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अब बीवियां चोद रही है मर्दों के लण्ड - Ab Biwiyan chod rahi hai mardon ke lund
अब बीवियां चोद रही है मर्दों के लण्ड - Ab Biwiyan chod rahi hai mardon ke lund , wife swapping in groups , बीवियों की सामूहिक चुदाई , बीवियां अपनी चूत चुदवाने के वजाय लण्ड ज्यादा चोदती हैं , पति की अदला बदली करके चूत चदवा ली , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
वाओ, कितना मस्त नज़ारा है इस कमरे का ? यहाँ तो बीवियां बहन चोद लण्ड पे लण्ड चोदे चली जा रहीं हैं। एक लण्ड पर बैठती हैं, उसे चोदतीं हैं, उसे खलास कर देतीं हैं और फिर दूसरे लण्ड पर बैठ जातीं है, उसे खलास करतीं है और फिर कूद कर तीसरे लण्ड पर बैठ जातीं हैं। यहाँ सब की सब बुर चोदी बीवियां पराये मरद के लण्ड पर ही बैठतीं हैं। इन्हे पराये मरद का लण्ड चोदने में मज़ा आता है। वैसे भी यहाँ जितनी बीवियां हैं उनके मरद बगल वाले कमरे में परायी बीवियां चोद रहें हैं। ऐसे ही होता है आजकल की चुदाई का खेल। चोदो तो परायी बीवियां चोदो, चुदाओ तो पराये मरद से चुदाओ।
आजकल समाज में बहुत बड़ा परिवर्तन आ गया है। आजकल की बीवियां सबसे आगे निकल गयीं हैं। अभी तक मर्द चोदा करते थे बीवियों की बुर लेकिन अब बीवियां चोद रही है मर्दों के लण्ड ? अभी तक बीवियां अपने अपने हसबैंड से चुदवाती थीं पर अब अपने हसबैंड से कोई भी बीवी नहीं चुदवाती। वह तो दूसरे के हसबैंड से चुदवाती है और डंके की चोट पर चुदवाती है। एकदम खुल कर निडर होकर चुदवाती है। उसे पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगतें हैं। इससे भी बड़ी बात यह है की आजकल कोई एक बीवी छुप छुप कर पराये मरद से नहीं चुदवाती बल्कि वो सब एक साथ एक ग्रुप बनाकर एक दूसरे के मियां से चुदवातीं हैं.
आपस में लण्ड अदल बदल कर चुदवाती हैं। इसे आप बीवियों की सामूहिक चुदाई कह सकते हैं या फिर अंग्रेजी में "wife swapping in groups" या "group wife swapping" कह सकते हैं। इसमें हिन्दू बीवियां, मुस्लिम बीवियां, सिख बीवियां, ईसाई बीवियां, बौद्ध बीवियां आदि सभी बुर चोदी शामिल होती हैं और विदेशी बीवियां भी। यहाँ कोई भेद भाव नहीं होता और ये सब बीवियां एक दूसरे की चूत में लण्ड बड़े प्यार से पेलतीं हैं। ऐसा याराना, ऐसा प्यार, ऐसा मधुर ब्यवहार और ऐसी मस्त चुदाई कहीं और नहीं देखी होगी आपने । आप भी एक बार शामिल होकर देखिये, सच में बड़ा मज़ा आ जायेगा।
वाओ, कितना मस्त नज़ारा है इस कमरे का ? यहाँ तो बीवियां बहन चोद लण्ड पे लण्ड चोदे चली जा रहीं हैं। एक लण्ड पर बैठती हैं, उसे चोदतीं हैं, उसे खलास कर देतीं हैं और फिर दूसरे लण्ड पर बैठ जातीं है, उसे खलास करतीं है और फिर कूद कर तीसरे लण्ड पर बैठ जातीं हैं। यहाँ सब की सब बुर चोदी बीवियां पराये मरद के लण्ड पर ही बैठतीं हैं। इन्हे पराये मरद का लण्ड चोदने में मज़ा आता है। वैसे भी यहाँ जितनी बीवियां हैं उनके मरद बगल वाले कमरे में परायी बीवियां चोद रहें हैं। ऐसे ही होता है आजकल की चुदाई का खेल। चोदो तो परायी बीवियां चोदो, चुदाओ तो पराये मरद से चुदाओ।
आजकल समाज में बहुत बड़ा परिवर्तन आ गया है। आजकल की बीवियां सबसे आगे निकल गयीं हैं। अभी तक मर्द चोदा करते थे बीवियों की बुर लेकिन अब बीवियां चोद रही है मर्दों के लण्ड ? अभी तक बीवियां अपने अपने हसबैंड से चुदवाती थीं पर अब अपने हसबैंड से कोई भी बीवी नहीं चुदवाती। वह तो दूसरे के हसबैंड से चुदवाती है और डंके की चोट पर चुदवाती है। एकदम खुल कर निडर होकर चुदवाती है। उसे पराये मर्दों के लण्ड बहुत अच्छे लगतें हैं। इससे भी बड़ी बात यह है की आजकल कोई एक बीवी छुप छुप कर पराये मरद से नहीं चुदवाती बल्कि वो सब एक साथ एक ग्रुप बनाकर एक दूसरे के मियां से चुदवातीं हैं.
