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मैंने मेरी माँ को मेरे पापा से चुदते हुए देखा Maine meri maa ko mere papa se chudte huye dekha
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मैं शिल्पा हूँ. मैं उस समय 16 साल की थी और क्लास 11th मे पढ़ती थी. मैं यहाँ बता दूं कि मेरा बेडरूम और मेरे मम्मी - पापा का बेडरूम साथ साथ है. दोनो के बेडरूम के बीच मे एक कामन बाथरूम है जो दोनो तरफ से यूज़ हो सकता है. अगर मुझे बाथरूम जाना हो तो मैं अपने पेरेंट्स के रूम मे खुलने वाले डोर को अंदर से लॉक करती हूँ और यही मेरे पेरेंट्स करते है, मेरे रूम की तरफ खुलने वाले दरवाजे को अंदर से लॉक करते है. यह बाथरूम हमारे दोनो बेडरूम के बीच आने जाने का एक अंदर के दरवाजे का काम भी करता था. एक रात को, जब मेरी नींद खुली और मुझे बाथरूम जाना था. मैं बाथरूम के अंदर गई और आदत के मुताबिक जैसे ही अपने पापा के बेडरूम की तरफ खुलने वाला दरवाजा लॉक करने वाली थी कि मैने अपनी माँ - पापा के बेडरूम से आने वाली कुछ आवाज़ें सुनी.
मैं समझ गई कि अंदर ज़रूर कुछ हो रहा है. ह... ओह्ह्ह...... हां...... जानू................... ओह........... की आवाज़ें आ रही थी. ज़रूर मेरे पापा मेरी माँ को चोद रहे थे. मैने चाबी के होल से देखा कि उनके बेडरूम की लाइट ऑन थी मगर मैं कुछ देख नही पाई क्यों कि उनके बिस्तर की पोज़ीशन ऐसी थी कि बिना दरवाजा खोले पता नही चलता था कि बिस्तर पर क्या हो रहा है. मैं वापस अपने बेडरूम मे आई, लाइट ऑफ की और बाथरूम का दरवाजा जो मेरे पापा के बैडरूम मे खुलता था ट्राइ किया. ओह, मेरी अच्छी किस्मत ! दरवाजा उनकी तरफ से बंद नही था. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैने धीरे से थोड़ा सा दरवाजा खोला और अपनी जिंदगी का सब से शानदार नज़ारा देखा. बेड रूम की लाइट ऑन थी. शायद मेरे माँ - बाप को फुल लाइट मे चोदने का मज़ा आता होगा.
सबसे पहले मुझे अपनी माँ की गोल गोल, गोरी गोरी गांड दिखी. वो ज़मीन पर खड़ी थी और बेड पर झुकी हुई थी. वो पूरी नंगी थी. मेरी तरफ उनकी शानदार गांड थी. मैने देखा कि मेरी माँ की बॉडी कितनी शानदार और सेक्सी थी. मेरे पापा बेड पर बैठे हुए थे, उनका लंबा, मोटा और मज़बूत लंड उनके हाथ मे था. वो अपने लंड पर कुछ कर रहे थे. ( मुझे अब पता है कि वो अपने लंड पर कॉंडम लगा रहे थे. ) वो खड़े हो गये ज़मीन पर और मेरी माँ के पीछे आए. एक हाथ से वो अपना लंड पकड़े हुए थे. उनका लंड लाइट मे चमक रहा था ( क्योंकि उस पर कॉंडम था). उन्होने एक हाथ मेरी माँ की गांड पर रखा और उस से थोड़ा और पीछे झुकने को कहा. मैने सोचा कि वो मेरी माँ की गांड मारने वाले है. मैं हैरान हो गई कि पहली बार किसी की चुदाई लाइव देखने का मौका मिला है, वो भी अपने माँ - बाप की, जो कि मेरी माँ की गांड मारने वाले है. ( मुझे अब पता है कि चूत को पीछे से भी चोदा जा सकता है) मेरी माँ थोड़ा सा झुकी, अपनी टांगे चौड़ी की. मेरे पापा को माँ की चूत नज़र आने लगी और उन्होने अपने लंड की टोपी माँ की चूत पर रख कर एक धक्का दिया. उनका लंड माँ की चूत मे उतरता चला गया. उन्होने अपने दोनो हाथो मे माँ की गांड पकड़ रखी थी और अपना लंड मेरी माँ की चूत मे अंदर बाहर करने लगे.
