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एक दूसरे की बेटी बहू बीवी चोदो चूत फाड़ो - Ek dusre ki beti bahan bahu ki chudai karo
एक दूसरे की बेटी बहू बीवी चोदो चूत फाड़ो - Ek dusre ki beti bahan bahu ki chudai karo , सबको चुदना है , सब चुदवाना चाहती है , चोदना भी पुण्य का काम है , अन्तर्वासना कामवासना की स्टोरी , चुदवाने और चुदने के खेल , चूत गांड बुर चुदवाने और लंड चुसवाने की हिंदी सेक्स पोर्न कहानी.
यार देखो एक बात तो तय हैं की चाहे बेटी हो चाहे बीवी हो चाहे बहू हो चुदवाती सब हैं। है कोई ऐसी जो चुदवाती न हो ? बेटी हो, बहू हो या बीवी हो, लण्ड सबको चाहिए। बिना लण्ड के कोई रह नहीं सकती। और लण्ड को क्या चाहिए, सिर्फ एक चूत ? अब वह चूत चाहे जिसकी हो ? एक दिन मैं अपने दोस्तों के साथ बैठ कर दारू पी रहा था और उन्हीं से खुल कर बातें कह रहा था। मेरे दोस्त हैं साजिद, माजिद। मेरा नाम है साहिर। मैं ४५ साल का हूँ मद मस्त हूँ और ज़िन्दगी अच्छी तरह जी रहा हूँ। मैं अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ और मेरे दोस्त मेरी बीवी चोदते हैं। हम लोग सालों से एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं और एन्जॉय कर रहें हैं। हमारी बीवियां भी एक दूसरे के मियां से चुदवाकर खूब मज़ा लूटती हैं। मैंने कई बार की मर्दों से ज्या बीवियां चुदाई का मज़ा लेती हैं और बार बार ग़ैर मर्दों से चुदवाना चाहती हैं। मेरी बीवी मुझसे कई बार कह चुकी है की अपना दायरा बढाईये। इसमें और भी लोगों को शामिल कीजिये ताकि हम सब और ग़ैर मर्दों से चुदवाकर मज़ा लूट सकें।
मैंने शराब पीते हुए कहा - यार मैं एक बार अपने एक और दोस्त की बीवी चोद रहा था। चोदते समय मुझे ऐसा लगा की उसकी जवान बेटी हमारी चुदाई देख रही है। हालांकि वह ज्यादा देर तक रुकी नहीं और शायद फ़ौरन चली गयी। लेकिन मैं जब दूसरे दिन भाभी के पास गया तो उसने बताया की यार साहिर कल जब तुम मुझे चोद रहे थे तो मेरी बेटी ने हमें देख लिया था। वह कह रही थी की अंकल का लण्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है अम्मी जान। मेरा तो दिल उस पर आ गया। सच यह है की मैं लण्ड देख कर ललचा गयी। मेरे मुंह में पानी आ गया और मेरा मन हुआ की मैं अभी अंदर घुस जाऊं और अम्मी की चूत से लण्ड निकाल कर चूसने लगूं। जबसे मैंने अंकल का लण्ड देखा है तबसे मैं वही लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ने के लिए बेचैन हूँ। अम्मी जान अब मैं २० साल की हो गयी हूँ। मुझे भी लण्ड चाहिए मेरी चूत लण्ड खाने वाली हो गयी है। तू बहन चोद ग़ैर मर्दों से चुदवाती है तो कभी किसी का लण्ड मेरी भी चूत में पेल दो न ?
भाभी जान ने उसकी बात बड़े गौर से सुनी और मुझे दूसरे दिन बुलाकर मेरा लण्ड उसे पकड़ा दिया। मैंने फिर उसी के सामने उसकी बेटी चोदी। मजे की बात यह थी की बेटी ने भी मेरा लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में भी बड़े शौक से पेला । उस दिन मुझे माँ बेटी को एक साथ चोदने में बहुत मज़ा आया। इतना मज़ा की मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता ? मेरा कहना है की क्यों न हम लोग इस बात पर गौर करें की हमारी बेटियां भी मज़ा लूटने के लिए तैयार हो गयीं हैं और उन्हें भी मज़ा लूटने का हक़ है। हम उन्हें अपने हक़ से बेदखल नहीं कर सकते ? यह बात मैं अपनी बेटी के बारे में भी कह रहा हूँ। बेटी चाहे शादी शुदा हो या न हो पर वह जवान हो, चुदाई के काबिल हो, और उसकी मंसा हो तो उसे शामिल करने में कोई हर्ज़ नहीं है।
साजिद बोला - हां यार मेरा भी कुछ ऐसा ही अनुभव है। एक दिन मैं अपने साले की बीवी चोद रहा था। इतने में उसकी बहू कमरे में आ गयी। उसने हमारी चुदाई देख ली तो मेरी साले की बीवी बोली जीजा जी ये मेरी बहू है। बिचारी आजकल अकेली ही है। इसका शौहर दुबई में काम करता है। ये यहाँ लण्ड के लिए तरसती रहती है। मैं चाहती हूँ की आज तुम मेरी बहू की बुर मेरे सामने चोदो। इसे भी लण्ड का मज़ा मिले। कल मैंने इसकी बुर अपने देवर से चुदवाया था। मुझे इसका भी ख्याल रखना पड़ता है। मैं जिससे भी चुदवाती हूँ उसका लण्ड अपनी बहू की बुर में भी पेलती हूँ। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड अपनी बहू को पकड़ा दिया। फिर उसके कपडे उतार कर उसे पूरी तरह नंगी कर दिया। उसका मस्त नंगा जिस्म देख कर मेरा लण्ड साला और टन टना गया। मैंने भी खूब हचक हचक कर उसकी बहू की बुर चोदा और उसके बाद उसका भी भोसड़ा चोदा. मुझे सच में सास बहू दोनों की बुर चोदने में खूब मज़ा आया। मैं चाहता हूँ की क्यों की बेटी के साथ साथ बहू को भी इस चुदाई में शामिल किया जाए ?