आपस में लण्ड अदल बदल कर चुदवाती हैं। इसे आप बीवियों की सामूहिक चुदाई कह सकते हैं या फिर अंग्रेजी में "wife swapping in groups" या "group wife swapping" कह सकते हैं। इसमें हिन्दू बीवियां, मुस्लिम बीवियां, सिख बीवियां, ईसाई बीवियां, बौद्ध बीवियां आदि सभी बुर चोदी शामिल होती हैं और विदेशी बीवियां भी। यहाँ कोई भेद भाव नहीं होता और ये सब बीवियां एक दूसरे की चूत में लण्ड बड़े प्यार से पेलतीं हैं। ऐसा याराना, ऐसा प्यार, ऐसा मधुर ब्यवहार और ऐसी मस्त चुदाई कहीं और नहीं देखी होगी आपने । आप भी एक बार शामिल होकर देखिये, सच में बड़ा मज़ा आ जायेगा।
मेरा नाम राणा है दोस्तों, मैं २८ साल का एक मस्त नौजवान आदमी हूँ। तगड़ा तंदुरुस्त और कसरती आदमी हूँ। हैंडसम हूँ, मेरा लण्ड गोरा है कद ५' १०" है, मेरे लण्ड का साइज किसी और की बीवी बताएगी। मैं नहीं बताऊंगा। मेरी शादी अभी एक साल पहले ही हुई है। मेरी बीवी रोहिणी २५ साल की है, गोरी चिट्टी है, बेहद खूबसूरत है, सेक्सी है और हॉट है। मैं उससे बहुत खुश हूँ क्योंकि वह रात को चुदवाते समय एकदम मस्त हो जाती है। जितनी मस्ती से मेरे लण्ड के साथ खेलती है उतनी ही मस्ती से चुदवाती भी है। उसे लण्ड मुँहमे लेना, अपने पूरा बदन पर घुमाना और फिर लण्ड से बाते करना बहुत अच्छा लगता है। वह बड़े प्यार से लण्ड पर थप्पड़ मार मार कर बातें करती है। उसे प्यार से खूब गालियां भी सुनाती है और आखिर में झड़ता हुआ लण्ड पीती है उसका सुपाड़ा चाटती है और खूब एन्जॉय करती है।
मुझे लण्ड से प्यार करने वाली ऐसी ही बीवी चाहिए थी। मेरे दिन बड़े अच्छे गुजरने लगे। एक दिन रात को उसने कहा यार राणा ये तेरा लण्ड साला दिन पर दिन मोटा होता जा रहा है, कड़क होता जा रहा है और चोदने में एक्सपर्ट होता जा रहा है। मुझे लगता है की ये अगर मेरी जैसी २/३ बुर और चोदे तो और ज्यादा मोटा हो जायेगा बहन चोद ? उसकी बात से मेरा मन किसी और की बीवी चोदने का होने लगा। मैंने पूंछा रोहिणी खुल कर बताओ न तुम चाहती क्या हो ? वह बोली मैं कुछ नहीं चाहती। मैं तो बस इस लण्ड का एक साथी ढूंढ रही हूँ । ये बिचारा अकेला ही मेरे साथ खेला करता है अगर इसे एक और लण्ड मिल जाए तो इसे भी खेलने में मज़ा आये और मुझे भी। मैं अपनी बीवी की मंसा समझ गया।
मैं सोंचने लगा की मैं किस दोस्त से इसके बारे में बात करूं ? किसकी बीवी चोदूं और किसके लण्ड को अपने लण्ड का साथी बनाऊं ? एक दिन मैं ऐसे अपने दोस्त ऋषि से बाते करने लगा। वह बोला चलो यार मेरे घर चलो। मैं उसके घर चला गया। उसने व्हिस्की की बोतल खोल दी। हम दोनों शराब पीने लगे। थोड़ी देर में उसकी बीवी यानी स्तुति भाभी स्नैक्स लेकर आ गईं। मुझे बहुत अच्छा लगा जब वह भी शराब का गिलास उठा कर पीने लगीं। बातें होने लगीं और खुल कर होने लगीं अचानक भाभी अंदर गईं तो मैंने अपनी वाली बात ऋषि को बता दी। वह आवाज़ लगा कर बोला अरे स्तुति सुनो।
जब वह आ गईं तो ऋषि बोला - स्तुति तुम रात को चुदाई के समय जैसी बातें करती हो बिलकुल वैसी ही बातें राणा की बीवी रोहिणी भाभी भी करतीं हैं।
स्तुति भाभी बोली - क्या इत्तिफाक है ? वैसे आजकल की बीवियां सब वही चाहती है जो मैं चाहती हूँ और जो रोहिणी चाहती है। मैं रोहिणी से बात कर लूंगी।
उन दोनों की बात ने मेरे दिल में खल भली मचा दी। मैं समझ गया की अब मेरी बीवी की इच्छा पूरी हो जाएगी। मैं स्तुति भाभी को देखता रहा और उसकी चूँचियों के साइज का अनुमान लगाता रहा। मैं समझ नहीं पा रहा था की मेरी बीवी की चूँचियाँ बड़ी हैं की स्तुति भाभी की चूँचियाँ ? मैंने लौट कर अपनी बीवी को सारी बात बता दी। वह मन ही मन बड़ी खुश हुई। दूसरे दिन सवेरे मैं ऑफिस चला गया और शाम को जब वापस आया तो देखा की मेरी बीवी बहुत खुश है। वह बोली आज मेरी बात स्तुति भाभी से हो गई। और अच्छी तरह खुल कर हो गई।
मैंने कहा - क्या बात हुई ज़रा मुझे भी तो कुछ बताओ ?