मेरी माँ की बड़ी चुचियाँ आगे - पीछे हिलने लगी क्यों कि मेरे पापा उनकी चूत मे अपना लंड अंदर बाहर करते हुए धक्के लगा रहे थे. उधर मेरी माँ चुद रही थी और इधर मुझे मज़ा आ रहा था उनकी चुदाई देखने मे. मैं शायद बहुत किस्मत वाली हूँ जिसने अपने पापा को माँ को चोद्ते हुए देखा. वो दोनो कुछ कह रहे थे जो मेरी समझ मे नही आया. पापा लगातार आगे पीछे हो रहे थे और मेरी माँ चुद रही थी. अब वो ज़ोर ज़ोर से मेरी माँ को चोद्ने लगे थे. मेरा हाथ अपनी छोटी सी चूत पर गया और मैने पाया कि वो फिर से गीली हो गई है. मैने अपनी चूत के दाने को टच किया तो बदन मे बिजली सी दौड़ गई और आग लग गई. मुझे लगा कि आनंद के मारे मेरे मुँह से आवाज़ निकल जाएगी. मैने अपना हाथ अपनी गीली चूत से हटा लिया और फिर से अपने माँ - बाप की चुदाई देखने लगी. वो किसी जानवर की तरह पीछे से मेरी माँ को चोद रहे थे ज़ोर ज़ोर से. अचानक उनकी स्पीड बढ़ गई और वो मेरी माँ से चिपक गये. उन्होने मेरी माँ की चुचियाँ हाथ मे लेकर दबानी सुरू करदी. मैं समझ गयी कि उनका हो गया है और मेरे पापा का चोद रस निकल गया है. मेरी माँ धीरे से अपने पेट के बल बिस्तर पर लेट गयी और मेरे पापा उसके उपर थे. मेरे पापा का लंड अभी भी मेरी माँ की चूत मे था.
मैं जैसे सपने से जागी और पोज़िशन को समझा. मैने धीरे से दरवाजा बंद कर दिया बिना किसी आवाज़ के. मैं अपने बेडरूम मे आ गई और बाथरूम का दरवाजा अपनी तरफ से बंद करलिया. मेरी साँस फूली हुई थी जैसे मैं लंबी दौड़ लगा कर आई हूँ. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैने जल्दी से अपनी चड्डी उतार फेंकी जो कि पूरी तरह गीली हो चुकी थी. मैं अपने आप को रोक नही सकी और अपनी चूत को रगड़ने लगी. मेरी उंगलियों की स्पीड काफ़ी ज़्यादा थी क्यों कि मैं बहुत गरम हो चुकी थी अपनी माँ की चुदाई देख कर. मैं पहले से काफ़ी गरम थी इसलिए जल्दी ही मैं अपनी मंज़िल पर पहुँच गई और मेरी चूत ने अपना रस निकाल दिया.
मैं कब सो गयी मुझे पता ही नही चला मगर सपने मे मैं अपनी माँ को चुद्ते हुए देखती रही.
अब ये मेरा शौक हो गया था, या यूँ कहिए कि आदत हो गई थी कि मैं कोई भी मौका नही छोड़ती थी अपने माँ बाप की चुदाई देखने का. मेरे पापा मेरी माँ को वीक मे तीन - चार बार चोद्ते थे और जब भी वे बाथरूम का दरवाजा अपनी तरफ से बंद करना भूल जाते थे, मैं पहुँच जाती थी उनकी चुदाई देखने के लिए. अब तक मैं चुदाई के बारे मे काफ़ी जान गई थी. मैने अपने माँ बाप को अलग अलग पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा था जैसे कि ब्लू फिल्म मे होता है. मैं जब भी मेरी माँ को चुद्ते हुए देखती, अपनी चूत मे उंगली डाल कर अपने आप को शांत और ठंडी करती थी. मेरा भी मन करता था कि कोई मुझे भी ऐसे ही चोदे. मैने देखा कि मेरे पापा बहुत अच्छा चोद्ते है और एक औरत को सॅटिस्फाइ करना बहुत अच्छी तरह जानते है. मेरी माँ बहुत सुन्दर है और उसका बदन अभी भी जवान औरत जैसा सेक्सी है. मैने देखा कि मेरी माँ भी चुदाई मे मेरे पापा का पूरा साथ देती थी और चुदाई का पूरा मज़ा लेती है और पापा को पूरा मज़ा देती है. वो दोनो एक दूसरे को चोद कर बहुत खुस है. मैं जान गई थी कि ना तो मेरे पापा किसी और औरत को चोद्ते है और ना ही मेरी माँ किसी और मर्द से चुद्वाती है. दोनो एक दूसरे से पूरी तरह सॅटिस्फाइ है और खुस है.