माजिद ने कहा - यार मेरी भी बेटी जवान हो गयी है। वह भी इधर उधर हाथ न मारती है और मुझे यकीन है की वह लड़कों के लण्ड पकड़ती है। लेकिन इसके बारे मेमेरी बीवी ज्यादा बता सकती है। मैंने कहा - हां यह बात सही है क्यों न हम लोग अपनी अपनी बीवियों से अपनी बेटियों के बारे में पूंछ लें ?
साजिद बोला - पूंछा क्या। यहाँ बुला लो न अपनी बीवियों को। आखिर कार हम दूसरे की बीवी चोदते हैं तो खुल कर बात करने में कोई शर्म तो है नहीं, बहन चोद।
फिर क्या ? थोड़ी ही देर में तीनो बीवियां इकठ्ठा हो गयीं। मैंने अपनी बीवी से सबके सामने पूंछा तो वह बोली हां हां मेरी बेटी नूर लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा सब जानती है। २१ साल की हो गयी है। चुदाई के लिए पूरी पक चुकी है। अपनी दोस्तों के साथ खूब मस्ती करती है खूब गालियां भी देती है और लड़कों के लण्ड पीती है। वह तो दो बार मेरी भी चूत में लण्ड पेल चुकी है। एक बार मैंने उसे कहते हुए सुना है की हां हां अब्बू का लण्ड क्यों नहीं पकड़ूँगी। हम मुसलमान है और हमारे यहाँ अब्बू का लण्ड पकड़ना जायज़ है।
साजिद की बीवी अदीबा बोली - मेरी भी बेटी नशा मस्त जवान हो चुकी है। वह तो अपनी माँ चुदाने लगी है। यह बात मेरे शौहर को मालूम नहीं है पर आज बता रही हूँ। वह मेरे भोसड़ा में अपने दोस्तों के लण्ड पेलती है। उसे इसमें शामिल करने में कोई हर्ज़ नहीं है। वह तो चाहती है बड़े लोगों से चुदवाना .
माजिद की रामिया बोली - मेरी बेटी हिना मुझसे खुल कर बातें करती है। मुझसे कह चुकी है बुर चोदी अम्मी जान मैं किसी दिन तेरा भोसड़ा चोदूँगी। तू साहिर अंकल से चुदवाती है। तू साजिद अंकल का लौड़ा अपनी चूत में पेलती है। मुझे सब मालूम है। किसी दिन मेरी भी चूत में पेल दो लण्ड, अम्मी जान। वह २२ साल की हो गईं है उसे लण्ड की सख्त जरुरत है। मैंने कहा चलो फिर आने वाले शनिवार को प्रोग्राम रख लिया जाए। हम लोग अपनी अपनी बीवी और बेटी के साथ शामिल हों। साजिद बोला और फिर सबकी बीवियां अपनी अपनी बेटियां एक दूसरे से चुदवायें ?
शनिवार को सब लोग इकठ्ठा हो गए। मैं साहिर मेरी बीवी आमिरा बेटी नूर, साजिद उसकी बीवी अदीबा बेटी नशा और माजिद उसकी बीवी रामिया बेटी हिना। मेरी बीवी ने दारू का प्रोग्राम बनाया था। वह जानती है की थोड़ा नशा करने से मज़ा भी आता है और सारी शर्म भी ख़तम हो जाती है। उसके बाद अय्यासी करने में पूरा मज़ा आता है। हम सब बीवियोंऔर बेटियों सहित दारू पीने लगे। बेटियां भी बहुत खुश नज़र आ रहीं थीं। यह हमारे लिए बड़ी अच्छी बात थी। थोड़ा नशा चढ़ा तो मज़ा आने लगा। मेरी नज़र साजिद की बेटी नशा पर टिक गयी। धीरे धीरे सबके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। बीवियों की चूँचियाँ सबसे पहले खुल गयीं उसके बाद उनके भोसड़ा भी। चिकने बिना झांट के सबके भोसड़ा बड़े खूबसूरत लग रहे थे। बेटियां भी कपड़े उतार चुकी थीं। उधर मरद भी कपड़े उतार चुके थे। बस सबका पजामा ही बचा था । उसके अंदर से सबका लहराता हुआ लण्ड नज़र आ रहा था।
मेरी नज़र साजिद की बेटी नशा से मिल गयी। वह आग बढ़ी और मेरे पजामा नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिर पड़ा और उसके सामने पूरा नंगा हो गया। उसने मुस्कराते हुए मेरा लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। वह बोली हाय अंकल तेरा तो लण्ड बहन चोद बड़ा जबरदस्त है। आज तक ये भोसड़ी का मेरी माँ चोदता रहा आज मैं इसे चोदूँगी। मुझे उसकी खुली खुली बातें और गालियां बहुत अच्छी लगीं जिन्हे सुनकर मेरा लण्ड साला और अधिक सख्त हो गया। उधर साजिद ने अपने लण्ड माजिद के बेटी हिना को पकड़ा दिया। हिना बोली हाय अंकल कितना प्यारा लण्ड है तेरा ? इतना मोटा और सॉलिड लण्ड आज मन पहली बार देख रही हूँ। मेरी छुटाज बड़ा मज़ा करेगी। तब तक मेरी बेटी नूर ने माजिद को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसने प्यार से लण्ड पर थप्पड़ मारा और कहा तू बहन चोद मेरी अम्मी का भोसड़ा चोदता है। मेरी अम्मी की बुर लेता है। आज मैं तुझे अपनी चूत का मज़ा चखाऊंगी।