वह बोली - स्तुति भाभी कह रहीं थीं की रोहिणी तेरे मियां के लण्ड का साथी ढूंढ लिया है मैंने ।
मैं उसकी बात सुनकर हंस पड़ा।
रोहिणी फिर बोली - उसने हम दोनों को आज रात में डिनर पर बुलाया और कह रही थी की शायद रात में वहीँ रुका भी पड़े।
यह सुनकर मैं मन में ख़याली पुलाव पकाने लगा। खैर शाम को हम दोनों ऋषि के घर पहुँच गये। मेरी बीवी नेजींस और बिना ब्रा का टॉप था। उसकी बीवी स्तुति भाभी घाघरा में थी और ऊपर एक चुन्नी डाले हुए थीं। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ उन्हीं ने छिपी हुई थीं। मैं उसकी चूँचियाँ देखने के लिए नज़रें वहीँ गड़ाए बैठा हुआ था।उन दोनों ने हमारा वेलकम किया और फिर हम चारों ड्रिंक्स पर बैठ गए। हमारे साथ हमारी बीवियां भी दारू पीने लगीं। पहले तो हम लोग इधर उधर की बातें करने लगे लेकिन आखिर कार सेक्स पर आ ही गए। मैंने कहा यार ऋषि सच यह है की अब सेक्स पर लोग खुल कर बातें करने लगे हैं और एन्जॉय करने लगे हैं। ऋषि बोला हां यार अब पहले वाली पाबंदिया नहीं हैं। अब तो लोग आपस में मिलजुल कर सेक्स का मज़ा लेने लगे हैं। ऐसा होना ही चाहिए। जो भगवान ने हमें दिया है उसका पूरा फायदा उठाना चाहिए।
स्तुति भाभी ने कहा - रोहिणी यार, मुझे जब तेरी इच्छा के बारे में मालूम हुआ तो मैं बहुत खुश हुई क्योंकि मेरी भी इच्छा बहुत दिनों से यही थी।
मेरी बीवी रोहिणी बोली - हां बिलकुल सही कहा आपने स्तुति। मैं आज की बीवी हूँ और आज की बीवियों की सोंच एक जैसी ही होती है।
मैंने कहा - आप लोग कुछ साफ़ साफ़ बात करें तो हमें भी मज़ा आये।
स्तुति भाभी बोली - मैं तेरी बीवी से कह रही थी की तेरे मियां के लण्ड का साथी मिल गया है। मैंने कहा - क्या मतलब भाभी साहिबा ?
वह बोली - हां सच ही तो कह रही हूँ , रोहिणी के मियां के लण्ड का साथी मेरे मियां के लण्ड और मेरे मियां के लण्ड का साथी रोहिणी के मियां का लण्ड ?
मैंने कहा - भाभी जी हम लोग छोटी लाइन वाले आदमी नहीं हैं।
वह बोली - देखो राणा, मैं जब अपने मियां का लण्ड पकड़ूँगी तो मेरे दूसरे हाथ में तेरा लण्ड होगा। तेरी बीवी जब तेरा लण्ड पकड़ेगी तो उसके दूसरे हाथ में मेरे मियां का लण्ड होगा।
यह सुनकर मेरा लण्ड खड़ा हो गया और ऋषि का भी लौड़ा खड़ा हो गया होगा। फिर क्या उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी बीवी की चूँचियों पर रख दिया, उसने कहा लो यार अब शर्माने की क्या जरुरत है पकड़ो मेरी बीवी की चूँचियाँ। मैंने उसकी चुन्नी उतार दी तो बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख कर मैं तो मस्त हो गया। उधर उसने भी मेरी बीवी का टॉप खोल दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। मजे सी बात यह थी लगभग दोनो की चूँचियाँ बराबर थीं. स्तुति भाभी ने मेरे लण्ड पर हाथ मारा और बोली अब इसे भी निकालो न प्लीज। उधर मेरी बीवी ऋषि का लण्ड उसकी पैंट खोल कर बाहर निकाल चुकी थी। इतने में मैंने स्तुति भाभी का घाघरा खोल डाला। उसकी मस्तानी चूत मेरे सामने नंगी हो गयी। मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। इसी बीच मेरी बीवी ऋषि के आगे नंगी हो गयी। ऋषि उसकी चूत चूमने लगा।
फिर स्तुति भाभी हमें अंदर बेड रूम में ले गईं। वहां एक बड़ा सा बेड पड़ा था। एक बड़ा सा सोफा भी था और कई कुर्सियां भी थीं . भाभी ने मुझे नंगा नंगा बेड पर चित लिटा दिया। मेरा लण्ड खड़ा था। वह मेरी टांगों के बीच बैठ कर मेरा लण्ड चूसने लगीं। उधर मेरी बीवी ऋषि का लण्ड चूसने लगी लेकिन उसने मेरी टांगों की तरफ ऋषि का सर कर लिया था। उसकी टांगों की तरफ मेरा सर आ गया। इस तरह वे दोनों बीवियां आमने सामने एक दूसरे के पति का लण्ड चूसने लगी।