मेरी माँ अपनी चूत को हमेशा सॉफ रखती है बिना बालों के. मेरे पापा भी अपने लंड पर बाल पसंद नही करते हैं. एक बार तो मैने पापा को माँ की चूत शेव करते हुए भी देखा था. मेरे पापा का लंड करीब 7 इंच लंबा है और काफ़ी मोटा भी है. मैने जब भी उनका लंड खड़ा हुआ देखा, वो बहुत हार्ड और मज़बूत लगा..
मैने उनको हर पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा पर उनको माँ की गांड मारते हुए कभी नही देखा. मुझे आंजेलीना (मेरी दोस्त) ने बताया था कि कुछ मर्द लोग अपनी फीमेल पार्ट्नर की गांड भी मारते है जैसे कि उसके पापा मारते हैं उसकी माँ की. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैं सोचती थी की गांड चोदना कैसा होता होगा. खैर............... ये मेरे लिए बहुत ही अच्छा था कि मेरे माँ बाप लाइट ऑन रख कर चुदाई करते है और मैं हर चीज़ सॉफ सॉफ देख सकती थी. शायद वो सोचते होंगे कि उनकी प्यारी बेटी तो दूसरे बेडरूम मे गहरी नींद सो रही है. शायद इसलिए वो बाथरूम के दरवाजे को अपनी तरफ से बंद करने पर ज़्यादा ध्यान नही देते थे क्योंकि उनकी चुदाई जब भी होती थी, आधी रात के बाद ही होती थी और शायद इसी लिए दरवाजे पर उन्होने ज़्यादा ध्यान नही दिया. उन को क्या पता कि उनकी छोटी प्यारी बेटी अब चुदाई को जान ने लगी है और उनकी ही चुदाई देखती है. आज उस बात को इतने साल हो गये, पर मैं अब भी अपने आप को रोक नही पाती उनको चोद्ते हुए देखने से.....
मैं शिल्पा हूँ. मैं उस समय 16 साल की थी और क्लास 11th मे पढ़ती थी. मैं यहाँ बता दूं कि मेरा बेडरूम और मेरे मम्मी - पापा का बेडरूम साथ साथ है. दोनो के बेडरूम के बीच मे एक कामन बाथरूम है जो दोनो तरफ से यूज़ हो सकता है. अगर मुझे बाथरूम जाना हो तो मैं अपने पेरेंट्स के रूम मे खुलने वाले डोर को अंदर से लॉक करती हूँ और यही मेरे पेरेंट्स करते है, मेरे रूम की तरफ खुलने वाले दरवाजे को अंदर से लॉक करते है. यह बाथरूम हमारे दोनो बेडरूम के बीच आने जाने का एक अंदर के दरवाजे का काम भी करता था. एक रात को, जब मेरी नींद खुली और मुझे बाथरूम जाना था. मैं बाथरूम के अंदर गई और आदत के मुताबिक जैसे ही अपने पापा के बेडरूम की तरफ खुलने वाला दरवाजा लॉक करने वाली थी कि मैने अपनी माँ - पापा के बेडरूम से आने वाली कुछ आवाज़ें सुनी.
मैं समझ गई कि अंदर ज़रूर कुछ हो रहा है. ह... ओह्ह्ह...... हां...... जानू................... ओह........... की आवाज़ें आ रही थी. ज़रूर मेरे पापा मेरी माँ को चोद रहे थे. मैने चाबी के होल से देखा कि उनके बेडरूम की लाइट ऑन थी मगर मैं कुछ देख नही पाई क्यों कि उनके बिस्तर की पोज़ीशन ऐसी थी कि बिना दरवाजा खोले पता नही चलता था कि बिस्तर पर क्या हो रहा है. मैं वापस अपने बेडरूम मे आई, लाइट ऑफ की और बाथरूम का दरवाजा जो मेरे पापा के बैडरूम मे खुलता था ट्राइ किया. ओह, मेरी अच्छी किस्मत ! दरवाजा उनकी तरफ से बंद नही था. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैने धीरे से थोड़ा सा दरवाजा खोला और अपनी जिंदगी का सब से शानदार नज़ारा देखा. बेड रूम की लाइट ऑन थी. शायद मेरे माँ - बाप को फुल लाइट मे चोदने का मज़ा आता होगा.