सबकी बीवियां तो हम सबके लण्ड बड़ी अच्छी तरह पीती हैं और अच्छी तरह चुदवाती भी हैं, अब उनकी बेटियां भी मस्ती से चुदवायेंगी और लण्ड पियेंगी ऐसा मुझे मालूम होने लगा। उनकी बातों से मुझे यकीन हो गया है की वे सब बड़ी बेशर्मी से गालियां दे दे कर चुदवायेंगी। उनकी गालियां मुझे बहुत अच्छी लगीं और उससे हमारे लण्ड और टन टना उठे। अब तो सबकी बेटियाँ की मस्त जवान चूत का मज़ा हम सबको मिलेगा। हमारी बीवियां नंगी नंगी बैठी हुई अपनी अपनी बेटियों की मस्ती देखने लगीं। साजिद की बेटी मेरा लण्ड पीने लगी.माजिद की बेटी साजिद का लण्ड पीने लगी और मेरी बेटी माजिद का लण्ड पीने लगी।
साजिद की बेटी नशा मेरा लण्ड बड़ी मस्ती से पी रही थी तभी अचानक माजिद की बीवी रामिया उसके पास आ गयी और उसके साथ ही लण्ड पीने लगी। मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा। मैं मन ही मन सोंचने लगा की एक दोस्त की बेटी और दूसरे दोस्त की बीवी दोनों मिलकर मेरा लण्ड पी रही है इससे ज्यादा अच्छी बात और क्या हो सकती है ? तब तक मेरी बीवी उठ कर हिना के साथ साजिद का लण्ड पीने लगी। उधर साजिद की बीवी मेरी बेटी के साथ माजिद का लण्ड पीने लगी। इस तरह के जोड़े सबको मज़ा दे रहे थे। बेटियां भी एक दूसरे के अब्बू के लण्ड का मज़ा लूटने लगी और बीवियां भी। कभी किसी की बीवी लण्ड चाटती तो बेटी पेल्हड़ चाटती और बेटी जब पेल्हड़ चाटती तो बीवी लण्ड चाटती। हम लोग एक दूसरे को देख देख कर मज़ा भी ले रहे थे और मस्त भी होते जा रहे थे।
इतने में मैंने साजिद की बेटी की बुर में लण्ड पेल दिया। साजिद ने माजिद की बेटी की बुर में लौड़ा घुसेड़ दिया और माजिद ने मेरी बेटी की बुर में लण्ड घुसा दिया। हम तीनो अपनी अपनी बीवी के सामने मजे से एक दूसरे की बेटी चोदने लगे। साजिद की बेटी नशा बोली - हाय साहिर अंकल बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरे लण्ड में बड़ा जादू है, साहिर अंकल। आज मालूम हुआ की मेरी अम्मी इसीलिए तुमसे खूब चुदवाती है. मेरी भी चूत मज़ा लूट रही है तेरे लण्ड का। हाय अल्ला बड़ा मोटा है तेरा लौड़ा। ऐसे ही चोदे जाओ। फाड़ डालो मेरी बुर। मुझे ऐसा ही लौड़ा चाहिए। उई माँ फटी जा रही है मेरी चूत। तू भोसड़ी की अदीबा अम्मी जान बैठी बैठी अपनी बेटी की बुर चुदवा रही है। तुझे भी खूब मज़ा आ रहा है न ? अब मैं खुद अपने हाथ से यही लौड़ा तेरी बुर में पेलूँगी और चोदूँगी तेरा भोसड़ा ? नशा की बातें सुनकर मेरे लण्ड में और जोश भर गया। मैं और जल्दी जल्दी धक्के पे धक्का लगा लगा के चोदने लगा नशा की बुर।
माजिद की बेटी हिना बोल रही थी - हाय अल्ला साजिद अंकल बड़ा अच्छा लग रहा है तुमसे चुदाने में। तूने मुझे पहले क्यों नहीं चोदा ? मैं तो ३ साल से भकाभक चुदवा रही हूँ। तू तो बस मेरी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलता रहा कभी मेरी तरफ देखा की नहीं की अब रामिया की बेटी भी जवान हो गयी है। मेरा मन कर रहा था की मैं किसी दिन साजिद पकड़ लूं। पर चलो आज वह मौक़ा आ गया है। अब मैं जान गयी हूँ की तेरा लौड़ा कैसा है और कैसे चोदता है। अब कोई अगर मुझसे पूंछे तो मैं बता तो सकती हूँ तेरे लण्ड के बारे में। हाय दईया पूरा पेल दे लण्ड। चोद डाल मेरी बुर। खूब जोर जोर से धक्के लगाओ न अंकल। मैं भी अपनी गांड़ से जोर लगा रही हूँ। हाय रे सच में फटी जा रही है मेरी बुर। तेरे जैसा लण्ड खुदा करे की सबका हो ? तभी तो हम जैसी चुदवाने वाली लड़कियों का भला होगा न ?