इतने में स्तुति भाभी मेरे लण्ड पर चढ़ बैठीं और बोली रोहिणी देख मैं तेरे मियां का लण्ड चोदने जा रही हूँ। मुझे लण्ड चोदना सबसे अच्छा लगता है। और ग़ैर मर्दों के लण्ड चोदने में तो बहुत मज़ा आता है मुझे। मैंने इसीलिए अपने पति से उस दिन कहा था की देखो मैं लण्ड की सवारी करती हूँ , लण्ड मेरे लिए लौड़ा नहीं घोड़ा है। मैं रोज़ रोज़ एक ही घोड़े पर नहीं बैठूंगी। मेरे लिए कोई दूसरा घोड़ा ढूंढो। आपने लण्ड का कोई साथी ढूंढों मैं उस पर सवारी करूंगी । आज वह घोड़ा मिल गया है। मुझे एक और लौड़ा मिल गया है अब मैं इस पर जम कर सवारी करूंगी। तुझे अगर बुरा लगे तो अपनी माँ चुदा लेना रोहिणी। मेरी बीवी बोली मुझे बिलकुल बुरा नहीं लगता। मैं तो चाहती हूँ की और भी बीवियां मेरे मरद के लौड़े पर बैठें। मैंने तो अपने पति से कहां था मुझे लण्ड से खेलने की आदत है। मैं कब तक एक ही लण्ड से खेलती रहूंगी। मुझे इस लण्ड का एक साथी चाहिए। अब मुझे भी मेरे पति के लण्ड का साथी मिल गया है मैं इसके साथ खेलूंगी। अब इससे किसी की गांड जलती है तो जले मेरे लांडे से ? किसी की माँ चुदती है तो चुदे मेरे लांडे से ? ऐसा कह कर वह ऋषि के लण्ड को मथानी की तरह आपमें दोनों हाथों से मथने लगी।
अब किसी से और रुका नहीं जा रहा था। ऋषि ने अपना पूरा लण्ड मेर बीवी की बुर में घुसा दिया। उसे देख कार में भी गच्च से लौड़ा पेल दिया उसकी बीवी की बुर में। वह मेरे सामने मेरी बीवी चोदने लगा और मैं उसके सामने उसकी बीवी चोदने लगा।
ऋषि बोला - यार राणा सच बताऊँ मैं बहुत दिनी से तेरी बीवी चोदना चाहता था पर कह नहीं पाया।
मैंने कहा - कोई बात नहीं आज सारी तमन्ना पूरी कर लो , जैसे चाहो वैसे चोदो मेरी बीवी। मैं भी तेरी बीवी पर नज़र गड़ाए बैठा था , सोंच रहा था हे भगवान् वह कौन सा दिन होगा जब मैं स्तुति भाभी की बुर लूंगा। भगवान् के घर देर है पर अंधेर नहीं। देखो आज मैं उसकी बुर ले रहा हूँ।
स्तुति बोली - रोहिणी तेरे मरद का लौड़ा मेरी बुर का भरता बना रहा है यार।
मेरी बीवी ने जबाब दिया - हां यार तेरे मियां का लण्ड इतना मोटा है भोसड़ी का की मेरी चूत के बजाये गांड फटी जा रही है।
इन दोनों की बातों से साफ ज़ाहिर था की उन्हें सच में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने स्तुति भाभी की बुर हर तरफ से चोदी। ऋषि ने भी मेरी बीवी की बुर हर तरफ से चोदी। हमने मन बनाया की अब आगे भी हम लोग एक दूसरे की बीवी चोदते रहेंगें। बल्कि और भी लोगों को शामिल करेंगें।
दो दिन बाद मेरे पास मेरे दोस्त समय का फोन आ गया। वह बोला यार मैं तेरे घर आ रहा हूँ। मैंने कहा बिलकुल आ जाओ मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हूँ। मैंने यह बात अपनी बीवी रोहिणी को बताया तो वह भी खुश हुई। यह एक इत्तिफाक ही है स्तुति भाभी ने भी कहा यार राणा मैं आज अपने पति के साथ आ रही हूँ और मेरे साथ एक कपल भी आ रहा है। मेरी ख़ुशी डबल हो गई। मैंने फ़टाफ़ट सारा इंतज़ाम कर लिया। पहले समी और उसकी बीवी निदा आ गई। मैंने और मेरी बीवी ने निदा को पहली बार देखा। जबकि मेरी बीवी समी से मिल चुकी थी। थोड़ी देर में ऋषि और स्तुति भाभी आ गईं. उसके साथ पारस और उसकी बीवी प्रिया। ऋषि ने उन दोनों का परिचय करवाया। शराब का सिलसिला चल पड़ा और हम सब शराब का मज़ा लेने लगे। मर्दों से ज्यादा बीवियां शराब पी रहीं थीं।
समी ने कहा - यार राणा मैंने देखा है की आजकल बीवियां मियों से ज्यादा शराब पीती हैं.
इतने में उसकी बीवी निदा बोली - बीवियां इसलिए शराब ज्यादा पीती हैं की उन्हें लण्ड पीने की आदत होती है और शराब के साथ लण्ड पीने में दूना मज़ा आता है। निदा भाभी की इस बात ने मेरे लण्ड को खड़ा कर दिया। मैं समझता हूँ की लण्ड सबके खड़े हो गए।
तब स्तुति भाभी ने कहा - तो फिर पियो न सबके लण्ड ? तुम्हे किसने रोका है, निदा । निदा कहने लगी देखो मैं मादर चोद बहुत बेशरम और बेहाया बीवी हूँ। एक मंजी हुई रंडी हूँ मैं। पक्की छिनार हूँ मैं ? अब देख तू स्तुति मैं सबसे पहले तेरे मियां का लण्ड पियूँगी। निदा ने ऋषि का लण्ड निकाल ही लिया और उसका सुपाड़ा चुम कर उसे पूरा मुंह में भर लिया और पीने लगी। मैंने उसके कपड़े उतार एकदम नंगी कर दिया। उसे देख कर स्तुति भाभी ने समी का लौड़ा अपने हाथ में लिया और उसे मजे से पीने लगी। वह भी नंगी हो गई। अब हम लोग कहाँ पीछे रहने वाले थे। मेरी बीवी ने हाथ बढ़ाकर पारस का लौड़ा पकड़ लिया ुर उसकी बीवी प्रिया ने मेरा लौड़ा। वो दोनों भी नंगी नंगी लौड़ा पीने लगीं। तब तक सारे मरद भी नंगे हो चुके थे। अब किसी के बदन कर कोई कपड़ा नहीं था।