सबसे पहले मुझे अपनी माँ की गोल गोल, गोरी गोरी गांड दिखी. वो ज़मीन पर खड़ी थी और बेड पर झुकी हुई थी. वो पूरी नंगी थी. मेरी तरफ उनकी शानदार गांड थी. मैने देखा कि मेरी माँ की बॉडी कितनी शानदार और सेक्सी थी. मेरे पापा बेड पर बैठे हुए थे, उनका लंबा, मोटा और मज़बूत लंड उनके हाथ मे था. वो अपने लंड पर कुछ कर रहे थे. ( मुझे अब पता है कि वो अपने लंड पर कॉंडम लगा रहे थे. ) वो खड़े हो गये ज़मीन पर और मेरी माँ के पीछे आए. एक हाथ से वो अपना लंड पकड़े हुए थे. उनका लंड लाइट मे चमक रहा था ( क्योंकि उस पर कॉंडम था). उन्होने एक हाथ मेरी माँ की गांड पर रखा और उस से थोड़ा और पीछे झुकने को कहा. मैने सोचा कि वो मेरी माँ की गांड मारने वाले है. मैं हैरान हो गई कि पहली बार किसी की चुदाई लाइव देखने का मौका मिला है, वो भी अपने माँ - बाप की, जो कि मेरी माँ की गांड मारने वाले है. ( मुझे अब पता है कि चूत को पीछे से भी चोदा जा सकता है) मेरी माँ थोड़ा सा झुकी, अपनी टांगे चौड़ी की. मेरे पापा को माँ की चूत नज़र आने लगी और उन्होने अपने लंड की टोपी माँ की चूत पर रख कर एक धक्का दिया. उनका लंड माँ की चूत मे उतरता चला गया. उन्होने अपने दोनो हाथो मे माँ की गांड पकड़ रखी थी और अपना लंड मेरी माँ की चूत मे अंदर बाहर करने लगे.
मेरी माँ की बड़ी चुचियाँ आगे - पीछे हिलने लगी क्यों कि मेरे पापा उनकी चूत मे अपना लंड अंदर बाहर करते हुए धक्के लगा रहे थे. उधर मेरी माँ चुद रही थी और इधर मुझे मज़ा आ रहा था उनकी चुदाई देखने मे. मैं शायद बहुत किस्मत वाली हूँ जिसने अपने पापा को माँ को चोद्ते हुए देखा. वो दोनो कुछ कह रहे थे जो मेरी समझ मे नही आया. पापा लगातार आगे पीछे हो रहे थे और मेरी माँ चुद रही थी. अब वो ज़ोर ज़ोर से मेरी माँ को चोद्ने लगे थे. मेरा हाथ अपनी छोटी सी चूत पर गया और मैने पाया कि वो फिर से गीली हो गई है. मैने अपनी चूत के दाने को टच किया तो बदन मे बिजली सी दौड़ गई और आग लग गई. मुझे लगा कि आनंद के मारे मेरे मुँह से आवाज़ निकल जाएगी. मैने अपना हाथ अपनी गीली चूत से हटा लिया और फिर से अपने माँ - बाप की चुदाई देखने लगी. वो किसी जानवर की तरह पीछे से मेरी माँ को चोद रहे थे ज़ोर ज़ोर से. अचानक उनकी स्पीड बढ़ गई और वो मेरी माँ से चिपक गये. उन्होने मेरी माँ की चुचियाँ हाथ मे लेकर दबानी सुरू करदी. मैं समझ गयी कि उनका हो गया है और मेरे पापा का चोद रस निकल गया है. मेरी माँ धीरे से अपने पेट के बल बिस्तर पर लेट गयी और मेरे पापा उसके उपर थे. मेरे पापा का लंड अभी भी मेरी माँ की चूत मे था.