मेरी बेटी नूर बोली - हाय माजिद अंकल, मैं सच आज ज्यादा मज़ा ले रही हूँ चुदवाने का ? तेरा लण्ड मुझे बेहद पसंद आया। मैं वैसे कई लड़कों के लण्ड पीती हूँ उनसे चुदवाती भी हूँ। मैं तो अपनी माँ भी चुदवाती हूँ। उसके भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ मैं। मुझे बहुत मज़ा आता है। मैं अभूत दिनों से सोंच रही थी की कब मई माजिद अंकल लण्ड अपने मुंह में लूंगी और अपनी चूत में लूंगी। आज वह दिन आ गया है। हाय रे अंकल खूब झमाझम चोदो मुझे। चीथड़े उड़ा दो मेरी बुर चोदी बुर के अंकल। पूरा पेल्हड़ सहित पेल दो लण्ड। मैं एकदम रंडी की तरह चुदवाती हूँ। मुझे बहन चोद कोई शर्म नहीं आती। शर्म की माँ का भोसड़ा ? मेरी दो दोस्त है भोसड़ी वाली एक दूसरी हिना। ये दोनों माँ की लौड़ी बहुत चुदक्कड़ हैं। अभी तक ये दोनों मादर चोद कर लण्ड पीती थीं और चुदवाती थीं अब आज के बाद ये बहन की लौड़ी खुले आम चुदवायेंगी। इनकी माँ की चूत। इनकी माँ की बहन का भोसड़ा ? मैं जब किसी को बुर देती हूँ तो उसे गालियां भी खूब देती हूँ।
इस तरह ये तीनो बेटियां गज़ब का मज़ा लूट रहीं थीं। मैंने कहा आज हम तीनो लोग एक अलग तरह का मज़ा ले रहे हैं जो हमने पहले कभी नहीं लिया। हमारी बीवियां भी अपनी अपनी बेटियां ख़ुशी ख़ुशी बड़े मजे से चुदवा रही थीं। फिर मैंने नशा की चूत से लण्ड निकाल कर माजिद की बेटी हिना की चूत मे पेल दिया। साजिद ने हिना की बुर से लण्ड निकाल कर मेरी बेटी नूर की चूत में घुसा दिया। माजिद ने मेरी बेटी की बुर से लण्ड निकाला और साजिद बेटी नशा की चूत में पेल दिया। हम तीनो ने बेटियां बदल लीं तो बेटियों की बुर में लण्ड भी बदल गए। हमें भी दूना मज़ा आने लगा और बेटियों को भी।
मुझे चोदते हुए यह भी मालूम हुआ की इन तीनो की शादी तय हो चुकी है और एक महीने के अंदर हो जाएगी।
चुदाई होने के बाद जिस तरह से इन बेटियों ने एक दूसरे के अब्बू का झड़ता हुआ लण्ड पिया है और चाटा है वह वाकई काबिले तारीफ है। रात भर इस तरह चुदाई होती रही और सवेरे सवेरे ही सबलोग अपने अपने घर गए। चलते चलते रामिया भाभी ने कहा देखो भई तुम लोगों ने एक दूसरे की बेटी चोद ली है अब बेटियों की शादी भी होने वाली है। हमारा मशविरा है की अब इन्हे अपने ग्रुप में शामिल कर लो और आने वाले दिनों में भी इन्हे चोदते रहो ताकि हम लोग भी इनके शौहरों से चुदवाती रहें। एक बात और तुमने हमारी बेटियां चोदीं हैं तो अब हमारी बहुयें भी चोदो। उन्हें भी तुम लोगों के लण्ड का मज़ा मिले ?
फिर क्या ? दो दिन बाद बहुयें चोदने का प्लान बन गया। मैंने अपने घर मे ही यह कार्य क्रम रखा। मेरे घर में मेरी बहू ज़मीला थी ही। साजिद अपनी बहू रजिया को ले आया और उसके पीछे माजिद भी अपनी बहू सायरा के साथ आ गया। हम सबने पहले तो हब शराब पी और अपनी अपनी बहुओं को भी पिलाया। मुझे यह जानकार ख़ुशी हुई की बहुयें भी खूब मस्ती से शराब पीती हैं।
मैंने उनकी तारीफ करते हुए कहा - मैं इस बात से बहुत खुश हूँ की हमारी बहुयें शराब पीने लगीं हैं।
इतने में सायरा बहू बोली - आजकल बहुयें अपने ससुर का लण्ड भी पीने लगीं हैं अंकल ?