मुझे नंगी नंगी निदा भाभी बहुतअच्छी लग रही थी और नंगी नंगी प्रिया भाभी भी। दोनों सच में बड़ी खूबसूरत थीं और उनकी चूँचियाँ बाप रे बाप बहुत बड़ी बड़ी थीं। मुझे यकीन हो गया की ये दोनों कई मर्दों से अपनी चूँचियाँ मसलवाती हैं। वैसे मैंने कहीं पढ़ा था की खूबसूरत बीवियां सबसे ज्यादा बदचलन छिनार और पराये मर्दों से चुदवाने वाली होतीं हैं। इसमें मेरी बीवी भी है। उसे भी ग़ैर मर्दों के लण्ड से बड़ा प्यार है। देखो न कैसे बुर चोदी पारस का लण्ड बार बार मुंह से निकाल निकाल कर आम की गुठली की तरह चूस रही है। थोड़ी देर में पारस की बीवी मेरे लण्ड पर बैठ गयी और मेरी बीवी पारस के लण्ड पर। उसकी बीवी मेरा लण्ड चोदने लगी और मेरी बीवी उसका लण्ड चोदने लगी।
फिर मैंने देखा की समी की बीवी ऋषि का लण्ड चोद रही है और ऋषि की बीवी समी का लण्ड चोद रही है।
ऋषि की बीवी स्तुति बोली - अरे रोहिणी देख आज मैं पहली बार मुस्लिम लण्ड चोद रही हूँ। मुझे बड़ा मज़ा आ
रहा है। आज कटा लण्ड मेरी बुर ले रहा है। तब तक समी की बीवी निदा बोली - मैं भी आज किसी ग़ैर मुस्लिम का लण्ड चोद रही हूँ। इसी को समूचा लण्ड कहते हैं। वैसे स्तुति तेरे मियां का लण्ड मेरे खालू के लण्ड से मिलता है और इसका सुपाड़ा बिलकुल मेरे ससुर के लण्ड का सुपाड़ा जैसा है। मुझे दोनों लण्ड बड़ा मज़ा देते हैं और आज उन दोनों लण्ड का मज़ा एक साथ मुझे तेरे मियां के लण्ड से मिल रहा है। पूरा कमरा चुदाई की आवाज़ो से गूंज उठा। पारस ने पूंछा - रोहिणी भाभी आजकल बीवियां अपनी चूत चुदवाने के वजाय लण्ड ज्यादा चोदती हैं। ऐसा क्यों ? मेरी बीवी ने कहा - युगों युगों से मरद औरत की बुर चोदता आ रहा है। अब यह युग औरतों का युग है। बीवियों का युग है। अब बीवियां मर्दों के लण्ड चोदा करेंगीं। आपने देखा की यहाँ सब की सब बीवियां मर्दों के लण्ड चोद रहीं है और आगे भी चोदती रहेंगीं। ये चारों बीवियां एकदम सटी हुई एक दूसरे के मियां के लण्ड पर बैठी हुई लण्ड चोद रहीं थीं। हाथ बढ़ाकर दूसरे लण्ड के पेल्हड़ भी सहला रहीं थीं। कुछ बोल भी रहीं थीं। स्तुति - हाय मेरा राजा तेरा लौड़ा साला बड़ा मोटा है पर मैं आज इसे चोद चोद कर इसका तेल निकाल लूंगी। निदा - भोसड़ी के लौड़े मियाँ आज तू मेरे हत्थे चढ़ा है आज मैं तेरी गांड मारूंगी साले। तूने कई बीवियों की बुर चोदी है आज मैं तुझे चोदूँगी। मेरी बीवी - लण्ड साला चाहे जितना बड़ा हो लेकिन उसे मेरी बुर चोद लेती है। मेरी चूत ऐसे भकाभक चोदती लण्ड की लण्ड साला बड़ी जल्दी उगलने लगता है अपना वीर्य। प्रिया - लौड़े मियां तेरी बहन का भोसड़ा ? तेरी माँ की चूत, तेरी बीत्या की बुर साले आज मैं तेरी गांड में भूसा भर दूँगी। तूने सबकी बुर चोदी आज मैं तुझे चोद चोद कर तेरी गांड फाड़ डालूंगी। इस तरह की खुली खुली गन्दी गन्दी गालियां सून सुन कर सबके लण्ड साले और कड़क होते जा रहे थे।
इतने में स्तुति भाभी समी के लण्ड से उतरी और पारस के लण्ड पर बैठ गई। उधर समी की बीवी निदा ऋषि के लण्ड से उतर कर मेरे लण्ड पर बैठ गई। मेरी बीवी पारस के लण्ड से उतर कर समी के लण्ड पर बैठ गयी और प्रिया भाभी मेरे लण्ड से उतर कर ऋषि के लण्ड पर बैठ गई। अब ये चारों बीवियां एक बार फिर धकाधक सबके लण्ड चोदने लगीं।
मेरी बीवी ने मुझे बताया की :-
एक दिन निदा मेरे घर आयी और बोली रोहिणी भाभी आज मैं तुम्हे एक अनोखी "wife swapping" की पार्टी में ले चलती हूँ। मैंने कहा नहीं यार आज तो मेरा पति नहीं है। वह टूर पर गया है। वह बोली मैं अपने नंदोई को तेरा पति बना देती हूँ और ले चलती हूँ। मैं मान गयी और उसके साथ चली गयी। मैं जब अंदर घुसी तो वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। निदा बोली भाभी जान आप पहले यहाँ का नज़ारा देखो और समझो उसके बाद तुम भी इन सब मर्दों के लण्ड चोदो। मैंने देखा की : -
यहाँ तो बीवियां बहन चोद लण्ड पे लण्ड चोदे चली जा रहीं हैं। एक लण्ड पर बैठती हैं, उसे चोदतीं हैं, उसे खलास कर देतीं हैं और फिर दूसरे लण्ड पर बैठ जातीं है, उसे खलास करतीं है और फिर कूद कर तीसरे लण्ड पर बैठ जातीं हैं। यहाँ सब की सब बुर चोदी बीवियां पराये मरद के लण्ड पर ही बैठतीं हैं। इन्हे पराये मरद का लण्ड चोदने में मज़ा आता है।
निदा ने बताया की इन सब बीवियों के मरद बगल के कमरे में उन मर्दों की बीवियां चोद रहें है जो यहाँ इस कमरे में अपना अपना लण्ड चुदवा रहें हैं। फिर तो मैं भी जुट गयी लण्ड चोदने में और निदा भी। हम दोनों एक के बाद एक लण्ड चोदती रही और रात भर चोदती रही।