मैं जैसे सपने से जागी और पोज़िशन को समझा. मैने धीरे से दरवाजा बंद कर दिया बिना किसी आवाज़ के. मैं अपने बेडरूम मे आ गई और बाथरूम का दरवाजा अपनी तरफ से बंद करलिया. मेरी साँस फूली हुई थी जैसे मैं लंबी दौड़ लगा कर आई हूँ. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैने जल्दी से अपनी चड्डी उतार फेंकी जो कि पूरी तरह गीली हो चुकी थी. मैं अपने आप को रोक नही सकी और अपनी चूत को रगड़ने लगी. मेरी उंगलियों की स्पीड काफ़ी ज़्यादा थी क्यों कि मैं बहुत गरम हो चुकी थी अपनी माँ की चुदाई देख कर. मैं पहले से काफ़ी गरम थी इसलिए जल्दी ही मैं अपनी मंज़िल पर पहुँच गई और मेरी चूत ने अपना रस निकाल दिया.
मैं कब सो गयी मुझे पता ही नही चला मगर सपने मे मैं अपनी माँ को चुद्ते हुए देखती रही.
अब ये मेरा शौक हो गया था, या यूँ कहिए कि आदत हो गई थी कि मैं कोई भी मौका नही छोड़ती थी अपने माँ बाप की चुदाई देखने का. मेरे पापा मेरी माँ को वीक मे तीन - चार बार चोद्ते थे और जब भी वे बाथरूम का दरवाजा अपनी तरफ से बंद करना भूल जाते थे, मैं पहुँच जाती थी उनकी चुदाई देखने के लिए. अब तक मैं चुदाई के बारे मे काफ़ी जान गई थी. मैने अपने माँ बाप को अलग अलग पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा था जैसे कि ब्लू फिल्म मे होता है. मैं जब भी मेरी माँ को चुद्ते हुए देखती, अपनी चूत मे उंगली डाल कर अपने आप को शांत और ठंडी करती थी. मेरा भी मन करता था कि कोई मुझे भी ऐसे ही चोदे. मैने देखा कि मेरे पापा बहुत अच्छा चोद्ते है और एक औरत को सॅटिस्फाइ करना बहुत अच्छी तरह जानते है. मेरी माँ बहुत सुन्दर है और उसका बदन अभी भी जवान औरत जैसा सेक्सी है. मैने देखा कि मेरी माँ भी चुदाई मे मेरे पापा का पूरा साथ देती थी और चुदाई का पूरा मज़ा लेती है और पापा को पूरा मज़ा देती है. वो दोनो एक दूसरे को चोद कर बहुत खुस है. मैं जान गई थी कि ना तो मेरे पापा किसी और औरत को चोद्ते है और ना ही मेरी माँ किसी और मर्द से चुद्वाती है. दोनो एक दूसरे से पूरी तरह सॅटिस्फाइ है और खुस है.
मेरी माँ अपनी चूत को हमेशा सॉफ रखती है बिना बालों के. मेरे पापा भी अपने लंड पर बाल पसंद नही करते हैं. एक बार तो मैने पापा को माँ की चूत शेव करते हुए भी देखा था. मेरे पापा का लंड करीब 7 इंच लंबा है और काफ़ी मोटा भी है. मैने जब भी उनका लंड खड़ा हुआ देखा, वो बहुत हार्ड और मज़बूत लगा..
मैने उनको हर पोज़िशन मे चोद्ते हुए देखा पर उनको माँ की गांड मारते हुए कभी नही देखा. मुझे आंजेलीना (मेरी दोस्त) ने बताया था कि कुछ मर्द लोग अपनी फीमेल पार्ट्नर की गांड भी मारते है जैसे कि उसके पापा मारते हैं उसकी माँ की. आप यह पोस्ट हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है। मैं सोचती थी की गांड चोदना कैसा होता होगा. खैर............... ये मेरे लिए बहुत ही अच्छा था कि मेरे माँ बाप लाइट ऑन रख कर चुदाई करते है और मैं हर चीज़ सॉफ सॉफ देख सकती थी. शायद वो सोचते होंगे कि उनकी प्यारी बेटी तो दूसरे बेडरूम मे गहरी नींद सो रही है. शायद इसलिए वो बाथरूम के दरवाजे को अपनी तरफ से बंद करने पर ज़्यादा ध्यान नही देते थे क्योंकि उनकी चुदाई जब भी होती थी, आधी रात के बाद ही होती थी और शायद इसी लिए दरवाजे पर उन्होने ज़्यादा ध्यान नही दिया. उन को क्या पता कि उनकी छोटी प्यारी बेटी अब चुदाई को जान ने लगी है और उनकी ही चुदाई देखती है. आज उस बात को इतने साल हो गये, पर मैं अब भी अपने आप को रोक नही पाती उनको चोद्ते हुए देखने से.....
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