उसके इसी बात से मौहाल एकदम से गरम हो गया । मैं फिर अपने आपको रोक न सका।
मैंने अपना लण्ड दिखाते हुए कहा - सायरा बहू, लो फिर पियो अपने ससुर के दोस्त का लण्ड।
उसने भी बड़ी बेशर्मी से हाथ बढ़कर मेरा लण्ड पकड़ लिया। उसे देख कर मेरी बहू ज़मीला ने साजिद का लण्ड पकड़ लिया और साजिद की बहू रजिया ने माजिद लण्ड पकड़ लिया। देखते ही देखते सबके बदन से कपड़े उतर गए। हमने जब सबकी नंगी नंगी बहुएं देखीं तो हमे लण्ड साले खड़े होकर आसमान ताकने लगे। फिर मैंने माजिद की बहू चोदी, माजिद ने साजिद की बहू चोदी और साजिद ने मेरी बहू चोदी। तीनो बहुओं को हम लोगों ने खूब भकाभक चोदा और रात भर चोदा।
यार देखो एक बात तो तय हैं की चाहे बेटी हो चाहे बीवी हो चाहे बहू हो चुदवाती सब हैं। है कोई ऐसी जो चुदवाती न हो ? बेटी हो, बहू हो या बीवी हो, लण्ड सबको चाहिए। बिना लण्ड के कोई रह नहीं सकती। और लण्ड को क्या चाहिए, सिर्फ एक चूत ? अब वह चूत चाहे जिसकी हो ? एक दिन मैं अपने दोस्तों के साथ बैठ कर दारू पी रहा था और उन्हीं से खुल कर बातें कह रहा था। मेरे दोस्त हैं साजिद, माजिद। मेरा नाम है साहिर। मैं ४५ साल का हूँ मद मस्त हूँ और ज़िन्दगी अच्छी तरह जी रहा हूँ। मैं अपने दोस्तों की बीवियां चोदता हूँ और मेरे दोस्त मेरी बीवी चोदते हैं। हम लोग सालों से एक दूसरे की बीवी चोद रहें हैं और एन्जॉय कर रहें हैं। हमारी बीवियां भी एक दूसरे के मियां से चुदवाकर खूब मज़ा लूटती हैं। मैंने कई बार की मर्दों से ज्या बीवियां चुदाई का मज़ा लेती हैं और बार बार ग़ैर मर्दों से चुदवाना चाहती हैं। मेरी बीवी मुझसे कई बार कह चुकी है की अपना दायरा बढाईये। इसमें और भी लोगों को शामिल कीजिये ताकि हम सब और ग़ैर मर्दों से चुदवाकर मज़ा लूट सकें।
मैंने शराब पीते हुए कहा - यार मैं एक बार अपने एक और दोस्त की बीवी चोद रहा था। चोदते समय मुझे ऐसा लगा की उसकी जवान बेटी हमारी चुदाई देख रही है। हालांकि वह ज्यादा देर तक रुकी नहीं और शायद फ़ौरन चली गयी। लेकिन मैं जब दूसरे दिन भाभी के पास गया तो उसने बताया की यार साहिर कल जब तुम मुझे चोद रहे थे तो मेरी बेटी ने हमें देख लिया था। वह कह रही थी की अंकल का लण्ड तो बड़ा मोटा तगड़ा है अम्मी जान। मेरा तो दिल उस पर आ गया। सच यह है की मैं लण्ड देख कर ललचा गयी। मेरे मुंह में पानी आ गया और मेरा मन हुआ की मैं अभी अंदर घुस जाऊं और अम्मी की चूत से लण्ड निकाल कर चूसने लगूं। जबसे मैंने अंकल का लण्ड देखा है तबसे मैं वही लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ने के लिए बेचैन हूँ। अम्मी जान अब मैं २० साल की हो गयी हूँ। मुझे भी लण्ड चाहिए मेरी चूत लण्ड खाने वाली हो गयी है। तू बहन चोद ग़ैर मर्दों से चुदवाती है तो कभी किसी का लण्ड मेरी भी चूत में पेल दो न ?
भाभी जान ने उसकी बात बड़े गौर से सुनी और मुझे दूसरे दिन बुलाकर मेरा लण्ड उसे पकड़ा दिया। मैंने फिर उसी के सामने उसकी बेटी चोदी। मजे की बात यह थी की बेटी ने भी मेरा लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में भी बड़े शौक से पेला । उस दिन मुझे माँ बेटी को एक साथ चोदने में बहुत मज़ा आया। इतना मज़ा की मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता ? मेरा कहना है की क्यों न हम लोग इस बात पर गौर करें की हमारी बेटियां भी मज़ा लूटने के लिए तैयार हो गयीं हैं और उन्हें भी मज़ा लूटने का हक़ है। हम उन्हें अपने हक़ से बेदखल नहीं कर सकते ? यह बात मैं अपनी बेटी के बारे में भी कह रहा हूँ। बेटी चाहे शादी शुदा हो या न हो पर वह जवान हो, चुदाई के काबिल हो, और उसकी मंसा हो तो उसे शामिल करने में कोई हर्ज़ नहीं है।
साजिद बोला - हां यार मेरा भी कुछ ऐसा ही अनुभव है। एक दिन मैं अपने साले की बीवी चोद रहा था। इतने में उसकी बहू कमरे में आ गयी। उसने हमारी चुदाई देख ली तो मेरी साले की बीवी बोली जीजा जी ये मेरी बहू है। बिचारी आजकल अकेली ही है। इसका शौहर दुबई में काम करता है। ये यहाँ लण्ड के लिए तरसती रहती है। मैं चाहती हूँ की आज तुम मेरी बहू की बुर मेरे सामने चोदो। इसे भी लण्ड का मज़ा मिले। कल मैंने इसकी बुर अपने देवर से चुदवाया था। मुझे इसका भी ख्याल रखना पड़ता है। मैं जिससे भी चुदवाती हूँ उसका लण्ड अपनी बहू की बुर में भी पेलती हूँ। ऐसा कह कर उसने मेरा लण्ड अपनी बहू को पकड़ा दिया। फिर उसके कपडे उतार कर उसे पूरी तरह नंगी कर दिया। उसका मस्त नंगा जिस्म देख कर मेरा लण्ड साला और टन टना गया। मैंने भी खूब हचक हचक कर उसकी बहू की बुर चोदा और उसके बाद उसका भी भोसड़ा चोदा. मुझे सच में सास बहू दोनों की बुर चोदने में खूब मज़ा आया। मैं चाहता हूँ की क्यों की बेटी के साथ साथ बहू को भी इस चुदाई में शामिल किया जाए ?