मुझे लण्ड से प्यार करने वाली ऐसी ही बीवी चाहिए थी। मेरे दिन बड़े अच्छे गुजरने लगे। एक दिन रात को उसने कहा यार राणा ये तेरा लण्ड साला दिन पर दिन मोटा होता जा रहा है, कड़क होता जा रहा है और चोदने में एक्सपर्ट होता जा रहा है। मुझे लगता है की ये अगर मेरी जैसी २/३ बुर और चोदे तो और ज्यादा मोटा हो जायेगा बहन चोद ? उसकी बात से मेरा मन किसी और की बीवी चोदने का होने लगा। मैंने पूंछा रोहिणी खुल कर बताओ न तुम चाहती क्या हो ? वह बोली मैं कुछ नहीं चाहती। मैं तो बस इस लण्ड का एक साथी ढूंढ रही हूँ । ये बिचारा अकेला ही मेरे साथ खेला करता है अगर इसे एक और लण्ड मिल जाए तो इसे भी खेलने में मज़ा आये और मुझे भी। मैं अपनी बीवी की मंसा समझ गया।
मैं सोंचने लगा की मैं किस दोस्त से इसके बारे में बात करूं ? किसकी बीवी चोदूं और किसके लण्ड को अपने लण्ड का साथी बनाऊं ? एक दिन मैं ऐसे अपने दोस्त ऋषि से बाते करने लगा। वह बोला चलो यार मेरे घर चलो। मैं उसके घर चला गया। उसने व्हिस्की की बोतल खोल दी। हम दोनों शराब पीने लगे। थोड़ी देर में उसकी बीवी यानी स्तुति भाभी स्नैक्स लेकर आ गईं। मुझे बहुत अच्छा लगा जब वह भी शराब का गिलास उठा कर पीने लगीं। बातें होने लगीं और खुल कर होने लगीं अचानक भाभी अंदर गईं तो मैंने अपनी वाली बात ऋषि को बता दी। वह आवाज़ लगा कर बोला अरे स्तुति सुनो।
जब वह आ गईं तो ऋषि बोला - स्तुति तुम रात को चुदाई के समय जैसी बातें करती हो बिलकुल वैसी ही बातें राणा की बीवी रोहिणी भाभी भी करतीं हैं।
स्तुति भाभी बोली - क्या इत्तिफाक है ? वैसे आजकल की बीवियां सब वही चाहती है जो मैं चाहती हूँ और जो रोहिणी चाहती है। मैं रोहिणी से बात कर लूंगी।
उन दोनों की बात ने मेरे दिल में खल भली मचा दी। मैं समझ गया की अब मेरी बीवी की इच्छा पूरी हो जाएगी। मैं स्तुति भाभी को देखता रहा और उसकी चूँचियों के साइज का अनुमान लगाता रहा। मैं समझ नहीं पा रहा था की मेरी बीवी की चूँचियाँ बड़ी हैं की स्तुति भाभी की चूँचियाँ ? मैंने लौट कर अपनी बीवी को सारी बात बता दी। वह मन ही मन बड़ी खुश हुई। दूसरे दिन सवेरे मैं ऑफिस चला गया और शाम को जब वापस आया तो देखा की मेरी बीवी बहुत खुश है। वह बोली आज मेरी बात स्तुति भाभी से हो गई। और अच्छी तरह खुल कर हो गई।
मैंने कहा - क्या बात हुई ज़रा मुझे भी तो कुछ बताओ ?
वह बोली - स्तुति भाभी कह रहीं थीं की रोहिणी तेरे मियां के लण्ड का साथी ढूंढ लिया है मैंने ।
मैं उसकी बात सुनकर हंस पड़ा।
रोहिणी फिर बोली - उसने हम दोनों को आज रात में डिनर पर बुलाया और कह रही थी की शायद रात में वहीँ रुका भी पड़े।
यह सुनकर मैं मन में ख़याली पुलाव पकाने लगा। खैर शाम को हम दोनों ऋषि के घर पहुँच गये। मेरी बीवी नेजींस और बिना ब्रा का टॉप था। उसकी बीवी स्तुति भाभी घाघरा में थी और ऊपर एक चुन्नी डाले हुए थीं। उसकी बड़ी बड़ी चूँचियाँ उन्हीं ने छिपी हुई थीं। मैं उसकी चूँचियाँ देखने के लिए नज़रें वहीँ गड़ाए बैठा हुआ था।उन दोनों ने हमारा वेलकम किया और फिर हम चारों ड्रिंक्स पर बैठ गए। हमारे साथ हमारी बीवियां भी दारू पीने लगीं। पहले तो हम लोग इधर उधर की बातें करने लगे लेकिन आखिर कार सेक्स पर आ ही गए। मैंने कहा यार ऋषि सच यह है की अब सेक्स पर लोग खुल कर बातें करने लगे हैं और एन्जॉय करने लगे हैं। ऋषि बोला हां यार अब पहले वाली पाबंदिया नहीं हैं। अब तो लोग आपस में मिलजुल कर सेक्स का मज़ा लेने लगे हैं। ऐसा होना ही चाहिए। जो भगवान ने हमें दिया है उसका पूरा फायदा उठाना चाहिए।
स्तुति भाभी ने कहा - रोहिणी यार, मुझे जब तेरी इच्छा के बारे में मालूम हुआ तो मैं बहुत खुश हुई क्योंकि मेरी भी इच्छा बहुत दिनों से यही थी।
मेरी बीवी रोहिणी बोली - हां बिलकुल सही कहा आपने स्तुति। मैं आज की बीवी हूँ और आज की बीवियों की सोंच एक जैसी ही होती है।
मैंने कहा - आप लोग कुछ साफ़ साफ़ बात करें तो हमें भी मज़ा आये।
स्तुति भाभी बोली - मैं तेरी बीवी से कह रही थी की तेरे मियां के लण्ड का साथी मिल गया है। मैंने कहा - क्या मतलब भाभी साहिबा ?
वह बोली - हां सच ही तो कह रही हूँ , रोहिणी के मियां के लण्ड का साथी मेरे मियां के लण्ड और मेरे मियां के लण्ड का साथी रोहिणी के मियां का लण्ड ?
