी से अलग कर दिया, अब वो मेरे सामने टी-शर्ट और पैंटी मे थी, पिंक कलर की फ्लवर प्रिंट की पैंटी मे वो बहुत हॉट लग रही थी. मैने उसे टी-शर्ट निकालने के लिए बोला, उसने मेरे बोलते ही टी-शर्ट भी निकाल दी, उसने ब्रा नही पहनी थी, उसके बूब्स दूध जैसे वाइट थे और निप्पल पिंक. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मै उसके हुस्न का दीदार कर ही रहा था की वो उठी और मेरी पेंट का हुक और ज़िप खोलते हुए बोली “जान मुझे तुम्हारा लंड देखना ” और मैने अपनी पेंट निकल दी और उसने मेरी शर्ट, और बनियान, अब मैं भी सिर्फ़ कच्छे मे था और वो भी सिर्फ़ पैंटी मे थी, वो दोबारा बोली की “प्लीज़ अपना लंड दिखाओ ना” मैं उसकी तरफ स्माइल करते हुए बोला की” मेरी जान ये लंड सिर्फ़ तुम्हारे लिए है और आज मैं इसे तुम्हें देकर ही रहूँगा पर इतनी आसानी से नही” और उसके होंठों पर किस करते हुए मैने उसकी पैंटी मे हाथ डाल कर उसकी चुत को अपनी उंगली से सहलाने लगा, और वो आहहे भरने लगी. मैने उसकी पैंटी को भी निकल दिया, उसकी चुत उभरी हुई थी और चुत पर एक भी बाल नही, ऐसा लग रहा था जैसे उसने आज ही शेव किया हो, मैने उसकी चुत को सहलाते हुए कहा “जान तुम्हारी चुत एक दम मखमल जैसे सॉफ्ट है,
शीला – ” ये सब तुम्हारे लिए ही है, और मैने आज ही शेव किया है, कैसी है?”
उसकी चुत को सहलाते हुए मैने कहा ” बहुत प्यारी है, दिल करता है की इसे अभी खा जाऊ”
शीला – “तुम्हारे लिए ही है जो चाहे कर लो”
मैं उसकी चुत का मुआयना करने लगा, उसकी चुत अंदर से पिंक थी और उसके पानी से चिपचिपी हो गयी थी. मैने उसकी तरफ देखकर उससे पूछा “मेरी जान कितने बार डिसचार्ज हो गयी ” वो नॉटी सी स्माइल देते हुए बोली “2 बार,” मैने एक उंगली उसकी चुत के छेद में डाली तो वो उच्छल गयी आई, वो अभी वर्जिन थी और उसका फर्स्ट टाइम था, मेरा भी फर्स्ट टाइम था पर इतनी पॉर्न मूवी देखने के बाद मैं थोड़ा बहुत ट्रेंड हो चुका था, उसकी चुत को देख कर मेरे साथ साथ मेरे लंड के मूह मे भी पानी आने लगा था, मैने अपना मूह उसकी चुत पर रख दिया और जीभ से उसकी चुत चाटना शुरु कर दिया, उसकी चुत को टच करते ही वो फिर उच्छल पड़ी और उसने मेरे सिर को पकड़ लिया, अब मैं उसकी चुत को अपनी जीभ से चाट रहा था और वो सिसकिया ले रही थी और साथ में आहे भर रही थी, उसके मुंह से बार बार आवाज़ आ रही थी ” प्लीज़ फक मी , प्लीज़ फक मी, मुझसे रहा नही जा रहा रहा है प्लीज़, आअहह,,,,,,हम, म्ज,आअहह, प्लीज़ मैं मर जाउंगी प्लीज़ फक मी.
मेरी जीभ उसकी चुत को चाटने मे बिज़ी थी और मेरे हाथ उसके बूब्स को सहलाने मे, और वो मेरे सर को अपनी चुत पर दबा रही थी और आहे भर रही थी, अब उसकी बॉडी एठने लगी और एक आहह के साथ वो मेरे मूह मे ही झड़ गयी, मैने उसकी चुत का सारा रस चाट कर सॉफ कर दिया, उसकी आँखे अब भारी हो रही थी, मैने उसका हाथ पकड़ कर उसका हाथ अपने अंडरवियर मे डाल दिया और उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लेते हुए कहा “जान ये तो बहुत मोटा है मैं इसे कैसे ले पाउंगी. मैंने कहा कि जान सब हो जाएगा और तुम्हे पता भी नही चलेगा.” शीला ने मेरा लंड बाहर निकाला और उसे सहलाते हुए बोली,“ये तो और बड़ा हो रहा है ” इससे पहले की वो और कुछ सोचती मैने अपना लंड उसके मुंह की तरफ बढ़ाते हुए कहा प्लीज़ इसे चूस लो. पहले तो वो मना करने लगी फिर उसने थोड़ा थोड़ा करके पूरा लंड अपने मूह मे ले लिया और लॉलिपोप की तरह चूसने लगी, 5मिनिट बाद मुझे लगा की मैं झड़ने वाला हूँ, मैने उसे और तेज चूसने के लिए कहा और मैं उसके मूह मे ही डिसचार्ज हो गया, उसका मूह मेरे वीर्य से भर गया, मेरे कहने पर वो सारा का सारा पे गयी.