माजिद ने कहा - यार मेरी भी बेटी जवान हो गयी है। वह भी इधर उधर हाथ न मारती है और मुझे यकीन है की वह लड़कों के लण्ड पकड़ती है। लेकिन इसके बारे मेमेरी बीवी ज्यादा बता सकती है। मैंने कहा - हां यह बात सही है क्यों न हम लोग अपनी अपनी बीवियों से अपनी बेटियों के बारे में पूंछ लें ?
साजिद बोला - पूंछा क्या। यहाँ बुला लो न अपनी बीवियों को। आखिर कार हम दूसरे की बीवी चोदते हैं तो खुल कर बात करने में कोई शर्म तो है नहीं, बहन चोद।
फिर क्या ? थोड़ी ही देर में तीनो बीवियां इकठ्ठा हो गयीं। मैंने अपनी बीवी से सबके सामने पूंछा तो वह बोली हां हां मेरी बेटी नूर लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा सब जानती है। २१ साल की हो गयी है। चुदाई के लिए पूरी पक चुकी है। अपनी दोस्तों के साथ खूब मस्ती करती है खूब गालियां भी देती है और लड़कों के लण्ड पीती है। वह तो दो बार मेरी भी चूत में लण्ड पेल चुकी है। एक बार मैंने उसे कहते हुए सुना है की हां हां अब्बू का लण्ड क्यों नहीं पकड़ूँगी। हम मुसलमान है और हमारे यहाँ अब्बू का लण्ड पकड़ना जायज़ है।
साजिद की बीवी अदीबा बोली - मेरी भी बेटी नशा मस्त जवान हो चुकी है। वह तो अपनी माँ चुदाने लगी है। यह बात मेरे शौहर को मालूम नहीं है पर आज बता रही हूँ। वह मेरे भोसड़ा में अपने दोस्तों के लण्ड पेलती है। उसे इसमें शामिल करने में कोई हर्ज़ नहीं है। वह तो चाहती है बड़े लोगों से चुदवाना .
माजिद की रामिया बोली - मेरी बेटी हिना मुझसे खुल कर बातें करती है। मुझसे कह चुकी है बुर चोदी अम्मी जान मैं किसी दिन तेरा भोसड़ा चोदूँगी। तू साहिर अंकल से चुदवाती है। तू साजिद अंकल का लौड़ा अपनी चूत में पेलती है। मुझे सब मालूम है। किसी दिन मेरी भी चूत में पेल दो लण्ड, अम्मी जान। वह २२ साल की हो गईं है उसे लण्ड की सख्त जरुरत है। मैंने कहा चलो फिर आने वाले शनिवार को प्रोग्राम रख लिया जाए। हम लोग अपनी अपनी बीवी और बेटी के साथ शामिल हों। साजिद बोला और फिर सबकी बीवियां अपनी अपनी बेटियां एक दूसरे से चुदवायें ?
शनिवार को सब लोग इकठ्ठा हो गए। मैं साहिर मेरी बीवी आमिरा बेटी नूर, साजिद उसकी बीवी अदीबा बेटी नशा और माजिद उसकी बीवी रामिया बेटी हिना। मेरी बीवी ने दारू का प्रोग्राम बनाया था। वह जानती है की थोड़ा नशा करने से मज़ा भी आता है और सारी शर्म भी ख़तम हो जाती है। उसके बाद अय्यासी करने में पूरा मज़ा आता है। हम सब बीवियोंऔर बेटियों सहित दारू पीने लगे। बेटियां भी बहुत खुश नज़र आ रहीं थीं। यह हमारे लिए बड़ी अच्छी बात थी। थोड़ा नशा चढ़ा तो मज़ा आने लगा। मेरी नज़र साजिद की बेटी नशा पर टिक गयी। धीरे धीरे सबके एक एक करके कपड़े उतरने लगे। बीवियों की चूँचियाँ सबसे पहले खुल गयीं उसके बाद उनके भोसड़ा भी। चिकने बिना झांट के सबके भोसड़ा बड़े खूबसूरत लग रहे थे। बेटियां भी कपड़े उतार चुकी थीं। उधर मरद भी कपड़े उतार चुके थे। बस सबका पजामा ही बचा था । उसके अंदर से सबका लहराता हुआ लण्ड नज़र आ रहा था।
मेरी नज़र साजिद की बेटी नशा से मिल गयी। वह आग बढ़ी और मेरे पजामा नाड़ा खोल डाला। पजामा नीचे गिर पड़ा और उसके सामने पूरा नंगा हो गया। उसने मुस्कराते हुए मेरा लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी। वह बोली हाय अंकल तेरा तो लण्ड बहन चोद बड़ा जबरदस्त है। आज तक ये भोसड़ी का मेरी माँ चोदता रहा आज मैं इसे चोदूँगी। मुझे उसकी खुली खुली बातें और गालियां बहुत अच्छी लगीं जिन्हे सुनकर मेरा लण्ड साला और अधिक सख्त हो गया। उधर साजिद ने अपने लण्ड माजिद के बेटी हिना को पकड़ा दिया। हिना बोली हाय अंकल कितना प्यारा लण्ड है तेरा ? इतना मोटा और सॉलिड लण्ड आज मन पहली बार देख रही हूँ। मेरी छुटाज बड़ा मज़ा करेगी। तब तक मेरी बेटी नूर ने माजिद को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसने प्यार से लण्ड पर थप्पड़ मारा और कहा तू बहन चोद मेरी अम्मी का भोसड़ा चोदता है। मेरी अम्मी की बुर लेता है। आज मैं तुझे अपनी चूत का मज़ा चखाऊंगी।