मैंने कहा - भाभी जी हम लोग छोटी लाइन वाले आदमी नहीं हैं।
वह बोली - देखो राणा, मैं जब अपने मियां का लण्ड पकड़ूँगी तो मेरे दूसरे हाथ में तेरा लण्ड होगा। तेरी बीवी जब तेरा लण्ड पकड़ेगी तो उसके दूसरे हाथ में मेरे मियां का लण्ड होगा।
यह सुनकर मेरा लण्ड खड़ा हो गया और ऋषि का भी लौड़ा खड़ा हो गया होगा। फिर क्या उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी बीवी की चूँचियों पर रख दिया, उसने कहा लो यार अब शर्माने की क्या जरुरत है पकड़ो मेरी बीवी की चूँचियाँ। मैंने उसकी चुन्नी उतार दी तो बड़ी बड़ी चूँचियाँ देख कर मैं तो मस्त हो गया। उधर उसने भी मेरी बीवी का टॉप खोल दिया और उसकी चूँचियाँ मसलने लगा। मजे सी बात यह थी लगभग दोनो की चूँचियाँ बराबर थीं. स्तुति भाभी ने मेरे लण्ड पर हाथ मारा और बोली अब इसे भी निकालो न प्लीज। उधर मेरी बीवी ऋषि का लण्ड उसकी पैंट खोल कर बाहर निकाल चुकी थी। इतने में मैंने स्तुति भाभी का घाघरा खोल डाला। उसकी मस्तानी चूत मेरे सामने नंगी हो गयी। मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। इसी बीच मेरी बीवी ऋषि के आगे नंगी हो गयी। ऋषि उसकी चूत चूमने लगा।
फिर स्तुति भाभी हमें अंदर बेड रूम में ले गईं। वहां एक बड़ा सा बेड पड़ा था। एक बड़ा सा सोफा भी था और कई कुर्सियां भी थीं . भाभी ने मुझे नंगा नंगा बेड पर चित लिटा दिया। मेरा लण्ड खड़ा था। वह मेरी टांगों के बीच बैठ कर मेरा लण्ड चूसने लगीं। उधर मेरी बीवी ऋषि का लण्ड चूसने लगी लेकिन उसने मेरी टांगों की तरफ ऋषि का सर कर लिया था। उसकी टांगों की तरफ मेरा सर आ गया। इस तरह वे दोनों बीवियां आमने सामने एक दूसरे के पति का लण्ड चूसने लगी।
इतने में स्तुति भाभी मेरे लण्ड पर चढ़ बैठीं और बोली रोहिणी देख मैं तेरे मियां का लण्ड चोदने जा रही हूँ। मुझे लण्ड चोदना सबसे अच्छा लगता है। और ग़ैर मर्दों के लण्ड चोदने में तो बहुत मज़ा आता है मुझे। मैंने इसीलिए अपने पति से उस दिन कहा था की देखो मैं लण्ड की सवारी करती हूँ , लण्ड मेरे लिए लौड़ा नहीं घोड़ा है। मैं रोज़ रोज़ एक ही घोड़े पर नहीं बैठूंगी। मेरे लिए कोई दूसरा घोड़ा ढूंढो। आपने लण्ड का कोई साथी ढूंढों मैं उस पर सवारी करूंगी । आज वह घोड़ा मिल गया है। मुझे एक और लौड़ा मिल गया है अब मैं इस पर जम कर सवारी करूंगी। तुझे अगर बुरा लगे तो अपनी माँ चुदा लेना रोहिणी। मेरी बीवी बोली मुझे बिलकुल बुरा नहीं लगता। मैं तो चाहती हूँ की और भी बीवियां मेरे मरद के लौड़े पर बैठें। मैंने तो अपने पति से कहां था मुझे लण्ड से खेलने की आदत है। मैं कब तक एक ही लण्ड से खेलती रहूंगी। मुझे इस लण्ड का एक साथी चाहिए। अब मुझे भी मेरे पति के लण्ड का साथी मिल गया है मैं इसके साथ खेलूंगी। अब इससे किसी की गांड जलती है तो जले मेरे लांडे से ? किसी की माँ चुदती है तो चुदे मेरे लांडे से ? ऐसा कह कर वह ऋषि के लण्ड को मथानी की तरह आपमें दोनों हाथों से मथने लगी।
अब किसी से और रुका नहीं जा रहा था। ऋषि ने अपना पूरा लण्ड मेर बीवी की बुर में घुसा दिया। उसे देख कार में भी गच्च से लौड़ा पेल दिया उसकी बीवी की बुर में। वह मेरे सामने मेरी बीवी चोदने लगा और मैं उसके सामने उसकी बीवी चोदने लगा।
ऋषि बोला - यार राणा सच बताऊँ मैं बहुत दिनी से तेरी बीवी चोदना चाहता था पर कह नहीं पाया।
मैंने कहा - कोई बात नहीं आज सारी तमन्ना पूरी कर लो , जैसे चाहो वैसे चोदो मेरी बीवी। मैं भी तेरी बीवी पर नज़र गड़ाए बैठा था , सोंच रहा था हे भगवान् वह कौन सा दिन होगा जब मैं स्तुति भाभी की बुर लूंगा। भगवान् के घर देर है पर अंधेर नहीं। देखो आज मैं उसकी बुर ले रहा हूँ।
स्तुति बोली - रोहिणी तेरे मरद का लौड़ा मेरी बुर का भरता बना रहा है यार।
मेरी बीवी ने जबाब दिया - हां यार तेरे मियां का लण्ड इतना मोटा है भोसड़ी का की मेरी चूत के बजाये गांड फटी जा रही है।
इन दोनों की बातों से साफ ज़ाहिर था की उन्हें सच में बड़ा मज़ा आ रहा है। मैंने स्तुति भाभी की बुर हर तरफ से चोदी। ऋषि ने भी मेरी बीवी की बुर हर तरफ से चोदी। हमने मन बनाया की अब आगे भी हम लोग एक दूसरे की बीवी चोदते रहेंगें। बल्कि और भी लोगों को शामिल करेंगें।
दो दिन बाद मेरे पास मेरे दोस्त समय का फोन आ गया। वह बोला यार मैं तेरे घर आ रहा हूँ। मैंने कहा बिलकुल आ जाओ मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हूँ। मैंने यह बात अपनी बीवी रोहिणी को बताया तो वह भी खुश हुई। यह एक इत्तिफाक ही है स्तुति भाभी ने भी कहा यार राणा मैं आज अपने पति के साथ आ रही हूँ और मेरे साथ एक कपल भी आ रहा है। मेरी ख़ुशी डबल हो गई। मैंने फ़टाफ़ट सारा इंतज़ाम कर लिया। पहले समी और उसकी बीवी निदा आ गई। मैंने और मेरी बीवी ने निदा को पहली बार देखा। जबकि मेरी बीवी समी से मिल चुकी थी। थोड़ी देर में ऋषि और स्तुति भाभी आ गईं. उसके साथ पारस और उसकी बीवी प्रिया। ऋषि ने उन दोनों का परिचय करवाया। शराब का सिलसिला चल पड़ा और हम सब शराब का मज़ा लेने लगे। मर्दों से ज्यादा बीवियां शराब पी रहीं थीं।
समी ने कहा - यार राणा मैंने देखा है की आजकल बीवियां मियों से ज्यादा शराब पीती हैं.