हम दोनो अब पूरे नंगे थे और एक दूसरे के बॉडी पार्ट से खेल रहे थे, शीला के हाथ मे मेरा लंड था और मैं उसके बूब्स को चूस रहा था और साथ ही उसकी चुत के दाने को उंगली से छेड़ रहा था, थोड़ी ही देर मे हम 69 की पोज़िशन मे आ गये, उसकी चुत फिर से पानी छोडने लगी थी और मेरा लंड दोबारा अपनी अकड़ मे वापस आ रहा था. शीला ने फिर से मेरे लंड को चूसना स्टार्ट कर दिया और कहने लगी “प्लीज़ अब मत तड़पाओ, इसे अब मेरी चुत मे डाल दो.” मैने देर ना करते हुए अपनी पेंट की पॉकेट से वॅसलीन की डिब्बी निकाली जिसे मैं अपने साथ लाया था. उसने मेरे लंड पर और मैने उसकी चुत पर वॅसलीन लगाई और मैने स्लोली स्लोली लंड को उसकी चुत पर रगड़ना शुरू किया, और उसके होंठों को चूसते हुए एक ज़ोर कर झटका मारा, उसकी चीख निकल गयी और रोने लगी, आधा लंड उसकी चुत मे घुस चुका था और वो अपने आप को मुझसे छुड़ाने लगी,“ प्लीज़ मैं नही ले पाऊँगी, ये बहुत मोटा है मेरी चुत फट जाएगी, प्लीज़ जान मुझे नही चुदवाना” मैं थोड़ी देर रुका रहा और उसे समझाया ” जान फर्स्ट टाइम ऐसा ही लगता है, और ये दर्द भी सिर्फ़ 5 मिनिट तक रहेगा उसके बाद ये मज़े मे कनवर्ट हो जाएगा” वो थोड़ी शांत हो गयी और मैने एक और ज़ोर का झटका लगाया और पूरा लंड उसकी चुत मे चला गया, उसकी सील टूट चुकी थी और उसकी चुत से खून निकालने लगा, लेकिन मैने उसे पता नही चलने दिया और उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे, पर उसकी चीख मेरे और उसके मूह मे दब के रही गयी, 5 मिनिट रुकने के बाद वो खुद अपने गान्ड उठा कर लंड को और अंदर लेने की कोशिश करने लगी.
मैने पूछा ” आन करू उसने आँखो से हामी भरते हुए कहा, मैने धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करना शुरु कर दिया, वो भी अपने चूतड़ उठा कर मेरा साथ दे रही थी, हमारी सिसकियो से पूरा रूम गूँज रहा था, अब वो ज़ोर से आहहे भर रही थी, शीला बोली - प्लीज़ फक मी हार्डर,जान प्लीज़ और तेज, मैने भी अपनी रफ्तार तेज कर दी, उसका शरीर अकड़ने लगा, उसने अपने पैरो को मेरी कमर मे फँसा लिया, और एक आहह के साथ झड़ गयी, लेकिन मैं अभी झड़ने वाला नही थी, मैं पहले ही एक बार झड़ चुका था, शीला ढीली पड़ने लगी और कहने लगी - “प्लीज़ जान बाहर निकाल लो”
मैं बोला – “क्या?”
शीला – ” प्लीज़ अपना लंड अब निकाल लो,मेरी चुत अब दर्द कर रही है.”
मैं – ” लेकिन मेरा अभी डिसचार्ज होना बाकी है”
शीला – ” मैं चूस कर डिसचार्ज करा देती हूँ”
मैं – ” नही मेरी जान, ये हमारी फर्स्ट सेक्स है तो कोई जल्दबाज़ी नही,
शीला ने मेरे होंठों को चूमते हुए कहा “ठीक है,तुम जब तक चाहो करलो, मैं आज तुम्हे नही रोकूंगी,” और वो फिर से मेरा साथ देने लगी, शीला को मैने डॉगी पोज़िशन मे किया और पीछे से उसकी चुत में अपना लंड घुसा दिया, वो एक बार फिर चीख पड़ी और बेड पर मुंह तकिए मे दबा कर आहहे भरने लगी, हे, हे आस प्ल्ज़्ज़ ई में क्यूमिन और वो फिर झड़ गयी, मैने भी धक्के तेज कर दिए और करीब 5 मिनिट बाद मैं भी उसकी चुत मे ही झड़ गया और उसके ऊपर ही गिर गया. शीला के चेहरे पर स्वीट सी स्माइल थी जिससे उसके सॅटिस्फाइ होने का पता चल रहा था. हम दोनो ऐसे ही लेटे रहे, घड़ी मे शाम के 5 बज चुके थे, शीला ने मुझे किस करते हूँ कहा “अब नीचे चले पारो अकेली है,” मेरा उठने का मॅन नही था और मैं उसे भी जाने नही देना चाहता था,मैने उससे कहा ” एक बार और करते है फिर चलते है,” शीला – अभी चलो,बाकी रात मे कर लेना. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।
मैं बोला – प्रॉमिस?
शीला – हां बाबा प्रॉमिस,मैं कल तक यही हूँ, जितना चाहो उतना कर लेना.
फिर मैंने रात में भी उसकी चुदाई की.
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