सबकी बीवियां तो हम सबके लण्ड बड़ी अच्छी तरह पीती हैं और अच्छी तरह चुदवाती भी हैं, अब उनकी बेटियां भी मस्ती से चुदवायेंगी और लण्ड पियेंगी ऐसा मुझे मालूम होने लगा। उनकी बातों से मुझे यकीन हो गया है की वे सब बड़ी बेशर्मी से गालियां दे दे कर चुदवायेंगी। उनकी गालियां मुझे बहुत अच्छी लगीं और उससे हमारे लण्ड और टन टना उठे। अब तो सबकी बेटियाँ की मस्त जवान चूत का मज़ा हम सबको मिलेगा। हमारी बीवियां नंगी नंगी बैठी हुई अपनी अपनी बेटियों की मस्ती देखने लगीं। साजिद की बेटी मेरा लण्ड पीने लगी.माजिद की बेटी साजिद का लण्ड पीने लगी और मेरी बेटी माजिद का लण्ड पीने लगी।
साजिद की बेटी नशा मेरा लण्ड बड़ी मस्ती से पी रही थी तभी अचानक माजिद की बीवी रामिया उसके पास आ गयी और उसके साथ ही लण्ड पीने लगी। मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा। मैं मन ही मन सोंचने लगा की एक दोस्त की बेटी और दूसरे दोस्त की बीवी दोनों मिलकर मेरा लण्ड पी रही है इससे ज्यादा अच्छी बात और क्या हो सकती है ? तब तक मेरी बीवी उठ कर हिना के साथ साजिद का लण्ड पीने लगी। उधर साजिद की बीवी मेरी बेटी के साथ माजिद का लण्ड पीने लगी। इस तरह के जोड़े सबको मज़ा दे रहे थे। बेटियां भी एक दूसरे के अब्बू के लण्ड का मज़ा लूटने लगी और बीवियां भी। कभी किसी की बीवी लण्ड चाटती तो बेटी पेल्हड़ चाटती और बेटी जब पेल्हड़ चाटती तो बीवी लण्ड चाटती। हम लोग एक दूसरे को देख देख कर मज़ा भी ले रहे थे और मस्त भी होते जा रहे थे।
इतने में मैंने साजिद की बेटी की बुर में लण्ड पेल दिया। साजिद ने माजिद की बेटी की बुर में लौड़ा घुसेड़ दिया और माजिद ने मेरी बेटी की बुर में लण्ड घुसा दिया। हम तीनो अपनी अपनी बीवी के सामने मजे से एक दूसरे की बेटी चोदने लगे। साजिद की बेटी नशा बोली - हाय साहिर अंकल बड़ा मज़ा आ रहा है। तेरे लण्ड में बड़ा जादू है, साहिर अंकल। आज मालूम हुआ की मेरी अम्मी इसीलिए तुमसे खूब चुदवाती है. मेरी भी चूत मज़ा लूट रही है तेरे लण्ड का। हाय अल्ला बड़ा मोटा है तेरा लौड़ा। ऐसे ही चोदे जाओ। फाड़ डालो मेरी बुर। मुझे ऐसा ही लौड़ा चाहिए। उई माँ फटी जा रही है मेरी चूत। तू भोसड़ी की अदीबा अम्मी जान बैठी बैठी अपनी बेटी की बुर चुदवा रही है। तुझे भी खूब मज़ा आ रहा है न ? अब मैं खुद अपने हाथ से यही लौड़ा तेरी बुर में पेलूँगी और चोदूँगी तेरा भोसड़ा ? नशा की बातें सुनकर मेरे लण्ड में और जोश भर गया। मैं और जल्दी जल्दी धक्के पे धक्का लगा लगा के चोदने लगा नशा की बुर।
माजिद की बेटी हिना बोल रही थी - हाय अल्ला साजिद अंकल बड़ा अच्छा लग रहा है तुमसे चुदाने में। तूने मुझे पहले क्यों नहीं चोदा ? मैं तो ३ साल से भकाभक चुदवा रही हूँ। तू तो बस मेरी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलता रहा कभी मेरी तरफ देखा की नहीं की अब रामिया की बेटी भी जवान हो गयी है। मेरा मन कर रहा था की मैं किसी दिन साजिद पकड़ लूं। पर चलो आज वह मौक़ा आ गया है। अब मैं जान गयी हूँ की तेरा लौड़ा कैसा है और कैसे चोदता है। अब कोई अगर मुझसे पूंछे तो मैं बता तो सकती हूँ तेरे लण्ड के बारे में। हाय दईया पूरा पेल दे लण्ड। चोद डाल मेरी बुर। खूब जोर जोर से धक्के लगाओ न अंकल। मैं भी अपनी गांड़ से जोर लगा रही हूँ। हाय रे सच में फटी जा रही है मेरी बुर। तेरे जैसा लण्ड खुदा करे की सबका हो ? तभी तो हम जैसी चुदवाने वाली लड़कियों का भला होगा न ?