इतने में उसकी बीवी निदा बोली - बीवियां इसलिए शराब ज्यादा पीती हैं की उन्हें लण्ड पीने की आदत होती है और शराब के साथ लण्ड पीने में दूना मज़ा आता है। निदा भाभी की इस बात ने मेरे लण्ड को खड़ा कर दिया। मैं समझता हूँ की लण्ड सबके खड़े हो गए।
तब स्तुति भाभी ने कहा - तो फिर पियो न सबके लण्ड ? तुम्हे किसने रोका है, निदा । निदा कहने लगी देखो मैं मादर चोद बहुत बेशरम और बेहाया बीवी हूँ। एक मंजी हुई रंडी हूँ मैं। पक्की छिनार हूँ मैं ? अब देख तू स्तुति मैं सबसे पहले तेरे मियां का लण्ड पियूँगी। निदा ने ऋषि का लण्ड निकाल ही लिया और उसका सुपाड़ा चुम कर उसे पूरा मुंह में भर लिया और पीने लगी। मैंने उसके कपड़े उतार एकदम नंगी कर दिया। उसे देख कर स्तुति भाभी ने समी का लौड़ा अपने हाथ में लिया और उसे मजे से पीने लगी। वह भी नंगी हो गई। अब हम लोग कहाँ पीछे रहने वाले थे। मेरी बीवी ने हाथ बढ़ाकर पारस का लौड़ा पकड़ लिया ुर उसकी बीवी प्रिया ने मेरा लौड़ा। वो दोनों भी नंगी नंगी लौड़ा पीने लगीं। तब तक सारे मरद भी नंगे हो चुके थे। अब किसी के बदन कर कोई कपड़ा नहीं था।
मुझे नंगी नंगी निदा भाभी बहुतअच्छी लग रही थी और नंगी नंगी प्रिया भाभी भी। दोनों सच में बड़ी खूबसूरत थीं और उनकी चूँचियाँ बाप रे बाप बहुत बड़ी बड़ी थीं। मुझे यकीन हो गया की ये दोनों कई मर्दों से अपनी चूँचियाँ मसलवाती हैं। वैसे मैंने कहीं पढ़ा था की खूबसूरत बीवियां सबसे ज्यादा बदचलन छिनार और पराये मर्दों से चुदवाने वाली होतीं हैं। इसमें मेरी बीवी भी है। उसे भी ग़ैर मर्दों के लण्ड से बड़ा प्यार है। देखो न कैसे बुर चोदी पारस का लण्ड बार बार मुंह से निकाल निकाल कर आम की गुठली की तरह चूस रही है। थोड़ी देर में पारस की बीवी मेरे लण्ड पर बैठ गयी और मेरी बीवी पारस के लण्ड पर। उसकी बीवी मेरा लण्ड चोदने लगी और मेरी बीवी उसका लण्ड चोदने लगी।
फिर मैंने देखा की समी की बीवी ऋषि का लण्ड चोद रही है और ऋषि की बीवी समी का लण्ड चोद रही है।
इतने में स्तुति भाभी समी के लण्ड से उतरी और पारस के लण्ड पर बैठ गई। उधर समी की बीवी निदा ऋषि के लण्ड से उतर कर मेरे लण्ड पर बैठ गई। मेरी बीवी पारस के लण्ड से उतर कर समी के लण्ड पर बैठ गयी और प्रिया भाभी मेरे लण्ड से उतर कर ऋषि के लण्ड पर बैठ गई। अब ये चारों बीवियां एक बार फिर धकाधक सबके लण्ड चोदने लगीं।
मेरी बीवी ने मुझे बताया की :-
एक दिन निदा मेरे घर आयी और बोली रोहिणी भाभी आज मैं तुम्हे एक अनोखी "wife swapping" की पार्टी में ले चलती हूँ। मैंने कहा नहीं यार आज तो मेरा पति नहीं है। वह टूर पर गया है। वह बोली मैं अपने नंदोई को तेरा पति बना देती हूँ और ले चलती हूँ। मैं मान गयी और उसके साथ चली गयी। मैं जब अंदर घुसी तो वहां का सीन देख कर दंग रह गयी। निदा बोली भाभी जान आप पहले यहाँ का नज़ारा देखो और समझो उसके बाद तुम भी इन सब मर्दों के लण्ड चोदो। मैंने देखा की : -
यहाँ तो बीवियां बहन चोद लण्ड पे लण्ड चोदे चली जा रहीं हैं। एक लण्ड पर बैठती हैं, उसे चोदतीं हैं, उसे खलास कर देतीं हैं और फिर दूसरे लण्ड पर बैठ जातीं है, उसे खलास करतीं है और फिर कूद कर तीसरे लण्ड पर बैठ जातीं हैं। यहाँ सब की सब बुर चोदी बीवियां पराये मरद के लण्ड पर ही बैठतीं हैं। इन्हे पराये मरद का लण्ड चोदने में मज़ा आता है।
निदा ने बताया की इन सब बीवियों के मरद बगल के कमरे में उन मर्दों की बीवियां चोद रहें है जो यहाँ इस कमरे में अपना अपना लण्ड चुदवा रहें हैं। फिर तो मैं भी जुट गयी लण्ड चोदने में और निदा भी। हम दोनों एक के बाद एक लण्ड चोदती रही और रात भर चोदती रही।
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