मेरी बेटी नूर बोली - हाय माजिद अंकल, मैं सच आज ज्यादा मज़ा ले रही हूँ चुदवाने का ? तेरा लण्ड मुझे बेहद पसंद आया। मैं वैसे कई लड़कों के लण्ड पीती हूँ उनसे चुदवाती भी हूँ। मैं तो अपनी माँ भी चुदवाती हूँ। उसके भोसड़ा में लण्ड पेलती हूँ मैं। मुझे बहुत मज़ा आता है। मैं अभूत दिनों से सोंच रही थी की कब मई माजिद अंकल लण्ड अपने मुंह में लूंगी और अपनी चूत में लूंगी। आज वह दिन आ गया है। हाय रे अंकल खूब झमाझम चोदो मुझे। चीथड़े उड़ा दो मेरी बुर चोदी बुर के अंकल। पूरा पेल्हड़ सहित पेल दो लण्ड। मैं एकदम रंडी की तरह चुदवाती हूँ। मुझे बहन चोद कोई शर्म नहीं आती। शर्म की माँ का भोसड़ा ? मेरी दो दोस्त है भोसड़ी वाली एक दूसरी हिना। ये दोनों माँ की लौड़ी बहुत चुदक्कड़ हैं। अभी तक ये दोनों मादर चोद कर लण्ड पीती थीं और चुदवाती थीं अब आज के बाद ये बहन की लौड़ी खुले आम चुदवायेंगी। इनकी माँ की चूत। इनकी माँ की बहन का भोसड़ा ? मैं जब किसी को बुर देती हूँ तो उसे गालियां भी खूब देती हूँ।
मुझे चोदते हुए यह भी मालूम हुआ की इन तीनो की शादी तय हो चुकी है और एक महीने के अंदर हो जाएगी।
चुदाई होने के बाद जिस तरह से इन बेटियों ने एक दूसरे के अब्बू का झड़ता हुआ लण्ड पिया है और चाटा है वह वाकई काबिले तारीफ है। रात भर इस तरह चुदाई होती रही और सवेरे सवेरे ही सबलोग अपने अपने घर गए। चलते चलते रामिया भाभी ने कहा देखो भई तुम लोगों ने एक दूसरे की बेटी चोद ली है अब बेटियों की शादी भी होने वाली है। हमारा मशविरा है की अब इन्हे अपने ग्रुप में शामिल कर लो और आने वाले दिनों में भी इन्हे चोदते रहो ताकि हम लोग भी इनके शौहरों से चुदवाती रहें। एक बात और तुमने हमारी बेटियां चोदीं हैं तो अब हमारी बहुयें भी चोदो। उन्हें भी तुम लोगों के लण्ड का मज़ा मिले ?
फिर क्या ? दो दिन बाद बहुयें चोदने का प्लान बन गया। मैंने अपने घर मे ही यह कार्य क्रम रखा। मेरे घर में मेरी बहू ज़मीला थी ही। साजिद अपनी बहू रजिया को ले आया और उसके पीछे माजिद भी अपनी बहू सायरा के साथ आ गया। हम सबने पहले तो हब शराब पी और अपनी अपनी बहुओं को भी पिलाया। मुझे यह जानकार ख़ुशी हुई की बहुयें भी खूब मस्ती से शराब पीती हैं।
मैंने उनकी तारीफ करते हुए कहा - मैं इस बात से बहुत खुश हूँ की हमारी बहुयें शराब पीने लगीं हैं।
इतने में सायरा बहू बोली - आजकल बहुयें अपने ससुर का लण्ड भी पीने लगीं हैं अंकल ?
उसके इसी बात से मौहाल एकदम से गरम हो गया । मैं फिर अपने आपको रोक न सका।
मैंने अपना लण्ड दिखाते हुए कहा - सायरा बहू, लो फिर पियो अपने ससुर के दोस्त का लण्ड।
उसने भी बड़ी बेशर्मी से हाथ बढ़कर मेरा लण्ड पकड़ लिया। उसे देख कर मेरी बहू ज़मीला ने साजिद का लण्ड पकड़ लिया और साजिद की बहू रजिया ने माजिद लण्ड पकड़ लिया। देखते ही देखते सबके बदन से कपड़े उतर गए। हमने जब सबकी नंगी नंगी बहुएं देखीं तो हमे लण्ड साले खड़े होकर आसमान ताकने लगे। फिर मैंने माजिद की बहू चोदी, माजिद ने साजिद की बहू चोदी और साजिद ने मेरी बहू चोदी। तीनो बहुओं को हम लोगों ने खूब भकाभक चोदा और रात भर चोदा।
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